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Incest कैसे कैसे परिवार

prkin

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prkin

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Mass

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Super bhai...just one request..jab yeh new chapters post karoge, to ek baar zaroor batana..ho sakta hain 2-3 baar padh loon..maza lene ke liye :)
prkin
 

parkas

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अध्याय २२: चौथा घर - मिशेल और रिचर्ड डिसूज़ा ३

**************

एंजिल का घर :


एंजिल ने डेविड के लंड को पूरा मन लगाकर चूमा, चाटा और चूसा. वो डेविड के लंड के आकार से बहुत प्रभावित हुई थी. उसने और भी डेविड की आयु के लड़कों से अपनी वासना मिटाई थी, पर जो लंड डेविड के पास था उनके सामने वे क्षीण थे. उसकी बहती हुई चूत की मादक गंध कमरे में छा चुकी थी और डेविड को भी इसका आभास था. उसे लगा कि अधिक देर करने पर ऐसा न हो कि मुख्य व्यंजन से उसे हाथ धोना पड़े. उसे घर भी लौटना था. उसने एंजिल के सिर पर एक थप्पी दी तो एंजिल ने सिर उठाकर उसे देखा.

डेविड: “आपकी लीकेज की महक से लग रहा है कि उसका कोई प्रबंध करना होगा. आइये, पहले मैं उसका निकट से परिक्षण कर लूँ.”

एंजिल को समझ तो आ गया कि डेविड क्या चाहता है, पर उसकी आयु के अन्य लड़कों के साथ किये हुए सहवास के कारण उसे कुछ शक था. वो खड़ी हुई तो डेविड ने उसे बिस्तर पर लिटा दिया और उसके दोनों पाँवों को चौड़ा करते हुए अपने मुंह को उसकी अविरल बहती चूत पर रख दिया. एंजिल का शरीर कांप उठा. इसका यही अर्थ था कि डेविड अन्य लड़कों के समान नहीं था. अपितु वो स्त्री की प्यास हर पराक्रम से मिटाने में सक्षम था. एंजिल ने निर्णय किया कि वो डेविड को वो सुख भी देगी जिसे वो अन्य लड़कों को नकारती रही थी. इस विचार से ही उसके शरीर में झुरझुरी उठी और उसकी चूत ने ढेर सारा रस डेविड के मुंह में उढेल दिया.

डेविड चूत चूसने का रसिया था और उसे इसकी शिक्षा इतनी अनुभवी महिलाओं से मिली थी कि आज वो इसमें पारंगत हो चुका था. उसे सिखाने में उसकी अपनी माँ का अपूर्व योगदान था, और कुछ शैली का भी. डेविड ने अपने सारे अनुभव का रस निचोड़कर एंजिल की चूत को कुछ इस प्रकार से चूसा कि एंजिल की चूत का बहाव अनवरत रूप से चलायमान रहा. डेविड ने उस रस को अमृत की भांति पिया और फिर उसने उसने अपनी उँगलियों से चूत को खोलकर रस से भीगते हुए अपने लंड पर भी लगाया. अगले चरण के लिए इसका बहुत महत्व था.

जब डेविड को लगा कि अब एंजिल बहुत झड़ चुकी है और अगर और देर की तो चुदाई में वो ढिलाई करेगी तो वो खड़ा हुआ और अपने लंड को चूत के ऊपर घुमाने लगा. इस प्रक्रिया से बहता हुए रस से उसका लंड सुचारु रूप से गीला हो गया. एंजिल की ऑंखें अभी बंद ही थीं और वो अपने उल्लास में खोई हुई थी. उसे ये आभास नहीं था कि उसकी चूत को सहलाने के लिए उँगलियों का नहीं बल्कि लंड का प्रयोग किया जा रहा है. पर एक झटके में उसकी ये तंद्रा टूटी और उसकी ऑंखें बाहर निकल पड़ीं.

उसे अपनी चूत में किसी तेज धार वाली वस्तु के अंदर जाने का अनुभव हुआ. उसकी ऑंखें जब नीचे की ओर गयीं तो उसने जाना कि डेविड ने अपने लंड से उसकी चूत को चीर दिया था. अभी वो इस ज्ञान से अपने आप को अवगत ही करा रही थी कि डेविड ने एक और शक्तिशाली धक्का मारा और उसके लंड ने चूत पर अपनी जीत का झंडा गाढ़ दिया. एंजिल हतप्रभ थी. उसकी फैली हुई आँखें और होठों का निशब्द संचालन उसे लगे किसी सदमे का आभास दे रहे थे.

डेविड जानता था कि समय बहुमूल्य है, और अगर उसने देर की तो एंजिल झटपटाकर उसे हटाने का प्रयास न करने लगे. उसने हल्की गति से एंजिल की चुदाई आरम्भ कर दी. लंड के इस प्रकार गतिशील होने से एंजिल को भी कुछ आनंद आने लगा. वो छुईमुई कली तो थी नहीं, उसे केवल इस आकस्मक हमले से ही कुछ आश्चर्य हुआ था. लंड के चलने से उसकी चूत ने अपनी प्रसन्नता जताई और एंजिल ने अपनी ऑंखें दोबारा बंद कर लीं.

****************


मिशेल के घर:


एक दूसरे के साथ आत्मीय समय बिताने के बाद मिशेल और ईव अधिक निकटता अनुभव कर रही थीं. दोनों उठकर रसोई में गयीं और खाना बनाने में जुट गयीं. अब आठ लोगों का खाना जो बनाना था. मिशेल को लगा कि कुछ और सामान की आवश्यकता पड़ेगी. तो उसने ईव से बाहर चलने के लिए पूछा तो ईव मान गयी. कुछ ही देर में दोनों अपनी कार से एक बड़े स्टोर में गयीं और आवश्यक वस्तुओं को लेकर लौट आयीं। कुछ देर आराम करने के पश्चात् वे रसोई में जुट गयीं.

मिशेल: “डेविड की आदत है कि अगर मैं रसोई में रहूं और वो घर लौटे तो मुझे वो रसोई में ही चोद देता है.”

ईव खिलखिला पड़ी. “मार्क भी ऐसा ही कुछ करता है. मुझे बहुत सम्भल कर रहना पड़ता है उससे. पर अब जब वो यहाँ रहने वाला है, मुझे उसकी याद बहुत सताएगी.” ये कहते हुए ईव की आँखों में आंसू आ गए और गला भर उठा.

मिशेल: “हे ईव, ऐसा क्यों सोच रही हो. वो घर में ही रहने वाला है. और अब तुम जब मन हो यहाँ आ सकती हो. इस बहाने तुम्हारा भी चक्कर लगता रहेगा. मेरे विचार से जैसन किसी नए व्यापार में जाने वाला है. क्यों नहीं तुम उसका प्रबंधन अपने हाथ में ले लेतीं। इस प्रकार से तुम्हारा आना जाना लगा रहेगा और मार्क को भी दूरी का अनुभव कम होगा. और यहां तुम्हें चुदाई के लिए भी तीन तीन लौड़े मिल जायेंगे.”

ईव ये सुनकर खिल उठी. “ये सही है. मैं आज ही जैसन से बात करुँगी.”

मिशेल: “अगर चाहो तो ये प्रस्ताव मैं दे सकती हूँ, तुम उसे आगे ले जाना.”

ईव मिशेल के गले लग गयी. “यु आर ब्रिलियंट!”

अब ईव इस तेजी से काम करने लगी कि मिशेल को आश्चर्य हुआ. कुछ ही देर मैं सारा खाना बन चुका था और अभी अधिक समय भी नहीं हुआ था. दोनों ने कुछ देर सोने का विचार किया और मिशेल के कमरे में चली गयीं.

