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Incest कमसिन बहन (Completed)

ruby mittal

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आज शायद पहली बार था जब उसने भैय्या ना बोलकर सिर्फ़ उसे विक्की नाम से बुलाया था...
और ये उसे पसंद भी आया.

और उसे डबल मज़ा देने के लिए उसने दूसरे मुम्मे को भी अपने मुँह में लेकर उसी अंदाज में चूसा, चुभलाया.....

विक्की के पैने दाँत अपने मुम्मो पर महसूस करते हुए वो उसके सिर को पकड़ कर बुरी तरह से कराह रही थी....
और साथ ही साथ वो अपनी चूत वाला हिस्सा उठाकर उसके खड़े लंड पर भी मार रही थी,
शायद उसे नीचे कुछ ज़्यादा तकलीफ़ थी जिसका इलाज इस वक़्त सिर्फ़ विक्की के पास ही था...

विक्की भी उसका इशारा समझ कर उसके मुम्मो को छोड़कर नीचे की तरफ हो लिया,
कमर पर बँधी उसकी स्कर्ट को उसने खोलकर नीचे खिसका दिया,
कच्छी तो दोनो सहेलियाँ ही नही पहनती थी, इसलिए अगले ही पल उसकी चूत पूरी नंगी होकर उसके सामने आ गयी

अपने ही रस में नहाई हुई उसकी कच्ची चूत अलग ही लिश्कारे मार रही थी..



विक्की को उसे एकटक निहारते देखकर मंजू ने खुद ही पहल करते हुए उसके सिर को पकड़ा और उसे नीचे करते हुए अपनी कमर उठा कर अपनी चूत उसके मुँह से लगा दी....

''आआआआआआआआआआआआआहह.................. सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स...... विक्ककीईईईईईईईईईईईईईईई........ प्लीईईईईईईईस....... ख़ाआ जाओ मुझे...................... सक्ककककक मिईईईई हाआररर्र्र्र्र्द्द्द्द्दद्ड''

वो विक्की को ये बाते ना भी बोलती तब भी शायद वो यही करता.....

अपनी नुकीली जीभ से वो उसकी चूत के होंठों को कुरेदता हुआ उसे एक अलग ही दुनिया में ले गया...
और अंदर से निकल रही चाशनी को जीभ से इकट्ठा करते हुए निगलने लगा...

सच में दोस्तो, कच्ची चूत की चाशनी का स्वाद अलग ही होता है....
जिसने ये मज़ा ले लिया उसे दुनिया का हर दूसरा स्वाद फीका लगेगा इसके सामने..




मंजू उसके सिर को पकड़ कर अपनी चूत पर उपर से नीचे तक रगड़ रही थी....
ऐसा करते हुए वो बुरी तरह से बड़बड़ा भी रही थी...

''आआआअहह विक्की......चूस इसे.......आआआआहह......खा जा मेरी चूत को.....पी ले इसका रस.....आआआअहह......जीभ घुसेड नाआआआअ...अंदर तक...........आआआहह.......और अंदर नही जाएगी ये.......लंड निकाल लंड ......वो डाल इसके अंदर विक्की.....लॅंड डाआआआाालल्ल्ल इसके अंदर....''

उसकी अधीरता देखते ही बनती थी.....
एक लड़की इतने साल तक जिस चूत का कुँवारापन संभाल कर रखती है, उसके चुदने का समय जब आता है तो वो समय से आगे निकल कर , सारे बंधन तोड़ कर उस पल को जी लेना चाहती है जो उसे इस दुनिया का सर्वश्रेष्ठ आनंद दे सके...
और वही इस वक़्त मंजू महसूस कर रही थी.....

विक्की जल्दी से खड़ा हुआ और आनन फानन में उसने अपने सारे कपड़े निकाल फेंके...
और जल्द ही वो उसके सामने उसी की तरह पूरा नंगा खड़ा था....

