• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Incest जीजा जी की चाहत (incest)

Chote babu

Banned
309
554
93
Arre Bhai,Jijaji ki Chahat khatm ho gayi.
 

Rkarya7979

Member
328
1,275
139
मैंने एक बात गौर की है कि दूसरे थ्रेड्स पर बहोत सी चूतियापे से भरी वाहियात कहानियां जिनके अपडेट भी इतने धीरे आते हैं की लोग नया अपडेट पाते पाते पिछली कहानी भूल चुके होते हैं उन पर ढेरों लाइक और कमेंटस आते हैं लोग राइटर की खुशामद करते हैं गिड़गिड़ाते हैं अपडेट के लिए ........, लेकिन मेरे थ्रेड पर गिनती के 12-15, लोग ही साथ देते हैं व्यू तो ढाई लाख से ज्यादा हैं पर हौसला देने वाले सिर्फ गिने चुने क्या इसलिए कि मैं बिना खुशामद करवाये अपडेट देता हूँ रेगुलरली ????? आप लोगों के लाइक और कमेंट से मेरा बैंक बैलेंस नही बढ़ता पर अच्छा लगता है तारीफ के शब्द आगे और अच्छा लिखने की प्रेरणा देते हैं और नए आईडिया आते हैं दिमाग मे इसलिए गुजारिश है कि कमेंट जरूर करें ......., नही भी करेंगे तो भी मैं स्टोरी पूरी करूंगा लेकिन फिर से शायद मेरी पहली और आखिरी स्टोरी होगी इस मंच पर ,.......

आप सब के सहयोग और समर्थन का आकांक्षी .......,🙏
Bhai 36 update padhe hen abhi....
Aur ab tak mujhe XF ki best story lagi he...

Meri XB aur XF aur Yum par padhi fev stories me ab ye bhi ek ho gyi he
 

Sirajali

Active Member
1,881
4,824
144
Vikas ka ab Nikita se dil bhar gaya hai isliye Vikas ne Nikita ko chodna chod diya aur muth marne laga ...... lekhak ka bhi kahani se man bhar gaya aur lekhak bhi Vikas ke sath muth maarta hai............. kahani katam
 

Luckyloda

Well-Known Member
2,459
8,078
158
Waiting for update
 
  • Like
Reactions: Sanju@

ambe900

New Member
9
11
3
मैंने एक बात गौर की है कि दूसरे थ्रेड्स पर बहोत सी चूतियापे से भरी वाहियात कहानियां जिनके अपडेट भी इतने धीरे आते हैं की लोग नया अपडेट पाते पाते पिछली कहानी भूल चुके होते हैं उन पर ढेरों लाइक और कमेंटस आते हैं लोग राइटर की खुशामद करते हैं गिड़गिड़ाते हैं अपडेट के लिए ........, लेकिन मेरे थ्रेड पर गिनती के 12-15, लोग ही साथ देते हैं व्यू तो ढाई लाख से ज्यादा हैं पर हौसला देने वाले सिर्फ गिने चुने क्या इसलिए कि मैं बिना खुशामद करवाये अपडेट देता हूँ रेगुलरली ????? आप लोगों के लाइक और कमेंट से मेरा बैंक बैलेंस नही बढ़ता पर अच्छा लगता है तारीफ के शब्द आगे और अच्छा लिखने की प्रेरणा देते हैं और नए आईडिया आते हैं दिमाग मे इसलिए गुजारिश है कि कमेंट जरूर करें ......., नही भी करेंगे तो भी मैं स्टोरी पूरी करूंगा लेकिन फिर से शायद मेरी पहली और आखिरी स्टोरी होगी इस मंच पर ,.......

आप सब के सहयोग और समर्थन का आकांक्षी .......,🙏
Hey dear aapki khani super se ooper hai.
Nhi to mai only incest read krti thi.
But esko regularly read krti hu
 
  • Like
Reactions: Sanju@

Vikashkumar

Well-Known Member
3,019
3,746
158
Update
 

Fuckerabhi

New Member
3
6
3
मैंने दीदी के हाथ की पकड़ अपने लंड पर महसूस कर के कहा दीदी पर ये शो तो नाईट में ही चलेगा दीदी और दीदी बोली नाईट में आज पूरी मूवी दिखाउंगी तुम्हे बच्चू बहोत तरसाया है तुमने इतने दिन और सुबह से मेरी चूत में आग लगा रखी है .......


