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Thanks for Pictures but i was expecting a few words about the story, understanding reactions from pictorial comments leave me baffled. Thanks
Thanks for Pictures but i was expecting a few words about the story, understanding reactions from pictorial comments leave me baffled. Thanks
aap bhi na, aap khud itti badi writer hain main aap ki fan hun, aap ki naration ki ability jo pics aap post karti hain itte charcters aur ye aapki namtrata hai aapka kuhc bhi likh dena mere liye abhar vyakat karne ka mauka haiLe khud apne kano se sun geetva. Ye komaliya ke nahi teri mosi ke sabad he.
ये होता है छोटी साली होने का फायदा, एक साथ तीन तीन मूसल हर छेद की एक साथ सेवा,...
Ri jeete ji swarg dilaya he teri mosiyo ne teri maa ko.
Pati ki sewa karna to dharam he. Or unki sewa me apni kachi kali chhoti bahena ka chadhava to banta hi hena
Komalji aap to apne charno ki pics upload kar hi do. Mere jesi chhoti moti writers ka bhi bhala ho jaega.
Thanks so much aap ke comments regulaar aate hain aur bahut hausala dete hain abharAwesome update
Didi lagta hai tum ne to Holi ke tyohar par Phd kar rakhi hai.माँ के मायके की होली का मज़ा,
एक एक पर तीन तीन
,... लेकिन उन्हें पता नहीं था तीनों बहनों की असली साजिश क्या है,... और क्यों उन्हें आंगन में छोटे जीजा के बांस के ऊपर चढ़ाया गया है,
रीनू ने ही अपने मर्द को इशारा किया, बाकी दोनों जीजा लोग भी आंगन में खड़े मुठिया रहे थे, ललचा रहे थे, रीनू दी खुद बड़े वाले जीजा का कभी चूस के कभी मुठिया के ,...
छोटे जीजा ने उन्हें खींच के एकदम अपनी देह पर चिपका लिया , इंच भर भी जगह नहीं बची थी , उन्हें भी बहुत अच्छा लग रहा था, और जीजू ने अपने दोनों हाथों से उनकी पीठ को और पैरों से चूतड़ को जकड़ लिया बाकी दोनों बहनें भी दबोचे थीं,... बांस अलग पूरा अंदर तक घुस गया था,
पर तब तक उन्हें कुछ भी नहीं अंदाज लगा ,
पता तब चला जब रीनू स्साली चूत मरानों ने उनकी गांड अपने अंगूठों से कस के फैलाई और बड़े जीजू को उकसाया,
" अरे जीजू देख क्या रहें हैं, मार लीजिये स्साली की गाँड़,... बहुत लौंडे लौंडियो की आप ने गाँड़ मारी है लेकिन मेरी छुटकी बहना ऐसी मस्त कसी गाँड़ नहीं मिली होगी, होली का मौका है पेलिए नहीं फाड़ दीजिये,
जब तक वो समझे उचके, छुड़ाने की कोशिस करें बड़े जीजू ने उनकी गाँड़ में सुपाड़ा पूरा पेल दिया, ... दोनों चूतड़ कस के दबोच के,....
वो जोर से चिल्लाईं
उउउउउउ उईईई
पर ज्यादा चिल्ला भी नहीं , मंझले जीजू तैयार बैठे थे , खुले मुंह में उन्होंने लंड डाल दिया,... और दोनों हाथ से कस के सर को दबोच लिया
बस बेचारी चिल्ला भी नहीं पा रही थीं , कुछ देर में उन्होंने लंड चूसना भी शुरू कर दिया, स्वाद तो मस्त था ही,... गाँड़ भी मारी जा रही थी,... बुर भी चोदी जा रही थी.
