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धन्यवाद भाईWell update guruji
आभार।Shandar jabardast update![]()
वाह वाह! क्या बात है।वक्त बर्बाद न बिन बात की बातों में कीजिए।
आज की रात मजा चूत का होटों से लीजिए।
धन्यवाद मित्र।Behtreen update
आभार मित्र।Nice update bro![]()
धन्यवाद भाईबहुत ही शानदार अपडेट
धन्यवाद।
Marvelous update guruji bahut bahut dhanyawad guruji
धन्यवाद भाईZabardast update bhai
अरे मित्र आप तो पाठकों को बटोर कर ले जा रहे होbhai, lagta hai aap mere story pe aana bhool gaye...bahut dinon se koi comments bhi nahi hai mere story pe...aaj hi latest update post kiya hai..aapke comments kaa intezaar rahega..
rajpoot01
बहुत बहुत आभार भाई, आपकी प्रतिक्रिया कहानी पर देखकर मन को बहुत खुशी हुई, अक्सर कई कहानियों में पढ़ते हुए आपकी प्रतिक्रिया देखीं हैं, जो बेहद सरल पर साथ ही बहुत कुछ सिखाने वाली होती हैं आशा है वही संबंध आपका इस कहानी से भी बनेगा और आपकी प्रतिक्रियाएं मिलती रहेंगी।ग्रामीण परिवेश पर आधारित स्टोरी की बात ही कुछ और होती है । गांव की मिट्टी , लहलहाते हुए फसल , एक दूसरे से जुड़े हुए लोग , गांव के त्योहार और मेले सब-कुछ शहरों से इतर एक अलग ही पहचान दिलाता है । एक स्वर्गिक सुख का अनुभव कराता है ।
यह प्रमुखतः तीन परिवारों की कहानी है - लल्लू , भूरा और छोटू । किस तरह से यह परिवार अपने संस्कारों को त्याग कर हवस और सेक्स का गुलाम बन जाता है , या फिर इन्सेस्ट के सफर पर निकल पड़ता है , वह दिखाने का प्रयास इस कहानी मे किया गया है ।
फाॅरविडेन और वर्जित संबंधो का रोमांच उत्तेजना के एहसास से रुबरू कराने का प्रयास है यह ।
बहुत बढ़िया लिख रहे है आप ।