छिनाल बहुरिया-17
मै ससुर के पास बैठ गई सुबह से गर्मयी बुर ने इतना जानदार लंड देख पर पानी चुआना शुरू कर दिया था मैंने लंड पर चपत लगाते बोली
मै क्यो रे शैतान मेरे प्यारे ससुर को परेशान कर रखा है उनकी बहु की गांड बुर पर नजर रख रहा है तुझे कुछ शर्म हया है या बेच खायी,
ससुरे इस बेचारे का क्या दोष जब इतनी मदमस्त बहु नंगी चुतड़ मटकाते ऑगन मे घुमेगी तो बेचारा आँसू तो बहायेगा कि मस्त माल इतना दूर
मैंने उनके मुॅह पर तुंरत उंगली रख दी
मै ही बाबूजी मै जानबूझकर थोडे घूम रही थी आपके बेटे ने घुमाया
ससुर काहे मेरा प्यारे बेटा ऐसा क्यो करेगा भला
मै हाये दईया अपका भोला बेटा रात भर खुद तो कुटाई कराई देवर को भी चखाया
ससुर क्या चखाया बहु
मै हाये बाबुजी आप अच्छी तरह जानते है
ससुर तु अपने फूल जैसे होठो से बोल दे
इधर यह सुनने को उनसे जादा उनका लंड बेताब था जो ठुमके लगा रहा था
मै हाये बाबूजी मुझे शर्म आती है
ससुर अच्छा रात भर चिल्ला चिल्ला कर इस बेचारे अपना लंड मुठयायते हुये परेशान कर डाला तैरी सिसकिया पड़ोसी तक सुन रहे होगे और रांड को शर्म आ रही है
ससुर बहु से सीधे रांड पर आ चुके थे
मै हाये बाबूजी इस घर की रांड को इस घर के मर्द किसी कुतिया की तरह चोद भी रहे थे, पहली बार चुद रही थी यह कुत्तिया तो दर्द से चिल्लायेगी ही
ससुर तो बताती क्यो नही क्या चोद रहे थे इस घर के मर्द
मै हाये बाबूजी इस कुत्तिया की बुर को भोसड़ा बनाने पर तुले थे देवर और वो
ससुर बहु की बुर का तो भोसड़ा बनता ही है वरना दुनिया कैसे चले, मगर मुझे तो तेरे मदमस्त चुतड़ गजब ढा गये
मै हाये बाबूजी छोड़ीये ना वो तो बस धोखे से हो गया
ससुर कुछ भी हो बहु तेरी मेहदी जबरदस्त थी क्या मुझे नही दिखेयेगी अपनी मेहदी
मै अपने घघरे को उठा नंगे पैर पर लगी मेहदी दिखाते हुये
हाये बाबूजी महेदी तो आप देख सकते है देखे बाबूजी
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ससुर मेरी नर्म कोमल टाँगो को सहलाते हुये हाये बहु क्या मस्त मुलायम डिजाइन है
मै बड़ी मेहनत से बनाई है मेरे प्यारे भाई ने
ससुरे बड़ी मेहनत की होगी बेचारे पर क्या गुजरी होगी यह एक मर्द ही बता सकता है कि परी जैसे औरत के जिस्म पर मेहदी उकेराना कितना कठिन काम है
मैने देखा ससुर के लंड के मुंह पर बूंदो की चमक बता रही थी उनका क्या हाल है
ससुर बेटा लगता है छाति पर भी मेहदी लगाई है
मै हाँ बाबूजी
ससुर बहु हमे ना दिखाओगी
मै हाये बाबूजी आपको कैसे हम अपनी छाती दिखा थे
ससुर बेरी तुम मुझ पर शक कर रही हो क्या मै इतना गिरा हूँ कि अपनी प्यारी बहु की महेंदी डिजाइन नही निहार सकता
मै नही बाबूजी ऐसा नही है मगर मै
ससुर हाय घर की बहु यह सोचती है तो बाहर के लोग क्या सोचेगे हाय किस कर्म की सजा दे रहा है ऊपर बाले मेरी बहु मेरी नियत पर शक करती है
मै हाये बाबूजी गलत ना समझे ऐसा बिलकुल नही, इस घर की बहु हूँ आप घर के मालिक मै कैसे आप पर शक कर सकती हूँ लिजिए देख लिजिए अपनी बहु की डिजाइन और यह कहते मैंने चोली उतार दी