उसके लंड को देखते ही वो भूखी बिल्ली की तरह उसके उपर झपट पड़ी और अपना मुँह खोलकर उसके लंड को पूरा मुँह में लेकर चूसने लगी..



विक्की बेड के किनारे खड़ा हुआ उसके सिर को पकडे हुए अपना लंड उसके मुँह में अंदर बाहर करने लगा....
और जब वो पूरी तरह से गीला हो गया तो उसने मंजू को धक्का देकर बेड पर फिर से लिटा दिया....
Kuch ho.kar rahegaaaa
 
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ruby mittal

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अब वो पल आ चुका था जिसके लिए मंजू की चूत ना जाने कितने दिनों से कुलबुला रही थी...

विक्की ने अपना गीला लंड उसकी गीली चूत पर रखा और उसके रास में डुबो कर उसे चूत के मुहाने पर रगड़ने लगा



फिर वो उसके उपर धीरे-2 झुकने लगा...

लंड अपनी जगह बनाता हुआ उसकी चूत की पतली सी गली में फिसलता हुआ आगे बढ़ने लगा...

जैसे-2 लंड अंदर जा रहा था, मंजू की आँखे फैलती जा रही थी....
इतने मोटे लंड का छोटे से छेद में जाना सच में किसी करिश्मे से कम नही होता,
पर वो इस वक़्त उसे अंदर जाता हुआ देखकर, अंदर से महसूस करते हुए , सिर्फ़ मुँह फाड़े उसे देखने के सिवा कुछ और कर ही नही सकती थी...



और जल्द ही उसकी चूत की चुंगी आ गयी,
यानी उसकी कमसिन चूत की सील....
दोनो ने एक दूसरे की आँखो में देखा और फिर एक जोरदार प्रहार करते हुए विक्की ने अपना लंड उसकी चूत में पूरा उतार दिया...
मोटा लंड उसकी चूत की सीमाओं को तोड़ता हुआ, अंदर तक जा धंसा...

''आआआआआआआआआआआहह......... विक्कककक्कीईईईईईईईईई........ उफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़........... मररर्र्र्र्र्र्र्र्र्ररर गयी रीईईईईईईई..... अहह.... निकालो इसे......बहुत मोटा है ये तो.......दर्द हो रहा है मुझे...............''



विक्की को लगा था की शायद नेहा की तरह इसे भी ज़्यादा दर्द नही होगा,
पर वो ग़लत था, हर चूत एक जैसी नही होती, ये बात उसे आज समझ में आ गयी थी.

उसने उसे हॉंसला देते हुए, उसके होंठो को चूमा और नीचे जाकर उसके स्तनो को भी अपने मुँह में लेकर चुभलाया ....
थोड़ी देर में जब उसे लगा की अब वो शांत है तो उसने फिर से अपना लंड खींच कर अंदर डाल दिया....
कुछ झटको तक तो वो चिल्लाती रही पर कुछ ही देर बाद वो चीखे लंबी सिसकारियों में बदल गयी...

''उम्म्म्ममममममममममममममममममम.....ओह विक्कक्कीईईई......आख़िर चोद ही दिया तुमने मुझे.............आआआआअहह ........................ लव योउ विक्की................. आआआआअहहई लव योउ........''

उसके बाद तो उसने खुद ही अपनी कमर उठा -2 कर उसके लंड को पूरा अंदर लेने में कोई कसर नही छोड़ी..



और कुछ देर बाद जब वो उस पोज़िशन में थक गयी तो उसने विक्की को धक्का देकर अपनी जगह पर लिटाया और खुद उसके उपर सवार हो गयी ....

इस पोज़िशन में उसे ज़्यादा मज़ा आ रहा था....
नीचे से कुतुब मीनार की तरह खड़े लंड पर डांस करते हुए वो उसके मोटे लंड के मज़े लेने लगी...
विक्की भी अब उसके झूल रहे मुम्मो को सही ढंग से पकड़ कर मज़े ले पा रहा था...

और बीच-2 में उठकर वो उसके मुम्मो को चूम भी रहा था और उन्हे चूस भी रहा था...



