- 79,765
- 116,957
- 354
Bahut badhiya,,,,अध्याय 19
मेरे सर में बहुत ही तेज दर्द हो रहा था , मैंने आस पास देखा तो मुझे एक सिंगल माल्ट विस्की की बोतल दिख गयी , मैंने उसे उठाया और एक बड़ा पैक लगा लिया , दो बड़े पैक लगाने से ही मुझे बहुत सुकून का अहसास हुआ , शरीर हल्का महसूस होने लगा था , लेकिन आंखे भारी होने लगी मैं बिस्तर में लेट गया और कब मैं नींद के आगोस में चला गया मुझे पता ही नहीं चला ....
आंखे खुली मैं दुसरे कमरे में था , ये होटल के एक कमरे की तरह लग रहा था , मैं एक डबल बेड बिस्तर में लेटा हुआ था , और कानो में चूडियो के खनकने की आवाज आई , मेरे अन्डकोशो के पास मुझे हलके दर्द का आभास भी हुआ , मैं कुछ समझ पाता उससे पहले ही मेरे कानो में एक सुरीली सी आवाज आई ...
“उठ गए आप “
मैंने नजर घुमाई तो देखा सामने काजल खड़ी है , इस हालत और इस हालात में भी मेरी नजर उसके जिस्म में टिक गयी , , मैं बस उसे देखता ही रहा ... इतनी खुबसूरत थी वो ..
गोर रंग में लाल रंग की साड़ी पहने हुए थी , सिल्क की वो साड़ी उसके कमर के भाग में खुली हुई थी जिससे उसका गोरा पेट बाहर झांक रहा था , चहरे में हल्का मेकअप किये हुए थी , उसके काले बाल खुले हुए थे और हल्के परफ्यूम की खुशबु भी मेरे नाको को सहला रही थी , होठो में हलकी लिपस्टिक थी जो उसके गुलाबी होठो को और भी खुबसुरत बना रही ही ..
मैं उसके सौदर्य को देखता ही रह गया, अचानक डॉ के कहे हुए शब्द मेरे कानो में गूंजने लगे , ये सौंदर्य जो मेरे लिए है वो आज लुटने वाला है , क्या ऐसा होगा ...???
काजल खूबसूरती और प्रेम की परिभाषा थी और डॉ चुतिया उसे कामुकता के चरम में ले जाना चाहता था , क्या मेरा प्रेम डॉ के शातिर खेल से जीत पायेगा ...??
मेरा दिल बैठने लगा , काजल जैसे मेरे मनोभाव को समझते हुए मेरे पास आकर बैठ गयी .. उसने बड़े ही प्यार से मेरे गालो को सहलाया
“क्या हुआ बेबी ऐसे उदास क्यों हो रहे हो , ये बहुत ही सेफ जगह है डोंट वोर्री , और डॉ के कनेक्शन भी बहुत उपर तक है , यंहा मुझे और आपको किसी तरह का कोई भी खतरा नहीं है , आप रिलेक्स करो और शो एन्जॉय करो ...”
उसने शो एन्जॉय करो बोलते हुए मेरे गालो में अपनी उंगलिया चला दी , उसकी आवाज थोड़ी धीमी और उत्तेजक हो गयी थी , मादकता के शहद में डूबे हुए उसके शब्द मेरे कानो में घुलते हुए मेरे दिल में उतर गए और उसकी इस मादकता से भरी हुई अदा ने मेरे लिंग में हलकी झुरझुरी सी चला दी थी ... लेकिन तभी मुझे मेरे अन्डकोशो में फिर से एक दर्द महसूस हुआ ..
“आह ..”
मैंने बेचनी से करवट बदली
“क्या हुआ ...”
काजल के चहरे में चिंता के भाव आ गए थे ..
