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Fantastic fabulous shandar jordar जबरदस्त updateUPDATE 16
एक लड़की अपने कमरे में बनी गैलरी में खड़ी होके नीचे देख रही थी जहां सुंदर सा फूलों का बगीचा बना हुआ था उसके आस पास हर जगह हरि हरि घास उगी हुई थी बीच में एक छोटा सा पानी से भरा तालाब को तरह बना हुआ था जिसमें सुंदर सुंदर छोटी छोटी मछलियां खेल रही थी तभी उस लड़की ने देखा बगीचे से थोड़ी दूर पे बने द्वार को जो खुल रहा था तभी उस द्वार से एक आदमी आ रहा था अपने कुछ सैनिकों के साथ उसे देख लड़की के चेहरे पर मुस्कान आ गई और वो अपने कमरे से निकल सीडीओ से नीचे आके एक बड़े से हाल से होते हुए सीधा उस आदमी के पास गई जैसे ही वो उसके पास गई तभी...
आदमी – (लड़की को दौड़ते हुए अपने पास आते देख मुस्कुरा के) अरे अरे आराम से मेरी प्यारी बहना इतनी भी क्या जल्दी तुम्हे...
लड़की – (आदमी से) क्या हुआ भईया क्या बात हुई आपकी बताईये ना...
आदमी – (मुस्कुरा के) होना क्या है वही हुआ जो मेरी बहन चाहती है...
लड़की – (खुश होके) सच में भइया रानी मा मान गई...
आदमी – (मुस्कुरा के) भला ऐसा हो सकता है मेरी बहन कुछ मांगे और मै मना कर दूं उसे..
लड़की – (खुश होके अपने भाई के गले लग गई) आप दुनिया के सबसे अच्छे भाई हो मेरे भईया...
आदमी – (मुस्कुरा के) अरे बस बस शीना अब जल्दी से तैयारी करनी है शादी की रानी मा ने कहा है अगले हफ्ते शादी हो जाएगी तुम्हारी आरव से...
शीना – अगले हफ्ते...
आदमी – (मुस्कुरा के) ज्यादा जल्दी है ना तुम कहो तो रानी मा को बोल के अगले साल का मुहूर्त निकलवा देता हूँ...
शीना – (गुस्सा दिख के) नरेंद्र भइया आप भी न ये कोई बात नहीं होती मै कब से इंतजार में हूँ और आप हो के और देर करने की बात कर रहे हो...
नरेंद्र – (हस्ते हुए) मुझे तो पता नहीं था मेरी बहन को इतनी जल्दी है शादी की वर्ना मैं रानी मा को बोल के आज ही शादी कर देता तेरी आरव के साथ...
शीना – इतने साल से इस दिन का इंतजार किया है मैने भईया...
नरेंद्र – हा मै जनता हूँ मेरी बहन तेरी बेचनी को बस अगले हफ्ते की बात है उसके बाद तुम अपने आरव के साथ होगी लेकिन....
शीना – लेकिन क्या भईया....
नरेंद्र – शीना एक बात बताओ आरव तो ठीक लेकिन क्या तुम परी , एंजिला और लीजा के साथ रह पाऊंगी क्योंकि उस दिन तुम्हारे साथ उन दोनों की भी शादी होगी आरव से....
शीना – (मुस्कुरा के) मै परी , एंजिला और लीजा को जानती हु भईया वो बहुत अच्छी लड़की है वो भी आरव से उतना प्यार करती है जितना कि मै , आप बिल्कुल भी फिक्र ना करे भईया देखना आप आपकी बहन शीना बहुत खुश रहेगी...
और फिर शादी के वक्त जहां परी , शीना , लीजा और एंजिला दुल्हन के जोड़ने मंडप में होती है तब शीना अपने साथ लीजा, एंजिला और परी को देखती है लेकिन उसे तीनों के चेहरे धुंधले से दिखते है शीना कोशिश करती है ताकि तीनों का चेहरा ठीक से देख सके लेकिन नहीं देख पाती तभी मंडप में दूल्हा आता है जिसे चारों देखते है तभी शीना जैसे ही देखती है दूल्हे को उसकी आंखे बड़ी हो जाती है और तब....
कविता – (नींद से झटके से जाग के) ये कैसा सपना था मेरी शादी हो रही है और दूल्हा साहिल की तरह दिख रहा था लेकिन मुझे शीना नाम से क्यों बुलाया जा रहा था ये क्या हो रहा था क्या सच में मेरी शादी साहिल भाई से हो रही थी तो बाकी की तीन लड़कियां कौन थी कौन है ये लीजा, एंजिला और परी इनका चेहरा क्यों नहीं दिख रहा था मुझे और कौन था मेरा वो भाई...
नींद से जागने के बाद कविता को बड़ी बेचनी हो रही थी इस बात से उसे समझ नहीं आ रहा था कि आखिर ये कैसा सपना था जो उसने देखा...
खेर जब ये सब हो रहा था उससे पहले एक कमरे में साहिल और कमल सो रहे थे तभी साहिल नींद में सपना देख रहा था जिसमें वो एक कमरे में आता है तब...
साहिल – क्या बात है परी आज तुम बहुत खुश लग रही हो...
परी – (साहिल के पास आके) मै तो हमेशा से खुश रहती हु लेकिन आज आपको ऐसा क्यों लगा....
साहिल – (परी को गले लगा के) कुछ नहीं मुझे लगा सो कह दिया...
परी – (साहिल के गले से अलग होने की कोशिश करते हुए) हटिए अब मै बहुत थक गई हु सोने दीजिए मुझे...
साहिल – (परी के गले लगे हुए) बस कुछ देर रहने दो ऐसे ही परी तुम्हारे गले लगते ही मुझे बहुत सुकून मिलता है जैसे शरीर को अजीब सी शांति मिलती है मेरे दिल को ऐसे लगता है बस तुम्हारी गोद में सिर रख के चैन से सोता रहूं जैसे अपनी मां गोद में हूँ...
परी – (मुस्कुरा के अलग होते हुए) आपको मना किसने किया है (साहिल का हाथ पकड़ बेड में बैठ के साहिल के सिर को अपनी गोद में रख उसके सिर पे हाथ फेरते हुए) मुझे भी अच्छा लगता है जब आप मेरी गोद में सिर रख के लेटे रहते है मन शांत हो जाता है मेरा भी...
साहिल – (आंख बंद कर परी के गोद में सिर रखे हुए बोलता है) परी एक बात कहूं...
परी – हम्ममम कहिए....
साहिल – सभा में मा के लिए मेरी शादी के फैसले से आपको एतराज तो नहीं...
परी – बिल्कुल नहीं मा ने जो किया सोच समझ के किया है फैसला मा कभी अपने बच्चों का बुरा नहीं चाहेगी...
साहिल – क्या तुम्हे लगता है तीन शादी होने के बाद उनका तुम्हारे प्रति व्यवहार कही गलत हुआ तो...
परी – (मुस्कुरा के) ऐसा कुछ नहीं होगा...
साहिल – और ऐसा क्यों...
परी – क्योंकि मुझे विश्वास है खुद पे और आप पर भी देखना हम चारों बहने बन के एक साथ रहेगी हम चारों का प्रेम आपके लिए कभी कम नहीं होगा...
साहिल – (परी की बाते सुन के) परी मै वादा करता हु तुमसे हमेशा ऐसे ही प्यार करता रहूंगा भले ही परिस्थिति कैसी भी हो....
परी – (मुस्कुरा के) अच्छा सोच लीजिए कही मुझे भूल गए तो...
साहिल – (मुस्कुरा के) सोच लिया मेरी जान तुम्हे मै कभी नहीं भूल सकता हूँ और अगर कभी ऐसा हुआ तो तुम मुझे हमारा प्यार याद दिला देना कि मैं क्या हूँ तुम्हारा...
परी – अच्छा भला आपसे जबरदस्ती कैसे कर सकती हूँ मै आप तो बहुत ज्यादा ताकतवर हो...
साहिल – लेकिन तुम्हारे प्यार से ज्यादा ताकत कहा मेरी जान...
दोनों मुस्कुरा के गले लग जाते है...
तभी फोन की घंटी बजने लगती है जिससे साहिल की नींद खुल जाती है तब...
साहिल – (नींद से जाग के गुस्से में) इसकी मां का कितना अच्छा सपना देख रहा था मादरचोंद कौन अपनी मां चुदवा रहा इस वक्त...
तभी मोबाइल को देख जिसमें घंटी बज रही थी स्क्रीन में नाम देख फिर गुस्से में कमल को देख के...
साहिल – (कमल को नींद से उठाते हुए) उठ बे तेरा फोन बज रहा है...
जब कमल नहीं उठता तो कमल के पिछवाड़े पे लात मारता है जिससे कमल नींद में ही बेड से नीचे गिर जाता है तब....
कमल – (दर्द में) आई इसकी मां का कौन है बे जो सुबह सुबह अपनी गांड़ मराने आ गया...
साहिल – चुप बे साले तेरे फोन के चक्कर में मेरी नींद खराब हो गई और तू सो रहा है देख तेरा फोन बज रहा है....
कमल – (गुस्से में फोन को) तेरी मां का चूत मारू साला रण्डी की औ...
तभी फोन की स्क्रीन पर नाम देख बीच में चुप हो जाता है कमल और मुस्कुरा के फोन उठा के...
कमल – हेल्लो कैसी हो अवनी...
साहिल – (धीरे से) आए भोसड़ीके...
कमल – (साहिल को धीरे से) चुप कर यार प्लीज....
अवनी – मै तो ठीक हूँ तुम बताओ क्या कर रहे हो चलना नहीं है जॉगिंग में भूल गए क्या कल बोला था मैने...
कमल – अरे ऐसे कैसे भूल सकता हूँ बस 5 मिनिट में आया मै...
अवनी – ठीक है जल्दी आ जाओ हॉल में इंतजार कर रही हूँ मै...
बोल के कॉल कट कर दिया दोनों ने तब...
कमल – (मुस्कुरा के साहिल से) चल भाई जल्दी से तैयार होजा वॉक पर चलते है हम....
साहिल – हम से क्या मतलब है तेरा बे तू अकेले जा समझा.....
कमल – चल ना यार क्यों भाव खा रहा है वैसे भी कल शादी है उसके बाद तो हम दोनों तेरे घर में होगे लेकिन इतनी आजादी नहीं होगी बे चल आ यार...
साहिल – चल ठीक है ठीक है चलता हूँ मै...
बोल के दोनों फ्रेश होके तैयार होके नीचे हाल में आ जाते है जहां हवेली के गेट में अवनी खड़ी होती है तब...
धीरेन्द्र – (साहिल और कमल को देख) क्या बात है बेटा आज जल्दी जाग गए....
साहिल – हा दादा जी हम लोग बाहर वॉक पर जा रहे है...
धीरेन्द्र – अच्छा अच्छा ठीक है जाओ वॉक करके आ जाओ जल्दी आज बहुत काम है...
साहिल – हा दादा जी जल्दी आते है हम...
बोल के निकल गए दोनों साथ में अवनी भी बाहर आके कमल और अवनी आपस में बात करते हुए चलने लगे वही साहिल धीरे धीरे दोनों के पीछे चल रहा था ताकि अवनी से बात न हो जबकि अवनी कोशिश कर रही थी को शायद बात हो जाय साहिल से लेकिन साहिल मौका नहीं दे रहा था तब...
अवनी – (वॉक करते हुए कमल से) कमल ये साहिल भाई पीछे क्यों चल रहे है बोलो न साथ में चले हमारे....
कमल – तुम जानती हो अवनी और मैने भी तुम्हे कहा था थोड़ा वक्त दो उसे भी यार एक दम से ऐसा होना इतना भी आसान नहीं है ये...
अवनी – हम्ममम मैने सोचा शायद आज बात हो जाय भाई से मेरी...
कमल – चिंता मत करो यार रात में पार्टी है तब ट्राई करना तुम...
ये दोनों तो वॉक करते करते अपनी बाते कर रहे थे जबकि साहिल पीछे अकेले था मन में सेमेंथा को याद कर रहा था तभी साहिल के पीछे से....
लड़की – तो इतनी सुबह सुबह क्या हो रहा है...
साहिल – (अपने पीछे सेमेंथा को देख) आ गई तुम मै सोच ही रहा था तुम्हारे बारे में...
सेमेंथा –(मुस्कुरा के) तुमने याद किया मै आ गई....
साहिल – सच में मेरे याद करते ही तुम आई हो...
सेमेंथा – हा साहिल जब भी तुम मुझे याद करोगे अपने साथ पाओगे...
साहिल – (मुस्कुरा के) तब तो मै हमेशा तुम्हे याद करता रहूंगा ताकि तुम हमेशा मेरे साथ ऐसे ही रहो....
सेमेंथा – वो तो वैसे भी मै रहूंगी तुम्हारे साथ हमेशा....
साहिल – आज रात पार्टी है मै तुम्हे मिल वाऊगा अपनी दादी और कमल से बहुत खुश होगे दोनों तुमसे मिल के....
सेमेंथा – तुम चाहते हो मै सबके सामने आऊं....
साहिल – हा लेकिन आज रात को जब मै कहूं तुमसे तब....
सेमेंथा –(मुस्कुरा के) ठीक है मै इंतजार करूगी साहिल....
बोल के ये दोनों भी वॉक करने लगे साथ में कुछ देर बाद ये लोग हवेली वापस आ गए आते ही...
दादी – (साहिल , कमल और अवनी को साथ देख) कहा से आ रहे हो तुम तीनों...
कमल – दादी हम लोग वॉक पर गए थे वहीं से आ रहे है....
दादी – अच्छी बात है चलो जल्दी से तैयार हो जाओ तुम लोग नाश्ता लगने वाला है...
बोल के अवनी चली गई और साहिल भी निकल गया कमरे में तैयार होने के लिए तभी कमल रुक गया दादी के पास जहां दादी सुनीता और अमृता से बात कर रही थी तब....
कमल – (दादी से) दादी आपसे एक जरूरी काम है मुझे....
दादी – हा बोलो ना क्या काम है...
कमल – मैने एक प्लान बनाया है आज रात को पार्टी के लिए....
सुनीता – कैसा प्लान कमल...
कमल – वो मा मै सोच रहा था क्यों ना आज रात की पार्टी में कुछ ऐसा करे कि साहिल गाना गाय...
सुनीता – मतलब क्या मै समझी नहीं....
दादी – (सुनीता को रोक के) एक मिनिट सुनीता , हा कमल बात क्या है पहले वो बता उसके बाद...
जिसके बाद कमल सारी बात बताता है कैसे शिवानी , पायल , सुरभि , शबनम और रचना से बात हुई थी सारी बात बता के...
कमल – दादी प्लीज....
दादी – (मुस्कुरा के) तो तू ये सब शबनम और पायल के लिए कर रहा है....
कमल – जी दादी पहली बार मेरी बहनों ने कुछ मांगा है कैसे मना कर दूं...
दादी – (मुस्कुरा के कमल के गाल पर हाथ फेर के) ठीक है तुझे जो करना है कर ले मै साथ हूँ तेरे....
कमल – (खुश होके) थैंक यूं दादी...
बोल के दादी आगे चली गई जबकि...
सुनीता – अगर बेटियों को सरप्राइस ना देना होता तो अभी सबके सामने तुझे गले लगा लेती...
कमल – (धीरे से) कोई बात नहीं मां ऐसा मौके मिलेगा आपको...
मुस्कुराते हुए सुनीता चली गई वहां से और कमल अपने कमरे की तरफ साहिल और कमल तैयार होके नीचे आ गए नाश्ते के लिए जैसे ही कुर्सी में बैठने जा रहे थे तभी 2 गाड़ियों के रुकने के आवाज आई जिसे सुन सबका ध्यान हवेली के गेट की तरफ गया जहा से रनवीर अन्दर आ रहा था तभी सबका ध्यान रनवीर पर गया साथ उसके बॉडीगार्ड पर जिन्हें रनवीर ने हवेली के गेट पर रोक दिया था तभी रनवीर का ध्यान साहिल की तरफ गया जिसे देख रनवीर हैरान होगया जबकि रनवीर को देख सुमन और कविता दोनों के चेहरे पर गुस्सा और नफरत साफ छलक रहे थे जिसे दादी देख के हल्का मुस्कुरा रही थी जबकि साहिल तो इस तरह खड़ा था जैसे उसे इन सबसे मतलब ही ना हो तभी...
रनवीर – (साहिल से) तू अभी तक यहां पर है....
साहिल – (मुस्कुरा के) ये बात आप अपने को बता रहे हो या मुझे बता रहे हो....
धीरेन्द्र – (बीच में आके रनवीर से) रनवीर जैसा तुम समझ रहे हो वैसा कुछ नहीं है (अपने साथ कमरे में ले जाते हुए) चलो तुमसे कुछ बात करनी है मुझे...
बोल के रनवीर को अपने साथ लेके निकल गया धीरेन्द्र उसके जाते ही सभी लोग बैठ के नाश्ता करने लगे जहां दादी , साहिल , कमल , सुमन और कविता को छोड़ के बाकी के लोगों के दिल में एक डर सा आ गया था रनवीर को देख के की कही रनवीर कुछ कर ना दे साहिल के साथ क्योंकि उस रात रनवीर तो चला गया था उसके बाद ही पता चला था सबको सच का जबकि रनवीर को किसी ने बताया नहीं था इस बारे में लेकिन वही एक लड़की और थी जो रनवीर को देख उसकी आंखों में गुस्सा साफ झलक रहा था वो थी सेमेंथा जिसे कोई देख नहीं सकता था साहिल के सिवा अब सेमेंथा को गुस्सा क्यों था पता नहीं खेर जैसे ही सबका नाश्ता खत्म हुआ सब उठ गए थे तब साहिल और कमल इंतजार कर रहे थे धीरेन्द्र का तभी कमरे का दरवाजा खुला धीरेन्द्र और रनवीर बाहर आए जहां धीरेन्द्र मुस्कुरा रहा था वही रनवीर चुप चाप था सबके पास आते ही....
रनवीर – (साहिल से) सुनो लड़के....
साहिल – आपने मुझे कुछ कहा...
रनवीर – हा तुम्ही से बोल रहा हूँ मेरा सामान उठा के कमरे में रख दो....
साहिल – (रनवीर के सामने आके) मेरा एक नाम भी है मिस्टर जैसे आपका नाम है उसी तरह...
रनवीर – अच्छा क्या नाम है तेरा....
साहिल – साहिल....
रनवीर – (मुस्कुरा के) क्यों बाप का नाम नहीं है क्या....
साहिल – (मुस्कुरा के) मेरा पूरा नाम साहिल प्रताप सरला सिंह है और मुझे यकीन है आपको तस्सली हो गई है...
रनवीर –(जवाब सुन हसी रोक के) हम्ममम जाके मेरा सामान कमरे में रख दो....
कमल – (रनवीर के सामने आ मुस्कुरा के) जरूर रख देके सर जी लेकिन क्या है ना हमें और भी जरूरी काम है जैसे कि कल शादी है उसकी काफी तैयारी करनी है तो आप अपने बॉडीगार्ड से करवा लीजिए ये काम...
साहिल – (कमल से) अबे पागल है क्या जरा भी मैनर्स है कि नहीं तुझमें यही पढ़ाई लिखाई की है तूने अबे जरा इनको गोर से देख इनकी उमर का ख्याल कर यार बेचारे कैसे 4 बैग उठाएंगे कैसे ले जाके कमरे में रखेंगे तुझे तो जरा भी समझ नहीं है मदद कर देते है बेचारे बुजुर्ग की वर्ना शादी में कैसे शामिल होगे अगर समान उठाएंगे तो पैर और कमर दर्द के कारण शादी के वक्त भी कमरे में आराम करते रहेंगे दर्द लेके...
बोल के साहिल और कमल मुस्कुराने लगे तब...
कमल – (साहिल से) अरे हा यार माफ करना मेरी अकल घास चाटने चली गई थी चल अभी मदद कर देते है (रनवीर को देख) बुजुर्ग अंकल की...
रनवीर – (गुस्से में) शादी में काम करने के लिए आए हो वही करो ज्यादा ज्ञान मत बाटो....
रनवीर की बात सुन कमल गुस्से में तुरंत बैग नीचे रख रहा था तभी...
साहिल – (कमल से) अरे परेशान मत हो , तू बैग लेके चल मै अभी आता हु (रनवीर से) शादी में काम करने जरूर आए है वो भी दादा जी के लिए आपके बैग उठाने के लिए नहीं वैसे आप मेहमान बन के आए हो ऊपर से बुजुर्ग इसीलिए इतना कर दे रहे है ठीक है शादी को एंजॉय करो बस आप...
बोल के मुस्कुराते हुए साहिल बैग लेके जाने लगा तभी....
सुमन – (साहिल से) ये बैग नीचे वाले कमरे में रख देना प्लीज...
सुमन की बात सुन साहिल और कमल रुक गए तभी...
रनवीर – नीचे कमरे में क्यों ऊपर अपने कमरे में रखने दो....
सुमन – ऊपर वाले कमरे में मै , कविता और निधि है इसीलिए....
रनवीर – ठीक है...
