- 415
- 959
- 93
61
पायल को रवि पर प्यार आ रहा था और वह उसके सर को सहलाती हुई उसके गालो को सहलाने लगी, और धीरे से रवि सो गया क्या, रवि जाग रहा था लेकिन उसने अपनी आँखे बंद रखी और कोई रिप्लाइ नही किया, पायल ने एक बार और उसे थोडा हिला कर रवि सो गया क्या, रवि चुपचाप पड़ा रहा, पायल रवि को थोड़ी देर देखती रही फिर जब उससे रहा नही गया तो उसने धीरे से अपने चेहरे को आगे ले जाकर रवि के माथे पर किस कर दिया, और फिर रवि को देखने लगी लेकिन उसका मन नही भरा और इस बार पायल जो करने का सोच रही थी उसकी वजह से
उसका दिल तेज-तेज धड़कने लगा, वह अपने चेहरे को आगे ले जाती है और फिर अपने होंठो को धीरे से रवि के होंठो पर
रख कर एक गहरा चुंबन लेती है, जब पायल रवि के होंठो पर अपने होंठ रख देती है तो उसकी चूत पूरी गीली हो जाती है
और उसे एक अजीब से आनंद की अनुभूति होती है,
पायल अपने आप को रोक नही पाती है और उसके जिस्म से अपने गदराए जिस्म को पूरी तरह चिपका कर रवि के होंठो पर फिर से अपने रसीले होंठो को रख देती है और उसका गरम जिस्म पूरी तरह रवि से सटा लेती है उसकी चूत की नसे कूदने लगती है
और उसकी चूत का खड़ा हुआ दाना और ज़्यादा तन कर फड़काने लगता है, पायल के दूध के मोटे-मोटे निप्पल बिल्कुल कड़े
होकर तन जाते है, पायल धीरे-धीरे रवि के होंठो को अपने होंठो से बार-बार दबाती है फिर हटती है और फिर अपने
होंठो से दबा लेती है, रवि की नाक मे उसकी दीदी के गदराए जिस्म की मादक खुसबू बहुत उत्तेजना पेदा कर देती है और
उसे अपनी दीदी द्वारा की गई हरकत से बहुत ज़्यादा सुकून मिलता है वह चुपचाप सोने की आक्टिंग करते हुए लेटा रहता है,
कुछ देर बाद पायल से रहा नही जाता है और वह डरते हुए लेकिन हिम्मत करके रवि के हाथ को पकड़ कर अपनी मोटी-मोटी तनी हुई गदराई चुचियो पर धीरे से रख देती है और फिर रवि के हाथ के पीछे अपना हाथ ले जाकर उसके हाथ को अपने दूध पर धीरे-धीरे दबाने लगती है और फिर से रवि के होंठो पर अपने रसीले होंठ रख कर दबाने लगती है, रवि
उसकी इस हरकत से पागल हो जाता है और सोने की आक्टिंग करते हुए अपनी एक टांग को उठा कर पायल की कमर मे डाल कर उससे
कस कर चिपक जाता है और पायल अपने भाई की बाँहो मे कस जाती है और अब उससे रहा नही जाता है और वह अपने भाई से ज़ोर से चिपक जाती है और उसके होंठो को चूमने लगती है, उसके दोनो मोटे-मोटे दूध रवि की छाती से कस कर दबे हुए थे और रवि ने उसकी कमर मे हाथ डाले हुए उसकी जाँघो और मोटी गान्ड को अपने पेर को डाल कर कस रखा था, पायल पूरी गीली हो चुकी थी और रवि उसकी स्थिति को समझ गया था और उसने मोके का फयडा उठाते हुए पायल को कस कर अपने सीने से लगाते हुए उसके रसीले होंठो को अपने मुँह मे भर कर चूसना चालू कर दिया, पायल यह जान कर की रवि जाग गया है उससे छूटने की कोशिश करने लगी लेकिन रवि ने अपनी दीदी के गदराए कसे हुए दूध को बड़ी बेरहमी से मसलना शुरू कर दिया और पायल उसकी इस हरकत से तड़प गई, आह रवि छोड़ ये क्या कर रहा है
रवि- दीदी अब मुझे मत रोको आज मे तुम्हारी गदराई जवानी का सारा रस पी लेना चाहता हू
पायल- आह, आह रवि ये ग़लत है प्लीज़ छोड़ दे मुझे