जब छोटे जीजू जिनके लंड पे मैं चढ़ी थी मुझे ऊपर पुश कर के अपना लंड थोड़ा सा बाहर निकालते तो उसी के साथ हचक के जड़ तक पीछे से मेरी गाँड़ में बड़े जीजू अपना मोटा लंड ठूंस देते ,
था भी उनका खूब मोटा और कोहबर में सबसे ज्यादा रगड़ाई भी मैंने की थी हालांकि ८- ९ में पढ़ती रही होउंगी लेकिन थी तो सबसे छोटी साली, उन्हें लिपस्टिक लगाया, उनकी मांग में सिन्दूर डाला, निहुरा के हम सब लोगों के जूता चप्पल की पूजा कराई ,
लेकिन वो कोहबर से निकलते बोल के गए थे साली एक दिन मेरा भी मौका आएगा, और मैं भी जान बूझ के उनको दरेरती अपनी नयी नई आ रही छोटी छोटी चूँची रगड़ती उनसे बोली,
" आने दीजिये मौका मैं पीछे नहीं हटने वाली, छोटी स्साली हूँ आपकी कोई मजाक नहीं दी के पहले मेरा हक़ है। "
तो बस वही खूब हचक हचक के गाँड़ में अपना मोटा बम्बू पेल रहे थे ,
थोड़ी देर तक तो दोनों जीजू बारी बारी से , एक निकालता दूसरा डालता, ... लेकिन फिर पांच सात मिनट के बाद दोनों साथ साथ डालने निकालने लगते
और चूँचियाँ भी दोनों ने बाँट ली थी खूब कस कस के निचोड़ रहे थे ,...
कुछ देर में दोनों के तूफानी धक्के जब एक साथ घुसते तो लगता गाँड़ के अंदर की पतली चमड़ी फाड़ के मिल जाएंगे,... और मैं चीख भी नहीं सकती थी , मंझले जीजू ने कस के अपना लंड हलक तक पेल रखा,... था,...
मुंह बुर गाँड़ सब में डाट लगी थी और सिर्फ कान खुले थे जिसमें तेरी छिनार तीनो मौसियां मिल के मुझे चिढ़ा रही थीं , मेरे जीजा को उकसा रही थीं ,
" बहुत बोलते थे न तेरी बहन मिलेगी तो ये करेंगे वो करेंगे , तो पेलो न आज मेरी बहन , तुम तीनो के बीच अब ये बेचारी चीख भी नहीं सकती , और एक से एक गन्दी गालियां मुझे ,...
और ऊपर से बहने तीनो खूब मज़ाक उड़ा रही थीं, सबसे ज्यादा रीनू बोली,
"ये होता है छोटी साली होने का फायदा, एक साथ तीन तीन मूसल हर छेद की एक साथ सेवा,..."
तो बड़ी वाली ने रीनू को चिढ़ाया,... अपनी बारी भूलती है , दो जीजू तेरे तो , तेरे ऊपर भी साथ चढ़े थे
पर रीनू कम्मिनी बचपन की, उदास मुंह बना के बोली
लेकिन एक छेद तो तब भी बचा रह गया,
कुछ देर बाद मंझले जीजू ने मुंह से लंड बाहर निकाला तो मैंने अर्ज लगाई ,
" मेरी कमीनी बहनों , मैं चुदवा लूंगी तुम तीनो के मर्दों से आखिर मेरे जीजा है लेकिन बारी बारी से ,"
तीनों बहने एक साथ बोलीं,
एकदम नहीं।
फिर मंझली ने कारन बताया,
" स्साली टाइम कित्ता लगेगा बारी बारी से , आधे घंटे से कम तेरा कोई जीजू झड़ता नहीं, फिर तेरी ऐसी मस्त स्साली , मजे ले ले के चोदेगे सब,... गाल काटेंगे चूँची रगड़ेंगे, और तीनों तीनों छेद का मजा लेंगे तो तीन छेद तीन जीजू , ९ बार आधे घंटे के हिसाब से साढ़े चार घण्टे पूरे फिर बीच में उलटने पलटने का टाइम ,... कम से कम पांच घंटे, अभी बज रहा है दस तो पांच घंटे जोड़ के बजेगा तीन,...
और फिर मौसी ने जो रच रच के पकवान बनाएं हैं वो भी खाना है और दो बजे तक वापस भी लौटना है ,... इसलिए चढ़ेंगे तो तीनों साथ साथ,"
मंझली की गणित सच में अच्छी थी , बिना नकल के हाईस्कूल गुड सेकेण्ड क्लास दो बार में पास हो गयी थी।
और बड़ी ने अपना हिसाब बताया, ..
