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Incest चुदक्कड परिवार की चोदो यात्रा | Chudakkad Parivar Ki Chodo Yatra

Mr.007

Black dick
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Ek dum super duper fentastic update bhai keep going well waiting for next update
 

Ek number

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मैं बाथरूम जाने लगा तो दीदी ने मेरा हाथ पकड़ा और बोली चलो एक साथ नहाते है।

मम्मी- नही राज को भेज दे पहले, तू मुन्ने को नहला कर नहाना।

दीदी- ठीक है, पर राज के कपड़े तो मैं यही उतार कर भेजूंगी।

ये कहकर दीदी ने मेरी टी शर्ट उतार दी। फिर मेरी निक्कर उतार दी, जिसमे से मेरा 10 इंच का पूरा सीधा खड़ा दिखने लगा।
दीदी नीचे झुकी और मेरा लन्ड हाथ मे पकड़ कर देखने लगी। दीदी- वाह, मेरे भाई क्या मस्त लन्ड है तेरा, ये तो मेरी चुत फाड़ कर रख देगा। जब से तेरा भांजा हुआ है, तेरे जीजाजी ने मेरी चुत ने मारी, बस गाँड़ ही मारते है। अब से मैं तेरी पत्नी, तेरी रखैल, तेरी रण्डी हुँ, तू मेरी चुत भी मारना ओर गाँड़ भी। तेरी जीजाजी के सामने भी मैं तुझसे अपनी चुत गाँड़ मरवाऊंगी।

फिर दीदी ने देखा मम्मी भी मेरे लन्ड को घूर घूर कर देख रही है।

दीदी - मम्मी देख क्या रही हो? आप भी ले लेना ये लन्ड बहुत मज़ा आएगा।

मम्मी(मुस्कुराते हुए)- पागल, कुछ भी बोलती है।

फिर दीदी ने मेरे लन्ड पर किस किया और मुझे नहाने जाने को बोला। जब मैं जाने लगा तो बाथरूम के गेट के पास ही मम्मी अभी तक नंगी ही खड़ी थी, जिससे बाथरूम में घुसते टाइम मेरा लन्ड मम्मी की गाँड़ पर लगा, तो दीदी ने मुझे और मम्मी को स्टेच्यू कर दिया, मैं और मम्मी वैसे ही वहीं खड़े रहे। दीदी मेरे पास आई और मुझे पीछे से धक्का दे दिया जिस से मेरा लन्ड मम्मी की गाँड़ मे पूरा दब गया फिर दीदी ने मेरे हाथ पकड़ कर मम्मी को मोटी मोटी चूचियों पर रख दिया और खुद मेरे पीछे से चिपक कर मेरे हाथों से मम्मी की चुचियाँ दबाने लगी। क्या मस्त मोटी मोटी और इस उम्र में भी इतनी टाइट चुचियाँ है मम्मी की। मम्मी आँखे बन्द कर मजा लेने लगी, फिर दीदी ने मम्मी के निप्पल दबा दिए। मम्मी के मुह से आ आ आ आ ह ह ह ह निकल गयी, फिर दीदी ने अपना एक हाथ मम्मी की चुत पर रखा और एक उंगली मम्मी की चुत में डाल दी, और मैं पीछे से मम्मी के बूब्स दबाता हुआ मम्मी की गर्दन पर किस करने लगा। इतने में मम्मी के फ़ोन पर पापा का फ़ोन आया, तो मम्मी हमसे दूर हो गई, ओर पापा को फ़ोन पर बोली की 10 मिनट में तैयार हो कर आती हुँ।

मम्मी अपने कपड़े पहनने लगी, और मुझे भी जल्दी से नहाने का बोला, तो मैं बाथरूम में नहाने चला गया। 10 मिनट में मैं नहा कर नंगा ही बाहर आया तो मम्मी ने कपड़े पहन लिए थे। मम्मी ने एक टाइट सूट पहन हुआ था, जिसमे वो पटाखा लग रही थी, मम्मी के सूट का गला बहुत बड़ा था, जिसमे से मम्मी के बूब्स की लाइन पूरी दिख रही थी, जिसे देखते ही मेरे लन्ड रॉड की तरह हो गया। मेरा लन्ड देख कर दीदी बोली मम्मी देख लो आपकी चुचियाँ देख राज का हाल। मम्मी मेरा लन्ड देख मुस्कुराने लगी। फिर मैं भी पाने कपड़े पहनने लगा, कपड़े पहन कर मैं भी तैयार हो गया। मैं और मम्मी तैयार हो कर रूम से निकल गए लता मौसी के रूम की तरफ। मम्मी ने दीदी को भी जल्दी नहाने को बोला।
Zaberjast update
 

