• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Incest छोटे बेटे ने की घर की औरतों की चुदाई

sunoanuj

Well-Known Member
4,106
10,672
159
अगले भाग की प्रतीक्षा में है !
 

Dirty_mind

No nude av allowed. Edited
61,060
511,595
354
Update 11

आखिर कार होली का दिन भी निकल गया अगली सुबह ऑफिस जाना था पर जब सो के उठा तो शरीर बहुत दर्द दे रहा था फ्रेश हो के नीचे हॉल में गया तो वह दीदी पहले से ही नाश्ता कर रही थी, मै दीदी को बोला मेरा शरीर बहुत दर्द हो रहा है मै आज ऑफिस नहीं जाऊंगा दीदी भी ठीक है बोल के चली गई , फिर मै, भाभी और मम्मी ने साथ में नाश्ता करने बैठे , मम्मी पूछी –
मम्मी – तू ऑफिस क्यों नहीं गया
मै – शरीर में बहुत दर्द है इसलिए नहीं गया
मम्मी – क्यों रात में ठीक से नींद नहीं आई क्या
मै – मम्मी वो कल होली में भांग पी ली थी इसीलिए
मम्मी – ठीक खाना खा के मेरे रूम में आ जाना तेल से शरीर की मालिश कर दूंगी।
मै (मन में – आज फिर मम्मी के करीब रहने का मौका मिलेगा)– ठीक है बोल के
अपने रूम में चला गया , मम्मी ओर भाभी किचेन का काम खत्म कर के अपने अपने रूम में चली गईं , मै भी सिर्फ बनियान ओर बरमूडा वो भी बिना कच्छे पहन के मम्मी के पास चला गया , चलते समय मेरा लन्ड साफ पता चल रहा था जैसे ही मम्मी के रूम के अंदर गया मम्मी सारी में थी। जैसे ही मम्मी में देखा बैठने को बोली–
मम्मी – तू यहां बैठ मै भी कपड़े बदल के आती हु गर्मी भी बहुत है और तेल भी लगने का डर है।
मै – ठीक है जल्दी आना ।
मम्मी बोल के बाथरूम में घुस गई ।
मम्मी जब बाथरूम से बाहर आई तो नजर ही नहीं हट रही थी, मम्मी सिर्फ ब्लाउस और पेटिकोट में थी फिर अलमीरा खोल के तेल निकली ओर रूम से बाहर जाने लगी, मै पूछा मम्मी कहा जा रही हो
मम्मी – तेल गर्म कर के आती हु
ओर मम्मी गेट सटा के बाहर चली गई
मम्मी के जाते ही मै उठा मम्मी के बाथरूम में घुस ओर अभी खोले कपड़े को देखने लगा हैंगर में टांगे ब्रा पैंटी को देख समझ गया कि मम्मी पेटीकोट ओर ब्लाउस के नीचे नंगी है फिर बाहर आ कर बैठ गया , मम्मी भी आ गई पहले ग्राम तेल का कटोरी को रखा और फिर दरवाजे को लॉक कर दी और खिड़की भी लगा दी,
फिर मम्मी ने जमीन पे एक चटाई बिछाए ओर बोली कपड़े खोल और इसपर लेट जा बिस्तर पर तेल लग जाएंगे
मै – कपड़े खोलना जरूरी है क्या ?
मम्मी – तेल से मालिश कैसे करूंगी
फिर मै बनियान खोल दी और फिर लेटने लगा
मम्मी – पैंट कौन खोलेगा
मै – गर्मी ज्यादा है इसीलिए अंदर कच्चे नहीं पहना ..
मम्मी – ठीक है पर कपड़े खराब हो जाएंगे
ओर मै छाती के मुंह नीचे कर के लेट गया मम्मी मेरे पीठ पर तेल से मालिश कर रही देखते– देखते वो मेरे चूतर पर दोनों तरफ पैर कर के बैठ गई और मालिश करने लगी।
मम्मी जैसे ही देखा मम्मी मेरे ऊपर बैठ गई नीचे मेरा लन्ड खड़ा होने लगा और कुछ ही छन में पूरा अकड़ गया मम्मी मेरे ऊपर बैठ कर आगे झुक के मालिश कर रही थी , ( पेटिकोट तो आपको पता ही है अंदर से पूरा खुला रहता है अगर मेरा पैंट न होता तो मम्मी की चुत सीधा मेरे चूतर पे लगती ) मम्मी भी आगे झुकती फिर पीछे आती इस वजह से छूट रगड़ खा रही थी , मेरा लन्ड तो इतना कड़क हो गया कि कही फट न जाए मै ऊपर उठना चाहा पर ताकि लन्ड को सही कर सकू पर मम्मी का पूरा वजन था तो हिल भी नहीं पाया , फिर मै थोड़ा और जोर लगाया और कमर को थोड़ा उठाया और लन्ड को सही किया मम्मी पूछी क्या हुआ , मै भी कुछ नहीं बोल के लेटा रहा ।
मम्मी समाज गई कि मैंने अपना लन्ड सही की , उसके बाद मम्मी ओर तेज चुत को आगे पीछे कर के रगड़ने लगी , चुत अब पानी छोड़ने शुरू कर दी थी जिसका पता मुझे चल गया क्योंकि बरमूडा पतले कपड़े का था चुत के पानी के वजह से भींग गया था । जब मम्मी ने ये देख की पैंट पीछे से भींग गया मम्मी सोचने लगी अब क्या बोलूं
फिर कुछ देर बाद मम्मी बोली – बेटा अब सीधा लेट जा
मै सीधा लेटने लगा लन्ड पूरा 90° में खड़ा था मै जन बुझ के पैंट पे हाथ रखा और पूछा ये भींग कैसे गया ।
मम्मी – कुछ सोचते हुए शायद तेल गिर गई होगी तुझे बोला था पैंट खोलने को पर तू मेरी बात ही नहीं सुनता ।
मैं – पर मां आपके सामने कैसे नंगा हो जाऊ।
