Update 2
उस रात गौरव ऐसे वैसे करके सो गया लेकिन अगली रात फिर से उसे वही सब बाते याद आने लगी। उसने सोचा क्यू ना इसबारे में नेट पे कुछ इन्फॉर्मेशन निकाले कही ये कोई मानसिक बीमारी तो नही?
वो उसकी फीलिंग्स रिलेटेड सर्च करने लगा धीरे धीरे उसे कुछ चीज समझ आने लगी और उसे मजा भी आने लगा... ऐसेही सर्च करते हुए वो एक स्टोरी पे आके रुका वो पढ़ने लगा... उस स्टोरी में भी उसने पढ़ा की एक पति अपनी पत्नी को दूसरे मर्दों से चुदवाता है और खुद उसकी चुदाई देख के लन्ड हिलाता है। स्टोरी पढ़ते पढ़ते वो अपना लन्ड सहलाने लगा।
गौरव कुछ और स्टोरी पढ़ने लगा... लिंक से लिंक मिलते हुए वो पोर्न पे चला गया...पोर्न में भी उसने देखा की एक छोटे लन्ड वाला पति उसकी पत्नी को बड़े लन्ड पे उछलता देख लन्ड हिला रहा है...
वो ये सब देख के बहोत जादा उत्तेजित हो उठा।
अब वो आगे जो भी देख रहा था या पढ़ रहा था उसमे वो खुद को और ज्योति को इमेजिन कर रहा था। उसका लन्ड रॉड जैसे टाइट हो गया था जिसे वो धीरे धीरे सहला रहा था।
फिर ऐसेही उसे एक ऑनलाइन चैट साइट मिली... उसमे उसने लॉग इन किया और देखा की वहा हर तरह की सेक्स चैट हो रही थी।
उसने देखा की कुछ लोग जनरल चैट में लिख रहे थे "मेरी बीवी बहोत सेक्सी है" कोई लिख रहा था "मेरी बीवी के बूब्स बहोत मस्त है" और कोई लिख रहा था "मेरी बीवी को चोदो"
ये सब पढ़ कर गौरव हैरान था और साथ साथ उत्तेजित भी।
वो देखना चाहता था की लोग किस तरह रिप्लाई करते है।
तो उसने भी हिम्मत करके लिख दिया "मेरी बीवी की गांड़ बहोत मस्त है"
तुरंत ही उसे प्राइवेट चाट में मैसेज आने लगे।
उसका दिल बहोत जोर जोर से धड़क रहा था।
उसने एक आदमी का मैसेज खोला उसका नाम "काला लन्ड"
था। उसने लिखा था "क्या साइज है?
गौरव ने जवाब में लिखा "38"
उसका जवाब आया "वाह्ह्ह मस्त है चोदने में मजा आयेगा"
गौरव को अजीब सा लगा उसने तुरंत उसका विंडो बंद कर दिया।
और दूसरा खोला "गांड़ मटका के पूरे मोहल्ले का लन्ड खड़ा करती है क्या?"
गौरव ने उसे भी बंद कर दिया।
एक एक करके गौरव सब मैसेज पढ़ रहा था।
और गंदे गंदे कॉमेंट्स पढ़ के अपना लन्ड हिलाते जा रहा था।
उसने देखा काला लन्ड ने फिर से मैसेज भेजा था।
उसने खोला "अरे दोस्त बात करो मैं कोनसा रियल में तुम्हारी बीवी चोदने वाला हु"
गौरव को लगा की ha ये तो सच बात है।
वो उस आदमी से चैट करने लगा।
काला लन्ड:- पहली बार इस साइट पे आए हो क्या?
गौरव:- हा...
काला लंड: - तभी मेरा मैसेज पढ़ के भाग गए...देखो यार यहा जो जनरल चैट रूम में जैसा लिखता है वैसा उससे बात करते है तुमने लिखा मेरी बीवी की गांड़ बहोत मस्त है तो मैने उस हिसाब से जवाब दिया।
गौरव:- ओके कोई बात नही...थोड़ा अजीब लगा इसलिए...
वो आदमी बहोत एक्सपेरिंस्ड और शातिर था...उसे समझने में देर नहीं लगी की गौरव उस साइट pe क्यों आया होगा।
काला लन्ड:- सुरु में ऐसाही होता है...वैसे तुम यहाँ क्यो आए हो?
मुझे बता सकते हो हम कहा जानते है एकदूसरे को... शायद मैं तुम्हारी कोई हेल्प कर सकू...