इतना कह कर दीदी मेरी ज़िप खोलने लगी और इस बार मैं उन्हें मना नही कर सका ...... उन्होंने ज़िप तो खोल ली ........ लेकिन खड़े लंड को जीन्स और अंडरवियर की कैद से निकलना काफी मुश्किल होता है वो कोशिश तो कर रही थीं पर लंड को बाहर नही निकाल पा रही थी कई मिनट तक वो मेरे लंड को खींचती हिलाती रही और अंत मे हार सी मान कर बोली ...... विकी बाहर निकालो ना इसे देखो कैसे रूठा हुआ सा अंदर छुपा है .......

उनकी बात सुन कर मैं मुस्कुरा उठा और फिर मैंने किसी तरह से बाहर निकाल दिया और उसके बाहर आते ही दीदी ने उसे हाथ मे पकड़ लिया और कस कस के दबाने लगी और बोली उफ़्फ़फ़ कितना मस्त है एकदम सख्त ...... तभी उनका फोन रिंग हुआ उन्होंने जल्दी से लंड छोड़ कर पर्स से फोन निकाला प्रतीक की कॉल थी उन्होंने बस फोन की रिंग बन्द कर के उसे वापस पर्स में डाल लिया और फिर से लंड सहलाने लगी ........


लंड सहलाते हुए वो मेरे कान में बोली विकी मेरी चूत का कुछ करो ना बहोत गीली हो रही है मैंने कहा आप अपना लहंगा मेरी साइड से उठा कर इधर वाला पैर उपर सीट पर रखो और उन्होंने ऐसा ही किया मैंने धीरे से अपना दायां हाथ अंदर डाला और दीदी की नरम चिकनी नंगी जांघ की नरमी को महसूस करते हुए अपना हाथ पैंटी में कैद उनकी बुर पर रख दिया दीदी एकदम से सिसक कर बोली aaahhh विकी उंगली डाल न अंदर प्लीज और मैंने पैंटी के साइड से उंगली अंदर घुसा दी ......


दीदी की बुर एकदम पनियाई हुई थी पिछले 20 दिन से उन्होंने झांटे नही साफ की थीं तो मेरी उंगलियों को उनकी झांट के मुलायम बालो का स्पर्श महसूस हुआ उनकी झांट के बाल भी बुर के रस से तरबतर थे .......


मैंने उनकी चूत के मुलायम लिप्स पर उंगलियां फिराई और उनके होंठो से एक तेज सिसकी निकल गयी और दीदी ने अपनी गांड़ उठाते हुए मेरी उंगली को चूत में लेने की कोशिश की लेकिन इस कोशिश में मेरी उंगली फिसल कर उनकी बुर के दाने पर रगड़ गयी और वो एकदम से झुंझला कर बोली विकी अंदर डाल दे ना उंगली प्लीज मैं तेरे हाथ जोड़ती हूँ .........

और मैंने अपनी उंगली को सही दिशा दिखाते हुए दीदी की गीली पनियाई हुई बुर में पेल दिया ...... और गोल गोल घुमाने लगी मेरी इस हरकत से दीदी एकदम तड़प कर अपनी गांड़ हिलाने लगी और मेरे लंड पर उनके हाथ की गति और तेज हो गयी ........

हम दोनो ही पूरी मस्ती में एक दूसरे को भरपूर सुख देने का प्रयास कर रहे थे ...... लेकिन तभी हाल का दरवाजा खुला और एक आदमी हमारी ओर ही आने लगा मैंने जल्दी से दीदी की बुर से उंगली बाहर निकाल कर अपना लंड किसी तरह जीन्स में ठूंसा ..... तब तक वो आदमी पास आ गया ये तो वही गॉर्ड था उसने मेरे पास आ कर पूछा सर कुछ भिजवाऊँ पानी या कोल्ड ड्रिंक ....... मैंने मन में उसे 100 गालियां देते हुए कहा नही कुछ नही यार हमे मूवी देखने दो डिस्टर्ब मत करो .......