“कुछ नहीं यंहा हल्का दर्द हो रहा है “
मेरी बात सुनकर काजल मुस्कुरा उठी थी ,
“इतने दिनों से खाली नहीं हुए हो न शायद इसलिए , या फिर आज के शो के लिए उत्तेजित हो ... डॉ ने आपको बताया तो होगा “
काजल के चहरे पर शर्म आ गयी और वो शर्म देखकर मेरा दिल जोरो से धडकने लगा, डॉ ने सच में काजल को राजी कर लिया था ...
“काजल मैं तुमसे कुछ बात करना चाहता हु “
काजल ने मेरे होठो में अपनी उंगली रख दी ..
“अभी नहीं , डॉ ने मुझे सब बता दिया है , आप और आपकी फेंटेसी के बारे में , सच में जान आप बहुत ही कमीने हो ... मैं भी सोचती थी की आखिर ये डॉ चुतिया है कौन जिसे हमारे बारे में इतना पता है , मुझे क्या पता था की ये तो मेरे प्यारे पति देव है जो अपने दिमाग में ये सब भर कर रखे है और वो भी मुझसे छिपा कर “
काजल ने मेरे गालो में प्यार भरा चपात मार दिया ..
“काजल मेरी बात सुनो ...”
काजल की बात से मेरा दिल और भी बैठने लगा था ...
लेकिन काजल ने फिर से मेरे होठो में उंगली रख दी
“फिक्र मर करो कोई सफाई देने की जरुरत नहीं है , डॉ ने मुझे इसके लिए पहले ही तैयार कर लिया था , पहले तो मुझे ये सब सुनकर शॉक लगा लेकिन फिर मैंने खुद को सम्हाल लिया , और आपकी पत्नी आपकी हर इक्छाओ को पूरा करेगी , फिक्र मत कीजिये बस एन्जॉय कीजिये ,ओके आप तैयार होकर जल्दी से आ जाइये शो शुरू होने ही वाला है ..”
काजल इतना कहकर वंहा से चली गई , डॉ ने काजल को अपने जाल में ऐसे फंसा लिया था की मैं खुद को मजबूर सा महसूस करने लगा था ...
मैं जब नहा कर तैयार होकर बाहर आया तो , वंहा का माहोल देखकर ही दंग रह गया, मैंने एक सफ़ेद शर्ट और काले रंग की पेंट पहनी थी ,जो की मुझे कमरे में रखा हुआ मिला था , बाहर आने पर पता चला की ये शायद एक ड्रेस कोड था , क्योकि वंहा मौजूद सभी मर्द यही कपडे पहने हुए थे , वही सभी लडकियों ने लाल रंग की साड़ी पहनी थी ...
मैं भीड़ की तरफ जा रहा था की एक बॉडीगार्ड ने मुझे एक मास्क दिया , वो मास्क आँखों के उपरी हिस्से को कवर करता था , मैंने उसे पहन तो लिया लेकिन मुझे टेंशन इस बात की हो गयी थी की अब मैं काजल को कैसे ढूढ़ पाउँगा ....
माहोल में एक इत्र की सौंधी सी महक थी , कोई बॉलीवुड का गाना चल रहा था , हलके स्लो मोशन वाला रोमांटिक सांग , लोग एक दुसरे में ही गुम थे , मैं पहली मंजिल पर खड़ा था , जो किसी गेलरी जैसा था , नीचे और भी लोग थे और उस भीड़ के बीचो बीच एक गोलाकार स्टेज घूम रहा था , मैंने उपर से ही उसे देख रहा था ,एक अजीब सी मदहोशी थी वंहा मैं उसे फील कर पा रहा था , वो खुशबु जो हवाओ में घुली थी और वो नशा जिसमे ये लोग झूम रहे थे , बेकग्राउंड में चलाता वो स्लो रोमांटिक सांग , ऐसा क्लब मैंने अपने जीवन में नहीं देखा था जन्हा लोग इतने रोमांटिक हो रहे थे , इस माहोल में ही दिल को सुकून मिल जाए, लेकिन मेरे साथ ऐसा नहीं था , मैं तो खुद अपनी ही मानसिक विचारो और डरो के घेरे में घिरा हुआ था ,
निचे उस राउंड होने वाले स्टेज में कुछ लड़के आकर खड़े हो गए , सभी का उपरी जिस्म खुला हुआ था , और सभी के जिस्म के कटाव से वो बॉडी बिल्डर टाइप मालूम हो रहे थे , सबके साथ एक और खासियत थी की उन्होंने कोई मास्क नहीं पहना था , उनके आते ही लोग हुटिंग करने लगे थे , मैं उपर खड़ा खड़ा ही ये सब देख रहा था , क्या होने वाला है ??? क्या यही वो शो है जिसके बारे में मुझे बताया गया था ..???