गौरव सोच में पड़ गया... उसने सोचा की हा कहा हम एकदुआरे को जानते है...इससे बात करूंगा तो क्या बिगड़ जायेगा।
फिर गौरव ने उसे सारी बात बता दी।
वो आदमी समझ गया की गौरव थोड़ा कन्फ्यूज है...वो बोला "देखोंदोस्त ये कोई मानसिक बीमारी नहीं है... सबके साथ होता है मैं भी शादीशुदा हूं मुझे किसी और की बीवी चोद के मजा आता है चैट में किसीको खुद की बीवी चुदते हुए देखने की बात करके।
होता है ये सब नॉर्मल है... एक टाइम के बाद अपनी बीवी बोर लगने लगती है सेक्स में पहले जैसी बात नही रहती तो थोड़ा सेक्सलाइफ को स्पाइस अप करने के लिए लोग ये सब करते है...
गौरव को उसकी बात सही लगी... और जो वो थोड़ी देर पहले पढ़ रहा था उसमे भी ऐसाही कुछ लिखा था।
काला लन्ड:- देखो तुम एक काम करो यहां जो लोग अपनी बीवी चुदवाने की बात रहे है उनसे चैट करो तुम्हे समझ आएगा अच्छी तरह और फिर मुझसे बात करो।
गौरव वहा कुछ लोगो से चैट करने लगा.... कोई कहता की मेरा लन्ड छोटा है इसलिए मैने बीवी को चुद वाना सुरू किया लेकिन अब मुझे उसमे मजा आने लगा है....कोई कहता की एक्सीडेंटली सुरु हुआ लेकिन अब हम साथ में एन्जॉय करते है...कोई कहता की सुरु से ही मुझे ऐसा सोच के मज़ा आता था और अब ये हाल है की जबतक बीवी को कोई चोदता नहीं मेरा खड़ा ही नही होता....और भी बहोत कुछ बाते.....
गौरव अब थोड़ा रिलेक्स फील कर रहा था। जो सोच सोच के उसका दिमाग खराब हो रहा था अब वो काफी हद्द तक रिलैक्स हो गया था।
और उसे बाकी लोगों से चैट करते हुए मज़ा भी आ रहा ,उसने फिर काला लन्ड को मैसेज किया....
काला लन्ड:- हा दोस्त बोलो समझ आया सब?
गौरव:- हा आया बहोत कुछ....
काला लन्ड:- अगर अपनी बीवी से ऐसी बाते कर सकते हो तो उसके साथ ऐसी बाते करके चुदाई एंजॉय करो और अगर नही कर सकते तो ऐसे मेरे जैसे के साथ....समझे?
गौरव:- हा समझ गया...
काला लन्ड:- अच्छा एक बात बताओ उस लड़के का लन्ड बहोत बड़ा था क्या??
ये देखो... उसने अपने लन्ड की एक पिक गौरव को भेजी...
इससे बड़ा था?
गौरव ने गौर से देखा ये लन्ड उस लड़के से भी बड़ा लग रहा था...
गौरव:- नही ये उससे बड़ा है...
काला लन्ड:- फिर तो ज्योति भाभी को इस लन्ड से और जादा मज़ा आएगा....क्या लगता है तुम्हे?
गौरव सोचने लगा कि ज्योति उस लन्ड को चूस रही है
उसको चूत में ले रही है...
ये सोचते हुए वो अपना लन्ड सहलाने लगा।
गौरव:- हा इस लन्ड से ज्योति को और मजा आयेगा.... गौरव अब धीरे धीरे इस फीलिंग के आगोश में जा रहा था।
वो आदमी समझ गया कि गौरव को अब मजा आने लगा है...
काला लन्ड:- अच्छा मस्त हो जायेगी उसकी चूत है ना?
गौरव:- हा....
काला लन्ड:- अच्छा एक फोटो दिखाओ ना ज्योति भाभी की...
गौरव:- नही नही फोटो नही...
काला लन्ड:- ha दोस्त मैं समझता हूं... मुझे बस ज्योति भाभी देखना है। और यहा से मैं पिक डाउनलोड नही कर सकता और ना ही स्क्रीनशॉट ले सकता हु। सेफ है दोस्त....
गौरव को ये आइडिया सही लगा
गौरव ने ज्योति की कुछ सेक्सी पिक्स भेज दी उसे भेज दी।
वो आदमी ज्योति की बॉडी देख के पागल हो गया... सोचने लगा "ओहह क्या मस्त माल है यार सच में वो लड़के तभी इसे देख के पागल हो गए ... सच में इसे तो मैं पूरा हफ्ता बिना रुके चोद सकता हु"
काला लन्ड:- wow दोस्त भाभी सच में एकदम मस्त सेक्सी मालहै मुझे मिल जाय तो मैं बस इसकी चूत में लन्ड डाले पड़ा रहूं
गौरव ये सुन उत्तेजित होने लगा...