बात सुन साहिल और कमल ने नीचे वाले कमरे में रख दिया समान और बाहर चले गए धीरेन्द्र के साथ लेकिन जब ये सब हो रहा था उस वक्त रनवीर का इस तरह से साहिल से बात करना सुमन और कविता को काटे कि तरह चुभ रहा था लेकिन जब साहिल ने रनवीर को अपना पूरा नाम बताया उससे सुमन को जिसे दिल में तकलीफ सी हुई इस बीच में कमल ने सामने आके रनवीर को जो जवाब दिया उससे दोनों को अच्छा लगा लेकिन जब साहिल ने रनवीर से जो बोला उसके बाद सुमन और कविता की जैसे हसी नहीं रुक रही थी सबके सामने खुल के हस नहीं पा रहे थे इसीलिए सिर नीचे करके हस रहे चुपके से जबकि दादी के चेहरे पर एक कुटिल मुस्कान थी जैसे किसी खिलाड़ी ने अपना खेल जीत लिया हो खेर इसके बाद इस तरफ...
रनवीर – (सुमन से) सुमन सुनो जरा , मुझे तुमसे एक जरूरी बात करनी है...
सुमन – (जो दादी और बाकी औरते के साथ खड़ी थी) अभी मै खाली नहीं हूँ बाद में...
जिसके बाद रनवीर ने कुछ नहीं बोला और कमरे में चला गया...
अमृता – (सुमन से) क्या हुआ सुमन तू गई क्यों नहीं भइया के साथ शायद कुछ जरूरी काम होगा....
सुमन – हम्ममम कोई बात नहीं दीदी बाद में चली जाऊंगी बात करने...
बोल के सुमन फोन मिलाने लगी किसी को तब...
दादी – किसे फोन कर रही हो....
सुमन – वो मा घर में फोन कर रही हूँ लता (घर को नौकरानी) को ताकि साहिल के कमरा सही कर दे...
दादी – (मुस्कुरा के) ठीक है...
तभी सुमन फोन पर बात करने लगती है...
सुमन – (कॉल पे) हेलो लता...
लता – जी दीदी...
सुमन – लता एक काम कर दे ऊपर कविता के कमरे के बगल वाले दोनों कमरे अच्छे से सफा कर दे...
लता – कोई मेहमान आ रहे है दीदी....
सुमन – नहीं लता मेरा बेटा आ रहा है मेरे साथ....
लता – (हैरानी से) आपका बेटा दीदी आप सच बोल रहे हो ना साहिल आ रहा है ना दीदी....
सुमन – हा लता ये सच है साहिल को लारही हूँ अपने साथ हमेशा के लिए वापस अपने घर में....
लता – (खुश होके) वाह दीदी आपने तो सच में बहुत बड़ी खुश खबरी दी है लेकिन दीदी दो कमरे क्यों....
सुमन – लता वो सब जाने दे बस ध्यान से सुन बात को कविता के बगल वाला कमरा साफ कर दे फिर मेरे कमरे में जाके मेरा सारा सामान लाके उसमें रख दे फिर उसके बगल वाला कमरा साफ कर दे उसमें साहिल रहेगा और हा मै भइया से बोल दे रही हूँ बाकी के कमरों की तरह साहिल के कमरे में सारी सुविधा के समान के लिए कल तक आ जाएगा बस तू अच्छे से सेट करवा देना सब कुछ...
लता – हा दीदी सब हो जाएगा लेकिन दीदी बाकी सब ठीक है ना...
सुमन – हा लता सब ठीक है तू बस ये काम कर दे मेरा और हा किसी से कुछ भी कहने की जरूरत नहीं है मै खुद बात कर लूंगी सबसे...
लता – ठीक है दीदी...
बोल के कॉल कट कर दिया उसके बाद...
सुनीता – (सुमन से) क्या बात है सुमन तुमने ऐसा क्यों कहा लता से...
सुमन – कुछ नहीं दीदी बस किसी तरह साहिल के करीब रहना चाहती हूँ मै...
सुनीता – हम्ममम ठीक है (तभी सुमन को गौर से देख के) अरे सुमन तेरा मंगलसूत्र और मांग में सिंदूर क्यों नहीं लगाया...
सुमन – हा वो शायद जल्दी बाजी में ध्यान नहीं रहा होगा दीदी अच्छा दीदी मै आती हूँ राजेश भईया से मिल के ताकि घर का सामान आ जाएं तभी कल तक सेट हो पाएगा क्योंकि परसो जाना है घर पर सबको....
बोल के सुमन चली गई राजेश के पास क्योंकि सुमन समझ गई थी कही सुनीता और सवाल करे इससे पहले वहां से हटना सही रहेगा खेर राजेश के पास आके उसे सारी बात बता दी जिसके बाद....
राजेश – हम्ममम ठीक है सुमन मै अभी बात करता हु आज ही सारी जरूरत का सामान आ जाएगा घर में...
सुमन – ठीक है भईया बस एक बात और कहनी है भईया आपसे...
राजेश – हा बोलो ना सुमन....
सुमन – भइया बस आपसे एक रिक्वेस्ट है आप ये बात रनवीर से मत कहिएगा...
राजेश – हम्ममम समझ सकता हूँ मै रनवीर गरम दिमाग का है तुम परेशान मत हो मै उसे नहीं बताऊंगा इस बारे में....
जिसके बाद सुमन चली गई बाकी औरते के पास उसके जाते ही राजेश ने फोन पर बात करके घर के सामान के बारे में बोल दिया , खेर आज पार्टी का दिन था जिस वजह से साहिल और कमल तेजी से काम में लगे थे आज काम में उनका साथ अवनी और खुशी दे रही थी ताकि साहिल से बात करने का मौका मिल जाए उन्हें लेकिन ऐसा कुछ ना हुआ क्योंकि पार्टी की तैयारी में साहिल को खुद अपने लिए मौका नहीं मिल रहा था और करीब 3 घंटे के बाद ये चारों थके हारे पसीने से लथपथ होके हवेली के अन्दर आ रहे थे तभी....
अवनी – यार मै जा रही हो नहाने बहुत गर्मी लग रही है...
खुशी – (शिवानी से) दीदी मै आपके कमरे में जा रही हूँ नहाने प्लीज आप मेरे कपड़े ला दो...
शिवानी – ठीक है मै लाती हु...
जबकि इधर साहिल और कमल हाल से सीढ़ियां चढ़ते हुए कमरे में जा रहे थे तभी हाल में बैठे सभी औरते देख रही थी दोनों को तब...
सुमन – (कविता से) कविता जल्दी से जाके फ्रिज से बर्फ की ट्रे लेके आ थके हुए आए है बाहर से दोनों ठंडा पानी से राहत मिलेगी उनको...
बात सुन के कविता ट्रे लेके आई जिसे सुमन ने बड़े जग में बर्फ और पानी मिला के लेके जाने लगी साहिल के कमरे में जबकि साहिल कमल कमरे में आते ही पंखा चालू कर दिया तब...
साहिल – अरे यार कौन कहेगा कि सर्दी का वक्त शुरू हो रहा है साला हमारी हालत तो ऐसी है जैसे सर्दी नहीं गर्मी चल रही है ऊपर से ये पंखा भी मारा हुआ चल रहा है यार....
कमल – अरे यार तू ये बाते कर रहा है साला मै तो कसम खा के बोलता हु आज के बाद गांव की शादी तो दूर उसकी तैयारी में भी ना जाऊ मै बहनचोद काम भी कौन सा मिला मुझे लाइट लगाने वाला साला दिमाग की मा चूद गई मेरे कितनी दूर तक लाइट लगवा के आया हु यार मै...
साहिल – हा यार गांव की शादी सच बहुत अजीब होती है बे वैसे एक बात तूने देखी...
कमल – क्या यार फिर से कुछ हुआ है क्या...
साहिल – नहीं बे उस रात के बाद मै देख रहा हूँ रागिनी चाची को कोई उनसे बात नहीं कर रहा है और वो भी बस हर वक्त शादी के काम में लगी रहती है बिना किसी की परवाह के कोई उनसे बात कर रहा है कि नहीं...
कमल – हा यार मैने भी देखा वो सोनम पूनम भी अपनी मां के साथ हे रहती है बाहर दिखती नहीं किसी के साथ और रागिनी चाची भी रात में अपनी बेटी के साथ सोती है अलग कमरे में....
साहिल – हम्ममम देखा कमल अकेले होने पर क्या होता है जब सब आपके साथ हो लेकिन साथ होके भी साथ न हो आपके उस रात जो हुआ उससे पहले यही सब मेरे साथ होता था और आज , मादरचोद ये किस्मत भी एक रण्डी की तरह है किसी की नहीं होती....
कमल – जाने दे यार क्या कर सकते है हम बेचारे राघव चाचा भी कौन सा हवेली में रुक रहे है बस एक दो बार आते है काम करके निकल जाते है खाना तक नहीं खाते है हवेली में...
साहिल – हम्ममम जाने दे यार किसी के फटे में टांग अड़ाने का क्या फायदा , यार बहुत प्यास लग रही है पानी ला दे ना यार....
साहिल की बात सुन कमल कुछ बोलता तभी कमरे में सुमन आ गई ठंडा पानी लेके जो कि बाहर खड़ी होके साहिल और कमल की सारी बाते सुन रही थी तभी सुमन अन्दर आई जिसे देख....
कमल – (सुमन को देख के) अरे आप...
सुमन – (हल्का मुस्कुरा के) हा थके हुए आए हो बाहर से मुझे लगा प्यास लगी होगी इसीलिए ठंडा पानी लेके आ गई (पानी देते हुए) ये लो...
कमल ने पहले लेके पी लिया पानी लेकिन साहिल नहीं ले रहा तब कमल ने इशारा किया तो साहिल ने पानी लेके पीने लगा जिसके बाद...
कमल – (सुमन से) थैंक यूं सच में बहुत जोर की प्यास लगी थी...
साहिल – (कमल की तरह) थैंक यूं...
बोल के चुप हो गया जिसके बाद...
सुमन – (मुस्कुरा के) अभी 6 बजे है आराम कर लो 7 बजे पार्टी शुरू होगी तैयार होके नीचे आ जाना...
कमल – जी ठीक है....
बोल के सुमन चली गई...
कमल – अब कुछ बोलना है तुझे....
साहिल – बस तू जाके नहा ले फिर मै जाता हु नहाने समझा पार्टी में चलना है...
कमल – हा वो तो है ठीक है तैयार होके आता हूँ...
बोल के कमल चला गया नहाने या। तक साहिल पंखे के नीचे लेटा था तभी...
सेमेंथा – साहिल क्या हुआ तुम्हे.….
साहिल – कुछ नहीं यार बहुत थका हुआ हूँ मै और तुम कहा गायब हो जाती हो यार...
सेमेंथा – साहिल मुझे तुमसे एक जरूरी बात करनी है....
साहिल – मुझे भी तुम्हे एक बात बतानी है पहले मेरी सुनो तुम 7 बजे पार्टी शुरू होगी तुम पार्टी में आ जाना सबके सामने मै तुम्हे मिलूंगा वही पर फिर दादी और कमल से मिल वाऊगा तुम्हे...
सेमेंथा – लेकिन मेरी बात...
साहिल – अरे कोई बात नहीं सेमेंथा पार्टी के वक्त बात करेंगे हम चिंता मत करो तुम...
सेमेंथा – ठीक है...
तभी कमल बाथरूम से बाहर आके...
कमल – (साहिल से) अबे क्या बोले जा रहा है बे तू दीवारों से बाते कर रहा है क्या चल जा नहा ले जल्दी से...
कमल की बात सुन साहिल ने सेमेंथा की तरफ देख हल्का हस के बाथरूम में जाने लगा नहाने के लिए दरवाजा बंद कर जैस ही साहिल ने शॉवर चालू किया तभी पलट के देखा अपने सामने सेमेंथा को...
साहिल – (मुस्कुरा के) तुम्हे भी नहाना है...
सेमेंथा –(मुस्कुरा के) सोच यही रही हूँ मै...
साहिल – सोच लो कही फायदा ना उठा लू मै तुम्हारा....
सेमेंथा – (मुस्कुरा के) उठा लो रोका किसने है....
साहिल – (मुस्कुरा के) आज नहीं ये मौका हमे बहुत बार मिलेगा आज थोड़ा जल्दी में हूँ पार्टी में इंतजार कर रहे होगे दादी और दादा जी...
शॉवर के नीचे दोनों खड़े होके एक दूसरे को चूम के नहाने लगे दोनों क्योंकि पार्टी का समय हो रहा था इसीलिए दोनों ने जल्दी से नहा के निकल आए बाहर आते ही देखा कमल जा चुका था कमरे से बाहर पहले से तब...
साहिल – (सेमेंथा से) मै तैयार होके नीचे जा रहा हूँ तुम जल्दी आ जाना ठीक है...
बोल के साहिल तैयार होके निकल गया कमरे के बाहर उसके जाते ही सेमेंथा मुस्कुरा के गायब हो गई....
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जारी रहेगा![]()
Dhamakedaar update diya hai bhai suspense rakha hai next update ka intezar rahegaUPDATE 16
एक लड़की अपने कमरे में बनी गैलरी में खड़ी होके नीचे देख रही थी जहां सुंदर सा फूलों का बगीचा बना हुआ था उसके आस पास हर जगह हरि हरि घास उगी हुई थी बीच में एक छोटा सा पानी से भरा तालाब को तरह बना हुआ था जिसमें सुंदर सुंदर छोटी छोटी मछलियां खेल रही थी तभी उस लड़की ने देखा बगीचे से थोड़ी दूर पे बने द्वार को जो खुल रहा था तभी उस द्वार से एक आदमी आ रहा था अपने कुछ सैनिकों के साथ उसे देख लड़की के चेहरे पर मुस्कान आ गई और वो अपने कमरे से निकल सीडीओ से नीचे आके एक बड़े से हाल से होते हुए सीधा उस आदमी के पास गई जैसे ही वो उसके पास गई तभी...
आदमी – (लड़की को दौड़ते हुए अपने पास आते देख मुस्कुरा के) अरे अरे आराम से मेरी प्यारी बहना इतनी भी क्या जल्दी तुम्हे...
लड़की – (आदमी से) क्या हुआ भईया क्या बात हुई आपकी बताईये ना...
आदमी – (मुस्कुरा के) होना क्या है वही हुआ जो मेरी बहन चाहती है...
लड़की – (खुश होके) सच में भइया रानी मा मान गई...
आदमी – (मुस्कुरा के) भला ऐसा हो सकता है मेरी बहन कुछ मांगे और मै मना कर दूं उसे..
लड़की – (खुश होके अपने भाई के गले लग गई) आप दुनिया के सबसे अच्छे भाई हो मेरे भईया...
आदमी – (मुस्कुरा के) अरे बस बस शीना अब जल्दी से तैयारी करनी है शादी की रानी मा ने कहा है अगले हफ्ते शादी हो जाएगी तुम्हारी आरव से...
शीना – अगले हफ्ते...
आदमी – (मुस्कुरा के) ज्यादा जल्दी है ना तुम कहो तो रानी मा को बोल के अगले साल का मुहूर्त निकलवा देता हूँ...
शीना – (गुस्सा दिख के) नरेंद्र भइया आप भी न ये कोई बात नहीं होती मै कब से इंतजार में हूँ और आप हो के और देर करने की बात कर रहे हो...
नरेंद्र – (हस्ते हुए) मुझे तो पता नहीं था मेरी बहन को इतनी जल्दी है शादी की वर्ना मैं रानी मा को बोल के आज ही शादी कर देता तेरी आरव के साथ...
शीना – इतने साल से इस दिन का इंतजार किया है मैने भईया...
नरेंद्र – हा मै जनता हूँ मेरी बहन तेरी बेचनी को बस अगले हफ्ते की बात है उसके बाद तुम अपने आरव के साथ होगी लेकिन....
शीना – लेकिन क्या भईया....
नरेंद्र – शीना एक बात बताओ आरव तो ठीक लेकिन क्या तुम परी , एंजिला और लीजा के साथ रह पाऊंगी क्योंकि उस दिन तुम्हारे साथ उन दोनों की भी शादी होगी आरव से....
शीना – (मुस्कुरा के) मै परी , एंजिला और लीजा को जानती हु भईया वो बहुत अच्छी लड़की है वो भी आरव से उतना प्यार करती है जितना कि मै , आप बिल्कुल भी फिक्र ना करे भईया देखना आप आपकी बहन शीना बहुत खुश रहेगी...
और फिर शादी के वक्त जहां परी , शीना , लीजा और एंजिला दुल्हन के जोड़ने मंडप में होती है तब शीना अपने साथ लीजा, एंजिला और परी को देखती है लेकिन उसे तीनों के चेहरे धुंधले से दिखते है शीना कोशिश करती है ताकि तीनों का चेहरा ठीक से देख सके लेकिन नहीं देख पाती तभी मंडप में दूल्हा आता है जिसे चारों देखते है तभी शीना जैसे ही देखती है दूल्हे को उसकी आंखे बड़ी हो जाती है और तब....
कविता – (नींद से झटके से जाग के) ये कैसा सपना था मेरी शादी हो रही है और दूल्हा साहिल की तरह दिख रहा था लेकिन मुझे शीना नाम से क्यों बुलाया जा रहा था ये क्या हो रहा था क्या सच में मेरी शादी साहिल भाई से हो रही थी तो बाकी की तीन लड़कियां कौन थी कौन है ये लीजा, एंजिला और परी इनका चेहरा क्यों नहीं दिख रहा था मुझे और कौन था मेरा वो भाई...
नींद से जागने के बाद कविता को बड़ी बेचनी हो रही थी इस बात से उसे समझ नहीं आ रहा था कि आखिर ये कैसा सपना था जो उसने देखा...
खेर जब ये सब हो रहा था उससे पहले एक कमरे में साहिल और कमल सो रहे थे तभी साहिल नींद में सपना देख रहा था जिसमें वो एक कमरे में आता है तब...
साहिल – क्या बात है परी आज तुम बहुत खुश लग रही हो...
परी – (साहिल के पास आके) मै तो हमेशा से खुश रहती हु लेकिन आज आपको ऐसा क्यों लगा....
साहिल – (परी को गले लगा के) कुछ नहीं मुझे लगा सो कह दिया...
परी – (साहिल के गले से अलग होने की कोशिश करते हुए) हटिए अब मै बहुत थक गई हु सोने दीजिए मुझे...
साहिल – (परी के गले लगे हुए) बस कुछ देर रहने दो ऐसे ही परी तुम्हारे गले लगते ही मुझे बहुत सुकून मिलता है जैसे शरीर को अजीब सी शांति मिलती है मेरे दिल को ऐसे लगता है बस तुम्हारी गोद में सिर रख के चैन से सोता रहूं जैसे अपनी मां गोद में हूँ...
परी – (मुस्कुरा के अलग होते हुए) आपको मना किसने किया है (साहिल का हाथ पकड़ बेड में बैठ के साहिल के सिर को अपनी गोद में रख उसके सिर पे हाथ फेरते हुए) मुझे भी अच्छा लगता है जब आप मेरी गोद में सिर रख के लेटे रहते है मन शांत हो जाता है मेरा भी...
साहिल – (आंख बंद कर परी के गोद में सिर रखे हुए बोलता है) परी एक बात कहूं...
परी – हम्ममम कहिए....
साहिल – सभा में मा के लिए मेरी शादी के फैसले से आपको एतराज तो नहीं...
परी – बिल्कुल नहीं मा ने जो किया सोच समझ के किया है फैसला मा कभी अपने बच्चों का बुरा नहीं चाहेगी...
साहिल – क्या तुम्हे लगता है तीन शादी होने के बाद उनका तुम्हारे प्रति व्यवहार कही गलत हुआ तो...
परी – (मुस्कुरा के) ऐसा कुछ नहीं होगा...
साहिल – और ऐसा क्यों...
परी – क्योंकि मुझे विश्वास है खुद पे और आप पर भी देखना हम चारों बहने बन के एक साथ रहेगी हम चारों का प्रेम आपके लिए कभी कम नहीं होगा...
साहिल – (परी की बाते सुन के) परी मै वादा करता हु तुमसे हमेशा ऐसे ही प्यार करता रहूंगा भले ही परिस्थिति कैसी भी हो....
परी – (मुस्कुरा के) अच्छा सोच लीजिए कही मुझे भूल गए तो...
साहिल – (मुस्कुरा के) सोच लिया मेरी जान तुम्हे मै कभी नहीं भूल सकता हूँ और अगर कभी ऐसा हुआ तो तुम मुझे हमारा प्यार याद दिला देना कि मैं क्या हूँ तुम्हारा...
परी – अच्छा भला आपसे जबरदस्ती कैसे कर सकती हूँ मै आप तो बहुत ज्यादा ताकतवर हो...
साहिल – लेकिन तुम्हारे प्यार से ज्यादा ताकत कहा मेरी जान...
दोनों मुस्कुरा के गले लग जाते है...
तभी फोन की घंटी बजने लगती है जिससे साहिल की नींद खुल जाती है तब...
साहिल – (नींद से जाग के गुस्से में) इसकी मां का कितना अच्छा सपना देख रहा था मादरचोंद कौन अपनी मां चुदवा रहा इस वक्त...
तभी मोबाइल को देख जिसमें घंटी बज रही थी स्क्रीन में नाम देख फिर गुस्से में कमल को देख के...
