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Erotica चुदकड ब्यानजी

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ब्याहीजी का लावा मेरी जांघो से होके नीचे बह रहा था। ब्याहीजी ने तो मेरी जोरदार ठुकाई की थी। मेरी रसभरी में भी दर्द हो रहा था। ब्याहीजी उठे और वाशरूम चले गए मैंने अपनी ओढ़नी से अपनी रसभरी को पौछा कितना सारा वीर्य मेरी रसभरी में डाल दिया था ब्याहीजी ने।मैं करवट लेके लेट गयी थोड़ी देर में ही ब्याहीजी आये ओर आते ही पीछे से मुझे अपनी बाहों में जकड़ लिया। आह आउच ब्याहीजी।उनका लौड़ा मेरी गांड की दरार पे रगड़ खा रहा था और उनका एक हाथ मेरे बोबे को मसल रहा था। औऱ एक
हाथ मेरी गांड की फांको को सहला रहा था।वो बोले और ब्यान जी किसान को लाग्यो म्हारो प्यार। मैं बोली बढ़िया, और फिर मेरा हाथ उनके लौड़े पे रख के बोले और यो। मै शर्माते हुए बोली बहुत बढ़िया।ओर म्हारी लाडकडी ब्यान आज तो खूब लाड़ लड़ाऊँ।तभी ब्याही का फ़ोन बजा ब्याहीजी ने लाउडस्पीकर ऑन किया फ़ोन मेरी ब्यान का ही था ।वो बोल रही थी वा म्हारा राजा, ब्यानजी को बाजो बजा दियो और हँसने लगी फिर बोली अब थांका शेर ने ब्यानजी की पीछे वाली गुफा में प्रवेश कराओ और चीखा निकलवाओ म्हारी सौतन की। और फ़ोन काट दिया। मैं सहमी कहि ब्याहीजी पीछे से हमला तो नही कर देंगे, आगे के किले को ही बुरी तरह से ध्वस्त किया था उन्होने पीछे तो क्या होगा मेरा। ब्याहीजी उठे और तेल की शीशी ले आये और मेरी गांड के छेद के आसपास लगानें लगे ओर अपनी एक उँगली तेल में लथपथ करके मेरी गांड में करने लगे। ब्याही जी आह … उफ़ … हाय …… नईं..ईं … ईं …अटे मत करो।पर ब्याही ने तो पूरी उँगली पेल दी उनकी उँगली ही बड़ी मुश्किल से गयी उनका लौड़ा तो कहा जाता।अब वो उठे और मेरे मुंह के पास अपना लॉलीपॉप रख दिया मैं कुछ बोलती उंसके पहले ही उन्होंने मेरा सर पकड के मेरे मुंह मे अपना केला डाल दिया। अब मना करने का तो सवाल ही नही था। और मेरा भी मन ब्याही के बड़े से लॉलीपॉप को चूसने को कर रहा था। अब मैं ब्याहीजी के लॉलीपॉप को चूसने लगी। पहले उनका सुपाडा फिर आधे से ज्यादा लौड़े को अंदर बाहर कर के चूस रही थी। अब ब्याहीजी लेट गए और में नीचे जाके उनके लौड़े को चूसने लगी इतना बड़ा मोटा पूरा मेरे मुँह में ही नही समा रहा था ।आधा आधा करके मुँह के अंदर बाहर कर रही थी।अपने एक हाथ से उनके मोटे मोटे आन्डों को सहला रही थी।ब्याहीजी आहे भर रहे थे वाह म्हारी ब्यान।अब मैं अपनी जीभ ब्याहीजी के लौड़े के आस पास लगाने लगी फिर उनके आन्डों पर आह … ह … ह!! सी … ई … ई … ई मेरी जीभ अपना कमाल दिखा रही थी और मुझे भी ब्याहीजी की आंहे निकलवाने में मजे आ रहे थे।अब मैने उनके एक आंड को मुंह मे ले लिया।

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ब्याहीजी आहे भर रहे थे वाह म्हारी ब्यान।अब मैं अपनी जीभ ब्याहीजी के लौड़े के आस पास लगाने लगी फिर उनके आन्डों पर आह … ह … ह!! सी … ई … ई … ई मेरी जीभ अपना कमाल दिखा रही थी और मुझे भी ब्याहीजी की आंहे निकलवाने में मजे आ रहे थे।अब मैने उनके एक आंड को मुंह मे ले लिया।आह … ह … ह!!म्हारी ब्यान। मैं एक हाथ से उनके लौड़े को मुठिया रही थी और उनके आन्डों को चूस रही थी उनका लौड़ा एकदम कडक होकर तना जा रहा था। अब मैने ब्याहीजी का लौड़ा मुंह मे लिया और पूरा गले तक लील गयी मैं लाज शरम त्याग कर चुदासी होकर ब्याहीजी के लौड़े को चूस चूस कर बेहाल कर रही थी।ब्याहीजी भी जोश से बावले हो रहे थे लगातार वो मेरे सर को पकड़कर अपने लौड़े पे दे रहे थे।ब्याहीजी का शायद होने वाला था या अब उनको औऱ इंतज़ार नही हो रहा था। उन्होंने मुझे घोड़ी बनाया और पीछे आके मेरी गांड के छेद पे अपना लौड़ा डालने लगे। न...इईईईई माँ आह बचाओ … रेबा दो … ब्याहीजी नी जायेगो … यो म्हारी फाड़ देई … प्लीज़ … अटे मत करो.
