गाँव में तरह तरह के मौके मिलते हैं...Gr8 update.
Didi tum ne khet ki Ropni ke sath sath ladkiyon ke kheton ki bhi ropni karva di.
Aru sis has decorated your update further. Unki poem ne apki update par "sone pe suhage"ka kaam kiya hai.
Gazab super duper hot update
खेत में काम करने वाली है तो सारे मसल्स टाईट होंगे और मजे देने में भी भरपूर होगी...“”
फुलवा क माई, देह खूब भरी भरी, कड़ी कसी पिंडलियाँ, ब्लाउज से छलकते जोबन, ३८ + ही रहे होंगे, और सबसे रसीले उसके कटे तरबूज की तरह दोनों कसर मसर चूतड़, ... हाँ देख के लगता था ताकत बहुत होगी उसकी कलाई में और पूरी देह में भी, एकदम कड़ी उमर किसी ओर से ३२-३४ से ज्यादा नहीं लगती थी, फुलवा के साथ चलती थी तो उसकी बड़ी बहिन लगती थी.
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फुलवा की माई भी कम गरम नहीं है
अब खबर लग जाएगी अरविंदवा का लेने के बाद...“”
" अरे तोहार बहिनिया क पेट हमार भैया पहले दिन फुलाय दिए, अइसन ताकत है हमरे भैया में, हमरे गाँव क लड़कों में, ... पहली बार में फाड़ेंगे भी गाभिन भी कर देंगे,... तोहार दिदिया, गौना के दस दिन में उलटी करने लगीं , खटट्टा मांगने लगी,... "
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इस बेचारी को कुछ पता ही नहीं
मेहमान का तो खास स्वागत होता है...“”
" अरे वो सामने जो गन्ने का खेत के पिछवाड़े गढ़ई है न वहां वाली रोपनी, के लिए अपने साथ ले जा के दिखाया दा,... आज वहां तोहरे साथ ,... तो फिर कल से हम लोगन के साथ,... गाँव क मेहमान है, तो तनी अच्छे से रोपनी,... "
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उफ़फ़ क्या सीन बनाया है अरविंद के लिये
गाँव में सिनेमा हॉल तो होता नहीं...रोपनी का गाना मस्ट है
ये मस्त-मस्त बातें हीं हमें मस्त कर देती हैं...“”
" अरे देख इसके भाई अरविंदवा साले ने गाँड़ मारी है की नहीं, अपनी बहिनिया ... अपनी इस छिनार बहिनिया की,... की हम लोग मुट्ठी से मार मार के इसकी गाँड़ चाकर करें "
" अरे अइसन मस्त माल क गाँड़ तो कौनो गांडू ही होगा जो छोड़ेगा,... खूब हचक के इसके भाई अरविंदवा स्साले ने मारी है अपनी बहिनिया की गाँड़,... देखो अबतक मलाई छलछला रही है,... "
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वाह क्या मस्ट बाते कर रही है सब
प्यारी लेकिन बिल को छूने वाली धमकी...“”
" और अगर तेरा बचा न तो तोहरे बुर और गाँड़ दुनो में मुट्ठी पेलायेगी और खाली हम नहीं , जितनी रोपनी में तोहार भौजाई हैं न सोब तोहार गाँड़ मारेगी, अरे भाई से गाँड़ तो रोज बिना नागा मरवाती हो तो कभी कभी भौजाई से भी मरवा लिया करों न "
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कितने प्यार से धमकी दी जा रही है
फुलवा की ननदिया एक हसीन याद लेकर जाएगी....“”
लेकिन गाँव की लड़की कब से उसे मालूम था अगर कोई लड़का किसी लड़की को गन्ने के खेत में ले जाता है तो क्यों ले काटा, गितवा मुस्करायी ये सोच के की पता तो फुलवा की ननदिया को भी होगा लेकिन उसे ये नहीं मालूम होगा की कितना मोटा गन्ना मिलेगा, जो मुझे, चमेलिया को , गाँव की बाकी लड़कियो को चिढ़ा रही थी फुलवा की ननदिया, जब अरविन्द भैया का घोंटेंगी तो पता चलेगा,...
रोपनी तो उसका भाई अरविन्द करेगा, फुलवा की ननदिया की कुँवारी कच्ची बिल में अपने मोटे गन्ने की,... और आज फुलवा की ननदिया चाहे रोये चाहे चिल्लाये,
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बहुत ही कामुक लिखा है
हाँ.. पहली चीख तो टमाटर जैसे मोटे सुपाड़े के टिप के घुसने से हीं...“”
" अरे अभी कहाँ, ... अभी तो ई गितवा के खसम का मोटा सुपाड़ा घुसा होगा,... अभी तो पहली चीख है " ज्यादा समझदार फुलवा की माँ बोली ,
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वाह experience बोल रहा है यह पे waaaah