साहिल – (कमल को नींद से उठाते हुए) उठ बे तेरा फोन बज रहा है...
जब कमल नहीं उठता तो कमल के पिछवाड़े पे लात मारता है जिससे कमल नींद में ही बेड से नीचे गिर जाता है तब....
कमल – (दर्द में) आई इसकी मां का कौन है बे जो सुबह सुबह अपनी गांड़ मराने आ गया...
साहिल – चुप बे साले तेरे फोन के चक्कर में मेरी नींद खराब हो गई और तू सो रहा है देख तेरा फोन बज रहा है....
कमल – (गुस्से में फोन को) तेरी मां का चूत मारू साला रण्डी की औ...
तभी फोन की स्क्रीन पर नाम देख बीच में चुप हो जाता है कमल और मुस्कुरा के फोन उठा के...
कमल – हेल्लो कैसी हो अवनी...
साहिल – (धीरे से) आए भोसड़ीके...
कमल – (साहिल को धीरे से) चुप कर यार प्लीज....
अवनी – मै तो ठीक हूँ तुम बताओ क्या कर रहे हो चलना नहीं है जॉगिंग में भूल गए क्या कल बोला था मैने...
कमल – अरे ऐसे कैसे भूल सकता हूँ बस 5 मिनिट में आया मै...
अवनी – ठीक है जल्दी आ जाओ हॉल में इंतजार कर रही हूँ मै...
बोल के कॉल कट कर दिया दोनों ने तब...
कमल – (मुस्कुरा के साहिल से) चल भाई जल्दी से तैयार होजा वॉक पर चलते है हम....
साहिल – हम से क्या मतलब है तेरा बे तू अकेले जा समझा.....
कमल – चल ना यार क्यों भाव खा रहा है वैसे भी कल शादी है उसके बाद तो हम दोनों तेरे घर में होगे लेकिन इतनी आजादी नहीं होगी बे चल आ यार...
साहिल – चल ठीक है ठीक है चलता हूँ मै...
बोल के दोनों फ्रेश होके तैयार होके नीचे हाल में आ जाते है जहां हवेली के गेट में अवनी खड़ी होती है तब...
धीरेन्द्र – (साहिल और कमल को देख) क्या बात है बेटा आज जल्दी जाग गए....
साहिल – हा दादा जी हम लोग बाहर वॉक पर जा रहे है...
धीरेन्द्र – अच्छा अच्छा ठीक है जाओ वॉक करके आ जाओ जल्दी आज बहुत काम है...
साहिल – हा दादा जी जल्दी आते है हम...
बोल के निकल गए दोनों साथ में अवनी भी बाहर आके कमल और अवनी आपस में बात करते हुए चलने लगे वही साहिल धीरे धीरे दोनों के पीछे चल रहा था ताकि अवनी से बात न हो जबकि अवनी कोशिश कर रही थी को शायद बात हो जाय साहिल से लेकिन साहिल मौका नहीं दे रहा था तब...
अवनी – (वॉक करते हुए कमल से) कमल ये साहिल भाई पीछे क्यों चल रहे है बोलो न साथ में चले हमारे....
कमल – तुम जानती हो अवनी और मैने भी तुम्हे कहा था थोड़ा वक्त दो उसे भी यार एक दम से ऐसा होना इतना भी आसान नहीं है ये...
अवनी – हम्ममम मैने सोचा शायद आज बात हो जाय भाई से मेरी...
कमल – चिंता मत करो यार रात में पार्टी है तब ट्राई करना तुम...
ये दोनों तो वॉक करते करते अपनी बाते कर रहे थे जबकि साहिल पीछे अकेले था मन में सेमेंथा को याद कर रहा था तभी साहिल के पीछे से....
लड़की – तो इतनी सुबह सुबह क्या हो रहा है...
साहिल – (अपने पीछे सेमेंथा को देख) आ गई तुम मै सोच ही रहा था तुम्हारे बारे में...
सेमेंथा –(मुस्कुरा के) तुमने याद किया मै आ गई....
साहिल – सच में मेरे याद करते ही तुम आई हो...
सेमेंथा – हा साहिल जब भी तुम मुझे याद करोगे अपने साथ पाओगे...
साहिल – (मुस्कुरा के) तब तो मै हमेशा तुम्हे याद करता रहूंगा ताकि तुम हमेशा मेरे साथ ऐसे ही रहो....
सेमेंथा – वो तो वैसे भी मै रहूंगी तुम्हारे साथ हमेशा....
साहिल – आज रात पार्टी है मै तुम्हे मिल वाऊगा अपनी दादी और कमल से बहुत खुश होगे दोनों तुमसे मिल के....
सेमेंथा – तुम चाहते हो मै सबके सामने आऊं....
साहिल – हा लेकिन आज रात को जब मै कहूं तुमसे तब....
सेमेंथा –(मुस्कुरा के) ठीक है मै इंतजार करूगी साहिल....
बोल के ये दोनों भी वॉक करने लगे साथ में कुछ देर बाद ये लोग हवेली वापस आ गए आते ही...
दादी – (साहिल , कमल और अवनी को साथ देख) कहा से आ रहे हो तुम तीनों...
कमल – दादी हम लोग वॉक पर गए थे वहीं से आ रहे है....
दादी – अच्छी बात है चलो जल्दी से तैयार हो जाओ तुम लोग नाश्ता लगने वाला है...
बोल के अवनी चली गई और साहिल भी निकल गया कमरे में तैयार होने के लिए तभी कमल रुक गया दादी के पास जहां दादी सुनीता और अमृता से बात कर रही थी तब....
कमल – (दादी से) दादी आपसे एक जरूरी काम है मुझे....
दादी – हा बोलो ना क्या काम है...
कमल – मैने एक प्लान बनाया है आज रात को पार्टी के लिए....
सुनीता – कैसा प्लान कमल...
कमल – वो मा मै सोच रहा था क्यों ना आज रात की पार्टी में कुछ ऐसा करे कि साहिल गाना गाय...
सुनीता – मतलब क्या मै समझी नहीं....
दादी – (सुनीता को रोक के) एक मिनिट सुनीता , हा कमल बात क्या है पहले वो बता उसके बाद...
जिसके बाद कमल सारी बात बताता है कैसे शिवानी , पायल , सुरभि , शबनम और रचना से बात हुई थी सारी बात बता के...
कमल – दादी प्लीज....
दादी – (मुस्कुरा के) तो तू ये सब शबनम और पायल के लिए कर रहा है....
कमल – जी दादी पहली बार मेरी बहनों ने कुछ मांगा है कैसे मना कर दूं...
दादी – (मुस्कुरा के कमल के गाल पर हाथ फेर के) ठीक है तुझे जो करना है कर ले मै साथ हूँ तेरे....
कमल – (खुश होके) थैंक यूं दादी...
बोल के दादी आगे चली गई जबकि...
सुनीता – अगर बेटियों को सरप्राइस ना देना होता तो अभी सबके सामने तुझे गले लगा लेती...
कमल – (धीरे से) कोई बात नहीं मां ऐसा मौके मिलेगा आपको...
मुस्कुराते हुए सुनीता चली गई वहां से और कमल अपने कमरे की तरफ साहिल और कमल तैयार होके नीचे आ गए नाश्ते के लिए जैसे ही कुर्सी में बैठने जा रहे थे तभी 2 गाड़ियों के रुकने के आवाज आई जिसे सुन सबका ध्यान हवेली के गेट की तरफ गया जहा से रनवीर अन्दर आ रहा था तभी सबका ध्यान रनवीर पर गया साथ उसके बॉडीगार्ड पर जिन्हें रनवीर ने हवेली के गेट पर रोक दिया था तभी रनवीर का ध्यान साहिल की तरफ गया जिसे देख रनवीर हैरान होगया जबकि रनवीर को देख सुमन और कविता दोनों के चेहरे पर गुस्सा और नफरत साफ छलक रहे थे जिसे दादी देख के हल्का मुस्कुरा रही थी जबकि साहिल तो इस तरह खड़ा था जैसे उसे इन सबसे मतलब ही ना हो तभी...
रनवीर – (साहिल से) तू अभी तक यहां पर है....
साहिल – (मुस्कुरा के) ये बात आप अपने को बता रहे हो या मुझे बता रहे हो....
धीरेन्द्र – (बीच में आके रनवीर से) रनवीर जैसा तुम समझ रहे हो वैसा कुछ नहीं है (अपने साथ कमरे में ले जाते हुए) चलो तुमसे कुछ बात करनी है मुझे...
बोल के रनवीर को अपने साथ लेके निकल गया धीरेन्द्र उसके जाते ही सभी लोग बैठ के नाश्ता करने लगे जहां दादी , साहिल , कमल , सुमन और कविता को छोड़ के बाकी के लोगों के दिल में एक डर सा आ गया था रनवीर को देख के की कही रनवीर कुछ कर ना दे साहिल के साथ क्योंकि उस रात रनवीर तो चला गया था उसके बाद ही पता चला था सबको सच का जबकि रनवीर को किसी ने बताया नहीं था इस बारे में लेकिन वही एक लड़की और थी जो रनवीर को देख उसकी आंखों में गुस्सा साफ झलक रहा था वो थी सेमेंथा जिसे कोई देख नहीं सकता था साहिल के सिवा अब सेमेंथा को गुस्सा क्यों था पता नहीं खेर जैसे ही सबका नाश्ता खत्म हुआ सब उठ गए थे तब साहिल और कमल इंतजार कर रहे थे धीरेन्द्र का तभी कमरे का दरवाजा खुला धीरेन्द्र और रनवीर बाहर आए जहां धीरेन्द्र मुस्कुरा रहा था वही रनवीर चुप चाप था सबके पास आते ही....
रनवीर – (साहिल से) सुनो लड़के....
साहिल – आपने मुझे कुछ कहा...
रनवीर – हा तुम्ही से बोल रहा हूँ मेरा सामान उठा के कमरे में रख दो....
साहिल – (रनवीर के सामने आके) मेरा एक नाम भी है मिस्टर जैसे आपका नाम है उसी तरह...
रनवीर – अच्छा क्या नाम है तेरा....
साहिल – साहिल....
रनवीर – (मुस्कुरा के) क्यों बाप का नाम नहीं है क्या....
साहिल – (मुस्कुरा के) मेरा पूरा नाम साहिल प्रताप सरला सिंह है और मुझे यकीन है आपको तस्सली हो गई है...
रनवीर –(जवाब सुन हसी रोक के) हम्ममम जाके मेरा सामान कमरे में रख दो....
कमल – (रनवीर के सामने आ मुस्कुरा के) जरूर रख देके सर जी लेकिन क्या है ना हमें और भी जरूरी काम है जैसे कि कल शादी है उसकी काफी तैयारी करनी है तो आप अपने बॉडीगार्ड से करवा लीजिए ये काम...
साहिल – (कमल से) अबे पागल है क्या जरा भी मैनर्स है कि नहीं तुझमें यही पढ़ाई लिखाई की है तूने अबे जरा इनको गोर से देख इनकी उमर का ख्याल कर यार बेचारे कैसे 4 बैग उठाएंगे कैसे ले जाके कमरे में रखेंगे तुझे तो जरा भी समझ नहीं है मदद कर देते है बेचारे बुजुर्ग की वर्ना शादी में कैसे शामिल होगे अगर समान उठाएंगे तो पैर और कमर दर्द के कारण शादी के वक्त भी कमरे में आराम करते रहेंगे दर्द लेके...
बोल के साहिल और कमल मुस्कुराने लगे तब...
कमल – (साहिल से) अरे हा यार माफ करना मेरी अकल घास चाटने चली गई थी चल अभी मदद कर देते है (रनवीर को देख) बुजुर्ग अंकल की...
रनवीर – (गुस्से में) शादी में काम करने के लिए आए हो वही करो ज्यादा ज्ञान मत बाटो....
रनवीर की बात सुन कमल गुस्से में तुरंत बैग नीचे रख रहा था तभी...
साहिल – (कमल से) अरे परेशान मत हो , तू बैग लेके चल मै अभी आता हु (रनवीर से) शादी में काम करने जरूर आए है वो भी दादा जी के लिए आपके बैग उठाने के लिए नहीं वैसे आप मेहमान बन के आए हो ऊपर से बुजुर्ग इसीलिए इतना कर दे रहे है ठीक है शादी को एंजॉय करो बस आप...
बोल के मुस्कुराते हुए साहिल बैग लेके जाने लगा तभी....
सुमन – (साहिल से) ये बैग नीचे वाले कमरे में रख देना प्लीज...
सुमन की बात सुन साहिल और कमल रुक गए तभी...
रनवीर – नीचे कमरे में क्यों ऊपर अपने कमरे में रखने दो....
सुमन – ऊपर वाले कमरे में मै , कविता और निधि है इसीलिए....
रनवीर – ठीक है...
बात सुन साहिल और कमल ने नीचे वाले कमरे में रख दिया समान और बाहर चले गए धीरेन्द्र के साथ लेकिन जब ये सब हो रहा था उस वक्त रनवीर का इस तरह से साहिल से बात करना सुमन और कविता को काटे कि तरह चुभ रहा था लेकिन जब साहिल ने रनवीर को अपना पूरा नाम बताया उससे सुमन को जिसे दिल में तकलीफ सी हुई इस बीच में कमल ने सामने आके रनवीर को जो जवाब दिया उससे दोनों को अच्छा लगा लेकिन जब साहिल ने रनवीर से जो बोला उसके बाद सुमन और कविता की जैसे हसी नहीं रुक रही थी सबके सामने खुल के हस नहीं पा रहे थे इसीलिए सिर नीचे करके हस रहे चुपके से जबकि दादी के चेहरे पर एक कुटिल मुस्कान थी जैसे किसी खिलाड़ी ने अपना खेल जीत लिया हो खेर इसके बाद इस तरफ...
रनवीर – (सुमन से) सुमन सुनो जरा , मुझे तुमसे एक जरूरी बात करनी है...
सुमन – (जो दादी और बाकी औरते के साथ खड़ी थी) अभी मै खाली नहीं हूँ बाद में...
जिसके बाद रनवीर ने कुछ नहीं बोला और कमरे में चला गया...
अमृता – (सुमन से) क्या हुआ सुमन तू गई क्यों नहीं भइया के साथ शायद कुछ जरूरी काम होगा....
सुमन – हम्ममम कोई बात नहीं दीदी बाद में चली जाऊंगी बात करने...
बोल के सुमन फोन मिलाने लगी किसी को तब...
दादी – किसे फोन कर रही हो....
सुमन – वो मा घर में फोन कर रही हूँ लता (घर को नौकरानी) को ताकि साहिल के कमरा सही कर दे...
दादी – (मुस्कुरा के) ठीक है...
तभी सुमन फोन पर बात करने लगती है...
सुमन – (कॉल पे) हेलो लता...
लता – जी दीदी...
सुमन – लता एक काम कर दे ऊपर कविता के कमरे के बगल वाले दोनों कमरे अच्छे से सफा कर दे...
लता – कोई मेहमान आ रहे है दीदी....
सुमन – नहीं लता मेरा बेटा आ रहा है मेरे साथ....
लता – (हैरानी से) आपका बेटा दीदी आप सच बोल रहे हो ना साहिल आ रहा है ना दीदी....
सुमन – हा लता ये सच है साहिल को लारही हूँ अपने साथ हमेशा के लिए वापस अपने घर में....
लता – (खुश होके) वाह दीदी आपने तो सच में बहुत बड़ी खुश खबरी दी है लेकिन दीदी दो कमरे क्यों....
सुमन – लता वो सब जाने दे बस ध्यान से सुन बात को कविता के बगल वाला कमरा साफ कर दे फिर मेरे कमरे में जाके मेरा सारा सामान लाके उसमें रख दे फिर उसके बगल वाला कमरा साफ कर दे उसमें साहिल रहेगा और हा मै भइया से बोल दे रही हूँ बाकी के कमरों की तरह साहिल के कमरे में सारी सुविधा के समान के लिए कल तक आ जाएगा बस तू अच्छे से सेट करवा देना सब कुछ...
लता – हा दीदी सब हो जाएगा लेकिन दीदी बाकी सब ठीक है ना...
सुमन – हा लता सब ठीक है तू बस ये काम कर दे मेरा और हा किसी से कुछ भी कहने की जरूरत नहीं है मै खुद बात कर लूंगी सबसे...
लता – ठीक है दीदी...
बोल के कॉल कट कर दिया उसके बाद...
सुनीता – (सुमन से) क्या बात है सुमन तुमने ऐसा क्यों कहा लता से...
सुमन – कुछ नहीं दीदी बस किसी तरह साहिल के करीब रहना चाहती हूँ मै...
सुनीता – हम्ममम ठीक है (तभी सुमन को गौर से देख के) अरे सुमन तेरा मंगलसूत्र और मांग में सिंदूर क्यों नहीं लगाया...
सुमन – हा वो शायद जल्दी बाजी में ध्यान नहीं रहा होगा दीदी अच्छा दीदी मै आती हूँ राजेश भईया से मिल के ताकि घर का सामान आ जाएं तभी कल तक सेट हो पाएगा क्योंकि परसो जाना है घर पर सबको....
बोल के सुमन चली गई राजेश के पास क्योंकि सुमन समझ गई थी कही सुनीता और सवाल करे इससे पहले वहां से हटना सही रहेगा खेर राजेश के पास आके उसे सारी बात बता दी जिसके बाद....
राजेश – हम्ममम ठीक है सुमन मै अभी बात करता हु आज ही सारी जरूरत का सामान आ जाएगा घर में...
सुमन – ठीक है भईया बस एक बात और कहनी है भईया आपसे...
राजेश – हा बोलो ना सुमन....
सुमन – भइया बस आपसे एक रिक्वेस्ट है आप ये बात रनवीर से मत कहिएगा...
राजेश – हम्ममम समझ सकता हूँ मै रनवीर गरम दिमाग का है तुम परेशान मत हो मै उसे नहीं बताऊंगा इस बारे में....
जिसके बाद सुमन चली गई बाकी औरते के पास उसके जाते ही राजेश ने फोन पर बात करके घर के सामान के बारे में बोल दिया , खेर आज पार्टी का दिन था जिस वजह से साहिल और कमल तेजी से काम में लगे थे आज काम में उनका साथ अवनी और खुशी दे रही थी ताकि साहिल से बात करने का मौका मिल जाए उन्हें लेकिन ऐसा कुछ ना हुआ क्योंकि पार्टी की तैयारी में साहिल को खुद अपने लिए मौका नहीं मिल रहा था और करीब 3 घंटे के बाद ये चारों थके हारे पसीने से लथपथ होके हवेली के अन्दर आ रहे थे तभी....
अवनी – यार मै जा रही हो नहाने बहुत गर्मी लग रही है...
खुशी – (शिवानी से) दीदी मै आपके कमरे में जा रही हूँ नहाने प्लीज आप मेरे कपड़े ला दो...
शिवानी – ठीक है मै लाती हु...
जबकि इधर साहिल और कमल हाल से सीढ़ियां चढ़ते हुए कमरे में जा रहे थे तभी हाल में बैठे सभी औरते देख रही थी दोनों को तब...
सुमन – (कविता से) कविता जल्दी से जाके फ्रिज से बर्फ की ट्रे लेके आ थके हुए आए है बाहर से दोनों ठंडा पानी से राहत मिलेगी उनको...
बात सुन के कविता ट्रे लेके आई जिसे सुमन ने बड़े जग में बर्फ और पानी मिला के लेके जाने लगी साहिल के कमरे में जबकि साहिल कमल कमरे में आते ही पंखा चालू कर दिया तब...
साहिल – अरे यार कौन कहेगा कि सर्दी का वक्त शुरू हो रहा है साला हमारी हालत तो ऐसी है जैसे सर्दी नहीं गर्मी चल रही है ऊपर से ये पंखा भी मारा हुआ चल रहा है यार....
कमल – अरे यार तू ये बाते कर रहा है साला मै तो कसम खा के बोलता हु आज के बाद गांव की शादी तो दूर उसकी तैयारी में भी ना जाऊ मै बहनचोद काम भी कौन सा मिला मुझे लाइट लगाने वाला साला दिमाग की मा चूद गई मेरे कितनी दूर तक लाइट लगवा के आया हु यार मै...
साहिल – हा यार गांव की शादी सच बहुत अजीब होती है बे वैसे एक बात तूने देखी...
कमल – क्या यार फिर से कुछ हुआ है क्या...
साहिल – नहीं बे उस रात के बाद मै देख रहा हूँ रागिनी चाची को कोई उनसे बात नहीं कर रहा है और वो भी बस हर वक्त शादी के काम में लगी रहती है बिना किसी की परवाह के कोई उनसे बात कर रहा है कि नहीं...
कमल – हा यार मैने भी देखा वो सोनम पूनम भी अपनी मां के साथ हे रहती है बाहर दिखती नहीं किसी के साथ और रागिनी चाची भी रात में अपनी बेटी के साथ सोती है अलग कमरे में....
साहिल – हम्ममम देखा कमल अकेले होने पर क्या होता है जब सब आपके साथ हो लेकिन साथ होके भी साथ न हो आपके उस रात जो हुआ उससे पहले यही सब मेरे साथ होता था और आज , मादरचोद ये किस्मत भी एक रण्डी की तरह है किसी की नहीं होती....
