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Superb or bht kamuk story h bhai aap ki lagta h is story mai bhi hm sab ko bht maja aane wala h ek trf pyar ho rha h to dusri trf kamukta ka janam ho rha h bht khub bhai ese hi update dete raho h sab ka sath aap ke sath h
अगली सुबह की अंगड़ाई के साथ जब आंखे खुली तो खुली ही रह गई
पैरो पर पैर फेंक कर , मेरी बाई बाजू को अपने छातियों के बीच सटाए हुए बबली दीदी अपनी नथुनों से गर्म सांसे मेरे मुंह पर छोड़ रही थी
ऐसी स्थिति में मै जस का तस थम गया लेकिन पेंट में जबरजस्त तनाव हो गया जो बढ़ता ही जा रहा था ।
मन में हलचल इतना रोमांचक स्पर्श तो मुझे कभी मेरी सोना से भी नहीं मिला था जो बबली दीदी ने दे दिया था सुबह सुबह
हलकी सी बाह को मैने कसमसाया तो उनके मोटे नारियल जैसे दूध का गुदाज स्पर्श मेरी बाजू में हुआ और पता चल गया कि रात में दीदी ने ब्रा भी उतार दी थी ।
वो सॉफ्टनेस और गर्म अनुभव पेंट में अलग ही पंप होने लगा था मेरा लंड
: दीदी .... दीदी
: हम्मम ( वो थोड़ा कुनमुनाई )
: उठो .... अरे उठो सुबह हो गई
: सोने दे न रोहन अच्छा लग रहा है , ठंडी है कहा जाएगा
: आपको फ्रेश नहीं होना ?
: मै हो चुकी हूं
" हो चुकी हूं " , मतलब दीदी ने पूरे होश में मुझे ऐसे पकड़ा है , ये सोच कर ही लंड और फौलादी होने लगा ।
: हा तो मुझे होना है , छोड़ो न, हीही
: भक्क जा , इतना अच्छा लग रहा था ( वो थोड़ा चिढ़ कर बोली )
: अच्छा , ठीक है नहीं जाता
: नहीं मुझे भी उठना है , चल .... उम्ममम नहीं तो मम्मी सुना देंगी
मै मुस्कुरा उठा और धीरे से उठ कर अपना लंड पैंट में सेट करता हुआ कम्बल से बाहर आया , अभी भी मेरे पेंट के जबरदस्त टाइटनेस थी
और एकदम से मेरी नजर अंगड़ाई लेती हुई बबली दीदी पर गई
टॉप के उनके झूलते दूध के निप्पल नुकीले होकर फाड़ कर बाहर आने को बेताब थे
दीदी ने हाथ ऊपर पर अपनी छातियों में हवा भरते हुए जोर दार अंगड़ाई ली और उनकी गुदाज मोटी मोटी नारियल सी चूचियों का साइड डेढ़ गुना हो गया मानो
पेंट में लंड हरकत में आ गया और मैने झट से घूम गया कि कही अगर दीदी की नजर गई तो सुबह सुबह शर्मिंदा होना पड़ जाएगा ।
मैने बाहर कर जीना पकड़ लिया और ऊपर चला गया फ्रेश होने
थोड़ी देर बाद फ्रेश होकर आया तो देखा दीदी नीचे जा चुकी है और मैने सोचा क्यों न बिस्तर फोल्ड कर दिए जाए ।
मैने कम्बल लपेटा तकिए उठा कर साइड किया था कि मेरी नजर दीदी के लगाए तकिए ने नीचे गई , वहा उनकी ब्रा थी । स्ट्रॉबेरी ड्रेस मैटीरियल में बहुत सॉफ्ट , और गर्माहट ऐसी कि मानो अभी अभी दीदी ने अपने छातियों से उतार कर रखा हो , लेबल देखा 34 डीडी
रोक न पाया मै खुद को और नथुनों से लगा कर उनकी गंध ली और पैंट में फिर से अकड़न होने लगी ।
नीचे आया तो देखा अभी तो सब शांति है ।
सुबह सबसे पहले पापा नहा लेते थे किसी भी मौसम में और बाथरूम में वही थे , बाकी सारे कमरे शांत थे ।
मैने एक नजर अपने कमरे में देखा तो दीदी वापस नीचे आ कर सो गई थी ।
मै किचन में पानी गर्म करने को रख दिया और मोबाइल चलाने लगा था कि मम्मी के कमरे से थोड़ी खिलखिलाहट आई
एक पल को मेरे जहन में आया कि ये लोग जाग रहे है तो उठे क्यों नहीं
मै फिर से किचन के गेट के पास से उनकी ओर कान लगाया , क्योंकि सामने बाथरूम खुला था और पापा नहा रहे थे ।
: हट कुसुम मत छू न , तू उठ गई तो वापस क्यों आई बिस्तर में
: अह्ह्ह्ह्ह मै तो ये दोनों हीटर सेकने आई थी उम्ममम कितनी गर्म है उफ्फफ हीही हाहाहाहाहा
: धत् छोड़ दे कुसुम
: तभी मै कहूं दिन के दिन आपके दूध मोटे क्यों हो रहे है सीईईई नंदोई जी खूब हीहीही
: हट मै ही उठ जा रही हूं
ये बोलकर बुआ बिस्तर से निकल कर बेड पर बैठ गई , सच ही कहा था मम्मी ने उनके मोटे मोटे खरबूजे जैसे गोल मटोल दुध के बारे में , जिनके वजन से बुआ के ब्लाउज के कंधे आगे की ओर खींच आए थे और जिससे उनकी ब्लाउज और गला बड़ा दिख रहा था साथ उनकी दूधिया लंबी दूध की घाटियां भी ।
: सीईईई अह्ह्ह्ह दीदी आओ न ( मम्मी ने उन्हें फिर से उन्हें सीने पर हाथ फेर कर छेड़ा और वो लजा कर हंसती हुई उठ खड़ी हुई )
वो रात में साड़ी उतार कर सोई थी और उनकी बड़ी चौड़ी उठी हुई गाड़ पर उनकी सूती पेटीकोट चढ़ी हुई थी ।
इधर मेरा पानी गर्म हो गया और मै बाहर आ गया
कुछ देर बाद जब पापा नहा कर पूजा करने के लिए छत पर चले गए तो बुआ नहाने के लिए चली गई एक नाइटी लेकर और मम्मी किचन में नाश्ते के लिए चली गई ।
ना चाहते हुए भी मुझे सर्द सुबह में नहाना पड़ा और नाश्ते के बाद हम लोग आज मार्केट जाने वाले थे ।
मम्मी लिस्ट बना रही थी
इधर मै और बबली दीदी मोबाइल पर व्यस्त थे
गुड मॉर्निंग विश के बाद मेरी सोना आज भी ड्यूटी के लिए गई थी और इधर बबली दीदी की उनके bf से चैटिंग चल रही थी ।
जैसे ही मै खाली हुआ सरक गया दीदी के पास
: क्या है ?
: क्या बात कर रहे हो ? ( मै चहक कर बोला )
: वो सब प्राइवेट है , तुझसे मतलब ( वो मोबाइल छुपा रही थी )
: अरे तो फोटो तो दिखाओ उनकी
तो इतरा कर उसने मुझे अपने bf की इंस्टा आईडी बताई
बोली फॉलो करके देख ले
मैने चेक किया बियर्ड फेस, थोड़ा रंगदार टाइप का लुक ओवरआल चूतिया , हाथों में चैन , गले में चैन , उंगलियों में रिंग्स सबके सब गोल्ड में , जींस और व्हाइट शर्ट पीछे खड़ी महिंद्रा थार
साफ समझ आ रहा था कि दीदी की पसंद ये क्यों है ? तभी उसके प्रोफाइल के हाइलाइट में मेरी नजर गई और मेरे दिमाग में कुछ शंका आई
एकदम से मैने उसे ओपन किया
ओह्ह्ह तो मैडम का प्यार सोशल मीडिया पर भी फैला हुआ है । मैने झट से दीदी की id पर क्लिक किया और उनके प्रोफाइल पर चला गया । जो कि एक प्राइवेट प्रोफाइल थी , और बड़ी यूनिक आईडी थी । NottyBabli_40
मैने झट से उनको फॉलो रिक्वेस्ट की और उनके मोबाइल पर नोटिफिकेशन गया ।
एकदम से उन्होंने मुझे देखा
: क्या हुआ accept करो
वो मुस्कुरा रही थी और थोड़ा सोच कर
: इसपर नहीं मै दूसरी वाली बता रही हूं उसपर कर ( उनके चेहरे और बातें साफ बयान कर रहे थे कि वो कुछ तो छिपा रही है )
: उसपर भी कर दूंगा , इसको तो करो पहले एक्सेप्ट
: नहीं हीहीही , इसपर नहीं वो सब प्राइवेट है
: 304 फ्लोवर है तो प्राइवेट कैसे ?
: तू छोड़ न , वो I'd मै नहीं चलती ठीक है .. और इस वाली आईडी पर भेज तू
मैं समझ गया कि दीदी कुछ तो है जो मुझसे शेयर नहीं करना चाहती, लेकिन इसके लिए मुझे ही कुछ तिगड़म लगाना पड़ेगा । मैने फिलहाल के उनकी दूसरी आईडी पर फॉलो कर दिया और चुप हो गया । थोड़ा उनका प्रोफाइल स्क्रॉल किया तो पता चला कि ये उनकी पूरी तरह से प्रोफ़ाइल और बिज़नस आईडी , जिसमें वो अपने make-up और beauty couse से जुड़े वीडियो डालती हैं।
थोड़ी देर बाद हम लोग निकल गए बाजार के लिए
मै बुआ मम्मी और बबली दीदी
आज नवाबगंज में बाजार पूरा टाइट था , रंग बिरंगी दुकानें और लगभग वैसे रंगीले उनके दुकानदार , मिठाइयों के दुकान पर अलग ही भीड़ लगी थी । कपड़े से लेकर किराना हर जगह भीड़
हम लोग वही एक शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में चले गए , मम्मी को बुआ और बबली दीदी के लिए कपड़े लेने थे क्यों वो होली के अगले दिन ही चले जाने वाले थे ।
कॉम्प्लेक्स में दुकानों पर पुतलों को पहनाई गई जींस की ओर इशारा कर मम्मी ने बुआ के कंधे पर ठोका तो बुआ शर्मा कर हसने लगी
उनके पीछे हम लोग थे
: यार ये तो कभी शांत नहीं रह सकते क्या
: हीहीही अरे इंजॉय करने दो न
: क्या इंजॉय , इतनी गंदी गंदी बातें करती है मामी छीईईई ( दीदी बोली )
: अरे तो ये उनका हक है दोनों नन्द भाभी है इतना मत सोचा करो । ये सब तो कुछ भी नहीं है , कल होली में जब मुहल्ले की आंटी लोग आएंगी तब देखना हाहाहाहाहा
: क्या ? बाहर के लोग भी आयेंगे
: बस लेडीज ही , मम्मी होली गंवाती है , मिठाई खिलाती है और भांग भी हीहीही हाहाहाहा
: क्या सच में , भांग ?
: अरे इतना डर क्यों रही हो , मै तो छिप कर देखता हूं हीही बड़ा मजा आता है
: बक्क पागल है तू , छोड़ उनको चल हम लोग कुछ देखते है उधर
वो मुझे गर्ल सेक्शन की ओर खींच ले गई ।
आज उसने स्किन टाइट जींस और एक कुर्ती डाली हुई थी शॉर्ट में । उसके पतीले जैसे चूतड़ उठे हुए थे एकदम उसके मां के जैसे , मोटे और फुले हुए ।
टॉप वाली सेक्शन में उसके कुछ टॉप और ट्राउज़र सेलेक्ट किए और ट्रायल रूम में चली गई ।
मै इधर उधर देख रहा था कि एकदम से मेरे इंस्टा पर कुछ मैसेज आया
मैने चेक किया तो बबली दीदी ने किया था । मै सोचा ये कपड़े ट्राई कर रही है या अंदर मोबाइल चला रही है ।
लेकिन जैसे ही मैने वो मैसेज खोले एकदम से चौक गया , आसपास देखा और फिर चुपके से मोबाइल ऑन कर वो फोटो देखी जो दीदी ने भेजी थी
उन्होंने एक ब्लैक टॉप के साथ रानी पिंक में एक योगा पैंट पहन कर एक सेल्फी खींची थी जिसमें वो योगा पैंट इतनी स्किन टाइट थी कि पीछे उसके पतीले जैसे चूतड़ों को उभारते हुए दरारों के बीच घुस गई थी ।
नीचे कुछ टैक्स्ट मैसेज भी थे
" COLOR COMBO SAHI HAI NA "
" BOL BHAI "
कुछ सोच कर आखिर मैने पूछ ही लिया
: Didi ye pahanoge Aap ghar me to bua datengi aapko
: Pagal Gym ke liye le rahi hun
: ohh okk
: color combo sahi hai ?
: hmmm thik hai
मैं क्या ही बोलता , मेरी नजरे तो उनके बबल जैसे उठे हुए मोटे चर्बीदार चूतड़ों पर से हट ही नहीं थी , ना जाने कैसे उस पैंट ने दीदी के चूतड़ों को और गोल शेप देकर बड़े ही कामुक अंदाज में बाहर फेंका हुआ था ।
कमर पर लास्टिक इतनी कसी थी कि जो थोड़ी बहुत चर्बी निकली थी वो भी शेप में और कर्वी हो गई थी ।
पहली बार था जब मैने किसी अपने पहचान वाली लड़की को इतने टाइट कपड़ो में देखा था , लंड सरे बाजार बेशर्मी की तरफ पेंट में जगह बनाने लगा था ।
फिर वो चेंज करके बाहर आई और मैने उसका बिल पे किया और हम लोग उस दुकान से बाहर आ कर आगे बढ़ गए ,
और कॉम्प्लेक्स के दूसरी दुकानें देख रहे थे तभी वही एक पुतले ने ठीक वैसी ही नाइटी पहनी थी जो मम्मी के ट्रंक में मिली थी और उसे देखते ही बबली दीदी मुस्कुराई और मुझे दिखाया
मै शर्म से लाल हो गया और वो सरक कर मेरे पास आकर : हीही लग रहा है मामा यही से लेकर गए होंगे हाहाहाहा
: भक्क छोड़ो न आप ये सब , और क्या लेना है ?
: आई हूं तो सोच रही हूं यहां कुछ स्टॉक देख लूं
: तो चलो !!
एकदम से दीदी ने मुझे आंखे बड़ी कर देखा और मुझे समझ गया कि दीदी ब्रा पैंटी लेने के बारे ने बात कर रही थी और शायद मुझे ऐसे चहकना नहीं था ।
: पक्का न , फिर बाद में शर्माना मत ? ( उसने उंगली मेरी ओर प्वाइंट कर बोला )
एक पल को शीशे के दूसरी तरफ अंदर दुकान में देखा तो सिर्फ औरतें और लड़कियां थी , फट रही थी लेकिन अगर नहीं कहता तो ये पक्का मेरी किरकिरी करवा देती इसलिए मैने थोड़ा कैजुअल होकर : हा चलो , मुझे शर्म कैसी ?
उससे अपने चेहरे से ताज्जुब होने के भाव जाहिर किए और चल पड़ी मेरे साथ
काउंटर पर हम लोग खड़े हुए , मै आसपास लाल गुलाबी रंग के अलग अलग शेड देख रहा था कि सामने से काउंटर पर खड़ी स्टाफ ने दीदी ने पूछा
: क्या दिखाऊं मैम
: उम्मम मुझे हिप्स्टर थांग दिखाओ
एकदम से चौक कर मैने दीदी के कहे शब्दों पर ध्यान देने की कोशिश की , और सोचने वाला ये साला कौन सी नई वैरायटी पैंटी की
: साइज
: 38
: लेस या ट्रीम लेस
: उम्मम ट्रिम लेस एंड लो वेस्ट ( कुछ सोच कर वो मुस्कुरा कर बोली )
: ओके मैम
उसके बाद वो स्टाफ ने कुछ खंगाला इधर मै भी बेचैन ही रहा था कि साला कौन सा आइटम आ रहा है , जिसमें इतनी इंग्लिश है ।
फिर वो स्टाफ कुछ बॉक्स लेकर आई और एक एक करने उसने कुछ हल्के और गहरे रंग में लेस वाली पैंटी दिखाई ।
दीदी थोड़े देर रुक मेरी ओर देखा
: कौन सा लूं
एकदम से मै सन्न हो गया और थूक गटक कर कभी दीदी तो कभी उस स्टाफ को देखा जो मुझे ही देख रही थी
मेरी भी नजरे वहां एक मरून और एक स्किन कलर वाली जमी थी , मैने नजरे चुराते हुए उठा कर साइड कर दिया और तभी मेरी नजर पैंटी के लेबल पर गई और मैने साइज देख 38
एकदम से आंखे चौड़ी हो गई , कपड़ो के गणित के चक्कर में मैने दीदी पैंटी के साइज का ध्यान ही नहीं दिया 38 नंबर ,
तभी तो सोचूं कि दीदी के गाड़ में इतनी चर्बी और उभार क्यों है । इनकी जांघें इतनी मोटी क्यों है । एकदम बुआ पर गई थी
फिर उसने कुछ ब्रा भी लिए जिनके 34DD वाले साइज मुझे पहले से ही पता थे ।
मैने बस धीरे से सबसे बच कर वहा ब्रा के बॉक्स पर प्रिंट हुई एक मॉडल की जो लेस वाली ब्रा पैंटी पहने खड़ी हुई थी उसकी धीरे से एक फोटो ले ली
और चुपचाप अपनी सोना को मैसेज करने लगा
: hii sona , kya kar rhi ho
कुछ देर में ही उसका रिप्लाई आया
: babu office me hun , koi jruri bat hai btao ??