ब्याही..!..! …!..जी!पर ब्याहीजी ने एक ही झटके में सुपाडे के साथ आधा लण्ड मेरी गांड में पेल दिया।आह…अरे...ब्रारे आई… ओह… मर गई… हा… उफ़… उम्म्ह… अहह… हय…नइईईईई माँ … याह... इसके बाद मेरा और कोई रिएक्शन आता उंसके पहले ही लगातार ब्याहीजी ने दो तीन झटके मार कर पूरा लौड़ा मेरी गांड में डाल दिया ...अरे ब्रारे फाड़ दी म्हारी अरे ब्याहीजी निकालो इने दर्द होरिये ओ म्हारी माँ कांई कर दिया ब्याहीजी ...मुझे तो दर्द के मारे ओर कुछ नही सूझ रहा था।अभी में रिलैक्स भी नही हुई और ब्याहीजी मेरी कमर पकड़ के मेरी गांड में अपना लौड़ा अंदर बाहर करने लग गए

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मेरे संकरे गांड के छेद में ब्याहीजी का लौड़ा पूरा रगड़ के अंदर बाहर हो रहा था।आआईईई म्हारी माँ आआह्ह ह्ह् बचा लो आआह्ह्ह आराम से… अह्ह्ह्ह्ह…! आःह्ह्ह आउच… म्हारा ब्याही आराम से… दर्द हो रिये है… आःह्ह्ह आअह्ह हह्हह उफ्फ ओह्ह ह्हह्ह… मार डाला रे ब्याहीजी!ब्याहीजी अब कमर को पकड़ कर जो र जोर से अपनी घोड़ी की गांड मार रहे थे।हाय… सी… ई…ई’आह … ह … ह!! सी … ई … ई … ई! … बस बस..उफ़..फ़..फ़!मेरी संकरी गांड में जैसे लोहे की गरमागरम रॉड डाल दी हो। ब्याहीजी बीच बीच मे गांड की फांको पे एक चपेट भी लगा देते और मेरी उतेजना दुगनी हो जाती। अब ब्याहीजी ने अपना एक हाथ मेरे रसभरी पर रख दिया और उसे कुरेदने लग गए।आह … ह … ह!! सी … ई … ई … ई! … बस बस..उफ़..फ़..फ़!ब्याहीजी ने दोहरा हमला कर दिया था। पीछे से जोर जोर से मेरी गांड मार रहे थे और आगे उनका हाथ मेरीरसभरी को रगड़ रहा था।आह ब्याहीजी मानो म्हारा ब्याहीजी।थोड़ी ही देर में उनके दोहरे हमले ने मेरीरसभरी से रस बहा दिया। मेरा कामरस उनके हाथों में होता हुआ नीचे बह रहा था।ब्याहीजी का लौड़ा अभी भी पिस्टन की तरह अंदर बाहर हो रहा था। आह ब्याहीजी बस करो।15 20 मीनट से मेरी गांड मारी जा रही थी। अब ब्याहीजी ने मेरी चोटी पकडी ओर जोर से लण्ड पेलने लगे बीच बीच मे गांड पे चपेट भी लग जाती। वाह म्हारी लाडकडी ब्यान मजा दे दी । आह मजो आ गियो आज तो। ब्याहीजी के धक्कों की स्पीड से लग रहा था की उनका होने वाला है।
आह … ह … ह!! सी … ई … ई … ई! … बस बस..उफ़..फ़..फ़! प्लीज़ … मर जाऊंगी..सी..सी..सी आह … ह … ह … ह!”गांड के दर्द के कारण कुछ बोला भी नही जा रहा था बस चीखे निकल रही थी।आह म्हारी माँ कांई कर दियो। फ़ाड़ डाली म्हारी ने । हाय रे फ़ट गी मैं तो मरी जा री हूँ। आह…आई… ओह… मर गई… हा…दो चार और तूफानी झटके देने के बाद उनके मूसल ने मेरी गांड में ही अपना सारा पानी छोड़ दिया।