कमल – जाने दे यार क्या कर सकते है हम बेचारे राघव चाचा भी कौन सा हवेली में रुक रहे है बस एक दो बार आते है काम करके निकल जाते है खाना तक नहीं खाते है हवेली में...
साहिल – हम्ममम जाने दे यार किसी के फटे में टांग अड़ाने का क्या फायदा , यार बहुत प्यास लग रही है पानी ला दे ना यार....
साहिल की बात सुन कमल कुछ बोलता तभी कमरे में सुमन आ गई ठंडा पानी लेके जो कि बाहर खड़ी होके साहिल और कमल की सारी बाते सुन रही थी तभी सुमन अन्दर आई जिसे देख....
कमल – (सुमन को देख के) अरे आप...
सुमन – (हल्का मुस्कुरा के) हा थके हुए आए हो बाहर से मुझे लगा प्यास लगी होगी इसीलिए ठंडा पानी लेके आ गई (पानी देते हुए) ये लो...
कमल ने पहले लेके पी लिया पानी लेकिन साहिल नहीं ले रहा तब कमल ने इशारा किया तो साहिल ने पानी लेके पीने लगा जिसके बाद...
कमल – (सुमन से) थैंक यूं सच में बहुत जोर की प्यास लगी थी...
साहिल – (कमल की तरह) थैंक यूं...
बोल के चुप हो गया जिसके बाद...
सुमन – (मुस्कुरा के) अभी 6 बजे है आराम कर लो 7 बजे पार्टी शुरू होगी तैयार होके नीचे आ जाना...
कमल – जी ठीक है....
बोल के सुमन चली गई...
कमल – अब कुछ बोलना है तुझे....
साहिल – बस तू जाके नहा ले फिर मै जाता हु नहाने समझा पार्टी में चलना है...
कमल – हा वो तो है ठीक है तैयार होके आता हूँ...
बोल के कमल चला गया नहाने या। तक साहिल पंखे के नीचे लेटा था तभी...
सेमेंथा – साहिल क्या हुआ तुम्हे.….
साहिल – कुछ नहीं यार बहुत थका हुआ हूँ मै और तुम कहा गायब हो जाती हो यार...
सेमेंथा – साहिल मुझे तुमसे एक जरूरी बात करनी है....
साहिल – मुझे भी तुम्हे एक बात बतानी है पहले मेरी सुनो तुम 7 बजे पार्टी शुरू होगी तुम पार्टी में आ जाना सबके सामने मै तुम्हे मिलूंगा वही पर फिर दादी और कमल से मिल वाऊगा तुम्हे...
सेमेंथा – लेकिन मेरी बात...
साहिल – अरे कोई बात नहीं सेमेंथा पार्टी के वक्त बात करेंगे हम चिंता मत करो तुम...
सेमेंथा – ठीक है...
तभी कमल बाथरूम से बाहर आके...
कमल – (साहिल से) अबे क्या बोले जा रहा है बे तू दीवारों से बाते कर रहा है क्या चल जा नहा ले जल्दी से...
कमल की बात सुन साहिल ने सेमेंथा की तरफ देख हल्का हस के बाथरूम में जाने लगा नहाने के लिए दरवाजा बंद कर जैस ही साहिल ने शॉवर चालू किया तभी पलट के देखा अपने सामने सेमेंथा को...
साहिल – (मुस्कुरा के) तुम्हे भी नहाना है...
सेमेंथा –(मुस्कुरा के) सोच यही रही हूँ मै...
साहिल – सोच लो कही फायदा ना उठा लू मै तुम्हारा....
सेमेंथा – (मुस्कुरा के) उठा लो रोका किसने है....
साहिल – (मुस्कुरा के) आज नहीं ये मौका हमे बहुत बार मिलेगा आज थोड़ा जल्दी में हूँ पार्टी में इंतजार कर रहे होगे दादी और दादा जी...
शॉवर के नीचे दोनों खड़े होके एक दूसरे को चूम के नहाने लगे दोनों क्योंकि पार्टी का समय हो रहा था इसीलिए दोनों ने जल्दी से नहा के निकल आए बाहर आते ही देखा कमल जा चुका था कमरे से बाहर पहले से तब...
साहिल – (सेमेंथा से) मै तैयार होके नीचे जा रहा हूँ तुम जल्दी आ जाना ठीक है...
बोल के साहिल तैयार होके निकल गया कमरे के बाहर उसके जाते ही सेमेंथा मुस्कुरा के गायब हो गई....
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जारी रहेगा![]()
Nice update broUPDATE 16
एक लड़की अपने कमरे में बनी गैलरी में खड़ी होके नीचे देख रही थी जहां सुंदर सा फूलों का बगीचा बना हुआ था उसके आस पास हर जगह हरि हरि घास उगी हुई थी बीच में एक छोटा सा पानी से भरा तालाब को तरह बना हुआ था जिसमें सुंदर सुंदर छोटी छोटी मछलियां खेल रही थी तभी उस लड़की ने देखा बगीचे से थोड़ी दूर पे बने द्वार को जो खुल रहा था तभी उस द्वार से एक आदमी आ रहा था अपने कुछ सैनिकों के साथ उसे देख लड़की के चेहरे पर मुस्कान आ गई और वो अपने कमरे से निकल सीडीओ से नीचे आके एक बड़े से हाल से होते हुए सीधा उस आदमी के पास गई जैसे ही वो उसके पास गई तभी...
आदमी – (लड़की को दौड़ते हुए अपने पास आते देख मुस्कुरा के) अरे अरे आराम से मेरी प्यारी बहना इतनी भी क्या जल्दी तुम्हे...
लड़की – (आदमी से) क्या हुआ भईया क्या बात हुई आपकी बताईये ना...
आदमी – (मुस्कुरा के) होना क्या है वही हुआ जो मेरी बहन चाहती है...
लड़की – (खुश होके) सच में भइया रानी मा मान गई...
आदमी – (मुस्कुरा के) भला ऐसा हो सकता है मेरी बहन कुछ मांगे और मै मना कर दूं उसे..
लड़की – (खुश होके अपने भाई के गले लग गई) आप दुनिया के सबसे अच्छे भाई हो मेरे भईया...
आदमी – (मुस्कुरा के) अरे बस बस शीना अब जल्दी से तैयारी करनी है शादी की रानी मा ने कहा है अगले हफ्ते शादी हो जाएगी तुम्हारी आरव से...
शीना – अगले हफ्ते...
आदमी – (मुस्कुरा के) ज्यादा जल्दी है ना तुम कहो तो रानी मा को बोल के अगले साल का मुहूर्त निकलवा देता हूँ...
शीना – (गुस्सा दिख के) नरेंद्र भइया आप भी न ये कोई बात नहीं होती मै कब से इंतजार में हूँ और आप हो के और देर करने की बात कर रहे हो...
नरेंद्र – (हस्ते हुए) मुझे तो पता नहीं था मेरी बहन को इतनी जल्दी है शादी की वर्ना मैं रानी मा को बोल के आज ही शादी कर देता तेरी आरव के साथ...
शीना – इतने साल से इस दिन का इंतजार किया है मैने भईया...
नरेंद्र – हा मै जनता हूँ मेरी बहन तेरी बेचनी को बस अगले हफ्ते की बात है उसके बाद तुम अपने आरव के साथ होगी लेकिन....
शीना – लेकिन क्या भईया....
नरेंद्र – शीना एक बात बताओ आरव तो ठीक लेकिन क्या तुम परी , एंजिला और लीजा के साथ रह पाऊंगी क्योंकि उस दिन तुम्हारे साथ उन दोनों की भी शादी होगी आरव से....
शीना – (मुस्कुरा के) मै परी , एंजिला और लीजा को जानती हु भईया वो बहुत अच्छी लड़की है वो भी आरव से उतना प्यार करती है जितना कि मै , आप बिल्कुल भी फिक्र ना करे भईया देखना आप आपकी बहन शीना बहुत खुश रहेगी...
और फिर शादी के वक्त जहां परी , शीना , लीजा और एंजिला दुल्हन के जोड़ने मंडप में होती है तब शीना अपने साथ लीजा, एंजिला और परी को देखती है लेकिन उसे तीनों के चेहरे धुंधले से दिखते है शीना कोशिश करती है ताकि तीनों का चेहरा ठीक से देख सके लेकिन नहीं देख पाती तभी मंडप में दूल्हा आता है जिसे चारों देखते है तभी शीना जैसे ही देखती है दूल्हे को उसकी आंखे बड़ी हो जाती है और तब....
कविता – (नींद से झटके से जाग के) ये कैसा सपना था मेरी शादी हो रही है और दूल्हा साहिल की तरह दिख रहा था लेकिन मुझे शीना नाम से क्यों बुलाया जा रहा था ये क्या हो रहा था क्या सच में मेरी शादी साहिल भाई से हो रही थी तो बाकी की तीन लड़कियां कौन थी कौन है ये लीजा, एंजिला और परी इनका चेहरा क्यों नहीं दिख रहा था मुझे और कौन था मेरा वो भाई...
नींद से जागने के बाद कविता को बड़ी बेचनी हो रही थी इस बात से उसे समझ नहीं आ रहा था कि आखिर ये कैसा सपना था जो उसने देखा...
खेर जब ये सब हो रहा था उससे पहले एक कमरे में साहिल और कमल सो रहे थे तभी साहिल नींद में सपना देख रहा था जिसमें वो एक कमरे में आता है तब...
साहिल – क्या बात है परी आज तुम बहुत खुश लग रही हो...
परी – (साहिल के पास आके) मै तो हमेशा से खुश रहती हु लेकिन आज आपको ऐसा क्यों लगा....
साहिल – (परी को गले लगा के) कुछ नहीं मुझे लगा सो कह दिया...
परी – (साहिल के गले से अलग होने की कोशिश करते हुए) हटिए अब मै बहुत थक गई हु सोने दीजिए मुझे...
साहिल – (परी के गले लगे हुए) बस कुछ देर रहने दो ऐसे ही परी तुम्हारे गले लगते ही मुझे बहुत सुकून मिलता है जैसे शरीर को अजीब सी शांति मिलती है मेरे दिल को ऐसे लगता है बस तुम्हारी गोद में सिर रख के चैन से सोता रहूं जैसे अपनी मां गोद में हूँ...
परी – (मुस्कुरा के अलग होते हुए) आपको मना किसने किया है (साहिल का हाथ पकड़ बेड में बैठ के साहिल के सिर को अपनी गोद में रख उसके सिर पे हाथ फेरते हुए) मुझे भी अच्छा लगता है जब आप मेरी गोद में सिर रख के लेटे रहते है मन शांत हो जाता है मेरा भी...
साहिल – (आंख बंद कर परी के गोद में सिर रखे हुए बोलता है) परी एक बात कहूं...
परी – हम्ममम कहिए....
साहिल – सभा में मा के लिए मेरी शादी के फैसले से आपको एतराज तो नहीं...
परी – बिल्कुल नहीं मा ने जो किया सोच समझ के किया है फैसला मा कभी अपने बच्चों का बुरा नहीं चाहेगी...
साहिल – क्या तुम्हे लगता है तीन शादी होने के बाद उनका तुम्हारे प्रति व्यवहार कही गलत हुआ तो...
परी – (मुस्कुरा के) ऐसा कुछ नहीं होगा...
साहिल – और ऐसा क्यों...
परी – क्योंकि मुझे विश्वास है खुद पे और आप पर भी देखना हम चारों बहने बन के एक साथ रहेगी हम चारों का प्रेम आपके लिए कभी कम नहीं होगा...
साहिल – (परी की बाते सुन के) परी मै वादा करता हु तुमसे हमेशा ऐसे ही प्यार करता रहूंगा भले ही परिस्थिति कैसी भी हो....
परी – (मुस्कुरा के) अच्छा सोच लीजिए कही मुझे भूल गए तो...
साहिल – (मुस्कुरा के) सोच लिया मेरी जान तुम्हे मै कभी नहीं भूल सकता हूँ और अगर कभी ऐसा हुआ तो तुम मुझे हमारा प्यार याद दिला देना कि मैं क्या हूँ तुम्हारा...
परी – अच्छा भला आपसे जबरदस्ती कैसे कर सकती हूँ मै आप तो बहुत ज्यादा ताकतवर हो...
साहिल – लेकिन तुम्हारे प्यार से ज्यादा ताकत कहा मेरी जान...
दोनों मुस्कुरा के गले लग जाते है...
तभी फोन की घंटी बजने लगती है जिससे साहिल की नींद खुल जाती है तब...
साहिल – (नींद से जाग के गुस्से में) इसकी मां का कितना अच्छा सपना देख रहा था मादरचोंद कौन अपनी मां चुदवा रहा इस वक्त...
तभी मोबाइल को देख जिसमें घंटी बज रही थी स्क्रीन में नाम देख फिर गुस्से में कमल को देख के...
साहिल – (कमल को नींद से उठाते हुए) उठ बे तेरा फोन बज रहा है...
जब कमल नहीं उठता तो कमल के पिछवाड़े पे लात मारता है जिससे कमल नींद में ही बेड से नीचे गिर जाता है तब....
कमल – (दर्द में) आई इसकी मां का कौन है बे जो सुबह सुबह अपनी गांड़ मराने आ गया...
साहिल – चुप बे साले तेरे फोन के चक्कर में मेरी नींद खराब हो गई और तू सो रहा है देख तेरा फोन बज रहा है....
कमल – (गुस्से में फोन को) तेरी मां का चूत मारू साला रण्डी की औ...
तभी फोन की स्क्रीन पर नाम देख बीच में चुप हो जाता है कमल और मुस्कुरा के फोन उठा के...
कमल – हेल्लो कैसी हो अवनी...
साहिल – (धीरे से) आए भोसड़ीके...
कमल – (साहिल को धीरे से) चुप कर यार प्लीज....
अवनी – मै तो ठीक हूँ तुम बताओ क्या कर रहे हो चलना नहीं है जॉगिंग में भूल गए क्या कल बोला था मैने...
कमल – अरे ऐसे कैसे भूल सकता हूँ बस 5 मिनिट में आया मै...
अवनी – ठीक है जल्दी आ जाओ हॉल में इंतजार कर रही हूँ मै...
बोल के कॉल कट कर दिया दोनों ने तब...
कमल – (मुस्कुरा के साहिल से) चल भाई जल्दी से तैयार होजा वॉक पर चलते है हम....
साहिल – हम से क्या मतलब है तेरा बे तू अकेले जा समझा.....
कमल – चल ना यार क्यों भाव खा रहा है वैसे भी कल शादी है उसके बाद तो हम दोनों तेरे घर में होगे लेकिन इतनी आजादी नहीं होगी बे चल आ यार...
साहिल – चल ठीक है ठीक है चलता हूँ मै...
बोल के दोनों फ्रेश होके तैयार होके नीचे हाल में आ जाते है जहां हवेली के गेट में अवनी खड़ी होती है तब...
धीरेन्द्र – (साहिल और कमल को देख) क्या बात है बेटा आज जल्दी जाग गए....
साहिल – हा दादा जी हम लोग बाहर वॉक पर जा रहे है...
धीरेन्द्र – अच्छा अच्छा ठीक है जाओ वॉक करके आ जाओ जल्दी आज बहुत काम है...
साहिल – हा दादा जी जल्दी आते है हम...
बोल के निकल गए दोनों साथ में अवनी भी बाहर आके कमल और अवनी आपस में बात करते हुए चलने लगे वही साहिल धीरे धीरे दोनों के पीछे चल रहा था ताकि अवनी से बात न हो जबकि अवनी कोशिश कर रही थी को शायद बात हो जाय साहिल से लेकिन साहिल मौका नहीं दे रहा था तब...
अवनी – (वॉक करते हुए कमल से) कमल ये साहिल भाई पीछे क्यों चल रहे है बोलो न साथ में चले हमारे....
कमल – तुम जानती हो अवनी और मैने भी तुम्हे कहा था थोड़ा वक्त दो उसे भी यार एक दम से ऐसा होना इतना भी आसान नहीं है ये...
अवनी – हम्ममम मैने सोचा शायद आज बात हो जाय भाई से मेरी...
कमल – चिंता मत करो यार रात में पार्टी है तब ट्राई करना तुम...
ये दोनों तो वॉक करते करते अपनी बाते कर रहे थे जबकि साहिल पीछे अकेले था मन में सेमेंथा को याद कर रहा था तभी साहिल के पीछे से....
लड़की – तो इतनी सुबह सुबह क्या हो रहा है...
साहिल – (अपने पीछे सेमेंथा को देख) आ गई तुम मै सोच ही रहा था तुम्हारे बारे में...
सेमेंथा –(मुस्कुरा के) तुमने याद किया मै आ गई....
साहिल – सच में मेरे याद करते ही तुम आई हो...
सेमेंथा – हा साहिल जब भी तुम मुझे याद करोगे अपने साथ पाओगे...
साहिल – (मुस्कुरा के) तब तो मै हमेशा तुम्हे याद करता रहूंगा ताकि तुम हमेशा मेरे साथ ऐसे ही रहो....
सेमेंथा – वो तो वैसे भी मै रहूंगी तुम्हारे साथ हमेशा....
साहिल – आज रात पार्टी है मै तुम्हे मिल वाऊगा अपनी दादी और कमल से बहुत खुश होगे दोनों तुमसे मिल के....
सेमेंथा – तुम चाहते हो मै सबके सामने आऊं....
साहिल – हा लेकिन आज रात को जब मै कहूं तुमसे तब....
सेमेंथा –(मुस्कुरा के) ठीक है मै इंतजार करूगी साहिल....
बोल के ये दोनों भी वॉक करने लगे साथ में कुछ देर बाद ये लोग हवेली वापस आ गए आते ही...
दादी – (साहिल , कमल और अवनी को साथ देख) कहा से आ रहे हो तुम तीनों...
कमल – दादी हम लोग वॉक पर गए थे वहीं से आ रहे है....
दादी – अच्छी बात है चलो जल्दी से तैयार हो जाओ तुम लोग नाश्ता लगने वाला है...
बोल के अवनी चली गई और साहिल भी निकल गया कमरे में तैयार होने के लिए तभी कमल रुक गया दादी के पास जहां दादी सुनीता और अमृता से बात कर रही थी तब....
कमल – (दादी से) दादी आपसे एक जरूरी काम है मुझे....
दादी – हा बोलो ना क्या काम है...
कमल – मैने एक प्लान बनाया है आज रात को पार्टी के लिए....
सुनीता – कैसा प्लान कमल...
कमल – वो मा मै सोच रहा था क्यों ना आज रात की पार्टी में कुछ ऐसा करे कि साहिल गाना गाय...
सुनीता – मतलब क्या मै समझी नहीं....
दादी – (सुनीता को रोक के) एक मिनिट सुनीता , हा कमल बात क्या है पहले वो बता उसके बाद...
जिसके बाद कमल सारी बात बताता है कैसे शिवानी , पायल , सुरभि , शबनम और रचना से बात हुई थी सारी बात बता के...
कमल – दादी प्लीज....
दादी – (मुस्कुरा के) तो तू ये सब शबनम और पायल के लिए कर रहा है....
कमल – जी दादी पहली बार मेरी बहनों ने कुछ मांगा है कैसे मना कर दूं...
दादी – (मुस्कुरा के कमल के गाल पर हाथ फेर के) ठीक है तुझे जो करना है कर ले मै साथ हूँ तेरे....
कमल – (खुश होके) थैंक यूं दादी...
बोल के दादी आगे चली गई जबकि...
सुनीता – अगर बेटियों को सरप्राइस ना देना होता तो अभी सबके सामने तुझे गले लगा लेती...
कमल – (धीरे से) कोई बात नहीं मां ऐसा मौके मिलेगा आपको...
मुस्कुराते हुए सुनीता चली गई वहां से और कमल अपने कमरे की तरफ साहिल और कमल तैयार होके नीचे आ गए नाश्ते के लिए जैसे ही कुर्सी में बैठने जा रहे थे तभी 2 गाड़ियों के रुकने के आवाज आई जिसे सुन सबका ध्यान हवेली के गेट की तरफ गया जहा से रनवीर अन्दर आ रहा था तभी सबका ध्यान रनवीर पर गया साथ उसके बॉडीगार्ड पर जिन्हें रनवीर ने हवेली के गेट पर रोक दिया था तभी रनवीर का ध्यान साहिल की तरफ गया जिसे देख रनवीर हैरान होगया जबकि रनवीर को देख सुमन और कविता दोनों के चेहरे पर गुस्सा और नफरत साफ छलक रहे थे जिसे दादी देख के हल्का मुस्कुरा रही थी जबकि साहिल तो इस तरह खड़ा था जैसे उसे इन सबसे मतलब ही ना हो तभी...
रनवीर – (साहिल से) तू अभी तक यहां पर है....
साहिल – (मुस्कुरा के) ये बात आप अपने को बता रहे हो या मुझे बता रहे हो....
धीरेन्द्र – (बीच में आके रनवीर से) रनवीर जैसा तुम समझ रहे हो वैसा कुछ नहीं है (अपने साथ कमरे में ले जाते हुए) चलो तुमसे कुछ बात करनी है मुझे...