रवि- अब क्या ग़लत है और क्या सही मे कुछ नही जानता और पायल की स्कर्ट उठा कर सीधे उसकी गान्ड के उपर हाथ ले जाकर उसकी पेंटी के अंदर हाथ डाल कर उसकी गदराई गान्ड के छेद मे हाथ की उंगलिया कस कर उसे अपनी ओर खीच लेता है, उसकी इस हरकत से पायल सिहर जाती है, रवि पायल के मोटे-मोटे गदराए चुतडो को अपने हाथ से बेरहमी से दबाने लगता है और दूसरे हाथ से पायल की कसी हुई चुचियो को ज़ोर-ज़ोर से मसल्ने लगता है, पायल उससे छूटने की कोशिश करती है लेकिन रवि
की पकड़ काफ़ी मजबूत होती है और पायल के हाथ पेर ढीले पड़ जाते है, रवि अचानक पायल के उपर चढ़ जाता है और
उसके गदराए तने हुए दूध को अपने दोनो हाथो मे भर कर बुरी तरह दबाते हुए मसल्ने लगता है और अपने
होंठो से पायल के रसीले होंठो को चूसने लगता है, पायल तड़प कर रह जाती है और उसका विरोध ख़तम हो जाता है और
उसकी चूत पानी-पानी हो जाती है, उसका चेहरा पूरा लाल हो जाता है और उसकी आँखे बंद हो जाती है, तभी रवि अचानक अपना एक हाथ नीचे ले जाकर पायल की पेंटी मे हाथ डाल कर उसकी फूली हुई गदराई चूत को अपनी हथेली के पंजो से पकड़ कर बुरी तरह कस लेता है और पायल आह करते हुए बेकाबू हो जाती है, पायल कुछ समझ पाती उससे पहले ही रवि उठ कर अपनी दीदी की दोनो जाँघो को पकड़ कर फैला देता है और अपने मुँह को सीधे उसकी चूत मे पेंटी के उपर से ही रख कर दबा लेता है, पायल अपनी जाँघो को चिपकाने की कोशिश करती है लेकिन रवि उसकी पेंटी मे कसी फूली हुई चूत की मादक खुसबू लेता हुआ उसकी चूत को पागलो की तरह अपने मुँह से दबाने लगता है
पायल को रवि पर प्यार आ रहा था और वह उसके सर को सहलाती हुई उसके गालो को सहलाने लगी, और धीरे से रवि सो गया क्या, रवि जाग रहा था लेकिन उसने अपनी आँखे बंद रखी और कोई रिप्लाइ नही किया, पायल ने एक बार और उसे थोडा हिला कर रवि सो गया क्या, रवि चुपचाप पड़ा रहा, पायल रवि को थोड़ी देर देखती रही फिर जब उससे रहा नही गया तो उसने धीरे से अपने चेहरे को आगे ले जाकर रवि के माथे पर किस कर दिया, और फिर रवि को देखने लगी लेकिन उसका मन नही भरा और इस बार पायल जो करने का सोच रही थी उसकी वजह से
उसका दिल तेज-तेज धड़कने लगा, वह अपने चेहरे को आगे ले जाती है और फिर अपने होंठो को धीरे से रवि के होंठो पर
रख कर एक गहरा चुंबन लेती है, जब पायल रवि के होंठो पर अपने होंठ रख देती है तो उसकी चूत पूरी गीली हो जाती है
और उसे एक अजीब से आनंद की अनुभूति होती है,
पायल अपने आप को रोक नही पाती है और उसके जिस्म से अपने गदराए जिस्म को पूरी तरह चिपका कर रवि के होंठो पर फिर से अपने रसीले होंठो को रख देती है और उसका गरम जिस्म पूरी तरह रवि से सटा लेती है उसकी चूत की नसे कूदने लगती है
और उसकी चूत का खड़ा हुआ दाना और ज़्यादा तन कर फड़काने लगता है, पायल के दूध के मोटे-मोटे निप्पल बिल्कुल कड़े
होकर तन जाते है, पायल धीरे-धीरे रवि के होंठो को अपने होंठो से बार-बार दबाती है फिर हटती है और फिर अपने
होंठो से दबा लेती है, रवि की नाक मे उसकी दीदी के गदराए जिस्म की मादक खुसबू बहुत उत्तेजना पेदा कर देती है और