कुछ ही देर में मंजू ने आनंदमयी चीखो के साथ अपने झड़ने का एलान कर दिया..


''आआआआआआआअहह विक्ककीईईईईईईईईईईईईईई....... आई एम् कमिंग.................अहह''

ऐसा कहते हुए वो उसके उपर झूल सी गयी और अपना सिर उसके कंधे पर रखकर जोरों से साँसे लेने लगी.....
कुछ देर तक तो विक्की ने उसे उसी पोज़िशन में उसे नीचे से चोदा पर फिर अपना लंड निकाल कर वो फिर से बेड के किनारे खड़ा हुआ और उसे घोड़ी बना कर पीछे से उसकी चूत में लंड डालकर उसकी चुदाई करने लगा...



ऐसा करते हुए वो उसके मखमली चूतड़ों को अच्छे से दबा पा रहा था, उन्हे जोरों से दबाते हुए जल्द ही वो झड़ने के करीब पहुँच गया.....

''आआआआआआआआहह..............मंजू..................मैं झड़ने वाला हूँ .............आआआआआआअहह''

उसके इतना कहते ही मंजू ने उसके लंड को अपनी चूत से बाहर निकाला और पलट कर उसके सामने बैठ गयी.....
नेहा की तरह उसने रिस्क लेना सही नही समझा शायद....
या फिर वो उसके माल को चखना चाहती थी....
जो भी था, विक्की के लिए दोनो ही सूरत में झड़ना ही लिखा था....

अपने हाथ से लंड को रगड़ते हुए वो जल्द ही अपना रस उसके चेहरे पर फेंकने लगा.....
और वो भी अपना मुँह खोलकर जितना हो सकता था उसे सीधा अपने मुँह में लेकर उसे पीने लगी....



और पूरा झड़ने के बाद वो उसी बेड पर गहरी साँसे लेता हुआ गिर पड़ा....
और उसके साथ ही मंजू भी वहीँ गिर गयी...
अपने चेहरे से उसने सारा माल सॉफ करके चाट लिया और विक्की से लिपट कर आँखे बंद कर ली....

विक्की अपनी किस्मत पर इतरा रहा था....2 दिन मे उसने 2 कुँवारी चूतों का उद्घाटन कर दिया था...

ये सोचते-2 वो मुस्कुरा रहा था....
पर उसकी मुस्कुराहट पर उसी वक़्त ब्रेक लग गया जब मंजू ने उसके कान में फुसफुसाते हुए कहा

''विक्की......आज स्कूल के बाद नेहा को भी यहीं ले आना....''

विक्की हैरानी भरी आँखों से उसे देखने लगा , जैसे पूछ रहा हो की आखिर चाहती क्या हो तुम
पर वो सिर्फ मुस्करा रही थी
शायद कुछ स्पेशल चल रहा था उसके दिमाग में
Omg manju kafi daring h jo neha ko bhi bulwa rahi h
 
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ruby mittal

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नेहा का चेहरा देखने लायक था,
उसके चेहरे पर आए भाव सब बयान कर रहे थे....
और विक्की की दिल की धड़कने बढ़कर कई गुना तेज हो चुकी थी,
अब किसी भी पल वो तूफान आ सकता था जिससे वो डर रहा था..

नेहा : "ओह्ह्ह्ह माय गॉड ........तो यह बात है.....पर....पर तुमने....दोनो ने ये बताया ही नही की....की..''

विक्की : "वो सब एकदम से ही प्लान बन गया नेहा....वर्ना..''

उसकी डरी हुई शक्ल देखकर नेहा की हंसी निकल गयी

नेहा : "अर्रे भोंदू ...मेरे भाई...इसमे डरना कैसा....ये तो मैं भी चाहती थी की तू उससे भी मज़े ले...पर मेरी पहली शर्त यही थी की पहले मेरे साथ लो...और वो तो ले ही चुके हो...इसलिए मुझे कोई प्राब्लम नही है अब....इनफॅक्ट एक-दो दिन में मैं खुद ही तुम दोनो की ऐसी वाली मीटिंग करवाने वाली थी जिसमे तुम उसे भी हर तरह के मज़े दो जो मैं ले रही हूँ ....आख़िर मेरी बचपन की दोस्त है वो....और तुम्हे भी तो वो कब से चाहती है...''

