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Incest कमीना

LUCKY4ROD

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सोनिया थोड़ा रिलॅक्स होकर जब रवि को देखती है और रवि उसकी ओर देखता है तो दोनो की नज़रे एक बार को मिलती है और रवि सोनिया को देख कर थोड़ा मुस्कुरा देता है और सोनिया बिना मुस्कुराए ही अपनी नज़रो को नीचे कर लेती है, कुछ देर बाद सोनिया फिर रवि को देखती है तो रवि सोनिया को देख कर इशारे से अपने कान को पकड़ता हुआ उसे सॉरी कहता है तो सोनिया फिर से अपनी निगाहे झुका कर फिर उपर उठाते हुए रवि की साइड से पायल को देखती है जो अपने मुँह पर हाथ लगाए अपनी जाँघो पर अपने हाथ की कोहनी को टिकाए पर्दे की ओर देख रही थी, सोनिया, पायल की खामोशी से अंजान सोनिया- चल पायल बाहर होकर आते है, दरअसल सोनिया की चूत के रस के कारण उसकी पूरी पेंटी चिपचिपा रही थी और उसे बैठने मे काफ़ी दिक्कत हो रही थी, और वह बाथरूम जाकर अपनी चूत को पानी से धोना चाहती थी.

पायल- उसकी ओर घूर कर देखती हुई, मुझे नही जाना तुझे जाना हो तो जा,

सोनिया- पायल की बात सुन कर अरे चल ना बाथरूम से आते है

पायल- थोड़ा कड़क आवाज़ मे मेने कहा ना मुझे नही जाना

रवि- चलो सोनिया मे चलता हू

सोनिया- नही मे चली जाउन्गि और सोनिया उठ कर चल देती है

रवि -उसके जाते ही खुद भी उठ कर सोनिया के पीछे जाने लगता है तो पायल का गुस्सा और बढ़ जाता है और वह रवि का हाथ पकड़ कर सीट पर ज़ोर से बैठाते हुए,

पायल-अब बाथरूम मे जाकर उसको पेशाब भी करवाएगा क्या,

रवि- मुस्कुरा कर बैठते हुए, दीदी आख़िर हुआ क्या है जो तुम इस तरह गुस्सा दिखा रही हो और यह कोई तरीका है सोनिया से बात करने का वह तो तुम्हारी खास दोस्त है ना, एक तो बेचारी तुम्हारे कहने पर यहा चली आई और तुम हो की उसके साथ जाने मे भी नखरा कर रही थी

पायल- रवि को पीठ पर मारते हुए मुझे ज़्यादा ज्ञान देने की कोशिश मत कर समझे, और रवि की आँखो मे घूर कर

देखती हुई, कमीना कही का,

रवि- दीदी तुम भी ना, तुम्हारा छोटा भाई क्या हो गया तुम तो जब देखो मुझे मारती ही रहती हो, कभी तो अपने भाई से

प्यार भी कर लिया करो

पायल- रवि की बात सुन कर उसे गुस्से से अपनी आँखे निकाल कर देखती है और

रवि- उसको देख कर मुस्कुराता हुआ हाय दीदी मेरी जान ऐसे ना देखो तुम जब अपनी कातिल नज़रो के तीर मुझ पर ऐसे चलाती हो तो मेरा दिल करता है की तुम्हे पकड़ कर चूम लू,

रवि की बात सुन कर पायल अपने मुँह को सामने कर लेती है और मन ही मन थोड़ा खुस हो जाती है,

रवि- सच दीदी जब तुम इस कदर अपनी नज़रे मुझ पर मारती हो तो तुम बहुत खूबसूरत लगती हो, तुम्हारी इसी अदा ने तो तुम्हारे भाई को ही तुम्हारा दीवाना बना दिया है, उसकी बात सुन कर पायल फिर से उसको देखती है तो रवि उसके सामने उसके मोटे-मोटे गदराए दूध को देख कर मुस्कुराने लगता है और पायल उसके बाजू मे हस के धक्का मारती हुई,

कमीना कही का, और इतने मे जैसे ही पायल सोनिया को आते देखती है तो उसकी हसी फिर गायब हो जाती है और वह सोनिया के आने से पहले ही

पायल- रवि को देख कर खड़ा हो

रवि- पायल को देख कर क्यो

पायल- मे कहती हू खड़ा हो

रवि- अपनी सीट से खड़ा होकर लो हो गया अब

पायल- खड़ी होकर रवि को थोडा आगे की धकेल कर उसे सोनिया की सीट पर बैठा देती है और खुद रवि की सीट पर बैठ