बोल के रनवीर को अपने साथ लेके निकल गया धीरेन्द्र उसके जाते ही सभी लोग बैठ के नाश्ता करने लगे जहां दादी , साहिल , कमल , सुमन और कविता को छोड़ के बाकी के लोगों के दिल में एक डर सा आ गया था रनवीर को देख के की कही रनवीर कुछ कर ना दे साहिल के साथ क्योंकि उस रात रनवीर तो चला गया था उसके बाद ही पता चला था सबको सच का जबकि रनवीर को किसी ने बताया नहीं था इस बारे में लेकिन वही एक लड़की और थी जो रनवीर को देख उसकी आंखों में गुस्सा साफ झलक रहा था वो थी सेमेंथा जिसे कोई देख नहीं सकता था साहिल के सिवा अब सेमेंथा को गुस्सा क्यों था पता नहीं खेर जैसे ही सबका नाश्ता खत्म हुआ सब उठ गए थे तब साहिल और कमल इंतजार कर रहे थे धीरेन्द्र का तभी कमरे का दरवाजा खुला धीरेन्द्र और रनवीर बाहर आए जहां धीरेन्द्र मुस्कुरा रहा था वही रनवीर चुप चाप था सबके पास आते ही....
रनवीर – (साहिल से) सुनो लड़के....
साहिल – आपने मुझे कुछ कहा...
रनवीर – हा तुम्ही से बोल रहा हूँ मेरा सामान उठा के कमरे में रख दो....
साहिल – (रनवीर के सामने आके) मेरा एक नाम भी है मिस्टर जैसे आपका नाम है उसी तरह...
रनवीर – अच्छा क्या नाम है तेरा....
साहिल – साहिल....
रनवीर – (मुस्कुरा के) क्यों बाप का नाम नहीं है क्या....
साहिल – (मुस्कुरा के) मेरा पूरा नाम साहिल प्रताप सरला सिंह है और मुझे यकीन है आपको तस्सली हो गई है...
रनवीर –(जवाब सुन हसी रोक के) हम्ममम जाके मेरा सामान कमरे में रख दो....
कमल – (रनवीर के सामने आ मुस्कुरा के) जरूर रख देके सर जी लेकिन क्या है ना हमें और भी जरूरी काम है जैसे कि कल शादी है उसकी काफी तैयारी करनी है तो आप अपने बॉडीगार्ड से करवा लीजिए ये काम...
साहिल – (कमल से) अबे पागल है क्या जरा भी मैनर्स है कि नहीं तुझमें यही पढ़ाई लिखाई की है तूने अबे जरा इनको गोर से देख इनकी उमर का ख्याल कर यार बेचारे कैसे 4 बैग उठाएंगे कैसे ले जाके कमरे में रखेंगे तुझे तो जरा भी समझ नहीं है मदद कर देते है बेचारे बुजुर्ग की वर्ना शादी में कैसे शामिल होगे अगर समान उठाएंगे तो पैर और कमर दर्द के कारण शादी के वक्त भी कमरे में आराम करते रहेंगे दर्द लेके...
बोल के साहिल और कमल मुस्कुराने लगे तब...
कमल – (साहिल से) अरे हा यार माफ करना मेरी अकल घास चाटने चली गई थी चल अभी मदद कर देते है (रनवीर को देख) बुजुर्ग अंकल की...
रनवीर – (गुस्से में) शादी में काम करने के लिए आए हो वही करो ज्यादा ज्ञान मत बाटो....
रनवीर की बात सुन कमल गुस्से में तुरंत बैग नीचे रख रहा था तभी...
साहिल – (कमल से) अरे परेशान मत हो , तू बैग लेके चल मै अभी आता हु (रनवीर से) शादी में काम करने जरूर आए है वो भी दादा जी के लिए आपके बैग उठाने के लिए नहीं वैसे आप मेहमान बन के आए हो ऊपर से बुजुर्ग इसीलिए इतना कर दे रहे है ठीक है शादी को एंजॉय करो बस आप...
बोल के मुस्कुराते हुए साहिल बैग लेके जाने लगा तभी....
सुमन – (साहिल से) ये बैग नीचे वाले कमरे में रख देना प्लीज...
सुमन की बात सुन साहिल और कमल रुक गए तभी...
रनवीर – नीचे कमरे में क्यों ऊपर अपने कमरे में रखने दो....
सुमन – ऊपर वाले कमरे में मै , कविता और निधि है इसीलिए....
रनवीर – ठीक है...
बात सुन साहिल और कमल ने नीचे वाले कमरे में रख दिया समान और बाहर चले गए धीरेन्द्र के साथ लेकिन जब ये सब हो रहा था उस वक्त रनवीर का इस तरह से साहिल से बात करना सुमन और कविता को काटे कि तरह चुभ रहा था लेकिन जब साहिल ने रनवीर को अपना पूरा नाम बताया उससे सुमन को जिसे दिल में तकलीफ सी हुई इस बीच में कमल ने सामने आके रनवीर को जो जवाब दिया उससे दोनों को अच्छा लगा लेकिन जब साहिल ने रनवीर से जो बोला उसके बाद सुमन और कविता की जैसे हसी नहीं रुक रही थी सबके सामने खुल के हस नहीं पा रहे थे इसीलिए सिर नीचे करके हस रहे चुपके से जबकि दादी के चेहरे पर एक कुटिल मुस्कान थी जैसे किसी खिलाड़ी ने अपना खेल जीत लिया हो खेर इसके बाद इस तरफ...
रनवीर – (सुमन से) सुमन सुनो जरा , मुझे तुमसे एक जरूरी बात करनी है...
सुमन – (जो दादी और बाकी औरते के साथ खड़ी थी) अभी मै खाली नहीं हूँ बाद में...
जिसके बाद रनवीर ने कुछ नहीं बोला और कमरे में चला गया...
अमृता – (सुमन से) क्या हुआ सुमन तू गई क्यों नहीं भइया के साथ शायद कुछ जरूरी काम होगा....
सुमन – हम्ममम कोई बात नहीं दीदी बाद में चली जाऊंगी बात करने...
बोल के सुमन फोन मिलाने लगी किसी को तब...
दादी – किसे फोन कर रही हो....
सुमन – वो मा घर में फोन कर रही हूँ लता (घर को नौकरानी) को ताकि साहिल के कमरा सही कर दे...
दादी – (मुस्कुरा के) ठीक है...
तभी सुमन फोन पर बात करने लगती है...
सुमन – (कॉल पे) हेलो लता...
लता – जी दीदी...
सुमन – लता एक काम कर दे ऊपर कविता के कमरे के बगल वाले दोनों कमरे अच्छे से सफा कर दे...
लता – कोई मेहमान आ रहे है दीदी....
सुमन – नहीं लता मेरा बेटा आ रहा है मेरे साथ....
लता – (हैरानी से) आपका बेटा दीदी आप सच बोल रहे हो ना साहिल आ रहा है ना दीदी....
सुमन – हा लता ये सच है साहिल को लारही हूँ अपने साथ हमेशा के लिए वापस अपने घर में....
लता – (खुश होके) वाह दीदी आपने तो सच में बहुत बड़ी खुश खबरी दी है लेकिन दीदी दो कमरे क्यों....
सुमन – लता वो सब जाने दे बस ध्यान से सुन बात को कविता के बगल वाला कमरा साफ कर दे फिर मेरे कमरे में जाके मेरा सारा सामान लाके उसमें रख दे फिर उसके बगल वाला कमरा साफ कर दे उसमें साहिल रहेगा और हा मै भइया से बोल दे रही हूँ बाकी के कमरों की तरह साहिल के कमरे में सारी सुविधा के समान के लिए कल तक आ जाएगा बस तू अच्छे से सेट करवा देना सब कुछ...
लता – हा दीदी सब हो जाएगा लेकिन दीदी बाकी सब ठीक है ना...
सुमन – हा लता सब ठीक है तू बस ये काम कर दे मेरा और हा किसी से कुछ भी कहने की जरूरत नहीं है मै खुद बात कर लूंगी सबसे...
लता – ठीक है दीदी...
बोल के कॉल कट कर दिया उसके बाद...
सुनीता – (सुमन से) क्या बात है सुमन तुमने ऐसा क्यों कहा लता से...
सुमन – कुछ नहीं दीदी बस किसी तरह साहिल के करीब रहना चाहती हूँ मै...
सुनीता – हम्ममम ठीक है (तभी सुमन को गौर से देख के) अरे सुमन तेरा मंगलसूत्र और मांग में सिंदूर क्यों नहीं लगाया...
सुमन – हा वो शायद जल्दी बाजी में ध्यान नहीं रहा होगा दीदी अच्छा दीदी मै आती हूँ राजेश भईया से मिल के ताकि घर का सामान आ जाएं तभी कल तक सेट हो पाएगा क्योंकि परसो जाना है घर पर सबको....
बोल के सुमन चली गई राजेश के पास क्योंकि सुमन समझ गई थी कही सुनीता और सवाल करे इससे पहले वहां से हटना सही रहेगा खेर राजेश के पास आके उसे सारी बात बता दी जिसके बाद....
राजेश – हम्ममम ठीक है सुमन मै अभी बात करता हु आज ही सारी जरूरत का सामान आ जाएगा घर में...
सुमन – ठीक है भईया बस एक बात और कहनी है भईया आपसे...
राजेश – हा बोलो ना सुमन....
सुमन – भइया बस आपसे एक रिक्वेस्ट है आप ये बात रनवीर से मत कहिएगा...
राजेश – हम्ममम समझ सकता हूँ मै रनवीर गरम दिमाग का है तुम परेशान मत हो मै उसे नहीं बताऊंगा इस बारे में....
जिसके बाद सुमन चली गई बाकी औरते के पास उसके जाते ही राजेश ने फोन पर बात करके घर के सामान के बारे में बोल दिया , खेर आज पार्टी का दिन था जिस वजह से साहिल और कमल तेजी से काम में लगे थे आज काम में उनका साथ अवनी और खुशी दे रही थी ताकि साहिल से बात करने का मौका मिल जाए उन्हें लेकिन ऐसा कुछ ना हुआ क्योंकि पार्टी की तैयारी में साहिल को खुद अपने लिए मौका नहीं मिल रहा था और करीब 3 घंटे के बाद ये चारों थके हारे पसीने से लथपथ होके हवेली के अन्दर आ रहे थे तभी....
अवनी – यार मै जा रही हो नहाने बहुत गर्मी लग रही है...
खुशी – (शिवानी से) दीदी मै आपके कमरे में जा रही हूँ नहाने प्लीज आप मेरे कपड़े ला दो...
शिवानी – ठीक है मै लाती हु...
जबकि इधर साहिल और कमल हाल से सीढ़ियां चढ़ते हुए कमरे में जा रहे थे तभी हाल में बैठे सभी औरते देख रही थी दोनों को तब...
सुमन – (कविता से) कविता जल्दी से जाके फ्रिज से बर्फ की ट्रे लेके आ थके हुए आए है बाहर से दोनों ठंडा पानी से राहत मिलेगी उनको...
बात सुन के कविता ट्रे लेके आई जिसे सुमन ने बड़े जग में बर्फ और पानी मिला के लेके जाने लगी साहिल के कमरे में जबकि साहिल कमल कमरे में आते ही पंखा चालू कर दिया तब...
साहिल – अरे यार कौन कहेगा कि सर्दी का वक्त शुरू हो रहा है साला हमारी हालत तो ऐसी है जैसे सर्दी नहीं गर्मी चल रही है ऊपर से ये पंखा भी मारा हुआ चल रहा है यार....
कमल – अरे यार तू ये बाते कर रहा है साला मै तो कसम खा के बोलता हु आज के बाद गांव की शादी तो दूर उसकी तैयारी में भी ना जाऊ मै बहनचोद काम भी कौन सा मिला मुझे लाइट लगाने वाला साला दिमाग की मा चूद गई मेरे कितनी दूर तक लाइट लगवा के आया हु यार मै...
साहिल – हा यार गांव की शादी सच बहुत अजीब होती है बे वैसे एक बात तूने देखी...
कमल – क्या यार फिर से कुछ हुआ है क्या...
साहिल – नहीं बे उस रात के बाद मै देख रहा हूँ रागिनी चाची को कोई उनसे बात नहीं कर रहा है और वो भी बस हर वक्त शादी के काम में लगी रहती है बिना किसी की परवाह के कोई उनसे बात कर रहा है कि नहीं...
कमल – हा यार मैने भी देखा वो सोनम पूनम भी अपनी मां के साथ हे रहती है बाहर दिखती नहीं किसी के साथ और रागिनी चाची भी रात में अपनी बेटी के साथ सोती है अलग कमरे में....
साहिल – हम्ममम देखा कमल अकेले होने पर क्या होता है जब सब आपके साथ हो लेकिन साथ होके भी साथ न हो आपके उस रात जो हुआ उससे पहले यही सब मेरे साथ होता था और आज , मादरचोद ये किस्मत भी एक रण्डी की तरह है किसी की नहीं होती....
कमल – जाने दे यार क्या कर सकते है हम बेचारे राघव चाचा भी कौन सा हवेली में रुक रहे है बस एक दो बार आते है काम करके निकल जाते है खाना तक नहीं खाते है हवेली में...
साहिल – हम्ममम जाने दे यार किसी के फटे में टांग अड़ाने का क्या फायदा , यार बहुत प्यास लग रही है पानी ला दे ना यार....
साहिल की बात सुन कमल कुछ बोलता तभी कमरे में सुमन आ गई ठंडा पानी लेके जो कि बाहर खड़ी होके साहिल और कमल की सारी बाते सुन रही थी तभी सुमन अन्दर आई जिसे देख....
कमल – (सुमन को देख के) अरे आप...
सुमन – (हल्का मुस्कुरा के) हा थके हुए आए हो बाहर से मुझे लगा प्यास लगी होगी इसीलिए ठंडा पानी लेके आ गई (पानी देते हुए) ये लो...
कमल ने पहले लेके पी लिया पानी लेकिन साहिल नहीं ले रहा तब कमल ने इशारा किया तो साहिल ने पानी लेके पीने लगा जिसके बाद...
कमल – (सुमन से) थैंक यूं सच में बहुत जोर की प्यास लगी थी...
साहिल – (कमल की तरह) थैंक यूं...
बोल के चुप हो गया जिसके बाद...
सुमन – (मुस्कुरा के) अभी 6 बजे है आराम कर लो 7 बजे पार्टी शुरू होगी तैयार होके नीचे आ जाना...
कमल – जी ठीक है....
बोल के सुमन चली गई...
कमल – अब कुछ बोलना है तुझे....
साहिल – बस तू जाके नहा ले फिर मै जाता हु नहाने समझा पार्टी में चलना है...
कमल – हा वो तो है ठीक है तैयार होके आता हूँ...
बोल के कमल चला गया नहाने या। तक साहिल पंखे के नीचे लेटा था तभी...
सेमेंथा – साहिल क्या हुआ तुम्हे.….
साहिल – कुछ नहीं यार बहुत थका हुआ हूँ मै और तुम कहा गायब हो जाती हो यार...
सेमेंथा – साहिल मुझे तुमसे एक जरूरी बात करनी है....
साहिल – मुझे भी तुम्हे एक बात बतानी है पहले मेरी सुनो तुम 7 बजे पार्टी शुरू होगी तुम पार्टी में आ जाना सबके सामने मै तुम्हे मिलूंगा वही पर फिर दादी और कमल से मिल वाऊगा तुम्हे...
सेमेंथा – लेकिन मेरी बात...
साहिल – अरे कोई बात नहीं सेमेंथा पार्टी के वक्त बात करेंगे हम चिंता मत करो तुम...
सेमेंथा – ठीक है...
तभी कमल बाथरूम से बाहर आके...
कमल – (साहिल से) अबे क्या बोले जा रहा है बे तू दीवारों से बाते कर रहा है क्या चल जा नहा ले जल्दी से...
कमल की बात सुन साहिल ने सेमेंथा की तरफ देख हल्का हस के बाथरूम में जाने लगा नहाने के लिए दरवाजा बंद कर जैस ही साहिल ने शॉवर चालू किया तभी पलट के देखा अपने सामने सेमेंथा को...
साहिल – (मुस्कुरा के) तुम्हे भी नहाना है...
सेमेंथा –(मुस्कुरा के) सोच यही रही हूँ मै...
साहिल – सोच लो कही फायदा ना उठा लू मै तुम्हारा....
सेमेंथा – (मुस्कुरा के) उठा लो रोका किसने है....
साहिल – (मुस्कुरा के) आज नहीं ये मौका हमे बहुत बार मिलेगा आज थोड़ा जल्दी में हूँ पार्टी में इंतजार कर रहे होगे दादी और दादा जी...
शॉवर के नीचे दोनों खड़े होके एक दूसरे को चूम के नहाने लगे दोनों क्योंकि पार्टी का समय हो रहा था इसीलिए दोनों ने जल्दी से नहा के निकल आए बाहर आते ही देखा कमल जा चुका था कमरे से बाहर पहले से तब...
साहिल – (सेमेंथा से) मै तैयार होके नीचे जा रहा हूँ तुम जल्दी आ जाना ठीक है...
बोल के साहिल तैयार होके निकल गया कमरे के बाहर उसके जाते ही सेमेंथा मुस्कुरा के गायब हो गई....
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जारी रहेगा![]()
Mind blowing update ,UPDATE 16
एक लड़की अपने कमरे में बनी गैलरी में खड़ी होके नीचे देख रही थी जहां सुंदर सा फूलों का बगीचा बना हुआ था उसके आस पास हर जगह हरि हरि घास उगी हुई थी बीच में एक छोटा सा पानी से भरा तालाब को तरह बना हुआ था जिसमें सुंदर सुंदर छोटी छोटी मछलियां खेल रही थी तभी उस लड़की ने देखा बगीचे से थोड़ी दूर पे बने द्वार को जो खुल रहा था तभी उस द्वार से एक आदमी आ रहा था अपने कुछ सैनिकों के साथ उसे देख लड़की के चेहरे पर मुस्कान आ गई और वो अपने कमरे से निकल सीडीओ से नीचे आके एक बड़े से हाल से होते हुए सीधा उस आदमी के पास गई जैसे ही वो उसके पास गई तभी...
आदमी – (लड़की को दौड़ते हुए अपने पास आते देख मुस्कुरा के) अरे अरे आराम से मेरी प्यारी बहना इतनी भी क्या जल्दी तुम्हे...
लड़की – (आदमी से) क्या हुआ भईया क्या बात हुई आपकी बताईये ना...
आदमी – (मुस्कुरा के) होना क्या है वही हुआ जो मेरी बहन चाहती है...
लड़की – (खुश होके) सच में भइया रानी मा मान गई...
आदमी – (मुस्कुरा के) भला ऐसा हो सकता है मेरी बहन कुछ मांगे और मै मना कर दूं उसे..
लड़की – (खुश होके अपने भाई के गले लग गई) आप दुनिया के सबसे अच्छे भाई हो मेरे भईया...
आदमी – (मुस्कुरा के) अरे बस बस शीना अब जल्दी से तैयारी करनी है शादी की रानी मा ने कहा है अगले हफ्ते शादी हो जाएगी तुम्हारी आरव से...
शीना – अगले हफ्ते...
आदमी – (मुस्कुरा के) ज्यादा जल्दी है ना तुम कहो तो रानी मा को बोल के अगले साल का मुहूर्त निकलवा देता हूँ...
शीना – (गुस्सा दिख के) नरेंद्र भइया आप भी न ये कोई बात नहीं होती मै कब से इंतजार में हूँ और आप हो के और देर करने की बात कर रहे हो...
नरेंद्र – (हस्ते हुए) मुझे तो पता नहीं था मेरी बहन को इतनी जल्दी है शादी की वर्ना मैं रानी मा को बोल के आज ही शादी कर देता तेरी आरव के साथ...
शीना – इतने साल से इस दिन का इंतजार किया है मैने भईया...
नरेंद्र – हा मै जनता हूँ मेरी बहन तेरी बेचनी को बस अगले हफ्ते की बात है उसके बाद तुम अपने आरव के साथ होगी लेकिन....
शीना – लेकिन क्या भईया....
नरेंद्र – शीना एक बात बताओ आरव तो ठीक लेकिन क्या तुम परी , एंजिला और लीजा के साथ रह पाऊंगी क्योंकि उस दिन तुम्हारे साथ उन दोनों की भी शादी होगी आरव से....
शीना – (मुस्कुरा के) मै परी , एंजिला और लीजा को जानती हु भईया वो बहुत अच्छी लड़की है वो भी आरव से उतना प्यार करती है जितना कि मै , आप बिल्कुल भी फिक्र ना करे भईया देखना आप आपकी बहन शीना बहुत खुश रहेगी...
और फिर शादी के वक्त जहां परी , शीना , लीजा और एंजिला दुल्हन के जोड़ने मंडप में होती है तब शीना अपने साथ लीजा, एंजिला और परी को देखती है लेकिन उसे तीनों के चेहरे धुंधले से दिखते है शीना कोशिश करती है ताकि तीनों का चेहरा ठीक से देख सके लेकिन नहीं देख पाती तभी मंडप में दूल्हा आता है जिसे चारों देखते है तभी शीना जैसे ही देखती है दूल्हे को उसकी आंखे बड़ी हो जाती है और तब....
