Sexyyyyyyyupdate dear hunterअपडेट 11
स्कूल की छुट्टी हम लोग बस में सवार हो गए और घर की ओर निकल लिए आगे वाली सीट पर मैं और पीहू दीदी बैठे थे और हमारे जस्ट पीछे वाली सीट पर सोनू दीदी और दीपू बैठे थे तभी पीहू दीदी ने कहायार बबलू कितनी गर्मी है ना बहुत गीली हो गई हूं में तो
मैं हंसते हुए कहां गीले हो गए हो दीदी मुझे तो दिखाई नहीं दे रहा है
पीहू दीदी- अरे पागल मैं कपड़ों की बात कर रही हूं और हंसने लगी
मैं - हां दीदी गर्मी तो बहुत है मेरा भी खड़ा हो गया है
पीहू दीदी- क्या खड़ा हो गया है भाई
मै - रोंगटा खड़ा हो गया है दीदी आपने क्या समझ लिया
पीहू दीदी - कुछ नहीं और मुस्कुराने लगी और फिर बोला यार कितनी गर्मी है काश कोई पानी गिरा दे मेरे ऊपर तो थोड़ी ठंडक मिल जाए
मैं - मै गिरा दूं क्या दीदी और हंसने लगा
पीहू दीदी- नहीं भाई यहां नहीं यहां मेरे सारे कपड़े खराब हो जायेंगे घर जा कर गिराना और हम दोनो ही हंसने लगे दीदी के साथ डबल मीनिंग बाते करने में एक अलग ही मजा आ रहा था समझ दोनो रहे थे पर अंजान बनने का नाटक कर रहे थे और सच कहूं तो बहुत मजा आ रहा था तभी मुझे अपने पैर पर कुछ रेंगता हुआ महसूस हुआ मैंने नीचे देखा तो सोनू दीदी अपने पैर को मेरे पैर पर रगड़ रही थी और जिस वजह से हो रही सनसनी से मेरा लंड झटके मार कर खड़ा हो गया ऐसे ही हम मस्ती करते हुए घर पहुंचे और चेंज करने के लिए अपने अपने रूम में घुस गए
रोजाना तो पीहू दीदी बाथरूम में जाकर चेंज करती है पर आज उनके दिमाग में क्या आया और उन्होंने मेरे सामने ही कपड़े चेंज करने स्टार्ट कर दिए अपनी पैंट मै दूसरी साइड खड़ा अपना शर्ट उतार कर बाथरूम जाने की तैयारी कर रहा था की पीछे देखते ही मेरी नजर पीहू दीदी पर पड़ी पीहू दीदी ने अपनी पैंट और पेंटी दोनो ही एक साथ नीचे सरका के अपने पैरों से निकल दी और मेरी नजरों से अंजान बनते हुए अपना कुर्ता भी ऊपर उठाया और अपनी नंगी गोरी गांड़ के दर्शन मुझे करवा दिए
upload
और झट से दूसरी पैंटी उठा कर अपनी नंगी गांड़ पर चढ़ा दी यह सीन देख कर मेरा लंड तनाव की वजह से फटने की कगार पर पहुंच गया और मैं दीदी के पीछे जा कर खड़ा हो गया और दीदी को पीछे से अपनी बाहों में भर लिया और अपना लंड दीदी की गांड़ पर रगड़ते हुए बोला मेरी प्यारी पीहू दीदी आज शाम को मेरे एक दोस्त की बर्थडे पार्टी है प्लीज मम्मा से मुझे वहां जाने की परमिशन दिला दो ना मेरी प्यारी दीदी मै आपकी हर बात मानूंगा प्लीज दीदी और इसी बहाने से अपना लंड पीहू दीदी की गांड़ पर रगड़ने लगा पीहू दीदी को अपनी गांड़ पर मेरे लंड का अहसास होते ही उनके मुंह से एक मादक सिसकारी निकल गई और उन्होंने अपनी गांड़ को मेरे लंड पर दबाते हुए बोली अच्छा बोल दूंगी मम्मी को अब ज्यादा मस्का मत लगा
और मैने दीदी को थैंक यू बोलते हुए दीदी के गाल पर एक किस्स कर दिया दीदी ने मेरी ओर पलटते हुए कहा परमिशन में दिलवा दूंगी पर वापिस मेरे पास कोई कंप्लेन नहीं आनी चाहिए की तूने कोई शरारत की है तो मैने कहा नहीं आएगी दीदी और दीदी के होटों पर एक किस्स करके बाथरूम में भाग गया