जाती है और जब सोनिया उसके पास आती है तो

पायल - सोनिया यहा बैठ जा, सोनिया पायल को कुछ अजीब नज़रो से देखते हुए बैठ जाती है अब रवि और सोनिया पायल के आस पास बैठे थे, उसकी इस हरकत पर जहा रवि थोड़ा मुस्कुराता है वही सोनिया कन्फ्यूज़ नज़र आती है, लेकिन पायल काफ़ी खुस नज़र आती है,

मूवी फिर से शुरू हो जाती है और रवि अपने मन मे सोचता हुआ, दीदी कितना जल रही है, इसको और जलाना चाहिए तभी

इसका दिमाग़ ठिकाने आएगा और रवि चुपचाप मूवी देखने लगता है. उधर पायल नही जानती कि वह किस चीज़ का इंतजार कर रही थी लेकिन उसकी नज़रे बराबर रवि की ओर कनखियो से देख रही थी, शायद वह यह एक्सपेक्ट कर रही थी की रवि उसके साथ भी सोनिया जैसी कोई हरकत करने की कोशिश करे, लेकिन रवि अपने इरादे को पक्का करते हुए अपनी गदराई बहन को हाथ भी नही लगाता है और पायल बैठे-बैठे ही ना जाने किस तरह की आग मे जल रही थी, एक दो बार तो उसने मूवी देखते हुए भी रवि को एक दो लप्पड़ उसकी पीठ मे मारे लेकिन रवि मंद-मंद मुस्कुराता हुआ पर्दे की ओर देखता रहा, अंत मे मूवी ख़तम हो गई और पायल का भेजा उस सिनिमा हॉल मे फ्राइ हो गया, उन तीनो ने एक नई मूवी देखी थी लेकिन तीनो मे से किसी से भी आप पूछ लो कि मूवी की स्टोरी क्या थी तो वह तीनो ही जवाब देने मे असमर्थ नज़र आते, क्यो की उन्होने तो मूवी पर ध्यान ही नही दिया, तभी रवि सोनिया को देख कर

रवि- मुस्कुराता हुआ, क्यो सोनिया कैसी थी मूवी

सोनिया- रवि को गुस्से से देखती हुई, बकवास

पायल- अरे सोनिया से क्या पूछ रहा है मे बताती हू, सोनिया को
इंटेरवाल के पहले तक ही मूवी अच्छी लगी इंटर्वल के बाद

सोनिया को मूवी बिल्कुल पसंद नही आई

रवि- मुस्कुराता हुआ पर दीदी मे आपके बारे मे गारंटी से कह सकता हू कि आपको इंटर्वल के पहले मूवी बहुत खराब

लगी और आपने सोचा कि शायद इंटर्वल के बाद कुछ अच्छी लगे लेकिन उसके बाद भी आपको बोरियत का सामना ही करना पड़ा,
 

LUCKY4ROD

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रवि की बात सुन कर पायल उसको घूर कर देखती है और सोनिया पायल को देखती है और रवि दोनो मस्तानी लोंदियो की जवानी को देख-देख कर खुस होता हुआ आगे चलने लगता है, उसके बाद पायल और रवि सोनिया से बाइ कहते हुए अपने घर की ओर आ जाते है, घर आते ही पायल अपने रूम मे जाकर लेट जाती है और रवि टीवी ऑन करके सोफे पर बैठ जाता है, पायल की आँखो के सामने रवि द्वारा सोनिया के दूध दबाने का द्रश्य नज़र आने लगता है और उसे पता नही क्या होता है और वह सीधे उठ कर रवि के पास जाकर उससे टीवी का रिमोट छीन कर टीवी बंद कर देती है,

रवि- क्या हुआ दीदी टीवी क्यो बंद कर दी

पायल- उसको गुस्से से घूर कर देखती हुई, सिनिमा मे तू सोनिया के साथ क्या कर रहा था

रवि- मुस्कुराता हुआ कुछ भी तो नही

पायल- ज़्यादा बनने की कोशिश मत कर मे सब जानती हू तू क्या कर रहा था

रवि- उसके खरबूजो की तरह मोटे दूध को घूर कर मुस्कुराते हुए देख कर क्या कर रहा था

पायल- अपनी नज़रे उससे हटा कर तुझसे तो बात ही करना बेकार है और फिर से टीवी ऑन करके उसकी ओर रिमोट फेंकते हुए अपने रूम की और तेज-तेज कदमो से चल देती है