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ब्याहीजी ने अपना मूसल निकाला और मैं जहाँ थी वही पड़ गयी मेरे से हिला डुला भी नही नही गया। गांड में दर्द ही दर्द था ऐसा लग रहा था कि उनका मूसल मेरी गांड में ही है।इतना झड़ने के कारण पता ही नही कब मुझे नींद आ गयी थी। रात में वापस मेरेबोबो पर ब्याहीजी के हाथ महसूस हुए ब्याहीजी मेरे निप्पलों को दबा रहे थे मेरे बदन में वापस सुरसुराहट होने लगी। अब उनकी जीभ मेरे निप्पलों पे थी। मैं आधी नींद में ही बोली। ब्याहीजी अब तो मानो सोने दो। म्हारी लाडकडी ब्यानजी सुहागरात ने कुण सोवे।ब्याहीजी इतनी तो मना ली सुहागरात अब काई बाकी रह गयो पुरो बदन तोड़ दिया म्हारो ।अबार भी दर्द हो रिये। पर उनकी हरकते मेरी चुदास बढ़ा रही थी।मन भी कर रहा था ब्याहीजी का एक बार और लेलु फिर पता नही कब मिले ना मिले।ब्याहीजी अब मेरे ऊपर आके प्यार से मेरे होंठो पर चुम रहे थे। मै भी उनका जवाब दे रही थी। इतनी चुदाई होने के बाद मैं भी खुल रही थी। ब्याहीजी मेरी चूत की फांको को फैला कर उसमें अपना लौड़ा घिस रहे थे।आह … उफ़ … हा … उई … ई … ई …ब्याहीजी ने मुझे पूरा गर्म कर दिया।आधी नींद में मेरी चुदास बढ़ने लगी। अब मुझसे रहा ही नही जा रहा। मैं धीरे से ब्याहीजी के कान ने बोली ब्याहीजी मत तड़फाओ करो नी।ब्याहीजी भी फुल मजे के मूँड थे सब जानकर भी अनजान बनके बोले कई करू ब्यानजी। ब्याहीजी मेरे मुंह से सब कुछ गंदा गंदा सुनना चाहते थे।सब ध्यान है ब्याहीजी थाने फिर भी। थे बोलकर बताओ ब्यानजी।अब ब्याहीजी ने अपनी दो उँगली मेंरी चुत में दाल दी फिर वापस निकाल कर मेरे मुंह मे डाल थी।मैं खुद का ही रस चूस के और चूदासी हो गयी। अब मैं ब्याहीजी के कान में लाज शरम त्याग कर चुदासी होकर बोली ब्याहीजी ....चो..चोद...चोदो... चोददो मने।।हाँ म्हारी लाडकडी ब्यान ने बढ़िया से चोदू और मेरी गीली चूत मेंअपना मूसल दो झटको में ही अंदर डाल दिया।आह … ह … ह!! सी … ई … ई … ई! … बस बस..उफ़..फ़..फ़! ब्यानजी बोलता रेवो तो कुछ करु नई तो रुक जाओ। मैं बोलि मत रुको म्हारा ब्याहीजी मत रुको। म्हारी ओखली में थांको मूसल डालकर खूब कुटाई करो। और अंदर बाहर अंदर बाहर मेरी चुदाई शुरू हो गयी।आह म्हारा ब्याहीजी इसान ही हाँ इसान ही करो और ब्याहीजी धीरे धीरे बड़े प्यार से पूरा लौड़ा अंदर करते फिर पूरा निकाल लेते ।आह … ह … ह …!!”आह … उफ़ … हा … उई … ई … ई … हक़्क़ … सी … इ … इ … ई … ई … आह … उफ़ … हाय … जोर से करो ब्याहीजी … हाँ… हाँ … अरे राम!।।मैं चुदास में क्या क्या बड़बड़ाने लगी मेरी नींद में आंखे भी नही खुल रही थी और मैं मस्त होके चुदवा रही थी।हाँ पेलो म्हारा ब्याही राजा हाँ और जोर से पेलो। आह ब्याहीजी आह … पूरो अन्दर तक जा रियो है … आह म्हारा प्यारा ब्याही पेलो … आह थांकी ब्यान की खुजली मिटा दो … आह थांको वालो बडो मजा दे रियो है …और वो जोर जोर से मुझे चोदने लगे.. ओर वो हर झटके में बोलने लगे ले म्हारी लाडकडी ब्यान ल और ले।क्या लण्ड की धकमपेल हो रही थी। उनकी स्पीड बढ़ने लगी मैं भी