****************


एंजिल का घर :


डेविड के लंड के धक्कों और उसकी जांघों की एंजिल की जांघों के थापों के संगीत से एंजिल के मन के तार हिल रहे थे. अभी तक के अन्य लड़कों की तुलना में न केवल डेविड आकार में बड़ा था बल्कि वो अपने लंड का भरपूर उपयोग करना भी जानता था. उसे अपनी बेटी की विनती याद आ रही थी जो उसे किसी तगड़े लड़के से चुदवाने के लिए न जाने कब से मना रही थी. पर आज उसका मनोरथ स्वयं ही पूरा हो गया था. डेविड की चुदाई के ढंग ने उसके मन मस्तिष्क के तार झनझना दिए थे. आनंद से उसकी सीत्कारें निकल रही थीं, परन्तु अपार्टमेंट होने के कारण वो अधिक हल्ला नहीं मचा सकती थी, हालाँकि उसका मन इस समय चीख चीख कर अपने आनंद को बताने के लिए उत्सुक था.

डेविड भी अपनी पूरी शक्ति और अनुभव के साथ एंजिल की चूत में अपने लंड के प्रहार कर रहा था. एंजिल के शरीर में अचानक अकड़न हुई और उसके कूल्हे बिना लय के थिरकने लगे. काँपते शरीर ने अपनी हार मानते हुए चूत से एक लम्बी धार निकाली और एंजिल शिथिल पड़ गई. डेविड भी अब अधिक रुकने के लिए बाध्य नहीं था. उसे ऐसा लग रहा था कि एक राउंड और होगा और तभी उसे घर लौटने का अवसर मिलेगा. इस बार उसकी आँखों के सामने एंजिल की कसी हुई गांड नाच रही थी, पर उसे विश्वास नहीं था कि वो गांड मरवाने के लिए मानेगी. अपने लंड के रस से एंजिल की चूत को सरोबार करने के बाद डेविड उठा और बाथरूम चला गया. एंजिल उसी स्थिति में अपने पैर फैलाये हुए होंठों पर मुस्कान लिए हुए ऑंखें बंद करके लेटी रही.

शिरीन मार्क को लेकर एक अपार्टमेंट में गई और उसने एक घर को अपने पर्स में रखी चाबी से खोला. मार्क को कुछ आश्चर्य हुआ पर वो चुप ही रहा. अंदर जाकर शिरीन उसके गले लग गई.

शिरीन: “मैं तुम्हें कुछ बताना चाहती हूँ. ये मेरा ही घर है. मैं और मेरी मॉम यहां रहते हैं. मेरे पापा हमे छोड़कर किसी और के साथ घर बसा चुके हैं. मॉम बहुत अकेलापन अनुभव करती हैं. ”

मार्क उसकी बात ध्यान से सुन रहा था.

शिरीन: “मैंने मॉम से कई बार कहा है कि किसी दमदार लड़के से चुदवा लो, पर वो हमेशा ऐसे लड़कों को चुनती हैं कि उन्हें संतुष्टि नहीं मिलती. मैं तुमसे आज ये प्रार्थना करती हूँ कि आज तुम प्लीज मेरी मॉम को चोदो उसके बाद तुम जब चाहोगे मैं तुम्हारे लिए उपलब्ध रहूँगी.”

मार्क ने दीवार पर लगी फोटो से ये अनुमान तो लगा लिया था कि शिरीन की माँ कैसी है. और उसे इस बात में कोई विशेष आपत्ति भी नहीं थी.

मार्क: “पर तुम्हें कैसे पता कि मैं उन लड़कों जैसा नहीं हूँ?”

शिरीन: “क्योंकि तुम डेविड के कसिन हो और वो…” उसे लगा कि वो पहले ही अधिक बोल चुकी है.

मार्क मुस्कुराकर बोला, “ठीक है, पर याद रहे, मैं तुम्हें जब चोदना चाहूँगा तुम्हें आना होगा.”

शिरीन उसके गले से लिपट गई. “प्रॉमिस. तुम ऐसा करो कपड़े यहीं निकाल लो, मैं मॉम को सरप्राइज दूंगी.”

मार्क मान गया और उसके कपड़े उतारकर एक ओर समेट कर रख दिए. शिरीन उसके बलिष्ठ शरीर और तगड़े लंड को देखकर खुश हो गई. उसने ऊँगली के संकेत से मार्क को एक कमरे की ओर बुलाया. शिरीन ने दरवाजा खोला तो देखा कि उसकी माँ बिस्तर पर नंगी पड़ी है. उसने कमरे में अन्य कुछ और नहीं देखा और ये मान लिया कि एंजिल संभवतः आत्मसंतुष्टि करके सो गई है. शिरीन ने मार्क को अंदर बुलाया और कमरा बंद कर लिया. पर जो शिरीन ने अपने उत्साह में नहीं देखा था वो मार्क ने देख लिया। वहाँ पहले ही किसी आदमी के वस्त्र पड़े थे. वो सोच ही रहा था कि किस चक्कर में पड़ गया कि बाथरूम का दरवाजा खुला और वो लड़का नंगा ही बाहर आया.

शिरीन और मार्क के मुंह से एक साथ और अनायास ही निकल पड़ा, “डेविड! तुम यहाँ !”

*************************


मिशेल का घर:


दो बजे होंगे जब शैली ने तमतमाते हुए घर में प्रवेश किया. मिशेल और ईव खाना बनाकर सोई हुई थीं पर शैली के कारण उनकी नींद खुल गई और दोनों कमरे से बाहर निकल आयीं।

मिशेल: “क्या हुआ? इतनी गुस्से में क्यों ही?”

शैली की आँखों से अंगार बरस रहे थे, उसने ईव को देखा और बोली, “मामी, आपका लड़का बहुत असभ्य है.”

ईव सकपका गई, “क्या हुआ? बताओ तो कुछ.”

शैली, “मेरी दो क्लास थीं तो मैंने उसे शिरीन के साथ छोड़ दिया था कॉलेज दिखने के लिए. पर आपके साहबजादे शिरीन को लेकर गायब हो गए और फोन भी नहीं उठाया. शिरीन की बच्ची से तो मैं निपट लूँगी, पर आप भी मार्क को समझा देना, कि ऐसा व्यव्हार मुझे बिलकुल पसंद नहीं है.”

ईव: “ठीक है, शैली. आएगा तो उसे समझा दूंगी. अब शांत हो जाओ. वैसे डेविड कहाँ है, उसने तो कहा था कि एक बजे आ जायेगा, पर अब दो से भी अधिक समय हो चुका है.”

अचानक ही शैली का गुस्सा छू मंतर हो गया. उसने इस पूरे प्रकरण में ये तो सोचा ही नहीं था कि डेविड कहाँ है. और कहीं शिरीन मार्क को अपने ही घर तो नहीं ले गई. ऐसा हुआ तो डेविड ने जो उसे वचन दिया था वो टूट गया होगा.

“ओह, शिट!” शैली के मुंह से निकला, “मॉम अपने डेविड से बात की क्या?”

मिशेल: “नहीं तो, मैं और तुम्हारी मामी एक दूसरे को समझने में व्यस्त थे.” मिशेल के स्वर ने बता दिया कि वो कैसे व्यस्त थे.

शैली ने उन दोनों को देखा और मुस्कुरा दी, “गुड फॉर यू बोथ. मुझे भी मामी को समझना था, पर अभी पहले डेविड को ढूँढना होगा. मैं आती हूँ.”

ये कहकर शैली चली गई और ईव मिशेल का मुंह ताकने लगी. “ये क्या हुआ?”

मिशेल: “पक्का तो नहीं कह सकती, पर मेरा अनुमान है.”

ईव ने जिज्ञासा से उसे देखा, “क्या?”