तभी उस आदमी ने अपनी लाइव पिक भेजी विथ फेस...गौरव ने देखा वो आदमी एकदम हट्टाकट्टा था और लन्ड तो पहले ही देख चुका था लेकिन उस बॉडी के साथ और भी बड़ा लग रहा था...
काला लन्ड:- देखो दोस्त भाभी की पिक देख के मेरी हालत.... दोस्त कभी तुम और भाभी किसी दूसरे मर्द से चूदवाने का सोचो ना मुझे मौका जरूर देना... खुश कर दूंगा दोनो को...
गौरव ऑलरेडी उस आदमी के नीचे ज्योति को इमेजिन करने लगा था।
गौरव:- हा जरूर.. कैसे चोदोगे ज्योति को बताओ ना....गौरव अब उत्तेजना के चरम पर था...
काला लन्ड:- ये ऐप पे आ जाओ वाइस कॉल पे बात करेंगे...
उसने उसकी id दी।
गौरव जल्दी जल्दी ऐप डाउनलोड किया और वाइस कॉल pe कनेक्ट हो जाता है...
K:- गौरव भाई ज्योति भाभी सच में बहोत हॉट है... नंगी तो एकदम कमाल लगती होगी...
G: हा बहोत...
K:- शरमाओ मत खुल के बोलो... जितना खुल के बोलोगे उतना मजा आयेगा...
G:- हा दोस्त बहोत हॉट लगती है... खासकर के उसकी गांड़ एकदम गोरी है...
K:- उफ्फ उसकी गांड़ पे अगर मेरा लुंड रगडूंगा तो क्या सीन होगा ना..... उसकी गोरी गांड़ और मेरा काला लन्ड
गौरव ये सब इमेजिन करने लगा उसका लन्ड रॉड जैसे टाइट हो गया था।
G:- अअह्ह्ह्ह उफफफ
K:- क्या हुआ गौरव भाई सोच के लंड खड़ा हो गया न? सोचा अगर सच में ज्योति भाभी को चोदेगा तो कितना मजा आयेगा
G:- आह्ह्ह हा बहोत मज़ा आएगा
K:- सोचो मैं ज्योति भाभी को झुका के पीछे से उसकी चूत में लंड डाल रहा हु कैसा लग रहा है?
G:- येस्सस्स्स उम्मम्म बहोत अच्छा
K:- ज्योति भाभी बोल रही है आअह्ह्ह जल्दी डालो ना और गोरी गांड हिला के मेरे लंड पे रगड़ रही है
गौरव ये सब पढ़ के सीन को इमेजिन करके जोर जोर से लंड हिला रहा था।
K:- मैं बोला उसे देख गौरव तुझे चुदते हुए देख कैसे लंड हिला रहा है...तो वो तुझे बोली गौरव बोलो ना इसे की जल्दी से डालो लंड और चोदो मुझे अपने काले मोटे लंड से
G:- अह्ह्ह हा
K:- बोलो गौरव ....
G:- येस्सस्स जल्दी से चोदो ना उफफ
K:- अच्छेसे बोलो दोस्त..
G:- येसस्स जल्दी डालो अपना तगड़ा लंड मेरी बीवी की चूत में उफ्फफ्फ और मस्त चोदो उसे उफ्फ आह्ह्ह्ह और मत तड़पाओ उफ्फ
और ये बोलते ही गौरव के लंड ने पानी छोड़ दिया.... फच फच करते हुए झड़ने लगा....उसने देखा की उसका कम हमेशा जितना निकलता है उससे जादा निकाला।
K:- येस्सस्स्स अअह्ह्ह्ह ज्योति भाभी उफ्फ
गौरव ने तुरंत उस ऐप को लीव कर दिया। वो आदमी समझ गया की गौरव झड़ गया है।
K:- मजा आया? चलो मन हुआ तो बाद में बात कर लेना और मजा दिलाऊंगा।
कुछ टाइम बाद गौरव थोड़ा रिलेक्स हुआ और सोचने लगा "उफ्फ बहोत मज़ा आया यार... लेकिन क्या ये सही है? यार छोड़ो सही गलत मैं कोनसा रीयल में किया.... हां चलो सो जाते है बहोत लेट हो रहा है...और कल ज्योति भी आनेवाली है।
अगले दिन जब गौरव ऑफिस से वापस आया तो ज्योति आ चुकी थी। घर आया ज्योति ने उसे गले लगा के वेलकम किया।
थोड़ी देर दोनो ऐसेही बाते करने लगे तभी उनकी नौकरानी का पति आया ज्योति उनको घर का कुछ पुराना सामान और कपड़े देने लगी।
गौरव ने देखा नौकरानी का पति ज्योति को घूरे जा रहा था। उसकी चूचियां गांड देख रहा था।
