इतना कहते हुए शिल्पा एक जोरदार रस की पिचकारी विमला के मुह के उपर छोड़ने लगती है..
विमला का पूरा चेहरा शिल्पा की चूत से निकले हुए चूत रस से डूब जाता है!
लेकिन विमला बिना किस रुकावट के अपने होटो को गांड के छेद से हटाकर चूत पर झड़ने के साथ ही लगा चुकी होती है और अभी भी लगतार चुसे जा रही है! झड़ने के कुछ देर बाद शिल्पा अपने गांड को हिला कर विमला के होटो पर से हटा कर सीढियों से बाहर आकर आंगन में चादर पर नंघी ही लेट जाती है!
कहानी अब आगे...
विमला की चूत का रस
शिल्पा अपने गांड को हिला कर सीढियों से बाहर आकर आंगन में चादर पर नंघी ही लेट जाती है! शिल्पा की चूत का पानी गटागट पी जाने के बाद विमला तालाब से निकलकर शिल्पा के पास आकर बैठ जाती है और कहती है -
विमला- मालकिन लाइए मै आपकी गांड में तेल लगा कर मालिश किये देती हूँ!
शिल्पा- विमला मालिश से पहले मुझे अपना रस चखा बड़ी प्यास लगी है!
विमला-जी जरूर अभी लीजिये!
विमला अपनी चूत को शिल्पा के सामने परोस देती है जिस में से अभी तक रस की एक धार बह रही थी और रस पूरी चूत को भिगो चूका है जिस पर धुप पड़ने की वजह से रस की धार चमक रही है!
शिल्पा- विमला लगता है तू भी बहुत गरम हो गई है मेंरी चूत का रस पीकर!
विमला- हां मालकिन आखिर आपके जैसी चूत तो पूरे गाँव में किसी लड़की की भी नहीं होगी!
शिल्पा इतना कहकर विमला को कुतिया की तरह खड़ी होने का इशारा करती है और उसकी गांड के पीछे बैठ जाती है जिससे के उसकी चूत और गांड उसके होठो तक आ जाए!
विमला के चूत किसी आग की भट्टे की तरह गरम गरम आँच छोड़ रही थी और उसमे से गरम गरम चूत का रस रिस रहा था उसे देखते ही शिल्पा अपने होठो पर जीभ फेरते हुए विमला की चौड़ी गांड पर अपने हाथो से जोरदार थपकी मारी और उसके गांड की फंको को अपने दोनों हाथो से धिरते धीरे चीरते हुए फैलाया इससे विमला की गोरी गांड के बीच में भूरे रंग का छेद निकल कर बहार की तरफ झाँकने लगा जिसे देखकर एक बार तो शिल्पा की आंखे मोहित सी हो गई उसके बाद शिल्पा ने अपने होठो को खोलकर अपनी जीभ को लहराते हुए विमला की गांड के छेद को हलके से छुते हुए उसे धीरे धीरे चाटने लगी ! शिल्पा के ऐसा करते ही विमला के मुह से जोर की आह निकल पड़ी.
विमला- आह हह .. मालकिन न् नन् ..न .. मेरी गांड के छेद को जीभ से छुकर तो आपने मुझे जन्नत में पंहुचा दिया इ ईईई मै मर गई ई ... ईइ मेरा छेद और चाटो मालकिन जोर से चाटो फाड़ डालो मेरा छेद! मै आपकी ज़िन्दगी भर पालतू कुतिया बनकर रहूंगी मालकिन मेरी रर ..री मेरी गांड की मालकिन!
इधर शिल्पा अपनी जीभ को नीचे की तरफ बढ़ाते हुए जीभ को चूत के छेद के पास ले जाती है, विमला अपनी गांड का पिछवाडा और ऊँचा उठती है और मुह से जोर जोर से सी सी की आवाजे निकलते हुए मस्त हो जाती है!
शिल्पा जोश में आकर अपनी जीब को तेजी से चूत के ऊपर तेजी से फेरना शुरू कर देती है और अपने हाथो से चूत के होठो को फैलाकर जोर से अपने मुह को पूरी तरह से उसकी लम्बी चिकनी चूत को रसमलाई की तरह चूसने और चाटने में लग जाती है!
शिल्पा- हरामजादी तेरी चूत तो बहुत मजेदार है बहुत रस छोड़ रही है! इसी तरह रस छोड़ेगी तो ये सारा तलाब भी भर जायेगा घंटे भर में!
विमला- मालकिन चोद डालो अपनी इस गड्लगी नौकरानी को मेरा रस चाट चाट कर सुजा दो मेरी गोरी मूतनी को!