मिशेल ने साँस भरी, “शायद डेविड शिरीन की माँ के पास गया था. शिरीन को अपने घर से दूर रखने का काम शैली का था. पर अब शैली को लग रहा है कि शिरीन मार्क को उसके ही घर ले गई है. और अगर ये सच निकला तो डेविड शैली को अच्छी सीख देगा. पर ये केवल अनुमान है. सच तो उन सबके आने पर ही पता चलेगा.”

“अब हम क्या करें?”

“अब क्या कर सकते हैं, जो होना था हो चुका। आशा करो कि शिरीन मार्क को कहीं और ले गयी हो.”

“पर आप डेविड को ऐसे जाने देती हो?”

“मुझे कहाँ कोई कुछ बताता है, सब कुछ बाद में ही पता चलता है. पर मुझे इसमें कोई आपत्ति नहीं है. डेविड का जवान खून है, तो उसे रोकना सम्भव नहीं है.”

“तो अगर मार्क यहाँ रहा तो वो भी यही सब करेगा.”

“मेरी प्यारी ननद, तुम भी तो चार आदमियों से चुदवाना चाह रही हो. उसे मजा करने दो, जब तक कि ये उसकी पढाई में अड़चन न बने.”

ईव ने कुछ सोचते हुए हामी भरी. अब उन दोनों को इस रहस्य के खुलने की प्रतीक्षा करनी थी कि आखिर मार्क और डेविड थे कहाँ.

शैली ने अपने कमरे में जाकर डेविड को फ़ोन मिलाया.

“हैलो, डेविड?”

***********************


एंजिल का घर:


शिरीन और मार्क की आवाज़ सुनकर एंजिल ने अपनी ऑंखें खोल दीं और देखा कि अब कमरे में दो और लोग भी थे. एक तो उसकी बेटी ही थी और एक दूसरा लड़का था, और वो भी नंगा. लड़के के लंड को देखकर एंजिल के मन की धड़कन बढ़ गई. डेविड ने उसकी भरपूर चुदाई की थी, और ये लड़का भी डेविड से किसी भी ओर से कम नहीं लग रहा था. क्या वो इतने भाग्यशाली है कि एक ही दिन में दो दो जवान तगड़े लौंड़ों से चुद सके? उसकी आँखों में वासना की भूख जाग उठी.

एंजिल: “ये कौन है?”

शिरीन जो अभी भी सकते में थी, “ये डेविड का कसिन है, साउथ अफ्रीका से आया है, मैं मैं सोच रही थी कि ये तुम्हारे साथ…”

एंजिल समझ गई कि शिरीन इस लड़के को क्यों लाई थी. उसे अपनी बेटी पर बहुत प्यार आया.

एंजिल: “मैं तो आज डेविड को बुला चुकी थी, पर मार्क को भी सूखा भेजना ठीक नहीं होगा. क्यों?”

शिरीन: “पर पर…”

मार्क की आँखों में एंजिल के नंगे शरीर को देखकर चमक आ गई थी.

मार्क: “शिरीन ने मुझे बोला था कि अगर मैं आपको संतुष्ट कर पाया तो वो भी मेरे साथ चुदाई करेगी. और आपको देखकर मैं बिना आपको चोदे लौटने वाला भी नहीं.”

डेविड हंसने लगा, “आंटीजी, क्या मैंने आपको संतुष्ट किया है.”

एंजिल: “बिलकुल.”

डेविड: “तो शिरीन, मेरे विचार से आंटीजी के कथन और तुम्हारे मार्क को दिए वचन के अनुसार मैं तुम्हें चोद सकता हूँ.”

मार्क: “और मैं आंटी को खुश करने का प्रयास करूंगा.”

शिरीन को कुछ समझ नहीं पड़ रहा था. एक समस्या ये भी थी कि उनके घर में एक ही शयनकक्ष था. माँ बेटी साथ ही सोती थीं. शिरीन के पिता के जाने के बाद उनकी आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं थी कि वो इससे बड़ा घर ले सकते. पर इस समस्या का हल भी एंजिल ने किसी अच्छी माँ के समान तुरंत ही निकाल लिया.

एंजिल: “शिरीन, ऐसा नहीं कि हमने एक दूसरे को चुदते हुए नहीं देखा है. अंतर यही है कि पहले एक ही लड़का होता था. तो आज हम एक साथ चुदवाती हैं इन दोनों भाइयों से, बड़ा आनंद आएगा.”

शिरीन ने कुछ सोचा और फिर अपने कपड़े निकालने आरम्भ कर दिए, “आप सही कह रही हो, वैसे भी हमारे बीच में कुछ छुपा तो है नहीं.”

डेविड शिरीन की ओर बढ़ा तो एंजिल उठी, “मैं बाथरूम से सफाई करके आती हूँ. आज सच में बड़ा अच्छा दिन है. दो दो लंड से चुदने का अवसर मिला है, मेरी तो क्रिसमस जल्दी आ गयी.”

डेविड ने शिरीन को बाँहों में लिया और उसे चूमने लगा. एक हाथ से वो शिरीन की चूत को मसल रहा था. शिरीन उसके इस हमले से सिहर उठी और उसका एक हाथ अनायास ही डेविड के तने लंड को सहलाने लगा. एंजिल बाहर निकली और उसके शरीर की मनोहर छटा ने मार्क को अचम्भित कर दिया. एंजिल ने आगे बढ़कर मार्क को पकड़ा और उसे चूमने लगी. कुछ ही पलों में माँ बेटी एक जैसे अपनी चूत को सहलाने और लंड मसलने में जुट गए.

एंजिल ने पहल की और मार्क को बिस्तर की ओर ले गई. बिस्तर पर उसे लिटाकर उसके लंड को चूसने लगी. मार्क आनंद से झूम गया. उसकी मन की इच्छा पूरी जो होने थी. डेविड शिरीन को भली भांति जानते हुए भी कभी उससे शारीरिक संबंध में नहीं बनाया था. दोनों को दूरी का कारण नहीं पता था और दोनों के मन में इसके लिए खेद था कि उन्होंने इतने वर्ष यूँ ही व्यर्थ कर दिए थे. एक दूसरे में समाने को आतुर एक दूसरे के शरीर में समाने की चेष्टा कर रहे थे. शिरीन से अब रहा नहीं जा रहा था, उसने डेविड की आँखों में देखा और उसे संकेत किया तो डेविड उसे लेकर बिस्तर की ओर बढ़ गया.

बिस्तर बहुत बड़ा तो नहीं था, पर शिरीन ने अपने शरीर को ऐसे बिछाया कि वो उपयुक्त लगने लगा. डेविड उसकी चूत में झुक गया और उसे चाटने में व्यस्त हो गया. शिरीन ने अपने साथ में अपनी माँ को मार्क के लंड को चूसते हुए देखा तो उसे कुछ ईर्ष्या हुई, पर डेविड ने उसकी चूत में वो संवेदनाएं जगायीं कि वो अपने सुख में खो गयी. हो सकता है कि उसे मार्क से भी चुदने का अवसर मिल ही जाये. डेविड ने किसी विशेषज्ञ के समान उसकी चूत हर कोने और रोम को अपने होंठों और जीभ से चाट कर उसे जल्दी ही अपने चरम पर लेकर झड़ा दिया.

रस से भीगे हुए चेहरे को डेविड ने उठाकर शिरीन की ओर देखा तो उसकी आँखों में प्यार और वासना की मिली जुली कसक दिखी. शिरीन ने मुस्कुराकर डेविड को देखा और फिर उसे खड़ा होने का संकेत किया. इस बार उसने डेविड को लिटाया और उसके लंड को चूसने लगी. वहीं पास में एंजिल ने मार्क के लंड को उपयुक्त रूप से चूस कर उसका स्वाद मन में बसा लिया था और अब समय था असली चुदाई का. उसने मार्क को उसी स्थान पर लेटे रहने दिया और अपनी दोनों टाँगे उसके दोनों ओर करते हुए अपनी बहती प्यासी चूत को मार्क के लंड पर रखा और उस पर बैठती गई. पूरा लंड अंदर लेने के बाद वो कुछ देर अपने अंदर घुसे हुए लंड का अनुभव संजोती रही फिर धीरे से उसके ऊपर उठने बैठने लगी.