वो लड़के कुछ देर तक अपनी बॉडी सबको दिखाते रहे , और लोग हुटिंग करना और तेज कर रहे थे , आसपास खड़ी ओरते अधिकतर जोड़ो में खड़ी थी , सभी ने लाल रंग की साड़ी पहना था , कुछ ओरतो के मांग में सिंदूर और हाथो में चुडिया भी मुझे दिखाई दे रही थी, स्वाभाविक था की ये शादीशुदा है , लेकिन क्या उनके साथ खड़े मर्द ही उनके पति थे , जैसी केमिस्ट्री वो कपल दिखा रहे थे वो पति या बॉयफ्रेंड ही लग रहे थे , कुछ लडकियों ने हाथो में चुडिया तो नहीं पहनी थी लेकिन उन्होंने हाथो में भारी मेहंदी लगा रखी थी , वो लडको की ओर देखती और खिलखिला कर हंसती , उनके पति या बॉयफ्रेंड भी मुह फाडे लडको को देख रहे थे , सभी अपने पाटनर्स से चिपक रहे थे ..
तभी एक आदमी आया और ओरतो के सामने एक बक्सा दिखाने लगा , सभी अपने हाथो में रखी पर्ची उसमे डाल रहे थे , वैसे ही एक आदमी भी उपर खड़ी लडकियों से उनके हाथो में रखी पर्चिया बक्से में डलवा रहा था , कुछ ओरते उसमे पर्चिया डाल रही थी लेकिन कुछ नहीं , सभी पर्चियों को इकठ्ठा करके उसे निचे स्टेज में खड़े मर्दों के पास ले जाया गया ...
कुछ ही देर में सभी लडको ने अपने अपने हाथो से उन पर्चियों में एक एक पर्ची निकली जैसे की कोई लक्की ड्रा निकाल रहे हो ..
“पूजा -महिर “ एक लड़के ने कहा , पहला नाम लड़की का था और दूसरा उसके साथ आये पाट्नर का , सामने ही खड़ी एक लड़की और उसके साथ खड़े लड़के के जिस्म में जैसे कोई करेंट लगा हो, लड़की किसी संस्कारी नारी जैसे लग रही थी , गोर रंग में लाल रंग की साड़ी जाच रही थी , वही हल्का लाल सिंदूर उसके सुहागन होने का सबूत दे रहा था , साड़ी ऐसी पहनी गई थी की गोरा कमर का हिस्सा साफ साफ दिखाई दे , नाजुक सी लग रही उस ओरत का मास्क भी उसकी बला की खूबसूरती को नहीं छिपा पा रहा था , उसे भोगने वाला कोई खुशकिस्मत ही होगा , लेकिन यंहा तो कोई अपनी ही किश्मत को दुसरे को सौपने को तैयार बैठा है , हाथो में भरे लाल चूडियो की खनक एक बार उस शांत हो चुके माहोल में गूंज गयी , पूजा ने अपने पास खड़े लड़के की ओर देखा , मैं उनकी आंखे देखकर बता सकता था की दोनों के होठो में मुस्कान होगी , दोनों की नज़ारे कुछ देर तक यु ही मिली रही , वो दोनों ही एक दुसरे की आँखों में कुछ यु खोये रहे की दुनिया का होना ना होना उनके लिए कोई मायने ही नहीं रखता , दोनों एक दुसरे के करीब आये और एक दुसरे के होठो में टूट पड़े , वंहा खड़े सभी लोग एक साथ हुटिंग कर उठे , उस चुम्मन में एक गजब का अपनत्व था जो की देखने वाले भी महसूस कर सकते थे , एक प्रेम भरा चुम्मन ??