रवि मुस्कुराता हुआ अपनी दीदी की गदराई गान्ड के मोटे-मोटे लहराते हुए पाटो को देखने लगता है, और अपने मन मे हाय दीदी जल बिन मछली की तरह तड़प रही हो, क्यो जलती हो अगर मेरी बाँहो मे आने के लिए तुम्हारा जी मचल रहा है तो आ क्यो नही जाती,

रवि उठ कर पायल के रूम मे जाता है पायल अपने बेड पर उल्टी होकर लेटी हुई थी रवि उसकी मोटी गदराई गान्ड को देख कर उसके पास जाता है और उसकी गान्ड को अपने हाथो से सहला देता है और पायल एक दम पलट कर उठ कर बैठ जाती है और

पायल- क्या है क्यो आया है यहा

रवि- मेरी दीदी ना जाने मुझसे क्यो खफा है सो उसको मनाने आया हू

पायल- अपनी नज़रे इधर उधर करती हुई मे तुझसे क्यो नाराज़ होने लगी आख़िर तुझ पर मेरा हक ही क्या है

रवि- दीदी आख़िर मुझे समझ नही आता कि तुम मुझसे चाहती क्या हो

पायल- कुछ सोचती हुई, अपने चेहरे को सीरीयस बना कर रवि मुझे तेरा सोनिया के साथ रहना बिल्कुल अच्छा नही लगता है

रवि- क्यो

पायल- मे नही जानती

रवि- तुम झूठ बोलती हो, जबकि तुम अच्छी तरह जानती हो

पायल रवि की ओर देखती है और फिर अपनी नज़रे नीचे कर लेती है, रवि पायल के पास बैठ जाता है और उसके चेहरे को गौर से देखता हुआ

रवि- दीदी एक बात कहु

पायल- रवि की ओर देख कर क्या

रवि- मुस्कुराता हुआ, दीदी तुम बहुत सेक्सी हो

पायल- मुस्कुरा कर मार खाएगा तू मेरे हाथ से

रवि- सच दीदी तुम मुझे बहुत सेक्सी लगती हो और उसके गालो को अपने हाथो से सहला देता है

पायल- मुस्कुरा कर उसका हाथ झटकते हुए, रवि तू अपना मुँह बंद रखेगा

रवि- दीदी एक बार मुझसे कस कर चिपक जाओ ना

पायल- उठ कर मे जा रही हू

रवि- उसका हाथ पकड़ कर प्लीज़ दीदी बस एक बार

पायल- उससे अपना हाथ छुड़ाते हुए, उस दिन का थप्पड़ भूल गया

रवि- उसका हाथ छोड़कर, दीदी वह थप्पड़ तो मे भूल गया लेकिन वह स्कार्पियो की रात मुझे रह-रह कर याद आती है

पायल- अपना सर झुकाते हुए, देख रवि मे वो सब बात नही करना चाहती

रवि- पायल की मोटी गदराई जाँघो पर अपना हाथ रख कर, पर दीदी मे तो उस दिन हुई हम दोनो के बीच की घटना को बार-बार दोहराना चाहता हू, और तुम्हे अपनी बाँहो मे भर कर उसी तरह चूमना चाहता हू

पायल- रवि तुझे शर्म आनी चाहिए क्या तू यह नही सोचता कि मे तेरी बहन हू और तुझे मेरे साथ ऐसी बात नही करना चाहिए

रवि- उस दिन जो हुआ उसके बाद से तो मे तुम्हे पूरी नंगी देखने के लिए तड़प रहा हू

पायल- रवि को गुस्से से देखती हुई, कमीना कही का अपनी बहन को नंगी देखेगा

रवि- दीदी एक बार बस एक बार मुझे अपने पास आने दो ना

पायल- देख रवि मे तुझे बहुत बर्दास्त कर चुकी क्यो कि तू मेरा भाई है, लेकिन अगर तूने मुझे ज़्यादा परेशान किया तो मे तेरी शिकायत भैया से कर दूँगी

रवि- जब देखो भैया की धमकी देती हो, जाओ कह दो, ज़्यादा से ज़्यादा क्या होगा भैया मुझे मारेंगे या घर से निकाल देंगे, और तुम भी यही चाहती हो ना

पायल- उसकी बात सुन कर थोड़ा सीरीयस होकर, रवि के कंधे पर हाथ रख कर, देख रवि तू मेरा अच्छा भाई है ना, तो फिर तुझे मेरे लिए अपना नज़रिया बदालना चाहिए, मे तो अपनी ग़लती पर पछता रही हू और तू है कि एक और ग़लती करने पर आमादा है,