थोड़ा तो मूड शरारत का हुआ था लेकिन वो उसने बिगाड़ ही दिया था लेकिन लंड की तरफ ने मुझे थोड़ा बहका रखा था ।
: kuch nhi aapke liye shopping krne aaya tha
: are wah , kya le rhe ho
मैंने झट से वो फोटो भेज दी जो मैने छुपकर उस मॉडल की निकाली थी जिसने वो ब्रा पैंटी पहने थी ।
: chhiii ganda ye sb lene Gaye ho
: mummy bua log ke sath shopping par aaya tha to isko dekhaa to apka khayal aya
उसने बडा अजीब सा रिएक्ट किया और मुझे हंसी आई
: mere liye koi achcha sa dress dekh lo , ye sb hai mere paas pahale se hi
: hai to dikhati kyo nhi
: bhkk pagal ho ap , office me hu yar babu sharm kro
: mai kaun sa romantic baten kr rha hun , mai to bas puchh raha tha ki aapke liye lelu isme ka btao jaldi
: bhkk nhi , apko mera size thodi pata
: to bta do n meri jaan
: 32D & 36 , ab jo Krna hai kro mujhe Kam hai bye pagalu mera love you
फिर उसका मैसेज आना बंद हो गया और इधर मेरे लंड में हरकत होने लगी उसके फिगर के बारे में पढ़ कर , कितने गोल और कड़े होंगे मेरी सोना के दूध और जब मै उसके तने हुए नुकीले निप्पल पर अपनी हथेली फिराऊंगा उफ्फफ पूरे बदन में सरसराहट होने लगी वो पल सोच कर लंड पैंट में एकदम रॉड जैसा टाइट होकर उभर गया ।
एकदम से दीदी मेरे पास आई : चलें
: हा चलो
फिर हम लोग बाहर आए और मम्मी बुआ को खोजते हुए एक जगह देखा जहां मम्मी बुआ को कुछ समझा रही थी
: अरे लेलो न , आपके साइज की है दीदी
: भक्क नहीं , विजय के सामने कभी पहना नहीं है क्या सोचेगा वो
: ओहो , आप न कुछ ज्यादा ही सोचती है , मै लेकर आ रही हूं
मै वहा के हालत समझने लगा इतने में मम्मी उस दुकान से दो काटन नाइटी लेकर आ गई
फिर हम लोग दूसरी शॉपिंग करके निकल गए घर के लिए
दुपहर हो गई थी और मम्मी और दीदी किचन में थी और बबली दीदी ने अपनी कुर्ती उतार कर टॉप डाल दिया था , जिससे जींस में उनके पतीले जैसे चूतड़ों का उभार साफ साफ दिख रहा था ।
रह रह कर मेरा लंड अकड़ रहा था लेकिन मेरे जहन में था दीदी के मोबाइल खोलकर उनकी आईडी चेक करना और उनकी bf की चैट्स देखना ।
लेकिन मेरे कमरे का दरवाजा बंद था क्योंकि बुआ मेरे कमरे ने कपड़े बदलने गई थी ।
जैसे ही कमरे का दवाजा खुला मै लपक कर अंदर गया
सामने देखा तो बुआ कॉटन नाइटी में खड़ी थी उसने खरबूजे जैसे चूचे सामने से तो तबेले जैसे चूतड़ों ने पीछे से मैक्सी को तान कर उठाए हुए थे ।
देख कर ही दिल गदगद हो गया
: ओहो बुआ , बड़े अच्छे लग रहे हो
: हट बदमाश कही का , तेरी मां की मनमानी के आगे किसी की चली है । लबादे जैसे लग रहा है ये जैसे बोरा पहनी हूं
: अरे बुआ अच्छे तो लग रहे हो , बस थोड़ा जिम ज्वाइन कर लो कटरीना भी फेल है आपके आगे
: भक्क पागल
: अच्छा बुआ ये दीदी का मोबाइल खोलो न मुझे फोटो लेनी है उनके मोबाइल से , वो किचन में मम्मी की हेल्प कर रही है ना
एकदम से बुआ मान गई और मेरे सामने पैटर्न डाल कर खोल दिया
: अरे इतना टफ आपको याद था
: हा तो , मै तो तेरे फूफा के मोबाइल का भी जानती हूं हीहीही लेकिन उनको नहीं पता
मैने थोड़ा बुआ को चढ़ाया और वो खुश होकर बाहर चली गई और मैने झट से दीदी का मोबाइल खोला और इंस्टा पर सबसे पहले उनकी दूसरी वाली आईडी लॉग इन की
ओह्ह्ह भाई साहब ये तो मक्खन है सीईईई
एक तो पहले से ही फटी हुई थी कि दीदी न आ जाए और वही प्रोफाइल देख कर तो पेट ने हड़बड़ी होने लगी ।
" भाई ये तो कम्बल में घुस कर देखने वाली चीज है , इतनी जल्दी जल्दी में मजा नहीं आए , कुछ करना पड़ेगा "
" क्या करूं एक फेक अकाउंट से रिक्वेस्ट कर दूं , नहीं यार शक हो जाएगा दीदी को "
हा !! ये काम हो सकता है ... फिर जल्दी से मैने मेरे मोबाइल में इंस्टा खोला और जल्दी जल्दी अपना काम निपटा कर , मोबाइल रखने वाला था कि मुझे उनके bf के चैट की याद आई
झट से मैने उनके व्हाट्सअप पर मैसेज देखे , उन्होंने उसको भी वही फोटो भेजी थी
और उसने उसके चूतड़ों के बारे में बड़े गंदे कमेंट किए थे और उनके आज रा के लिए अपने अलग ही प्लान सेट थे । जिसको लेकर मेरी उत्सुकता और बढ़ गई ।
मैं वापस मोबाइल को जस का तस रख दिया और चार्ज में लगा कर , खाना खा कर निकल गया अपने दोस्तों से मिलने , जो गिनती के थे लेकिन जिगरी थे ।
वहा उनकी रात में हुड़दंड की तैयारी थी होलिका जलाने को लेकर , मैने भी शामिल होने की हामी भर दी
हालांकि पहले ऐसे किसी सम्मेलन में जाने के लिए मम्मी पूरी तरह स्ट्रिक्ट रहती थी लेकिन नौकरी लगने के बाद से उनका रोक टोक कम हो गया था । वैसे भी मै बहुत कम ही आता था घर तो ... उसपर से आज बुआ भी थी तो ना चाहते हुए भी मम्मी रोकती नहीं , इसका विश्वास था ।
शाम को समय पर वापस से मेरी सोना का कॉल आया
: हाय बाबू
: हाय मेरी सेक्सु जान
: धत्त पागल हो आप , यार मै ऑफिस में थी कुछ तो देखते , वो तो अच्छा था कि कोई मेरे पास नहीं था ।
: आप बताओ वो डिजाइन पसंद है आपको
: क्या ? भक्क वही लिए हो क्या ? ( उसने एकदम से खिल कर और थोड़ा शर्मा कर कहा , जैसे उसे यकीन हो कि मै सच में ले लिया होऊंगा )
: नहीं यार बस डिजाइन पूछ रहा हूं , मै तो आपको ऑनलाइन भेजने वाला था
: क्या !! नहीं पगलू , मम्मी रहती है , पार्सल आया और वो खोल कर देख ली तो ?
: अरे तो कैसे भेजूंगा आपको ,मुझे देखना है , प्लीज न
: अच्छा ठीक है , होली बाद मै ऑफिस जाऊंगी तो खुद ले लूंगी यहां रास्ते में है शॉप एक अच्छी सी , अब खुश
: yesss हीही
: पागल हो आप ( वो खिलकर बोली ) और बताओ न जान
उसकी बातों से लग रहा था कि वो आज बात करने के मूड में है
: कहा हो आप , आज तो 4 मिनट हो गए काल कटा नहीं
: अरे यार वो बस में हूं , और बस रुकी है अभी और ज्यादा लोग भी नहीं है आज
: अच्छा बाबू सुनो न , इस संडे मिलते है न ( मैने मेरी बेताबी जाहिर की )
: क्या ? संडे !!
: फिर से दीदी आ रही है ?
: अरे दीदी तो आज ही आ गई है , क्योंकि जीजू गए बाहर न ।
: यार पड़ोस में करा दी हो क्या अपने दीदी की शादी जब देखो घर आ जाती है या आप उनके यहां चले जाते हो । ( मै उखड़ कर बोला , क्योंकि बीते कई हफ्ते से ये दुख मेरे भीतर बैठा था )
: हीहीही अरे नहीं पगलू , 10 12km तो है ही दूर । वो उनके घर पर कोई है नहीं सास ससुर भी सब बाहर जीजू के भाई के साथ रहते है और जीजू भी चले गए अपने जॉब पर तो दीदी आ गई है होली पर ।
: हा लेकिन उनको तुम्हारे जीजू के साथ जाना चाहिए था न
: धत्त नहीं वो अभी भी जा सकती , प्रेग्नेंसी है उनकी ( थोड़ा शर्मा कर वो बोली )
: ओह्ह्ह , फिर तो उन्हें यही घर पर रहने दो , क्यों बार बार आना जाना करती हो
: अरे वो कहा करती है , मै ही जाती हूं यार , मम्मी भी कह रही थी कि अब शायद वो जाए नहीं ।
: ओह फिर हम लोग कैसे बात करेंगे ? ( मैने चिंता जाहिर की )
: जैसे करते है , मै मैनेज कर लूंगी बाबू आप टेंशन न लो
जान में जान आई और फिर एकदम से मेरे लालची मन में संडे का ख्याल आया
: तो संडे को मिले ?
: बाबू कैसे मिलेंगे संडे को , क्या बोल कर आऊंगी ? डर लगता है अब ?
: तो ऑफिस वाले दिन आ जाऊ ,आप हाफ डे ले लेना , कही चलेंगे
कुछ देर सोच कर वो फाइनली मान गई ।
फिर वो घर के लिए निकल गई और मै अपने घर लौट आया । शाम से ही घर के गुजिया बनाने का प्रोग्राम चालू था, पूरा बाजार हाल में फैला हुआ था । बुआ मम्मी के साथ बबली दीदी भी लगी थी ।
फिर थोड़ी बहुत बातों के साथ रात में खाने के बाद मै मम्मी को अपना बाहर जाने का प्लान बताया
: अरे क्या हुआ कुसुम जाने दे न, कोई छोटा बच्चा नहीं है जो बिगड़ जायेगा
: अरे दीदी वहा सब मोहल्ले के हरामी पियक्कड़ जुटते है और गाली गलौज करते है
: अरे तू तो ऐसे कह रही है जैसे ये सब सीखने जायेगा , अरे दोस्तो के साथ थोड़ा घूम लेगा और वापस आ जाएगा । देख होलिका देखने जाने के लिए मना नहीं करते । तू जा रोहन और सुन थोड़ा अनाज और पैसे रख लेना पंडित जी के लिए।
बुआ ने खुलकर मेरी तरफदारी की और मै उनको पकड़कर : सच में बुआ आपको न मेरी मम्मी होना चाहिए था । इतना रोकती टोकती है मम्मी न
: हा तो बना ले इनको मम्मी अपनी , ब्याह करा दे पापा से अपने हाहाहा
मम्मी की बात पर बुआ के साथ मै भी इस बार झेप गया क्योंकि मुझे इस वक्त इस टेंस माहौल में मम्मी से ऐसी कुछ कमेंट की उम्मीद नहीं थी । लेकिन मेरी चुलबुली मम्मी कहा बुआ को छेड़ने का मौका छोड़ने वाली थी ।
: अरे बनाना क्या है , मै हूं तेरी मम्मी , आखिर तूने भी मेरी छाती का दूध पीया है । मेरा बच्चा जा तू
मै घर की एक्स्ट्रा चाबी लेकर निकल तो आया लेकिन मेरे कानो में बुआ के कहे शब्द गूंज रहे थे
" तूने भी मेरी छाती का दूध पीया है "
क्या सच में मैने बुआ के रसीले मम्में को मुंह में लेकर चूसा था। सोच कर ही लंड अकड़ गया ।
इधर मेरी सोना के मैसेज आए तो मैने उसको बता दिया कि मै दोस्तो के साथ रहूंगा रात में होलिका जलने तक , और वो सो जाए ।
फिर मै निकल कर चौराहे पर जहा होलिका जलनी थी ।
मै आ गया चौराहे पर
होलिका तैयार कर दी गई थी ।
डीजे के साउंड का शोर और होली वाले गाने पूरी धूम पर थे । मन झूम ही रहा था कि किसी ने पकड़ कर खींच लिया डीजे पर नचवाने लगा जबरन
हालांकि उसे पहचान रहा था लेकिन वो ना मेरे फ्रेंड सर्किल का था न ही मेरे मिजाज का , ऐसे लड़कों की टाऊन के आवारा लड़कों में होती थी , मुंह से आती बास से पता चल रहा था कि साले ने पी रखी थी और मै किसी तरह उस भीड़ से निकल आया ।
एक ओर नॉनवेज की पार्टी भी चल रही थी और दारूबाजी सो अलग
हालांकि त्योहारों के इस विकृत रूप से मुझे खासा ऐतराज था लेकिन आजाद देश में आप दारूबाजों को कितना रोकोगे, मैने मेरे दोस्त को काल किया तो वो बिजी जा रहा था कही , हर 20 मिनट बाद बस यही कह रहा था कि अभी आ रहा हूं । ऐसा करते हुए डेढ़ घंटे हो गए और मेरा माथा घूमने लगा , अभी होलिका जलने में 2 घंटे बाकी थे और सर्दी बढ़ रही थी , मेरे कान ठंडे हो रहे थे और उंगलियां भी ।
हालांकि अलाव जला था और एक से बढ़ एक भोजपुरी गाने ने माहौल गर्म किया हुआ था । रात गहरा रही थी घड़ी की सुई स्वा दस बजे का कांटा पार कर गई थी
इतने में मेरी जेब में मोबाइल बजा और मैने चेक किया तो बबली दीदी इंस्टा पर काल कर रही थी क्योंकि मैने अभी तक उनको अपना नंबर शेयर नहीं किया था ।
मै थोड़ा भीड़ से हट कर दूर हुआ और काल पर उनसे बात करने लगा , आवाज साफ नहीं थी
: कहा है रोहन , नीचे सोया है क्या ?
: नहीं दीदी मै चौराहे पर आया हूं होलिका देखने , आप सो जाओ मै लेट आऊंगा
: पक्का न ?
: हा आप दरवाजा बंद मत करना , मै आऊंगा 2 घंटे में
: ओके , बाय एंजॉय
: हा बाय
मैने फोन काटा और मोबाइल जेब में डालें हुए वापस डीजे की ओर बढ़ रहा था कि एकदम से ठिठक कर रुक गया
कारण मेरे खुराफाती दिमाग में उठा हुआ ख्याल
वो मैसेज जो मैने दीदी के मोबाइल में पढ़े थे कि आज रात की उनकी क्या योजना थी । वो सोचते ही लंड अकड़ कर लोवर में तंबू बनाने लगा और मैने उसको पकड़ कर सिसक पड़ा ।
एक तरफ दोस्त से मिलने की बेचैनी , दूसरी ओर दीदी आज अपने गाड़ खोलकर अपने bf के आगे उछालेंगी उसकी तलब
क्या करु
क्या करूं
क्या करूं
एकदम से मैने यूं टर्न लिया और निकल गया घर के लिए... तेज कदमों से बढ़ता हुआ ।
जारी रहेगी
( पिछले अपडेट पर आपके दिए प्यार और सपोर्ट के लिए आप सभी का धन्यवाद , इस अपडेट से भी ऐसी ही उम्मीद रहेगी लाइक और कमेंट जरूर करें )
Ham
हमेशा की तरह लाजवाब update..... बस बात बनते बनते रह सी जाती हैं..... इतनी रात में एक hot sexy जवान लड़की जो chudayi के लिए मारी जा रही हैं पास में अकेले सो रहीं हैं...और ये कुछ नहीं कर रहा....अरे सोने के बहाने से ही कम से कम बाहों में तो लेके सो जा.....
