Maja aa gaya bro, bhut achi story haiअपडेट -7
मेरे गधे जैसे लंड को देख कर मन डोलने लगा और अपने मन की उधेड़बुन के बाद फाइनली उन्होंने मेरा लंड अपनी चूत में लेने की ठान ली और सोचा जो होगा देखा जायेगा |
भाभी मेरे ऊपर झुकी और उन्होंने शॉर्ट्स में तने हुए लंड को अपने हाथ में पकड़ कर मुआयना करना शुरू किया तभी मै जाग गया पर मैंने भी सोचा क्यों न थोड़ी देर भाभी को भी मजा लेने दिया जाए और मै नींद में होने का नाटक करता रहा थोड़ी देर बाहर से जी टटोलने के बाद भाभी मेरे खड़े लंड को बाहर निकाल कर अपने हाथ में लेने की सोची और मेरा शॉर्ट्स नीचे खिसका दिया और एक नजर मेरे चेहरे पर डाली पर मैं भी पक्का नाटकबाज था भाभी को ये महसूस नहीं होने दिया की मै जाग गया हूं भाभी ने धीरे से मुझे पुकारा पर मेरी कोई हलचल न होती देख कर भाभी ने मेरे लंड को नाजुक हाथों में लिया और उसे सहलाने लगी
और एक हाथ से अपनी चूत को साड़ी के ऊपर से ही मसलने लगी पर इतने से ही भाभी का मन नहीं भरा इसलिए उन्होंने मेरे हल्लबी लंड को मुंह में लेने की सोची पर फिर न जाने क्या हुआ वो पलट गई और दरवाजे तक चली गई पर दरवाजे के पास जा कर बाहर देखा और दरवाजा नजदीक भिड़ा दिया और वापिस मुड़ कर मेरे पास आई और अपना चेहरा मेरे लंड के नजदीक ला कर मेरे लंड को सूंघ कर अपने सांस भरते हुए एक आह्ह्ह्ह्ह सी निकली अपने मुंह से और फिर गड़प से मेरा सुपाड़ा अपने मुंह में ले लिया तभी मेरे मुंह से भी निकल गया आह्ह्ह्ह्ह भाभी......... और भाभी यह सुनते ही हड़बड़ा कर अलग हो गई और मेरे चेहरे की ओर देखने लगी पर मैं ठहरा पक्का रंगबाज मैंने भी भाभी को यह महसूस नहीं होने दिया कि मैं जाग गया हूं और एक और कराह के साथ बोला आह्ह् मधु भाभी और जोर से अअह्ह्ह तभी भाभी को लगा की मैं कोई सपना देख रहा हूं और भाभी ने भी मौके का फायदा उठाने की ठान ली और एक बार फिर से मेरा लंड अपने मुंह में लेकर चूसने लगी |
मधु भाभी भी लंड चूसने में माहिर थी और मैं आनंद और मजे से भरा जा रहा था लगता था कि किसी भी पल मैं झड़ सकता हूं पर मैं इतनी जल्दी इस खेल को खत्म नहीं करना चाहता था इसलिए चुपचाप लेटा रहा तभी भाभी ने अपनी जीभ से मेरे सुपाड़े को आपने मुंह के अंदर कुरेदना शुरू किया और मेरे मुंह से निकला आह्ह्ह्ह्ह मधु भाभी आह्ह्ह्ह्ह कितना मजा आ रहा है और मेरे हाथ भाभी के पिछवाड़े पर से होते हुए उनकी गीली चूत पर पहुंच गए और भाभी सिसक गई तभी मैने जागने का नाटक करते हुए कहा अरे मधु भाभी आप
और इसी के साथ भाभी ने हड़बड़ाते हुए मेरा लंड छोड़ दिया पर मैने अपना हाथ भाभी की चूत पर से नहीं हटाया |