रवि- कुछ सोच कर, दीदी मे जानता हू कि मे जो चाहता हू वह ग़लत है, और पायल के भरे हुए गालो को अपने हाथो से सहलाता हुआ, लेकिन दीदी तुम्हारे इस खूबसूरत हुस्न को देख कर मुझसे रहा नही जाता है और मेरा दिल करता है कि मे तुम्हे पूरी नंगी करके तुम्हारे एक -एक अंग को चूम कर तुम्हे खूब प्यार करू, तुमसे ज्यदा खूबसूरत और सेक्सी लड़की मेने नही देखी, तुम्हारा भाई तुम पर मर मिटा है उसे और मत तद्पाओ

पायल- उसकी बाते सुन
कर मन ही मन खुस होती है लेकिन चेहरे पर गुस्सा दिखाने की कोशिश करती है फिर भी उसके चेहरे पर हल्की मुस्कान आ ही जाती है और वह बेड से उठते हुए, रवि को अपनी कातिल नज़रे दिखाती हुई उसे धकेल कर तू बहुत बड़ा कमीना है रवि तू कभी नही सुधर सकता अब अपने मुँह से एक भी शब्द मत निकालना मे कॉफी बनाने जा रही हू, तू पिएगा क्या,
 

kamdev99008

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bahut badhiya.............ravi dono hathon mein 2-2 laddoo lene ki koshish kar raha hai
soniya bhi chahiye aur payal bhi
payal to sabkuchh jaanti-samajhti hai ki kya chal raha hai
lekin sonia apne tak hi simit hai
dekhte hain soniya kab payal aur ravi ke beech ki chemistry ko samjh payegi

tab tak to shayad nisha bhabhi bhi entry mar deingi

keep it up
 
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LUCKY4ROD

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रवि- मुस्कुरा कर पायल के मोटे-मोटे भरे हुए दूध को देख कर मे तो कब से पीना चाहता हू दीदी पर तुम हो कि पिलाती ही नही, एक बार पीला दो ना

पायल- उसके पेरो मे अपनी टांग उठा कर एक लात मारती हुई, पिला नही सकती पर जूते ज़रूर खिला सकती हू, खाएगा और फिर रूम के बाहर मुस्कुरा कर जाने लगती है

रवि -पीछे से, दीदी अगर तुम नही पिलाओगी तो मे सोनिया के पास जाकर पी लूँगा

पायल- पलट कर उसको मुस्कुरा कर देखती हुई, कमीना कही का और मुस्कुरा कर बाहर चली जाती है

रवि को अपनी दीदी कुछ लाइन पर आती हुई नज़र आने लगी थी लेकिन वह जानता था कि जल्दबाज़ी करना ठीक नही होगा इसलिए वह अपनी दीदी को पूरी तरह अपने जाल मे फसा कर शिकार करना चाहता था, लेकिन एक बात वह समझ गया था कि उसकी दीदी भी उस स्कार्पीओ वाली ग़लती को फिर से करने के लिए तड़प रही है, तभी तो रवि द्वारा सोनिया के दूध दबाने पर पायल एक दम जल भुन गई थी.

शाम को पायल और रोहित बैठ कर बाते कर रहे थे और उधर रवि ने सोनिया को कॉल किया

सोनिया- हेलो

रवि- हाय सोनिया

सोनिया- तुम, तुम्हे मेरा नंबर. कहा से मिला,

रवि- सोनिया जिस दिन तुम्हे मेने पहली बार देखा था उसी दिन तुम मेरे दिल मे बस गई थी और मेने उसी दिन तुम्हारे बारे मे सब कुछ जान लिया था फिर नंबर. क्या चीज़ है,

सोनिया- क्यो फोन किया है तुमने

रवि- सोनिया मे तुमसे अकेले मे मिलना चाहता हू

सोनिया- लेकिन मे तुमसे नही मिलना चाहती

रवि- देखो सोनिया झूठ मत बोलो मे जानता हू कि तुम भी मुझसे उतना ही प्यार करती हो जितना मे तुमसे

सोनिया- हेलो किसी ग़लतफहमी मे मत रहना, वो तो पायल की वजह से मे तुम्हे कुछ कहती नही हू, वरना तुम जैसे कमिने लड़को को मे अच्छी तरह जानती हू

रवि- सोनिया कल मे तुम्हारा नॅशनल पार्क मे सुबह 9 बजे इंतजार करूँगा कल सनडे है और हम वही मिल रहे है

सोनिया- मे नही आउन्गि

रवि- और मे जानता हू कि तुम ज़रूर आओगी, शोर्प 9 ओ'क्लॉक ओके बाइ और रवि फोन कट कर देता है