विक्की (आश्चर्य से) : "यानी, तुझे पता था की वो मुझे चाहती है....इसके बावजूद तूने पहले मज़े लेने की सोची...''

वो इतराते हुए बोली : "भाई है तू मेरा....पहला हक तो मेरा ही बना है ना तुमपे...''

बेचारा खिसियानी हँसी हँसने के अलावा कुछ नही कर पाया विक्की

पर उसकी बात सुनकर उसे राहत ज़रूर मिली की उसेइस बात का बुरा नही लगा....
अब उसे अपनी खुली आँखो से देखे हुए सपने सच होते दिखाई दे रहे थे जिसमे वो उन दोनो नंगी लड़कियो के बीच नंगा फंसा हुआ है...



बस, उसी बात को सोचते हुए वो अपनी बाइक को लगभग उड़ाता हुआ सा मंजू के घर पहुँच गया...

बेल बजाई तो मंजू ने दरवाजा खोला और वो दोनो अंदर आ गये, उसने एक फ्रॉक स्टाइल की नाईटी पहनी हुई थी जिसके अंदर कुछ भी नही था, उसके तने हुए बूब्स उसमे से सॉफ दिख रहे थे...

नेहा आते ही गुस्से मे भरकर शुरू हो गयी...

नेहा : "साली....कमिनी...तुझे मेरा भाई ही मिला था क्या...तेरी हिम्मत कैसे हुई की तूने मेरे भाई पर अपनी गंदी नज़र डाली...मैने मना किया था ना की ऐसा नही करना, अब तू नही बचेगी....''

बेचारी मंजू के चेहरे पर हवाइयां उड़ने लगी....
पर अचानक नेहा एक जोरदार ठहाके के साथ हंसते हुए उसके पास आई और उसे गले लगा लिया...

''हा हा हा.....ओह्ह माय बैबी....देखो तो ज़रा...क्या हाल हो गया है तेरा...चेहरे का रंग ही उड़ गया...''

विक्की के बाद अब मंजू को भी ऐसे डराकर उसे काफी मजा आ रहा था शायद।

उसकी हँसी देखकर और फिर विक्की को भी मुस्कुराते हुए देखकर मंजू समझ गयी की नेहा उसकी टाँग खींच रही थी और उसे इस बात से कोई प्राब्लम नही है की उन दोनो ने क्या किया..

हंसते-2 वो उसके बदन पर हाथ भी घुमा रही थी और अचानक बिना किसी चेतावनी के उसने मंजू के होंठो पर अपने होंठ रख दिए और उसे फ्रेंच किस्स करने लगी...
पहले तो एकदम चोंक गयी पर जिस शिद्दत से नेहा उसे किस्स कर रही थी उसे देखकर उसने भी मना नही किया और उसका साथ देना शुरू कर दिया...
कुछ ही देर मे वो दोनो एक दूसरे को बेतहाशा तरीके से चूम रही थी...



किस्स करते-2 नेहा ने उसकी फ्रॉक की जीप को खोल दिया और उसे उसके कंधे से खिसका कर नीचे गिरा दिया...
अब वो पूरी नंगी खड़ी थी और नेहा अभी तक अपनी स्कूल ड्रेस में थी..बड़ा ही सैक्सी नज़ारा था...

और ये सब देखकर विक्की अपना मुँह खोले उन दोनो को हैरानी से देखे जा रहा था और सोच रहा था की उसका नंबर कब आएगा...
पर नेहा के दिमाग़ में शायद कुछ और ही चल रहा था....
वो उसे चूमती हुई बेडरूम तक ले गयी और उसे बेड पर धक्का देकर लिटा दिया...