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5 मिनट में हम मामा के घर पहुंच गए, तो अभी कोई तैयार नही हुआ था, सब चाय पी रहे थे। मेरी मम्मी, छोटी मौसी ओर दोनो मामीयां किचन में सबके लिए रास्ते के लिए खाना बना रही थी, देव और मैं किचन में गए तो मेरी मम्मी पुरिया तल रही थी, छोटी मामी पैक कर रही थी, मेरी छोटी मौसी और बड़ी मामी दोनो नीचे बैठ कर पुरिया बेल रही थी, जिस से उनके बड़े बड़े मुम्मे हिल रहे थे, बड़ी मामी ने नाइटी पहनी थी, जिसमे मुम्मे बहुत ज्यादा हिल रहे थे, मैंने इस बात पर ध्यान नही दिया पर देव ने मुझे इशारा कर के वहां देखने को कहा, तो मामी को देखते हुए मेरा ध्यान मौसी पर भी गया, तो उसके मुम्मे सबसे बड़े थे, वो भी हिल रहे थे, पर मामी से कम, फिर मैंने देखा कि देव मेरी मम्मी के मुम्मे घूर रहा है, ये देख कर मुझे गुस्सा आया। फिर मैंने देखा कि मम्मी के मुम्मे भी बड़े है।

फिर हम वहां से बाहर आये तो

देव- कैसे लगे मामी के मुम्मे,

राज- मस्त है, पर वो अपनी मामी है

देव- सब रिश्ते चुदाई के होते है, चुदाई कभी रिश्ता नही देखती, मैं भी तो तेरा भाई हु, फिर भी तेरा लन्ड चूसा।

राज- पर भाई ये सब गलत है, हमे ये सब नही सोचना चाहिए।

देव- ऐसे कुछ नही होता, मैंने तो मेरी मम्मी मौसी के मुम्मे भी देखे, मम्मी के मुम्मे कैसे हिल रहे थे, और मौसी का पसीना उनके गले से होता हुआ उनके मुममों में जा रहा था।

राज- ये क्या बकवास कर रहा है तू, अपनी माँ और मौसी के बारे में।

देव- चुप कर, तू भी तो मेरी माँ के हिलते मुम्मे देख रहा था।

राज- सॉरी देव, पर ये गलत है

इतने में मौसी की आवाज आई कि राज जरा इधर आना बेटा, तो मैं किचन में गया और देव भी मेरे साथ था। किचन मे ऊपर से एक डिब्बा उतारना था। उसके लिए मुझे बुलाया था, क्योकि घर मे सबसे ज्यादा हाइट मेरी है, 6 फ़ीट ओर देव 5.5 । वो डिब्बा काफी ऊंचा था इसलिए मुझे भी स्टूल पर चढ़ना पड़ा उसे उतारने के लिए, जब मैं स्टूल पर चढ़ा तो छोटी मामी मेरे पास खड़ी थी डिब्बा लेने के लिए क्योकि उनको डिब्बा चाहिए था, जब मैं डिब्बा उतारने के लिए ऊपर चढ़ने लगा तो मेरी नज़र बड़ी मामी और मौसी के हिलते मुममों पर गयी, जिस से मेरा लन्ड पाजामे में टाइट हो गया और थोड़ा उभार दिखने लगा। जब मैं डिब्बा उतार रहा था मुझे लगा कि मेरे लन्ड पर कुछ लगा है, नीचे देख की मेरा लन्ड छोटी मामी के मुह पर लग रहा है और सभी औरते ये देख कर स्माइल कर रही है।

देव भी किचन के बाहर से सब देख रहा था, फिर मैंने डिब्बा उतार कर मामी को दिया और जाने लगा तो मौसी पुरिया बेल चुकी थी और मुझसे बोली कि आज मेरे बेटे ने मुझे गले तो लगाया ही नही और मुझे गले लगा लिया, जिस से मेरा खड़ा लन्ड उनके पेट पर लगने लगा, तो उन्होंने मुझे ओर जोर से गले लगाया, और होठों के बिल्कुल पास किस कर दिया। फिर मैं किचन से बाहर आ गया।
Mast update👍👍👍.
 