मम्मी – ठीक है तो फिर तेरा पैंट एसेही गंदी होगी ।
मै – मम्मी आप थोड़ी ध्यान देना कही तेल फिर से न गिर जाए
मम्मी – तू अपने आंख बंद कर ले ओर सो जा मै अच्छे से मालिश कर दूंगी
मै – मां लाइट ऑफ के दो ऐसा मुझे नींद नहीं आएगी।
मम्मी – तू आंख में सोने वाली पट्टी लगा ले
मै – हा ये सही रहेगा ओर मै पट्टी से आंख बंद कर ली ( पर मुझे तो पता था आगे क्या होने वाला है ।
इस बार मम्मी की नजर मेरे लन्ड पर थी जो कि बरमूडा में पूरा खड़ा था , मम्मी फिर से मेरे ऊपर चढ़ गई इस बार चुत ओर लन्ड के बीच सिर्फ एक पतला कपड़ा था मम्मी जब आगे को झुकती छाती में तेल लगाने को चुत लन्ड पे रगड़ खाने शुरू हो गई । मम्मी को अब मजा आने लगा अब वो तेज तेज कर रही थी हाथ का पता नहीं पर कमर बहुत तेजी से आगे पीछे हो रही थी , तभी मम्मी रुकी और पैर के तरफ मुंह कर के बैठ गई और फिर से लन्ड को चुत पे रखी ओर वैसे ही कमर को आगे पीछे ओर हाथ से मालिश करने लगी । मम्मी हाथ कम कमर ज्यादा चला रही थी , अब मेरा लन्ड से माल कभी भी निकल सकता था इसीलिए ,मैने थोड़ी सी आंख से पट्टी हटा के देखी मेरे सामने एक विशाल गान्ड थी और साया को ऊपर कर के पैर में फंसा रखी थी ताकि तेल ना लग जाए मम्मी कमर के नीचे पूरी नंगी थी , गांड की छेद साफ दिख रही थी और चुत की बाहर निकली हु फुद्दि जो कि लन्ड पे पैंट के ऊपर से ही रगड़ खा रही थी । मेरा मन तो दोनों चूतर को हाथ से पकड़ लू ओर गान्ड के छेद में मुंह लगा दु पर डर लग रहा था मम्मी कही गुस्सा न करे , फिर सोचा मम्मी भी तो गर्म हो चुकी है और अपने बेटे के ही लन्ड पर चुत रगड़ रही है और थोड़ी हिम्मत दिखा कर जैसे ही मम्मी आगे की ओर झुकी मै अपने बरमूडा को साइड कर के लन्ड को बाहर निकल दिया जो कि पूरा खड़ा हो चुका था मै लन्ड को टोपे पर थोड़े से थूक लगने की सोची जैसे ही हाथ से थूक लगने के टोपे पर थूक मलने लगा मम्मी पीछे को हुई और हाथ चुत में टच हुआ मम्मी पीछे की ओर पलटी ओर देखी मेरा आंख खुला हुआ है , मम्मी की आंख पूरा लाल हो चुका था मम्मी पूरी गर्म हो चुकी थी , चुत बहुत पानी छोड़ रही थी । जैसे ही मम्मी मुझे देखी मम्मी उठने को चाही मै झट से उनके चूतर को दोनों हाथ से पकड़ और अपने लन्ड पे बिठा दिया मेरा लन्ड मां के भोसड़े को चीरता हुआ अंदर चला गया पर मां उठना चाह रही थी पर मै चूतर को पकड़ कर नीचे से झटके लगने लगा और मां के अंदर इतनी गर्मी थी कि मैं 2 मिन भी झेल नहीं पाया और चुत में ही झड़ गया ।
फिर मां उठी चुत से मेरा माल निकल रहा था साया से अपने कमर को ढकी ओर बोली–
मम्मी – तुझे शर्म नहीं आती अपनी मां के साथ गंदी हरकत करते हुए।
(मेरा लन्ड जो कि अभी भी खड़ा ही था मां तिरछी नजर से बार बार देखे जा रही थी)
मै – आप भी तो यही कर रही थी मै तो बस अंदर डाल दिया ।
मम्मी – फिर भी तुझे ऐसा नहीं करना चाहिए था , तेरे पाप के जाने के बाद पहली बार लन्ड देखी अपने आप को रोक नहीं पाई और तूने .... बोलते ही रोने लगी
मै – मां को रोता देख मैने मां को अपने बाहों में लिया और बोला मां में हु ना आपको कभी दुखी नहीं देख सकता आपका अकेलापन मै दूर करूंगा
मम्मी – पर तू मेरा बेटा है मैं तेरे साथ ये सब नहीं नहीं कर सकती समाज इस रिश्ते को बहुत गलत नाम से बुलाती है।
मैं – मुझे उससे फर्क नहीं पड़ता ओर ये बात किसी को पता नहीं चलेगा सिर्फ हम दोनों कोई बाहर वाला नहीं ओर ना ही कोई घर वाला सिर्फ हम दोनों मां ओर आपको कभी अकेलापन भी नहीं लगेगा।
मम्मी – अगर किसी को पता चल गया तेरी भाभी तो हमेशा घर में ही रहती है
मै – भाभी तो हमेशा अपने रूम में रहती है आप उनकी फिक्र मत करो मै उसे संभाल लूंगा।
मम्मी – हा मुझे पता है कैसे संभालेगा।
मै– क्या मतलब कैसे संभाल लेगा।
वो सब छोड़ो आप तैयार हो या नहीं आप के पास सिर्फ एक ही रास्ता है वो सिर्फ मै हु , अगर आप बाहर किसी से संबंध बनाए फिर बदनामी का आप सोच लो ।
मम्मी – अगर मै किसी बाहर वाले के साथ करु तुझे बुरा नहीं लगेगा।
मै – अगर आप खुश हो तो फिर आपकी खुशी में मेरी खुशी।
मम्मी – ठीक है मै तैयार हु पर तू हमेशा आराम से करेगा और किसी को पता नहीं चलनी चाहिए।
( और मेरा लन्ड पकड़ लेती है )


Jaldi hi agli update ayegi...