और उसे बड़े ही सैक्सी तरीके से देखते हुए उसने अपने कपड़े उतारने शुरू कर दिए....
देखते ही देखते वो भी जन्मजात नंगी होकर खड़ी थी उसके सामने...
विक्की भी वहाँ पहुँच चुका था पर उन दोनो को इस तरीके से प्यार करते देखकर उसकी भी हिम्मत नही हुई की उन्हे बीचे मे टोके ...
वैसे भी अभी कुछ देर पहले ही उसने मंजू की चूत मारी थी इसलिए उसके लंड को भी आराम चाहिए था कुछ देर का....

इसलिए वो कोने में पड़ी एक कुर्सी पर आराम से बैठ गया और पेंट के उपर से ही अपने आधे खड़े हुए लंड को मसलकर उनका खेल देखने लगा..

नेहा ने अपने सारे कपड़े उतारे और पिंकी की टांगे खोलकर उसके अंदर अपना चेहरा घुसा दिया....
ताज़ा चुदी चूत में से एक अलग ही तरह की महक निकल रही थी...
जिसे सूँघकर वो मदहोशी के सागर मे हिचकोले लगाने लगी....
और जब उसकी आँखो मे एक अलग ही तरहा का नशा उतार आया तो उसने अपने होंठ उसकी चूत पर रख दिए....
Ohhhh fem masti .
 
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ruby mittal

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एक तेज सिसक के साथ पिंकी ने उसके सिर पर हाथ रखकर उसे अपने अंदर समेट लिया...

''सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स....... आहहह.... म्‍म्म्ममममममममममममम ममममममममममममममम''



कुछ देर मे जब उसने अपना सिर बाहर निकाला तो नेहा के होंठो पर मंजू की छूट की मलाई लगी हुई थी, बड़ा ही सैक्सी दृश्य था वो, नेहा ने मुस्कुराते हुए विक्की की तरफ देखा और किसी कुतिया की तरह अपने घुटनो और हाथो पर चलती हुई विक्की के करीब आई और अपने वो गीले होंठ विक्की के होंठो से लगा कर उसके मुँह में धकेल दिए...

एक साथ ही 2 स्वाद उतरते चले गये विक्की के मुँह में ....
मंजू की चूत का रस और नेहा के होंठो की शराब....
दोनो ने मिलकर जो ड्रिंक बनाया था उसे पीने के बाद उसे लगा की कोई नशा सा कर लिया है...
दोनो के होंठ बुरी तरह से गुत्थम गुत्था हो रहे थे...

नेहा ने किस्स तोड़ी और फिर उसी तरह चलती हुई वापिस मंजू के करीब गयी और फिर से एक बार उसकी चूत चूसने लगी...
इस बार कुछ ज़्यादा ज़ोर से...जल्द ही मंजू का शरीर हिचकोले खाते हुए झड़ने लगा और उसकी चूत से निकले पानी की हर बूँद नेहा किसी पिशाचिनी की तरह पीती चली गयी.



अब विक्की से भी सहन करना मुश्किल हो रहा था,
उसने भी अपने सारे कपड़े निकाले और अपनी बहन और मंजू की तरहा नंगा होकर बैठ गया

मंजू की हालत खराब थी अब....
पहले भाई ने उसे बुरी तरह से चोदा था और बाद में बहन ने उसकी चूत को चूसकर लगभग खाली ही कर दिया था उसे अंदर से..
इसलिए अभी के लिए वो गहरी साँसे लेती हुई बेड पर गिरी हाँफ रही थी.

अपने भाई के लंड की महक आते ही नेहा ने सिर घुमा कर जब विक्की की तरफ देखा तो उसके मुँह मे पानी भर आया, कसावट से भरा , करारा लंड देखकर उसकी चूत कुलबुलाने लगी और वो अपनी गांड मटकाती हुई अपने भाई की तरफ चल दी..