गौरव उसे देखने लगा। "ओहहल्ह्ह कैसे घूर रहा है साला जैसे नंगी खड़ी हो ज्योति उसके सामने"
ये खयाल दिल में आते ही उसका लन्ड हरकत करने लगा। "आह्ह्ह्ह यार वो काला लंड सही कह रहा था ये फीलिंग एक बार आ गई आसानी से नहीं जाती... अब जब भी ज्योति के आसपास किसीको देखोगे उसे उसकी चुदाई हो रही है ये इमेजिन करना सुरु कर दोगे... "
उसने उधर देखा किचन में दोनो ही थे..."उफ्फ काश ये ज्योति को वही चोद दे उम्मम्म.... ओह नहीं यार ये मैं क्या सोचने लगा.. पर यार सोच के लंड एकदम टाइट हो गया.. उसने फिर दोनो को देखा और इमेजिन करने लगा....ज्योति झुकी हुई है साड़ी ऊपर करके और वो उसकी गांड़ को सहलाते हुए चोद रहा है....ज्योति बोल रही है आह्ह्ह चोदो उफ्फ और जोर से उम्मम् "
गौरव अलग ही दुनिया में चला गया....तभी ज्योति की आवाज से वो वापस आया...
J:- क्या? कहा खो गए?
G:- kkkk कुछ नही...हो गया तुम्हारा? बहोत भूख लगी है।
J:- आप जाओ फ्रेश हो जाओ...मैं खाना लगाती हु।
दोनो ने खाना खाया और बेडरूम में आ गए। गौरव ने ज्योति को अपनी बाहों में लिया...और किस करते हुए उसकी चूचियां मसलने लगा....
J:- आह्ह्ह क्या हुआ बड़े उतावले हो रहे हो आज....
G:- उम्मम्म हा मेरी जान तुम्हे देख के कंट्रोल नही होता ...
J:- अच्छा जी...
G:- मैं ही नहीं कोई भी कंट्रोल खो दे तुम्हारी गदराई जवानी देख के...देखा नही वो मालती का पति कैसे घूर रहा था... अकेली रहती ना तो पकड़ के चोद देता तुम्हे वो....
गौरव के मुंह से निकल गया... ज्योति ने भी नोटिस किया था लेकिन इग्नोर कर दिया था तभी.... लेकिन ज्योति को एनिवर्सरी वाली रात याद आ गई कैसे उस रात वो लडको की बात करते हुए गौरव ने दो बार उसे चोदा था.. ज्योति को लगा की वैसा ही आज भी गौरव मुझे चोदेगा तो मजा आ जायेगा इसलिए उसने सोचा की चलो गौरव को और उत्तेजित करती हु.. उसने लंड को पकड़ा और सहलाने लगी..
J:- उम्मम हा मैंने भी देखा था उसका तो तंबू बन गया था पैंट में.... बहोत बड़ा लग रहा था...
गौरव को एक्सपेक्ट नहीं था पर ज्योति के मुंह से ये सब सुनके उसका लन्ड रॉड जैसे टाइट हो गया था.... उसने सोचा की अगर ज्योति भी खुद यही बात करना चाहती है तो ....
G:- आह्ह सच में? तो फिर पकड़ा क्यों नहीं? अकेली तो थी किचन में उसके साथ....
J:- आअह्ह्ह मन तो बहोत हुआ...
G:- क्या मन हुआ??
J:- की उसको पकडू चूसू....
G:- उफ्फ सच में ज्योति? क्या नाम है उसका....
J:- रमेश.....
G:- तो सोचो मैं रमेश हु....बताओ क्या करती उसके साथ?
ज्योति ने गौरव की आखों में देखा उफ्फ गौरव...क्या बोल रहे हो....क्या तुम सच में ये करना चाहते हो?
G:- ज्योति को किस किया... हां क्यू मज़ा नही आरा तुम्हे?
J:- हा मज़ा तो आ रहा है...
G:- तो फिर करो ना.... आज कुछ अलग मजा करते है... मैं रमेश बन जाता हु....
ज्योति को भी ये आइडिया काफी एक्साइट कर रहा था।
J:- ठीक है जैसा तुम कहो...एक काम करो मैं यहाँ लेट जाती हु तुम्हे पैर दबाने को कहूंगी...
गौरव ये सुन के हैरान हुआ की ज्योति इन सब बातो के बारे में जानती है... लेकिन उसने कभी बताया नही...