भाभी= सॉरी बबलू मुझे पता नहीं क्या हो गया मैं तुम्हारे औजार को देख कर अपने आप पर कंट्रोल नहीं कर पाई मैने धीरे से भाभी की चूत सहलाते हुए कहा कोई बात नहीं भाभी मैं समझ सकता हूं आपकी हालत भैया इतने टाइम से बाहर है तो आपकी हालत मैं समझ सकता हूं शायद आपकी जगह मै होता तो मुझसे भी शायद यही होता और कल रात को मैंने देखा था आप कैसे तड़प रहे थे इसलिए प्लीज सॉरी मत बोलो इसमें आपकी कोई गलती नहीं है तभी भाभी ने शर्माते हुए मुझे कहा कल रात तुमने सब कुछ देख लिया था क्या मैं हंसते हुए बोला हां भाभी सब कुछ देख भी लिया था और सुन भी लिया था और इसी के साथ मै और भाभी दोनो खिलखिला कर हंस पड़े इस दौरान मैंने अपने हाथ से भाभी की चूत को सहलाना जारी रखा पर भाभी ने कुछ नहीं कहा और अचानक से भाभी ने मेरे होटों को किस कर लिया और तभी मैने भाभी को अपने ऊपर खींच लिया और दोनो बेड पर गिर पड़े नीचे मैं और ऊपर भाभी और मैने आगे बढ़ते हुए भाभी के होटों को चूम लिया भाभी के मुंह से एक आह निकल गई और उन्होंने सिसकते हुए एक बार फिर मेरे होंटों पर अपना कब्जा जमा लिया और चूसने लगी और मैंने अपने दोनों हाथों से भाभी की गांड़ को सहलाना शुरू किया तभी नीचे से मम्मी की आवाज आई मधु बेटा कहां हो और भाभी हड़बड़ा कर उठ गई और जाते जाते मुझसे कह गई रात को इंतजार करूंगी आओगे ना भाभी की प्यास बुझाने और एक आंख मरते हुए झट से कमरे से बाहर निकल गई |
मैं भी अपने कपड़े सही करते हुए नीचे आया जहां खाने की टेबल पर सब मेरा इंतजार कर रहे थे
मेरे आते ही सब लोगों ने खाना शुरू किया भाभी और मम्मी खाना परोस रही थी भाभी मेरी प्लेट में रोटी रखने के लिए जैसे ही खुली मेरी नजर उनके क्लीवेज पर पड़ी और मैने अपने होंठो पर अपनी जीभ फिराई जो भाभी के नोटिस कर लिया और वो मुस्कुराने लगी |
खाना खा कर सब अपने अपने रूम में सोने चले गए मैं और दीदी भी अपने रूम में आ गए आज दोपहर वाली घटना एक बाद से हम दोनो शर्म से एक दूसरे से नजर नहीं मिला पा रहे थे इसलिए जल्दी ही दोनो सो गए लगभग 11:30 बजे मेरी नींद खुली और मुझे अचानक से याद आया की भाभी ने क्या कहा था और मैं धीरे से उठा और बिना आवाज किए चुपचाप भाभी के कमरे की ओर बढ़ा और दरवाजे के पास जाकर जैसे ही दरवाजे को हल्का सा धक्का दिया और दरवाजा खुल गया अंदर देखा तो भाभी सोने की तैयारी में ही लगी हुई थी और मुझे देखते ही मुस्कुराते हुए बोली दरवाजा बंद कर दो और आकर बैठो|
मैने दरवाजा अंदर से बंद किया और मुड़कर जैसे ही बेड के नजदीक आया भाभी झुक कर बेडशीट सही कर रही थी मैने भाभी को पीछे से पकड़ लिया और उठा कर घुमाने लगा
मधु भाभी = आह क्या कर रहे हो बबलू में गिर जाऊंगी
और इसी के साथ हम दोनों धड़ाम से बेड के ऊपर गिर गए नीचे भाभी और ऊपर मैं