जैसे कुछ देर पहले उसे चूमा था, ठीक वैसे ही फिर से एक बार उसके होंठो को चूसने लगी वो, और फिर उसकी गर्दन को चूमते हुए वो घुटनो के बल नीचे बैठ गयी उसके सामने, और फिर विक्की के विशाल लंड को हाथो में पकड़कर उसने अपने नन्हे बूब्स के बीच रखकर उसे बूब फक्किंग का मज़ा देने लगी...



पर बूब्स छोटे थे इसलिए उतना एफेक्ट नही मिला जितना पॉर्न मूवीस में देखने को मिलता है...
इसलिए उसके लंड को ज़्यादा मज़ा देने के लिए नेहा ने उसे अपने मुँह में भर लिया और जोरों से चूसने लगी..

''आआआआआआआआआआआआआआआआआहह..... नेहा........... उम्म्म्ममममममममममममममममम मममममममम तेरे जैसी लंड चुसाई शायद ही दुनिया में कोई और कर पाएगा.....अहह.... ज़ोर से चूस इसे........''

उसने नेहा के सिर को पकड़कर उसके रेशमी बालो से खेलना शुरू कर दिया और उसके सिर को इधर उधर घुमा कर अपने लंड को चुसवाने लगा...



अचानक उसे अपनी बॉल्स पर कुछ अलग सा एहसास हुआ, उसने आँखे खोली तो मंजू उठकर उसके सामने बैठ चुकी थी और विक्की की बॉल्स को मुँह में भरकर चुभला रही थी..
Ommmmaaaa 1 k sath 2
 
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ruby mittal

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उफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़......
क्या एहसास था ये....
एक साथ दो लड़कियां जब लंड की ऐसी सेवा करती है तो सामने वाले इंसान की किस्मत कितनी अच्छी है, इसका अंदाज़ा आप अच्छे से लगा सकते है...

उसने दूसरे हाथ से मंजू के सिर को पकड़ा और उसे अपने टट्टों पर दबाना शुरू कर दिया....
एक के मुंह में लंड तो दूसरी के मुँह में उसकी बॉल्स, ऐसी मस्ती से भर चुका था वो इस वक़्त की उसके लंड की नसें अकड़कर फटने को हो गयी.....



अब विक्की से सब्र नही हो रहा था, उसने नेहा की कमर को पकड़कर उसे खड़ा किया और घुमाकर अपनी गोद में बिठा लिया, नेहा भी उसके खड़े लंड पर एडजस्ट करती हुई उसकी गोद में बैठती चली गयी....
जैसे-2 वो बैठ रही थी , विक्की का लंड उसकी चूत में घुसता जा रहा था....

''सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स......आआआआआआआआआआआआअहह........ भाई के लंड जैसा.......उम्म्म्ममममममममममममममममम...... कुछ भी नही.......''

इतना कहते हुए उसने अपनी पूरी ताक़त लगाकर उसकी गोद पर क़ब्ज़ा कर लिया..



लंड पूरी तह तक उतार चुका था नेहा की चूत में ...
विक्की के हाथ आगे आए और उसने नेहा के बूब्स को मसलते हुए उसे नीचे से चोदना शुरू कर दिया...

नेहा भी अपनी बूबियाँ मसलवाते हुए उसकी लेय से लेय मिलाकर अपने भाई के लंड पर कूदने लगी...

''आआआआआआआआआआआआहह....ओह......भाई...................उम्म्म्ममममममममममममममममममम....
मजाआाआआआआआआआअ................आआआआआआआआआ.आआआआआआगय्ाआआआआआआअ......''



काफ़ी देर से जो तूफान उसने अपनी चूत में समेट रखा था, वो एक जोरदार झटके के साथ आज़ाद हुआ और विक्की के लंड को भिगोता हुआ नीचे गिरने लगा...

और झड़ने के बाद वो पलटी और अपने भाई के होंठो पर अपने गीले होंठ रखकर उसे शानदार चुदाई के लिए धन्यवाद दिया....