सोनिया अपने हॉस्टिल मे अपने मम्मी-पापा के पास बैठी होती है और

पापा- सोनिया बेटे अब तुम्हारी शादी की उमर हो गई है और हम तुम्हारी शादी करना चाहते है

सोनिया- जी पापा

सोनिया के पापा उठ कर बाहर चले जाते है और सोनिया उसकी मम्मी की गोद मे सर रख कर अपनी आँखे बंद करती है और उसे रवि का चेहरा अपनी आँखो के सामने दिखने लगता है

मम्मी- क्या हुआ बेटी क्या तू शादी की बात से खुस नही है

सोनिया- अपनी मम्मी को देखती है और अचानक उसकी आँखे भर आती है,

मम्मी- सोनिया क्या बात है तू तो बच्चो की तरह रो रही है, अपनी मम्मी को नही बताएगी क्या बात है

सोनिया- अपनी मम्मी की बात सुन कर एक दम से फुट-फुट कर रोने लगती है

मम्मी- सोनिया क्या हुआ बेटी, कुछ तो बोल,

सोनिया अपने मन ही मन मे सोचती हुई, क्या बताऊ मम्मी कि तुम्हारी बेटी के दिल मे कोई इस तरह बस गया है कि वह उससे जुदा होने का सोच कर ही रो पड़ी है, मे अब आप से कैसे कहु की रवि को मे कितना चाहने लगी हू, उस कमिने की हर्कतो मे ना जाने क्या जादू है कि वह रोज मेरे सपनो मे आकर मेरी रात भर की नींद खराब कर देता है, मे कैसे कहु कि वह मुझे ना जाने क्यो बहुत अच्छा लगता है और अब तो उसने तुम्हारी बेटी के जिस्म को भी छू कर इतना घायल कर दिया है कि अब तुम्हारी बेटी सिर्फ़ उसी को अपनी बाँहो मे लेना चाहती है, उसके हाथो के स्पर्श ने मुझे उसकी और गिरने को मजबूर कर दिया है, और मे उसे अपना सब कुछ सौंप देना चाहती हू,

मम्मी- अब बोल भी सोनिया क्या बात है,

सोनिया- अपने आँसू पोछते हुए कुछ नही मम्मी बस आप लोगो से जुदा होने का सोच कर मेरा मन दुखी हो गया

मम्मी- अरे बेटी बस इतनी सी बात, अरे पगली हर लड़की को एक दिन अपने मा-बाप का घर छोड़ना पड़ता है, और अभी तेरी पढ़ाई मे कम से कम 7-8 महीने और बाकी है तू आराम से अपनी पढ़ाई पूरी कर ले, हम तो तुझसे इसलिए कह रहे थे कि तेरे पापा के एक जान पहचान वाले के गाँव से एक रिश्ता आने वाला है अगर वह लड़का तुझे पसंद कर लेता है तो फिर बात आगे बढ़ेगी, तू अभी कोई फिकर मत कर और अपनी पढ़ाई मे मन लगा,

अगले दिन सुबह 9 बजे सोनिया नॅशनल पार्क की ओर चल देती है तभी ऑफीस को जाते हुए एक मोड़ पर करण की बाइक उसकी स्कूटी से टकरा जाती है,

सोनिया- अपनी आँखे गुस्से से कारण को दिखाती हुई, अंधे हो देख कर नही चला सकते,

कारण- सोनिया का गुस्से मे लाल चेहरा देख कर उसे देखता ही रह जाता है और अपने आप से बात करता हुआ हाय क्या हुस्न है अगर यह लड़की अभी मुझसे शादी करने को कह दे तो मे अभी इसको ब्याह कर अपनी बीबी बनाने को तैयार हू, मेडम इसमे मेरी कोई ग़लती नही है यह मोड़ ही कुछ ऐसा है कि हमे इस मोड़ पर टकराना ही लिखा था, सो हम टकरा गये,

सोनिया- ज़्यादा स्मार्ट बनने की
कोशिश मत करो, मे अच्छी तरह जानती हू तुम जैसे लड़को को जो जान बुझ कर लड़कियो की गाड़ी से टकरा जाते है

कारण- ओ मेडम मुझे कोई सौक नही है आप से टकराने का, लेकिन शायद हमारी किस्मत मे यहा टकराना लिखा था

सोनिया- वापस अपनी स्कूटी स्टार्ट करती हुई सभी लड़के लगता है कमिने होते है, उसकी बात सुन कर करण को रवि की याद आ जाती है