Superb or bht kamuk story h bhai aap ki lagta h is story mai bhi hm sab ko bht maja aane wala h ek trf pyar ho rha h to dusri trf kamukta ka janam ho rha h bht khub bhai ese hi update dete raho h sab ka sath aap ke sath h
अगली सुबह की अंगड़ाई के साथ जब आंखे खुली तो खुली ही रह गई
पैरो पर पैर फेंक कर , मेरी बाई बाजू को अपने छातियों के बीच सटाए हुए बबली दीदी अपनी नथुनों से गर्म सांसे मेरे मुंह पर छोड़ रही थी
ऐसी स्थिति में मै जस का तस थम गया लेकिन पेंट में जबरजस्त तनाव हो गया जो बढ़ता ही जा रहा था ।
मन में हलचल इतना रोमांचक स्पर्श तो मुझे कभी मेरी सोना से भी नहीं मिला था जो बबली दीदी ने दे दिया था सुबह सुबह
हलकी सी बाह को मैने कसमसाया तो उनके मोटे नारियल जैसे दूध का गुदाज स्पर्श मेरी बाजू में हुआ और पता चल गया कि रात में दीदी ने ब्रा भी उतार दी थी ।
वो सॉफ्टनेस और गर्म अनुभव पेंट में अलग ही पंप होने लगा था मेरा लंड
: दीदी .... दीदी
: हम्मम ( वो थोड़ा कुनमुनाई )
: उठो .... अरे उठो सुबह हो गई
: सोने दे न रोहन अच्छा लग रहा है , ठंडी है कहा जाएगा
: आपको फ्रेश नहीं होना ?
: मै हो चुकी हूं
" हो चुकी हूं " , मतलब दीदी ने पूरे होश में मुझे ऐसे पकड़ा है , ये सोच कर ही लंड और फौलादी होने लगा ।
: हा तो मुझे होना है , छोड़ो न, हीही
: भक्क जा , इतना अच्छा लग रहा था ( वो थोड़ा चिढ़ कर बोली )
: अच्छा , ठीक है नहीं जाता
: नहीं मुझे भी उठना है , चल .... उम्ममम नहीं तो मम्मी सुना देंगी
मै मुस्कुरा उठा और धीरे से उठ कर अपना लंड पैंट में सेट करता हुआ कम्बल से बाहर आया , अभी भी मेरे पेंट के जबरदस्त टाइटनेस थी
और एकदम से मेरी नजर अंगड़ाई लेती हुई बबली दीदी पर गई
टॉप के उनके झूलते दूध के निप्पल नुकीले होकर फाड़ कर बाहर आने को बेताब थे
दीदी ने हाथ ऊपर पर अपनी छातियों में हवा भरते हुए जोर दार अंगड़ाई ली और उनकी गुदाज मोटी मोटी नारियल सी चूचियों का साइड डेढ़ गुना हो गया मानो
पेंट में लंड हरकत में आ गया और मैने झट से घूम गया कि कही अगर दीदी की नजर गई तो सुबह सुबह शर्मिंदा होना पड़ जाएगा ।
मैने बाहर कर जीना पकड़ लिया और ऊपर चला गया फ्रेश होने
थोड़ी देर बाद फ्रेश होकर आया तो देखा दीदी नीचे जा चुकी है और मैने सोचा क्यों न बिस्तर फोल्ड कर दिए जाए ।
मैने कम्बल लपेटा तकिए उठा कर साइड किया था कि मेरी नजर दीदी के लगाए तकिए ने नीचे गई , वहा उनकी ब्रा थी । स्ट्रॉबेरी ड्रेस मैटीरियल में बहुत सॉफ्ट , और गर्माहट ऐसी कि मानो अभी अभी दीदी ने अपने छातियों से उतार कर रखा हो , लेबल देखा 34 डीडी
रोक न पाया मै खुद को और नथुनों से लगा कर उनकी गंध ली और पैंट में फिर से अकड़न होने लगी ।
नीचे आया तो देखा अभी तो सब शांति है ।
सुबह सबसे पहले पापा नहा लेते थे किसी भी मौसम में और बाथरूम में वही थे , बाकी सारे कमरे शांत थे ।
मैने एक नजर अपने कमरे में देखा तो दीदी वापस नीचे आ कर सो गई थी ।
मै किचन में पानी गर्म करने को रख दिया और मोबाइल चलाने लगा था कि मम्मी के कमरे से थोड़ी खिलखिलाहट आई
एक पल को मेरे जहन में आया कि ये लोग जाग रहे है तो उठे क्यों नहीं
मै फिर से किचन के गेट के पास से उनकी ओर कान लगाया , क्योंकि सामने बाथरूम खुला था और पापा नहा रहे थे ।
: हट कुसुम मत छू न , तू उठ गई तो वापस क्यों आई बिस्तर में
: अह्ह्ह्ह्ह मै तो ये दोनों हीटर सेकने आई थी उम्ममम कितनी गर्म है उफ्फफ हीही हाहाहाहाहा
: धत् छोड़ दे कुसुम
: तभी मै कहूं दिन के दिन आपके दूध मोटे क्यों हो रहे है सीईईई नंदोई जी खूब हीहीही
: हट मै ही उठ जा रही हूं
ये बोलकर बुआ बिस्तर से निकल कर बेड पर बैठ गई , सच ही कहा था मम्मी ने उनके मोटे मोटे खरबूजे जैसे गोल मटोल दुध के बारे में , जिनके वजन से बुआ के ब्लाउज के कंधे आगे की ओर खींच आए थे और जिससे उनकी ब्लाउज और गला बड़ा दिख रहा था साथ उनकी दूधिया लंबी दूध की घाटियां भी ।
: सीईईई अह्ह्ह्ह दीदी आओ न ( मम्मी ने उन्हें फिर से उन्हें सीने पर हाथ फेर कर छेड़ा और वो लजा कर हंसती हुई उठ खड़ी हुई )
वो रात में साड़ी उतार कर सोई थी और उनकी बड़ी चौड़ी उठी हुई गाड़ पर उनकी सूती पेटीकोट चढ़ी हुई थी ।
इधर मेरा पानी गर्म हो गया और मै बाहर आ गया
कुछ देर बाद जब पापा नहा कर पूजा करने के लिए छत पर चले गए तो बुआ नहाने के लिए चली गई एक नाइटी लेकर और मम्मी किचन में नाश्ते के लिए चली गई ।
ना चाहते हुए भी मुझे सर्द सुबह में नहाना पड़ा और नाश्ते के बाद हम लोग आज मार्केट जाने वाले थे ।
मम्मी लिस्ट बना रही थी
इधर मै और बबली दीदी मोबाइल पर व्यस्त थे
गुड मॉर्निंग विश के बाद मेरी सोना आज भी ड्यूटी के लिए गई थी और इधर बबली दीदी की उनके bf से चैटिंग चल रही थी ।
जैसे ही मै खाली हुआ सरक गया दीदी के पास
: क्या है ?
: क्या बात कर रहे हो ? ( मै चहक कर बोला )
: वो सब प्राइवेट है , तुझसे मतलब ( वो मोबाइल छुपा रही थी )
: अरे तो फोटो तो दिखाओ उनकी
तो इतरा कर उसने मुझे अपने bf की इंस्टा आईडी बताई
बोली फॉलो करके देख ले
मैने चेक किया बियर्ड फेस, थोड़ा रंगदार टाइप का लुक ओवरआल चूतिया , हाथों में चैन , गले में चैन , उंगलियों में रिंग्स सबके सब गोल्ड में , जींस और व्हाइट शर्ट पीछे खड़ी महिंद्रा थार
साफ समझ आ रहा था कि दीदी की पसंद ये क्यों है ? तभी उसके प्रोफाइल के हाइलाइट में मेरी नजर गई और मेरे दिमाग में कुछ शंका आई
एकदम से मैने उसे ओपन किया
ओह्ह्ह तो मैडम का प्यार सोशल मीडिया पर भी फैला हुआ है । मैने झट से दीदी की id पर क्लिक किया और उनके प्रोफाइल पर चला गया । जो कि एक प्राइवेट प्रोफाइल थी , और बड़ी यूनिक आईडी थी । NottyBabli_40
मैने झट से उनको फॉलो रिक्वेस्ट की और उनके मोबाइल पर नोटिफिकेशन गया ।
एकदम से उन्होंने मुझे देखा
: क्या हुआ accept करो
वो मुस्कुरा रही थी और थोड़ा सोच कर
: इसपर नहीं मै दूसरी वाली बता रही हूं उसपर कर ( उनके चेहरे और बातें साफ बयान कर रहे थे कि वो कुछ तो छिपा रही है )
: उसपर भी कर दूंगा , इसको तो करो पहले एक्सेप्ट
: नहीं हीहीही , इसपर नहीं वो सब प्राइवेट है
: 304 फ्लोवर है तो प्राइवेट कैसे ?
: तू छोड़ न , वो I'd मै नहीं चलती ठीक है .. और इस वाली आईडी पर भेज तू
मैं समझ गया कि दीदी कुछ तो है जो मुझसे शेयर नहीं करना चाहती, लेकिन इसके लिए मुझे ही कुछ तिगड़म लगाना पड़ेगा । मैने फिलहाल के उनकी दूसरी आईडी पर फॉलो कर दिया और चुप हो गया । थोड़ा उनका प्रोफाइल स्क्रॉल किया तो पता चला कि ये उनकी पूरी तरह से प्रोफ़ाइल और बिज़नस आईडी , जिसमें वो अपने make-up और beauty couse से जुड़े वीडियो डालती हैं।
थोड़ी देर बाद हम लोग निकल गए बाजार के लिए
मै बुआ मम्मी और बबली दीदी
आज नवाबगंज में बाजार पूरा टाइट था , रंग बिरंगी दुकानें और लगभग वैसे रंगीले उनके दुकानदार , मिठाइयों के दुकान पर अलग ही भीड़ लगी थी । कपड़े से लेकर किराना हर जगह भीड़
हम लोग वही एक शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में चले गए , मम्मी को बुआ और बबली दीदी के लिए कपड़े लेने थे क्यों वो होली के अगले दिन ही चले जाने वाले थे ।
कॉम्प्लेक्स में दुकानों पर पुतलों को पहनाई गई जींस की ओर इशारा कर मम्मी ने बुआ के कंधे पर ठोका तो बुआ शर्मा कर हसने लगी
उनके पीछे हम लोग थे
: यार ये तो कभी शांत नहीं रह सकते क्या
: हीहीही अरे इंजॉय करने दो न
: क्या इंजॉय , इतनी गंदी गंदी बातें करती है मामी छीईईई ( दीदी बोली )
: अरे तो ये उनका हक है दोनों नन्द भाभी है इतना मत सोचा करो । ये सब तो कुछ भी नहीं है , कल होली में जब मुहल्ले की आंटी लोग आएंगी तब देखना हाहाहाहाहा
: क्या ? बाहर के लोग भी आयेंगे
: बस लेडीज ही , मम्मी होली गंवाती है , मिठाई खिलाती है और भांग भी हीहीही हाहाहाहा
: क्या सच में , भांग ?
: अरे इतना डर क्यों रही हो , मै तो छिप कर देखता हूं हीही बड़ा मजा आता है
: बक्क पागल है तू , छोड़ उनको चल हम लोग कुछ देखते है उधर
वो मुझे गर्ल सेक्शन की ओर खींच ले गई ।
आज उसने स्किन टाइट जींस और एक कुर्ती डाली हुई थी शॉर्ट में । उसके पतीले जैसे चूतड़ उठे हुए थे एकदम उसके मां के जैसे , मोटे और फुले हुए ।
टॉप वाली सेक्शन में उसके कुछ टॉप और ट्राउज़र सेलेक्ट किए और ट्रायल रूम में चली गई ।
मै इधर उधर देख रहा था कि एकदम से मेरे इंस्टा पर कुछ मैसेज आया
मैने चेक किया तो बबली दीदी ने किया था । मै सोचा ये कपड़े ट्राई कर रही है या अंदर मोबाइल चला रही है ।
लेकिन जैसे ही मैने वो मैसेज खोले एकदम से चौक गया , आसपास देखा और फिर चुपके से मोबाइल ऑन कर वो फोटो देखी जो दीदी ने भेजी थी
उन्होंने एक ब्लैक टॉप के साथ रानी पिंक में एक योगा पैंट पहन कर एक सेल्फी खींची थी जिसमें वो योगा पैंट इतनी स्किन टाइट थी कि पीछे उसके पतीले जैसे चूतड़ों को उभारते हुए दरारों के बीच घुस गई थी ।
नीचे कुछ टैक्स्ट मैसेज भी थे
" COLOR COMBO SAHI HAI NA "
" BOL BHAI "
कुछ सोच कर आखिर मैने पूछ ही लिया
: Didi ye pahanoge Aap ghar me to bua datengi aapko
: Pagal Gym ke liye le rahi hun
: ohh okk
: color combo sahi hai ?
: hmmm thik hai
मैं क्या ही बोलता , मेरी नजरे तो उनके बबल जैसे उठे हुए मोटे चर्बीदार चूतड़ों पर से हट ही नहीं थी , ना जाने कैसे उस पैंट ने दीदी के चूतड़ों को और गोल शेप देकर बड़े ही कामुक अंदाज में बाहर फेंका हुआ था ।
कमर पर लास्टिक इतनी कसी थी कि जो थोड़ी बहुत चर्बी निकली थी वो भी शेप में और कर्वी हो गई थी ।
पहली बार था जब मैने किसी अपने पहचान वाली लड़की को इतने टाइट कपड़ो में देखा था , लंड सरे बाजार बेशर्मी की तरफ पेंट में जगह बनाने लगा था ।
फिर वो चेंज करके बाहर आई और मैने उसका बिल पे किया और हम लोग उस दुकान से बाहर आ कर आगे बढ़ गए ,
और कॉम्प्लेक्स के दूसरी दुकानें देख रहे थे तभी वही एक पुतले ने ठीक वैसी ही नाइटी पहनी थी जो मम्मी के ट्रंक में मिली थी और उसे देखते ही बबली दीदी मुस्कुराई और मुझे दिखाया
मै शर्म से लाल हो गया और वो सरक कर मेरे पास आकर : हीही लग रहा है मामा यही से लेकर गए होंगे हाहाहाहा
: भक्क छोड़ो न आप ये सब , और क्या लेना है ?
: आई हूं तो सोच रही हूं यहां कुछ स्टॉक देख लूं
: तो चलो !!
एकदम से दीदी ने मुझे आंखे बड़ी कर देखा और मुझे समझ गया कि दीदी ब्रा पैंटी लेने के बारे ने बात कर रही थी और शायद मुझे ऐसे चहकना नहीं था ।
: पक्का न , फिर बाद में शर्माना मत ? ( उसने उंगली मेरी ओर प्वाइंट कर बोला )
एक पल को शीशे के दूसरी तरफ अंदर दुकान में देखा तो सिर्फ औरतें और लड़कियां थी , फट रही थी लेकिन अगर नहीं कहता तो ये पक्का मेरी किरकिरी करवा देती इसलिए मैने थोड़ा कैजुअल होकर : हा चलो , मुझे शर्म कैसी ?