एक तो तेरे साथ मजे लेगा , बाकी दो क्या करेंगे,... पांच दिनों से इन तीनो को हम तीनों बहनो ने उपवास कराया है तो चुदेगी तो तू आज ऐसे ही। "
लेकिन रीनू ने जो बात बताई उसको सुन के दिल दहल गया,
" अरे अभी दोपहर को बड़ी मौसी के दोनों दामाद आएंगे और शाम को छोटी वाली मौसी के ,... "
हम लोगों ने मिल के पहले से पारी बाँट ली है, "
मैं जोड़ने लगी तीन मौसियां , तीनो के तीन दामाद , नौ और वो सब तीनों छेद का मज़ा लेंगे ,...
लेकिन साली कौन जिसे जीजा लोग होली में सोचने का मौका दें
फिर एक बार झड़ने के बाद तीनो ने बिना सुस्ताये जगह बदल ली , छोटे जीजू गाँड़ मार रहे थे , बड़े जीजू ने तो गाँड़ में झड़ने के बाद सीधे गाँड़ से निकला मुंह में ठेल दिया
और मंझले वाले को मेरी बुर,...
तो तीन बार ट्रिपलिंग हुयी आपकी,
गीता ने मुस्कराते हुए पूछा,... और माँ ने खीझ के उसके गाल मींड़ते हुए बोला,
" जब तीन तीन चढ़ेंगे न एक साथ तेरे ऊपर तो पता चलेगा, अभी तो मेरा बेटा अकेले तेरी गाँड़ फाड़ देता है। और एक बार नहीं तीन बार, और मेरी कमीनी मौसेरी बहनें हर बार , मेरे बिल साफ़ कर देती ही जिससे उनके मर्दों का सूखी बुर, गाँड़ में दरेरता रगड़ता घुसे। ढाई तीन घण्टे तक लगातार मूसल चले तीन तीन। "
पिछले पेज की तीसरी पोस्ट जिसका शीर्षक हैDidi lagta hai tum ne to Holi ke tyohar par Phd kar rakhi hai.
Kitna sexy bana deti ho tum rango,gifs aur apne precious shabdon se holi par ya yun kahen kisi bhi tyohar par apni adbhut updates ko.
Just marvelous, fabulous, superb , super, sexiest
aur kin shabdon ka upyog karu tumari gazab update ki praise ke liye.
Nice & true reply by mother ,beta & beti dono mother ke hi hue.माँ की
मायके की होली
और माँ ने शुरू किया होली का किस्सा
और होली का किस्सा सुन सुन के ही गीता की गीली हो गयी, चुनमुनिया फड़फड़ाने लगी, कसमसमाने लगी, भैया होता न तो, स्साले को पटक के चोद देती।
गीता की कोई सगी मौसी तो थी नहीं है चचेरी, मौसेरी, ममेरी, खासतौर से उसके ननिहाल के रिश्ते की माँ की बहने और सब माँ से बड़ी, लेकिन ज्यादा नहीं,... ख़ास तौर से मझली मौसी नानी की तीन लड़कियां, गीता की तो मौसियां ही लगती थीं,गीता को भी नहीं बख्शती थीं, मिलते ही पहले जुबना का उभार नापती थीं, भरतपुर पे धावा बोलती थीं. तो बस वही तीन मौसियां और मौसा जी लोग, माँ के तो जीजा ही लगेगें,
बस उन तीनों ने एक साथ धावा बोला, वो भी अकेले नहीं मौसियों के साथ.
कुछ देर तक तो मुकाबला चला एक जीजा ने चोली के अंदर हाथ डाला, दूसरे ने पेटीकोट का नाड़ा पकड़ा,...