कारण- अरे मेडम मे तो कुछ भी नही हू अगर तुम मेरे दोस्त से मिलती तो फिर तुम यही कहती कि वह दुनिया का सबसे बड़ा कमीना है औरते और लड़किया उससे निगाहे मिलाती नही है बल्कि उसकी निगाहो को देख कर अपनी निगाहे नीचे कर लेती है,और करण अपनी गाड़ी आगे बढ़ा देता है,

रवि नॅशनल पार्क की एक बेंच पर बैठा हुआ सोनिया का वेट कर रहा था तभी उसे सोनिया आती हुई दिखाई देती है और वह एक दम से खुशी से झूम उठता है, और अपने आप से बाते करता हुआ,

आज बन ठन कर वो आए इस कदर है,

जैसे सब कुछ लूटा देने की चाहत हो

इंतजार हमारा सफल हो गया ओ रब्बा

क्या यह मेरे कामीनेपन का असर है
 

LUCKY4ROD

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निशा
अपना चेहरा इधर उधर घूमने लगती है, रोहित निशा के पास सरक कर उसे अपनी बाँहो मे भर लेता है और निशा

कसमसने लगती है, रोहित निशा के होंठो को अपने मुँह मे भर कर चूमने लगता है और निशा उसकी बाँहो मे

सिमटने लगती है, रोहित जैसे ही निशा का पल्लू उसके सीने से हटाता है निशा यह कह कर अपना पल्लू वापस अपने कंधे

मे डाल लेती है की उसे शर्म आ रही है, रोहित उसकी बात सुन कर रूम की लाइट ऑफ कर देता है और फिर निशा को लेकर बेड

पर लेट जाता है, और उसके गदराए जिस्म को सहलाते हुए,

रोहित- निशा तुम खुस तो हो ना

निशा- क्यो आपको ऐसा क्यो लग रहा है कि मे खुस नही हू

रोहित- नही वो बात नही है, क्या है ना मेरा छोटा सा घर है और फिर मेरा एक ही भाई है और छोटी बहन है बस इन्ही

लोगो के साथ हमे अपनी जिंदगी गुजारनी है, तुम दोनो से मिल चुकी हो तुम्हे कैसा लगा

निशा- पायल तो बहुत अच्छी है पर तुम्हारा भाई तो मुझे बहुत कमीना नज़र आता है

रोहित- क्यो उसने तुमसे कुछ उल्टा सीधा कहा क्या

निशा- नही कहा तो कुछ नही पर उसके चेहरे से ही शरारत नज़र आती है

रोहित- अरे वह तो अभी बच्चा है उसमे अकल ही कितनी है

निशा- कोई बच्चा नही है, तुम्हे किस आंगल से बच्चा नज़र आता है

रोहित- अरे वह ज़रूर तुमसे कुछ मज़ाक कर रहा होगा और तुमने उसे सीरीयस ले लिया

निशा- खेर छोड़िए वह सब बाते

रोहित- मुस्कुरा कर तो फिर अब क्या करू

निशा- मुस्कुरकर मुझे तो रवि नही तुम ही बच्चे नज़र आ रहे हो अब मे बताऊ कि क्या करो

रोहित- निशा को अपनी बाँहो मे भर कर अच्छा अभी देखो ये बच्चा क्या करता है और निशा को अपनी बाँहो मे भर

कर उसकी गदराई जवानी का रस पीना शुरू कर देता है

रवि- क्या दीदी तुमने दो मिनिट भी भाभी से बात नही करने दी

पायल- उसको खा जाने वाली नज़रो से देखती हुई क्या बात करना थी तुझे भाभी से

रवि- अब कुछ तो कहता ना उनकी शान मे

पायल- अरे तुझे ज़रा भी अकल नही है की आज उनकी सुहागरात है और रात के 11 बज रहे है

रवि- पायल की गदराई जवानी को देख कर, क्या होता है दीदी सुहागरात मे

पायल- रवि को घूर कर देखती हुई मुझे नही पता, जैसे तू कुछ जानता ही नही है

रवि- पायल के दूध को उसकी आँखो के सामने घूर कर देखता हुआ मुस्कुरा कर मे बताऊ दीदी

पायल- उसको घूर कर देखती हुई, चल अब जा तू अपने रूम मे, बड़ा आया मुझे बताने वाला, मे कोई बच्ची हू

रवि- दीदी आज तो मे यही सोना चाहता हू

पायल- पागल हो गया है यहा कहाँ सोएगा और अपने मन मे तुझे यहा सुलाया तो तू मेरी चूत मारे बिना नही रहेगा

रवि- क्यो इतना बड़ा बेड है मे भी एक कोने मे पड़ा रहूँगा, और पायल के बेड पर लेट जाता है