वो वापस चला गया और दीदी के चेहरे पर इस समय उत्तेजना खीझ और गुस्से के भाव थे वो बोली साली किस्मत ही खराब है मेरी ....... मैंने दीदी के गाल को चूम कर कहा ऐसा कुछ नही है बस ये जगह और समय खराब है पब्लिक प्लेस है ये सब घर मे अकेले में करने वाले काम हैं ......



मेरी बात सुन कर दीदी का मूड कुछ नॉर्मल हुआ और मैंने दीदी को दिखाते हुए उनकी बुर के रस में भीगी अपनी उंगली पहले सूंघी और फिर मुह में डाल कर चूसने लगा ये देख कर दीदी मुस्कुरा कर बोली बस रात तक रुक जाओ जानू फिर जितना चाहो पी लेना मेरी बुर का रस जीभ डाल डाल कर चूसना मैं तुम्हारी प्यास बुझा दूंगी राजा ........

फिर थोड़ी ही देर में इंटरवल हुआ और मैं बाहर से दो पॉपकॉर्न और चिप्स ले आया बाकी की मूवी हमने किसी तरह पॉपकॉर्न और चिप्स खाते हुए झेली क्योंकि शुरू की तो देखी ही नही थी ठीक से ........ ढाई घंटे में हमारी बियर भी हल्की हो गयी थी .......

मूवी खत्म होते ही हम बाहर आ गए ...... और पार्किंग की ओर चल दिये ...... पार्किंग में पहुंच कर दीदी बोली एक बात कहूँ विकी ...... मैंने कहा हां बोलो ना ..... वो बोली तुम्हारे साथ पब्लिक प्लेस में कुछ करने में मुझे कुछ खास ही मज़ा आता है थोड़ा डर भी लगता है लेकिन मज़ा भी कुछ खास ही आता है .......

मैंने कार अनलॉक की और दरवाजा खोल कर अंदर बैठ गया दीदी भी मेरी बगल में बैठ गईं ....... हमारी कार एकदम पीछे की ओर थी और इस तरफ कोई नही था एक दो लोग आगे की तरफ थे मैंने कहा निक्की ...... दीदी ने मेरी ओर देखा ....... मैंने कहा जल्दी से एक बार चूत चटवा दो ना और मेरी बात सुन कर दीदी ने मुस्कुराते हुए कार की अगली सीट पर घोड़ी बनते हुए अपनी गांड़ मेरी ओर कर दी और जल्दी से पिछे से अपना लहंगा उठा कर गांड़ नंगी कर के बोली पैंटी तुम ही सरका दो मैंने देखा ये वही नेट वाली पैंटी थी और दीदी के झांट वाली बुर के गुलाबी लिप्स नेट से नजर आ रहे थे ........ .

मैंने कुछ सेकेंड जी भर के इस खूबसूरत नजारे को देखा और फिर उनकी पैंटी में उंगलियां फंसा के उसे नीचे खींच दिया अब दीदी की नंगी बुर मेरी आँखों के सामने थी और मैंने उनकी ओर झुकते हुए अपने होंठ उनकी बुर के गीले गीले होंठो पर रख दीदी ......... aaahhhh विकी लव यू जान चुसो खा जाओ मेरी बुर उफ़्फ़फ़ दीदी अपनी गांड़ पीछे धकेलते हुए अपनी बुर मेरे होंठो पर दबाने लगी और मैंने अपनी जीभ एकदम से उनकी बुर में गहराई तक उतार दी ......... और अपनी जीभ को उनकी बुर में गोल गोल घुमाना शुरू कर दिया और कुछ सेकेंड्स तक ऐसे ही बुर को जीभ से मथने के बाद मैंने जीभ को बाहर खींच कर बुर को अपने मुह में भर कर जोर से चूसा और दीदी की बुर से चम्मच भर चिकन खट्टा से रस मेरे मुह में आ गया उसका स्वाद लाजवाब था मैं उसे निगल गया ........

और दीदी कार स्टार्ट कर दी ...... दीदी ने मुड़ कर लाल लाल नशीली आंखों से मेरी ओर देखा और बोली बस थोड़ा सा और मैं झड़ने वाली हूँ ....... मैं खुद को बेबस सा महसूस कर रहा था ...... दीदी की हालत पर तरस भी आ रहा था और यहां पार्किंग में इस से ज्यादा कुछ करना मुझे सही भी नही लग रहा था .......