उसे अपनी दीदी द्वारा की गई हरकत से बहुत ज़्यादा सुकून मिलता है वह चुपचाप सोने की आक्टिंग करते हुए लेटा रहता है,
कुछ देर बाद पायल से रहा नही जाता है और वह डरते हुए लेकिन हिम्मत करके रवि के हाथ को पकड़ कर अपनी मोटी-मोटी तनी हुई गदराई चुचियो पर धीरे से रख देती है और फिर रवि के हाथ के पीछे अपना हाथ ले जाकर उसके हाथ को अपने दूध पर धीरे-धीरे दबाने लगती है और फिर से रवि के होंठो पर अपने रसीले होंठ रख कर दबाने लगती है, रवि
उसकी इस हरकत से पागल हो जाता है और सोने की आक्टिंग करते हुए अपनी एक टांग को उठा कर पायल की कमर मे डाल कर उससे
कस कर चिपक जाता है और पायल अपने भाई की बाँहो मे कस जाती है और अब उससे रहा नही जाता है और वह अपने भाई से ज़ोर से चिपक जाती है और उसके होंठो को चूमने लगती है, उसके दोनो मोटे-मोटे दूध रवि की छाती से कस कर दबे हुए थे और रवि ने उसकी कमर मे हाथ डाले हुए उसकी जाँघो और मोटी गान्ड को अपने पेर को डाल कर कस रखा था, पायल पूरी गीली हो चुकी थी और रवि उसकी स्थिति को समझ गया था और उसने मोके का फयडा उठाते हुए पायल को कस कर अपने सीने से लगाते हुए उसके रसीले होंठो को अपने मुँह मे भर कर चूसना चालू कर दिया, पायल यह जान कर की रवि जाग गया है उससे छूटने की कोशिश करने लगी लेकिन रवि ने अपनी दीदी के गदराए कसे हुए दूध को बड़ी बेरहमी से मसलना शुरू कर दिया और पायल उसकी इस हरकत से तड़प गई, आह रवि छोड़ ये क्या कर रहा है
रवि- दीदी अब मुझे मत रोको आज मे तुम्हारी गदराई जवानी का सारा रस पी लेना चाहता हू
पायल- आह, आह रवि ये ग़लत है प्लीज़ छोड़ दे मुझे
रवि- अब क्या ग़लत है और क्या सही मे कुछ नही जानता और पायल की स्कर्ट उठा कर सीधे उसकी गान्ड के उपर हाथ ले जाकर उसकी पेंटी के अंदर हाथ डाल कर उसकी गदराई गान्ड के छेद मे हाथ की उंगलिया कस कर उसे अपनी ओर खीच लेता है, उसकी इस हरकत से पायल सिहर जाती है, रवि पायल के मोटे-मोटे गदराए चुतडो को अपने हाथ से बेरहमी से दबाने लगता है और दूसरे हाथ से पायल की कसी हुई चुचियो को ज़ोर-ज़ोर से मसल्ने लगता है, पायल उससे छूटने की कोशिश करती है लेकिन रवि
की पकड़ काफ़ी मजबूत होती है और पायल के हाथ पेर ढीले पड़ जाते है, रवि अचानक पायल के उपर चढ़ जाता है और
उसके गदराए तने हुए दूध को अपने दोनो हाथो मे भर कर बुरी तरह दबाते हुए मसल्ने लगता है और अपने
होंठो से पायल के रसीले होंठो को चूसने लगता है, पायल तड़प कर रह जाती है और उसका विरोध ख़तम हो जाता है और
उसकी चूत पानी-पानी हो जाती है, उसका चेहरा पूरा लाल हो जाता है और उसकी आँखे बंद हो जाती है, तभी रवि अचानक अपना एक हाथ नीचे ले जाकर पायल की पेंटी मे हाथ डाल कर उसकी फूली हुई गदराई चूत को अपनी हथेली के पंजो से पकड़ कर बुरी तरह कस लेता है और पायल आह करते हुए बेकाबू हो जाती है, पायल कुछ समझ पाती उससे पहले ही रवि उठ कर अपनी दीदी की दोनो जाँघो को पकड़ कर फैला देता है और अपने मुँह को सीधे उसकी चूत मे पेंटी के उपर से ही रख कर दबा लेता है, पायल अपनी जाँघो को चिपकाने की कोशिश करती है लेकिन रवि उसकी पेंटी मे कसी फूली हुई चूत की मादक खुसबू लेता हुआ उसकी चूत को पागलो की तरह अपने मुँह से दबाने लगता है