कविता – (नींद से झटके से जाग के) ये कैसा सपना था मेरी शादी हो रही है और दूल्हा साहिल की तरह दिख रहा था लेकिन मुझे शीना नाम से क्यों बुलाया जा रहा था ये क्या हो रहा था क्या सच में मेरी शादी साहिल भाई से हो रही थी तो बाकी की तीन लड़कियां कौन थी कौन है ये लीजा, एंजिला और परी इनका चेहरा क्यों नहीं दिख रहा था मुझे और कौन था मेरा वो भाई...
नींद से जागने के बाद कविता को बड़ी बेचनी हो रही थी इस बात से उसे समझ नहीं आ रहा था कि आखिर ये कैसा सपना था जो उसने देखा...
खेर जब ये सब हो रहा था उससे पहले एक कमरे में साहिल और कमल सो रहे थे तभी साहिल नींद में सपना देख रहा था जिसमें वो एक कमरे में आता है तब...
साहिल – क्या बात है परी आज तुम बहुत खुश लग रही हो...
परी – (साहिल के पास आके) मै तो हमेशा से खुश रहती हु लेकिन आज आपको ऐसा क्यों लगा....
साहिल – (परी को गले लगा के) कुछ नहीं मुझे लगा सो कह दिया...
परी – (साहिल के गले से अलग होने की कोशिश करते हुए) हटिए अब मै बहुत थक गई हु सोने दीजिए मुझे...
साहिल – (परी के गले लगे हुए) बस कुछ देर रहने दो ऐसे ही परी तुम्हारे गले लगते ही मुझे बहुत सुकून मिलता है जैसे शरीर को अजीब सी शांति मिलती है मेरे दिल को ऐसे लगता है बस तुम्हारी गोद में सिर रख के चैन से सोता रहूं जैसे अपनी मां गोद में हूँ...
परी – (मुस्कुरा के अलग होते हुए) आपको मना किसने किया है (साहिल का हाथ पकड़ बेड में बैठ के साहिल के सिर को अपनी गोद में रख उसके सिर पे हाथ फेरते हुए) मुझे भी अच्छा लगता है जब आप मेरी गोद में सिर रख के लेटे रहते है मन शांत हो जाता है मेरा भी...
साहिल – (आंख बंद कर परी के गोद में सिर रखे हुए बोलता है) परी एक बात कहूं...
परी – हम्ममम कहिए....
साहिल – सभा में मा के लिए मेरी शादी के फैसले से आपको एतराज तो नहीं...
परी – बिल्कुल नहीं मा ने जो किया सोच समझ के किया है फैसला मा कभी अपने बच्चों का बुरा नहीं चाहेगी...
साहिल – क्या तुम्हे लगता है तीन शादी होने के बाद उनका तुम्हारे प्रति व्यवहार कही गलत हुआ तो...
परी – (मुस्कुरा के) ऐसा कुछ नहीं होगा...
साहिल – और ऐसा क्यों...
परी – क्योंकि मुझे विश्वास है खुद पे और आप पर भी देखना हम चारों बहने बन के एक साथ रहेगी हम चारों का प्रेम आपके लिए कभी कम नहीं होगा...
साहिल – (परी की बाते सुन के) परी मै वादा करता हु तुमसे हमेशा ऐसे ही प्यार करता रहूंगा भले ही परिस्थिति कैसी भी हो....
परी – (मुस्कुरा के) अच्छा सोच लीजिए कही मुझे भूल गए तो...
साहिल – (मुस्कुरा के) सोच लिया मेरी जान तुम्हे मै कभी नहीं भूल सकता हूँ और अगर कभी ऐसा हुआ तो तुम मुझे हमारा प्यार याद दिला देना कि मैं क्या हूँ तुम्हारा...
परी – अच्छा भला आपसे जबरदस्ती कैसे कर सकती हूँ मै आप तो बहुत ज्यादा ताकतवर हो...
साहिल – लेकिन तुम्हारे प्यार से ज्यादा ताकत कहा मेरी जान...
दोनों मुस्कुरा के गले लग जाते है...
तभी फोन की घंटी बजने लगती है जिससे साहिल की नींद खुल जाती है तब...
साहिल – (नींद से जाग के गुस्से में) इसकी मां का कितना अच्छा सपना देख रहा था मादरचोंद कौन अपनी मां चुदवा रहा इस वक्त...
तभी मोबाइल को देख जिसमें घंटी बज रही थी स्क्रीन में नाम देख फिर गुस्से में कमल को देख के...
साहिल – (कमल को नींद से उठाते हुए) उठ बे तेरा फोन बज रहा है...
जब कमल नहीं उठता तो कमल के पिछवाड़े पे लात मारता है जिससे कमल नींद में ही बेड से नीचे गिर जाता है तब....
कमल – (दर्द में) आई इसकी मां का कौन है बे जो सुबह सुबह अपनी गांड़ मराने आ गया...
साहिल – चुप बे साले तेरे फोन के चक्कर में मेरी नींद खराब हो गई और तू सो रहा है देख तेरा फोन बज रहा है....
कमल – (गुस्से में फोन को) तेरी मां का चूत मारू साला रण्डी की औ...
तभी फोन की स्क्रीन पर नाम देख बीच में चुप हो जाता है कमल और मुस्कुरा के फोन उठा के...
कमल – हेल्लो कैसी हो अवनी...
साहिल – (धीरे से) आए भोसड़ीके...
कमल – (साहिल को धीरे से) चुप कर यार प्लीज....
अवनी – मै तो ठीक हूँ तुम बताओ क्या कर रहे हो चलना नहीं है जॉगिंग में भूल गए क्या कल बोला था मैने...
कमल – अरे ऐसे कैसे भूल सकता हूँ बस 5 मिनिट में आया मै...
अवनी – ठीक है जल्दी आ जाओ हॉल में इंतजार कर रही हूँ मै...
बोल के कॉल कट कर दिया दोनों ने तब...
कमल – (मुस्कुरा के साहिल से) चल भाई जल्दी से तैयार होजा वॉक पर चलते है हम....
साहिल – हम से क्या मतलब है तेरा बे तू अकेले जा समझा.....
कमल – चल ना यार क्यों भाव खा रहा है वैसे भी कल शादी है उसके बाद तो हम दोनों तेरे घर में होगे लेकिन इतनी आजादी नहीं होगी बे चल आ यार...
साहिल – चल ठीक है ठीक है चलता हूँ मै...
बोल के दोनों फ्रेश होके तैयार होके नीचे हाल में आ जाते है जहां हवेली के गेट में अवनी खड़ी होती है तब...
धीरेन्द्र – (साहिल और कमल को देख) क्या बात है बेटा आज जल्दी जाग गए....
साहिल – हा दादा जी हम लोग बाहर वॉक पर जा रहे है...
धीरेन्द्र – अच्छा अच्छा ठीक है जाओ वॉक करके आ जाओ जल्दी आज बहुत काम है...
साहिल – हा दादा जी जल्दी आते है हम...
बोल के निकल गए दोनों साथ में अवनी भी बाहर आके कमल और अवनी आपस में बात करते हुए चलने लगे वही साहिल धीरे धीरे दोनों के पीछे चल रहा था ताकि अवनी से बात न हो जबकि अवनी कोशिश कर रही थी को शायद बात हो जाय साहिल से लेकिन साहिल मौका नहीं दे रहा था तब...
अवनी – (वॉक करते हुए कमल से) कमल ये साहिल भाई पीछे क्यों चल रहे है बोलो न साथ में चले हमारे....
कमल – तुम जानती हो अवनी और मैने भी तुम्हे कहा था थोड़ा वक्त दो उसे भी यार एक दम से ऐसा होना इतना भी आसान नहीं है ये...
अवनी – हम्ममम मैने सोचा शायद आज बात हो जाय भाई से मेरी...
कमल – चिंता मत करो यार रात में पार्टी है तब ट्राई करना तुम...
ये दोनों तो वॉक करते करते अपनी बाते कर रहे थे जबकि साहिल पीछे अकेले था मन में सेमेंथा को याद कर रहा था तभी साहिल के पीछे से....
लड़की – तो इतनी सुबह सुबह क्या हो रहा है...
साहिल – (अपने पीछे सेमेंथा को देख) आ गई तुम मै सोच ही रहा था तुम्हारे बारे में...
सेमेंथा –(मुस्कुरा के) तुमने याद किया मै आ गई....
साहिल – सच में मेरे याद करते ही तुम आई हो...
सेमेंथा – हा साहिल जब भी तुम मुझे याद करोगे अपने साथ पाओगे...
साहिल – (मुस्कुरा के) तब तो मै हमेशा तुम्हे याद करता रहूंगा ताकि तुम हमेशा मेरे साथ ऐसे ही रहो....
सेमेंथा – वो तो वैसे भी मै रहूंगी तुम्हारे साथ हमेशा....
साहिल – आज रात पार्टी है मै तुम्हे मिल वाऊगा अपनी दादी और कमल से बहुत खुश होगे दोनों तुमसे मिल के....
सेमेंथा – तुम चाहते हो मै सबके सामने आऊं....
साहिल – हा लेकिन आज रात को जब मै कहूं तुमसे तब....
सेमेंथा –(मुस्कुरा के) ठीक है मै इंतजार करूगी साहिल....
बोल के ये दोनों भी वॉक करने लगे साथ में कुछ देर बाद ये लोग हवेली वापस आ गए आते ही...
दादी – (साहिल , कमल और अवनी को साथ देख) कहा से आ रहे हो तुम तीनों...
कमल – दादी हम लोग वॉक पर गए थे वहीं से आ रहे है....
दादी – अच्छी बात है चलो जल्दी से तैयार हो जाओ तुम लोग नाश्ता लगने वाला है...
बोल के अवनी चली गई और साहिल भी निकल गया कमरे में तैयार होने के लिए तभी कमल रुक गया दादी के पास जहां दादी सुनीता और अमृता से बात कर रही थी तब....
कमल – (दादी से) दादी आपसे एक जरूरी काम है मुझे....
दादी – हा बोलो ना क्या काम है...
कमल – मैने एक प्लान बनाया है आज रात को पार्टी के लिए....
सुनीता – कैसा प्लान कमल...
कमल – वो मा मै सोच रहा था क्यों ना आज रात की पार्टी में कुछ ऐसा करे कि साहिल गाना गाय...
सुनीता – मतलब क्या मै समझी नहीं....
दादी – (सुनीता को रोक के) एक मिनिट सुनीता , हा कमल बात क्या है पहले वो बता उसके बाद...
जिसके बाद कमल सारी बात बताता है कैसे शिवानी , पायल , सुरभि , शबनम और रचना से बात हुई थी सारी बात बता के...
कमल – दादी प्लीज....
दादी – (मुस्कुरा के) तो तू ये सब शबनम और पायल के लिए कर रहा है....
कमल – जी दादी पहली बार मेरी बहनों ने कुछ मांगा है कैसे मना कर दूं...
दादी – (मुस्कुरा के कमल के गाल पर हाथ फेर के) ठीक है तुझे जो करना है कर ले मै साथ हूँ तेरे....
कमल – (खुश होके) थैंक यूं दादी...
बोल के दादी आगे चली गई जबकि...
सुनीता – अगर बेटियों को सरप्राइस ना देना होता तो अभी सबके सामने तुझे गले लगा लेती...
कमल – (धीरे से) कोई बात नहीं मां ऐसा मौके मिलेगा आपको...
मुस्कुराते हुए सुनीता चली गई वहां से और कमल अपने कमरे की तरफ साहिल और कमल तैयार होके नीचे आ गए नाश्ते के लिए जैसे ही कुर्सी में बैठने जा रहे थे तभी 2 गाड़ियों के रुकने के आवाज आई जिसे सुन सबका ध्यान हवेली के गेट की तरफ गया जहा से रनवीर अन्दर आ रहा था तभी सबका ध्यान रनवीर पर गया साथ उसके बॉडीगार्ड पर जिन्हें रनवीर ने हवेली के गेट पर रोक दिया था तभी रनवीर का ध्यान साहिल की तरफ गया जिसे देख रनवीर हैरान होगया जबकि रनवीर को देख सुमन और कविता दोनों के चेहरे पर गुस्सा और नफरत साफ छलक रहे थे जिसे दादी देख के हल्का मुस्कुरा रही थी जबकि साहिल तो इस तरह खड़ा था जैसे उसे इन सबसे मतलब ही ना हो तभी...
रनवीर – (साहिल से) तू अभी तक यहां पर है....
साहिल – (मुस्कुरा के) ये बात आप अपने को बता रहे हो या मुझे बता रहे हो....
धीरेन्द्र – (बीच में आके रनवीर से) रनवीर जैसा तुम समझ रहे हो वैसा कुछ नहीं है (अपने साथ कमरे में ले जाते हुए) चलो तुमसे कुछ बात करनी है मुझे...
बोल के रनवीर को अपने साथ लेके निकल गया धीरेन्द्र उसके जाते ही सभी लोग बैठ के नाश्ता करने लगे जहां दादी , साहिल , कमल , सुमन और कविता को छोड़ के बाकी के लोगों के दिल में एक डर सा आ गया था रनवीर को देख के की कही रनवीर कुछ कर ना दे साहिल के साथ क्योंकि उस रात रनवीर तो चला गया था उसके बाद ही पता चला था सबको सच का जबकि रनवीर को किसी ने बताया नहीं था इस बारे में लेकिन वही एक लड़की और थी जो रनवीर को देख उसकी आंखों में गुस्सा साफ झलक रहा था वो थी सेमेंथा जिसे कोई देख नहीं सकता था साहिल के सिवा अब सेमेंथा को गुस्सा क्यों था पता नहीं खेर जैसे ही सबका नाश्ता खत्म हुआ सब उठ गए थे तब साहिल और कमल इंतजार कर रहे थे धीरेन्द्र का तभी कमरे का दरवाजा खुला धीरेन्द्र और रनवीर बाहर आए जहां धीरेन्द्र मुस्कुरा रहा था वही रनवीर चुप चाप था सबके पास आते ही....
रनवीर – (साहिल से) सुनो लड़के....
साहिल – आपने मुझे कुछ कहा...
रनवीर – हा तुम्ही से बोल रहा हूँ मेरा सामान उठा के कमरे में रख दो....
साहिल – (रनवीर के सामने आके) मेरा एक नाम भी है मिस्टर जैसे आपका नाम है उसी तरह...
रनवीर – अच्छा क्या नाम है तेरा....
साहिल – साहिल....
रनवीर – (मुस्कुरा के) क्यों बाप का नाम नहीं है क्या....
साहिल – (मुस्कुरा के) मेरा पूरा नाम साहिल प्रताप सरला सिंह है और मुझे यकीन है आपको तस्सली हो गई है...
रनवीर –(जवाब सुन हसी रोक के) हम्ममम जाके मेरा सामान कमरे में रख दो....
कमल – (रनवीर के सामने आ मुस्कुरा के) जरूर रख देके सर जी लेकिन क्या है ना हमें और भी जरूरी काम है जैसे कि कल शादी है उसकी काफी तैयारी करनी है तो आप अपने बॉडीगार्ड से करवा लीजिए ये काम...
साहिल – (कमल से) अबे पागल है क्या जरा भी मैनर्स है कि नहीं तुझमें यही पढ़ाई लिखाई की है तूने अबे जरा इनको गोर से देख इनकी उमर का ख्याल कर यार बेचारे कैसे 4 बैग उठाएंगे कैसे ले जाके कमरे में रखेंगे तुझे तो जरा भी समझ नहीं है मदद कर देते है बेचारे बुजुर्ग की वर्ना शादी में कैसे शामिल होगे अगर समान उठाएंगे तो पैर और कमर दर्द के कारण शादी के वक्त भी कमरे में आराम करते रहेंगे दर्द लेके...
बोल के साहिल और कमल मुस्कुराने लगे तब...
कमल – (साहिल से) अरे हा यार माफ करना मेरी अकल घास चाटने चली गई थी चल अभी मदद कर देते है (रनवीर को देख) बुजुर्ग अंकल की...
रनवीर – (गुस्से में) शादी में काम करने के लिए आए हो वही करो ज्यादा ज्ञान मत बाटो....
रनवीर की बात सुन कमल गुस्से में तुरंत बैग नीचे रख रहा था तभी...
साहिल – (कमल से) अरे परेशान मत हो , तू बैग लेके चल मै अभी आता हु (रनवीर से) शादी में काम करने जरूर आए है वो भी दादा जी के लिए आपके बैग उठाने के लिए नहीं वैसे आप मेहमान बन के आए हो ऊपर से बुजुर्ग इसीलिए इतना कर दे रहे है ठीक है शादी को एंजॉय करो बस आप...
बोल के मुस्कुराते हुए साहिल बैग लेके जाने लगा तभी....
सुमन – (साहिल से) ये बैग नीचे वाले कमरे में रख देना प्लीज...
सुमन की बात सुन साहिल और कमल रुक गए तभी...
रनवीर – नीचे कमरे में क्यों ऊपर अपने कमरे में रखने दो....
सुमन – ऊपर वाले कमरे में मै , कविता और निधि है इसीलिए....
रनवीर – ठीक है...
बात सुन साहिल और कमल ने नीचे वाले कमरे में रख दिया समान और बाहर चले गए धीरेन्द्र के साथ लेकिन जब ये सब हो रहा था उस वक्त रनवीर का इस तरह से साहिल से बात करना सुमन और कविता को काटे कि तरह चुभ रहा था लेकिन जब साहिल ने रनवीर को अपना पूरा नाम बताया उससे सुमन को जिसे दिल में तकलीफ सी हुई इस बीच में कमल ने सामने आके रनवीर को जो जवाब दिया उससे दोनों को अच्छा लगा लेकिन जब साहिल ने रनवीर से जो बोला उसके बाद सुमन और कविता की जैसे हसी नहीं रुक रही थी सबके सामने खुल के हस नहीं पा रहे थे इसीलिए सिर नीचे करके हस रहे चुपके से जबकि दादी के चेहरे पर एक कुटिल मुस्कान थी जैसे किसी खिलाड़ी ने अपना खेल जीत लिया हो खेर इसके बाद इस तरफ...
रनवीर – (सुमन से) सुमन सुनो जरा , मुझे तुमसे एक जरूरी बात करनी है...
सुमन – (जो दादी और बाकी औरते के साथ खड़ी थी) अभी मै खाली नहीं हूँ बाद में...
जिसके बाद रनवीर ने कुछ नहीं बोला और कमरे में चला गया...
अमृता – (सुमन से) क्या हुआ सुमन तू गई क्यों नहीं भइया के साथ शायद कुछ जरूरी काम होगा....
सुमन – हम्ममम कोई बात नहीं दीदी बाद में चली जाऊंगी बात करने...
बोल के सुमन फोन मिलाने लगी किसी को तब...
दादी – किसे फोन कर रही हो....
सुमन – वो मा घर में फोन कर रही हूँ लता (घर को नौकरानी) को ताकि साहिल के कमरा सही कर दे...
दादी – (मुस्कुरा के) ठीक है...
तभी सुमन फोन पर बात करने लगती है...
सुमन – (कॉल पे) हेलो लता...
लता – जी दीदी...
सुमन – लता एक काम कर दे ऊपर कविता के कमरे के बगल वाले दोनों कमरे अच्छे से सफा कर दे...
लता – कोई मेहमान आ रहे है दीदी....
सुमन – नहीं लता मेरा बेटा आ रहा है मेरे साथ....
लता – (हैरानी से) आपका बेटा दीदी आप सच बोल रहे हो ना साहिल आ रहा है ना दीदी....
सुमन – हा लता ये सच है साहिल को लारही हूँ अपने साथ हमेशा के लिए वापस अपने घर में....
लता – (खुश होके) वाह दीदी आपने तो सच में बहुत बड़ी खुश खबरी दी है लेकिन दीदी दो कमरे क्यों....
सुमन – लता वो सब जाने दे बस ध्यान से सुन बात को कविता के बगल वाला कमरा साफ कर दे फिर मेरे कमरे में जाके मेरा सारा सामान लाके उसमें रख दे फिर उसके बगल वाला कमरा साफ कर दे उसमें साहिल रहेगा और हा मै भइया से बोल दे रही हूँ बाकी के कमरों की तरह साहिल के कमरे में सारी सुविधा के समान के लिए कल तक आ जाएगा बस तू अच्छे से सेट करवा देना सब कुछ...
लता – हा दीदी सब हो जाएगा लेकिन दीदी बाकी सब ठीक है ना...
सुमन – हा लता सब ठीक है तू बस ये काम कर दे मेरा और हा किसी से कुछ भी कहने की जरूरत नहीं है मै खुद बात कर लूंगी सबसे...
लता – ठीक है दीदी...
बोल के कॉल कट कर दिया उसके बाद...
सुनीता – (सुमन से) क्या बात है सुमन तुमने ऐसा क्यों कहा लता से...
सुमन – कुछ नहीं दीदी बस किसी तरह साहिल के करीब रहना चाहती हूँ मै...
सुनीता – हम्ममम ठीक है (तभी सुमन को गौर से देख के) अरे सुमन तेरा मंगलसूत्र और मांग में सिंदूर क्यों नहीं लगाया...
सुमन – हा वो शायद जल्दी बाजी में ध्यान नहीं रहा होगा दीदी अच्छा दीदी मै आती हूँ राजेश भईया से मिल के ताकि घर का सामान आ जाएं तभी कल तक सेट हो पाएगा क्योंकि परसो जाना है घर पर सबको....