शिरीन डेविड के लंड को किसी लॉलीपॉप के समान चूस रही थी, पर ये विदित था कि उसे इसका कोई विशेष ज्ञान नहीं था. पर डेविड आज उसे रोकने वाला नहीं था. उसने निर्णय किया कि अगली बार वो शिरीन को इसके बारे में समझायेगा. डेविड के फोन की घंटी बजी तो उसने टेबल पर देखा जहां उसका फोन रखा था. उसने उसकी ओर ध्यान नहीं दिया और शिरीन के मुंह में अपने लंड को कुछ कुछ बढ़ाने लगा. फिर उसने सोचा कि ये बाद में भी किया सकता है. उसने शिरीन को संकेत किया कि वो अब हट जाये. शिरीन जब हटी तो डेविड ने फोन अपने पास ही लेकर रख लिया। उसने ये नहीं देखा कि किसने कॉल किया था. फोन पास में रखकर उसने शिरीन को लिटाया और उसकी चूत पर लंड लगाते हुए बड़े संयम से उसकी चूत में अपना लंड उतारने लगा.

शिरीन की ऑंखें बंद थीं और वो डेविड के लंड को उसकी चूत को भेदने के सुख की अनुभूति में खोई हुई थी. उसके चेहरे पर एक स्वप्निल मुस्कान थी. तभी डेविड का फोन फिर बज उठा. देखा तो शैली थी.

उसने फोन उठाया, “हैलो।”

शिरीन ने आंख खोली तो डेविड ने उसे चुप रहने का संकेत किया. शिरीन ने सिर हिलाकर ऑंखें बंद कर लीं।

शैली: “डेविड, तुम कहाँ हो?”

डेविड: “जहाँ मैं बताया था.”

शैली: “तुमने शिरीन को तो नहीं देखा?”

डेविड: “रुको, मैं कॉल करता हूँ.”

फिर डेविड ने वीडियो कॉल लगाया. शैली ने जब फोन उठाया तो डेविड ने फ्रंट कैमरा ऑन किया. शैली को शिरीन का चेहरा दिखाई दिया. फोन चलता रखते हुए डेविड ने धक्के लगाए तो शैली को समझ आ गया कि डेविड शिरीन को चोद रहा है. मजा लेने के लिए डेविड ने फोन घुमाकर एंजिल की ओर किया जहाँ मार्क और एंजिल चुदाई कर रहे थे. इसके बाद उसने फोन काटा और मूक कर दिया. इस पूरे प्रकरण से अन्य सभी अनिभिज्ञ थे. शैली अब कुछ निश्चिन्त हो गई. ये पक्का था कि डेविड उससे गुस्सा तो नहीं रहेगा. डेविड नीचे लेटी शिरीन को अब हल्के धक्कों से चोदने लगा.

उसका ध्यान शिरीन के मासूम चेहरे पर छाए हुए आनंद पर था. शिरीन और उसकी माँ उसके पिता के जाने के बाद जिस स्थिति से जूझ रहे थे, उसमे भी शिरीन ने अपना भोलापन बचाकर रखा था. वो केवल अपनी माँ को खुश रखने के लिए अन्य लड़कों से चुदवाती थी, पर ये विदित हो गया था कि वो चुदाई में निपुण नहीं है. डेविड उसे इसीलिए बहुत ही प्यार से चोद रहा था जिससे वो इस चुदाई को सदैव याद रखे.

उधर एंजिल के मार्क के लंड पर कूदने की गति शिथिल पड़ चुकी थी. मार्क ने इसे समझा और कम स्थान होने के पश्चात भी किसी प्रकार से एंजिल को पलट कर नीचे कर दिया और उसके ऊपर चढ़ कर चोदने लगा. एंजिल की आत्मा तृप्त हो रही थी. मार्क ने अपनी चुदाई की गति बढ़ा दी और चूँकि डेविड ने पहले ही एंजिल की चूत को कुछ ढीला कर दिया था, तो मार्क को अधिक परिश्रम करना पड़ रहा था. पर वो अपनी पहली शुद्ध भारतीय चूत का भरपूर आनंद लेना चाहता था.

उसके धक्कों से एंजिल का शरीर कांप उठता और बिस्तर भी हिल रहा था. डेविड के तो धक्के इतने प्रेम भरे थे कि उसका अनुभव भी नहीं हो रहा था. एंजिल के मुंह से अब सीत्कारें और घुटी हुई चीखें निकल रही थीं और अब उसकी चूत से रस की धार छूट रही थीं. मार्क के लंड छप छप की ध्वनि के साथ उसकी बहती हुई चूत में चप्पू चला रहा था.

“उह, उह , उहहहह “ ये शिरीन की आवाज़ थी जिसका शरीर अकड़ रहा था और सम्भवतः वो अपने चरम बिंदु को स्पर्श कर रही थी.

डेविड ने अब अपनी गति कुछ बढ़ा दी जिससे कि शिरीन अपने आनंद के शिखर से नीचे न उतर पाए. वो इस सुंदर भोली लड़की, जो उसकी बहन की घनिष्ठ मित्र थी, जीवन का वो सुख देना चाहता था जिसे वो सदा के लिए याद रखे. परन्तु डेविड को इस विषय में अधिक चिंता की आवश्यकता नहीं थी. शिरीन का लरजता शरीर इस अनुभव को सदा के लिए आत्मसात करने में व्यस्त था. शिरीन का मन मस्तिष्क इन क्षणों को कभी भी नहीं भूलने वाला था. सम्भवतः भविष्य में उसे डेविड की भांति और भी चोदने वाले मिलेंगे, पर ये इस आनंद की पराकाष्ठा का उसका पहला अनुभव था.

मार्क की गति अब इतनी तीव्र हो गयी थी कि एंजिल उसके लंड के लिए एक खिलौना मात्र बन गई थी. वो इस पूरी चुदाई में अब तक न जाने कितनी ही बार झड़ चुकी थी, हर बार वो यही समझती कि बस अब और नहीं, पर उसका शरीर उसे चुदाई की लहरों में ऊपर नीचे ले जा रहा था. ऊंचाई से वो जिस तेजी से नीचे आती थी, मार्क की चुदाई उसे उससे भी अधिक तेजी से फिर लहर के ऊपर ले जाती. अगर डेविड से चुदवा कर उसे आनंद मिला था तो मार्क ने उसे परमानंद की अनुभूति करा दी थी. अपनी चूत में मार्क के फूलते हुए लंड का आभास होने से उसे पता चल गया कि अब मार्क भी झड़ने के निकट है.

“मुंह में, मेरे मुंह में झड़ना, प्लीज़” उसने अनुरोध किया.

मार्क ने अपने लंड को बाहर निकाला तो एंजिल को अपनी चूत में एक खालीपन सा लगा. मार्क ने तेजी से उसके मुंह पर अपना लंड रखा और जैसे ही एंजिल ने मुंह खोलकर उसे अंदर लिया मार्क के लंड से रस की पट्टियाँ निकलीं जिसने उसके गले तक उसे सींच दिया. एंजिल इतने अधिक कामरस के लिए तैयार नहीं थी, उसे सारा रस पीना ही पड़ा. उसे मार्क का स्वाद बहुत अच्छा लगा और वो मार्क के लंड के बाहर निकलने के बाद भी उसे अपने मुंह में संजोये रही.

