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चोदू शायर के कुछ दोहे..
खाके गोली सेक्स की, चोदे माँ को बाप;
बेटा देखे छेद से, पकड़कर अपना सांप;
अंगड़ाई लेकर आह भरे, रहे माँ बेचैन;
बेटे से ही चुद गई, जब मिले नैन से नैन;
दुनिया का दस्तूर है, मानो मेरी बात;
बहन के साथ काट लो, सर्दीयों की रात;
नयी पीढ़ी से मिल रही, दर्द भरी सौगात;
बेटा कहता माँ से, तू चोदुँगी सारी रात;
पानी आँखों का मरा, मरी शर्म औ लाज;
कहे भाई अब बहन से, मुंह में लेले आज;
भाई भी करता नहीं, भाई पर विश्वास;
भाई से बात बंद है, भाभी खासमखास;
सुबह में पूजा करें, दिन में करें कलेश;
रात को बेटे से चुदके, माँ करती है ऐश;
बचे कहाँ अब शेष हैं, दया, धरम, ईमान;
बेटे लंड पर बैठाकर, अब माँ को देते ज्ञान;
घर में ही अब टूट रही, बहनो के छेद की सील;
माँ भी बेटे से चुद कर, इंस्टा पर बनती रील;
फैला है पाखंड का, अन्धकार सब ओर;
माँ को चोदो पटक पटके, मचा-मचा कर शोर;
पहन मुखौटा धरम का, करते दिन भर पाप;
भाई ही ले लेते है, बहनो की चुत का नाप
खाके गोली सेक्स की, चोदे माँ को बाप;
बेटा देखे छेद से, पकड़कर अपना सांप;
अंगड़ाई लेकर आह भरे, रहे माँ बेचैन;
बेटे से ही चुद गई, जब मिले नैन से नैन;
दुनिया का दस्तूर है, मानो मेरी बात;
बहन के साथ काट लो, सर्दीयों की रात;
नयी पीढ़ी से मिल रही, दर्द भरी सौगात;
बेटा कहता माँ से, तू चोदुँगी सारी रात;
पानी आँखों का मरा, मरी शर्म औ लाज;
कहे भाई अब बहन से, मुंह में लेले आज;
भाई भी करता नहीं, भाई पर विश्वास;
भाई से बात बंद है, भाभी खासमखास;
सुबह में पूजा करें, दिन में करें कलेश;
रात को बेटे से चुदके, माँ करती है ऐश;
बचे कहाँ अब शेष हैं, दया, धरम, ईमान;
बेटे लंड पर बैठाकर, अब माँ को देते ज्ञान;
घर में ही अब टूट रही, बहनो के छेद की सील;
माँ भी बेटे से चुद कर, इंस्टा पर बनती रील;
फैला है पाखंड का, अन्धकार सब ओर;
माँ को चोदो पटक पटके, मचा-मचा कर शोर;
पहन मुखौटा धरम का, करते दिन भर पाप;
भाई ही ले लेते है, बहनो की चुत का नाप