तभी मेरी मुश्किल आसान हो गयी और दो लड़के पीछे की ओर आते दिखे मैंने दीदी को उन लड़कों की ओर इशारा करते हुए कहा बाकी रात में दीदी ने उन्हें देखा तो जल्दी से सीट पर बैठते हुए अपना लहंगा सही कर लिया ....... और भुनभुनाते हुए बोली हर बार मेरे मूड की माँ चुद जाती है ........

दीदी के मुह से गाली सुन कर मैं थोड़ा हैरान हुआ पर मैंने गाड़ी गियर में डाली और घर की ओर निकल पड़ा ....... रास्ते मे दीदी ने फोन निकाल कर प्रतीक को कॉल की .......

दीदी- हेलो जानू कैसे हो आप .......

आज उन्होंने स्पीकर ऑन नही किया था तो मैं उधर से प्रतीक की बात नही सुन पॉय रहा था .......

दीदी-मैं भी एकदम ठीक हूँ जान बस तुम्हारी याद आती है बहोत मिस करती हूं तुम्हें ......

.......................................................


दीदी- हां मैं मार्केट आयी थी विकास के साथ कुछ कपड़े लेने थे फोन घर पर ही भूल गयी थी ....... आ कर तुम्हारी कॉल देखी तो फौरन कॉल की ना ........

.........................................................

दीदी- अभी कहाँ जान अभी तो कमरों की पूरी पेंटिंग बाकी है अभी शायद एक हफ्ता और लगे .......

.........................................................

दीदी- जान मैं भी तो तड़प रही हूं उस दिन से दोबारा उसी मज़े के लिए लेकिन मजबूरी है मम्मी के साथ सोती हूँ कैसे करूँ सॉरी जान ........

.........................................................

दीदी- ओहहह बाबू बस एक हफ्ते और इंतजार कर लो फिर तुम्हारी हर बात मानूँगी ना ....... ok मैं pic सेंड के दूंगी अपनी देख कर मुठ मार लेना आप ....... लव यू जान ......

दीदी ने फोन काट कर पर्स में डाला और मेरी ओर देख कर मुस्कुराते हुए आंख मार कर बोली अब एक हफ्ते हमे कोई नही डिस्टर्ब करेगा ....... दीदी की ये चालाकी देख कर मैं भी मुस्कुरा दिया ........ हम घर से थोड़ी ही दूर पर थे तो दीदी बोली विकी रात के लिए कुछ इंतजाम कर लो मैंने कहा कैसा इंतजाम वो बोली पीने का आज मेरा फुल मस्ती करने का मूड है.......

मैंने कहा जो हुक्म सरकार और कार बियर शॉप के पास रोक कर जा कर 4 बियर और सिगरेट का पैकेट ले आया........ और फिर हम घर आ गए ....... मैंने कहा रात तक तो ये गर्म हो जाएगी दीदी बोली मैं इसे चुपचाप फ्रीजर में डाल दूंगी रात में निकाल लाऊंगी ......... और फिर हम घर पहुंच गए ...........

मैं थोड़ी देर नीचे बैठ कर पापा से बातें करता रहा ........ फिर 7 बजे के आसपास मैं ऊपर आ गया थोड़ी ही देर में दीदी भी आ गयीं उन्होंने दो कैन अपने हाथों में ली हुई थी और जल्दी से एक मुझे पकड़ा कर बोली एक एक अभी ले लेते हैं दूसरी खाने के बाद आज दीदी कुछ उतावली सी दिख रही थीं मैंने कहा मम्मी को महक लग गयी तो .......

वो बोली मैं उनके पास नही जाऊंगी ना दूर से बात करूंगी और अब तो सब काम निपटा कर आ रही हूं बस खाना खाना बाकी है....... मैंने कहा ठीक है फिर हम पीने लगे और पीने के बाद दीदी कुछ मूड में आ गईं और ........