और मैने हल्के से भाभी के कान के पास चूम लिया भाभी सिसकते हुए पलटी और मेरे होटों को अपने होटों की गिरफ्त में ले लिया और चूमने लगी मैंने भी भाभी के निचले होंठ को चूमना चालू किया और अपने हाथ भाभी की चूचियों पर जमा दिए और उन्हें मसलने लगा भाभी के मुंह से एक आह निकल गई और एक बार फिर मैने भाभी के होंठो पर हमला बोल दिया और चूसते चूसते अपनी जीभ भाभी के मुंह में उतार दी जिसे भाभी प्यार से चूसने लगी
किस करते करते जब हमारी सांसे उखड़ने लगी तो मैंने मुंह से नीचे आते हुए भाभी के उन्नत उरोजों पर कब्जा जमाया और ब्लाउज के बटन खोलने लगा भाभी ने मेरी मदद की और कुछ सेकेंड में ही भाभी के उन्नत दुग्ध कलश मेरे सामने नंगे थे सुडौल गोल चूचियां और उनपर लगा गुलाबी निप्पल मुझे ललचाने लगा और मैं अपने होंठ भाभी के एक चूचे पर जमाए और एक बच्चे की तरह उन्हें चूसने लगा और दूसरे हाथ से भाभी का दूसरी नंगी चूची को मसलने लगा भाभी उत्तेजना से अपने हाथ मेरे सर पर फिराने लगी और आपने मुंह मादक कराहें निकलने लगी
आआह्ह्हह देवर जी कब से ये निगोडी चूचियां मुझे परेशान कर रही थी आज मसल डालो इन्हे आआह्ह्ह्ह देवर जी और जोर से चूसो मसल डालो इन्हे अह्ह्ह्ह कितना अच्छा चूस रहे हो हाय देवर जी कितना मजा आ रहा है अह्ह्ह्ह्ह इतने दिन कहां थे कितना तड़पाया अपनी भाभी को आह्ह्ह्ह्ह चूसो खा जाओ आह्ह्ह्ह्ह देवर जी और लगातार दस मिनट तक मैने भाभी की चूचियां चूस चूस कर लाल कर दी और फिर धीरे धीरे सरकते हुए नीचे आया और भाभी की नाभी पर किस्स करने लगा तभी भाभी ने मेरे सर को पकड़ते हुए नीचे धकेलने लगी और बोली आह्ह्ह्ह्ह देवर जी खजाना तो नीचे है उसमे आग लगी है अपनी पाइप लगा कर आग बुझा दो
मैने नीचे आते हुए मैंने मैने भाभी का पेटीकोट उतार दिया साड़ी तो भाभी ने सोने के लिए पहले ही उतार दी थी और बस एक पेटीकोट बचा था जो मैंने उतार दिया तभी भाभी ने कहा ये तो नाइंसाफी है देवर जी मुझे नंगा कर दिया और खुद कपड़े पहने हो और इसी के साथ भाभी ने मेरे भी सारे कपड़े उतार दिए और मुझे भी मदर जात नंगा कर दिया मैंने भाभी को बेड पर धक्का दिया और खुद भाभी की टांगों के बीच कब्जा जमाते हुए भाभी की चूत पर अपनी जीभ नीचे से ऊपर तक एक चस्का मारा और भाभी तड़प उठी
अह्ह्ह्हह देवर जी ये क्या कर रहे हो बहुत मजा आ रहा है और इसके साथ ही मैंने अपनी जीभ नुकीली करते हुए भाभी की चूत में उतार दी भाभी मजे से दोहरी होते हुए मेरे बालों में हाथ फेरने लगी और बोली आह्ह्ह्ह्ह देवर जी कितना मजा आ रहा है कहीं इस मजे की वजह से मैं न जाऊं अह्ह्ह चाटो सीईईईईई चाटो खा जाओ अपनी भाभी की चूत को आह्ह्ह्ह्ह्ह देवर जी और जोर से आअह्ह्ह्ह् कितना मजा आ रहा है आह्ह्ह्ह्ह् देवर जी हाय कितना मजा दे रहे हो इतने दिन कहां थे देखो ना आपकी भाभी की चूत कितना तड़पी थी इतने दिन आह्ह्ह्ह्ह चाटो आह्ह्ह्ह्ह और जोर से आह्ह्ह्ह्ह और फिर