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बाहर देव खड़ा था।

देव- तेरा लन्ड कैसे खड़ा है, मेरी माँ को देख कर।

राज- नही भाई, वो तो वैसे ही खड़ा हो गया।

देव- झूठ मत बोल, मैं बाहर से सब देख रहा था, की छोटी मामी ने अपना मुंह तेरे लन्ड पर लगाया, सब हंस रही थी, मेरी माँ भी तेरा खड़ा लन्ड महसूस करने के लिए तुझे गले लगाया।

राज- ऐसा कुछ नही है, मौसी तो वैसे भी मुझे गले लगती है

देव- पर आज की तरह कस कर तो नही।

इतने में हमारे और भी कजिन तैयार हो गए थे, तो हम चुप हो गए।

अब लेट हो रहे थे, सब सामान भी बस में रख दिया। अभी टाइम था तो मैं और देव छत पर चले गए और सिगरेट पीने लगे।
अब बस मेरी मम्मी, मौसी और मामियों का नहाना बाकी था,
एक ही बाथरूम की वजह से लेट हो रहे थे तो उन्होंने सबको बाहर जाने को कहा और चारो नंगी होकर आँगन में ही नहाने लगी। उन्हें नही पता था कि देव और मैं छत पर है और ना ही हमे पता था कि वो नीचे नंगी नहा रही है। जब हमने सिगरेट पी ली तो हम नीचे आने लगे। हमने सीढ़ियों मेआँगन से आती हुई आवाज़े सुनी।

मेरी मीनाक्षी मामी, सुमित्रा मामी को कह रही थी कि तूने आज राजवीर के लन्ड को छुआ, तो कैसा लगा। फिर सभी हँसने लगी। मैं और देव सीढ़ियों से सब सुन ने लगे।

सुमित्रा- भाभी राजवीर का लन्ड तो बहुत बड़ा लग रहा था, मैं तो हरिद्वार में मौका देख कर चुदवा लूंगा उस से।

मीनाक्षी- अरे! मैं तो बस में ही राज को पटा कर उसका लन्ड चुसुंगी।

तभी हेमा मौसी बोली- जब मैंने राज को किचन में गले लगाया था तो उसका लन्ड मेरी नाभि में चुभ रहा था, मेरा तो मन कर रहा था कि अभी चुदवा लू उस से, बहुत बड़ा लन्ड है उसका, जब वो मेरे साथ सोता है तो मैंने कई बार छुआ है उसका लन्ड।
माँ बोली- हाँ मेरे बेटे का लन्ड बहुत बड़ा है, मैंने भी कई बार उसको उसके कमरे में मुठ मारते देखा है, मेरा तो बहुत मन करता है कि जाके उसको कहु की बेटा मुठ मत मार, आजा मुझे चोद ले। पर वो मेरे बेटा है, इसलिए मैं कुछ नही कर सकती, पर तुम तीनो तो मज़ा लो उसके लम्बे मोटे लन्ड का।

हेमा- कोई बात नही, जब मैं राज से चुदवाऊंगी तब तू देख कर मजे लेना।

मीनाक्षी मामी- अरे मधु, क्यो फिक्र करती है, तू देव को पटा ले, वो भी तो जवान है।

माँ- हाँ ये ठीक है, तुम तीनो राज का लन्ड लो और मैं देव का लन्ड लुंगी।

तभी मौसी बोली- देव को पटाने के कोई फायदा नही, उसका लन्ड भी उसके बाप की तरह लूली ही है, मैंने देखा है, पूरे खानदान में राजवीर का लन्ड ही सबसे बड़ा है।

मम्मी- कोई बात नही, में देव का लन्ड मालिश कर के बड़ा कर दूंगी।

मीनाक्षी मामी - हे भगवान, हेमा तूने क्या पूरे खानदान के लन्ड देखे है क्या?

मौसी- हाँ, देखे क्या, मैंने तो लिए भी है सबके, तुम तीनो के पतियों का भी लिया है पर आज तक घर और बाहर जितने भी लन्ड लिए है, राज का सबसे बड़ा है, अब उसका लुंगी।

ये सब बाते सुन कर मैं और देव एक दूसरे की तरफ देखते रह गए कि हमारे खानदान की औरतें कितनी बड़ी रंडियां है। और हमारे लन्ड खड़े हो गए, तो देव ने जब मेरे पाजामे में उभार देखा तो वो मेरा लन्ड पकड़ कर हिलाने लगा।