Gb-WKk2-Ya-EAAsr-E9
 

Raj Kumar Kannada

Good News
1,483
1,880
144
Update 11

आखिर कार होली का दिन भी निकल गया अगली सुबह ऑफिस जाना था पर जब सो के उठा तो शरीर बहुत दर्द दे रहा था फ्रेश हो के नीचे हॉल में गया तो वह दीदी पहले से ही नाश्ता कर रही थी, मै दीदी को बोला मेरा शरीर बहुत दर्द हो रहा है मै आज ऑफिस नहीं जाऊंगा दीदी भी ठीक है बोल के चली गई , फिर मै, भाभी और मम्मी ने साथ में नाश्ता करने बैठे , मम्मी पूछी –
मम्मी – तू ऑफिस क्यों नहीं गया
मै – शरीर में बहुत दर्द है इसलिए नहीं गया
मम्मी – क्यों रात में ठीक से नींद नहीं आई क्या
मै – मम्मी वो कल होली में भांग पी ली थी इसीलिए
मम्मी – ठीक खाना खा के मेरे रूम में आ जाना तेल से शरीर की मालिश कर दूंगी।
मै (मन में – आज फिर मम्मी के करीब रहने का मौका मिलेगा)– ठीक है बोल के
अपने रूम में चला गया , मम्मी ओर भाभी किचेन का काम खत्म कर के अपने अपने रूम में चली गईं , मै भी सिर्फ बनियान ओर बरमूडा वो भी बिना कच्छे पहन के मम्मी के पास चला गया , चलते समय मेरा लन्ड साफ पता चल रहा था जैसे ही मम्मी के रूम के अंदर गया मम्मी सारी में थी। जैसे ही मम्मी में देखा बैठने को बोली–
मम्मी – तू यहां बैठ मै भी कपड़े बदल के आती हु गर्मी भी बहुत है और तेल भी लगने का डर है।
मै – ठीक है जल्दी आना ।
मम्मी बोल के बाथरूम में घुस गई ।
मम्मी जब बाथरूम से बाहर आई तो नजर ही नहीं हट रही थी, मम्मी सिर्फ ब्लाउस और पेटिकोट में थी फिर अलमीरा खोल के तेल निकली ओर रूम से बाहर जाने लगी, मै पूछा मम्मी कहा जा रही हो
मम्मी – तेल गर्म कर के आती हु
ओर मम्मी गेट सटा के बाहर चली गई
मम्मी के जाते ही मै उठा मम्मी के बाथरूम में घुस ओर अभी खोले कपड़े को देखने लगा हैंगर में टांगे ब्रा पैंटी को देख समझ गया कि मम्मी पेटीकोट ओर ब्लाउस के नीचे नंगी है फिर बाहर आ कर बैठ गया , मम्मी भी आ गई पहले ग्राम तेल का कटोरी को रखा और फिर दरवाजे को लॉक कर दी और खिड़की भी लगा दी,
फिर मम्मी ने जमीन पे एक चटाई बिछाए ओर बोली कपड़े खोल और इसपर लेट जा बिस्तर पर तेल लग जाएंगे
मै – कपड़े खोलना जरूरी है क्या ?
मम्मी – तेल से मालिश कैसे करूंगी
फिर मै बनियान खोल दी और फिर लेटने लगा
मम्मी – पैंट कौन खोलेगा
मै – गर्मी ज्यादा है इसीलिए अंदर कच्चे नहीं पहना ..
मम्मी – ठीक है पर कपड़े खराब हो जाएंगे
ओर मै छाती के मुंह नीचे कर के लेट गया मम्मी मेरे पीठ पर तेल से मालिश कर रही देखते– देखते वो मेरे चूतर पर दोनों तरफ पैर कर के बैठ गई और मालिश करने लगी।
मम्मी जैसे ही देखा मम्मी मेरे ऊपर बैठ गई नीचे मेरा लन्ड खड़ा होने लगा और कुछ ही छन में पूरा अकड़ गया मम्मी मेरे ऊपर बैठ कर आगे झुक के मालिश कर रही थी , ( पेटिकोट तो आपको पता ही है अंदर से पूरा खुला रहता है अगर मेरा पैंट न होता तो मम्मी की चुत सीधा मेरे चूतर पे लगती ) मम्मी भी आगे झुकती फिर पीछे आती इस वजह से छूट रगड़ खा रही थी , मेरा लन्ड तो इतना कड़क हो गया कि कही फट न जाए मै ऊपर उठना चाहा पर ताकि लन्ड को सही कर सकू पर मम्मी का पूरा वजन था तो हिल भी नहीं पाया , फिर मै थोड़ा और जोर लगाया और कमर को थोड़ा उठाया और लन्ड को सही किया मम्मी पूछी क्या हुआ , मै भी कुछ नहीं बोल के लेटा रहा ।
मम्मी समाज गई कि मैंने अपना लन्ड सही की , उसके बाद मम्मी ओर तेज चुत को आगे पीछे कर के रगड़ने लगी , चुत अब पानी छोड़ने शुरू कर दी थी जिसका पता मुझे चल गया क्योंकि बरमूडा पतले कपड़े का था चुत के पानी के वजह से भींग गया था । जब मम्मी ने ये देख की पैंट पीछे से भींग गया मम्मी सोचने लगी अब क्या बोलूं
फिर कुछ देर बाद मम्मी बोली – बेटा अब सीधा लेट जा
मै सीधा लेटने लगा लन्ड पूरा 90° में खड़ा था मै जन बुझ के पैंट पे हाथ रखा और पूछा ये भींग कैसे गया ।
मम्मी – कुछ सोचते हुए शायद तेल गिर गई होगी तुझे बोला था पैंट खोलने को पर तू मेरी बात ही नहीं सुनता ।
मैं – पर मां आपके सामने कैसे नंगा हो जाऊ।
मम्मी – ठीक है तो फिर तेरा पैंट एसेही गंदी होगी ।
मै – मम्मी आप थोड़ी ध्यान देना कही तेल फिर से न गिर जाए