उससे अपने चेहरे से ताज्जुब होने के भाव जाहिर किए और चल पड़ी मेरे साथ
काउंटर पर हम लोग खड़े हुए , मै आसपास लाल गुलाबी रंग के अलग अलग शेड देख रहा था कि सामने से काउंटर पर खड़ी स्टाफ ने दीदी ने पूछा
: क्या दिखाऊं मैम
: उम्मम मुझे हिप्स्टर थांग दिखाओ
एकदम से चौक कर मैने दीदी के कहे शब्दों पर ध्यान देने की कोशिश की , और सोचने वाला ये साला कौन सी नई वैरायटी पैंटी की
: साइज
: 38
: लेस या ट्रीम लेस
: उम्मम ट्रिम लेस एंड लो वेस्ट ( कुछ सोच कर वो मुस्कुरा कर बोली )
: ओके मैम
उसके बाद वो स्टाफ ने कुछ खंगाला इधर मै भी बेचैन ही रहा था कि साला कौन सा आइटम आ रहा है , जिसमें इतनी इंग्लिश है ।
फिर वो स्टाफ कुछ बॉक्स लेकर आई और एक एक करने उसने कुछ हल्के और गहरे रंग में लेस वाली पैंटी दिखाई ।
दीदी थोड़े देर रुक मेरी ओर देखा
: कौन सा लूं
एकदम से मै सन्न हो गया और थूक गटक कर कभी दीदी तो कभी उस स्टाफ को देखा जो मुझे ही देख रही थी
मेरी भी नजरे वहां एक मरून और एक स्किन कलर वाली जमी थी , मैने नजरे चुराते हुए उठा कर साइड कर दिया और तभी मेरी नजर पैंटी के लेबल पर गई और मैने साइज देख 38
एकदम से आंखे चौड़ी हो गई , कपड़ो के गणित के चक्कर में मैने दीदी पैंटी के साइज का ध्यान ही नहीं दिया 38 नंबर ,
तभी तो सोचूं कि दीदी के गाड़ में इतनी चर्बी और उभार क्यों है । इनकी जांघें इतनी मोटी क्यों है । एकदम बुआ पर गई थी
फिर उसने कुछ ब्रा भी लिए जिनके 34DD वाले साइज मुझे पहले से ही पता थे ।
मैने बस धीरे से सबसे बच कर वहा ब्रा के बॉक्स पर प्रिंट हुई एक मॉडल की जो लेस वाली ब्रा पैंटी पहने खड़ी हुई थी उसकी धीरे से एक फोटो ले ली
और चुपचाप अपनी सोना को मैसेज करने लगा
: hii sona , kya kar rhi ho
कुछ देर में ही उसका रिप्लाई आया
: babu office me hun , koi jruri bat hai btao ??
थोड़ा तो मूड शरारत का हुआ था लेकिन वो उसने बिगाड़ ही दिया था लेकिन लंड की तरफ ने मुझे थोड़ा बहका रखा था ।
: kuch nhi aapke liye shopping krne aaya tha
: are wah , kya le rhe ho
मैंने झट से वो फोटो भेज दी जो मैने छुपकर उस मॉडल की निकाली थी जिसने वो ब्रा पैंटी पहने थी ।
: chhiii ganda ye sb lene Gaye ho
: mummy bua log ke sath shopping par aaya tha to isko dekhaa to apka khayal aya
उसने बडा अजीब सा रिएक्ट किया और मुझे हंसी आई
: mere liye koi achcha sa dress dekh lo , ye sb hai mere paas pahale se hi
: hai to dikhati kyo nhi
: bhkk pagal ho ap , office me hu yar babu sharm kro
: mai kaun sa romantic baten kr rha hun , mai to bas puchh raha tha ki aapke liye lelu isme ka btao jaldi
: bhkk nhi , apko mera size thodi pata
: to bta do n meri jaan
: 32D & 36 , ab jo Krna hai kro mujhe Kam hai bye pagalu mera love you
फिर उसका मैसेज आना बंद हो गया और इधर मेरे लंड में हरकत होने लगी उसके फिगर के बारे में पढ़ कर , कितने गोल और कड़े होंगे मेरी सोना के दूध और जब मै उसके तने हुए नुकीले निप्पल पर अपनी हथेली फिराऊंगा उफ्फफ पूरे बदन में सरसराहट होने लगी वो पल सोच कर लंड पैंट में एकदम रॉड जैसा टाइट होकर उभर गया ।
एकदम से दीदी मेरे पास आई : चलें
: हा चलो
फिर हम लोग बाहर आए और मम्मी बुआ को खोजते हुए एक जगह देखा जहां मम्मी बुआ को कुछ समझा रही थी
: अरे लेलो न , आपके साइज की है दीदी
: भक्क नहीं , विजय के सामने कभी पहना नहीं है क्या सोचेगा वो
: ओहो , आप न कुछ ज्यादा ही सोचती है , मै लेकर आ रही हूं
मै वहा के हालत समझने लगा इतने में मम्मी उस दुकान से दो काटन नाइटी लेकर आ गई
फिर हम लोग दूसरी शॉपिंग करके निकल गए घर के लिए
दुपहर हो गई थी और मम्मी और दीदी किचन में थी और बबली दीदी ने अपनी कुर्ती उतार कर टॉप डाल दिया था , जिससे जींस में उनके पतीले जैसे चूतड़ों का उभार साफ साफ दिख रहा था ।
रह रह कर मेरा लंड अकड़ रहा था लेकिन मेरे जहन में था दीदी के मोबाइल खोलकर उनकी आईडी चेक करना और उनकी bf की चैट्स देखना ।
लेकिन मेरे कमरे का दरवाजा बंद था क्योंकि बुआ मेरे कमरे ने कपड़े बदलने गई थी ।
जैसे ही कमरे का दवाजा खुला मै लपक कर अंदर गया
सामने देखा तो बुआ कॉटन नाइटी में खड़ी थी उसने खरबूजे जैसे चूचे सामने से तो तबेले जैसे चूतड़ों ने पीछे से मैक्सी को तान कर उठाए हुए थे ।
देख कर ही दिल गदगद हो गया
: ओहो बुआ , बड़े अच्छे लग रहे हो
: हट बदमाश कही का , तेरी मां की मनमानी के आगे किसी की चली है । लबादे जैसे लग रहा है ये जैसे बोरा पहनी हूं
: अरे बुआ अच्छे तो लग रहे हो , बस थोड़ा जिम ज्वाइन कर लो कटरीना भी फेल है आपके आगे
: भक्क पागल
: अच्छा बुआ ये दीदी का मोबाइल खोलो न मुझे फोटो लेनी है उनके मोबाइल से , वो किचन में मम्मी की हेल्प कर रही है ना
एकदम से बुआ मान गई और मेरे सामने पैटर्न डाल कर खोल दिया
: अरे इतना टफ आपको याद था
: हा तो , मै तो तेरे फूफा के मोबाइल का भी जानती हूं हीहीही लेकिन उनको नहीं पता
मैने थोड़ा बुआ को चढ़ाया और वो खुश होकर बाहर चली गई और मैने झट से दीदी का मोबाइल खोला और इंस्टा पर सबसे पहले उनकी दूसरी वाली आईडी लॉग इन की
ओह्ह्ह भाई साहब ये तो मक्खन है सीईईई
एक तो पहले से ही फटी हुई थी कि दीदी न आ जाए और वही प्रोफाइल देख कर तो पेट ने हड़बड़ी होने लगी ।
" भाई ये तो कम्बल में घुस कर देखने वाली चीज है , इतनी जल्दी जल्दी में मजा नहीं आए , कुछ करना पड़ेगा "
" क्या करूं एक फेक अकाउंट से रिक्वेस्ट कर दूं , नहीं यार शक हो जाएगा दीदी को "
हा !! ये काम हो सकता है ... फिर जल्दी से मैने मेरे मोबाइल में इंस्टा खोला और जल्दी जल्दी अपना काम निपटा कर , मोबाइल रखने वाला था कि मुझे उनके bf के चैट की याद आई
झट से मैने उनके व्हाट्सअप पर मैसेज देखे , उन्होंने उसको भी वही फोटो भेजी थी
और उसने उसके चूतड़ों के बारे में बड़े गंदे कमेंट किए थे और उनके आज रा के लिए अपने अलग ही प्लान सेट थे । जिसको लेकर मेरी उत्सुकता और बढ़ गई ।
मैं वापस मोबाइल को जस का तस रख दिया और चार्ज में लगा कर , खाना खा कर निकल गया अपने दोस्तों से मिलने , जो गिनती के थे लेकिन जिगरी थे ।
वहा उनकी रात में हुड़दंड की तैयारी थी होलिका जलाने को लेकर , मैने भी शामिल होने की हामी भर दी
हालांकि पहले ऐसे किसी सम्मेलन में जाने के लिए मम्मी पूरी तरह स्ट्रिक्ट रहती थी लेकिन नौकरी लगने के बाद से उनका रोक टोक कम हो गया था । वैसे भी मै बहुत कम ही आता था घर तो ... उसपर से आज बुआ भी थी तो ना चाहते हुए भी मम्मी रोकती नहीं , इसका विश्वास था ।
शाम को समय पर वापस से मेरी सोना का कॉल आया
: हाय बाबू
: हाय मेरी सेक्सु जान
: धत्त पागल हो आप , यार मै ऑफिस में थी कुछ तो देखते , वो तो अच्छा था कि कोई मेरे पास नहीं था ।
: आप बताओ वो डिजाइन पसंद है आपको
: क्या ? भक्क वही लिए हो क्या ? ( उसने एकदम से खिल कर और थोड़ा शर्मा कर कहा , जैसे उसे यकीन हो कि मै सच में ले लिया होऊंगा )
: नहीं यार बस डिजाइन पूछ रहा हूं , मै तो आपको ऑनलाइन भेजने वाला था
: क्या !! नहीं पगलू , मम्मी रहती है , पार्सल आया और वो खोल कर देख ली तो ?
: अरे तो कैसे भेजूंगा आपको ,मुझे देखना है , प्लीज न
: अच्छा ठीक है , होली बाद मै ऑफिस जाऊंगी तो खुद ले लूंगी यहां रास्ते में है शॉप एक अच्छी सी , अब खुश
: yesss हीही
: पागल हो आप ( वो खिलकर बोली ) और बताओ न जान
उसकी बातों से लग रहा था कि वो आज बात करने के मूड में है
: कहा हो आप , आज तो 4 मिनट हो गए काल कटा नहीं
: अरे यार वो बस में हूं , और बस रुकी है अभी और ज्यादा लोग भी नहीं है आज
: अच्छा बाबू सुनो न , इस संडे मिलते है न ( मैने मेरी बेताबी जाहिर की )
: क्या ? संडे !!
: फिर से दीदी आ रही है ?
: अरे दीदी तो आज ही आ गई है , क्योंकि जीजू गए बाहर न ।
: यार पड़ोस में करा दी हो क्या अपने दीदी की शादी जब देखो घर आ जाती है या आप उनके यहां चले जाते हो । ( मै उखड़ कर बोला , क्योंकि बीते कई हफ्ते से ये दुख मेरे भीतर बैठा था )
: हीहीही अरे नहीं पगलू , 10 12km तो है ही दूर । वो उनके घर पर कोई है नहीं सास ससुर भी सब बाहर जीजू के भाई के साथ रहते है और जीजू भी चले गए अपने जॉब पर तो दीदी आ गई है होली पर ।
: हा लेकिन उनको तुम्हारे जीजू के साथ जाना चाहिए था न
: धत्त नहीं वो अभी भी जा सकती , प्रेग्नेंसी है उनकी ( थोड़ा शर्मा कर वो बोली )
: ओह्ह्ह , फिर तो उन्हें यही घर पर रहने दो , क्यों बार बार आना जाना करती हो
: अरे वो कहा करती है , मै ही जाती हूं यार , मम्मी भी कह रही थी कि अब शायद वो जाए नहीं ।
: ओह फिर हम लोग कैसे बात करेंगे ? ( मैने चिंता जाहिर की )
: जैसे करते है , मै मैनेज कर लूंगी बाबू आप टेंशन न लो
जान में जान आई और फिर एकदम से मेरे लालची मन में संडे का ख्याल आया
: तो संडे को मिले ?
: बाबू कैसे मिलेंगे संडे को , क्या बोल कर आऊंगी ? डर लगता है अब ?
: तो ऑफिस वाले दिन आ जाऊ ,आप हाफ डे ले लेना , कही चलेंगे
कुछ देर सोच कर वो फाइनली मान गई ।
फिर वो घर के लिए निकल गई और मै अपने घर लौट आया । शाम से ही घर के गुजिया बनाने का प्रोग्राम चालू था, पूरा बाजार हाल में फैला हुआ था । बुआ मम्मी के साथ बबली दीदी भी लगी थी ।
फिर थोड़ी बहुत बातों के साथ रात में खाने के बाद मै मम्मी को अपना बाहर जाने का प्लान बताया
: अरे क्या हुआ कुसुम जाने दे न, कोई छोटा बच्चा नहीं है जो बिगड़ जायेगा
: अरे दीदी वहा सब मोहल्ले के हरामी पियक्कड़ जुटते है और गाली गलौज करते है
: अरे तू तो ऐसे कह रही है जैसे ये सब सीखने जायेगा , अरे दोस्तो के साथ थोड़ा घूम लेगा और वापस आ जाएगा । देख होलिका देखने जाने के लिए मना नहीं करते । तू जा रोहन और सुन थोड़ा अनाज और पैसे रख लेना पंडित जी के लिए।
बुआ ने खुलकर मेरी तरफदारी की और मै उनको पकड़कर : सच में बुआ आपको न मेरी मम्मी होना चाहिए था । इतना रोकती टोकती है मम्मी न
: हा तो बना ले इनको मम्मी अपनी , ब्याह करा दे पापा से अपने हाहाहा
मम्मी की बात पर बुआ के साथ मै भी इस बार झेप गया क्योंकि मुझे इस वक्त इस टेंस माहौल में मम्मी से ऐसी कुछ कमेंट की उम्मीद नहीं थी । लेकिन मेरी चुलबुली मम्मी कहा बुआ को छेड़ने का मौका छोड़ने वाली थी ।
: अरे बनाना क्या है , मै हूं तेरी मम्मी , आखिर तूने भी मेरी छाती का दूध पीया है । मेरा बच्चा जा तू
मै घर की एक्स्ट्रा चाबी लेकर निकल तो आया लेकिन मेरे कानो में बुआ के कहे शब्द गूंज रहे थे
" तूने भी मेरी छाती का दूध पीया है "
क्या सच में मैने बुआ के रसीले मम्में को मुंह में लेकर चूसा था। सोच कर ही लंड अकड़ गया ।
इधर मेरी सोना के मैसेज आए तो मैने उसको बता दिया कि मै दोस्तो के साथ रहूंगा रात में होलिका जलने तक , और वो सो जाए ।
फिर मै निकल कर चौराहे पर जहा होलिका जलनी थी ।
मै आ गया चौराहे पर
होलिका तैयार कर दी गई थी ।
डीजे के साउंड का शोर और होली वाले गाने पूरी धूम पर थे । मन झूम ही रहा था कि किसी ने पकड़ कर खींच लिया डीजे पर नचवाने लगा जबरन
हालांकि उसे पहचान रहा था लेकिन वो ना मेरे फ्रेंड सर्किल का था न ही मेरे मिजाज का , ऐसे लड़कों की टाऊन के आवारा लड़कों में होती थी , मुंह से आती बास से पता चल रहा था कि साले ने पी रखी थी और मै किसी तरह उस भीड़ से निकल आया ।
एक ओर नॉनवेज की पार्टी भी चल रही थी और दारूबाजी सो अलग
हालांकि त्योहारों के इस विकृत रूप से मुझे खासा ऐतराज था लेकिन आजाद देश में आप दारूबाजों को कितना रोकोगे, मैने मेरे दोस्त को काल किया तो वो बिजी जा रहा था कही , हर 20 मिनट बाद बस यही कह रहा था कि अभी आ रहा हूं । ऐसा करते हुए डेढ़ घंटे हो गए और मेरा माथा घूमने लगा , अभी होलिका जलने में 2 घंटे बाकी थे और सर्दी बढ़ रही थी , मेरे कान ठंडे हो रहे थे और उंगलियां भी ।
हालांकि अलाव जला था और एक से बढ़ एक भोजपुरी गाने ने माहौल गर्म किया हुआ था । रात गहरा रही थी घड़ी की सुई स्वा दस बजे का कांटा पार कर गई थी
इतने में मेरी जेब में मोबाइल बजा और मैने चेक किया तो बबली दीदी इंस्टा पर काल कर रही थी क्योंकि मैने अभी तक उनको अपना नंबर शेयर नहीं किया था ।
मै थोड़ा भीड़ से हट कर दूर हुआ और काल पर उनसे बात करने लगा , आवाज साफ नहीं थी
: कहा है रोहन , नीचे सोया है क्या ?
: नहीं दीदी मै चौराहे पर आया हूं होलिका देखने , आप सो जाओ मै लेट आऊंगा
: पक्का न ?