माँ- क्या तूने दोनो भाइयो और अपने जीजा को भी नही छोड़ा। कितनी बड़ी रांड है तू।

मौसी- (इतराते हुए) हाँ सबका लिया है, पर साला किसी मे दम नही की मुझे शांत कर दे और तू कौनसी कम है, तूने भी तो मेरे पति का लिया है।

उधर मीनाक्षी मामी बोली - हेमा तेरी चुचियाँ इतनी बड़ी है तेरे भाई यानी मेरे पति ने की है क्या इतनी बड़ी चुचियाँ जैसे उसने चूस चूस कर मेरी कर दी।

मौसी - हाँ भाभी, भईया ने ही मेरी चुचियाँ चूस चूस कर बड़ी की थी।

सुमित्रा मामी- मेरा पति भी बहुत बड़ा चुसक्कड़ है, चुत भी बहुत चाटता है और चोदता भी मस्त है

मम्मी- मेरा पति तो मुझे रोज चोदता है, अपने बड़े लन्ड से उनका भी 9 इंच का है।

सुमित्रा ममी- हाँ मैंने लिया है, जीजा का लन्ड मस्त है।

मम्मी- भाभी तुमने भी मेरे पति का लिया है।

मीनाक्षी मामी - मैंने भी लिया है।

मम्मी- तुम सब रंडियां हो।

हेमा- रंडी क्या, मुझे तो जहां मौका मिलता है मैं तो लन्ड ले लेती हूं, पर साला आज तक कोई मुझे संतुष्ट नही कर पाया।

माँ- कितनी बड़ी रांड है तू। कहते हुए माँ ने मौसी की चूची दबा दी, तो बड़ी मामि ने भी मौसी की चुचियाँ दबाना शुरू कर दिया।
इतने में मौसा की आवाज़ आयी बाहर से की गेट खोलो, कोई सामान रह गया अंदर।

तो मौसी ने गेट खोला।

फिर पापा और मौसा अंदर आये तो उन्होंने देखा की चारो रंडियां नंगी होकर नहा रही है।

फिर वो सामान उठा कर बस में रखकर सबसे नज़र छुपाकर वापिस अंदर आ गए और गेट बंद कर दिया।
Yha toh Ganga sanan ho raha hai toh Haridwar jane ki kya jaroorat hai?
 
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पापा और मौसा अंदर आ कर उन रंडियों की हरकते देखने लगे। मम्मी और मीनाक्षी मामी मौसी की चुचिया चूसने लगी, और सुमित्रा मामी मौसी की चूत चाटने लगी। मौसी कि बस आआआआ हहहहह की आवाजें आ रही थी,

ये देख मेरा लन्ड बहुत टाइट हो गया, यू लगने लगा कि अभी फट जाएगा, तभी देव नीचे बैठ कर मेरा लन्ड चूसने लगा।

तभी मौसी की नज़र पापा और मौसा पर पड़ी, तो मौसी डरी नही, बल्कि उन्हें चुप रहने का इशारा कर उनके सामने ही मज़े लेने लगी।

मौसी- चुसो रंडियों मुझे अच्छी तरह से, आआहा हहहहह।

फिर मौसी ने अपने हाथ नीचे ले जाकर एक हाथ की उंगली मम्मी की चूत में और दूसरे हाथ की उंगली मामी की चूत में डाल कर हिलाने लगी। उधर पापा और मौसा को इशारा किया कि लन्ड बाहर निकालो, मौसी मौसा और पापा के इशारों से लग रहा था जैसे तीनो ग्रुप सेक्स कर चुके है कई बार, बाद में पता चला कि बहुत बार आपनी बीवियां बदल कर भी कि चोद चुके है।

पापा और मौसा ने अपने लन्ड बाहर निकाल लिए। पापा का लन्ड भी 9 इंच का था, और मौसा का लन्ड 7 इंच का।

तभी मौसी बोलने लगी कि काश मुझे अभी कोई लन्ड मिल जाये तो कहा जाऊ उसको

मीनाक्षी मामी- हेमा मन तो मेरा भी बहुत कर रहा है।

सुमित्रा- लन्ड चूसने को ही मिल जाये मुझे तो लन्ड का पानी पीना है।

मम्मी- चलो जल्दी करो, लेट हो रहे है।

मौसी- चुप साली रंडी, जब देखो जल्दी में रहती है, किसी दिन तुझे 10 लन्ड से एक साथ चुदवाऊंगी तो सारी जल्दी निकल जायेगी तेरी।

उधर पापा और मौसा मौसी को इशारा कर रहे थे, चोदने के लिए। मौसी उन्हें आंखों से रुकने का इशारा कर रही थी।

मौसी- चलो रंडियों बहुत चूस लिया तुम तीनो ने मुझे, अब मैं एक साथ तुम त्तीनो को चूस कर दिखती हूँ।

ये सुन कर त्तीनो एक साथ बोली कैसे?