ओर माँ की बहने, रीनू चीनू और टीनू
तीनो नंबरी छिनार, रीनू सबसे छोटी अपने दोनों जीजा को ललकार के बोली,
" अरे जीजू , साली की चोली में तो रोज ही हाथ डालते हो , आज चोली खोलने का नहीं फाड़ने का दिन है और नाड़ा खोलना मत तोड़ देना। मेरी ये बहन बहन बहुत चालाक है, नाड़ा खोलोगे तो फिर बांध लेगी,
साड़ी तो अपनी छोटी बहन की तीनों बहनों ने ही मिल के उतार दी थी, ब्लाउज, पेटीकोट आंगन में कुछ देर में और फिर रंग की बहार, कोई जगह नहीं बची जहाँ तीनो जिज्जा ने रंग न लगाया हो, पर वो भी जानती थीं की असली होली तो चमड़े की पिचकारी से होने वाली थी और मन उनका भी कर रहा था, चूँचियाँ रगड़ रगड़ के चूत में ऊँगली कर के वो भी पनिया रही थीं, तीनो जीजू उन्हें चोदने के लिए कबसे ,
लेकिन उन्होंने बोल रखा था शादी के बाद जब मायके आएंगी तब
और मौसा लोगों की भी क्या गलती उन सबकी शादियों में मम्मी छोटी साली थीं तो खूब रगड़ाई की उन्होंने, अच्छी वाली गालियां सुनायीं और कोहबर में घुसते समय धक्के में भी मारे और पैंट के ऊपर से पकड़ के रगड़ के नाप जोख भी की,
और सबसे तगड़ा था छोटी मौसी वाली, रीनू मौसी के मर्द का, और वो मजाक भी बोल के नहीं चूम के, मसल के करते थे. और रीनू ने अपने पति का ही पक्ष लिया,
"हे जो सबसे छोटा है, पहला हक उसका, और छोटे जीजा बड़े औजार वाले आंगन में लेट गए, कुतुबमीनार हवा में,... लेकिन वो नाटक कर रही थीं,...
नहीं नहीं जिसको करना हो खुद करे, ऊपर आये,..
पर तीन तीन बहने, ... मिल के भाले के ऊपर चढ़ा दिया,... ऊपर से बड़ी और मझली एक एक कंधा दबा रही थी, रीनू कमर पकड़ के नीचे खींच रही थीं,
और एक बेटा निकल गया था उसी रास्ते, कोई कन्या कुँवारी तो थी नहीं, हालांकि बच्चा जनने के बाद उनकी माँ और सास ने जो जो जतन कराये, सिखाये, तो उनकी चुनमुनिया अभी भी टाइट थी, .... और ये भी नहीं की पहली बार वो खूंटे के ऊपर चढ़ी है, पचासों बार,...
लेकिन जीजा का लंबा तो बांस ऐसा था ही मोटा भी बहुत,( हालांकि बड़े जीजा वाले का सबसे मोटा था, कलाई से भी ज्यादा ) .
बस दो चार मिनट बाद वो मस्त होक जीजा के ऊपर चढ़ के चोद रही थीं और नीचे से जीजा भी कस कस के धक्के लगा रहे थे थे, ... बांस पूरा उन्होंने घोंट लिया था लग रहा बच्चेदानी के अंदर घुस गया है लेकिन मजा भी आ रहा था, मायके के आंगन में बहनों के सामने,...
लेकिन उन्हें पता नहीं था तीनों बहनों की असली साजिश क्या है,... और क्यों उन्हें आंगन में छोटे जीजा के बांस के ऊपर चढ़ाया गया है,
रीनू ने ही अपने मर्द को इशारा किया, बाकी दोनों जीजा लोग भी आंगन में खड़े मुठिया रहे थे, ललचा रहे थे,
रीनू दी खुद बड़े वाले जीजा का कभी चूस के कभी मुठिया के ,...
Komalji me mashka nahi mar rahi sach kahe rahi hu. Mene aap se bahot kuchh sikha he.aap bhi na, aap khud itti badi writer hain main aap ki fan hun, aap ki naration ki ability jo pics aap post karti hain itte charcters aur ye aapki namtrata hai aapka kuhc bhi likh dena mere liye abhar vyakat karne ka mauka hai
ekdam ye bhi koyi poochne vaali baat hai meri aur meri story dono ki izzat badhegi, thanks in advanceKomalji me mashka nahi mar rahi sach kahe rahi hu. Mene aap se bahot kuchh sikha he.
1) lady co cold and lesbo creativity
2) coming up next story ki advezment.
3) story ki alag alag mood par kis tarah se excitement ko badhana.
4) redars ko achanak socking movement par khada kardena.
Or bhi bahot kuchh he. Aap tarif ke kabil ho. Or ye tarif logo ki chah aapne kamai hui he. He kisi ki mohtaz nahi he.
Me aap ki ek partition chahti hu.
Kya me apni aane vali kahani ilaj me. Aap ki kahaniyo ka jikar kar sakti hu??????????????