विक्की का लंड अभी तक तना हुआ था...
नेहा ने मुस्कुराते हुए मंजू की तरफ देखा और उसका हाथ पकड़कर वो विक्की के पास ले आई.....
दोनो सहेलियो ने एक दूसरे को मुस्कुराते हुए देखा और नेहा ने अपनी दोस्ती की मिसाल देते हुए उसे अपने भाई की गोद में बिठा दिया , जहाँ कुछ देर पहले तक वो बैठी हुई चुदवा रही थी...

मंजू अपना चेहरा विक्की की तरफ करके बैठी , ताकि चुदते हुए वो उसे किस्स भी कर पाए

फिर वो भी सी सी करती हुई उसके लंड की सीढ़ियां उतरती चली गयी...
और उतरते हुए वो नेहा से भी ज़्यादा चीखे मार रही थी, क्योंकि आज वो पहले से ही 2 बार झड़ चुकी थी, और पहली बार चूत मारवाने की वजह से वो पाव रोटी जैसी फूल चुकी थी अब....
उसमे लंड जाने में उसे पहली बार से भी ज़्यादा तकलीफ़ हो रही थी,
पर मज़ा पहले से दुगना मिल रहा था...



विक्की ने उसके चेहरे को पकड़कर उसके होंठो को चूसना शुरू कर दिया, ये किसस आज तक की सभी किस्सों से बेहतर थी
ये दोहरा वार वो बेचारी सहन नही कर सकी और एक के बाद एक झटके मारते हुए वो भी झड़ने लगी...
आज विक्की को अपने लंड पर सच मे गर्व हो रहा था, जिसने खड़े-2 2 कमसिन जवानियो को झड़ने पर मज़बूर कर दिया था...

विक्की का लंड भी अब फटने जैसी हालत में पहुँच गया और उसने अपनी गति तेज कर दी....

जल्द ही उसके लंड से ढेर सारा रस निकलने लगा,
उसने आखरी वक़्त पर मंजू को अपनी गोद से हटा दिया और वो भी समय की माँग के अनुसार उसके सामने आकर नेहा की बगल में बैठ गयी....
बैठने के साथ ही विक्की के लंड से दे दना दन गोलियां निकलकर दोनो के चेहरों पर पड़ने लगी...

''आआआआआआआआआआआआआअहह....................... नहााआआआआआ आआअ.........मंजू................................................... ये लो तुम्हारा इनाआआआआआआआआअम्म्म्मममम मममममममम''
Ufff ye mastiyaa
 
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ruby mittal

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इतना कहते हुए उसने लंड की पिचकारी से उन दोनो के चेहरे और गर्दन के साथ-2 उनकी छातियों को भी भिगो डाला....




सब कुछ शांत होने के बाद दोनो ने उसके लंड को बारी-2 से अपने मुँह में लेजाकर सॉफ किया और उसके लंड की आखरी बूँद तक निगल डाली...
उसके बाद दोनो ने एकदुसरे के चेहरों पर लगी मलाई भी चट्ट कर दी...



और फिर मुस्कुराते हुए तीनो ने एक दूसरे को देखा और एक कभी ना टूटने वाले आलिंगन में बाँध कर सभी जोरदार तरीके से गले लग गये....
और गले लगे-2 ही तीनों बेड तक आए और एक दूसरे से लिपटकर नंगे ही लेट गये....

उन नंगे शरीरों के बीच लेटा हुआ विक्की इस वक़्त अपने आप को किसी राजा से कम नही समझ रहा था..
नंगे शरीरों का ये एहसास अब आने वाले दिनों में हमेशा के लिए बरकरार रहने वाला था...


*****************
समाप्त
******************

दोस्तो, ये कहानी मैं यही समाप्त कर रहा हू, आशा करता हू की आप सभी को ये कहानी पसंद आई होगी, जल्द ही एक नयी स्टोरी के साथ आपके सामने फिर से आऊंगा , तब तक के लिए गुड बाइ.

आपका दोस्त
अशोक
Lovely
 
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