47
कॉलेज छूटने के बाद रवि, पायल को लेकर घर आ जाता है और घर आकर अपनी दीदी का हाथ पकड़ते हुए,
रवि- दीदी क्या बात है तुम मेरे साथ ऐसा बिहेव क्यो कर रही हो,
पायल- रवि मुझे अकेला छोड़ दे मे तुझसे कोई बात नही करना चाहती और अपना हाथ छुड़ा कर अपने रूम की ओर जाने लगती
है, रवि दौड़ कर उसके पीछे जाकर उसका हाथ फिर से पकड़ता हुआ,
रवि- दीदी आख़िर बात क्या है, कल तक तो तुम बिल्कुल ठीक थी फिर आज अचानक क्या हो गया
पायल- कल तूने मेरे साथ जो किया वह ठीक नही किया और अब तू मुझसे दूर रह, मुझे तुझसे कोई बात नही करनी
रवि- दीदी पर उस बात के लिए मे अकेला ज़िम्मेदार नही हू उसके लिए तुम भी उतनी ही कसूर वार हो जितना कि मे
पायल- हाँ मुझसे ग़लती हुई है, लेकिन अब मे उस बात को याद नही करना चाहती और प्लीज़ रवि अब मुझे परेशान मत कर मुझे अकेला छोड़ दे,
रवि- पायल को अपनी और खिचता हुआ, दीदी अब मे तुमसे दूर नही रह सकता
पायल- रवि छोड़ मुझे, और उसे दूर धकेल देती है
रवि- पायल को अपनी और खिच कर उसके रसीले होंठो को चूम लेता है, और पायल का मुँह जैसे ही चूम कर छोड़ता है
पायल- सटाक से एक तगड़ा तमाचा रवि के मुँह पर मारती हुई गुस्से से रवि को देख कर एनफ, बहुत हो गया, और रवि को उंगली दिखाती हुई अगर आगे से तूने ऐसी हरकत की तो मुझे भैया से कहने मे ज़रा भी देर नही लगेगी, और उसे धक्कादेती हुई निकल जा मेरे रूम से,
रवि- अपना सा मुँह लेकर बाहर आकर सोफे पर बैठ जाता है और पायल अपने बेड पर लेट कर रोने लगती है,
रवि- बाहर बैठ कर अपने आप से बाते करता हुआ, जाने क्या समझती है अपने आप को, हिम्मत है तो भैया से बता कर
देख, नही-नही उसका कोई भरोसा नही है बता भी सकती है, पर अचानक इसको हुआ क्या, कल तो कितने प्यार से मुस्कुरा कर मुझसे चिपक रही थी, लेकिन अब इसे क्या हो गया, रवि वही बैठ कर टीवी चालू कर लेता है और अपने गाल को सहलाते हुए अपनी दीदी के मारे गये थप्पड़ का अफ़सोस करता रहता है,
करीब आधे घंटे बाद पायल बाहर आती है और सीधे किचन मे जाकर कॉफी बनाने लगती है और थोड़ी देर बाद दो कप
कॉफी लेकर आती है, रवि अपने मुँह को टीवी की ओर लगा देता है और पायल की ओर नही देखता है, पायल भी रवि के पास एक कप कॉफी रख कर उसके सामने सोफे पर बैठ जाती है और कॉफी पीने लगती है, पायल भी रवि को सिर्फ़ एक बार देख कर अपने नज़रे नीचे किए हुए कॉफी पीने लगती है, रवि उसकी दी हुई कॉफी की तरफ देखता भी नही है और टीवी देखता रहता है, पायल जब आधी कॉफी पी लेती है तब अपनी नज़र उठा कर रवि की ओर देखती है तो रवि टीवी को देख रहा था, पायल अपनी आँखे निकाल कर
पायल- कॉफी क्यो नही पीता है ठंडी हो रही है
रवि- उसकी बात का कोई जवाब नही देता है और अपनी नज़रे टीवी की ओर ही लगाए रहता है
पायल- फिर से अपनी कॉफी पीने लगती है और कॉफी ख़तम करके उठ कर उसके भरे हुए कप को उठा कर किचन मे ले
जाती है, पर रवि उसकी और कोई ध्यान नही देता है,
रात को खाने की टेबल पर रोहित और पायल बैठे होते है
रोहित- रवि कहाँ है वह खाना नही खाएगा क्या
पायल- मे देखती हू और उठ कर रवि के रूम मे जाती है और रवि अपने बेड पर उल्टा लेटा हुआ था, पायल दरवाजे के पास से ही आवाज़ लगा कर रवि खाना खा ले भैया तेरा वेट कर रहे है,
रवि- मुझे भूख नही है
पायल- थोड़ा करीब जाकर उसके सामने खड़ी होकर, ज़्यादा नाटक मत कर और चल के खाना खा ले,
रवि- पायल को गुस्से से देखता हुआ, मेने कहा ना मुझे भूख नही है, और अगर होती भी तो मे नही ख़ाता,
पायल- को थोड़ी हसी आ जाती है और वह, तू उठता है की मे जाकर भैया को बता दू
रवि- उठ कर पायल को गुस्से से देखता हुआ, हाँ जाओ बता दो मे किसी से नही डरता,
पायल- देख रवि मे आख़िरी बार पूछ रही हू, खाना खाएगा कि नही
रवि- नही
पायल- जा मत खा मुझे क्या, और तुनक कर वापस आ जाती है,
रोहित- क्या हुआ उसकी तबीयत तो ठीक है ना
पायल- लगता है उसका पेट गड़बड़ है कह रहा है उसे आज खाने का मन नही है
रोहित- चलो कोई बात नही, लाओ मुझे खाना दो और फिर रोहित खाना खाने लगता है पर पायल का मन दुखी हो जाता है और वह रवि को भूखा सोच कर परेशन होने लगती है और उससे भी खाना ठीक से खाया नही जाता है,
रोहित- क्या बात है तेरा भी पेट गड़बड़ है क्या
पायल- एक दम सकपका कर नही तो
रोहित- तो फिर एक ही रोटी को 10 मिनिट से चिड़िया की तरह चुग-चुग कर क्यो खा रही है
पायल- अपनी नज़रे नचाते हुए जल्दी से एक बड़ा सा कौल तोड़ कर खाने लगती है