बोल के सुमन चली गई राजेश के पास क्योंकि सुमन समझ गई थी कही सुनीता और सवाल करे इससे पहले वहां से हटना सही रहेगा खेर राजेश के पास आके उसे सारी बात बता दी जिसके बाद....
राजेश – हम्ममम ठीक है सुमन मै अभी बात करता हु आज ही सारी जरूरत का सामान आ जाएगा घर में...
सुमन – ठीक है भईया बस एक बात और कहनी है भईया आपसे...
राजेश – हा बोलो ना सुमन....
सुमन – भइया बस आपसे एक रिक्वेस्ट है आप ये बात रनवीर से मत कहिएगा...
राजेश – हम्ममम समझ सकता हूँ मै रनवीर गरम दिमाग का है तुम परेशान मत हो मै उसे नहीं बताऊंगा इस बारे में....
जिसके बाद सुमन चली गई बाकी औरते के पास उसके जाते ही राजेश ने फोन पर बात करके घर के सामान के बारे में बोल दिया , खेर आज पार्टी का दिन था जिस वजह से साहिल और कमल तेजी से काम में लगे थे आज काम में उनका साथ अवनी और खुशी दे रही थी ताकि साहिल से बात करने का मौका मिल जाए उन्हें लेकिन ऐसा कुछ ना हुआ क्योंकि पार्टी की तैयारी में साहिल को खुद अपने लिए मौका नहीं मिल रहा था और करीब 3 घंटे के बाद ये चारों थके हारे पसीने से लथपथ होके हवेली के अन्दर आ रहे थे तभी....
अवनी – यार मै जा रही हो नहाने बहुत गर्मी लग रही है...
खुशी – (शिवानी से) दीदी मै आपके कमरे में जा रही हूँ नहाने प्लीज आप मेरे कपड़े ला दो...
शिवानी – ठीक है मै लाती हु...
जबकि इधर साहिल और कमल हाल से सीढ़ियां चढ़ते हुए कमरे में जा रहे थे तभी हाल में बैठे सभी औरते देख रही थी दोनों को तब...
सुमन – (कविता से) कविता जल्दी से जाके फ्रिज से बर्फ की ट्रे लेके आ थके हुए आए है बाहर से दोनों ठंडा पानी से राहत मिलेगी उनको...
बात सुन के कविता ट्रे लेके आई जिसे सुमन ने बड़े जग में बर्फ और पानी मिला के लेके जाने लगी साहिल के कमरे में जबकि साहिल कमल कमरे में आते ही पंखा चालू कर दिया तब...
साहिल – अरे यार कौन कहेगा कि सर्दी का वक्त शुरू हो रहा है साला हमारी हालत तो ऐसी है जैसे सर्दी नहीं गर्मी चल रही है ऊपर से ये पंखा भी मारा हुआ चल रहा है यार....
कमल – अरे यार तू ये बाते कर रहा है साला मै तो कसम खा के बोलता हु आज के बाद गांव की शादी तो दूर उसकी तैयारी में भी ना जाऊ मै बहनचोद काम भी कौन सा मिला मुझे लाइट लगाने वाला साला दिमाग की मा चूद गई मेरे कितनी दूर तक लाइट लगवा के आया हु यार मै...
साहिल – हा यार गांव की शादी सच बहुत अजीब होती है बे वैसे एक बात तूने देखी...
कमल – क्या यार फिर से कुछ हुआ है क्या...
साहिल – नहीं बे उस रात के बाद मै देख रहा हूँ रागिनी चाची को कोई उनसे बात नहीं कर रहा है और वो भी बस हर वक्त शादी के काम में लगी रहती है बिना किसी की परवाह के कोई उनसे बात कर रहा है कि नहीं...
कमल – हा यार मैने भी देखा वो सोनम पूनम भी अपनी मां के साथ हे रहती है बाहर दिखती नहीं किसी के साथ और रागिनी चाची भी रात में अपनी बेटी के साथ सोती है अलग कमरे में....
साहिल – हम्ममम देखा कमल अकेले होने पर क्या होता है जब सब आपके साथ हो लेकिन साथ होके भी साथ न हो आपके उस रात जो हुआ उससे पहले यही सब मेरे साथ होता था और आज , मादरचोद ये किस्मत भी एक रण्डी की तरह है किसी की नहीं होती....
कमल – जाने दे यार क्या कर सकते है हम बेचारे राघव चाचा भी कौन सा हवेली में रुक रहे है बस एक दो बार आते है काम करके निकल जाते है खाना तक नहीं खाते है हवेली में...
साहिल – हम्ममम जाने दे यार किसी के फटे में टांग अड़ाने का क्या फायदा , यार बहुत प्यास लग रही है पानी ला दे ना यार....
साहिल की बात सुन कमल कुछ बोलता तभी कमरे में सुमन आ गई ठंडा पानी लेके जो कि बाहर खड़ी होके साहिल और कमल की सारी बाते सुन रही थी तभी सुमन अन्दर आई जिसे देख....
कमल – (सुमन को देख के) अरे आप...
सुमन – (हल्का मुस्कुरा के) हा थके हुए आए हो बाहर से मुझे लगा प्यास लगी होगी इसीलिए ठंडा पानी लेके आ गई (पानी देते हुए) ये लो...
कमल ने पहले लेके पी लिया पानी लेकिन साहिल नहीं ले रहा तब कमल ने इशारा किया तो साहिल ने पानी लेके पीने लगा जिसके बाद...
कमल – (सुमन से) थैंक यूं सच में बहुत जोर की प्यास लगी थी...
साहिल – (कमल की तरह) थैंक यूं...
बोल के चुप हो गया जिसके बाद...
सुमन – (मुस्कुरा के) अभी 6 बजे है आराम कर लो 7 बजे पार्टी शुरू होगी तैयार होके नीचे आ जाना...
कमल – जी ठीक है....
बोल के सुमन चली गई...
कमल – अब कुछ बोलना है तुझे....
साहिल – बस तू जाके नहा ले फिर मै जाता हु नहाने समझा पार्टी में चलना है...
कमल – हा वो तो है ठीक है तैयार होके आता हूँ...
बोल के कमल चला गया नहाने या। तक साहिल पंखे के नीचे लेटा था तभी...
सेमेंथा – साहिल क्या हुआ तुम्हे.….
साहिल – कुछ नहीं यार बहुत थका हुआ हूँ मै और तुम कहा गायब हो जाती हो यार...
सेमेंथा – साहिल मुझे तुमसे एक जरूरी बात करनी है....
साहिल – मुझे भी तुम्हे एक बात बतानी है पहले मेरी सुनो तुम 7 बजे पार्टी शुरू होगी तुम पार्टी में आ जाना सबके सामने मै तुम्हे मिलूंगा वही पर फिर दादी और कमल से मिल वाऊगा तुम्हे...
सेमेंथा – लेकिन मेरी बात...
साहिल – अरे कोई बात नहीं सेमेंथा पार्टी के वक्त बात करेंगे हम चिंता मत करो तुम...
सेमेंथा – ठीक है...
तभी कमल बाथरूम से बाहर आके...
कमल – (साहिल से) अबे क्या बोले जा रहा है बे तू दीवारों से बाते कर रहा है क्या चल जा नहा ले जल्दी से...
कमल की बात सुन साहिल ने सेमेंथा की तरफ देख हल्का हस के बाथरूम में जाने लगा नहाने के लिए दरवाजा बंद कर जैस ही साहिल ने शॉवर चालू किया तभी पलट के देखा अपने सामने सेमेंथा को...
साहिल – (मुस्कुरा के) तुम्हे भी नहाना है...
सेमेंथा –(मुस्कुरा के) सोच यही रही हूँ मै...
साहिल – सोच लो कही फायदा ना उठा लू मै तुम्हारा....
सेमेंथा – (मुस्कुरा के) उठा लो रोका किसने है....
साहिल – (मुस्कुरा के) आज नहीं ये मौका हमे बहुत बार मिलेगा आज थोड़ा जल्दी में हूँ पार्टी में इंतजार कर रहे होगे दादी और दादा जी...
शॉवर के नीचे दोनों खड़े होके एक दूसरे को चूम के नहाने लगे दोनों क्योंकि पार्टी का समय हो रहा था इसीलिए दोनों ने जल्दी से नहा के निकल आए बाहर आते ही देखा कमल जा चुका था कमरे से बाहर पहले से तब...
साहिल – (सेमेंथा से) मै तैयार होके नीचे जा रहा हूँ तुम जल्दी आ जाना ठीक है...
बोल के साहिल तैयार होके निकल गया कमरे के बाहर उसके जाते ही सेमेंथा मुस्कुरा के गायब हो गई....
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जारी रहेगा![]()
Nice updateUPDATE 16
एक लड़की अपने कमरे में बनी गैलरी में खड़ी होके नीचे देख रही थी जहां सुंदर सा फूलों का बगीचा बना हुआ था उसके आस पास हर जगह हरि हरि घास उगी हुई थी बीच में एक छोटा सा पानी से भरा तालाब को तरह बना हुआ था जिसमें सुंदर सुंदर छोटी छोटी मछलियां खेल रही थी तभी उस लड़की ने देखा बगीचे से थोड़ी दूर पे बने द्वार को जो खुल रहा था तभी उस द्वार से एक आदमी आ रहा था अपने कुछ सैनिकों के साथ उसे देख लड़की के चेहरे पर मुस्कान आ गई और वो अपने कमरे से निकल सीडीओ से नीचे आके एक बड़े से हाल से होते हुए सीधा उस आदमी के पास गई जैसे ही वो उसके पास गई तभी...
आदमी – (लड़की को दौड़ते हुए अपने पास आते देख मुस्कुरा के) अरे अरे आराम से मेरी प्यारी बहना इतनी भी क्या जल्दी तुम्हे...
लड़की – (आदमी से) क्या हुआ भईया क्या बात हुई आपकी बताईये ना...
आदमी – (मुस्कुरा के) होना क्या है वही हुआ जो मेरी बहन चाहती है...
लड़की – (खुश होके) सच में भइया रानी मा मान गई...
आदमी – (मुस्कुरा के) भला ऐसा हो सकता है मेरी बहन कुछ मांगे और मै मना कर दूं उसे..
लड़की – (खुश होके अपने भाई के गले लग गई) आप दुनिया के सबसे अच्छे भाई हो मेरे भईया...
आदमी – (मुस्कुरा के) अरे बस बस शीना अब जल्दी से तैयारी करनी है शादी की रानी मा ने कहा है अगले हफ्ते शादी हो जाएगी तुम्हारी आरव से...
शीना – अगले हफ्ते...
आदमी – (मुस्कुरा के) ज्यादा जल्दी है ना तुम कहो तो रानी मा को बोल के अगले साल का मुहूर्त निकलवा देता हूँ...
शीना – (गुस्सा दिख के) नरेंद्र भइया आप भी न ये कोई बात नहीं होती मै कब से इंतजार में हूँ और आप हो के और देर करने की बात कर रहे हो...
नरेंद्र – (हस्ते हुए) मुझे तो पता नहीं था मेरी बहन को इतनी जल्दी है शादी की वर्ना मैं रानी मा को बोल के आज ही शादी कर देता तेरी आरव के साथ...
शीना – इतने साल से इस दिन का इंतजार किया है मैने भईया...
नरेंद्र – हा मै जनता हूँ मेरी बहन तेरी बेचनी को बस अगले हफ्ते की बात है उसके बाद तुम अपने आरव के साथ होगी लेकिन....
शीना – लेकिन क्या भईया....
नरेंद्र – शीना एक बात बताओ आरव तो ठीक लेकिन क्या तुम परी , एंजिला और लीजा के साथ रह पाऊंगी क्योंकि उस दिन तुम्हारे साथ उन दोनों की भी शादी होगी आरव से....
शीना – (मुस्कुरा के) मै परी , एंजिला और लीजा को जानती हु भईया वो बहुत अच्छी लड़की है वो भी आरव से उतना प्यार करती है जितना कि मै , आप बिल्कुल भी फिक्र ना करे भईया देखना आप आपकी बहन शीना बहुत खुश रहेगी...
और फिर शादी के वक्त जहां परी , शीना , लीजा और एंजिला दुल्हन के जोड़ने मंडप में होती है तब शीना अपने साथ लीजा, एंजिला और परी को देखती है लेकिन उसे तीनों के चेहरे धुंधले से दिखते है शीना कोशिश करती है ताकि तीनों का चेहरा ठीक से देख सके लेकिन नहीं देख पाती तभी मंडप में दूल्हा आता है जिसे चारों देखते है तभी शीना जैसे ही देखती है दूल्हे को उसकी आंखे बड़ी हो जाती है और तब....
कविता – (नींद से झटके से जाग के) ये कैसा सपना था मेरी शादी हो रही है और दूल्हा साहिल की तरह दिख रहा था लेकिन मुझे शीना नाम से क्यों बुलाया जा रहा था ये क्या हो रहा था क्या सच में मेरी शादी साहिल भाई से हो रही थी तो बाकी की तीन लड़कियां कौन थी कौन है ये लीजा, एंजिला और परी इनका चेहरा क्यों नहीं दिख रहा था मुझे और कौन था मेरा वो भाई...
नींद से जागने के बाद कविता को बड़ी बेचनी हो रही थी इस बात से उसे समझ नहीं आ रहा था कि आखिर ये कैसा सपना था जो उसने देखा...
खेर जब ये सब हो रहा था उससे पहले एक कमरे में साहिल और कमल सो रहे थे तभी साहिल नींद में सपना देख रहा था जिसमें वो एक कमरे में आता है तब...
साहिल – क्या बात है परी आज तुम बहुत खुश लग रही हो...
परी – (साहिल के पास आके) मै तो हमेशा से खुश रहती हु लेकिन आज आपको ऐसा क्यों लगा....
साहिल – (परी को गले लगा के) कुछ नहीं मुझे लगा सो कह दिया...
परी – (साहिल के गले से अलग होने की कोशिश करते हुए) हटिए अब मै बहुत थक गई हु सोने दीजिए मुझे...
साहिल – (परी के गले लगे हुए) बस कुछ देर रहने दो ऐसे ही परी तुम्हारे गले लगते ही मुझे बहुत सुकून मिलता है जैसे शरीर को अजीब सी शांति मिलती है मेरे दिल को ऐसे लगता है बस तुम्हारी गोद में सिर रख के चैन से सोता रहूं जैसे अपनी मां गोद में हूँ...
परी – (मुस्कुरा के अलग होते हुए) आपको मना किसने किया है (साहिल का हाथ पकड़ बेड में बैठ के साहिल के सिर को अपनी गोद में रख उसके सिर पे हाथ फेरते हुए) मुझे भी अच्छा लगता है जब आप मेरी गोद में सिर रख के लेटे रहते है मन शांत हो जाता है मेरा भी...
साहिल – (आंख बंद कर परी के गोद में सिर रखे हुए बोलता है) परी एक बात कहूं...
परी – हम्ममम कहिए....
साहिल – सभा में मा के लिए मेरी शादी के फैसले से आपको एतराज तो नहीं...
परी – बिल्कुल नहीं मा ने जो किया सोच समझ के किया है फैसला मा कभी अपने बच्चों का बुरा नहीं चाहेगी...
साहिल – क्या तुम्हे लगता है तीन शादी होने के बाद उनका तुम्हारे प्रति व्यवहार कही गलत हुआ तो...
परी – (मुस्कुरा के) ऐसा कुछ नहीं होगा...
साहिल – और ऐसा क्यों...
परी – क्योंकि मुझे विश्वास है खुद पे और आप पर भी देखना हम चारों बहने बन के एक साथ रहेगी हम चारों का प्रेम आपके लिए कभी कम नहीं होगा...
साहिल – (परी की बाते सुन के) परी मै वादा करता हु तुमसे हमेशा ऐसे ही प्यार करता रहूंगा भले ही परिस्थिति कैसी भी हो....
परी – (मुस्कुरा के) अच्छा सोच लीजिए कही मुझे भूल गए तो...
साहिल – (मुस्कुरा के) सोच लिया मेरी जान तुम्हे मै कभी नहीं भूल सकता हूँ और अगर कभी ऐसा हुआ तो तुम मुझे हमारा प्यार याद दिला देना कि मैं क्या हूँ तुम्हारा...
परी – अच्छा भला आपसे जबरदस्ती कैसे कर सकती हूँ मै आप तो बहुत ज्यादा ताकतवर हो...
साहिल – लेकिन तुम्हारे प्यार से ज्यादा ताकत कहा मेरी जान...
दोनों मुस्कुरा के गले लग जाते है...
तभी फोन की घंटी बजने लगती है जिससे साहिल की नींद खुल जाती है तब...
साहिल – (नींद से जाग के गुस्से में) इसकी मां का कितना अच्छा सपना देख रहा था मादरचोंद कौन अपनी मां चुदवा रहा इस वक्त...
तभी मोबाइल को देख जिसमें घंटी बज रही थी स्क्रीन में नाम देख फिर गुस्से में कमल को देख के...
साहिल – (कमल को नींद से उठाते हुए) उठ बे तेरा फोन बज रहा है...
जब कमल नहीं उठता तो कमल के पिछवाड़े पे लात मारता है जिससे कमल नींद में ही बेड से नीचे गिर जाता है तब....
कमल – (दर्द में) आई इसकी मां का कौन है बे जो सुबह सुबह अपनी गांड़ मराने आ गया...
साहिल – चुप बे साले तेरे फोन के चक्कर में मेरी नींद खराब हो गई और तू सो रहा है देख तेरा फोन बज रहा है....
कमल – (गुस्से में फोन को) तेरी मां का चूत मारू साला रण्डी की औ...
तभी फोन की स्क्रीन पर नाम देख बीच में चुप हो जाता है कमल और मुस्कुरा के फोन उठा के...
कमल – हेल्लो कैसी हो अवनी...
साहिल – (धीरे से) आए भोसड़ीके...
कमल – (साहिल को धीरे से) चुप कर यार प्लीज....
अवनी – मै तो ठीक हूँ तुम बताओ क्या कर रहे हो चलना नहीं है जॉगिंग में भूल गए क्या कल बोला था मैने...
कमल – अरे ऐसे कैसे भूल सकता हूँ बस 5 मिनिट में आया मै...
अवनी – ठीक है जल्दी आ जाओ हॉल में इंतजार कर रही हूँ मै...
बोल के कॉल कट कर दिया दोनों ने तब...
कमल – (मुस्कुरा के साहिल से) चल भाई जल्दी से तैयार होजा वॉक पर चलते है हम....
साहिल – हम से क्या मतलब है तेरा बे तू अकेले जा समझा.....
कमल – चल ना यार क्यों भाव खा रहा है वैसे भी कल शादी है उसके बाद तो हम दोनों तेरे घर में होगे लेकिन इतनी आजादी नहीं होगी बे चल आ यार...
साहिल – चल ठीक है ठीक है चलता हूँ मै...
बोल के दोनों फ्रेश होके तैयार होके नीचे हाल में आ जाते है जहां हवेली के गेट में अवनी खड़ी होती है तब...
धीरेन्द्र – (साहिल और कमल को देख) क्या बात है बेटा आज जल्दी जाग गए....
साहिल – हा दादा जी हम लोग बाहर वॉक पर जा रहे है...
धीरेन्द्र – अच्छा अच्छा ठीक है जाओ वॉक करके आ जाओ जल्दी आज बहुत काम है...
साहिल – हा दादा जी जल्दी आते है हम...
बोल के निकल गए दोनों साथ में अवनी भी बाहर आके कमल और अवनी आपस में बात करते हुए चलने लगे वही साहिल धीरे धीरे दोनों के पीछे चल रहा था ताकि अवनी से बात न हो जबकि अवनी कोशिश कर रही थी को शायद बात हो जाय साहिल से लेकिन साहिल मौका नहीं दे रहा था तब...
अवनी – (वॉक करते हुए कमल से) कमल ये साहिल भाई पीछे क्यों चल रहे है बोलो न साथ में चले हमारे....
कमल – तुम जानती हो अवनी और मैने भी तुम्हे कहा था थोड़ा वक्त दो उसे भी यार एक दम से ऐसा होना इतना भी आसान नहीं है ये...
अवनी – हम्ममम मैने सोचा शायद आज बात हो जाय भाई से मेरी...
कमल – चिंता मत करो यार रात में पार्टी है तब ट्राई करना तुम...
ये दोनों तो वॉक करते करते अपनी बाते कर रहे थे जबकि साहिल पीछे अकेले था मन में सेमेंथा को याद कर रहा था तभी साहिल के पीछे से....
लड़की – तो इतनी सुबह सुबह क्या हो रहा है...
साहिल – (अपने पीछे सेमेंथा को देख) आ गई तुम मै सोच ही रहा था तुम्हारे बारे में...
सेमेंथा –(मुस्कुरा के) तुमने याद किया मै आ गई....
साहिल – सच में मेरे याद करते ही तुम आई हो...
सेमेंथा – हा साहिल जब भी तुम मुझे याद करोगे अपने साथ पाओगे...
साहिल – (मुस्कुरा के) तब तो मै हमेशा तुम्हे याद करता रहूंगा ताकि तुम हमेशा मेरे साथ ऐसे ही रहो....
सेमेंथा – वो तो वैसे भी मै रहूंगी तुम्हारे साथ हमेशा....