मैंने भाभी की चूत में अपनी दो उंगलियां उतरते हुए भाभी के क्लाइट्रिस को अपने मुंह में लेके चुभलाना शुरू किया तभी भाभी के मुंह से एक मादक आह निकली आआह्ह्ह्ह्ह देवर जी ये क्या किया आपने मै झड़ने वाली हूं आह्ह्ह्ह्ह देवर जी मै गई आआह्ह्ह्ह् और इसी के साथ भाभी ने एक जोरदार आह के साथ अपना सारा पानी मेरे मुंह पर छोड़ दिया और उनका शरीर धनुष की तरह तन गया और वो निढाल पड़ गई |
मै धीरे से ऊपर आते हुए भाभी पर छा गया और भाभी को किस करने लगा भाभी धीरे से सिसकते हुए हाय देवर जी कितना अच्छा चाटते हो कहां से सीखा तो मैंने हंसते हुए कहा गूगल बाबा जिंदाबाद और भाभी भी हंसने लगी और बोली मतलब अभी तक वर्जिन हो मैने हां मैं सिर हिलाया तो भाभी ने कहा वाह आज तो मुझे कच्चा केला मेरा मिलेगा और फिर मुझे किस्स करने लगी मेरा लंड नीचे तन्नाया हुआ था जिस पर भाभी की नजर पड़ते ही भाभी बोली अब मेरी बारी है तुम्हारी सेवा करने की और मेरा लंड गड़प से अपने मुंह में लेते हुए चूसने लगी मेरे मुंह से मादक सिसकारियां निकलने लगी आह भाभी आप भी कितना मस्त चूसती हो और भाभी मेरा लंड अपने गले तक लेने लगी जिससे उनकी सांस अटकने लगी और उन्होंने मेरा लंड अपने मुंह से बाहर निकल लिया और मेरा लंड उनके थूक से सन गया था एक लंबी लार नीचे जमीन की तरफ जाने लगी
भाभी बोली अब अपनी भाभी की असली सेवा करने का वक्त आ गया है देवर जी आ जाओ चढ़ जाओ अपनी भाभी के ऊपर और बुझा दो अपनी भाभी की प्यास कब से मेरी चूत तुम्हारा लौड़ा लेने के लिए तड़प रही है
और भाभी ने मुझे धक्का दिया और खुद मेरे ऊपर सवार हो गई|
भाभी ने मेरा लंड हाथ में लिया और एक दो बार अपनी चूत पर रगड़ और फिर मेरा सुपाड़ा अपनी चूत के मुंह पर सेट करके धीरे धीरे दबाव देते हुए नीचे आने लगी लौड़ा मुश्किल से डेढ़ इंच घुसा होगा कि मेरी और भाभी दोनों की आह निकल गई
भाभी ने थोड़ा और जोर लगाया और मेरा आधा लौड़ा उनकी चूत में उतार गया
मैं= अह्ह्ह्ह भाभी रुको मेरा फट जायेगा अह्ह्ह्ह बहुत दर्द हो रहा है
भाभी= क्या देवर जी इतना तो पहली बार मैं मैं भी नहीं चिल्लाई थी और इसके साथ ही भाभी ने अपनी गांड़ थोड़ी सी ऊपर उठाई और धम से मेरे लंड पर पूरे दबाव के साथ बैठ गई और मेरा पूरा लंड भाभी की चूत को किसी ककड़ी की तरह चीरता हुआ जड़ तक घुस गया और इसके साथ ही मुझे अपने लंड पर एक तीव्र जलन महसूस हुई और भाभी की आंखों से आ गए और उनका शरीर पसीने से लथपथ हो गया वो हांफते हुए बोली आह बबलू कितना बड़ा लंड है यार तुम्हारा मेरी भी सांसे फूल गई इसको लेने में सीधा बच्चेदानी के मुंह पर दस्तक दे रहा है
थोड़ी सांस लेने के बाद भाभी ने धीरे धीरे ऊपर नीचे होना शुरू किया अब मेरा भी दर्द कम हो गया था और मैं मजे के सातवें आसमान पर था भाभी की मजे के मारे सिसकारियां नहीं रुक रही थी आआह्ह्ह्ह्ह् देवर जी क्या मस्त लंड है तुम्हारा