उन्होंने बड़ी स्टाइल से पूछा सिगरेट है मैंने हां में सर हिला दिया और जेब से पैकेट निकाल कर एक सिगरेट उन्हें दे दी ....... उन्होंने डेस्क से माचिस निकाल कर उसे सुलगाया और कश लगा कर मुझे पकड़ा दी ....... और एकदम से मेरे लोअर को खींच कर लंड को बाहर निकाल कर झुकी और उसे मुह में ले कर चूसने लगी .......,


मेरा लंड एकदम शांत सिकुड़ा सा पड़ा था अचानक हुए इस हमले से सहम सा गया और फिर सर उठाने लगा ......... मैं भी बस आज मूड में ही था तो दीदी के कुर्ते में हाथ घुसा कर ब्रा में कैद उनकी चुंचिया मसलने लगा ........ एक बार फिर से हम दोनों गरम होने लगे ........ मैं दीदी के खड़े हो चुके निप्पल को सहलाने लगा और दीदी के मुह में मेरा लंड जो अपने पूरे आकार में आ चुका था ........

झटके लेने लगा दीदी अपना सर हिलाते हुए तेजी से लंड चूस रही थीं और मैं भी उनके चूचे मसलते हुए लंड चुसवाने का मज़ा ले रहा था मेरी हालत खराब थी मैं मस्ती में चूर हवा में उड़ रहा था ...... और वाकई आज हमारी किस्मत के लौड़े लगे थे अचानक किसी के ऊपर आने की आहट आयी सीढ़ियों से मैंने दीदी को जल्दी से परे धकेल कर इशारा किया और वो जल्दी से ........

बियर के खाली कैन उठा कर बेड के नीचे सरका दी और फिर जल्दी से भाग कर बाथरूम में चली गईं ....... मैं भी फोन निकाल कर बस यूं ही हाथ मे ले कर बैठ गया ........

और तभी मम्मी कमरे में आई और बोली मैंने सोचा मैं भी देख आऊं अब तुम लोगों के कमरे कैसे लग रहे....... मैंने कहा देख लो मम्मी एकदम बदल गया है लुक वो बोली सही में लग ही नही रहा कि वही कमरा है फिर वो बोली निक्की का कमरा भी देख लूं और वो बाहर निकल गयी ........ थोड़ी देर बाद मम्मी और दीदी मेरे कमरे के दरवाजे पर दिखी और मम्मी बोली चल बेटा खाना खा ले फिर आराम कर आ के ........

मैं भी उठ कर नीचे आ गया हम सब ने साथ मे खाना खाया और फिर मैं सबसे पहले उपर आ गया बस दो मिनट बाद ही दीदी भी आ गईं ........ उन्होंने हाथ मे पकड़ी हुई एक कैन मेरी ओर उछली और बोली मैं बस 5 मिनट में आती हूँ विकी तुम तब तक बियर पी कर मूड बनाओ और वो दूसरी कैन खोल कर घूंट भरती हुई बाहर निकल गईं ........

मैं बेड पर अधलेटी अवस्था मे बैठा हुआ बियर पीने लगा आज ये चौथी थी मैंने पहले कभी एक दिन में इतनी नही पी थी ........
और ज्यादा स ज्यादा तीन मिनट बाद दीदी कमरे में दाखिल हुई उनके जिस्म पर बस वही गुलाबी रंग की ब्रा पैंटी पैरों में ब्लैक कलर के हाई हील कमर तक लहराते हुए खुले बाल और होंठो पर सुर्ख लाल लिपस्टिक इस रूप में दीदी इतनी सेक्सी लग रही थीं कि उन्हें देखते ही मैंने बियर का आखिरी घूंट लेते हुए खाली कैन को एक ओर फेंका और लपक कर बेड से नीचे आ गया .......


दीदी ने मुझे उतरते देख कर जल्दी से घूम कर दरवाजा बंद किया उफ़्फ़फ़ उनके घूमते ही मुझे उनके एकदम नंगे चूतड़ों के दर्शन हो गए हांलाकि उन्होंने पैंटी पहनी थी लेकिन उसकी पतली डोरी सिर्फ उनकी कमर पर दिख रही थी चूतड़ों के बीच घुसी हुई पीछे की डोरी नजर नही आ रही थी .........