अहाहा हहाहय ऊऊहयहा… ब्याहीजी… और ज़ोर से चोदो मने… और ज़ोर से… उम्म्ह… अहह… हय… आह…10 15 मिनट की जोरदार चुदाई ने मेरीरसभरी का पूरा रस निकाल दिया पर ब्याहीजी अभी झड़ने का नाम नही ले रहे थे। अब जोर से मेरी चुत की चटनी बना रहे थे वो। आह … ह … ह!! सी … ई … ई … ई! … बस बस..उफ़..फ़..फ़! प्लीज़ … मर जाऊंली..सी..सी..सी आह … ह … ह … ह!”मैंने ही उन्हें उकसाया था जो अब मुझपे ही भारी पड़ रहा था।अरे ब्रारे बहुत ही खराब ब्याही मिलियो ह मने।मने तो बहुत मालदार ब्यान मिली है।उनके लास्ट के 10 12 धक्के इतने जोर से थे कि मेरी जान जी निकल गयी।उन्होंने सारा गर्म गर्म कामरस मेरी चुत में उंडेल दिया।
आह … ह … ह!! सी … ई … ई … ई! …ब्याहीजी चोद दी मने तो।हम दोनों एक दूसरे की बाँहो में लिपट कर एक दूसरे को चूमते हुए सो गए।
रात की इतनी जोरदार कुश्ती के बाद पूरा बदन टूट रहा था सुबह उठा ही नही जा रहा था । कल पता नही कितनी बार मेरी रसभरी ने अपना रस टपकाया था। थकान से बुरा हाल था।मेरी नींद खुली तो मेरी गांड को पीछे से कोई सहला रहा था। मैंने सोचा ब्याहीजी है पर देखा तो ब्यानजी थी और दो तीन उनकी रिलेटिव थी।वो बोली कांई ब्यानजी किसान की री सुहागरात।दूसरी बोली खूब खायो होइ ब्यान तो। फिर एक मेरी रसभरी पे हाथ रख के बोली लागे पूरी फाड़ कर रख दी ब्यानजी की तो। फिर सब हँसने लगी।मैं बोली ब्यानजी बहुत खराब हो थे तो मैं तो थांके खीरा मोमबत्ती ही घुसेड़ी ओर थे थे तो।मैं बस इतना ही बोल कर रह गयी फिर ब्यानजी बोली औऱ मैं तो थांके पुरो लौड़ों घुसा दी। और फिर सब हँस रही थी।एक बोली कल रात तो जबरदस्त धकमपेल चल री ही। ऊपर का रूम में तो बेटी चुद री ही ओर नीचे वाला रूम में माँ।दोनूं माँ बेटी मजा से घुसवा री ही।फिर ब्यानजी बोली हाँ ब्यानजी सोनम को ध्यान राखजो(मेरी बिटिया का नाम सोनम है)सुहागरात के अगले दिन ही बीने बुखार आ गयो हालत खराब होगी बि की तो झेल नी पाई बा। इसलिए दो दिन दोन्या ने अलग अलग सुलाया काल ही वापस साथ मे सुलाया बेने।मैं मन मे ही सोच रही थी कि इस उम्र में भी बाप का हथियार ऐसा है तो उसके बेटे का कैसा होगा। बाप ने मेरी चुदी चुदाई चुत की जो चटनी बनाई थी।उससे तो लग रहा था कि बेटे ने पूरी फाड़ के रख दी होगी मेरी बिटिया की कुँवारी मुनिया को।वापस ब्यान बोली थाने तो एक रात में ही आछि तरह हू पतो लाग गयो होइ की ई घर का मर्द किसान का है।कल तो पूरी रात लाग्या रिया बे। ओर थांके पलँग की और थांकी चीखा बाहर तक आ री ही।