अह्ह्ह्ह्ह्ह सीईईईई मेरी चूत को पूरा चौड़ा करके रख दिया है हाय देवर जी कितना मजा आ रहा है हाय पहले कहां थे देवर जी तुम्हारी भाभी कितना तड़पी थी लंड के लिए अह्ह्ह्ह्ह् देवर जी हर भाभी की इच्छा होती है कि उसका देवर उसके पति की गैरहाजिरी मैं भाभी पर चढ़ कर उसे चोदे और चोद चोद कर भाभी की चूत का पानी निकाल दे आआह्ह देवर जी मैं तो धन्य हो गई आपका लंड लेकर
आह्ह्ह्ह्ह कितना मजा दे रहा है कितना मोटा लंड है तुम्हारा अअह्ह्ह्ह चूत की दीवारों को एक दम से रगड़ता हुआ जा रहा है अंदर आआअह्हह्ह देवर जी मैं गई आआह्ह्हह्ह मेरा पानी छुटने वाला है देवर जी आअह्ह्ह् देवर जी मैं गई संभालो मुझे आआअह्हह्ह और इसके साथ ही भाभी की चूत ने पानी छोड़ दिया और भाभी धम्म से मेरी छाती पर गिर कर हांफने लगी और उनका रस मेरे लंड पर बहकर बाहर आने लगा |
मैं भाभी के बालों में हाथ फेरने लगा और धीरे से भाभी के होंठो को चूम लिया भाभी ने भी वापिस मेरे होटों को अपनी गिरफ्त में ले लिया और चूसने लगी मैंने भाभी के बोबों को पकड़ा और मसलने लगा एक बार फिरबभभी गर्म होने लगी और मैंने उसी टाइम झटके के साथ भाभी को अपने नीचे लिया और खुद ऊपर आ गया भाभी की चूत एक बार फिर गीली होने लगी मैंने भाभी के होटों को चूसते हुए नीचे अपने लंड की स्पीड बढ़ानी शुरू की हर धक्के के साथ भाभी के उन्नत चूचे हिलने लगे भाभी एक बार फिर सिसकने लगी अअह्ह्ह्ह्ह देवर जी आपने तो मेरी चूत की रेल बना दी हाय क्या मस्त लौड़ा है तुम्हारा जिससे भी तुम्हारी शादी होगी वो तो धन्य हो जायेगी ऐसा लौड़ा पा कर आह्ह्ह्ह्ह देवर जी चोदो और जोर से फाड़ दो आज अपनी भाभी की चूत बहुत तंग किया है इस निगोड़ी चूत ने आह्ह्ह्ह्ह आज इसे सजा मिलनी ही चाहिए आह्ह्ह्ह्ह देवर जी चोदो हर भाभी यही चाहती है की उसका देवर अपनी हल्लबी लंड से भाभी की चूत के चीथड़े उड़ा दे और अगर देवर तुम्हारे जैसा हो और देवर का लंड ऐसा हो तो फिर भाभी के लिए तो स्वर्ग के सुख के बराबर होता है अअह्ह्ह्ह देवर जी हाय इतना मजा सीईईई आआह्ह्ह्ह्ह और भाभी कि ये कामुक सासिकारियां मेरे जोश को दुगुना कर रही थी
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तभी भाभी की चूत में संकुंचन शुरू होने लगा और भाभी की चूत ने मेरे लंड को जकड़ना शुरू किया मुझे भी लगा अब किसी भी पल मेरा माल निकलने वाला है तभी भाभी ने सिसकते हुए कहा आआअह्हह्ह देवर जी मैं एक बार फिर झड़ने वाली हूं आआआह्हह देवर जी मैं जा रही हूं संभालो मुझे आआअह्हह्ह्ह और मैने भी कहा आआह्ह्हह्ह्ह भाभी मैं भी झड़ने वाला हूं आआअह्हह्ह् भाभी आह्ह्ह्ह्ह देवर जी झड़ जाओ मेरी चूत के अंदर ही सारा माल निकाल दो आह्ह्ह्ह्ह मेरी सुखी चूत को अपने लंड के रस से भिगो दो आआह्ह्ह् भर दो अपनी भाभी की चूत अपने रस से
