मेरी हालत खराब होती जा रही थी।।
मतलब ऐसा हाल हो गया था की सामने मेरे तीन तीन मस्त गदराई हुई माल औरतें लगभग नंगी नहा रहा थी, मेरे पजामे के अंदर मेरा लन्ड फटने पर उतारू था और मैं कुछ कर नही सकता था। फिर मेरे दिमाग में एक ख्याल आया कि क्यों ना मैं सामने अपने कमरे में चला जाऊं और खिड़की से बाहर आराम से देखकर मजे लूं , अंदर लाइट बंद रहेगी तो बाहर से कुछ दिखाई भी नही पड़ेगा। ये सोचकर मैं चल पड़ा अपने कमरे की तरफ, अभी मैं मुड़ा ही था जाने के लिए की चाची की आवाज आई - अरे रवि, कहा जा रहा है ? जा कर अपने कमरे से कपड़े तो लाकर टांग दे यहां तार पर मैने बिना मुड़े वैसे ही कहा - सोने जा रहा था मगर पहले कपड़े लाकर दे देता हूं।
अपने कमरे जा कर मैने बैग से दोनो पजामे और टी शर्ट निकाले और लेकर बाहर आ गया सामने फिर से देखकर पगला गया मै क्योंकि तब तक पानी से और भीग चुकी थी तीनो, और तो और साबुन लगाने के लिए तीनो ने अपने पेटीकोट का नाड़ा जो उन्होंने अपनी चुचियों के ऊपर बांधा था उसे भी ढीला कर चुकी थी, खैर मैने जल्दी से कपड़ो को तार पर टांगा और अपनी चड्डी बनियान लेकर भाग आया कमरे में।
कमरे में आने के बाद दरवाजा बंद करके मैं खिड़की से थोड़ी दूर इस तरह बैठ गया की अंदर से बाहर उजाला होने की वजह से सब दिख रहा था लेकिन बाहर से अंदर कुछ नही।
मैने देखा की धीरे धीरे तीनो ने पेटीकोट अपनी चुचियों के नीचे कर दिया था और रगड़ रगड़ कर उस पर साबुन लगा रही थी मैंने अपना लन्ड पजामे के बाहर निकाल लिया ऐसी जबरदस्त नंगई अपनी जिंदगी में नही देखी थी मैंने।
मैने एक चीज देखी की मेरी मामी कुछ ज्यादा ही खुल कर नहा रही थी और तभी उन्होंने अपना पेटीकोट पूरा उतार दिया और पूरी नंगी हो गई
मां - अरे उर्मी पगला गई हो क्या, रवि भी वही है और तुम सारे कपड़े उतार दी ।
मामी - अरे दीदी वो सोने गया है और वैसे भी ये कपड़े पहन के नहाया नही जाता मुझसे और अगर देख भी लेता है रवि तो क्या फर्क पड़ता है अपना ही तो बच्चा है।
चाची - हां भाभी वैसे बोल तो ये ठीक हो रही है , कपड़े पहन कर तो मुझसे भी नहाया जाता । ये बोलने के बाद चाची ने अपना पेटीकोट उतार दिया और पूरी नंगी हो गई।
मां - कम्मो तू भी इस पागल की बातो में आ गई, लेकिन बोल तो वैसे तुम दोनो ठीक ही रही हो कपड़े पहन कर तो मुझसे भी नही नहाया जाता। मां ने भी अपना पेटीकोट उतार दिया और तीनो औरतें अब पूरी नंगी हो गई थी मेरे सामने बस कुछ दूरी पर क्या गजब सीन थी क्या बताऊं मन तो कर रहा था की नंगा हो कर मैं भी इनके साथ शामिल हो जाऊ लेकिन मजबूर था। मैं जुगाड बनाने में लग गया की कैसे भी करके इस लॉकडाउन को सफल बनाना है और इन तीनों के चूत का बाजा बजाना है। मुझे अब सबसे पहले इन तीनों में सबसे ज्यादा नाड़े की ढीली औरत को पहचानना था। खैर इधर जब तीनो नहा चुकी तो नंगी ही खड़ी होकर तार से पजामा टी शर्ट उतारने लगी।
एक एक करके तीनो ने पजामा पहन लिया, आए हाय क्या लग रही थी तीनो एक तो तीनो की गांड़ चौड़ी थी और ऊपर से बिना चड्डी के कॉटन का पजामा लगभग सब दिख ही रहा था। फिर टी शर्ट पहना तीनो ने वो भी एक दम टाइट हुई उनकी चूचियों पर तीनो के निप्पल और निप्पल का घेरा लगभग दिख रहा था।
अब आप लोग खुद ही कल्पना कीजिए की तीन गदरायी हुई औरतें बिना चड्डी और ब्रा के अपने से एक दो साइज छोटा कॉटन का पजामा और टी शर्ट पहन कर कैसी लगेंगी। मैने तो उन तीनो को देखा और मुठ मारने लगा और जोर से, इतनी गदरायी हुई औरतें देखकर लन्ड फटने पर उतारू था मेरा पानी इतना निकला की लगा जैसे शरीर से जान ही निकल गई और मैं वही चारपाई पर थक कर सो गया।