मम्मी – तू अपने आंख बंद कर ले ओर सो जा मै अच्छे से मालिश कर दूंगी
मै – मां लाइट ऑफ के दो ऐसा मुझे नींद नहीं आएगी।
मम्मी – तू आंख में सोने वाली पट्टी लगा ले
मै – हा ये सही रहेगा ओर मै पट्टी से आंख बंद कर ली ( पर मुझे तो पता था आगे क्या होने वाला है ।
इस बार मम्मी की नजर मेरे लन्ड पर थी जो कि बरमूडा में पूरा खड़ा था , मम्मी फिर से मेरे ऊपर चढ़ गई इस बार चुत ओर लन्ड के बीच सिर्फ एक पतला कपड़ा था मम्मी जब आगे को झुकती छाती में तेल लगाने को चुत लन्ड पे रगड़ खाने शुरू हो गई । मम्मी को अब मजा आने लगा अब वो तेज तेज कर रही थी हाथ का पता नहीं पर कमर बहुत तेजी से आगे पीछे हो रही थी , तभी मम्मी रुकी और पैर के तरफ मुंह कर के बैठ गई और फिर से लन्ड को चुत पे रखी ओर वैसे ही कमर को आगे पीछे ओर हाथ से मालिश करने लगी । मम्मी हाथ कम कमर ज्यादा चला रही थी , अब मेरा लन्ड से माल कभी भी निकल सकता था इसीलिए ,मैने थोड़ी सी आंख से पट्टी हटा के देखी मेरे सामने एक विशाल गान्ड थी और साया को ऊपर कर के पैर में फंसा रखी थी ताकि तेल ना लग जाए मम्मी कमर के नीचे पूरी नंगी थी , गांड की छेद साफ दिख रही थी और चुत की बाहर निकली हु फुद्दि जो कि लन्ड पे पैंट के ऊपर से ही रगड़ खा रही थी । मेरा मन तो दोनों चूतर को हाथ से पकड़ लू ओर गान्ड के छेद में मुंह लगा दु पर डर लग रहा था मम्मी कही गुस्सा न करे , फिर सोचा मम्मी भी तो गर्म हो चुकी है और अपने बेटे के ही लन्ड पर चुत रगड़ रही है और थोड़ी हिम्मत दिखा कर जैसे ही मम्मी आगे की ओर झुकी मै अपने बरमूडा को साइड कर के लन्ड को बाहर निकल दिया जो कि पूरा खड़ा हो चुका था मै लन्ड को टोपे पर थोड़े से थूक लगने की सोची जैसे ही हाथ से थूक लगने के टोपे पर थूक मलने लगा मम्मी पीछे को हुई और हाथ चुत में टच हुआ मम्मी पीछे की ओर पलटी ओर देखी मेरा आंख खुला हुआ है , मम्मी की आंख पूरा लाल हो चुका था मम्मी पूरी गर्म हो चुकी थी , चुत बहुत पानी छोड़ रही थी । जैसे ही मम्मी मुझे देखी मम्मी उठने को चाही मै झट से उनके चूतर को दोनों हाथ से पकड़ और अपने लन्ड पे बिठा दिया मेरा लन्ड मां के भोसड़े को चीरता हुआ अंदर चला गया पर मां उठना चाह रही थी पर मै चूतर को पकड़ कर नीचे से झटके लगने लगा और मां के अंदर इतनी गर्मी थी कि मैं 2 मिन भी झेल नहीं पाया और चुत में ही झड़ गया ।
फिर मां उठी चुत से मेरा माल निकल रहा था साया से अपने कमर को ढकी ओर बोली–
मम्मी – तुझे शर्म नहीं आती अपनी मां के साथ गंदी हरकत करते हुए।
(मेरा लन्ड जो कि अभी भी खड़ा ही था मां तिरछी नजर से बार बार देखे जा रही थी)
मै – आप भी तो यही कर रही थी मै तो बस अंदर डाल दिया ।
मम्मी – फिर भी तुझे ऐसा नहीं करना चाहिए था , तेरे पाप के जाने के बाद पहली बार लन्ड देखी अपने आप को रोक नहीं पाई और तूने .... बोलते ही रोने लगी
मै – मां को रोता देख मैने मां को अपने बाहों में लिया और बोला मां में हु ना आपको कभी दुखी नहीं देख सकता आपका अकेलापन मै दूर करूंगा
मम्मी – पर तू मेरा बेटा है मैं तेरे साथ ये सब नहीं नहीं कर सकती समाज इस रिश्ते को बहुत गलत नाम से बुलाती है।
मैं – मुझे उससे फर्क नहीं पड़ता ओर ये बात किसी को पता नहीं चलेगा सिर्फ हम दोनों कोई बाहर वाला नहीं ओर ना ही कोई घर वाला सिर्फ हम दोनों मां ओर आपको कभी अकेलापन भी नहीं लगेगा।
मम्मी – अगर किसी को पता चल गया तेरी भाभी तो हमेशा घर में ही रहती है
मै – भाभी तो हमेशा अपने रूम में रहती है आप उनकी फिक्र मत करो मै उसे संभाल लूंगा।
मम्मी – हा मुझे पता है कैसे संभालेगा।
मै– क्या मतलब कैसे संभाल लेगा।
वो सब छोड़ो आप तैयार हो या नहीं आप के पास सिर्फ एक ही रास्ता है वो सिर्फ मै हु , अगर आप बाहर किसी से संबंध बनाए फिर बदनामी का आप सोच लो ।
मम्मी – अगर मै किसी बाहर वाले के साथ करु तुझे बुरा नहीं लगेगा।
मै – अगर आप खुश हो तो फिर आपकी खुशी में मेरी खुशी।
मम्मी – ठीक है मै तैयार हु पर तू हमेशा आराम से करेगा और किसी को पता नहीं चलनी चाहिए।
( और मेरा लन्ड पकड़ लेती है )