आह म्हारी माँ कांई कर दियो। फ़ाड़ डाली म्हारी ने । किसान बोल री ही ब्यान रात का। औऱ सब जोर जोर से हँसने लगी। एक बोली हाँ ब्यान रात भर लेती री बढ़िया से खूब चुदवाई इसलियें ब्यानजी को आज से नाम चुदक्कद ब्यानजी ह। अब सब मुझे चुदक्कद ब्यानजी कहने लगी। मैंने तो ब्यानजी का नाम फाटया बोस्या की ब्यान रखा था। और मेरी ब्यान ने मेरा नया नाम चुदक्कद ब्यानजी रखा। मैं ऐसे ही नंगी थी और सब ऐसे ही काफी देर तक मस्ती मजाक करती रही ।मुझे कपड़े भी नही दिए मै ऐसे ही फ्रेश होके आयी। फिर नहाने के लिए कपड़े मांगे तो ब्यान बोली नहाने के लिए कोनसा कपड़ा चावे। फिर ब्यान और दो तीन उनकी रिलेटिव मुझे बाथरूम में ले गयी। और ।मुझे निलाने लगी। शॉवर ऑन कर दिया में तो बिल्कुल नंगी थी और वो ब्लाउज पेटीकोट में थी।सब मुझे नहलाने के बहाने कहा कहा रगड़ रही थी साबुन भी जगह जगह लगा रही थी। रसभरी पर, पीछे के के छेद पर, बोबो को जोर जोर से मसल रही थी खूब रगड़ाई करते हुए मुझे नहलाया। फिर पूरी तरह से भी उन्होंने ही सजाया मुझे,और कपड़े पहनाये फिर नाश्ता हुआ फिर ब्यान दूसरे रुम में ले गयी बोली कुछ फंक्शन है। दूसरे रूम में 10 12 ओरतें इक्कठी थी।फिर ब्यान मुझसे बोली ब्यानजी काल थे जीभरकर चुदवाया थांका ब्याहीजी से, खूब मलाई डलवाई थांके। अब थांके पेट मे म्हाके खानदान की निशानी है म्हाको अंश ह अब नोँ महीना बाद झटपट लालो दे दीजो थे। इसलिए अटे आज थांकी गोद भराई की रस्म करा। मैं बोली ब्यानजी नही इसान तो मति करो। ब्यान बोली ब्यानजी चुदबा में शर्म नी तो गोद भराई में किसान की शर्म। फिर मुझे बैठाया सब गीत गाने लगी फिर ब्यानजी ने मेरी झोली में मिठाई रखकर मेरी गोद भरी सबने अलग अलग आकर आशीष दी और मिठाई खिलाई सब बोल रही थी ब्यानजी लालो ही चावे म्हाने। मैं तो शर्म से पानी पानी हो गयी।सबने डांस किया मुझे भी नचाया। ओर फिर सब बोली ध्यान राखजो थांको ओर लाला को।फिर खाना हुआ और मेरी ओर बेटी की विदाई की तैयारी होने लगी वापस में उसी रूम में थी और 10 12 औरते, ब्यानजी बोली,ब्यान जाती टाइम आखिरी बार थांका यार हु तो मिल जाओ फिर मेरे पेट पर हाथ रख के बोली थांका लाला का पापा थांके ब्याही सु।फिर ब्याहीजी को भी अंदर बुला लिया और सब ब्याहिजी से बोली कांई जादू कर दिया थे एक ही रात में ब्यानजी याद कर रिये थाने बोल रिये इसान सुखा सूखा मत भेजो।एक बार तो गले मिलवा दो।फिर ब्याहीजी आये मुझे सब के सामने गले लगा लिया मैं घूँघट में थी।सबके सामने इतनी जोर से गले मिले मेरे बूब्स उनके सीने से दबने लगे।ब्याहीजी बोले इसान सुखी सुखी थोडी जावा देवा। फिर एक बोली ब्यान का होंठ तो गिला कर दो। फिर ब्याहीजी ने सर मेरे घूँघट में कर लिया फिर एक जोरदार चुम्मा दिया। किसी को कुछ दिख तो नही रहा था। क्योंकि सब घूँघट में हो रहा था।पर सब को पता चल रहा था घुँघट के अंदर क्या चल रहा है। सब हँस रही थी और मजे ले रही थी।