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हाये क्या मस्त चुची है मतलब चुची पर डिजाइन है
मै शर्म से सर झुका ली तो देखा लंड महराज झटके मार रहे थे इस समय उनके लंड का विकराल 10 इंची लंड और गजब का मोटा लंड किसी सांप की भाँति फुककार मार रहा था जिसे मै डर से सिहर गई तो मुई बुर ने ढेर सारा पानी छोड दिया, यह मुई बुर लगाता है इससे फट कर ही मानेगी, यहाँ डर के मारे माथे से पसीना छुट रहा है और यह बुरीया चुटने के लिए पानी छोड रही है
तभी ससुर ने दोनो हाथो से चुची पकड मसलने लगे
मै हाय बाबूजी यह आप क्या कर रहे है
ससुरे अरे बहु तेरे भाई ने क्या मस्त डिजाइन बनाई है उसे हाथ से महसूस कर रहा हूँ हाये क्या मस्त मुलायम डिजाइन बनाई है तेर भाई ने
उनके हाथो की रगड़ मुझे सिसकी लैने को मजबूर कर रहे थे
ससुर मगर बहु रात वाली डिजाइन और इसकी डिजाइन तो एक दम एक जैसी है
मै नही बाबूजी उसे दूसरी डिजाइन दी है
ससुर नही बेटा वो तैरे पीछे चुतडो पर है तभी ध्यान नही दिया होगा बिलकुल इसी जैसी है मैने साफ देखी थी चुची को और कस के मसलते हुये
हाँ हाँ बिलकुल वैसी ही है
मै नही बाबूजी आपने अंधेरे मै ध्यान नही दिया होगा वो एकदम अलग है
ससुर नही बेता मेरी बूढी ऑखे धोखा नही खा सकती वो बिलकुल इसी डिजाइन जैसी ही है
तभी मैंने तैश मे घंघरा उठा चुतड उनकी तरफ कर कहा देखीये बाबूजी यह डिजाइन एकदम अलग बनाई है उसने
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ससुर तुरंत मेरे दोनो चुतड़ो को सहलाते हुये हाये बहु तु सच कहती है यह डिजाइन तो एकदम अलग है क्या मस्त गांड मतलब गांड पर डिजाइन है
मै शर्म से सर झुका ली और अपनी गलती का एहसास भी हो गया
तभी ससुर दोनो चुतड़ो को फैलाकर गांड चाटने लगे
मै हाये बाबूजी हाये हाये ये हाये क्या हाये हाये कर रहे हाये हाये मरगई हाये कर रहे है
ससुर बहु मै तेरी डिजाइन की खुशबु ले रहा हूँ क्या खूशबू है मेहदी की बहू
मै मगर आप तो चाट रहे है
ससुर क्या चाट रहे है बहू
मै हाये बाबूजी आप हाये हमारी गांड चाट रहे है
ससुर वो वो बेटा वो तेरी महेदी यहाँ तक गई है जैसे मेहदी यही से निकली हो तो मै चाट कर आंनद ले रहा हूँ तेरी मेहदी की डिजाइन
मै हाये बाबूजी आप बड़ा मस्त चाटते है चाटिये आपनी बहू की महेदी की डिजाइन
ससुर हाये बेटी यह डिजाइन तो आगे जाती दिख रही है थोड़ा पलट में भी देखू आगे की डिजाइन
मै हाये बाबूजी ऐसे तो आप मेरी बुर देख लोगे फिर लोग क्या कहेगे बहु अपने ससुर को बुर दिखा रही है
ससुर बहु कौन है जो कहेगा फिर मै तो डिजाइन देख रहा हूँ
मै इस तरह मेरी बुर देखे लेगे
ससुर तो ठीक है अपनी बुर ढक कर बस डिजाइन दिखा दो बेता
मै पूरी तरह गर्मा चुकी थी रही सही कसर गांड की चटाई ने कर दी थी
मैंने ढकते हुये पलटी
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इस प्रकार का दृश्य देखते ही ससुर का लंड तीव्र ऐठन के साथ पानी छोड दिया जा सीधे मेरी बुर पर पड़ रहा था गर्म गर्म वीर्य के छीटे बुर को भीगा रहे थे, रुक रुक कर लगभग पन्द्रहा मिनट तक उनके लंड ने वीर्य की बरसात की जिसमे मेरी बुर पूरी भीग चुकी थी