क्या अजीब प्रेम था , राउंड होते टेबल में खड़ा वो लड़का अपने किश्मत पर शायद गुरुर करता नहीं थक रहा था , शायद कुछ देर बाद उस संस्कारी और अपने पति से प्रेमपूर्ण , नाजुक और हुस्न की मलिका का जिस्म उस लड़के के गठीले जिस्म के आगोश में होगा ..
ये ख्याल भी इतना उत्तेजित करने वाला था की इतनी खुबसूरत ओरत जो अपने पति को इतने प्यार से चुम्मन दे रही है वो थोड़े ही देर बाद अपने पति के सामने ही किसी और की बांहों में होगी ..
मेरी आंखे भी उस राउंड वाली स्टेज में गड गयी थी , वो लड़की अपने पति के बालो को हल्के से हाथ फेर कर उस स्टेज की तरफ बढ़ने लगी , सभी की हुटिंग तेज हो गयी थी वही उसका पति भी ताली बजा कर हुटिंग कर रहा था , मैंने महसूस किया की उसके पति का गला जरुर सुख रखा होगा लेकिन वो अपने को बहुत ही कॉंफिडेंट दिखाने की झूठी कोशिश कर रहा था , वो नर्वस था उसके हावभाव बता रहे थे , उतनी ही नर्वस वो महिला भी थी , पूजा ...?? यही नाम था शायद उसका या कोई झूठा नाम हो ???
पूजा स्टेज में आ चुकी थी ...
“हेल्लो पूजा मैं बलवंत आपका स्वागत करता हु “ स्टेज में खड़े लड़के ने उसके हाथो को पकड़ कर चूमा , और पूजा उसके बाजु में आकर खड़ी हो गयी , अभी भी उसने मास्क नहीं उतारा था ..
तभी माइक दुसरे लड़के के हाथो में आई ..उसने भी एक पर्ची उठाई
“शाफिना बेगम – जावेद हुसैन “
सबने नजर घुमाई और होठो में आई ख़ुशी से सबने उन्हें पहचान लिया , शाफिना किसी अरबी घोड़ी की तरह लम्बी और गोरी थी , लम्बे और मांसल टांगो वाली इस हसीना को देखकर ही मुह में पानी आ जाये , आंखे हलकी नीली थी जो मास्क से भी देखि जा सकती थी उसका शोहर जावेद जैसे ख़ुशी से फुला नहीं समां रहा था , उसने बहुत ही तेजी से उसके सर को पकड कर अपने होठो को उसके होठो से लगा लिया उसके सुर्ख लाल होठो को उसने अपने लार से गिला कर दिया था , शाफिना भी लाल साड़ी में लिपटी हुई थी लेकिन मांग में कोई सिंदूर नही था, हाथो में हलकी चुडिया जरुर थी , उसके हाथो में कोहनी तक गाढ़ी मेहंदी लगी हुई थी , जावेद ने उसके हाथो को भी पागलो की तरह चूमा , उसकी हरकत से शाफिना के साथ साथ वंहा खड़ा हर शख्स हँस पड़ा था , जावेद नाटकीय अंदाज में घुटनों के बल बैठ गया और शाफिना के पैर को चूमने लगा , शाफिना भी बड़े ही प्यार से उसके बालो को सहला रही थी , उसने साड़ी को पैर से उपर किया , पैरो में घुटने तक मेहंदी लगी थी जो की बहुत ही उत्तेजक थी , शाफिना अब अपने पति को नहीं बल्कि उस स्टेज में खड़े हुए लड़के को देख रही थी , उसका पति उसके पैरो को चूम रहा था और हलके हलके उसकी साड़ी को उपर उठा रहा था , शाफिना की आँखों में वासना नाचने लगी थी उसकी नजर स्टेज में खड़े लड़के पर जम गयी थी , जावेद ने साड़ी और उपर उठा दी शाफिना की साड़ी उसके जन्घो तक उपर उठ चुकी थी , उसने जन्घो तक मेहंदी लगा रखी थी , गोर जिस्म में लगी लाल मेहंदी जैसे अलग ही नशा घोल रही थी , जावेद अपने होठो से उसके जन्घो को चूम रहा था और शाफिना मानो एक नशे में झूम रही थी ...