मौसी- वो तुम मुझ पर छोड़ दो, बस तुम त्तीनो आंखें बंद कर के लेट जाओ, फिर देखना मेरा कमाल।

फिर वो तीनो आंखें बंद कर के लेट गयी, तो मौसी ने पापा ओर मौसाको इशारा किया आने का, तो वो दोनोआ गए पास, और मौसी ने धीरे से उनको कहा कि तीनो एक साथ चुत चाटना शुरू करेंगे।

तो पापा सुमित्रा मामी की चूत के पास, मौसा मीनाक्षी मामी की चूत के पास और मौसी मम्मी की चूत के पास अपना मुह ले गयी, फिर तीनो ने एक साथ चुतों पर अपनी जीभ लगाई और तीनो रंडियों के मुह से aaaaaahhhhhhhhh निकलने लगी। फिर पापा ने मामी की चूत में अपनी जीभ घुमा घुमा कर चाटने लगे, जिस से मामी तड़पने लगी और बोलने लगी, आआहा और जोर से रंडी पूरी जीभ घुसा दे मेरी चुत में, ओर डाल रंडी।

मामी की आवाज़ें सुन कर मम्मी और मीनाक्षी मामी ने आंखें खोल कर देखा तो वो हैरान रह गयी देख कर की पापा और मौसा भी वहीं चुत चाट रहे है। मेरी मम्मी खड़ी होती हुई कहने लगी कि आप लोग यहां क्या कर रहे है, आप लोगो को शर्म नही आती।

पापा - चुप रंडी, तू शर्म की बात करती है, ये तीनो मुझसे ना जाने कितनी बार चुद चुकी है।

मम्मी- पर ये गलत है।

मौसा- साली जी, गलत क्या है, जब हम सेक्स कर सकते है, मीनाक्षी तो मुझसे भी चूदी है, अब सुमित्रा को भी आज छोड़ दूंगा मैं।

मौसी- जैसे मैं और मधु तुम दोनों की रंडियां बन कर रहती है, बदल बदल कर चुदती है, वैसे ही अब से दोनों भाभियाँ भी हमारे साथ शामिल हो जायेंगी अब से।

पापा(लन्ड हिलाते हुए)- वाह! अब से चार रंडियां एक साथ।

मौसा- मजा आएगा।

मम्मी - नही ये गलत है आप ऐसा नही कर सकते।

मीनाक्षी मामी- जीजाजी मैं तो तैयार हूँ आप दोनों की रंडी बन ने के लिए। और फिर मामी ने पापा की लिप किस किया और मौसा मामी की बड़ी सांवली चुचियाँ दबाने लगे।

इतने में सुमित्रा मामी बोली

सुमित्रा - मैं भी तैयार हूँ।

ये सुनते ही सुमित्रा मामी मौसा की तरफ आकर उन्हें किस करने लगी।

मम्मी- ये क्या कर रहे हो, शर्म करो।

पापा- चुप साली रण्डी।

मम्मी धीरे धीरे रोने लगी और मौसी नीचे झुक कर पापा का लन्ड चूसने लगी।

इधर मेरा लन्ड भी देव के मुह में था, वो धीरे धीरे चूस रहा था।

इतने में बाहर से मामा की आवाज आई कि कितना टाइम लगेगा नहाने में, तो मौसी बोली बस 10 मिनट और।

फिर पापा ने अब मीनाक्षी को झुका दिया और उसकी चुत में झटके से लन्ड डाला, उसकी तो चीख निकलने वाली थी कि मौसी ने उसके मुह में अपना मम्मा डाल दिया।

मौसा ने भी सुमित्रा को कोडी कर दिया और लन्ड डाल कर चोदने लगे। 10 मिनट की चुदाई के बाद मौसा और मामी एक साथ चूत में ही झड़ गए। इतने में मीनाक्षी मामी भी आआआआ हहहहहहहह करटी हुई झड़ गयी, फिर भी पापा मामी की चूत पेलते रहे, फिर 2 मिनट बाद पापा का भी पानी निकलने वाला था, तो पापा ने लन्ड बाहर निकाला तो मौसी लन्ड के पास बैठ गयी, पापा उनके मुह पर झड़ने लगे। मम्मी ये सब देख रही थी, और धीरे धीरे रो रही रही थी।