पायल- रवि को मारते हुए उठ यहा से और जा अपने रूम मे, तभी रवि पायल को एक दम से पकड़ कर अपने उपर खिच लेता

है और उसके होंठो को कस कर चूम लेता है, पायल उसके इस तरह की हरकत के लिए बिल्कुल तैयार नही थी और वह रवि के

उपर पड़ी हुई थी और रवि उसको अपनी बाँहो मे भर कर दबोच लेता है,

पायल- रवि छोड़ मुझे, कामीने तू अपनी बहन के साथ ऐसा कर रहा है

रवि- दीदी ई लोवे उ और पायल को पागलो की तरह चूमने लगता है, पायल पूरी कोशिश करके उससे छूटना चाहती थी लेकिन रवि ने उसको कस-कर अपने सीने से दबोच रखा था,

पायल- रवि मे कहती हू कि छोड़ दे आ, रवि छ्चोड़ मुझे

रवि- दीदी तुम्हारा जिस्म कितना गदराया हुआ है कितना अच्छा लग रहा है अपनी बाँहो मे भर कर

पायल- रवि छ्चोड़ मुझे, तुझे मेरी कसम है, और अपने मन मे कमीना छोड़ने के लिए मरा जा रहा है

रवि- पायल की कसम वाली बात सुन कर उसे छोड़ देता है और पायल बैठ कर हफने लगती है,

पायल- रवि अभी के अभी मेरे रूम से निकल जा और दुबारा मेरे रूम मे आने की कोशिश मत करना

रवि- अपने दोनो कन पकड़ कर, अच्छा बाबा सॉरी अब नही करूँगा, प्लीज़ तुम भी लेट जाओ मे तुम्हे टच नही करूँगा

बस तुम्हे देखता हुआ लेटा रहूँगा,

पायल- थोड़ा रिलॅक्स होते हुए उसके साइड मे लेट जाती है, पायल लेटे हुए रवि का चेहरा देखती है और रवि लेटे हुए अपनी

दीदी का मादक हुस्न देख-देख कर मज़ा लेता रहता है
 

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रवि- दीदी

पायल- हू

रवि- मुस्कुरा कर दीदी भैया और भाभी अभी क्या कर रहे होंगे

पायल- मुस्कुरा कर मुझे नही मालूम, और अपने मन मे जैसे तू जानता ही नही है कि भैया भाभी की चूत मार रहे

होंगे

रवि- मुस्कुरा कर, मे बताऊ

पायल- उसको थोड़ा मुस्कुरा कर अपनी आँखे दिखाती हुई तू फिर शुरू हो गया,

रवि- मुस्कुराते हुए अच्छा नही बोलता पर एक बात तो बताओ

पायल- क्या

रवि- दीदी तुम रोज बाथरूम मे पूरी नंगी होकर क्यो नहाती हो

पायल- उसकी बात सुन कर अश्चर्य से उसे आँखे फाड़ कर देखती हुई, क्या मतलब, तुझे कैसे मालूम कि मे

रवि- पायल की कमर मे हाथ रख कर धीरे से उसकी गदराई गान्ड को सहलाता हुआ, दीदी तुम नही जानती पर तुम मुझे नंगी इतनी अच्छी लगती हो कि क्या बताऊ, जब भी तुम नहाती हो मे तुम्हे रोज नंगी देखता हू,

पायल- रवि की बात सुन कर उसको एक मुक्का मारती हुई, कमीना कही का, तुझे शर्म नही आती अपनी बहन को नंगी नहाते हुए देखने मे

रवि- दीदी तुम्हारी जैसी अप्सरा को मे नंगी देखने के लिए सात जनम तक इंतजार कर सकता हू, सच मे दीदी तुम्हारा पूरा

जिस्म बहुत सेक्सी है, और पायल की कमर को अपने हाथो से सहलाने लगता है

पायल- रवि की बात सुन कर पायल का चेहरा सुर्ख लाल हो जाता है और वह, रवि तू बहुत बड़ा कमीना है

रवि- दीदी एक बार मुझसे चिपक जाओ ना मे कसम से कुछ भी नही करूँगा

पायल- मुस्कुरा कर नही

रवि- दीदी प्लीज़ सिर्फ़ मेरे पास चिपक कर लेट जाओ

पायल की चूत रवि की बातो से गरमा रही थी उसका भी मन रवि से चिपकने का कर रहा था लेकिन वह हिम्मत नही कर पा रही थी, उसकी मोटी-मोटी गदराई चुचिया उसको परेशान कर रही थी और कह रही थी कि मुझे खूब कस-कस कर मसल दे आज चोद ही दे अपनी बहन को, तेरा मोटा लंड कितना तगड़ा है, मेरी चूत तो फाड़ ही देगा