जावेद भी जैसे उत्तेजित हो चूका था , वंहा खड़ा हर शख्स उसे देख कर उत्तेजित हो रहा था , उसने अपना सर शाफिना के जन्घो के बीच टिका दिया उसकी लाल रंग की पेंटी सबके सामने आ चुकी थी ..
“आउच “ शाफिना अपने शोहर की हरकत से हँस पड़ी और तुरंत वंहा से भाग कर स्टेज में आ गयी ..
“मैं राहुल आपका स्वागत करता हु ...” स्टेज में खड़े लड़के ने उसके हाथो को चूमा और शाफिना ने अपने शौहर को जीभ दिखाकर चिढ़ा दिया ..
माहोल जारी था और नाम पुकारे जा रहे थे , मैं सब देख कर उत्तेजित हुआ जा रहा था , मेरा लिंग बहुत ही बुरी तरह से अकड रहा था , वही मेरे अन्डकोशो में हल्का दर्द अब भी जारी था , मैं बेचैन होने लगा वो 8 लड़के थे और बारी बारी से पर्चियों से नाम पुकार रहे थे , हर नाम के बाद यही सब हो रहा था , मुझे लग रहा था की मेरा लिंग फटने वाला है , अभी 6 नाम पुकारे जा चुके थे तभी ..
“कैसा लग रहा है ये माहोल मजा आ रहा है ना ..”
किसी ने मेरे कानो में कहा , आवाज तो मैं पहचान ही चूका था , मैं पलट कर देखता उससे पहले ही उसका हाथ मेरे टांगो के बीच चला गया , उसने मेरा खड़ा हुआ लिंग पकड लिया ..
“आपको तो बहुत मजा आ रहा है , अभी तो शो शुरू भी नहीं हुआ “
काजल की खनखनाती हुई आवाज मेरे कानो में पड़ी और मेरे मूह से आह ही निकल गई ..
“बेबी ये सब क्या हो रहा है चलो यंहा से ..”
मैंने बेचनी से कहा
“अरे आपको तो शौक था ये सब देखने का , आपके ही जैसे लोग आये हुए है यंहा पर , मजे करो , ऐसे मैंने भी हमारा नाम पर्ची में डाला है “
उसके होठो में आई मुस्कान मैं उस मास्क से भी देख सकता था ...
“नहीं बेबी मुझे ये सब नहीं देखना चलो “
मैं मुश्किल से बोल पाया क्योकि मेरा लिंग बहुत ही तेज दर्द करने लगा था , वो इतना कैसे अकड रहा है ये मुझे भी समझ नहीं आ रहा था ..
“झूठ क्यों बोलते हो जान , ऐसे भी आपका ओजार सब सच्चाई बता रहा है “
काजल खिलखिलाने लगी , वंहा निचे जो लडकिया उपर जा चुकी थी वो लडको से चूमा चाटी चालू कर चुकी थी , राहुल शाफिना के पीछे खड़ा होकर उसकी साड़ी को उठा कर उसके योनी को रगड़ रहा था , सामने खड़ा जावेद अपने लिंग को मसल रहा था , शाफिना की दोनों मेहंदी लगी टांगे जन्घो तक सबके सामने थी , उसकी लाल रंग की पेंटी के अंदर अभी राहुल का हाथ चल रहा था , शाफिन्ना गर्म और तेज सांसे निकाल रही थी , मैं एक बार उधर ही देखता रह गया ..