मौसी फिर पापा का लन्ड चूसने लगी।

ये सब देख कर अब मेरा भी पानी निकालने को हुआ तो मैं देव का सर पकड़ कर उसका मुह चोदने लगा, और जैसे ही मेरा पानी निकला, तो मेरे मुँह से आआआआआआ हहहहहहह की आवाज़ आयी जो मेरी मम्मी ने सुन ली, ओर उसको पता चल गया कि मैं वहां हूँ।

फिर मम्मी ने सबको कहा कि जल्दी करो लेट रहा है। मौसी बोली नही रुक अभी, पर मम्मी नही मानी और कपड़े पहन कर गेट खोलने जाने लगी, तो मौसी मानी ऒर पापा का लन्ड छोड़ा। फिर पापा और मौसा कपड़े पहन कर दूसरे गेट से बाहर निकल गए।

अब सभी लेडीज कपड़े पहन चुकी थी, ओर फिर गेट खोल कर तैयार होने लगी।

मैं और देव भी मौका देख कर चुपके से निकल कर बाहर आ गए। किसी को पता नही चला की हम अंदर थे।
Bhot hi garmagarm update diya bhai. 🔥🔥.
 
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हम पटियाला के पास पहुंच हए थे, दोपहर 1 बज गए थे। इतने में मामाजी ने बस एक ढाबे पर रोकने को कहा, की सभी थोड़ा फ्रेश हो लो। और ड्राइवर ने भी चाय के लिए कहा था। तो पटियाला से थोड़ा आगे राजपुरा रोड पर ड्राइवर ने एक ढाबे पर बस रोक दी। फिर सभी नीचे उतर गए। पर सोना दीदी और अनिल भैया नही उतरे।

सभी लेडीज, लेडीज वाशरूम की साइड चली गयी। ढाबे पर कई ट्रक ड्राइवर बैठे थे। वो तो लेडीज को देखते ही रह गए, दीपिका दीदी की गाँड़ जीन्स में से क्या कयामत ढा रही थी। ई

दीदी की गाँड़ देख कर तो वहां पर सभी मर्द अपना लन्ड मसलने लगे। मामाजी ने ढाबे वाले को सभी के लिए चाय बोल दी। देव और मैं थोड़ा साइड में चले गए, चुप कर सिगरेट पीने के लिए।

जब हम सिगरेट पीकर आये तो वाशरूम गए। इतने में सबके लिए चाय बन गयी, और सबने चाय ले ली। और सभी वहीं बैठ कर चाय पीने लगे, तभी मैंने देखा कि एक ट्रक ड्राइवर हेमा मौसी की तरफ कुछ इशारा कर रहा है। हेमा मौसी भी उसे इशारा कर रही थी। फिर वो ड्राइवर उठ कर कर एक ट्रक की तरफ चला गया और हेमा मौसी भी 2 मिनट बाद चाय पी कर, टहलते हुए उस तरफ चली गयी।

तभी लता मौसी बोली कि सोना और अनिल नही आये चाय पीने। उन्हें बस में दे आयो। तो मुझे और देव को बोला कि उन्हें चाय दे आयो। मैं और देव उनकी चाय लेकर जैसे ही बस में घुसे तो हमे बस में कोई नही दिखा, हम वापिस मुड़े ही थे कि इतने में लास्ट से सीट से कुछ हिलने की आवाज आई। हम दोनों चुप चाप उधर देखने गए, तो देखा कि अनिल भैया नीचे बैठे है और सोना दीदी उनका लन्ड चूस रही है। ये देख कर हम दोनों स्तब्ध रह गए। सोना दीदी लन्ड ऐसे चूस रही थी जैसे आइस क्रीम हो, भैया खुद तो पतले थे पर भैया का लन्ड बहुत मोटा था, जिसे दीदी पूरा मुह खोल कर चूस रही थी। तभी अनिल भैया की नज़र हम पर पड़ी, तो वो हड़बड़ा गए, हम वहाँ चाय रखकर जल्दी से बाहर आ गए।

हेमा मौसी जिस ट्रक की तरफ गयी थी हम भी उसी ट्रक की तरफ चले गए और अपनी चाय पीने लगे और चुपके से ट्रक में देखने लगे तो देखा ट्रक वाले ने हेमा मौसी को घोड़ी बना रखा है और पीछे से मौसी की चूत पेल रहा है। मौसी भी मज़े से चुदवा रही है, इतने में ट्रक वाले का पानी निकल गया और वो शांत हो गया और सीट पर बैठ गया।