: हा आप दरवाजा बंद मत करना , मै आऊंगा 2 घंटे में
: ओके , बाय एंजॉय
: हा बाय
मैने फोन काटा और मोबाइल जेब में डालें हुए वापस डीजे की ओर बढ़ रहा था कि एकदम से ठिठक कर रुक गया
कारण मेरे खुराफाती दिमाग में उठा हुआ ख्याल
वो मैसेज जो मैने दीदी के मोबाइल में पढ़े थे कि आज रात की उनकी क्या योजना थी । वो सोचते ही लंड अकड़ कर लोवर में तंबू बनाने लगा और मैने उसको पकड़ कर सिसक पड़ा ।
एक तरफ दोस्त से मिलने की बेचैनी , दूसरी ओर दीदी आज अपने गाड़ खोलकर अपने bf के आगे उछालेंगी उसकी तलब
क्या करु
क्या करूं
क्या करूं
एकदम से मैने यूं टर्न लिया और निकल गया घर के लिए... तेज कदमों से बढ़ता हुआ ।
जारी रहेगी
( पिछले अपडेट पर आपके दिए प्यार और सपोर्ट के लिए आप सभी का धन्यवाद , इस अपडेट से भी ऐसी ही उम्मीद रहेगी लाइक और कमेंट जरूर करें )
अगली सुबह की अंगड़ाई के साथ जब आंखे खुली तो खुली ही रह गई
पैरो पर पैर फेंक कर , मेरी बाई बाजू को अपने छातियों के बीच सटाए हुए बबली दीदी अपनी नथुनों से गर्म सांसे मेरे मुंह पर छोड़ रही थी
ऐसी स्थिति में मै जस का तस थम गया लेकिन पेंट में जबरजस्त तनाव हो गया जो बढ़ता ही जा रहा था ।
मन में हलचल इतना रोमांचक स्पर्श तो मुझे कभी मेरी सोना से भी नहीं मिला था जो बबली दीदी ने दे दिया था सुबह सुबह
हलकी सी बाह को मैने कसमसाया तो उनके मोटे नारियल जैसे दूध का गुदाज स्पर्श मेरी बाजू में हुआ और पता चल गया कि रात में दीदी ने ब्रा भी उतार दी थी ।
वो सॉफ्टनेस और गर्म अनुभव पेंट में अलग ही पंप होने लगा था मेरा लंड
: दीदी .... दीदी
: हम्मम ( वो थोड़ा कुनमुनाई )
: उठो .... अरे उठो सुबह हो गई
: सोने दे न रोहन अच्छा लग रहा है , ठंडी है कहा जाएगा
: आपको फ्रेश नहीं होना ?
: मै हो चुकी हूं
" हो चुकी हूं " , मतलब दीदी ने पूरे होश में मुझे ऐसे पकड़ा है , ये सोच कर ही लंड और फौलादी होने लगा ।
: हा तो मुझे होना है , छोड़ो न, हीही
: भक्क जा , इतना अच्छा लग रहा था ( वो थोड़ा चिढ़ कर बोली )
: अच्छा , ठीक है नहीं जाता
: नहीं मुझे भी उठना है , चल .... उम्ममम नहीं तो मम्मी सुना देंगी
मै मुस्कुरा उठा और धीरे से उठ कर अपना लंड पैंट में सेट करता हुआ कम्बल से बाहर आया , अभी भी मेरे पेंट के जबरदस्त टाइटनेस थी
और एकदम से मेरी नजर अंगड़ाई लेती हुई बबली दीदी पर गई
टॉप के उनके झूलते दूध के निप्पल नुकीले होकर फाड़ कर बाहर आने को बेताब थे
दीदी ने हाथ ऊपर पर अपनी छातियों में हवा भरते हुए जोर दार अंगड़ाई ली और उनकी गुदाज मोटी मोटी नारियल सी चूचियों का साइड डेढ़ गुना हो गया मानो
पेंट में लंड हरकत में आ गया और मैने झट से घूम गया कि कही अगर दीदी की नजर गई तो सुबह सुबह शर्मिंदा होना पड़ जाएगा ।
मैने बाहर कर जीना पकड़ लिया और ऊपर चला गया फ्रेश होने
थोड़ी देर बाद फ्रेश होकर आया तो देखा दीदी नीचे जा चुकी है और मैने सोचा क्यों न बिस्तर फोल्ड कर दिए जाए ।
मैने कम्बल लपेटा तकिए उठा कर साइड किया था कि मेरी नजर दीदी के लगाए तकिए ने नीचे गई , वहा उनकी ब्रा थी । स्ट्रॉबेरी ड्रेस मैटीरियल में बहुत सॉफ्ट , और गर्माहट ऐसी कि मानो अभी अभी दीदी ने अपने छातियों से उतार कर रखा हो , लेबल देखा 34 डीडी
रोक न पाया मै खुद को और नथुनों से लगा कर उनकी गंध ली और पैंट में फिर से अकड़न होने लगी ।
नीचे आया तो देखा अभी तो सब शांति है ।
सुबह सबसे पहले पापा नहा लेते थे किसी भी मौसम में और बाथरूम में वही थे , बाकी सारे कमरे शांत थे ।
मैने एक नजर अपने कमरे में देखा तो दीदी वापस नीचे आ कर सो गई थी ।
मै किचन में पानी गर्म करने को रख दिया और मोबाइल चलाने लगा था कि मम्मी के कमरे से थोड़ी खिलखिलाहट आई
एक पल को मेरे जहन में आया कि ये लोग जाग रहे है तो उठे क्यों नहीं
मै फिर से किचन के गेट के पास से उनकी ओर कान लगाया , क्योंकि सामने बाथरूम खुला था और पापा नहा रहे थे ।
: हट कुसुम मत छू न , तू उठ गई तो वापस क्यों आई बिस्तर में
: अह्ह्ह्ह्ह मै तो ये दोनों हीटर सेकने आई थी उम्ममम कितनी गर्म है उफ्फफ हीही हाहाहाहाहा
: धत् छोड़ दे कुसुम
: तभी मै कहूं दिन के दिन आपके दूध मोटे क्यों हो रहे है सीईईई नंदोई जी खूब हीहीही
: हट मै ही उठ जा रही हूं
ये बोलकर बुआ बिस्तर से निकल कर बेड पर बैठ गई , सच ही कहा था मम्मी ने उनके मोटे मोटे खरबूजे जैसे गोल मटोल दुध के बारे में , जिनके वजन से बुआ के ब्लाउज के कंधे आगे की ओर खींच आए थे और जिससे उनकी ब्लाउज और गला बड़ा दिख रहा था साथ उनकी दूधिया लंबी दूध की घाटियां भी ।
: सीईईई अह्ह्ह्ह दीदी आओ न ( मम्मी ने उन्हें फिर से उन्हें सीने पर हाथ फेर कर छेड़ा और वो लजा कर हंसती हुई उठ खड़ी हुई )
वो रात में साड़ी उतार कर सोई थी और उनकी बड़ी चौड़ी उठी हुई गाड़ पर उनकी सूती पेटीकोट चढ़ी हुई थी ।
इधर मेरा पानी गर्म हो गया और मै बाहर आ गया
कुछ देर बाद जब पापा नहा कर पूजा करने के लिए छत पर चले गए तो बुआ नहाने के लिए चली गई एक नाइटी लेकर और मम्मी किचन में नाश्ते के लिए चली गई ।
ना चाहते हुए भी मुझे सर्द सुबह में नहाना पड़ा और नाश्ते के बाद हम लोग आज मार्केट जाने वाले थे ।
मम्मी लिस्ट बना रही थी
इधर मै और बबली दीदी मोबाइल पर व्यस्त थे
गुड मॉर्निंग विश के बाद मेरी सोना आज भी ड्यूटी के लिए गई थी और इधर बबली दीदी की उनके bf से चैटिंग चल रही थी ।
जैसे ही मै खाली हुआ सरक गया दीदी के पास
: क्या है ?
: क्या बात कर रहे हो ? ( मै चहक कर बोला )
: वो सब प्राइवेट है , तुझसे मतलब ( वो मोबाइल छुपा रही थी )
: अरे तो फोटो तो दिखाओ उनकी
तो इतरा कर उसने मुझे अपने bf की इंस्टा आईडी बताई
बोली फॉलो करके देख ले
मैने चेक किया बियर्ड फेस, थोड़ा रंगदार टाइप का लुक ओवरआल चूतिया , हाथों में चैन , गले में चैन , उंगलियों में रिंग्स सबके सब गोल्ड में , जींस और व्हाइट शर्ट पीछे खड़ी महिंद्रा थार
साफ समझ आ रहा था कि दीदी की पसंद ये क्यों है ? तभी उसके प्रोफाइल के हाइलाइट में मेरी नजर गई और मेरे दिमाग में कुछ शंका आई
एकदम से मैने उसे ओपन किया
ओह्ह्ह तो मैडम का प्यार सोशल मीडिया पर भी फैला हुआ है । मैने झट से दीदी की id पर क्लिक किया और उनके प्रोफाइल पर चला गया । जो कि एक प्राइवेट प्रोफाइल थी , और बड़ी यूनिक आईडी थी । NottyBabli_40
मैने झट से उनको फॉलो रिक्वेस्ट की और उनके मोबाइल पर नोटिफिकेशन गया ।
एकदम से उन्होंने मुझे देखा
: क्या हुआ accept करो
वो मुस्कुरा रही थी और थोड़ा सोच कर
: इसपर नहीं मै दूसरी वाली बता रही हूं उसपर कर ( उनके चेहरे और बातें साफ बयान कर रहे थे कि वो कुछ तो छिपा रही है )
: उसपर भी कर दूंगा , इसको तो करो पहले एक्सेप्ट
: नहीं हीहीही , इसपर नहीं वो सब प्राइवेट है
: 304 फ्लोवर है तो प्राइवेट कैसे ?
: तू छोड़ न , वो I'd मै नहीं चलती ठीक है .. और इस वाली आईडी पर भेज तू
मैं समझ गया कि दीदी कुछ तो है जो मुझसे शेयर नहीं करना चाहती, लेकिन इसके लिए मुझे ही कुछ तिगड़म लगाना पड़ेगा । मैने फिलहाल के उनकी दूसरी आईडी पर फॉलो कर दिया और चुप हो गया । थोड़ा उनका प्रोफाइल स्क्रॉल किया तो पता चला कि ये उनकी पूरी तरह से प्रोफ़ाइल और बिज़नस आईडी , जिसमें वो अपने make-up और beauty couse से जुड़े वीडियो डालती हैं।
थोड़ी देर बाद हम लोग निकल गए बाजार के लिए
मै बुआ मम्मी और बबली दीदी
आज नवाबगंज में बाजार पूरा टाइट था , रंग बिरंगी दुकानें और लगभग वैसे रंगीले उनके दुकानदार , मिठाइयों के दुकान पर अलग ही भीड़ लगी थी । कपड़े से लेकर किराना हर जगह भीड़
हम लोग वही एक शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में चले गए , मम्मी को बुआ और बबली दीदी के लिए कपड़े लेने थे क्यों वो होली के अगले दिन ही चले जाने वाले थे ।
कॉम्प्लेक्स में दुकानों पर पुतलों को पहनाई गई जींस की ओर इशारा कर मम्मी ने बुआ के कंधे पर ठोका तो बुआ शर्मा कर हसने लगी
उनके पीछे हम लोग थे
: यार ये तो कभी शांत नहीं रह सकते क्या
: हीहीही अरे इंजॉय करने दो न
: क्या इंजॉय , इतनी गंदी गंदी बातें करती है मामी छीईईई ( दीदी बोली )
: अरे तो ये उनका हक है दोनों नन्द भाभी है इतना मत सोचा करो । ये सब तो कुछ भी नहीं है , कल होली में जब मुहल्ले की आंटी लोग आएंगी तब देखना हाहाहाहाहा
: क्या ? बाहर के लोग भी आयेंगे
: बस लेडीज ही , मम्मी होली गंवाती है , मिठाई खिलाती है और भांग भी हीहीही हाहाहाहा
: क्या सच में , भांग ?
: अरे इतना डर क्यों रही हो , मै तो छिप कर देखता हूं हीही बड़ा मजा आता है
: बक्क पागल है तू , छोड़ उनको चल हम लोग कुछ देखते है उधर
वो मुझे गर्ल सेक्शन की ओर खींच ले गई ।
आज उसने स्किन टाइट जींस और एक कुर्ती डाली हुई थी शॉर्ट में । उसके पतीले जैसे चूतड़ उठे हुए थे एकदम उसके मां के जैसे , मोटे और फुले हुए ।
टॉप वाली सेक्शन में उसके कुछ टॉप और ट्राउज़र सेलेक्ट किए और ट्रायल रूम में चली गई ।
मै इधर उधर देख रहा था कि एकदम से मेरे इंस्टा पर कुछ मैसेज आया
मैने चेक किया तो बबली दीदी ने किया था । मै सोचा ये कपड़े ट्राई कर रही है या अंदर मोबाइल चला रही है ।
लेकिन जैसे ही मैने वो मैसेज खोले एकदम से चौक गया , आसपास देखा और फिर चुपके से मोबाइल ऑन कर वो फोटो देखी जो दीदी ने भेजी थी
उन्होंने एक ब्लैक टॉप के साथ रानी पिंक में एक योगा पैंट पहन कर एक सेल्फी खींची थी जिसमें वो योगा पैंट इतनी स्किन टाइट थी कि पीछे उसके पतीले जैसे चूतड़ों को उभारते हुए दरारों के बीच घुस गई थी ।
नीचे कुछ टैक्स्ट मैसेज भी थे
" COLOR COMBO SAHI HAI NA "
" BOL BHAI "
कुछ सोच कर आखिर मैने पूछ ही लिया
: Didi ye pahanoge Aap ghar me to bua datengi aapko
: Pagal Gym ke liye le rahi hun
: ohh okk
: color combo sahi hai ?
: hmmm thik hai
मैं क्या ही बोलता , मेरी नजरे तो उनके बबल जैसे उठे हुए मोटे चर्बीदार चूतड़ों पर से हट ही नहीं थी , ना जाने कैसे उस पैंट ने दीदी के चूतड़ों को और गोल शेप देकर बड़े ही कामुक अंदाज में बाहर फेंका हुआ था ।
कमर पर लास्टिक इतनी कसी थी कि जो थोड़ी बहुत चर्बी निकली थी वो भी शेप में और कर्वी हो गई थी ।
पहली बार था जब मैने किसी अपने पहचान वाली लड़की को इतने टाइट कपड़ो में देखा था , लंड सरे बाजार बेशर्मी की तरफ पेंट में जगह बनाने लगा था ।
फिर वो चेंज करके बाहर आई और मैने उसका बिल पे किया और हम लोग उस दुकान से बाहर आ कर आगे बढ़ गए ,
और कॉम्प्लेक्स के दूसरी दुकानें देख रहे थे तभी वही एक पुतले ने ठीक वैसी ही नाइटी पहनी थी जो मम्मी के ट्रंक में मिली थी और उसे देखते ही बबली दीदी मुस्कुराई और मुझे दिखाया
मै शर्म से लाल हो गया और वो सरक कर मेरे पास आकर : हीही लग रहा है मामा यही से लेकर गए होंगे हाहाहाहा
: भक्क छोड़ो न आप ये सब , और क्या लेना है ?
: आई हूं तो सोच रही हूं यहां कुछ स्टॉक देख लूं
: तो चलो !!
एकदम से दीदी ने मुझे आंखे बड़ी कर देखा और मुझे समझ गया कि दीदी ब्रा पैंटी लेने के बारे ने बात कर रही थी और शायद मुझे ऐसे चहकना नहीं था ।
: पक्का न , फिर बाद में शर्माना मत ? ( उसने उंगली मेरी ओर प्वाइंट कर बोला )
एक पल को शीशे के दूसरी तरफ अंदर दुकान में देखा तो सिर्फ औरतें और लड़कियां थी , फट रही थी लेकिन अगर नहीं कहता तो ये पक्का मेरी किरकिरी करवा देती इसलिए मैने थोड़ा कैजुअल होकर : हा चलो , मुझे शर्म कैसी ?
उससे अपने चेहरे से ताज्जुब होने के भाव जाहिर किए और चल पड़ी मेरे साथ
काउंटर पर हम लोग खड़े हुए , मै आसपास लाल गुलाबी रंग के अलग अलग शेड देख रहा था कि सामने से काउंटर पर खड़ी स्टाफ ने दीदी ने पूछा
: क्या दिखाऊं मैम
: उम्मम मुझे हिप्स्टर थांग दिखाओ
एकदम से चौक कर मैने दीदी के कहे शब्दों पर ध्यान देने की कोशिश की , और सोचने वाला ये साला कौन सी नई वैरायटी पैंटी की
: साइज
: 38
: लेस या ट्रीम लेस
: उम्मम ट्रिम लेस एंड लो वेस्ट ( कुछ सोच कर वो मुस्कुरा कर बोली )
: ओके मैम
उसके बाद वो स्टाफ ने कुछ खंगाला इधर मै भी बेचैन ही रहा था कि साला कौन सा आइटम आ रहा है , जिसमें इतनी इंग्लिश है ।
फिर वो स्टाफ कुछ बॉक्स लेकर आई और एक एक करने उसने कुछ हल्के और गहरे रंग में लेस वाली पैंटी दिखाई ।
दीदी थोड़े देर रुक मेरी ओर देखा
: कौन सा लूं
एकदम से मै सन्न हो गया और थूक गटक कर कभी दीदी तो कभी उस स्टाफ को देखा जो मुझे ही देख रही थी
मेरी भी नजरे वहां एक मरून और एक स्किन कलर वाली जमी थी , मैने नजरे चुराते हुए उठा कर साइड कर दिया और तभी मेरी नजर पैंटी के लेबल पर गई और मैने साइज देख 38
एकदम से आंखे चौड़ी हो गई , कपड़ो के गणित के चक्कर में मैने दीदी पैंटी के साइज का ध्यान ही नहीं दिया 38 नंबर ,
तभी तो सोचूं कि दीदी के गाड़ में इतनी चर्बी और उभार क्यों है । इनकी जांघें इतनी मोटी क्यों है । एकदम बुआ पर गई थी
फिर उसने कुछ ब्रा भी लिए जिनके 34DD वाले साइज मुझे पहले से ही पता थे ।
मैने बस धीरे से सबसे बच कर वहा ब्रा के बॉक्स पर प्रिंट हुई एक मॉडल की जो लेस वाली ब्रा पैंटी पहने खड़ी हुई थी उसकी धीरे से एक फोटो ले ली
और चुपचाप अपनी सोना को मैसेज करने लगा
: hii sona , kya kar rhi ho
कुछ देर में ही उसका रिप्लाई आया
: babu office me hun , koi jruri bat hai btao ??