upload image
और अंदर से दरवाजा बंद कर दिया दीदी बोली रुक जा शैतान तुझे अभी बताती हूं और दरवाजा बजाने लगी पर मैंने कहा दीदी अब मैं आपके हाथ नहीं आने वाला हूं और नहाने लगा नहाकर मैं एक टॉवेल लपेट कर बाहर निकला पर मुझे नहीं पता था की पीहू दीदी आज मेरे मजे लेने के फूल मूड में है और जैसे ही मैं बाहर निकला पीहू दीदी ने मुझ पर पर हमला बोल दिया और मेरा टॉवेल खींच कर भाग गई और जाते जाते मुझे चिढ़ाते हुए वनमानुष और बोल कर गई मैं भी पीहू दीदी के पीछे उनको पकड़ने के लिए भागा पर पीहू दीदी कभी बेड के उधर तो कभी उधर पर तभी मैने छलांग लगाई और सीधा पीहू दीदी को लेकर बेड पर अब पीहू दीदी मेरे नीचे और मै पीहू दीदी के ऊपर
और पीहू दीदी को पकड़ने के चक्कर में दीदी के बोबे मेरे हाथ में आ गए और मैंने उन्हें दबाना शुरू कर दिया और अंजान बनते हुए कहा और करोगे लेकिन पीहू दीदी हंसते हुए बोली छोड़ दे वनमानुष और फिर हंसने लगी मैंने भी दीदी की बागलों में हाथ डालते हुए उनकी गुदगुदी करना शुरू कर दिया वो हंसते हुए छटपटाने लगी
और बोली रुक जा बबलू मेरा हंस हंस कर पेट दर्द करने लग गया है पर मै नहीं माना और तभी पीहू दीदी ने अपना पूरा जोर लगा कर मुझे धकेला और अब सिचुएशन उल्टी हो गई अब मैं नीचे और पीहू दीदी मेरे ऊपर थी और उन्होंने मेरे दोनो साइड में रख के हाथ पकड़े और मेरे कान को अपने दांतों के बीच पकड़ कर काटना शुरू किया मैं चिल्लाने लगा आअह्ह जंगली बिल्ली काट रही है और नीचे से निकलने की कोशिश करने लगा पर दीदी ने अपने पैरों के नीचे मुझे कस के दबा रखा था इसी छीना झपटी में दीदी की पेंटी फट गई थी और मैं तो वैसे भी नंगा ही था तो मेरा लंड दीदी की चूत पर दस्तक देने लगा और ये अहसास होते ही दीदी ने मुझे और कस के पकड़ लिया और अपनी चूत मेरे लंड पर रगड़ने लगी दीदी की चूत की फांकों के बीच रगड़ खाता मेरा लंड मुझे और पीहू दीदी को असीम आनंद दे रहा था
image upload
दीदी ने मुझे कस के पकड़ा और जोश में आकर अपनी पूरी स्पीड से अपनी चूत मेरे लंड पर रगड़ने लगी और मात्र दो मिनट में ही आअह्ह्ह्ह भाई कहते हुए झड़ने लगी और धम्म से मेरी छाती पर गिर गई और 2 मिनट तक हांफती रही
और जब शांत हुई तो उन्हे अहसास हुआ की हम दोनों क्या कर रहे थे और वो झट से मेरे ऊपर से उठ कर शर्माते हुए बाथरूम में भाग गई और जाते जाते और बोल गई साला वनमानुष और मै भी मुस्कुरा उठा और अपने कपड़े पहन कर रूम से बाहर निकल गया बस में सोनू दीदी की छेड़खानी और फिर पीहू दीदी की नंगी गांड़ के दर्शन और अब दीदी की नंगी चूत की रगड़ाई इन सब की वजह से मेरा लंड फटने की हालत में आ गया और अब मुझसे बरदाश्त से बाहर हो गया इसलिए मैने रूम से निकलकर भाभी के बेडरूम की ओर रुख किया और जैसे ही एंटर हुआ देखा भाभी बेड पर बैठी फोन चला रही थी मुझे देखते ही भाभी खड़ी हो गई और बोली आइए मेरे देवर कम सैयां जी और हंसने लगी मैंने भाभी को बाहों में भर और दीवार से सटा कर उनके होंठों को अपने होटों की गिरफ्त में ले लिया और चूसने लगा