यह देख मौसी को गुस्सा आया और उसे गालियाँ देने लगी- साले मादरचोद जब लन्ड में दम नही था तो क्यो इशारे कर रहा था रण्डी की औलाद, तेरी बीवी किसी और से ही चुदती होगी भड़वे, तू तो 10 धक्कों में ही गया, तेरे पीछे से तेरी बीवी अपने यारों से चुदती हागी बहन चोद। फिर गालिया देती हुई मौसी ट्रक से उतर गयी। हम भी बस की और आ गए।
Sara parivaar hi chidakar hai bhai. Raj akela kese sambhale ga sab ghoriyo ko?
 
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फिर हम वाटर पार्क के लिए निकल गए। वहां पर हमने टिकट ली और अंदर गए। हम कॉस्ट्यूम रूम में गये और सभी ने अपने कॉस्ट्यूम ले लिए और चेंज करने चले गए। सभी जेंट्स जेंट्स चेंजिंग रूम में और लेडीज लेडीज चेंजिंग रूम मे चली गयी। हम सभी जेंट्स अपने कॉस्ट्यूम पहन कर बाहर आ गए और लेडीज रूम के बाहर सबका इंतेजार करने लगे। तभी सबसे पहले टीना दीदी और नाविक भाभी बाहर आई, वाओ क्या कयामत लग रही थी वो कॉस्ट्यूम में, उनकी गौरी गौरी जाँघे, मोटी गाँड़ मुम्मे, उनके मुम्मे कॉस्ट्यूम से बाहर आ रहे थे।

फिर मामाजी की बेटी प्राची बाहर आई, वो भी बम्ब लग रही थी। फिर ग़ज़ल बाहर आई तो उसके मुम्मे भी कॉस्ट्यूम से बाहर आ रहे थे।

इतने में मेरी जान मेरी सगी दीदी दीपिका बाहर आई, दीदी की मोटी गौरी गाँड़ कॉस्ट्यूम से बाहर दिख रही थी, दीदी की गाँड़ बहुत बड़ी थी, जिसे देख कर मेरा मन किया कि अभी चोद दूँ। पापा, मौसा, मामा और मेरे सभी भाई, जीजा दीदी की गाँड़ देख रहे थे, दीदी की गाँड़ देख सभी के लन्ड खड़े हो गए। दीदी की गाँड़ देख वहाँ और भी जो लड़के वाटर पार्क आये हुए थे, वो भी देखने के लिए वही रुक गए।

फिर सोना दीदी, मोना दीदी और हिमांशी भाभी बाहर आई, तीनो के बूब्स कॉस्ट्यूम से बाहर आ रहे थे। सपना भाभी और उमा भाभी के बिल्कुल फिट थे कॉस्ट्यूम, अनमोल दीदी के बूब्स और गाँड़ भी कॉस्ट्यूम से बाहर दिख रहे थे।

सब की सब पटाखा लग रही थी, वाटर पार्क में वहां आते जाते सब मेरी बहनो भाभियो को ही घूर रहे थे, कोई गाँड़ देख रहा था तो कोई मुम्मे।

तभी सबसे बड़ी रण्डी हेमा मौसी बाहर आई उसके बूब्स तो कॉस्ट्यूम से बाहर ही आ रहे थे

लेकिन अब तक मम्मी दोनो मौसिया, दोनो मामीयां कॉस्ट्यूम पहन कर बाहर नही आई तो दीदी बुलाने गयी, जब दीदी उन्हें बुलाने के लिए चेंजिंग रूम में जा रही थी, तो पीछे से उनकी गाँड़ देखते ही मैं पागल हो गया, उनकी कॉस्ट्यूम से सिर्फ उनकी गाँड़ की मोरी ढकी हुई थी, बाकी उनकी मोटी गाँड़ पूरी बाहर दिख रही थी। क्या गाँड़ है दीदी की, मेरा तो दिल कर रहा था कहा जाऊं दीदी की गाँड़। फिर दीदी अंदर पहुंच गई, अंदर से सब दीदी के साथ बाहर आई तो उन्होंने कॉस्ट्यूम नही पहने थे। उन्होंने अपने अपने पतियों को बोला की कॉस्ट्यूम्स बहुत छोटे है, उनकी मुम्मे और गाँड़ नही छुप रहे इसमे, वो ऐसे जो सूट पहन है उसी सूट में ही नहा लेंगी। फिर वो ऐसे ही नहाने लगी, तो वाटर पार्क वालो ने उन्हें रोक दिया, और कॉस्ट्यूम पहन ने को कहा। पहले तो वो नही मानी, फिर उनके पतियों ने और रण्डी मौसी हेमा ने उनको समझाया, फिर जब उन्होंने देखा कि वहां पर सभी मोटी पतली बूढ़ी जवान कॉस्ट्यूम में है, और सबकी गाँड़ ओर मुम्मे ऐसे ही दिख रहे है तो तैयार हो गयी पहनने को। फिर वो कॉस्ट्यूम पहन ने चली गयी और हम बाहर खड़े उनका इंतज़ार करने लगे।