थोड़ा तो मूड शरारत का हुआ था लेकिन वो उसने बिगाड़ ही दिया था लेकिन लंड की तरफ ने मुझे थोड़ा बहका रखा था ।
: kuch nhi aapke liye shopping krne aaya tha
: are wah , kya le rhe ho
मैंने झट से वो फोटो भेज दी जो मैने छुपकर उस मॉडल की निकाली थी जिसने वो ब्रा पैंटी पहने थी ।
: chhiii ganda ye sb lene Gaye ho
: mummy bua log ke sath shopping par aaya tha to isko dekhaa to apka khayal aya
उसने बडा अजीब सा रिएक्ट किया और मुझे हंसी आई
: mere liye koi achcha sa dress dekh lo , ye sb hai mere paas pahale se hi
: hai to dikhati kyo nhi
: bhkk pagal ho ap , office me hu yar babu sharm kro
: mai kaun sa romantic baten kr rha hun , mai to bas puchh raha tha ki aapke liye lelu isme ka btao jaldi
: bhkk nhi , apko mera size thodi pata
: to bta do n meri jaan
: 32D & 36 , ab jo Krna hai kro mujhe Kam hai bye pagalu mera love you
फिर उसका मैसेज आना बंद हो गया और इधर मेरे लंड में हरकत होने लगी उसके फिगर के बारे में पढ़ कर , कितने गोल और कड़े होंगे मेरी सोना के दूध और जब मै उसके तने हुए नुकीले निप्पल पर अपनी हथेली फिराऊंगा उफ्फफ पूरे बदन में सरसराहट होने लगी वो पल सोच कर लंड पैंट में एकदम रॉड जैसा टाइट होकर उभर गया ।
एकदम से दीदी मेरे पास आई : चलें
: हा चलो
फिर हम लोग बाहर आए और मम्मी बुआ को खोजते हुए एक जगह देखा जहां मम्मी बुआ को कुछ समझा रही थी
: अरे लेलो न , आपके साइज की है दीदी
: भक्क नहीं , विजय के सामने कभी पहना नहीं है क्या सोचेगा वो
: ओहो , आप न कुछ ज्यादा ही सोचती है , मै लेकर आ रही हूं
मै वहा के हालत समझने लगा इतने में मम्मी उस दुकान से दो काटन नाइटी लेकर आ गई
फिर हम लोग दूसरी शॉपिंग करके निकल गए घर के लिए
दुपहर हो गई थी और मम्मी और दीदी किचन में थी और बबली दीदी ने अपनी कुर्ती उतार कर टॉप डाल दिया था , जिससे जींस में उनके पतीले जैसे चूतड़ों का उभार साफ साफ दिख रहा था ।
रह रह कर मेरा लंड अकड़ रहा था लेकिन मेरे जहन में था दीदी के मोबाइल खोलकर उनकी आईडी चेक करना और उनकी bf की चैट्स देखना ।
लेकिन मेरे कमरे का दरवाजा बंद था क्योंकि बुआ मेरे कमरे ने कपड़े बदलने गई थी ।
जैसे ही कमरे का दवाजा खुला मै लपक कर अंदर गया
सामने देखा तो बुआ कॉटन नाइटी में खड़ी थी उसने खरबूजे जैसे चूचे सामने से तो तबेले जैसे चूतड़ों ने पीछे से मैक्सी को तान कर उठाए हुए थे ।
देख कर ही दिल गदगद हो गया
: ओहो बुआ , बड़े अच्छे लग रहे हो
: हट बदमाश कही का , तेरी मां की मनमानी के आगे किसी की चली है । लबादे जैसे लग रहा है ये जैसे बोरा पहनी हूं
: अरे बुआ अच्छे तो लग रहे हो , बस थोड़ा जिम ज्वाइन कर लो कटरीना भी फेल है आपके आगे
: भक्क पागल
: अच्छा बुआ ये दीदी का मोबाइल खोलो न मुझे फोटो लेनी है उनके मोबाइल से , वो किचन में मम्मी की हेल्प कर रही है ना
एकदम से बुआ मान गई और मेरे सामने पैटर्न डाल कर खोल दिया
: अरे इतना टफ आपको याद था
: हा तो , मै तो तेरे फूफा के मोबाइल का भी जानती हूं हीहीही लेकिन उनको नहीं पता
मैने थोड़ा बुआ को चढ़ाया और वो खुश होकर बाहर चली गई और मैने झट से दीदी का मोबाइल खोला और इंस्टा पर सबसे पहले उनकी दूसरी वाली आईडी लॉग इन की
ओह्ह्ह भाई साहब ये तो मक्खन है सीईईई
एक तो पहले से ही फटी हुई थी कि दीदी न आ जाए और वही प्रोफाइल देख कर तो पेट ने हड़बड़ी होने लगी ।
" भाई ये तो कम्बल में घुस कर देखने वाली चीज है , इतनी जल्दी जल्दी में मजा नहीं आए , कुछ करना पड़ेगा "
" क्या करूं एक फेक अकाउंट से रिक्वेस्ट कर दूं , नहीं यार शक हो जाएगा दीदी को "
हा !! ये काम हो सकता है ... फिर जल्दी से मैने मेरे मोबाइल में इंस्टा खोला और जल्दी जल्दी अपना काम निपटा कर , मोबाइल रखने वाला था कि मुझे उनके bf के चैट की याद आई
झट से मैने उनके व्हाट्सअप पर मैसेज देखे , उन्होंने उसको भी वही फोटो भेजी थी
और उसने उसके चूतड़ों के बारे में बड़े गंदे कमेंट किए थे और उनके आज रा के लिए अपने अलग ही प्लान सेट थे । जिसको लेकर मेरी उत्सुकता और बढ़ गई ।
मैं वापस मोबाइल को जस का तस रख दिया और चार्ज में लगा कर , खाना खा कर निकल गया अपने दोस्तों से मिलने , जो गिनती के थे लेकिन जिगरी थे ।
वहा उनकी रात में हुड़दंड की तैयारी थी होलिका जलाने को लेकर , मैने भी शामिल होने की हामी भर दी
हालांकि पहले ऐसे किसी सम्मेलन में जाने के लिए मम्मी पूरी तरह स्ट्रिक्ट रहती थी लेकिन नौकरी लगने के बाद से उनका रोक टोक कम हो गया था । वैसे भी मै बहुत कम ही आता था घर तो ... उसपर से आज बुआ भी थी तो ना चाहते हुए भी मम्मी रोकती नहीं , इसका विश्वास था ।
शाम को समय पर वापस से मेरी सोना का कॉल आया
: हाय बाबू
: हाय मेरी सेक्सु जान
: धत्त पागल हो आप , यार मै ऑफिस में थी कुछ तो देखते , वो तो अच्छा था कि कोई मेरे पास नहीं था ।
: आप बताओ वो डिजाइन पसंद है आपको
: क्या ? भक्क वही लिए हो क्या ? ( उसने एकदम से खिल कर और थोड़ा शर्मा कर कहा , जैसे उसे यकीन हो कि मै सच में ले लिया होऊंगा )
: नहीं यार बस डिजाइन पूछ रहा हूं , मै तो आपको ऑनलाइन भेजने वाला था
: क्या !! नहीं पगलू , मम्मी रहती है , पार्सल आया और वो खोल कर देख ली तो ?
: अरे तो कैसे भेजूंगा आपको ,मुझे देखना है , प्लीज न
: अच्छा ठीक है , होली बाद मै ऑफिस जाऊंगी तो खुद ले लूंगी यहां रास्ते में है शॉप एक अच्छी सी , अब खुश
: yesss हीही
: पागल हो आप ( वो खिलकर बोली ) और बताओ न जान
उसकी बातों से लग रहा था कि वो आज बात करने के मूड में है
: कहा हो आप , आज तो 4 मिनट हो गए काल कटा नहीं
: अरे यार वो बस में हूं , और बस रुकी है अभी और ज्यादा लोग भी नहीं है आज
: अच्छा बाबू सुनो न , इस संडे मिलते है न ( मैने मेरी बेताबी जाहिर की )
: क्या ? संडे !!
: फिर से दीदी आ रही है ?
: अरे दीदी तो आज ही आ गई है , क्योंकि जीजू गए बाहर न ।
: यार पड़ोस में करा दी हो क्या अपने दीदी की शादी जब देखो घर आ जाती है या आप उनके यहां चले जाते हो । ( मै उखड़ कर बोला , क्योंकि बीते कई हफ्ते से ये दुख मेरे भीतर बैठा था )
: हीहीही अरे नहीं पगलू , 10 12km तो है ही दूर । वो उनके घर पर कोई है नहीं सास ससुर भी सब बाहर जीजू के भाई के साथ रहते है और जीजू भी चले गए अपने जॉब पर तो दीदी आ गई है होली पर ।
: हा लेकिन उनको तुम्हारे जीजू के साथ जाना चाहिए था न
: धत्त नहीं वो अभी भी जा सकती , प्रेग्नेंसी है उनकी ( थोड़ा शर्मा कर वो बोली )
: ओह्ह्ह , फिर तो उन्हें यही घर पर रहने दो , क्यों बार बार आना जाना करती हो
: अरे वो कहा करती है , मै ही जाती हूं यार , मम्मी भी कह रही थी कि अब शायद वो जाए नहीं ।
: ओह फिर हम लोग कैसे बात करेंगे ? ( मैने चिंता जाहिर की )
: जैसे करते है , मै मैनेज कर लूंगी बाबू आप टेंशन न लो
जान में जान आई और फिर एकदम से मेरे लालची मन में संडे का ख्याल आया
: तो संडे को मिले ?
: बाबू कैसे मिलेंगे संडे को , क्या बोल कर आऊंगी ? डर लगता है अब ?
: तो ऑफिस वाले दिन आ जाऊ ,आप हाफ डे ले लेना , कही चलेंगे
कुछ देर सोच कर वो फाइनली मान गई ।
फिर वो घर के लिए निकल गई और मै अपने घर लौट आया । शाम से ही घर के गुजिया बनाने का प्रोग्राम चालू था, पूरा बाजार हाल में फैला हुआ था । बुआ मम्मी के साथ बबली दीदी भी लगी थी ।
फिर थोड़ी बहुत बातों के साथ रात में खाने के बाद मै मम्मी को अपना बाहर जाने का प्लान बताया
: अरे क्या हुआ कुसुम जाने दे न, कोई छोटा बच्चा नहीं है जो बिगड़ जायेगा
: अरे दीदी वहा सब मोहल्ले के हरामी पियक्कड़ जुटते है और गाली गलौज करते है
: अरे तू तो ऐसे कह रही है जैसे ये सब सीखने जायेगा , अरे दोस्तो के साथ थोड़ा घूम लेगा और वापस आ जाएगा । देख होलिका देखने जाने के लिए मना नहीं करते । तू जा रोहन और सुन थोड़ा अनाज और पैसे रख लेना पंडित जी के लिए।
बुआ ने खुलकर मेरी तरफदारी की और मै उनको पकड़कर : सच में बुआ आपको न मेरी मम्मी होना चाहिए था । इतना रोकती टोकती है मम्मी न
: हा तो बना ले इनको मम्मी अपनी , ब्याह करा दे पापा से अपने हाहाहा
मम्मी की बात पर बुआ के साथ मै भी इस बार झेप गया क्योंकि मुझे इस वक्त इस टेंस माहौल में मम्मी से ऐसी कुछ कमेंट की उम्मीद नहीं थी । लेकिन मेरी चुलबुली मम्मी कहा बुआ को छेड़ने का मौका छोड़ने वाली थी ।
: अरे बनाना क्या है , मै हूं तेरी मम्मी , आखिर तूने भी मेरी छाती का दूध पीया है । मेरा बच्चा जा तू
मै घर की एक्स्ट्रा चाबी लेकर निकल तो आया लेकिन मेरे कानो में बुआ के कहे शब्द गूंज रहे थे
" तूने भी मेरी छाती का दूध पीया है "
क्या सच में मैने बुआ के रसीले मम्में को मुंह में लेकर चूसा था। सोच कर ही लंड अकड़ गया ।
इधर मेरी सोना के मैसेज आए तो मैने उसको बता दिया कि मै दोस्तो के साथ रहूंगा रात में होलिका जलने तक , और वो सो जाए ।
फिर मै निकल कर चौराहे पर जहा होलिका जलनी थी ।
मै आ गया चौराहे पर
होलिका तैयार कर दी गई थी ।
डीजे के साउंड का शोर और होली वाले गाने पूरी धूम पर थे । मन झूम ही रहा था कि किसी ने पकड़ कर खींच लिया डीजे पर नचवाने लगा जबरन
हालांकि उसे पहचान रहा था लेकिन वो ना मेरे फ्रेंड सर्किल का था न ही मेरे मिजाज का , ऐसे लड़कों की टाऊन के आवारा लड़कों में होती थी , मुंह से आती बास से पता चल रहा था कि साले ने पी रखी थी और मै किसी तरह उस भीड़ से निकल आया ।
एक ओर नॉनवेज की पार्टी भी चल रही थी और दारूबाजी सो अलग
हालांकि त्योहारों के इस विकृत रूप से मुझे खासा ऐतराज था लेकिन आजाद देश में आप दारूबाजों को कितना रोकोगे, मैने मेरे दोस्त को काल किया तो वो बिजी जा रहा था कही , हर 20 मिनट बाद बस यही कह रहा था कि अभी आ रहा हूं । ऐसा करते हुए डेढ़ घंटे हो गए और मेरा माथा घूमने लगा , अभी होलिका जलने में 2 घंटे बाकी थे और सर्दी बढ़ रही थी , मेरे कान ठंडे हो रहे थे और उंगलियां भी ।
हालांकि अलाव जला था और एक से बढ़ एक भोजपुरी गाने ने माहौल गर्म किया हुआ था । रात गहरा रही थी घड़ी की सुई स्वा दस बजे का कांटा पार कर गई थी
इतने में मेरी जेब में मोबाइल बजा और मैने चेक किया तो बबली दीदी इंस्टा पर काल कर रही थी क्योंकि मैने अभी तक उनको अपना नंबर शेयर नहीं किया था ।
मै थोड़ा भीड़ से हट कर दूर हुआ और काल पर उनसे बात करने लगा , आवाज साफ नहीं थी
: कहा है रोहन , नीचे सोया है क्या ?
: नहीं दीदी मै चौराहे पर आया हूं होलिका देखने , आप सो जाओ मै लेट आऊंगा
: पक्का न ?