मैंने उनके पास जा कर उन्हें बाहों में उठा लिया और ले जा कर बेड पर फेंक सा दिया और उनकी कमर पर हाथ रख कर उन्हें पलटा कर पेट के बल लिटा दिया और फिर जल्दी से बेड पर चढ़ कर झुक कर उनके खुले हुए बाल उनकी पीठ से हटाते हुए पीछे से उनकी गर्दन को चूमने लगा ऊऊम्म्म्म्म aaahhhhh दीदी लव यू जान मैंने अपनी जीभ निकाली और दीदी के गर्दन से फिराते हुए उनकी पीठ को चाटने लगा मैं पूरी जीभ को ऊपर से नीचे दाएं से बाएं चाटे जा रहा था........ दीदी सिसकने लगी आहें भरने लगी ओहहह विकी मेरी जान मेरे बदन में आग लग रही है .........



पीठ चाटते हुए मैंने ना जाने क्या सोच कर दीदी की बाहें पकड़ कर ऊपर उठा दी उनके सर से ऊपर दीदी की गोरी गोरी बगलों में काले चमकदार बाल दिख रहे थे और मैने अपना मुह उनकी बगल में घुसा दीदी के बदन से पसीने की हल्की महक आ रही थी और उस मादक गंध को सूंघ कर मेरा लंड फटने को हुआ और मैं अपनी जीभ दीदी की दाईं आर्मपिट पर फिराते हुए उसे चाटने लगा पसीने के नमकीन स्वाद चखते ही मेरा लंड और भी तेज झटके लेने लगा ........


और दीदी बेड पर पड़ी हुई मचलने लगी ........ ओहहह विकी कितना मज़ा दे रहे हो आज तुम ....... और मैंने अपनी जीभ अब दूसरी ओर की आर्मपिट पर चलानी शुरू कर दी मैं दीदी के बगल के बालों को चूस रहा था ........ और फिर कुछ देर जी भर के दीदी की बगलों को चूसने के बाद मैं दीदी की कमर को चाटने लगा दीदी के बदन में कंपकंपी होने लगी और मैंने उनकी कमर के मांस में दांत गड़ा दिए और दीदी चीख उठी aaahhhhsssss uffffff मेरी जान ले लोगे क्या जानू ........ और मैंने जीभ को अब दीदी के नंगे तेज रोशनी में चमक रहे चूतड़ों पे फिराना शुरू कर दिया मैं किसी कुत्ते जैसे दीदी के चूतड़ों को चाट रहा था दोनो को बारी बारी ....... और दीदी सिसिया रही थी आहें भर रही थी ......... और फिर जब दीदी के दोनो चूतड़ मेरे थूक से भीग कर चमकने लगे तो मैंने उनके एक चूतड़ को मुह में भर कर दांत से हल्के हल्के काटना शुरू कर दीदी एकदम से उछल पड़ी और बोली अब बस मेरी चूत की आग बुझा दो ना मेरी जान ........ अब नही रहा जाता मैंने उनकी बात को अनसुना करते हुए उनकी पैंटी की डोरी को उंगली से पकड़ कर खींचा और दोनो हाथो से उनके चूतड़ फैला कर दीदी के गांड़ के छेद को देखने लगा ........ और अगले ही पल मैंने झुकते हुए उनकी गांड़ के छेद पर अपनी नाक रख दी और सूंघने लगा दीदी की गांड़ को ...... उफ़्फ़फ़ मदहोश करने वाली बू थी वो ...... दो तीन बार जी भर के गांड़ सूंघने के बाद मैंने अपना मुह खोल कर दीदी की गांड़ के छेद को पूरा मुह में भर लिया और चूसने लगा आआम्म्म्महहहहहहह........ और दीदी ने अपनी गांड़ हवा में उठाते हुए मेरे मुह पर दबा दी फिर मैं गांड़ को मुह में भरे हुए ही उनकी गांड़ के छेद को जीभ से कुरेद कुरेद कर चाटने लगा........ और दीदी ओहहह विकास मैं गयी आआहहहहहह झड़ गयी रे बह गई मेरी बुर सससम्म्म्ममम्म ......... उनका बदन कांप रहा था आखिर सारा दिन तड़पने के बाद उनकी बुर की गर्मी थोड़ी शांत हुई थी ......... दीदी का बदन धीरे धीरे कांपता हुआ शान्त हो रहा था और सो गहरी सांसें लेती हुई निढाल पड़ी थी .......

पर मेरे बदन में एक आग जल रही थी और मेरा लंड खूंटे जैसा सख्त हो रहा था........।
Nice going
 
Top