मैं दीपिका दीदी के पीछे खड़ा था और उनकी गाँड़ को ही घूर रहा था। मेरा खड़ा लन्ड कॉस्ट्यूम में साफ दिख रहा था। जिस पर मेरे सगे जीजाजी विकास की नज़र पड़ी, जो मेरे साथ ही खड़े थे। जीजाजी ने देखा कि मैं दीदी की गाँड़ देख रहा हूँ, तो वो समझ गए कि मेरा लन्ड क्यों खड़ा है।

तभी मेरा ध्यान जीजाजी की तरफ गया, की वो मुझे, मेरे खड़े लन्ड को और दीदी की गाँड़ को देख रहे है। तभी जीजाजी से मेरी आँखें मिली, तो मेरी फट गई, पर जीजाजी हल्के से मुस्कुरा दिए और मुझे आँख मार दी। मैं दूसरी तरफ देखने लगा, तभी दीदी एक दम से थोड़ा पीछे हुई तो मेरा खड़ा लन्ड उनकी नंगी गाँड़ पर लगा और मेरे हाथ भी उनकी गाँड़ पर लगा। मैं हड़बड़ा गया और पीछे होने लगा तो टीना दीदी मेरे पीछे थी, तो मैं पीछे नही हो पाया ओर वैसे ही खड़ा रहा। मेरे हाथ दीदी की नंगी गाँड़ पर लग रहे थे, पर दीदी इस बात से बेखबर थी। मुझे बहुत अच्छा महसूस हो रहा था।

तभी मीनाक्षी मामी कॉस्ट्यूम पहन कर बाहर आई तो सब देखते ही रह गये, उनके साँवले जिस्म पर सफेद कॉस्ट्यूम, जिसमे से उनकी चुचिया और गाँड़ उसे फाड़ कर बाहर आने को आतुर थे। बिल्कुल रांड लग रही थी वो। फिर दीदी भी थोड़ा आगे हो गयी। अब मुझसे टच नही हो रहे थी दीदी।

फिर बड़ी मौसी जया बाहर आई, जिसके कॉस्ट्यूम बिल्कुल फिट था, नार्मल फिगर है उस मौसी का।

फिर सुमित्रा मामी बाहर आई, उसके भी सही फिट था कॉस्ट्यूम।

फिर सबसे बड़ी मौसी लता लाल कॉस्ट्यूम में बाहर आई तो उसको तो देखते ही रह गए सभी, वहां के गार्ड भी उसके घूर रहे थे, कॉस्ट्यूम से उसकी चुचियाँ की सिर्फ निप्पल तक ही ढक रहे थे, बाकी चुचियाँ बाहर ही थी, और गाँड़ भी सारी बाहर थी मौसी की, बस आगे से चुत ढकी हुई थी

उसके बाद जब मम्मी बाहर आई तो उसको भी सब देखते रह गए, मम्मी के कॉस्टूयम में से उसकी गाँड़ और चुत पूरी ढकी हुई थी, पर मम्मी के मुम्मे यहां तक कि मम्मी की निप्पल्स भी ढंग से नही ढकी थी। मम्मी पापा को धीरे से बोली आज मैं हेमा से भी बड़ी रण्डी बनूँगी, पापा हँस दिए। हम सब अभी वहीं खड़े थे, और वाटर पार्क में सब लोगों की नज़र हमारे परिवार की औरतों पर थी, सब एक से बढ़कर एक पटाखा लग रही थी।

तभी एक आदमी से कंट्रोल नही हुआ और वो वहीं सबके सामने अपना लन्ड निकाल कर हिलाने लगा, तो सिक्योरिटी वालों ने उसे बाहर निकाला।
Mast update aur parivaar hai bhai, sath mast kahani. Lage raho Joy bhai👍👍👍.
 
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