: हा आप दरवाजा बंद मत करना , मै आऊंगा 2 घंटे में
: ओके , बाय एंजॉय
: हा बाय
मैने फोन काटा और मोबाइल जेब में डालें हुए वापस डीजे की ओर बढ़ रहा था कि एकदम से ठिठक कर रुक गया
कारण मेरे खुराफाती दिमाग में उठा हुआ ख्याल
वो मैसेज जो मैने दीदी के मोबाइल में पढ़े थे कि आज रात की उनकी क्या योजना थी । वो सोचते ही लंड अकड़ कर लोवर में तंबू बनाने लगा और मैने उसको पकड़ कर सिसक पड़ा ।
एक तरफ दोस्त से मिलने की बेचैनी , दूसरी ओर दीदी आज अपने गाड़ खोलकर अपने bf के आगे उछालेंगी उसकी तलब
क्या करु
क्या करूं
क्या करूं
एकदम से मैने यूं टर्न लिया और निकल गया घर के लिए... तेज कदमों से बढ़ता हुआ ।
जारी रहेगी
( पिछले अपडेट पर आपके दिए प्यार और सपोर्ट के लिए आप सभी का धन्यवाद , इस अपडेट से भी ऐसी ही उम्मीद रहेगी लाइक और कमेंट जरूर करें )
अगली सुबह की अंगड़ाई के साथ जब आंखे खुली तो खुली ही रह गई
पैरो पर पैर फेंक कर , मेरी बाई बाजू को अपने छातियों के बीच सटाए हुए बबली दीदी अपनी नथुनों से गर्म सांसे मेरे मुंह पर छोड़ रही थी
ऐसी स्थिति में मै जस का तस थम गया लेकिन पेंट में जबरजस्त तनाव हो गया जो बढ़ता ही जा रहा था ।
मन में हलचल इतना रोमांचक स्पर्श तो मुझे कभी मेरी सोना से भी नहीं मिला था जो बबली दीदी ने दे दिया था सुबह सुबह
हलकी सी बाह को मैने कसमसाया तो उनके मोटे नारियल जैसे दूध का गुदाज स्पर्श मेरी बाजू में हुआ और पता चल गया कि रात में दीदी ने ब्रा भी उतार दी थी ।
वो सॉफ्टनेस और गर्म अनुभव पेंट में अलग ही पंप होने लगा था मेरा लंड
: दीदी .... दीदी
: हम्मम ( वो थोड़ा कुनमुनाई )
: उठो .... अरे उठो सुबह हो गई
: सोने दे न रोहन अच्छा लग रहा है , ठंडी है कहा जाएगा
: आपको फ्रेश नहीं होना ?
: मै हो चुकी हूं
" हो चुकी हूं " , मतलब दीदी ने पूरे होश में मुझे ऐसे पकड़ा है , ये सोच कर ही लंड और फौलादी होने लगा ।
: हा तो मुझे होना है , छोड़ो न, हीही
: भक्क जा , इतना अच्छा लग रहा था ( वो थोड़ा चिढ़ कर बोली )
: अच्छा , ठीक है नहीं जाता
: नहीं मुझे भी उठना है , चल .... उम्ममम नहीं तो मम्मी सुना देंगी
मै मुस्कुरा उठा और धीरे से उठ कर अपना लंड पैंट में सेट करता हुआ कम्बल से बाहर आया , अभी भी मेरे पेंट के जबरदस्त टाइटनेस थी
और एकदम से मेरी नजर अंगड़ाई लेती हुई बबली दीदी पर गई
टॉप के उनके झूलते दूध के निप्पल नुकीले होकर फाड़ कर बाहर आने को बेताब थे
दीदी ने हाथ ऊपर पर अपनी छातियों में हवा भरते हुए जोर दार अंगड़ाई ली और उनकी गुदाज मोटी मोटी नारियल सी चूचियों का साइड डेढ़ गुना हो गया मानो
पेंट में लंड हरकत में आ गया और मैने झट से घूम गया कि कही अगर दीदी की नजर गई तो सुबह सुबह शर्मिंदा होना पड़ जाएगा ।
मैने बाहर कर जीना पकड़ लिया और ऊपर चला गया फ्रेश होने
थोड़ी देर बाद फ्रेश होकर आया तो देखा दीदी नीचे जा चुकी है और मैने सोचा क्यों न बिस्तर फोल्ड कर दिए जाए ।
मैने कम्बल लपेटा तकिए उठा कर साइड किया था कि मेरी नजर दीदी के लगाए तकिए ने नीचे गई , वहा उनकी ब्रा थी । स्ट्रॉबेरी ड्रेस मैटीरियल में बहुत सॉफ्ट , और गर्माहट ऐसी कि मानो अभी अभी दीदी ने अपने छातियों से उतार कर रखा हो , लेबल देखा 34 डीडी
रोक न पाया मै खुद को और नथुनों से लगा कर उनकी गंध ली और पैंट में फिर से अकड़न होने लगी ।
नीचे आया तो देखा अभी तो सब शांति है ।
सुबह सबसे पहले पापा नहा लेते थे किसी भी मौसम में और बाथरूम में वही थे , बाकी सारे कमरे शांत थे ।
मैने एक नजर अपने कमरे में देखा तो दीदी वापस नीचे आ कर सो गई थी ।
मै किचन में पानी गर्म करने को रख दिया और मोबाइल चलाने लगा था कि मम्मी के कमरे से थोड़ी खिलखिलाहट आई
एक पल को मेरे जहन में आया कि ये लोग जाग रहे है तो उठे क्यों नहीं
मै फिर से किचन के गेट के पास से उनकी ओर कान लगाया , क्योंकि सामने बाथरूम खुला था और पापा नहा रहे थे ।
: हट कुसुम मत छू न , तू उठ गई तो वापस क्यों आई बिस्तर में
: अह्ह्ह्ह्ह मै तो ये दोनों हीटर सेकने आई थी उम्ममम कितनी गर्म है उफ्फफ हीही हाहाहाहाहा
: धत् छोड़ दे कुसुम
: तभी मै कहूं दिन के दिन आपके दूध मोटे क्यों हो रहे है सीईईई नंदोई जी खूब हीहीही
: हट मै ही उठ जा रही हूं
ये बोलकर बुआ बिस्तर से निकल कर बेड पर बैठ गई , सच ही कहा था मम्मी ने उनके मोटे मोटे खरबूजे जैसे गोल मटोल दुध के बारे में , जिनके वजन से बुआ के ब्लाउज के कंधे आगे की ओर खींच आए थे और जिससे उनकी ब्लाउज और गला बड़ा दिख रहा था साथ उनकी दूधिया लंबी दूध की घाटियां भी ।
: सीईईई अह्ह्ह्ह दीदी आओ न ( मम्मी ने उन्हें फिर से उन्हें सीने पर हाथ फेर कर छेड़ा और वो लजा कर हंसती हुई उठ खड़ी हुई )
वो रात में साड़ी उतार कर सोई थी और उनकी बड़ी चौड़ी उठी हुई गाड़ पर उनकी सूती पेटीकोट चढ़ी हुई थी ।
इधर मेरा पानी गर्म हो गया और मै बाहर आ गया
कुछ देर बाद जब पापा नहा कर पूजा करने के लिए छत पर चले गए तो बुआ नहाने के लिए चली गई एक नाइटी लेकर और मम्मी किचन में नाश्ते के लिए चली गई ।
ना चाहते हुए भी मुझे सर्द सुबह में नहाना पड़ा और नाश्ते के बाद हम लोग आज मार्केट जाने वाले थे ।
मम्मी लिस्ट बना रही थी
इधर मै और बबली दीदी मोबाइल पर व्यस्त थे
गुड मॉर्निंग विश के बाद मेरी सोना आज भी ड्यूटी के लिए गई थी और इधर बबली दीदी की उनके bf से चैटिंग चल रही थी ।
जैसे ही मै खाली हुआ सरक गया दीदी के पास
: क्या है ?
: क्या बात कर रहे हो ? ( मै चहक कर बोला )
: वो सब प्राइवेट है , तुझसे मतलब ( वो मोबाइल छुपा रही थी )
: अरे तो फोटो तो दिखाओ उनकी
तो इतरा कर उसने मुझे अपने bf की इंस्टा आईडी बताई
बोली फॉलो करके देख ले
मैने चेक किया बियर्ड फेस, थोड़ा रंगदार टाइप का लुक ओवरआल चूतिया , हाथों में चैन , गले में चैन , उंगलियों में रिंग्स सबके सब गोल्ड में , जींस और व्हाइट शर्ट पीछे खड़ी महिंद्रा थार
साफ समझ आ रहा था कि दीदी की पसंद ये क्यों है ? तभी उसके प्रोफाइल के हाइलाइट में मेरी नजर गई और मेरे दिमाग में कुछ शंका आई
एकदम से मैने उसे ओपन किया
ओह्ह्ह तो मैडम का प्यार सोशल मीडिया पर भी फैला हुआ है । मैने झट से दीदी की id पर क्लिक किया और उनके प्रोफाइल पर चला गया । जो कि एक प्राइवेट प्रोफाइल थी , और बड़ी यूनिक आईडी थी । NottyBabli_40
मैने झट से उनको फॉलो रिक्वेस्ट की और उनके मोबाइल पर नोटिफिकेशन गया ।
एकदम से उन्होंने मुझे देखा
: क्या हुआ accept करो
वो मुस्कुरा रही थी और थोड़ा सोच कर
: इसपर नहीं मै दूसरी वाली बता रही हूं उसपर कर ( उनके चेहरे और बातें साफ बयान कर रहे थे कि वो कुछ तो छिपा रही है )
: उसपर भी कर दूंगा , इसको तो करो पहले एक्सेप्ट
: नहीं हीहीही , इसपर नहीं वो सब प्राइवेट है
: 304 फ्लोवर है तो प्राइवेट कैसे ?
: तू छोड़ न , वो I'd मै नहीं चलती ठीक है .. और इस वाली आईडी पर भेज तू
मैं समझ गया कि दीदी कुछ तो है जो मुझसे शेयर नहीं करना चाहती, लेकिन इसके लिए मुझे ही कुछ तिगड़म लगाना पड़ेगा । मैने फिलहाल के उनकी दूसरी आईडी पर फॉलो कर दिया और चुप हो गया । थोड़ा उनका प्रोफाइल स्क्रॉल किया तो पता चला कि ये उनकी पूरी तरह से प्रोफ़ाइल और बिज़नस आईडी , जिसमें वो अपने make-up और beauty couse से जुड़े वीडियो डालती हैं।
थोड़ी देर बाद हम लोग निकल गए बाजार के लिए
मै बुआ मम्मी और बबली दीदी
आज नवाबगंज में बाजार पूरा टाइट था , रंग बिरंगी दुकानें और लगभग वैसे रंगीले उनके दुकानदार , मिठाइयों के दुकान पर अलग ही भीड़ लगी थी । कपड़े से लेकर किराना हर जगह भीड़
हम लोग वही एक शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में चले गए , मम्मी को बुआ और बबली दीदी के लिए कपड़े लेने थे क्यों वो होली के अगले दिन ही चले जाने वाले थे ।
कॉम्प्लेक्स में दुकानों पर पुतलों को पहनाई गई जींस की ओर इशारा कर मम्मी ने बुआ के कंधे पर ठोका तो बुआ शर्मा कर हसने लगी
उनके पीछे हम लोग थे
: यार ये तो कभी शांत नहीं रह सकते क्या
: हीहीही अरे इंजॉय करने दो न
: क्या इंजॉय , इतनी गंदी गंदी बातें करती है मामी छीईईई ( दीदी बोली )
: अरे तो ये उनका हक है दोनों नन्द भाभी है इतना मत सोचा करो । ये सब तो कुछ भी नहीं है , कल होली में जब मुहल्ले की आंटी लोग आएंगी तब देखना हाहाहाहाहा
: क्या ? बाहर के लोग भी आयेंगे
: बस लेडीज ही , मम्मी होली गंवाती है , मिठाई खिलाती है और भांग भी हीहीही हाहाहाहा
: क्या सच में , भांग ?
: अरे इतना डर क्यों रही हो , मै तो छिप कर देखता हूं हीही बड़ा मजा आता है
: बक्क पागल है तू , छोड़ उनको चल हम लोग कुछ देखते है उधर
वो मुझे गर्ल सेक्शन की ओर खींच ले गई ।
आज उसने स्किन टाइट जींस और एक कुर्ती डाली हुई थी शॉर्ट में । उसके पतीले जैसे चूतड़ उठे हुए थे एकदम उसके मां के जैसे , मोटे और फुले हुए ।
टॉप वाली सेक्शन में उसके कुछ टॉप और ट्राउज़र सेलेक्ट किए और ट्रायल रूम में चली गई ।
मै इधर उधर देख रहा था कि एकदम से मेरे इंस्टा पर कुछ मैसेज आया
मैने चेक किया तो बबली दीदी ने किया था । मै सोचा ये कपड़े ट्राई कर रही है या अंदर मोबाइल चला रही है ।
लेकिन जैसे ही मैने वो मैसेज खोले एकदम से चौक गया , आसपास देखा और फिर चुपके से मोबाइल ऑन कर वो फोटो देखी जो दीदी ने भेजी थी
उन्होंने एक ब्लैक टॉप के साथ रानी पिंक में एक योगा पैंट पहन कर एक सेल्फी खींची थी जिसमें वो योगा पैंट इतनी स्किन टाइट थी कि पीछे उसके पतीले जैसे चूतड़ों को उभारते हुए दरारों के बीच घुस गई थी ।
नीचे कुछ टैक्स्ट मैसेज भी थे
" COLOR COMBO SAHI HAI NA "
" BOL BHAI "
कुछ सोच कर आखिर मैने पूछ ही लिया
: Didi ye pahanoge Aap ghar me to bua datengi aapko
: Pagal Gym ke liye le rahi hun
: ohh okk
: color combo sahi hai ?
: hmmm thik hai
मैं क्या ही बोलता , मेरी नजरे तो उनके बबल जैसे उठे हुए मोटे चर्बीदार चूतड़ों पर से हट ही नहीं थी , ना जाने कैसे उस पैंट ने दीदी के चूतड़ों को और गोल शेप देकर बड़े ही कामुक अंदाज में बाहर फेंका हुआ था ।
कमर पर लास्टिक इतनी कसी थी कि जो थोड़ी बहुत चर्बी निकली थी वो भी शेप में और कर्वी हो गई थी ।
पहली बार था जब मैने किसी अपने पहचान वाली लड़की को इतने टाइट कपड़ो में देखा था , लंड सरे बाजार बेशर्मी की तरफ पेंट में जगह बनाने लगा था ।
फिर वो चेंज करके बाहर आई और मैने उसका बिल पे किया और हम लोग उस दुकान से बाहर आ कर आगे बढ़ गए ,
और कॉम्प्लेक्स के दूसरी दुकानें देख रहे थे तभी वही एक पुतले ने ठीक वैसी ही नाइटी पहनी थी जो मम्मी के ट्रंक में मिली थी और उसे देखते ही बबली दीदी मुस्कुराई और मुझे दिखाया
मै शर्म से लाल हो गया और वो सरक कर मेरे पास आकर : हीही लग रहा है मामा यही से लेकर गए होंगे हाहाहाहा
: भक्क छोड़ो न आप ये सब , और क्या लेना है ?
: आई हूं तो सोच रही हूं यहां कुछ स्टॉक देख लूं
: तो चलो !!
एकदम से दीदी ने मुझे आंखे बड़ी कर देखा और मुझे समझ गया कि दीदी ब्रा पैंटी लेने के बारे ने बात कर रही थी और शायद मुझे ऐसे चहकना नहीं था ।
: पक्का न , फिर बाद में शर्माना मत ? ( उसने उंगली मेरी ओर प्वाइंट कर बोला )
एक पल को शीशे के दूसरी तरफ अंदर दुकान में देखा तो सिर्फ औरतें और लड़कियां थी , फट रही थी लेकिन अगर नहीं कहता तो ये पक्का मेरी किरकिरी करवा देती इसलिए मैने थोड़ा कैजुअल होकर : हा चलो , मुझे शर्म कैसी ?
उससे अपने चेहरे से ताज्जुब होने के भाव जाहिर किए और चल पड़ी मेरे साथ
काउंटर पर हम लोग खड़े हुए , मै आसपास लाल गुलाबी रंग के अलग अलग शेड देख रहा था कि सामने से काउंटर पर खड़ी स्टाफ ने दीदी ने पूछा
: क्या दिखाऊं मैम
: उम्मम मुझे हिप्स्टर थांग दिखाओ
एकदम से चौक कर मैने दीदी के कहे शब्दों पर ध्यान देने की कोशिश की , और सोचने वाला ये साला कौन सी नई वैरायटी पैंटी की
: साइज
: 38
: लेस या ट्रीम लेस
: उम्मम ट्रिम लेस एंड लो वेस्ट ( कुछ सोच कर वो मुस्कुरा कर बोली )
: ओके मैम
उसके बाद वो स्टाफ ने कुछ खंगाला इधर मै भी बेचैन ही रहा था कि साला कौन सा आइटम आ रहा है , जिसमें इतनी इंग्लिश है ।
फिर वो स्टाफ कुछ बॉक्स लेकर आई और एक एक करने उसने कुछ हल्के और गहरे रंग में लेस वाली पैंटी दिखाई ।
दीदी थोड़े देर रुक मेरी ओर देखा
: कौन सा लूं
एकदम से मै सन्न हो गया और थूक गटक कर कभी दीदी तो कभी उस स्टाफ को देखा जो मुझे ही देख रही थी
मेरी भी नजरे वहां एक मरून और एक स्किन कलर वाली जमी थी , मैने नजरे चुराते हुए उठा कर साइड कर दिया और तभी मेरी नजर पैंटी के लेबल पर गई और मैने साइज देख 38
एकदम से आंखे चौड़ी हो गई , कपड़ो के गणित के चक्कर में मैने दीदी पैंटी के साइज का ध्यान ही नहीं दिया 38 नंबर ,
तभी तो सोचूं कि दीदी के गाड़ में इतनी चर्बी और उभार क्यों है । इनकी जांघें इतनी मोटी क्यों है । एकदम बुआ पर गई थी
फिर उसने कुछ ब्रा भी लिए जिनके 34DD वाले साइज मुझे पहले से ही पता थे ।
मैने बस धीरे से सबसे बच कर वहा ब्रा के बॉक्स पर प्रिंट हुई एक मॉडल की जो लेस वाली ब्रा पैंटी पहने खड़ी हुई थी उसकी धीरे से एक फोटो ले ली
और चुपचाप अपनी सोना को मैसेज करने लगा
: hii sona , kya kar rhi ho
कुछ देर में ही उसका रिप्लाई आया
: babu office me hun , koi jruri bat hai btao ??