थोड़ी देर किस करने के बाद ब्याहीजी हटे। किसी ने कहा ब्यानजी लॉलीपॉप मांग रिये हाल मन नी भरियो ब्यान को । ब्याहीजी बोले या इच्छा भी पूरी कर देवा ब्यानजी की। फिर उन्होंने मुझे घुटने के बल बिठाया औऱ मेरे घूँघट को ऐसे कर लिया जिसमे उनके पैंट का आगे का हिस्सा आ जाये। अब उन्होंने अपनी पैंट की चैन खोली और अपना लॉलीपॉप मेरे मुंह मे डाल दिया। ब्याहीजी तो पूरे पागल हो गए थे सब के सामने ही शुरू हो गए। हाँ वेसे तो घूँघट में कीसी को भी उनका लॉलीपॉप नही दिख रहा था पर सबको पता जरूर चल रहा था कि ब्याहीजी मुझे अपना लॉलीपॉप चूसा रहे थे।पहले ही ब्यानजी ने मुझे डरा दिया था कि ब्यानजी जो भी थांके साथ करा करवा लीजो नही तो अबार तो कपड़ा के साथ करा नी तो थांने पूरी नागी कर करा।अब मजबूरी में ही सही मैं ब्याहीजी का लॉलीपॉप चूस रही थी। सब हँस रही थी एक बोल रही थी कि ब्यानजी तो पूरी चुदक्कद ह देखो सब के सामने ही लॉलीपॉप चूस रिये फिर सब औऱ हँसने लगी।फिर एक बोली ब्यानजी को तो मन होग्यो लेबा को।अब ब्याहीजी ने अपना लौड़ा अंदर किया चैन बन्द करी। और मुझे उठाया और पलंग पर लेटा दिया और फिर एक कंबल लेके मेरे ऊपर आ गए मेरा घाघरा ऊपर किया अपनी पैंट के बटन खोला नीचे की ओर अपना लौड़ा एक ही झटके में आधे से ज्यादा मेरी चुत में पेल दिया में सिसकी आह … ह … ह!! ब्याहीजी।। सब हँस रही थी एक बोली घुस गियो दिके ब्यान के । फिर ब्यानजी बोली आपणी चुदक्कद ब्यान ने चुदबा दो, डिस्टर्ब मत करो फिर ब्यान ब्याहीजी के कान में कुछ बोली फिर सब हंसती हुई बाहर चली गयी। सब के जाते ही ब्याहीजी तो फुल स्पीड में चालू हो गए।और धनाधन धनाधन उनका लौड़ा मेरीरसभरी में अंदर बाहर अंदर बाहर होने लगा।
इईईईई माँ आह बचाओ … रेबा दो … ब्याहीजी मानो … प्लीज़ … मत करो.आह … ह … ह!! सी … ई … ई … ई! … बस बस..उफ़..फ़..फ़!ब्याहीजी मानो काल रात भर कर लिया फिर भी थांको मन नई भरियो आ … ह …! आ … आ … आ … ह … आह …!!!ब्याहीजी को पता था सब बाहर इंतज़ार कर रही है। इसलिए जल्दी फ्री होने के चक्कर मे मेरी चुत की रेल बना दी।ब्याहीजी का हर झटका मेरी बच्चेदानी को चोट कर रहा था। आह…आई… ओह… मर गई… हा… उफ़… उम्म्ह… अहह… हय… याह… हाय… सी… ई…अरे ब्रारे ब्याहीजी आराम से तो करो आह … ह … ह … ह! धीरे करो।पर ब्याहीजी तो t20 खेल रहे थे हर बॉल पर सिक्सर। थोड़ी देर में ही मेरी रसभरी की हालत खराब हो गयी 10 मिनट की चुदाई में मैं तो झड़ गयी। पर ब्याहीजी का तूफान अभी भी चल रहा था। 5 10 मीनट की और चुदाई से अब ब्याहीजी का निकलने वाला था ।पर वो मेरीरसभरी में नही झड़ने वाले थे मुझे पता तो था कहा पर । ब्याहीजी ने अपना लौड़ा मेरी चूत से निकाला और मेरे मुँह के पास आगये मेरे मुँह के पास उनका लंबा मोटा लौड़ा जिसके पहली बार दर्शन हुए थे। मेरीरसभरी के रस से भीगकर ओर भी चमक रहा था।