Ye story Maine pehle v padhi hai Kahn wo v bta skta hu
हर कहानी जिसमे बाप, बेटी, बहु, बेटा और माँ हो वो एक जैसी नहीं होती. हर कहानी जिसमे बहु अपने पति या ननद को उकसाती है वो एक जैसी नहीं होती.
मैंने बहुत सी कहानियां पढ़ी है और कुछ कहानियां मुझे बहुत ज्यादा पसंद भी आई है. हो सकता है की मेरी इस कहानी में उसके कुछ अंश भी हो पर अगर आप ये कहना चाहते हो की ये पूरी की पूरी कहानी मैंने कहीं और से छापी है तो मैं जरुर जानना चाहूंगी की वो लेखक कौन है जिससे मेरी कल्पना हुबहू मिलती है.
मैं आपको ये भी बता सकती हूँ की आपको क्यूँ लगा की ये कहानी आपने कहीं और देखि है. शायद इस कहानी की उस घटना से जहाँ शादी से घर लौटते वक़्त गाड़ी में पायल अपने पापा
के साथ मस्ती करती है. ये मैंने भी किसी कहानी में पढ़ी थी और मुझे ये घटना इतनी पसंद आई थी की मैं इसे अपनी कहानी का हिस्सा बनाने से नहीं रोक पाई.
इसके अलावा पूरी कहानी, उसका एक-एक अक्षर, मेरी कल्पना और मेरे द्वारा किये गए उन अनगिनत रोलप्ले पर आधारित है जो मैंने कई सालों तक किये है. उन सभी रोलप्ले की कहानियां
भी मेरी ही होती थी, मेरी खुद की कल्पना.
अगर आपको मेरी कहानी पसंद नहीं आती और आप उस बारें में कुछ कहते तो शायद मैं कोई जवाब भी नहीं देती क्यूंकि इस फोरम के कुछ वरिष्ठ सदस्यों ने मुझे बहुत अच्छी सलाह दी है.
लेकिन आपने मेरी कल्पना और मेरी मेहनत पर सवाल खड़े किये है तो मुझे मजबूरन जवाब देना पड़ रहा है.
मेरा आपसे निवेदन है आपने इस कहानी को जहाँ भी देखा है वहां से छाप कर इस कहानी को पूर्ण करें ताकि मैं भी रोज-रोज की मानसिक और शारीरिक त्रासदा से मुक्त हो सकूँ.
-मस्तरानी