Jaldi hi agli update ayegi...
Super ❤️🥰
 

priyanshu30

New Member
52
63
18
Update 11

आखिर कार होली का दिन भी निकल गया अगली सुबह ऑफिस जाना था पर जब सो के उठा तो शरीर बहुत दर्द दे रहा था फ्रेश हो के नीचे हॉल में गया तो वह दीदी पहले से ही नाश्ता कर रही थी, मै दीदी को बोला मेरा शरीर बहुत दर्द हो रहा है मै आज ऑफिस नहीं जाऊंगा दीदी भी ठीक है बोल के चली गई , फिर मै, भाभी और मम्मी ने साथ में नाश्ता करने बैठे , मम्मी पूछी –
मम्मी – तू ऑफिस क्यों नहीं गया
मै – शरीर में बहुत दर्द है इसलिए नहीं गया
मम्मी – क्यों रात में ठीक से नींद नहीं आई क्या
मै – मम्मी वो कल होली में भांग पी ली थी इसीलिए
मम्मी – ठीक खाना खा के मेरे रूम में आ जाना तेल से शरीर की मालिश कर दूंगी।
मै (मन में – आज फिर मम्मी के करीब रहने का मौका मिलेगा)– ठीक है बोल के
अपने रूम में चला गया , मम्मी ओर भाभी किचेन का काम खत्म कर के अपने अपने रूम में चली गईं , मै भी सिर्फ बनियान ओर बरमूडा वो भी बिना कच्छे पहन के मम्मी के पास चला गया , चलते समय मेरा लन्ड साफ पता चल रहा था जैसे ही मम्मी के रूम के अंदर गया मम्मी सारी में थी। जैसे ही मम्मी में देखा बैठने को बोली–
मम्मी – तू यहां बैठ मै भी कपड़े बदल के आती हु गर्मी भी बहुत है और तेल भी लगने का डर है।
मै – ठीक है जल्दी आना ।
मम्मी बोल के बाथरूम में घुस गई ।
मम्मी जब बाथरूम से बाहर आई तो नजर ही नहीं हट रही थी, मम्मी सिर्फ ब्लाउस और पेटिकोट में थी फिर अलमीरा खोल के तेल निकली ओर रूम से बाहर जाने लगी, मै पूछा मम्मी कहा जा रही हो
मम्मी – तेल गर्म कर के आती हु
ओर मम्मी गेट सटा के बाहर चली गई
मम्मी के जाते ही मै उठा मम्मी के बाथरूम में घुस ओर अभी खोले कपड़े को देखने लगा हैंगर में टांगे ब्रा पैंटी को देख समझ गया कि मम्मी पेटीकोट ओर ब्लाउस के नीचे नंगी है फिर बाहर आ कर बैठ गया , मम्मी भी आ गई पहले ग्राम तेल का कटोरी को रखा और फिर दरवाजे को लॉक कर दी और खिड़की भी लगा दी,
फिर मम्मी ने जमीन पे एक चटाई बिछाए ओर बोली कपड़े खोल और इसपर लेट जा बिस्तर पर तेल लग जाएंगे
मै – कपड़े खोलना जरूरी है क्या ?
मम्मी – तेल से मालिश कैसे करूंगी
फिर मै बनियान खोल दी और फिर लेटने लगा
मम्मी – पैंट कौन खोलेगा
मै – गर्मी ज्यादा है इसीलिए अंदर कच्चे नहीं पहना ..
मम्मी – ठीक है पर कपड़े खराब हो जाएंगे
ओर मै छाती के मुंह नीचे कर के लेट गया मम्मी मेरे पीठ पर तेल से मालिश कर रही देखते– देखते वो मेरे चूतर पर दोनों तरफ पैर कर के बैठ गई और मालिश करने लगी।
मम्मी जैसे ही देखा मम्मी मेरे ऊपर बैठ गई नीचे मेरा लन्ड खड़ा होने लगा और कुछ ही छन में पूरा अकड़ गया मम्मी मेरे ऊपर बैठ कर आगे झुक के मालिश कर रही थी , ( पेटिकोट तो आपको पता ही है अंदर से पूरा खुला रहता है अगर मेरा पैंट न होता तो मम्मी की चुत सीधा मेरे चूतर पे लगती ) मम्मी भी आगे झुकती फिर पीछे आती इस वजह से छूट रगड़ खा रही थी , मेरा लन्ड तो इतना कड़क हो गया कि कही फट न जाए मै ऊपर उठना चाहा पर ताकि लन्ड को सही कर सकू पर मम्मी का पूरा वजन था तो हिल भी नहीं पाया , फिर मै थोड़ा और जोर लगाया और कमर को थोड़ा उठाया और लन्ड को सही किया मम्मी पूछी क्या हुआ , मै भी कुछ नहीं बोल के लेटा रहा ।
मम्मी समाज गई कि मैंने अपना लन्ड सही की , उसके बाद मम्मी ओर तेज चुत को आगे पीछे कर के रगड़ने लगी , चुत अब पानी छोड़ने शुरू कर दी थी जिसका पता मुझे चल गया क्योंकि बरमूडा पतले कपड़े का था चुत के पानी के वजह से भींग गया था । जब मम्मी ने ये देख की पैंट पीछे से भींग गया मम्मी सोचने लगी अब क्या बोलूं
फिर कुछ देर बाद मम्मी बोली – बेटा अब सीधा लेट जा
मै सीधा लेटने लगा लन्ड पूरा 90° में खड़ा था मै जन बुझ के पैंट पे हाथ रखा और पूछा ये भींग कैसे गया ।
मम्मी – कुछ सोचते हुए शायद तेल गिर गई होगी तुझे बोला था पैंट खोलने को पर तू मेरी बात ही नहीं सुनता ।
मैं – पर मां आपके सामने कैसे नंगा हो जाऊ।
मम्मी – ठीक है तो फिर तेरा पैंट एसेही गंदी होगी ।
मै – मम्मी आप थोड़ी ध्यान देना कही तेल फिर से न गिर जाए