थोड़ा तो मूड शरारत का हुआ था लेकिन वो उसने बिगाड़ ही दिया था लेकिन लंड की तरफ ने मुझे थोड़ा बहका रखा था ।
: kuch nhi aapke liye shopping krne aaya tha
: are wah , kya le rhe ho
मैंने झट से वो फोटो भेज दी जो मैने छुपकर उस मॉडल की निकाली थी जिसने वो ब्रा पैंटी पहने थी ।
: chhiii ganda ye sb lene Gaye ho
: mummy bua log ke sath shopping par aaya tha to isko dekhaa to apka khayal aya
उसने बडा अजीब सा रिएक्ट किया और मुझे हंसी आई
: mere liye koi achcha sa dress dekh lo , ye sb hai mere paas pahale se hi
: hai to dikhati kyo nhi
: bhkk pagal ho ap , office me hu yar babu sharm kro
: mai kaun sa romantic baten kr rha hun , mai to bas puchh raha tha ki aapke liye lelu isme ka btao jaldi
: bhkk nhi , apko mera size thodi pata
: to bta do n meri jaan
: 32D & 36 , ab jo Krna hai kro mujhe Kam hai bye pagalu mera love you
फिर उसका मैसेज आना बंद हो गया और इधर मेरे लंड में हरकत होने लगी उसके फिगर के बारे में पढ़ कर , कितने गोल और कड़े होंगे मेरी सोना के दूध और जब मै उसके तने हुए नुकीले निप्पल पर अपनी हथेली फिराऊंगा उफ्फफ पूरे बदन में सरसराहट होने लगी वो पल सोच कर लंड पैंट में एकदम रॉड जैसा टाइट होकर उभर गया ।
एकदम से दीदी मेरे पास आई : चलें
: हा चलो
फिर हम लोग बाहर आए और मम्मी बुआ को खोजते हुए एक जगह देखा जहां मम्मी बुआ को कुछ समझा रही थी
: अरे लेलो न , आपके साइज की है दीदी
: भक्क नहीं , विजय के सामने कभी पहना नहीं है क्या सोचेगा वो
: ओहो , आप न कुछ ज्यादा ही सोचती है , मै लेकर आ रही हूं
मै वहा के हालत समझने लगा इतने में मम्मी उस दुकान से दो काटन नाइटी लेकर आ गई
फिर हम लोग दूसरी शॉपिंग करके निकल गए घर के लिए
दुपहर हो गई थी और मम्मी और दीदी किचन में थी और बबली दीदी ने अपनी कुर्ती उतार कर टॉप डाल दिया था , जिससे जींस में उनके पतीले जैसे चूतड़ों का उभार साफ साफ दिख रहा था ।
रह रह कर मेरा लंड अकड़ रहा था लेकिन मेरे जहन में था दीदी के मोबाइल खोलकर उनकी आईडी चेक करना और उनकी bf की चैट्स देखना ।
लेकिन मेरे कमरे का दरवाजा बंद था क्योंकि बुआ मेरे कमरे ने कपड़े बदलने गई थी ।
जैसे ही कमरे का दवाजा खुला मै लपक कर अंदर गया
सामने देखा तो बुआ कॉटन नाइटी में खड़ी थी उसने खरबूजे जैसे चूचे सामने से तो तबेले जैसे चूतड़ों ने पीछे से मैक्सी को तान कर उठाए हुए थे ।
देख कर ही दिल गदगद हो गया
: ओहो बुआ , बड़े अच्छे लग रहे हो
: हट बदमाश कही का , तेरी मां की मनमानी के आगे किसी की चली है । लबादे जैसे लग रहा है ये जैसे बोरा पहनी हूं
: अरे बुआ अच्छे तो लग रहे हो , बस थोड़ा जिम ज्वाइन कर लो कटरीना भी फेल है आपके आगे
: भक्क पागल
: अच्छा बुआ ये दीदी का मोबाइल खोलो न मुझे फोटो लेनी है उनके मोबाइल से , वो किचन में मम्मी की हेल्प कर रही है ना
एकदम से बुआ मान गई और मेरे सामने पैटर्न डाल कर खोल दिया
: अरे इतना टफ आपको याद था
: हा तो , मै तो तेरे फूफा के मोबाइल का भी जानती हूं हीहीही लेकिन उनको नहीं पता
मैने थोड़ा बुआ को चढ़ाया और वो खुश होकर बाहर चली गई और मैने झट से दीदी का मोबाइल खोला और इंस्टा पर सबसे पहले उनकी दूसरी वाली आईडी लॉग इन की
ओह्ह्ह भाई साहब ये तो मक्खन है सीईईई
एक तो पहले से ही फटी हुई थी कि दीदी न आ जाए और वही प्रोफाइल देख कर तो पेट ने हड़बड़ी होने लगी ।
" भाई ये तो कम्बल में घुस कर देखने वाली चीज है , इतनी जल्दी जल्दी में मजा नहीं आए , कुछ करना पड़ेगा "
" क्या करूं एक फेक अकाउंट से रिक्वेस्ट कर दूं , नहीं यार शक हो जाएगा दीदी को "
हा !! ये काम हो सकता है ... फिर जल्दी से मैने मेरे मोबाइल में इंस्टा खोला और जल्दी जल्दी अपना काम निपटा कर , मोबाइल रखने वाला था कि मुझे उनके bf के चैट की याद आई
झट से मैने उनके व्हाट्सअप पर मैसेज देखे , उन्होंने उसको भी वही फोटो भेजी थी
और उसने उसके चूतड़ों के बारे में बड़े गंदे कमेंट किए थे और उनके आज रा के लिए अपने अलग ही प्लान सेट थे । जिसको लेकर मेरी उत्सुकता और बढ़ गई ।
मैं वापस मोबाइल को जस का तस रख दिया और चार्ज में लगा कर , खाना खा कर निकल गया अपने दोस्तों से मिलने , जो गिनती के थे लेकिन जिगरी थे ।
वहा उनकी रात में हुड़दंड की तैयारी थी होलिका जलाने को लेकर , मैने भी शामिल होने की हामी भर दी
हालांकि पहले ऐसे किसी सम्मेलन में जाने के लिए मम्मी पूरी तरह स्ट्रिक्ट रहती थी लेकिन नौकरी लगने के बाद से उनका रोक टोक कम हो गया था । वैसे भी मै बहुत कम ही आता था घर तो ... उसपर से आज बुआ भी थी तो ना चाहते हुए भी मम्मी रोकती नहीं , इसका विश्वास था ।
शाम को समय पर वापस से मेरी सोना का कॉल आया
: हाय बाबू
: हाय मेरी सेक्सु जान
: धत्त पागल हो आप , यार मै ऑफिस में थी कुछ तो देखते , वो तो अच्छा था कि कोई मेरे पास नहीं था ।
: आप बताओ वो डिजाइन पसंद है आपको
: क्या ? भक्क वही लिए हो क्या ? ( उसने एकदम से खिल कर और थोड़ा शर्मा कर कहा , जैसे उसे यकीन हो कि मै सच में ले लिया होऊंगा )
: नहीं यार बस डिजाइन पूछ रहा हूं , मै तो आपको ऑनलाइन भेजने वाला था
: क्या !! नहीं पगलू , मम्मी रहती है , पार्सल आया और वो खोल कर देख ली तो ?
: अरे तो कैसे भेजूंगा आपको ,मुझे देखना है , प्लीज न
: अच्छा ठीक है , होली बाद मै ऑफिस जाऊंगी तो खुद ले लूंगी यहां रास्ते में है शॉप एक अच्छी सी , अब खुश
: yesss हीही
: पागल हो आप ( वो खिलकर बोली ) और बताओ न जान
उसकी बातों से लग रहा था कि वो आज बात करने के मूड में है
: कहा हो आप , आज तो 4 मिनट हो गए काल कटा नहीं
: अरे यार वो बस में हूं , और बस रुकी है अभी और ज्यादा लोग भी नहीं है आज
: अच्छा बाबू सुनो न , इस संडे मिलते है न ( मैने मेरी बेताबी जाहिर की )
: क्या ? संडे !!
: फिर से दीदी आ रही है ?
: अरे दीदी तो आज ही आ गई है , क्योंकि जीजू गए बाहर न ।
: यार पड़ोस में करा दी हो क्या अपने दीदी की शादी जब देखो घर आ जाती है या आप उनके यहां चले जाते हो । ( मै उखड़ कर बोला , क्योंकि बीते कई हफ्ते से ये दुख मेरे भीतर बैठा था )
: हीहीही अरे नहीं पगलू , 10 12km तो है ही दूर । वो उनके घर पर कोई है नहीं सास ससुर भी सब बाहर जीजू के भाई के साथ रहते है और जीजू भी चले गए अपने जॉब पर तो दीदी आ गई है होली पर ।
: हा लेकिन उनको तुम्हारे जीजू के साथ जाना चाहिए था न
: धत्त नहीं वो अभी भी जा सकती , प्रेग्नेंसी है उनकी ( थोड़ा शर्मा कर वो बोली )
: ओह्ह्ह , फिर तो उन्हें यही घर पर रहने दो , क्यों बार बार आना जाना करती हो
: अरे वो कहा करती है , मै ही जाती हूं यार , मम्मी भी कह रही थी कि अब शायद वो जाए नहीं ।
: ओह फिर हम लोग कैसे बात करेंगे ? ( मैने चिंता जाहिर की )
: जैसे करते है , मै मैनेज कर लूंगी बाबू आप टेंशन न लो
जान में जान आई और फिर एकदम से मेरे लालची मन में संडे का ख्याल आया
: तो संडे को मिले ?
: बाबू कैसे मिलेंगे संडे को , क्या बोल कर आऊंगी ? डर लगता है अब ?
: तो ऑफिस वाले दिन आ जाऊ ,आप हाफ डे ले लेना , कही चलेंगे
कुछ देर सोच कर वो फाइनली मान गई ।
फिर वो घर के लिए निकल गई और मै अपने घर लौट आया । शाम से ही घर के गुजिया बनाने का प्रोग्राम चालू था, पूरा बाजार हाल में फैला हुआ था । बुआ मम्मी के साथ बबली दीदी भी लगी थी ।
फिर थोड़ी बहुत बातों के साथ रात में खाने के बाद मै मम्मी को अपना बाहर जाने का प्लान बताया
: अरे क्या हुआ कुसुम जाने दे न, कोई छोटा बच्चा नहीं है जो बिगड़ जायेगा
: अरे दीदी वहा सब मोहल्ले के हरामी पियक्कड़ जुटते है और गाली गलौज करते है
: अरे तू तो ऐसे कह रही है जैसे ये सब सीखने जायेगा , अरे दोस्तो के साथ थोड़ा घूम लेगा और वापस आ जाएगा । देख होलिका देखने जाने के लिए मना नहीं करते । तू जा रोहन और सुन थोड़ा अनाज और पैसे रख लेना पंडित जी के लिए।
बुआ ने खुलकर मेरी तरफदारी की और मै उनको पकड़कर : सच में बुआ आपको न मेरी मम्मी होना चाहिए था । इतना रोकती टोकती है मम्मी न
: हा तो बना ले इनको मम्मी अपनी , ब्याह करा दे पापा से अपने हाहाहा
मम्मी की बात पर बुआ के साथ मै भी इस बार झेप गया क्योंकि मुझे इस वक्त इस टेंस माहौल में मम्मी से ऐसी कुछ कमेंट की उम्मीद नहीं थी । लेकिन मेरी चुलबुली मम्मी कहा बुआ को छेड़ने का मौका छोड़ने वाली थी ।
: अरे बनाना क्या है , मै हूं तेरी मम्मी , आखिर तूने भी मेरी छाती का दूध पीया है । मेरा बच्चा जा तू
मै घर की एक्स्ट्रा चाबी लेकर निकल तो आया लेकिन मेरे कानो में बुआ के कहे शब्द गूंज रहे थे
" तूने भी मेरी छाती का दूध पीया है "
क्या सच में मैने बुआ के रसीले मम्में को मुंह में लेकर चूसा था। सोच कर ही लंड अकड़ गया ।
इधर मेरी सोना के मैसेज आए तो मैने उसको बता दिया कि मै दोस्तो के साथ रहूंगा रात में होलिका जलने तक , और वो सो जाए ।
फिर मै निकल कर चौराहे पर जहा होलिका जलनी थी ।
मै आ गया चौराहे पर
होलिका तैयार कर दी गई थी ।
डीजे के साउंड का शोर और होली वाले गाने पूरी धूम पर थे । मन झूम ही रहा था कि किसी ने पकड़ कर खींच लिया डीजे पर नचवाने लगा जबरन
हालांकि उसे पहचान रहा था लेकिन वो ना मेरे फ्रेंड सर्किल का था न ही मेरे मिजाज का , ऐसे लड़कों की टाऊन के आवारा लड़कों में होती थी , मुंह से आती बास से पता चल रहा था कि साले ने पी रखी थी और मै किसी तरह उस भीड़ से निकल आया ।
एक ओर नॉनवेज की पार्टी भी चल रही थी और दारूबाजी सो अलग
हालांकि त्योहारों के इस विकृत रूप से मुझे खासा ऐतराज था लेकिन आजाद देश में आप दारूबाजों को कितना रोकोगे, मैने मेरे दोस्त को काल किया तो वो बिजी जा रहा था कही , हर 20 मिनट बाद बस यही कह रहा था कि अभी आ रहा हूं । ऐसा करते हुए डेढ़ घंटे हो गए और मेरा माथा घूमने लगा , अभी होलिका जलने में 2 घंटे बाकी थे और सर्दी बढ़ रही थी , मेरे कान ठंडे हो रहे थे और उंगलियां भी ।
हालांकि अलाव जला था और एक से बढ़ एक भोजपुरी गाने ने माहौल गर्म किया हुआ था । रात गहरा रही थी घड़ी की सुई स्वा दस बजे का कांटा पार कर गई थी
इतने में मेरी जेब में मोबाइल बजा और मैने चेक किया तो बबली दीदी इंस्टा पर काल कर रही थी क्योंकि मैने अभी तक उनको अपना नंबर शेयर नहीं किया था ।
मै थोड़ा भीड़ से हट कर दूर हुआ और काल पर उनसे बात करने लगा , आवाज साफ नहीं थी
: कहा है रोहन , नीचे सोया है क्या ?
: नहीं दीदी मै चौराहे पर आया हूं होलिका देखने , आप सो जाओ मै लेट आऊंगा
: पक्का न ?
: हा आप दरवाजा बंद मत करना , मै आऊंगा 2 घंटे में
: ओके , बाय एंजॉय
: हा बाय
मैने फोन काटा और मोबाइल जेब में डालें हुए वापस डीजे की ओर बढ़ रहा था कि एकदम से ठिठक कर रुक गया
कारण मेरे खुराफाती दिमाग में उठा हुआ ख्याल
वो मैसेज जो मैने दीदी के मोबाइल में पढ़े थे कि आज रात की उनकी क्या योजना थी । वो सोचते ही लंड अकड़ कर लोवर में तंबू बनाने लगा और मैने उसको पकड़ कर सिसक पड़ा ।
एक तरफ दोस्त से मिलने की बेचैनी , दूसरी ओर दीदी आज अपने गाड़ खोलकर अपने bf के आगे उछालेंगी उसकी तलब
क्या करु
क्या करूं
क्या करूं
एकदम से मैने यूं टर्न लिया और निकल गया घर के लिए... तेज कदमों से बढ़ता हुआ ।
जारी रहेगी
( पिछले अपडेट पर आपके दिए प्यार और सपोर्ट के लिए आप सभी का धन्यवाद , इस अपडेट से भी ऐसी ही उम्मीद रहेगी लाइक और कमेंट जरूर करें )
Bht hi kamuk or land khada karne wale pal ban rahe h bhai lagta h aaj babli didi ki gand dekh kr hi manoge aap maja aa gya pad kr superb update tha bhai