J:- क्या हुआ क्या सोच रहे हो?
G:- कुछ नही मुझे नही पता था तुम भी ये सब जानती हो?
J:- हम्म मुझे बहोत कुछ पता है तुम्हे क्या लगा? चलो न जान अब टाइम वेस्ट मत करो....
G:-ok जान...मालकिन आपने बुलाया...
J:- हा रमेश मेरे पैर में मोच आ गई है मालती ने कहा था की तुम्हे ठीक करनी आती है देखो ना..
G: जी मालकिन... गौरव जो किंरामेश बन गया था वो बेड पे बैठ जाता है ज्योति उसे देखते हुए नाइटी घुटनों तक ऊपर सरका देती है... गौरव ज्योति की अदा देख पागल हो जाता है...
R:- घुटने पे हाथ रख के यहां मोच आई है क्या??
J:- नही रमेश ऊपर...
R:- अपना हाथ और ऊपर सरका देता है.... यहां?
J:- और ऊपर... उफ्फ
रमेश ज्योति की आखों में देखते हुए...."लगता है काफी अंदर मोच आई है...."और अपना हाथ चूत पे रख देता है....मालकिन यहां आई है क्या?
J:- आअह्ह्ह ha रमेश वही आई है...
R:- चूत को सहलाते हुए...मालकिन यहाँ की चोट के लिए तो अंदर कुछ डालना पड़ेगा... लेकिन पहले इसको सुखा करना पड़ेगा बहोत गीला हो गया है..
J:- तो कर दो...ज्योति ने अपने पैर फलाए और नाइटी ऊपर कर ली...और उठ के रमेश का सर अपनी चूत पे दबा दिया....पूरा चाट के सुखा कर दो..
गौरव ज्योति की चूत चाटने लगा...."आह्ह्ह्ह मालकिन ये तो और गीली हो रही है...लगता है साहब इसका खयाल नही रखते अचेसे"
J:- उम्मम्म तुम चाटो ना उफ्फ बहोत मजा आ रहा है....
R:- मालकिन उम्मम बहोत टेस्टी है उफ्फ... मुझे लगता है की इसको मेरे तगड़े लंड की जरूरत है...
J:- आह्ह्ह्ह डालो ना फिर...
गौरव उठा और ज्योति की चूत में लंड घुसा के चोदने लगा।
ज्योति को अहसास हुआ की गौरव बहोत जोश में आके चोद रहा है...हमेशा से जादा तेज और तगड़े धक्के दे रहा था। वो भी निचेसे अपनी गांड़ उठा के उसको हेल्प कर रही थी।
J:- आह्ह्ह रमेश wow कीतना मस्त चोदते हो तुम उफ्फएचएफएफएफ
R:- साहब नही चोदते क्या उम्मम
J:- चोदते है पर तुम जैसा नहीं उम्मम्मम डालो और अंदर आह्ह्ह आआह्हह ऐसेही uffffff
R:- उनका छोटा होगा ना....और आपको बड़ा पसंद है है ना?
J:- उम्मम्म हा उफ्फफ्फ तुम्हारे जैसा बडा मोटा लंड से चुदाने में बहोत मज़ा आता है....
गौरव चुदाई की आड़ में उसका मन टटोल रहा था...
R:- आअह्ह्ह मालकिन मेरे और दोस्त भी है जिनका मुझसे भी बडा है....आप उनसे भी चुदवाओगी??
ज्योति ने गौरव की आखों में देखा...गौरव हवस भरी स्माइल देते हुए ज्योति की चूत में लंड पेले जा रहा था....ज्योति का होने वाला था वो भी फुल जोश में थी...
J:- आआह्ह्हह हा क्यू नही उफफ्फ तुम्हारे सारे दोस्तो से चुदूंगी उफ्फ
R:- आह्ह्ह्ह मालकिन उफ्फ अब रोज चोदूंगा आपको uffff येस्सस्सस बोलते हुए गौरव तेज तेज लंड अंदर बाहर करने लगा....
J:- अःह्ह्ह हा aisehi उफ्फ मेरा हो रहा है चोदो जोर से...
R:- मेरा भी उफ्फ....
और आखरी धक्का देके गौरव ने अपना सारा वीर्य ज्योति की चूत में छोड़ दिया....
दोनो काफी देर हाफते रहे....जब रिलैक्स हुए तो ज्योति ने गौरव के सीने पे सर रखा...
G:- वाव मेरी जान आज बहोत मज़ा आया...
J:- हा जान उफ्फ....
और फिर दोनो ऐसेही बाते करने लगे।