मम्मी – तू अपने आंख बंद कर ले ओर सो जा मै अच्छे से मालिश कर दूंगी
मै – मां लाइट ऑफ के दो ऐसा मुझे नींद नहीं आएगी।
मम्मी – तू आंख में सोने वाली पट्टी लगा ले
मै – हा ये सही रहेगा ओर मै पट्टी से आंख बंद कर ली ( पर मुझे तो पता था आगे क्या होने वाला है ।
इस बार मम्मी की नजर मेरे लन्ड पर थी जो कि बरमूडा में पूरा खड़ा था , मम्मी फिर से मेरे ऊपर चढ़ गई इस बार चुत ओर लन्ड के बीच सिर्फ एक पतला कपड़ा था मम्मी जब आगे को झुकती छाती में तेल लगाने को चुत लन्ड पे रगड़ खाने शुरू हो गई । मम्मी को अब मजा आने लगा अब वो तेज तेज कर रही थी हाथ का पता नहीं पर कमर बहुत तेजी से आगे पीछे हो रही थी , तभी मम्मी रुकी और पैर के तरफ मुंह कर के बैठ गई और फिर से लन्ड को चुत पे रखी ओर वैसे ही कमर को आगे पीछे ओर हाथ से मालिश करने लगी । मम्मी हाथ कम कमर ज्यादा चला रही थी , अब मेरा लन्ड से माल कभी भी निकल सकता था इसीलिए ,मैने थोड़ी सी आंख से पट्टी हटा के देखी मेरे सामने एक विशाल गान्ड थी और साया को ऊपर कर के पैर में फंसा रखी थी ताकि तेल ना लग जाए मम्मी कमर के नीचे पूरी नंगी थी , गांड की छेद साफ दिख रही थी और चुत की बाहर निकली हु फुद्दि जो कि लन्ड पे पैंट के ऊपर से ही रगड़ खा रही थी । मेरा मन तो दोनों चूतर को हाथ से पकड़ लू ओर गान्ड के छेद में मुंह लगा दु पर डर लग रहा था मम्मी कही गुस्सा न करे , फिर सोचा मम्मी भी तो गर्म हो चुकी है और अपने बेटे के ही लन्ड पर चुत रगड़ रही है और थोड़ी हिम्मत दिखा कर जैसे ही मम्मी आगे की ओर झुकी मै अपने बरमूडा को साइड कर के लन्ड को बाहर निकल दिया जो कि पूरा खड़ा हो चुका था मै लन्ड को टोपे पर थोड़े से थूक लगने की सोची जैसे ही हाथ से थूक लगने के टोपे पर थूक मलने लगा मम्मी पीछे को हुई और हाथ चुत में टच हुआ मम्मी पीछे की ओर पलटी ओर देखी मेरा आंख खुला हुआ है , मम्मी की आंख पूरा लाल हो चुका था मम्मी पूरी गर्म हो चुकी थी , चुत बहुत पानी छोड़ रही थी । जैसे ही मम्मी मुझे देखी मम्मी उठने को चाही मै झट से उनके चूतर को दोनों हाथ से पकड़ और अपने लन्ड पे बिठा दिया मेरा लन्ड मां के भोसड़े को चीरता हुआ अंदर चला गया पर मां उठना चाह रही थी पर मै चूतर को पकड़ कर नीचे से झटके लगने लगा और मां के अंदर इतनी गर्मी थी कि मैं 2 मिन भी झेल नहीं पाया और चुत में ही झड़ गया ।
फिर मां उठी चुत से मेरा माल निकल रहा था साया से अपने कमर को ढकी ओर बोली–
मम्मी – तुझे शर्म नहीं आती अपनी मां के साथ गंदी हरकत करते हुए।
(मेरा लन्ड जो कि अभी भी खड़ा ही था मां तिरछी नजर से बार बार देखे जा रही थी)
मै – आप भी तो यही कर रही थी मै तो बस अंदर डाल दिया ।
मम्मी – फिर भी तुझे ऐसा नहीं करना चाहिए था , तेरे पाप के जाने के बाद पहली बार लन्ड देखी अपने आप को रोक नहीं पाई और तूने .... बोलते ही रोने लगी
मै – मां को रोता देख मैने मां को अपने बाहों में लिया और बोला मां में हु ना आपको कभी दुखी नहीं देख सकता आपका अकेलापन मै दूर करूंगा
मम्मी – पर तू मेरा बेटा है मैं तेरे साथ ये सब नहीं नहीं कर सकती समाज इस रिश्ते को बहुत गलत नाम से बुलाती है।
मैं – मुझे उससे फर्क नहीं पड़ता ओर ये बात किसी को पता नहीं चलेगा सिर्फ हम दोनों कोई बाहर वाला नहीं ओर ना ही कोई घर वाला सिर्फ हम दोनों मां ओर आपको कभी अकेलापन भी नहीं लगेगा।
मम्मी – अगर किसी को पता चल गया तेरी भाभी तो हमेशा घर में ही रहती है
मै – भाभी तो हमेशा अपने रूम में रहती है आप उनकी फिक्र मत करो मै उसे संभाल लूंगा।
मम्मी – हा मुझे पता है कैसे संभालेगा।
मै– क्या मतलब कैसे संभाल लेगा।
वो सब छोड़ो आप तैयार हो या नहीं आप के पास सिर्फ एक ही रास्ता है वो सिर्फ मै हु , अगर आप बाहर किसी से संबंध बनाए फिर बदनामी का आप सोच लो ।
मम्मी – अगर मै किसी बाहर वाले के साथ करु तुझे बुरा नहीं लगेगा।
मै – अगर आप खुश हो तो फिर आपकी खुशी में मेरी खुशी।
मम्मी – ठीक है मै तैयार हु पर तू हमेशा आराम से करेगा और किसी को पता नहीं चलनी चाहिए।
( और मेरा लन्ड पकड़ लेती है )