डेविड ने भी देखा कि शिरीन अब निढाल हो चुकी थी और वो भी झड़ने वाला था. पर उसने अधिक कुछ न सोचते हुए जैसे ही वो झड़ने लगा अपने लंड को बाहर निकाला और शिरीन के सपाट पेट के ऊपर ही अपने रस की वर्षा कर दी. लंड बाहर निकने पर शिरीन ने भी ऑंखें खोलीं और उसकी आँखों में डेविड के प्रति प्रेम स्पष्ट दिख रहा था. डेविड ने उसे मुस्कुरा कर देखा. शिरीन ने अपने हाथ अपने पेट पर बह रहे रस में डाले और उसे लेकर चाटने लगी.

“बाहर क्यों छोड़ा, मेरे मुंह में क्यों नहीं?” उसने डेविड से प्रश्न किया.

“मुझे पता नहीं था कि तुम्हे अच्छा लगेगा या नहीं. अगर तुम्हें अच्छा लगा है, तो अगली बार अवश्य इसका स्वाद तुम्हें चखाऊंगा।”

“अब मुझे चोदने में इतने दिन तो नहीं लगाओगे? सच में तुमसे चुदने के बाद अब मेरा इसके बिना मन नहीं लगेगा.”

“नहीं, अब हम जल्दी मिला करेंगे.”

फिर डेविड ने समय देखा तो चौंक गया. उन्हें बहुत देर हो चुकी थी. उसने मार्क से कहा कि अब उन्हें जल्दी ही निकलना होगा.

एंजिल ने इस बार अपनी बात रखी, “डेविड, मार्क. तुम दोनों ने मुझे अथाह सुख दिया है. डेविड, मैंने सोचा था कि आज मैं तुमसे अपनी गांड भी मरवाऊँगी। पर मुझे लगता है कि उसके लिए मुझे कुछ और दिन प्रतीक्षा करनी होगी. हाँ, और मार्क, ये प्रस्ताव तुम्हारे लिए भी है, पर डेविड के बाद.”

डेविड और मार्क एक दूसरे को देखकर मुस्कुराये.

डेविड: “आंटीजी, आप जब बुलाओगी, हम आपकी सेवा के लिए प्रस्तुत हो जायेंगे. बस एक शर्त है, शिरीन भी साथ होनी चाहिए.”

एंजिल: “मैं इसका ध्यान रखूंगी.”

मार्क और डेविड ने जल्दी से अपने कपड़े पहने और माँ बेटी से अनुमति लेकर अपने घर के लिए निकल गए.

************************


मिशेल का घर:


डेविड से बात करने के बाद शैली दुविधा में थी. एक ओर वो खुश थी कि शिरीन को डेविड जैसे तगड़े लंड से चुदने का सौभाग्य मिला था, वहीं उसे डेविड द्वारा दिए जाने वाले उपहार के न मिलने का दुःख भी था. पर उसने सोचा कि डेविड उसे उपहार दे ही देगा. आज या कल. ये सोचकर वो मुस्कुराती हुई बैठक में लौट आयी.

“डेविड का पता लगा? मार्क का?” मिशेल ने अधीरता से पूछा.

“हाँ दोनों साथ ही हैं.”

“मतलब..”

“शिरीन मार्क को उसके घर ही ले गई थी. पर डेविड वहां पहले से ही था. उसने मुझे वीडियो कॉल में दिखाया कि वो शिरीन को चोद रहा था और मार्क उसकी मॉम एंजिल को.”

“ओह गॉड! शॉकिंग!” ईव के मुंह से निकला.

“क्यों मामी हम सब भी तो एक दूसरे के साथ…”

“ओह, इट इस ओके.” मिशेल ने बात संभाली.

शैली ने अपनी मामी के गदराये शरीर को देखते हुए कहा, “मामी, मुझे भी आपके साथ मॉम के जैसे कुछ समय बिताना है.”

ईव: “शैली, मुझे भी ख़ुशी होगी. पर आज देर हो चुकी है, इसे हम कल के लिए स्थगित कर देते हैं. वैसे भी कुछ ही देर में सब लौटने ही वाले हैं, और तुमने अभी तक खाना भी नहीं खाया है.”

शैली, “हाँ, मुझे भूख तो बहुत लगी है. मैं खाना खा ही लेती हूँ.”

खाने के बाद शैली अपनी मॉम की बगल में बैठ गई.

“तो आज रात का क्या कार्यक्रम है?”

“वही जो कल था, पर आज जल्दी शुरू करेंगे.”

“गुड़, मुझे भी मार्क की परीक्षा लेनी है. और पापा लगता है आज मामी को नहीं छोड़ने वाले.”

“आई होप सो.” ईव ने कहा तो मिशेल हंस पड़ी.

मिशेल, “लगता है आज मुझे फिर जैसन ही मिलने वाला है. डेविड का मन ऐलिस पर आया हुआ है.”

शैली: “मॉम, अपने अभी तक मामा से गांड नहीं मरवाई है, आज उसे भी कर लो.”

“ऊह , ये सच कहा तुमने. वैसे शैली जैसन की भी तुम्हारी गांड के लिए कुछ ऐसी ही इच्छा है.”

“वो भी पूरी हो जाएगी मॉम, अभी तो दो ही दिन हुए हैं.”

तीनों हंस पड़ीं और अन्य बातों में व्यस्त हो गयीं. कुछ देर बाद डेविड और मार्क घर लौट आये. डेविड ने देखा कि शैली उसे कुछ कहना चाह रही थी. दोनों उठकर बाहर गए.

“डेविड, तुम शिरीन के बारे में क्या सोचते हो.”

“मुझे वो सच्ची और अच्छी लगी. पर उनकी आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं है. क्या हम कुछ कर सकते हैं.”

“देखते हैं. क्या तुम उसे अपनी गर्लफ्रेंड बनाना चाहोगे.”

“मुझे तो ये ठीक लगता है. यस , मुझे उसे अपनी गर्लफ्रेंड बनाना अच्छा लगेगा.”

“पता है, वो तुम्हे कई दिनों से चाहती है, पर कुछ भी कहने में झिझक रही थी.”

“कोई बात नहीं, अब मैं बात करूंगा. और शैली, तुम्हारा पुरुस्कार तुम्हें मिलेगा.”

“थैंक्स, ब्रो।”

ये कहकर दोनों अंदर आ गए. सोफे पर बैठकर जैसन और रिचर्ड व्हिस्की पी रहे थे. ईव ने मिशेल की ओर देखा. मिशेल ने समझते हुए बात आरम्भ की.

मिशेल: “जैसन, मैं ये सोच रही थी, कि अगर तुम नया व्यापार आरम्भ कर ही रहे हो तो क्यों नहीं तुम इसका उत्तरादित्व ईव को दे देते. ऐसे मैं वो हर दो महीने में आ सकेगी. मार्क के यहाँ रहने के कारण उसे भी घर की इतनी याद नहीं सताएगी.”

जैसन ने रिचर्ड को देखा, “मुझे तो ये ठीक लगता है. मेरे पास वैसे भी इतना काम है कि मेरा इतना लगातार आना सम्भव नहीं है. अगर ईव ये चाहती है, तो मुझे स्वीकार है.”

ईव: “हाँ, मैं भी इसके लिए स्वीकृति देती हूँ.”

रिचर्ड: “तो फिर इस नयी कम्पनी के पंजीकरण में ईव का ही नाम देते हैं.”

शैली, “मामी, आप जो इतने दिनों के बीच आएंगी, आपको नहीं लगता कि आपके पास कोई विश्वस्त होना चाहिए जो आपकी अनुपस्थिति में आपको सब बातों की सूचना देता रहे?”

ईव: “हाँ, ये भी ठीक है, हमें किसी को देखना होगा.”