“सच में कितना गर्म माहोल है “
काजल ने मेरे पेंट का बटन खोल दिया था और खुद मेरे सामने आकर खड़ी हो गयी , उसने अपनी साड़ी उठा कर मेरा हाथ अपनी योनी पर टिका दिया , मैं भी इतना उत्तेजित हो चुका था की बिना विरोध किये मैं उसके कोमल योनी को सहलाने लगा , वही हाल वंहा खड़े बाकि लोगो का भी था , जिनकी बीवी स्टेज में खड़ी थी वो देखकर ही मतवाले हुए जा रहे थे , जिनके पाटनर्स उनके साथ था वो सभी अपने पाटनर्स के अंगो से खेल रहे थे , आखिर अंतिम नाम भी लिया गया ..
“काजल -देव “
मेरी जैसे सांसे ही रुक गयी हो लेकिन ऐसा लगा जैसे लिंग से फुहार निकल आएगी , काजल पलट कर मेरे होठो में एक जोरदार चुम्मन जड़ने लगी , मैं हस्त्प्रद था की मैं क्या करू , काजल ने मेरे हाथो को अपने योनी ने और जोरदार तरीके से मसल दिया ..
“मैं बहुत उत्तेजित हु जान , अब आएगा शो का मजा “
मैं कुछ बोल पता उससे पहले ही काजल नीचे जा चुकी थी ..
“मैं रंजित आपका स्वागत करता हु “
स्टेज में खड़े एक लम्बे चौड़े शख्स ने काजल के हाथो को चूम कर उसे स्टेज में चढ़ा लिया , रंजित का जिस्म किसी पत्थर सा प्रतीत हो रहा था , वो साढ़े छः फुट की उचाई का इन्सान था जो किसी दानव की तरह लग रहा था , लेकिन काजल उसे देख कर मानो बहुत खुश थी उसने रंजित के छाती में अपना हाथ रख दिया वो उसे छूकर ऐसे देख रही थी जैसे जायजा ले रही हो ..
“फिक्र मर करिए जितना मजबूत शरीर है उतना ही मजबूत मेरा ओजार भी है “
रंजित ने माइक में ही काजल से कहा , काजल ने मेरी ओर देखा उसके होठो में आई ख़ुशी को मैं साफ साफ देख सकता था ...
मेरे माथे में पसीना आने लगा था , मेरा लिंग मानो फटने को तैयार खड़ा था , तभी अचानक मुझे कुछ हुआ ..
मेरा लिंग अचानक से सो गया था , जैसे कोई झुइमुई का पौधा छूने से मुरझा जाता है वो अचानक से ही मुरझा गया , मैं कुछ समझ पाता उससे पहले ही मेरी नजर सामने गई , मेरे दूसरी ओर खड़ा एक शख्स मुझे देख कर हँस रहा था , उसने कोई मास्क नहीं पहना था , मैं उसे पहचानता था , ये डॉ चुतिया था ..
उसने अपने हाथो में एक रिमोट जैसी चीज मुझे दिखाई ..
उसने एक बटन दबाया और मेरा लिंग अकड़ने लगा , मैं फिर से बेचैन होने लगा , तभी उसने फिर से एक बटन दबाया और मेरा लिंग अचानक से ही मुरझा गया जैसे की उसमे कोई जान ही नहीं हो ..
तभी उसने एक माइक पकड़ा ..
“अब शो शुरू होता है ..”
डॉ चुतिया के बोलने पर सभी लोग हुटिंग करने लगी , वही वो मुझे कमिनियत से भरी मुस्कान लिए देख रहा था ...
Kafi dilchasp hai ye show. Dr chutiya to dev ke laude ko remote se control kar raha hai,,,,