Jaldi hi agli update ayegi...
wonder full update ab bhabhi behan or maa sab ko ek sath chodna satart karo
 

dark_devil

dArc_dEvil
134
100
28
Update 11

आखिर कार होली का दिन भी निकल गया अगली सुबह ऑफिस जाना था पर जब सो के उठा तो शरीर बहुत दर्द दे रहा था फ्रेश हो के नीचे हॉल में गया तो वह दीदी पहले से ही नाश्ता कर रही थी, मै दीदी को बोला मेरा शरीर बहुत दर्द हो रहा है मै आज ऑफिस नहीं जाऊंगा दीदी भी ठीक है बोल के चली गई , फिर मै, भाभी और मम्मी ने साथ में नाश्ता करने बैठे , मम्मी पूछी –
मम्मी – तू ऑफिस क्यों नहीं गया
मै – शरीर में बहुत दर्द है इसलिए नहीं गया
मम्मी – क्यों रात में ठीक से नींद नहीं आई क्या
मै – मम्मी वो कल होली में भांग पी ली थी इसीलिए
मम्मी – ठीक खाना खा के मेरे रूम में आ जाना तेल से शरीर की मालिश कर दूंगी।
मै (मन में – आज फिर मम्मी के करीब रहने का मौका मिलेगा)– ठीक है बोल के
अपने रूम में चला गया , मम्मी ओर भाभी किचेन का काम खत्म कर के अपने अपने रूम में चली गईं , मै भी सिर्फ बनियान ओर बरमूडा वो भी बिना कच्छे पहन के मम्मी के पास चला गया , चलते समय मेरा लन्ड साफ पता चल रहा था जैसे ही मम्मी के रूम के अंदर गया मम्मी सारी में थी। जैसे ही मम्मी में देखा बैठने को बोली–
मम्मी – तू यहां बैठ मै भी कपड़े बदल के आती हु गर्मी भी बहुत है और तेल भी लगने का डर है।
मै – ठीक है जल्दी आना ।
मम्मी बोल के बाथरूम में घुस गई ।
मम्मी जब बाथरूम से बाहर आई तो नजर ही नहीं हट रही थी, मम्मी सिर्फ ब्लाउस और पेटिकोट में थी फिर अलमीरा खोल के तेल निकली ओर रूम से बाहर जाने लगी, मै पूछा मम्मी कहा जा रही हो
मम्मी – तेल गर्म कर के आती हु
ओर मम्मी गेट सटा के बाहर चली गई
मम्मी के जाते ही मै उठा मम्मी के बाथरूम में घुस ओर अभी खोले कपड़े को देखने लगा हैंगर में टांगे ब्रा पैंटी को देख समझ गया कि मम्मी पेटीकोट ओर ब्लाउस के नीचे नंगी है फिर बाहर आ कर बैठ गया , मम्मी भी आ गई पहले ग्राम तेल का कटोरी को रखा और फिर दरवाजे को लॉक कर दी और खिड़की भी लगा दी,
फिर मम्मी ने जमीन पे एक चटाई बिछाए ओर बोली कपड़े खोल और इसपर लेट जा बिस्तर पर तेल लग जाएंगे
मै – कपड़े खोलना जरूरी है क्या ?
मम्मी – तेल से मालिश कैसे करूंगी
फिर मै बनियान खोल दी और फिर लेटने लगा
मम्मी – पैंट कौन खोलेगा
मै – गर्मी ज्यादा है इसीलिए अंदर कच्चे नहीं पहना ..
मम्मी – ठीक है पर कपड़े खराब हो जाएंगे
ओर मै छाती के मुंह नीचे कर के लेट गया मम्मी मेरे पीठ पर तेल से मालिश कर रही देखते– देखते वो मेरे चूतर पर दोनों तरफ पैर कर के बैठ गई और मालिश करने लगी।
मम्मी जैसे ही देखा मम्मी मेरे ऊपर बैठ गई नीचे मेरा लन्ड खड़ा होने लगा और कुछ ही छन में पूरा अकड़ गया मम्मी मेरे ऊपर बैठ कर आगे झुक के मालिश कर रही थी , ( पेटिकोट तो आपको पता ही है अंदर से पूरा खुला रहता है अगर मेरा पैंट न होता तो मम्मी की चुत सीधा मेरे चूतर पे लगती ) मम्मी भी आगे झुकती फिर पीछे आती इस वजह से छूट रगड़ खा रही थी , मेरा लन्ड तो इतना कड़क हो गया कि कही फट न जाए मै ऊपर उठना चाहा पर ताकि लन्ड को सही कर सकू पर मम्मी का पूरा वजन था तो हिल भी नहीं पाया , फिर मै थोड़ा और जोर लगाया और कमर को थोड़ा उठाया और लन्ड को सही किया मम्मी पूछी क्या हुआ , मै भी कुछ नहीं बोल के लेटा रहा ।
मम्मी समाज गई कि मैंने अपना लन्ड सही की , उसके बाद मम्मी ओर तेज चुत को आगे पीछे कर के रगड़ने लगी , चुत अब पानी छोड़ने शुरू कर दी थी जिसका पता मुझे चल गया क्योंकि बरमूडा पतले कपड़े का था चुत के पानी के वजह से भींग गया था । जब मम्मी ने ये देख की पैंट पीछे से भींग गया मम्मी सोचने लगी अब क्या बोलूं
फिर कुछ देर बाद मम्मी बोली – बेटा अब सीधा लेट जा
मै सीधा लेटने लगा लन्ड पूरा 90° में खड़ा था मै जन बुझ के पैंट पे हाथ रखा और पूछा ये भींग कैसे गया ।
मम्मी – कुछ सोचते हुए शायद तेल गिर गई होगी तुझे बोला था पैंट खोलने को पर तू मेरी बात ही नहीं सुनता ।
मैं – पर मां आपके सामने कैसे नंगा हो जाऊ।
मम्मी – ठीक है तो फिर तेरा पैंट एसेही गंदी होगी ।