लगभग 25 मिनट तक चाटने के बाद विमला की चूत में हलचल तेज हो गई और गांड को हिलाने लगी उसकी चूत में उबाल आने लगा और एकदम से एक गरम मोटी रस की धार फौवारे की तरह निकल कर शिल्पा के मुह को भिगोते होए निकला! जिसकी अधिकतर धार शिल्पा के मुह में और चेहरे के ऊपर पड़ रही थी, शिल्पा जोर जोर से विमला की गांड को चाटने और थपथपाने लगी! 5 मिनट तक झड़ने के बाद कुतिया बनी हुई विमला सीधे लेटकर जोर जोर से सांसे लेते हुए अपनी मालकिन संग हसने लगी!
शिल्पा- विमला आज बहूत मजा आया तूने मेरी चूत को खुस कर दिया!
विमला- मालकिन मुझे भी बहूत मजा आया!
शिल्पा- देख चुदाई के वक़्त मुझे अपनी मालकिन नहीं सहेली समझा कर और जो मन चाहे गालिया दिया कर जितनी गन्दी गली दे सकती है दिया कर! तभी मुझे मजा आयेगा और तुझे भी समझी! किसी भी तरह का शर्म मत कर मुझसे एकदम खुल कर सब कर चुदन चुदाई के आगे सब बेकार है समझी मेरी चुदक्कड सहेली!
विमला- जी मालकिन आगे से मै ऐसा ही करुँगी!
शिल्पा- अच्छा सुन, अब घर जाने से पहले सब काम खत्म कर लेना और कल सुबह जल्दी आ जाना। कल मेरा छोटा भाई आ रहा है कुछ दिन रहेगा, इसलिए उसके लिए एक कमरा साफ कर देना और कुछ अच्छा बना लेना खाने में।
उसेे किसी चीज की कमी नही होने पाए। और सुन जब तक वो यहां है किसी भी तरह की चोदा चोदी या कोई भी ऐसा काम नही करना जिससे कि उसे कोई शक हो, समझी।
विमला जी ठीक है मालकिन आप सब कुछ मुझ पर छोड़ दे। उन्हें कुछ पता नही चलेगा, कल से हम दोनों अच्छी और नेक शरीफ औरते हैं। बस चूत को काबू में रखना बहूत मुश्किल है मालकिन।
इतना कहकर विमला हसने लगती है। और उसके चूत पे थपकी देते हुए शिल्पा भी आंख दिखाते हुए हस्ती है।
शिल्प: तू ठीक कह रही है लेकिन इसे काबु में रखना ही पड़ेगा समझी।
इसके बाद विमला जल्दी जल्दी अपना काम खत्म करके अपने घर जाने के लिए तैयार होने लगती है तो इतने में शिल्पा उसे रोकते हुए कहती है। सुन तू आज यहीं रुक जा दोनों खाना खाने के बाद मस्ती करेंगे, उसके बाद न जाने फिर कब मौका मिलेगा।
मेरा भी बहूत मन कर रहा है।
इतना सुनते ही विमला खुश हो जाती है और कहती है।
विमला सच मालकिन, मैं भी यही सोच रही थी। आपकी चूत का पानी पीने का मेरा भीऔर मन कर रहा था, मैं घर पर फोन करके बता देती हूं कि मालकिन के भैया राकेश आ रहे है काम ज्यादा है, इसलिए आज मालकिन के पास ही रुकूँगी, नही तो कोई न कोई आ जायेगा घरसे पता करने।
शिल्पा ठीक है 9 बजे तक खाना खाएंगे इसलिये तू तब तक सब तैयार कर लेना।
इसके बाद दोनों नग्न अवस्था मे ही अपने अपने काम मे लग जाते है। शिल्पा फ्रेश होने के लिए बाथरूम में जाति है और फिर पानी पोछकर अपने कमरे की अलमारी से कोई डायरी निकाल कर बालकनी में रखी कुर्सी पर बैठती है पढ़ने के लिये।
दोस्तो में यहां बता दु की शिल्पा की शादी 2 साल पहले ही हो गई थी और उससे उसे एक लड़का भी हुआ जिसका नाम रोहन है। जिसकी देखभाल की पूरी जिम्मेदारी शिल्पा ने विमला को दे रखी है। और अभी विमला अपने लड़के को बहूत प्यार करती है और विमला भी लगभग शुरू से ही उसे संभाल रही है इसलिए उसे भी उससे बहूत प्यार है। वो उसे एक मौसी की तरह अपने बच्चे के जैसा ही समझती है। रोहन अभी बहूत छोटा है इसलिए। उसके बारे में अभी ज्यादा कुछ नही है बताने के लिए। अभी उसे और बड़ा होने देते है।
विमला का पति शहर में मजदूरी करता है। और 6 महीने में या साल भर में कुछ दिन के लिए आता है। और हर महीने खर्चे के लिए पैसे भेज देता है। विमला के एक लड़की है जो 8वी कक्षा में पढ़ती है। और एक लड़का है जो 18 वर्ष का है और वो भी अभी पढ़ाई कर रहा है। विमला के घर उसकी सास भी साथ मे रहती है और घर पे ही रहकर सबका ध्यान रखती है।
शेष कहानी अगले भाग में ...