साहिल – आज रात पार्टी है मै तुम्हे मिल वाऊगा अपनी दादी और कमल से बहुत खुश होगे दोनों तुमसे मिल के....
सेमेंथा – तुम चाहते हो मै सबके सामने आऊं....
साहिल – हा लेकिन आज रात को जब मै कहूं तुमसे तब....
सेमेंथा –(मुस्कुरा के) ठीक है मै इंतजार करूगी साहिल....
बोल के ये दोनों भी वॉक करने लगे साथ में कुछ देर बाद ये लोग हवेली वापस आ गए आते ही...
दादी – (साहिल , कमल और अवनी को साथ देख) कहा से आ रहे हो तुम तीनों...
कमल – दादी हम लोग वॉक पर गए थे वहीं से आ रहे है....
दादी – अच्छी बात है चलो जल्दी से तैयार हो जाओ तुम लोग नाश्ता लगने वाला है...
बोल के अवनी चली गई और साहिल भी निकल गया कमरे में तैयार होने के लिए तभी कमल रुक गया दादी के पास जहां दादी सुनीता और अमृता से बात कर रही थी तब....
कमल – (दादी से) दादी आपसे एक जरूरी काम है मुझे....
दादी – हा बोलो ना क्या काम है...
कमल – मैने एक प्लान बनाया है आज रात को पार्टी के लिए....
सुनीता – कैसा प्लान कमल...
कमल – वो मा मै सोच रहा था क्यों ना आज रात की पार्टी में कुछ ऐसा करे कि साहिल गाना गाय...
सुनीता – मतलब क्या मै समझी नहीं....
दादी – (सुनीता को रोक के) एक मिनिट सुनीता , हा कमल बात क्या है पहले वो बता उसके बाद...
जिसके बाद कमल सारी बात बताता है कैसे शिवानी , पायल , सुरभि , शबनम और रचना से बात हुई थी सारी बात बता के...
कमल – दादी प्लीज....
दादी – (मुस्कुरा के) तो तू ये सब शबनम और पायल के लिए कर रहा है....
कमल – जी दादी पहली बार मेरी बहनों ने कुछ मांगा है कैसे मना कर दूं...
दादी – (मुस्कुरा के कमल के गाल पर हाथ फेर के) ठीक है तुझे जो करना है कर ले मै साथ हूँ तेरे....
कमल – (खुश होके) थैंक यूं दादी...
बोल के दादी आगे चली गई जबकि...
सुनीता – अगर बेटियों को सरप्राइस ना देना होता तो अभी सबके सामने तुझे गले लगा लेती...
कमल – (धीरे से) कोई बात नहीं मां ऐसा मौके मिलेगा आपको...
मुस्कुराते हुए सुनीता चली गई वहां से और कमल अपने कमरे की तरफ साहिल और कमल तैयार होके नीचे आ गए नाश्ते के लिए जैसे ही कुर्सी में बैठने जा रहे थे तभी 2 गाड़ियों के रुकने के आवाज आई जिसे सुन सबका ध्यान हवेली के गेट की तरफ गया जहा से रनवीर अन्दर आ रहा था तभी सबका ध्यान रनवीर पर गया साथ उसके बॉडीगार्ड पर जिन्हें रनवीर ने हवेली के गेट पर रोक दिया था तभी रनवीर का ध्यान साहिल की तरफ गया जिसे देख रनवीर हैरान होगया जबकि रनवीर को देख सुमन और कविता दोनों के चेहरे पर गुस्सा और नफरत साफ छलक रहे थे जिसे दादी देख के हल्का मुस्कुरा रही थी जबकि साहिल तो इस तरह खड़ा था जैसे उसे इन सबसे मतलब ही ना हो तभी...
रनवीर – (साहिल से) तू अभी तक यहां पर है....
साहिल – (मुस्कुरा के) ये बात आप अपने को बता रहे हो या मुझे बता रहे हो....
धीरेन्द्र – (बीच में आके रनवीर से) रनवीर जैसा तुम समझ रहे हो वैसा कुछ नहीं है (अपने साथ कमरे में ले जाते हुए) चलो तुमसे कुछ बात करनी है मुझे...
बोल के रनवीर को अपने साथ लेके निकल गया धीरेन्द्र उसके जाते ही सभी लोग बैठ के नाश्ता करने लगे जहां दादी , साहिल , कमल , सुमन और कविता को छोड़ के बाकी के लोगों के दिल में एक डर सा आ गया था रनवीर को देख के की कही रनवीर कुछ कर ना दे साहिल के साथ क्योंकि उस रात रनवीर तो चला गया था उसके बाद ही पता चला था सबको सच का जबकि रनवीर को किसी ने बताया नहीं था इस बारे में लेकिन वही एक लड़की और थी जो रनवीर को देख उसकी आंखों में गुस्सा साफ झलक रहा था वो थी सेमेंथा जिसे कोई देख नहीं सकता था साहिल के सिवा अब सेमेंथा को गुस्सा क्यों था पता नहीं खेर जैसे ही सबका नाश्ता खत्म हुआ सब उठ गए थे तब साहिल और कमल इंतजार कर रहे थे धीरेन्द्र का तभी कमरे का दरवाजा खुला धीरेन्द्र और रनवीर बाहर आए जहां धीरेन्द्र मुस्कुरा रहा था वही रनवीर चुप चाप था सबके पास आते ही....
रनवीर – (साहिल से) सुनो लड़के....
साहिल – आपने मुझे कुछ कहा...
रनवीर – हा तुम्ही से बोल रहा हूँ मेरा सामान उठा के कमरे में रख दो....
साहिल – (रनवीर के सामने आके) मेरा एक नाम भी है मिस्टर जैसे आपका नाम है उसी तरह...
रनवीर – अच्छा क्या नाम है तेरा....
साहिल – साहिल....
रनवीर – (मुस्कुरा के) क्यों बाप का नाम नहीं है क्या....
साहिल – (मुस्कुरा के) मेरा पूरा नाम साहिल प्रताप सरला सिंह है और मुझे यकीन है आपको तस्सली हो गई है...
रनवीर –(जवाब सुन हसी रोक के) हम्ममम जाके मेरा सामान कमरे में रख दो....
कमल – (रनवीर के सामने आ मुस्कुरा के) जरूर रख देके सर जी लेकिन क्या है ना हमें और भी जरूरी काम है जैसे कि कल शादी है उसकी काफी तैयारी करनी है तो आप अपने बॉडीगार्ड से करवा लीजिए ये काम...
साहिल – (कमल से) अबे पागल है क्या जरा भी मैनर्स है कि नहीं तुझमें यही पढ़ाई लिखाई की है तूने अबे जरा इनको गोर से देख इनकी उमर का ख्याल कर यार बेचारे कैसे 4 बैग उठाएंगे कैसे ले जाके कमरे में रखेंगे तुझे तो जरा भी समझ नहीं है मदद कर देते है बेचारे बुजुर्ग की वर्ना शादी में कैसे शामिल होगे अगर समान उठाएंगे तो पैर और कमर दर्द के कारण शादी के वक्त भी कमरे में आराम करते रहेंगे दर्द लेके...
बोल के साहिल और कमल मुस्कुराने लगे तब...
कमल – (साहिल से) अरे हा यार माफ करना मेरी अकल घास चाटने चली गई थी चल अभी मदद कर देते है (रनवीर को देख) बुजुर्ग अंकल की...
रनवीर – (गुस्से में) शादी में काम करने के लिए आए हो वही करो ज्यादा ज्ञान मत बाटो....
रनवीर की बात सुन कमल गुस्से में तुरंत बैग नीचे रख रहा था तभी...
साहिल – (कमल से) अरे परेशान मत हो , तू बैग लेके चल मै अभी आता हु (रनवीर से) शादी में काम करने जरूर आए है वो भी दादा जी के लिए आपके बैग उठाने के लिए नहीं वैसे आप मेहमान बन के आए हो ऊपर से बुजुर्ग इसीलिए इतना कर दे रहे है ठीक है शादी को एंजॉय करो बस आप...
बोल के मुस्कुराते हुए साहिल बैग लेके जाने लगा तभी....
सुमन – (साहिल से) ये बैग नीचे वाले कमरे में रख देना प्लीज...
सुमन की बात सुन साहिल और कमल रुक गए तभी...
रनवीर – नीचे कमरे में क्यों ऊपर अपने कमरे में रखने दो....
सुमन – ऊपर वाले कमरे में मै , कविता और निधि है इसीलिए....
रनवीर – ठीक है...
बात सुन साहिल और कमल ने नीचे वाले कमरे में रख दिया समान और बाहर चले गए धीरेन्द्र के साथ लेकिन जब ये सब हो रहा था उस वक्त रनवीर का इस तरह से साहिल से बात करना सुमन और कविता को काटे कि तरह चुभ रहा था लेकिन जब साहिल ने रनवीर को अपना पूरा नाम बताया उससे सुमन को जिसे दिल में तकलीफ सी हुई इस बीच में कमल ने सामने आके रनवीर को जो जवाब दिया उससे दोनों को अच्छा लगा लेकिन जब साहिल ने रनवीर से जो बोला उसके बाद सुमन और कविता की जैसे हसी नहीं रुक रही थी सबके सामने खुल के हस नहीं पा रहे थे इसीलिए सिर नीचे करके हस रहे चुपके से जबकि दादी के चेहरे पर एक कुटिल मुस्कान थी जैसे किसी खिलाड़ी ने अपना खेल जीत लिया हो खेर इसके बाद इस तरफ...
रनवीर – (सुमन से) सुमन सुनो जरा , मुझे तुमसे एक जरूरी बात करनी है...
सुमन – (जो दादी और बाकी औरते के साथ खड़ी थी) अभी मै खाली नहीं हूँ बाद में...
जिसके बाद रनवीर ने कुछ नहीं बोला और कमरे में चला गया...
अमृता – (सुमन से) क्या हुआ सुमन तू गई क्यों नहीं भइया के साथ शायद कुछ जरूरी काम होगा....
सुमन – हम्ममम कोई बात नहीं दीदी बाद में चली जाऊंगी बात करने...
बोल के सुमन फोन मिलाने लगी किसी को तब...
दादी – किसे फोन कर रही हो....
सुमन – वो मा घर में फोन कर रही हूँ लता (घर को नौकरानी) को ताकि साहिल के कमरा सही कर दे...
दादी – (मुस्कुरा के) ठीक है...
तभी सुमन फोन पर बात करने लगती है...
सुमन – (कॉल पे) हेलो लता...
लता – जी दीदी...
सुमन – लता एक काम कर दे ऊपर कविता के कमरे के बगल वाले दोनों कमरे अच्छे से सफा कर दे...
लता – कोई मेहमान आ रहे है दीदी....
सुमन – नहीं लता मेरा बेटा आ रहा है मेरे साथ....
लता – (हैरानी से) आपका बेटा दीदी आप सच बोल रहे हो ना साहिल आ रहा है ना दीदी....
सुमन – हा लता ये सच है साहिल को लारही हूँ अपने साथ हमेशा के लिए वापस अपने घर में....
लता – (खुश होके) वाह दीदी आपने तो सच में बहुत बड़ी खुश खबरी दी है लेकिन दीदी दो कमरे क्यों....
सुमन – लता वो सब जाने दे बस ध्यान से सुन बात को कविता के बगल वाला कमरा साफ कर दे फिर मेरे कमरे में जाके मेरा सारा सामान लाके उसमें रख दे फिर उसके बगल वाला कमरा साफ कर दे उसमें साहिल रहेगा और हा मै भइया से बोल दे रही हूँ बाकी के कमरों की तरह साहिल के कमरे में सारी सुविधा के समान के लिए कल तक आ जाएगा बस तू अच्छे से सेट करवा देना सब कुछ...
लता – हा दीदी सब हो जाएगा लेकिन दीदी बाकी सब ठीक है ना...
सुमन – हा लता सब ठीक है तू बस ये काम कर दे मेरा और हा किसी से कुछ भी कहने की जरूरत नहीं है मै खुद बात कर लूंगी सबसे...
लता – ठीक है दीदी...
बोल के कॉल कट कर दिया उसके बाद...
सुनीता – (सुमन से) क्या बात है सुमन तुमने ऐसा क्यों कहा लता से...
सुमन – कुछ नहीं दीदी बस किसी तरह साहिल के करीब रहना चाहती हूँ मै...
सुनीता – हम्ममम ठीक है (तभी सुमन को गौर से देख के) अरे सुमन तेरा मंगलसूत्र और मांग में सिंदूर क्यों नहीं लगाया...
सुमन – हा वो शायद जल्दी बाजी में ध्यान नहीं रहा होगा दीदी अच्छा दीदी मै आती हूँ राजेश भईया से मिल के ताकि घर का सामान आ जाएं तभी कल तक सेट हो पाएगा क्योंकि परसो जाना है घर पर सबको....
बोल के सुमन चली गई राजेश के पास क्योंकि सुमन समझ गई थी कही सुनीता और सवाल करे इससे पहले वहां से हटना सही रहेगा खेर राजेश के पास आके उसे सारी बात बता दी जिसके बाद....
राजेश – हम्ममम ठीक है सुमन मै अभी बात करता हु आज ही सारी जरूरत का सामान आ जाएगा घर में...
सुमन – ठीक है भईया बस एक बात और कहनी है भईया आपसे...
राजेश – हा बोलो ना सुमन....
सुमन – भइया बस आपसे एक रिक्वेस्ट है आप ये बात रनवीर से मत कहिएगा...
राजेश – हम्ममम समझ सकता हूँ मै रनवीर गरम दिमाग का है तुम परेशान मत हो मै उसे नहीं बताऊंगा इस बारे में....
जिसके बाद सुमन चली गई बाकी औरते के पास उसके जाते ही राजेश ने फोन पर बात करके घर के सामान के बारे में बोल दिया , खेर आज पार्टी का दिन था जिस वजह से साहिल और कमल तेजी से काम में लगे थे आज काम में उनका साथ अवनी और खुशी दे रही थी ताकि साहिल से बात करने का मौका मिल जाए उन्हें लेकिन ऐसा कुछ ना हुआ क्योंकि पार्टी की तैयारी में साहिल को खुद अपने लिए मौका नहीं मिल रहा था और करीब 3 घंटे के बाद ये चारों थके हारे पसीने से लथपथ होके हवेली के अन्दर आ रहे थे तभी....
अवनी – यार मै जा रही हो नहाने बहुत गर्मी लग रही है...
खुशी – (शिवानी से) दीदी मै आपके कमरे में जा रही हूँ नहाने प्लीज आप मेरे कपड़े ला दो...
शिवानी – ठीक है मै लाती हु...
जबकि इधर साहिल और कमल हाल से सीढ़ियां चढ़ते हुए कमरे में जा रहे थे तभी हाल में बैठे सभी औरते देख रही थी दोनों को तब...
सुमन – (कविता से) कविता जल्दी से जाके फ्रिज से बर्फ की ट्रे लेके आ थके हुए आए है बाहर से दोनों ठंडा पानी से राहत मिलेगी उनको...
बात सुन के कविता ट्रे लेके आई जिसे सुमन ने बड़े जग में बर्फ और पानी मिला के लेके जाने लगी साहिल के कमरे में जबकि साहिल कमल कमरे में आते ही पंखा चालू कर दिया तब...
साहिल – अरे यार कौन कहेगा कि सर्दी का वक्त शुरू हो रहा है साला हमारी हालत तो ऐसी है जैसे सर्दी नहीं गर्मी चल रही है ऊपर से ये पंखा भी मारा हुआ चल रहा है यार....
कमल – अरे यार तू ये बाते कर रहा है साला मै तो कसम खा के बोलता हु आज के बाद गांव की शादी तो दूर उसकी तैयारी में भी ना जाऊ मै बहनचोद काम भी कौन सा मिला मुझे लाइट लगाने वाला साला दिमाग की मा चूद गई मेरे कितनी दूर तक लाइट लगवा के आया हु यार मै...
साहिल – हा यार गांव की शादी सच बहुत अजीब होती है बे वैसे एक बात तूने देखी...
कमल – क्या यार फिर से कुछ हुआ है क्या...
साहिल – नहीं बे उस रात के बाद मै देख रहा हूँ रागिनी चाची को कोई उनसे बात नहीं कर रहा है और वो भी बस हर वक्त शादी के काम में लगी रहती है बिना किसी की परवाह के कोई उनसे बात कर रहा है कि नहीं...
कमल – हा यार मैने भी देखा वो सोनम पूनम भी अपनी मां के साथ हे रहती है बाहर दिखती नहीं किसी के साथ और रागिनी चाची भी रात में अपनी बेटी के साथ सोती है अलग कमरे में....
साहिल – हम्ममम देखा कमल अकेले होने पर क्या होता है जब सब आपके साथ हो लेकिन साथ होके भी साथ न हो आपके उस रात जो हुआ उससे पहले यही सब मेरे साथ होता था और आज , मादरचोद ये किस्मत भी एक रण्डी की तरह है किसी की नहीं होती....
कमल – जाने दे यार क्या कर सकते है हम बेचारे राघव चाचा भी कौन सा हवेली में रुक रहे है बस एक दो बार आते है काम करके निकल जाते है खाना तक नहीं खाते है हवेली में...
साहिल – हम्ममम जाने दे यार किसी के फटे में टांग अड़ाने का क्या फायदा , यार बहुत प्यास लग रही है पानी ला दे ना यार....
साहिल की बात सुन कमल कुछ बोलता तभी कमरे में सुमन आ गई ठंडा पानी लेके जो कि बाहर खड़ी होके साहिल और कमल की सारी बाते सुन रही थी तभी सुमन अन्दर आई जिसे देख....
कमल – (सुमन को देख के) अरे आप...
सुमन – (हल्का मुस्कुरा के) हा थके हुए आए हो बाहर से मुझे लगा प्यास लगी होगी इसीलिए ठंडा पानी लेके आ गई (पानी देते हुए) ये लो...
कमल ने पहले लेके पी लिया पानी लेकिन साहिल नहीं ले रहा तब कमल ने इशारा किया तो साहिल ने पानी लेके पीने लगा जिसके बाद...
कमल – (सुमन से) थैंक यूं सच में बहुत जोर की प्यास लगी थी...
साहिल – (कमल की तरह) थैंक यूं...
बोल के चुप हो गया जिसके बाद...
सुमन – (मुस्कुरा के) अभी 6 बजे है आराम कर लो 7 बजे पार्टी शुरू होगी तैयार होके नीचे आ जाना...
कमल – जी ठीक है....
बोल के सुमन चली गई...
कमल – अब कुछ बोलना है तुझे....
साहिल – बस तू जाके नहा ले फिर मै जाता हु नहाने समझा पार्टी में चलना है...
कमल – हा वो तो है ठीक है तैयार होके आता हूँ...
बोल के कमल चला गया नहाने या। तक साहिल पंखे के नीचे लेटा था तभी...
सेमेंथा – साहिल क्या हुआ तुम्हे.….
साहिल – कुछ नहीं यार बहुत थका हुआ हूँ मै और तुम कहा गायब हो जाती हो यार...
सेमेंथा – साहिल मुझे तुमसे एक जरूरी बात करनी है....
साहिल – मुझे भी तुम्हे एक बात बतानी है पहले मेरी सुनो तुम 7 बजे पार्टी शुरू होगी तुम पार्टी में आ जाना सबके सामने मै तुम्हे मिलूंगा वही पर फिर दादी और कमल से मिल वाऊगा तुम्हे...
सेमेंथा – लेकिन मेरी बात...
साहिल – अरे कोई बात नहीं सेमेंथा पार्टी के वक्त बात करेंगे हम चिंता मत करो तुम...
सेमेंथा – ठीक है...
तभी कमल बाथरूम से बाहर आके...
कमल – (साहिल से) अबे क्या बोले जा रहा है बे तू दीवारों से बाते कर रहा है क्या चल जा नहा ले जल्दी से...
कमल की बात सुन साहिल ने सेमेंथा की तरफ देख हल्का हस के बाथरूम में जाने लगा नहाने के लिए दरवाजा बंद कर जैस ही साहिल ने शॉवर चालू किया तभी पलट के देखा अपने सामने सेमेंथा को...
साहिल – (मुस्कुरा के) तुम्हे भी नहाना है...
सेमेंथा –(मुस्कुरा के) सोच यही रही हूँ मै...
साहिल – सोच लो कही फायदा ना उठा लू मै तुम्हारा....
सेमेंथा – (मुस्कुरा के) उठा लो रोका किसने है....
साहिल – (मुस्कुरा के) आज नहीं ये मौका हमे बहुत बार मिलेगा आज थोड़ा जल्दी में हूँ पार्टी में इंतजार कर रहे होगे दादी और दादा जी...
शॉवर के नीचे दोनों खड़े होके एक दूसरे को चूम के नहाने लगे दोनों क्योंकि पार्टी का समय हो रहा था इसीलिए दोनों ने जल्दी से नहा के निकल आए बाहर आते ही देखा कमल जा चुका था कमरे से बाहर पहले से तब...
साहिल – (सेमेंथा से) मै तैयार होके नीचे जा रहा हूँ तुम जल्दी आ जाना ठीक है...
बोल के साहिल तैयार होके निकल गया कमरे के बाहर उसके जाते ही सेमेंथा मुस्कुरा के गायब हो गई....
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जारी रहेगा![]()