शैली ने डेविड की ओर देखकर कहा, “और अगर मैं कहूं कि मैं किसी को जानती हूँ, तो?”

मिशेल बोल पड़ी: “एंजिल ! तुम एंजिल की बात कर रही हो न?”

शैली: “यस, मॉम !”

मिशेल: “ईव, शैली सही कह रही है. एंजिल इसकी पक्की सहेली की माँ है और बहुत अच्छी स्त्री है. और मेरे विचार से वो बहुत निश्छल स्त्री है. शैली, मेरे विचार से भी एंजिल इस कार्य के लिए उपयुक्त रहेगी.”

ईव: “ठीक है, पंजीकरण के बाद हम उससे मिलेंगे.”

मार्क जो अब तक चुप था बोला : “मॉम दिस इस ग्रेट. यू कैन कीप कमिंग हियर. वाओ.”

सभी लोग इस निर्णय से संतुष्ट थे. डेविड ने शैली को देखकर मूक स्वर में धन्यवाद कहा. शैली ने उसे आंख मारी। फिर ड्रिंक्स का क्रम चला, जिसमें रिचर्ड और जैसन व्हिस्की पीते रहे, स्त्रियों ने वाइन ली और लड़कों ने बियर. दो राउंड के बाद खाने का समय हो गया. खाने के बाद ये चर्चा हुई कि सीधे क्रीड़ांगन में जाना है या कुछ देर और बैठना है. फिर ये निश्चित हुआ कि नीचे ही पूल के पास बैठकर बातें करेंगे. घर को ठीक से बंद करने के बाद मिशेल ने चतुर प्रबंधक के जैसे चारों बच्चों को काम पर लगाया. किसी को तौलिये, किसी को अल्पाहार तो किसी को व्हिस्की, वाइन और बियर नीचे ले जाने का आदेश दिया. चारों ने ये सारे काम शीघ्रता से निपटा दिए. घर का एक बार निरीक्षण करने के बाद सभी क्रीड़ांगन में चले गए.

वहाँ पर मार्क और डेविड ने पूल की कुर्सियों को गोलाई में लगा कर बीच में एक टेबल लगाई हुई थी. मिशेल ने दोनों को इस उत्तम व्यवस्था के लिए प्रशंसा दी. सब बैठ कर इतने दिनों में क्या कुछ घटित हुआ इस पर बातें करते रहे. हालाँकि सभी पी रहे थे पर कोई भी इतनी जल्दी नहीं पी रहा था कि नशे में धुत हो जाये. ईव के परिवार ने उनके देश में चल रही सामाजिक और राजनीतिक घटनाओं के बारे में भी बताया. डेविड और शैली को इसमें कोई खास रूचि नहीं थी, इसीलिए वो अपने कपड़े निकाल कर तैराकी करने लगे. जब तक वार्ड परिवार की बात समाप्त हुई डेविड और शैली बाहर निकलकर तौलिये में ही लिपटे हुए बैठ गए.

मार्क की आगे की पढ़ाई की भी बातें चलीं. ऐलिस भी सम्भवतः अगले वर्ष यहीं पढ़ने के लिए आ जाये. इससे ईव का यहाँ निरंतर आने का एक और कारण जुड़ गया. पर उन्हें ये भी लगा कि जैसन अब अधिक अकेला पड़ जायेगा. जैसन ने इस बात पर कोई विशेष टिप्पणी नहीं की. उसके विचार में ये जीवन का हिस्सा थे. और ईव यहां वर्ष में अधिकतम साठ दिन ही रहने वाली थी जिसमें से केवल तीस दिन ही वो अकेली आएगी, अन्य तीस दिनों में जैसन भी रहेगा.

मार्क और ऐलिस भी उठकर तैरने के लिए चले गए. डेविड और शैली अंदर कमरे को ठीक करने में लग गए थे.

अवसर देखकर ईव ने कहा, “मिशेल और मैं कल रिकी और अन्य तीनों को यहां आमंत्रित करना चाहते हैं. दूसरा ये भी है कि दो दिन बाद क्रिसमस का क्या प्रबंध किया जाये. और तीसरा, ये कि रिकी और साथियों को वो क्रिसमस में यहां नहीं बुलाना चाहती, पर अगर उनके मनोरंजन का कोई उपयुक्त प्रबंध हो सके तो अच्छा रहेगा.”

रिचर्ड बोला, “कल वो चारों आ सकते हैं. और मुझे कोई आपत्ति नहीं. पर केवल इसी स्थान का प्रयोग करना. अपने किसी भी शयनकक्ष में नहीं खेलना. क्रिसमस के लिए भी मैंने कुछ प्रबंध किया है, कल सुबह बताऊँगा, एक बार पुष्टि हो जाये. और मैं आकार से पूछूंगा उसकी सेक्रेटरी निशा के बारे में उसने कहा था कि वो किसी भी समय मनोरंजन के लिए उपलब्ध रहती है. उसकी कोई और भी सहेली हो तो अच्छा होगा.”

“क्या आकार से अभी पूछ सकते हो.” मिशेल ने जिद की.

“ठीक है, मैं ऊपर जाकर फोन पर पूछता हूँ.” रिचर्ड उठते हुए बोला।

रिचर्ड चला गया और मिशेल और ईव कपड़े उतारकर तरणताल में कूद गयीं. जैसन ने देखा कि वो अकेला ही है तो उसने भी तुरंत कपड़े फेंके और वो भी अंदर कूद गया. रिचर्ड जब तक आया तो वे तीनों तैराकी कर रहे थे. रिचर्ड ने भी उनके साथ तैरने के लिए कूद पड़ा. कुछ देर तैरने के बाद सब एक ओर रुक कर साँस संयत करने लगे. तब रिचर्ड ने बताया कि आकार ने विश्वास दिलाया है कि वो निशा से कह देगा और निशा पहले भी इस प्रकार के आयोजन कर चुकी है, क्योंकि उसके भी विदेशी अथिति आते रहते हैं. इससे आश्वस्त होकर मिशेल और ईव ने अपनी प्रसन्नता दिखाई और अपने पति को चूम लिया. गहरे चुंबनों के बीच रिचर्ड और जैसन के हाथ अपनी पत्नियों के नितम्बों को दबाने लगे. पर जैसे ही जैसन ने ईव की चूत को छूने का प्रयत्न किया तो वो छिटक गयी.

“जैसन! तुम जानते हो आज रिचर्ड मुझे चोदेगा न कि तुम! प्लीज़”

“ओके बेबी, तो फिर देर किस बात की. मुझे भी अपनी बहन की एक बार और चुदाई करने का मन है.”

मिशेल और ईव ने अपने स्थान परिवर्तिति किये और मिशेल जैसन की बाँहों में झूम गयी और उसे चूमने लगी. वहीं ईव ने रिचर्ड को चूमते हुए उसकी बाँहों में स्वयं को छोड़ दिया. चूमते हुए जीजा साले ने अपनी साथी स्त्री को उठाकर ताल के कोने पर बैठाया और उनकी जाँघे फैलाकर उनकी चूत का रस पीने लगे. ईव और मिशेल की किलकारियां सुनकर डेविड, शैली, मार्क और ऐलिस कमरे से निकले और देखा कि उनके अभिवाहक अपने खेल में तल्लीन हैं. चारों ने एक दूसरे को देखा और लगभग दौड़कर कमरे में घुस गए और एक बिस्तर पर ढेर हो गए.

ऐलिस और शैली ने लौंड़ों को अपने मुंहे में लेकर चूसने में देर नहीं की. उन्हें पहले लगता था कि सब साथ ही रहेंगे कल जैसे, और इसीलिए वे रुके हुए थे. पर अब इसका कोई अर्थ नहीं था. डेविड और मार्क के लंड पहले से ही फटने को आतुर थे. हालाँकि दिन में चुदाई की थी,पर यही जवान होने का लाभ है कि लंड चुदाई के लिए कभी झुकता नहीं.