ब्याहीजी मेरे मुंह मे झड़ने वाले थे। ब्यानजी नें पहले ही मुझे धमकी दे दी थी कि ब्यानजी थांकी यादगिरी के लिए थांकी एक फेसिअल वाली फोटो लेवा मना करिया तो बाकी सब मर्दा को भी घी उंडेल कर फिर फ़ोटो लेवा।अब ब्याहीजी मेरे मुंह के पास अपने लौड़े को मुठिया रहे थे ।उन्होंने मेरा हाथ उनके आंडो पर रख दिया। मैं भी उनके बड़े बड़े आन्डो को सहला रही थी और बीच बीच मे उनके लौड़े को चूम भी लेती। अब ब्याहीजी के हाथ की स्पीड और बढ़ रही थी उन्होंने थोड़ा सुपाड़ा मेरे मुँह में डाल दिया और फिर उनका ज्वालामुखी फुटा एक दो धार मुँह में फिर बाहर निकाल कर पूरे चेहरे की पुताई कर दी पूरे चेहरे को गरमागरम वीर्य से भर दिया फिर अपना फ़ोन निकाला और मेरी एक दो फ़ोटो लेली । फिर कपड़े पहन के ब्याहीजी जाने लगे और बोले ब्यानजी सेवा को मौको देता रिजो।मेरे मुंह की मलाई तो मैं निगल गयी और अपना चेहरा पूछने लगी तभी सब आ गयी सब हँस रही थी मुझको चुदवाकर ।ब्यानजी बोली के क्यू म्हारी चुदक्कड़ ब्यानजी चुदाई का सबूत मिटा रिया हो और मोबाइल में मेरी फ़ोटो दिखायी जो ब्याहीजी लेके गए थे।

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मेरा पूरा मुँह सना हुआ था वीर्य में।मै बोली ब्यानजी मानो डिलीट कर दो इन्हें वो बोली ब्यानजी फिक्र मत करो म्हारेकन सेफ रेई ओर फिर थांकी यादगिरी भी तो चावे।अब मुझे विदाई देनी थी रँग लगाकर।सब ने मुझे घेर रखा था और बीच मे मैं अकेली थीएक बोली ब्यान ने नागी तो करो फिर ही रंग डालबा को मजो ह।फिर एक बार वापस सब मुझे नंगी करने लगी थोड़ी देर में ही मैं पूरी नँगी हो गयी ।अब मेरी रगड़ाई चालू हो गयी गीले रंग से कोई मेरी गांड रगड़ रहा था तो कोई बोबे और अब ब्यानजी रसभरी को रगड़ रही मुझे अब दो तीन रंग की बाल्टी मेरे ऊपर उंडेल दी फिर वापस रगड़ाई एक ने तो पूरी दो उंगलिया में गांड में उतार दी ब्यानजी ने भी 2 3 उंगलिया मेरी रसभरी में । अब मेरे को जमीन पर लेटा कर बढ़िया से रगड़ाई करने लगी।मुझे पूरी तरह से रगड़ कर रख दी। अब मुझे कपड़े पहनाये। और इतनी रगड़ाई के बाद ब्यानजी ने मुझे ओर मेरी बिटिया को विदाई दी।
 

Rajizexy

Punjabi Doc, Rajiii
Supreme
46,366
48,127
304
Good start
 

Mass

Well-Known Member
9,032
18,695
189
Wow Shenil...super and sexy update...pls dont think that people are not reading your story and not commenting..:):)
Hope you'll continue the story and update the next sexy part soon. Looking forward to it. Thanks.
 

Mass

Well-Known Member
9,032
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189
Brother, looking forward to the next part. Hope you'll post soon. Thanks.
 
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