मै – मम्मी आप थोड़ी ध्यान देना कही तेल फिर से न गिर जाए
मम्मी – तू अपने आंख बंद कर ले ओर सो जा मै अच्छे से मालिश कर दूंगी
मै – मां लाइट ऑफ के दो ऐसा मुझे नींद नहीं आएगी।
मम्मी – तू आंख में सोने वाली पट्टी लगा ले
मै – हा ये सही रहेगा ओर मै पट्टी से आंख बंद कर ली ( पर मुझे तो पता था आगे क्या होने वाला है ।
इस बार मम्मी की नजर मेरे लन्ड पर थी जो कि बरमूडा में पूरा खड़ा था , मम्मी फिर से मेरे ऊपर चढ़ गई इस बार चुत ओर लन्ड के बीच सिर्फ एक पतला कपड़ा था मम्मी जब आगे को झुकती छाती में तेल लगाने को चुत लन्ड पे रगड़ खाने शुरू हो गई । मम्मी को अब मजा आने लगा अब वो तेज तेज कर रही थी हाथ का पता नहीं पर कमर बहुत तेजी से आगे पीछे हो रही थी , तभी मम्मी रुकी और पैर के तरफ मुंह कर के बैठ गई और फिर से लन्ड को चुत पे रखी ओर वैसे ही कमर को आगे पीछे ओर हाथ से मालिश करने लगी । मम्मी हाथ कम कमर ज्यादा चला रही थी , अब मेरा लन्ड से माल कभी भी निकल सकता था इसीलिए ,मैने थोड़ी सी आंख से पट्टी हटा के देखी मेरे सामने एक विशाल गान्ड थी और साया को ऊपर कर के पैर में फंसा रखी थी ताकि तेल ना लग जाए मम्मी कमर के नीचे पूरी नंगी थी , गांड की छेद साफ दिख रही थी और चुत की बाहर निकली हु फुद्दि जो कि लन्ड पे पैंट के ऊपर से ही रगड़ खा रही थी । मेरा मन तो दोनों चूतर को हाथ से पकड़ लू ओर गान्ड के छेद में मुंह लगा दु पर डर लग रहा था मम्मी कही गुस्सा न करे , फिर सोचा मम्मी भी तो गर्म हो चुकी है और अपने बेटे के ही लन्ड पर चुत रगड़ रही है और थोड़ी हिम्मत दिखा कर जैसे ही मम्मी आगे की ओर झुकी मै अपने बरमूडा को साइड कर के लन्ड को बाहर निकल दिया जो कि पूरा खड़ा हो चुका था मै लन्ड को टोपे पर थोड़े से थूक लगने की सोची जैसे ही हाथ से थूक लगने के टोपे पर थूक मलने लगा मम्मी पीछे को हुई और हाथ चुत में टच हुआ मम्मी पीछे की ओर पलटी ओर देखी मेरा आंख खुला हुआ है , मम्मी की आंख पूरा लाल हो चुका था मम्मी पूरी गर्म हो चुकी थी , चुत बहुत पानी छोड़ रही थी । जैसे ही मम्मी मुझे देखी मम्मी उठने को चाही मै झट से उनके चूतर को दोनों हाथ से पकड़ और अपने लन्ड पे बिठा दिया मेरा लन्ड मां के भोसड़े को चीरता हुआ अंदर चला गया पर मां उठना चाह रही थी पर मै चूतर को पकड़ कर नीचे से झटके लगने लगा और मां के अंदर इतनी गर्मी थी कि मैं 2 मिन भी झेल नहीं पाया और चुत में ही झड़ गया ।
फिर मां उठी चुत से मेरा माल निकल रहा था साया से अपने कमर को ढकी ओर बोली–
मम्मी – तुझे शर्म नहीं आती अपनी मां के साथ गंदी हरकत करते हुए।
(मेरा लन्ड जो कि अभी भी खड़ा ही था मां तिरछी नजर से बार बार देखे जा रही थी)
मै – आप भी तो यही कर रही थी मै तो बस अंदर डाल दिया ।
मम्मी – फिर भी तुझे ऐसा नहीं करना चाहिए था , तेरे पाप के जाने के बाद पहली बार लन्ड देखी अपने आप को रोक नहीं पाई और तूने .... बोलते ही रोने लगी
मै – मां को रोता देख मैने मां को अपने बाहों में लिया और बोला मां में हु ना आपको कभी दुखी नहीं देख सकता आपका अकेलापन मै दूर करूंगा
मम्मी – पर तू मेरा बेटा है मैं तेरे साथ ये सब नहीं नहीं कर सकती समाज इस रिश्ते को बहुत गलत नाम से बुलाती है।
मैं – मुझे उससे फर्क नहीं पड़ता ओर ये बात किसी को पता नहीं चलेगा सिर्फ हम दोनों कोई बाहर वाला नहीं ओर ना ही कोई घर वाला सिर्फ हम दोनों मां ओर आपको कभी अकेलापन भी नहीं लगेगा।
मम्मी – अगर किसी को पता चल गया तेरी भाभी तो हमेशा घर में ही रहती है
मै – भाभी तो हमेशा अपने रूम में रहती है आप उनकी फिक्र मत करो मै उसे संभाल लूंगा।
मम्मी – हा मुझे पता है कैसे संभालेगा।
मै– क्या मतलब कैसे संभाल लेगा।
वो सब छोड़ो आप तैयार हो या नहीं आप के पास सिर्फ एक ही रास्ता है वो सिर्फ मै हु , अगर आप बाहर किसी से संबंध बनाए फिर बदनामी का आप सोच लो ।
मम्मी – अगर मै किसी बाहर वाले के साथ करु तुझे बुरा नहीं लगेगा।
मै – अगर आप खुश हो तो फिर आपकी खुशी में मेरी खुशी।
मम्मी – ठीक है मै तैयार हु पर तू हमेशा आराम से करेगा और किसी को पता नहीं चलनी चाहिए।
( और मेरा लन्ड पकड़ लेती है )


Jaldi hi agli update ayegi...
🔥👌🏼
 
Top