“लैट अस 69” मार्क ने सुझाव दिया. और पल भर में ही आसन बदले और इस बार डेविड ऐलिस की चूत में मुंह डालकर चूसने लगा और ऐलिस उसका लंड. यही स्थिति मार्क और शैली की भी थी.

लड़कियों को अपनी चूत में चल रही जीभों से भी उतना ही आनंद मिल रहा था जितना उन्हें लंड चूसने में मिल रहा था. दोनों का अपना अलग सुख था और इस समय वो इन दोनों में ही लीन थीं. लड़कों को भी चूत चाटने का बहुत शौक था और इसमें उन्हें उतना ही आनंद मिल रहा था जितना लंड चुसवाने में. उनके मोटे लंड पर चलती हुई मलमली जीभ और मुंह के अंदर की गर्मी, चूत या गांड का तो नहीं परन्तु एक अन्य आनंद का स्त्रोत थी.

ईव और मिशेल की चूत से छूटता हुआ रस केवल रिचर्ड और जैसन के मुंह में ही नहीं गिर रहा था, बल्कि उसका एक अच्छा हिस्सा ताल के जल में भी अपना रास्ता बना रहा था. पर इससे कोई व्यथित नहीं था. जिस रस को पीना सम्भव था उसमे नहाने में कोई समस्या ही नहीं थी. अब तक ईव और मिशेल अपनी टाँगे ताल में छोड़कर किनारे पर लेट चुकी थीं और उनका शरीर अपनी चूत में चल रही जीभ की गतिविधि से छटपटा रहा था. रिचर्ड अब ईव को चोदने के लिए उतावला था. उसने ही पहल करते हुए अपने चेहरे को ईव की चूत से हटाया.

“हमें अब अंदर चलना चाहिए.” जैसन ने ये सुनकर मिशेल की चूत में से मुंह निकाला और ताल के बाहर उछाल मारी। रिचर्ड भी ताल के बाहर आया और उसने ईव का हाथ पकड़ा और कमरे की ओर बढ़ा.

“लगता है बच्चे पहले ही बाजी मर चुके हैं.” ईव ने कमरे के अंदर चल रहे रास को देखकर कहा.

“हमारी प्रतीक्षा में थक गए होंगे.”

कमरे में जाने पर चारों बच्चों ने अंदर आते अपने माता पिता को देखा पर कोई विशेष प्रतिक्रिया नहीं दी. ईव ने एक बिस्तर चुना और उसपर लेटकर अपनी पैर फैलाये और अपनी उँगलियों से चूत की पंखुड़ियों को अलग करते हुए रिचर्ड को आमंत्रण दिया,“कम,फक मी नाउ.”

रिचर्ड वैसे भी रुकने वाला तो था नहीं उसने अपने लंड का निशाना साधा और ईव की रसीली चूत में एक ही बार में जड़ तक अपने लंड को पेल दिया.

“येह, देट इस द वे टू फक मी.” ईव ने सीत्कारी लेते हुए कहा. “नाउ, डोंट स्टॉप, कीप फकिंग मी हार्ड एंड फ़ास्ट.”

रिचर्ड भी ऐसे ही चुदाई के लिए लालायित था और उसने अपने लंड के प्रबल प्रहारों से ईव की चूत को पेलना आरम्भ कर दिया. ईव की चीखों से अन्य सभी कुछ देर के लिए व्याकुल हुए, पर फिर अपने काम पर लग गए.

“हे सिस, हाउ डू यू वांट टू फक?” जैसन ने मिशेल से पूछा.

“मेरी गांड में, पर पहले मेरी चूत से अपने लंड को गीला कर लो. तुमसे गांड मरवाये हुए वर्षों हो गए.” मिशेल बोली।

“हाँ, इतने सालों के बाद भी मुझे तुम्हारी गांड मारने वाले दिन आज भी याद आते हैं.” जैसन ने कहा.

इस बात पर ऐलिस ने डेविड के लंड से मुंह हटाकर अपने पिता को देखा, “डैड, आप हर बार यही बोलते हो. मुझे भी और मॉम को भी. इस डायलॉग को थोड़ा बदलो अब.”

जैसन: “बिलकुल नहीं, जो सच है वही तो कहता हूँ.” जैसन अपने लंड को मिशेल की चूत में डालते हुए बोला। “मुझे तुम्हारी गांड मारने वाले दिन आज भी याद आते हैं.”

“ओफ्फोह, डैड, आप भी!” कहकर ऐलिस ने डेविड से कहा, “डेविड, ब्रो। टाइम टू फक मी।”

ये कहकर ऐलिस ने अपने आसन को बदलते हुए डेविड के छत को ताकते लंड के दोनों ओर पांव रखे और उसके लंड पर चूत लगाकर बैठती चली गई. जब उसने पूरे लंड को अंदर कर लिया तो ठहरी और डेविड को देखकर बोली, “वाओ, यू हैव ए नाइस बिग फैट कॉक. लवली.”

डेविड: “थैंक्स सिस, मुझे ख़ुशी हुई कि तुम्हें पसंद आया.”

ऐलिस अब उसके लंड पर उछलकूद करने लगी.

अब शैली ही थी जिसकी चुदाई अभी भी नहीं हुई थी और वो इस कमी को पूरा करने के लिए उत्सुक थी. उसने मार्क के लंड को चूसना बंद किया और अपनी मामी के समान बिस्तर पर पैर फैलाये और मार्क को चोदने का निमंत्रण दिया. मार्क भी अब पूरी तरह चुदाई के ही मूड में था तो उसने भी अपने लंड को शैली की कमसिन चूत पर रखा और बड़े प्रेम के साथ धीरे धीरे पूरे लंड को शैली की गहराई में धकेल दिया. शैली की ऑंखें बंद थीं, पर उसके होंठ पर एक मुस्कुराहट थी. मार्क को उसपर बड़ा प्यार आया और उसने झुककर शैली के होंठ चूम लिए. शैली ने ऑंखें खोलीं और मार्क की आँखों में झाँका. और फिर होंठ मिलकर दोनों चुम्बन लेने लगे. मार्क उसकी बहुत हल्की गति से चुदाई कर रहा था.

“थोड़ा तेज करो न, प्लीज.” शैली ने मार्क से कहा तो मार्क ने गति बढ़ा दी परन्तु ये अभी भी मध्यम ही थी. शैली को इसमें आनंद मिल रहा था और उसने भी अपने कूल्हे उचका कर मार्क के लंड को अंदर लेने में उसकी सहायता की.

मिशेल की चूत के रस से पर्याप्त रूप से अपने लंड को सेकने और रस से भिगा लेने के बाद जैसन ने मिशेल को घोड़ी के आसन में आने का सुझाव दिया. मिशेल तो न जाने कब से इस समय की प्रतीक्षा में थी. वो तुरंत ही पलटी और घोड़ी बनकर, अपनी गांड को हिलाया और फिर ऊपर की ओर किया. अपने सिर को नीचे तकिये पर रखा. मिशेल का सुडौल शरीर इस आसन में बहुत ही आकर्षक लग रहा था. जैसन ने मिशेल की चूत में अपनी तीन उँगलियाँ डालीं और उन्हें एक एक करके उसने मिशेल की गांड में डाला. इससे मिशेल की गांड में भी कुछ नमी बन गई जो जैसन को उसकी गांड मारने के लिए आवश्यक थी.

“सिस, इतने वर्षों बाद मैं फिर तुम्हारी गांड में घुस रहा हूँ.”