भाभी ने अपना हाथ नीचे ले जाते हुए मेरे लंड को थाम लिया और मसलने लगी और बोली क्या बात है देवर जी भाभी को चोदने का फूल मूड बना के आए हो और 2 मिनट कि किसिंग के बाद में नीचे झुका और भाभी की नाभी को चूमने लगा भाभी सिसकने लगी अअह्ह्ह्ह्ह देवर जी सीईईईईई जल्दी करो समय कम ही है कोई आ न जाए मेरी भी चूत कल शाम से ही तुम्हारा लंड लेने के लिए कुलबुला रही है और अपना ब्लाउज ऊपर करते हुए अपनी चूचियां नंगी करके एक चूची मेरे मुंह में थामा दी
और मेरे लंड को मसलने लगी
मैंने भी समय की नजाकत को समझते हुए भाभी को झटपट नंगा किया और खुद के सारे कपड़े निकाले और चढ़ गया भाभी के उपर और एक ही झटके में अपना आधा लंड भाभी की पनियायी हुई चूत में उतार दिया भाभी सिसकते हुए आआह्ह्हह्ह्ह देवर जी थोड़ा धीरे अभी मुझे इतना बड़ा लंड लेने की आदत नहीं हुई है
अअह्ह्ह्ह्ह सीईईईईई और मैने जोश में आते हुए अपना लंड थोड़ा पीछे खींचा और फिर पूरे जोर के साथ धक्का लगाते ही अपना लंड भाभी की चूत में जड़ तक उतार दिया भाभी सिसकते हुए बोली अअह्ह्ह्ह्ह मेरे अनाड़ी बालमा अपनी भाभी की चूत फाड़ ही डालोगे क्या और मेरे होंठो को चूमने लगी मैंने भी भाभी के बोबों को मसलते हुए शुरू में धीरे और फिर स्पीड बढ़ानी शुरू की और जैसे जैसे मेरे धक्के बढ़ रहे थे वैसे वैसे ही भाभी की सिसकारियां बढ़ रही थी
भाभी मजे से बड़बड़ाते हुए
अअह्ह्ह्ह्ह देवर जी हाय चोद दो इस निगोडी चूत को आह्ह्ह्ह्ह सीईईईईई कितनी तड़प रही थी ये तुम्हारे लंड से मिलन के लिए अअह्ह्ह्ह्ह सिरीईईई अअह्ह्ह्ह्ह चोद दो राजा बुझा दो प्यास अपनी भाभी की अअह्ह्ह्हह मेरे प्यारे देवर मेरे राजा मेरे बलमा अअह्ह्ह्ह्ह सीईईईइई और जोश में आकर नीचे से अपनी गांड़ उठा कर धक्के लगाने लगी
मैंने भी जोश में आकर अपने धक्कों की फूल स्पीड कर दी मेरे हर धक्के के साथ भाभी के बोबे उछल रहे थे जो मेरा जोश दुगुना कर रहे थे और लगभग 15 मिनट की चुदाई में ही हम दोनो झड़ने के कगार पर पहुंच गए भाभी सिसकते हुए बोली अअह्ह्ह्ह्ह देवर जी मैं झड़ने वाली हूं मैं भी झड़ने वाला हूं भाभी
भाभी- अअह्ह्ह्ह्ह ससीईईईईई देवर जी हम्मम्मम आ जाओ दोनों साथ में ही झड़ते है
अअह्ह्ह्ह सीईईईईईई देवर जी भर दो मेरी चूत अपने रस से अअह्ह्ह्हह मेरी बच्चेदानी में अपना माल छोड़ कर दे दो मुझे एक बच्चा अअह्ह्ह्ह्ह देवर जी मै तो गई आआह्ह्हह्ह्ह संभाली मुझे अअह्ह्ह्ह सीईईईईई और इसके साथ ही भाभी झड़ने लगी भाभी की चूत के गीलेपन के अहसास ने मुझे भी झड़ने के लिए विवश कर दिया और मैने जोश में एक आखिरी झटका लगाया
और उसके साथ ही मेरा सुपाड़ा भाभी के बच्चेदानी का मुंह उलट कर अंदर प्रवेश कर गया और झर झर कर झड़ने लगा एक के बाद एक कई पिचकारियां निकल कर भाभी की बच्चेदानी को भिगोती रही
हम दोनो लगभग 10 मिनट तक यूं ही पड़े रहे और फिर मैं भाभी के ऊपर से उतर कर साइड में लुढ़क गया
जैसे ही मेरा लंड भाभी की चूत से निकला वैसे ही भाभी की चूत से मेरे और भाभी के मिले जुले रस की रसधार भाभी की चूत से निकल कर बिस्तर पर बहने लगी
शेष अगले अपडेट में.....