रवि- दीदी क्या सोच रही हो

पायल- कुछ नही

रवि- दीदी अच्छा थोड़ा सा पास तो आ जाओ और उसके गाल पर अपने हाथ से सहलाने लगता है,

पायल की रसीली बुर रवि के इस कामुक अंदाज से रस छोड़ने लगती है और वह रवि द्वारा अपने गालो को सहलाने से अपनी आँखे

बंद कर लेती है, रवि मोका देख कर पायल के थोड़ा करीब आ जाता है, पायल की साँसे तेज होने लगती है, रवि पायल को

थोड़ा अपनी ओर खिच कर उसके चेहरे को अपने चेहरे के बिल्कुल करीब कर लेता है, पायल की तेज साँसे रवि के चेहरे से

टकराने लगती है,

रवि- दीदी आँखे खोलो ना क्या अभी से सोने लगी

पायल जैसे ही आँखे खोलती है रवि को अपने इतने करीब देख कर फिर आँखे बंद कर लेती है

रवि- दीदी मेरी तरफ देखो ना

पायल- अपनी आँखे खोल कर रवि की ओर देखने लगती है उसके होंठ रवि के होंठो से इतने करीब थे कि लगता था अभी छू जाएगे. रवि पायल की कमर और मोटी गदराई गान्ड को अपने हल्के हाथो से बड़े प्यार से सहलाता रहता है और अपनी आँखो से पायल की आँखो मे देखता रहता है, पायल का चेहरा एक दम कामुक नज़र आने लगता है,

रवि- पायल को देखता हुआ दीदी तुम्हारे होंठ कितने खूबसूरत है बिल्कुल गुलाब की पंखुड़ियो की तरह दिखाई देते है

पायल उसकी बातो को उसकी आँखो मे देखती हुई बड़े ध्यान से सुन रही थी लेकिन कोई जवाब नही दे पा रही थी, पायल को रवि की बाते बहुत अच्छी लग रही थी और उसका दिल कर रहा था कि वह रवि से कस कर अपने दूध को चिपका ले लेकिन उसकी हिम्मत नही पड़ रही थी,

रवि- दीदी पता नही कौन किस्मत वाला होगा जो तुम्हारे इन रसीले होंठो का रस पिएगा

पायल- मुस्कुरा कर रवि के चेहरे को थोड़ा पीछे धकेलते हुए कोई पिएगा या नही पर तू अभी अपनी बहन के होंठो का

रस पीने के लिए मरा जा रहा है,

रवि- दीदी तुम बहुत कठोर हो तुम्हे अपने भाई पर ज़रा भी दया नही आती है, बस एक बार ही सही मुझे भी पिला दो अपने इन रसीले होंठो का रस

पायल- मुस्कुराते हुए उसे धक्का मारती हुई जब तेरी बीबी आ जाएगी तो उसके होंठो का रस पीना,

रवि- दीदी वह तुम्हारी तरह इतनी खूबसूरत थोड़े होगी, अगर तुम मुझे मिल जाओ तो कुछ बात ही अलग होगी,

पायल- उसे मुस्कुरा कर देखती हुई, क्यो अपनी बहन को हासिल करना चाहता है

रवि- दीदी कोई तो रास्ता होगा तुम्हे हासिल करने का

पायल -मुस्कुरा कर कोई रास्ता नही है

रवि- अच्छा ठीक है, मेरी किस्मत मे शायद तुम्हे प्यार करना लिखा ही नही है, इस जनम मे, मे तुम्हे नही पा सका

तो क्या हुआ, मे मालिक से दुआ करूँगा कि अगले जनम मे वह तुम्हे बीबी बनाकर भेजे, और अपनी आँखे बंद करके लेट

जाता है.

पायल- मुस्कुराती हुई उसे देखने लगती है, रवि अपनी आँखे बंद किए काफ़ी देर तक पड़ा रहता है और पायल अपनी आँखे

खोले उसके चेहरे को देखती हुई मुस्कुराती रहती है, जब बहुत देर तक रवि अपनी आँखे नही खोलता है तो पायल धीरे से

अपने हाथ को उसके सर पर रख कर उसके बालो मे अपनी उंगलिया चलाने लगती है, और अपने मन मे सोचती हुई, कामीने तू भी
बड़ा हॅंडसम है तभी तो लड़किया तुझसे तुरंत फस जाती है
 
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