“वेलकम इन माई बैक होल, डियर ब्रदर.” मिशेल ने फिर गांड मटकाई।

जैसन ने उसके नितम्बों को थामा और फिर दाएं हाथ के सहयोग से मिशेल की गांड में अपने लंड का सुपाड़ा अंदर कर दिया. मिशेल थोड़ा कसमसाई, पर उसने अपनी गांड उछाली और जैसन को संकेत किया कि वो आगे बढ़े.

“शी लाइक्स इट हार्ड एंड फ़ास्ट, सो फक हर गुड.” रिचर्ड ने उसे मिशेल की रूचि से पुनः अवगत कराया.

जैसन ने रिचर्ड की बात पर अपने लंड के बाकी हिस्से को एक अच्छे तगड़े धक्के के साथ मिशेल की तंग गांड में अंदर तक पेल दिया.

“आई लाइक इट, ब्रो। आई लव इट. नाउ फक माई आस एंड मेक मी हैप्पी.”

“ओके, सिस डियर, एस यू से.” जैसन ने गांड में अपने लंड से चुदाई आरम्भ करते हुए कुछ ही देर में द्रुत गति प्राप्त कर ली.

ऐलिस अब डेविड के लौड़े पर कूदते हुए थक सी गई थी, तो डेविड ने उसको पतली कमर में हाथ डाला और पलट गया. अब ऐलिस उसके नीचे थी और डेविड उसके ऊपर. ऐलिस की उछलकूद से डेविड को ये पता था कि ऐलिस भी तेज चुदाई की ही इच्छा रखती थी, और उसने उसे भी देने का निर्णय लिया. उसके लंड की लम्बी शक्तिशाली थापों से ऐलिस की चूत द्रवित हो गई. उसकी हल्की चीखें निकल रही थीं पर डेविड पर तो अब जैसे भूत स्वर था. वो बिना रुके ऐलिस को चोदे जा रहा था. ऐलिस की आनंदातिरेक चीखें कमरे में गूंज रही थीं. पर ऐसा नहीं था कि उसकी ही ध्वनि से कमरा हिल रहा था.

उसकी माँ ईव की भी इस समय तीव्र और गहरी चुदाई हो रही थी और रिचर्ड अपने पूरे सामर्थ्य से उसे चोद रहा था. माँ बेटी की किलकारियां, सिसकारियां और चीखें जैसे लयबद्ध रूप में एक नए संगीत को जन्म दे रही थीं. मिशेल अनाव्यशक रूप से शांत थी और वो जैसन से अपनी गांड मरवाते हुए केवल अपनी कमर उछाल कर जैसन के लंड को जितना सम्भव हो उतना अपनी गांड में समाने का प्रयत्न कर रही थी. जैसन भी उसकी इस ताल में ताल मिलकर उसकी गांड की गहराइयों तक अपने लंड के हमले तेज कर रहा था. सबसे शांत और आनंद में इस समय शैली थी. मार्क और उसकी चुदाई उसी मंथर गति से चल रही थी. दोनों जैसे किसी जल्दी में नहीं थे और उनकी चुदाई प्रेमालाप अधिक लग रही थी.

मिशेल की संकरी तंग गांड का ही प्रभाव था कि जैसन से अब रुका नहीं जा रहा था. उसने मिशेल को बताया कि वो झड़ने के निकट है, और वो क्या चाहती है. मिशेल ने उसे गांड में ही पानी छोड़ने के लिए कहा. अब जैसन को और संयम की आवश्यकता नहीं थी. उसके शरीर ने अकड़कर अपना रस मिशेल की गांड में छोड़ दिया. मिशेल ने अपनी गांड सिकोड़ते हुए जैसन के लंड को जैसे चूस डाला और उसकी हर बून्द को अपने अंदर आत्मसात कर लिया. ऐलिस की चूत अब और झड़ने के लायक नहीं बची थी, और डेविड ने भी अपने लंड की तीव्र धक्कों में और बढ़ोत्तरी करते हुए उसकी चूत को अपने पानी से सींच डाला. उसने आगे झुककर ऐलिस के होंठों पर अपने होंठ रखे और दोनों एक दूसरे के साथ झड़ते हुए चूमने लगे.

ऐलिस: “देट वास ए गुड फक, ब्रो। आई लव्ड इट.”

डेविड ने उसे फिर चूमा,”इट वास रिअली ग्रेट, सिस.”

इसके बाद डेविड हटकर बैठ गया और अन्य जोड़ों को देखा. जैसन अपने लंड को उसकी माँ की गांड से बाहर निकाल रहा था. निकलते ही उसकी माँ की गांड में से सफेद तरल पदार्थ बहने लगा. डेविड का मन हुआ कि वो अपनी माँ की गांड में अपना लंड पेल दे. पर अपने लंड को देखा तो उसे आभास हुआ कि अभी सम्भव नहीं है. उसके पिता भी अब कुछ डगमगा रहे थे और मामी भी किंचित ठंडी पड़ रही थी. रिचर्ड ने कुछ ही पलों में एक चिंगाड के साथ अपने लंड को ईव की चूत में अंदर पेल कर उसे अपने पानी से भर दिया. डेविड को ये दृश्य भी बहुत मनोहर लगा और वो अपने कल मामी की चुदाई के क्षणों को याद करने लगा.

मार्क और शैली के प्रेम मिलन को देखकर उसे अपनी बहन के ऊपर स्वयं भी प्रेम आया. मार्क अब रुक गया था, उनकी गति और सहजता से ये पता भी नहीं चला था कि उसकी चुदाई समाप्त हो चुकी है. मार्क ने जब अपने लंड को बाहर निकाला तभी डेविड को पता लगा. उसे प्रसन्नता हुई कि मार्क ने शैली को इतने प्यार से संतुष्ट किया. पुरुष अब एक ओर बैठ चुके थे. महिलाएं लेटी थीं पर वे भी एक एक करके उठीं और दूसरी ओर जा बैठीं. बैठते ही मिशेल की गांड से एक श्वेत धक्का गिरा, पर उसने अपनी गांड पर हाथ फैलाकर शेष बचे रस को अंदर सोख लिया.

रिचर्ड: ‘ड्रिंक!”

ये सुनकर मार्क और डेविड उछले और सबके लिए ड्रिंक का प्रबंध करने चले गए.

ईव: “दिस वेकेशन इस गोइँग टू बी ग्रेट फन.”

रिचर्ड: “कुछ ठहरो, और कल मेरे क्रिसमस के प्रबंध को भी देख लो.”

सबने तालियां बजायीं और इतने में डेविड और मार्क ड्रिंक्स लेकर आ गए.

“ड्रिंक फॉर टुनाइट। रात अभी बाकी है.!”

सबने चियर्स किया और फिर चुदाई के अगले चरण के लिए विचारमंथन करने लगे.

*************************


.......क्रमशः
1175700
Bahut hi badhiya update diya hai prkin bhai....
Nice and beautiful update....
 

prkin

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Super bhai...just one request..jab yeh new chapters post karoge, to ek baar zaroor batana..ho sakta hain 2-3 baar padh loon..maza lene ke liye :)
prkin

Absolutely.

Uska bhi announcement hoga
 
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Yog320010

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Bhai kisi ko Ghar ik phelhi Jo xossip par story thi uske bare Pat's hai ki yeh story kaha milage ya koi link ho please Bhai koi to batana please
 

prkin

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Too good bhai...original mein pata nahi kitne changes hain (yaad nahi)...but this one is super sexy!!
prkin

Thanks.
Actually main story ko adhik disturb kiye bina hi kuch kaata hai kuch joda. Par bahut limited,
 
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prkin

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prkin

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Bhai kisi ko Ghar ik phelhi Jo xossip par story thi uske bare Pat's hai ki yeh story kaha milage ya koi link ho please Bhai koi to batana please
Iske baare me suna nahin kabhi.
 
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prkin

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One more update will come today.

Watch for it.
 
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