आआह्ह्ह्ह्ह और भाभी का शरीर किसी कमान की भांति तन कर अकड़ गया उन्होंने अपने नाखून मेरी पीठ मैं गड़ा दिए और मुझे अपनी बाहों में जकड़ लिया और झड़ने लगी इसी दौरान भाभी के बच्चेदानी का मुंह खुल गया और मेरा सुपाड़ा सीधा भाभी के बच्चेदानी में उतर गया और आनंद के अतिरेक में भाभी की आंखों की पुतलियां उलट गई भाभी ने मुझे कस के जकड़ लिया और भलभलाकर झड़ने लगी और भाभी की बच्चेदानी की गर्मी से मेरे लौड़े ने भी जवाब दे दिया और किसी एके 47 की तरह दनादन वीर्य की पिचकारियां फायर करने लगा
लगभग 5 मिनट तक हम दोनों झड़ते रहे और फिर निढाल होकर एक दूसरे की बाहों में ही गिर गया और कब आंख लग गई पता ही नहीं चला......
शेष अगले अपडेट में
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Maja aa gaya bro, bhut achi story haiअपडेट -7
मेरे गधे जैसे लंड को देख कर मन डोलने लगा और अपने मन की उधेड़बुन के बाद फाइनली उन्होंने मेरा लंड अपनी चूत में लेने की ठान ली और सोचा जो होगा देखा जायेगा |
भाभी मेरे ऊपर झुकी और उन्होंने शॉर्ट्स में तने हुए लंड को अपने हाथ में पकड़ कर मुआयना करना शुरू किया तभी मै जाग गया पर मैंने भी सोचा क्यों न थोड़ी देर भाभी को भी मजा लेने दिया जाए और मै नींद में होने का नाटक करता रहा थोड़ी देर बाहर से जी टटोलने के बाद भाभी मेरे खड़े लंड को बाहर निकाल कर अपने हाथ में लेने की सोची और मेरा शॉर्ट्स नीचे खिसका दिया और एक नजर मेरे चेहरे पर डाली पर मैं भी पक्का नाटकबाज था भाभी को ये महसूस नहीं होने दिया की मै जाग गया हूं भाभी ने धीरे से मुझे पुकारा पर मेरी कोई हलचल न होती देख कर भाभी ने मेरे लंड को नाजुक हाथों में लिया और उसे सहलाने लगी
और एक हाथ से अपनी चूत को साड़ी के ऊपर से ही मसलने लगी पर इतने से ही भाभी का मन नहीं भरा इसलिए उन्होंने मेरे हल्लबी लंड को मुंह में लेने की सोची पर फिर न जाने क्या हुआ वो पलट गई और दरवाजे तक चली गई पर दरवाजे के पास जा कर बाहर देखा और दरवाजा नजदीक भिड़ा दिया और वापिस मुड़ कर मेरे पास आई और अपना चेहरा मेरे लंड के नजदीक ला कर मेरे लंड को सूंघ कर अपने सांस भरते हुए एक आह्ह्ह्ह्ह सी निकली अपने मुंह से और फिर गड़प से मेरा सुपाड़ा अपने मुंह में ले लिया तभी मेरे मुंह से भी निकल गया आह्ह्ह्ह्ह भाभी......... और भाभी यह सुनते ही हड़बड़ा कर अलग हो गई और मेरे चेहरे की ओर देखने लगी पर मैं ठहरा पक्का रंगबाज मैंने भी भाभी को यह महसूस नहीं होने दिया कि मैं जाग गया हूं और एक और कराह के साथ बोला आह्ह् मधु भाभी और जोर से अअह्ह्ह तभी भाभी को लगा की मैं कोई सपना देख रहा हूं और भाभी ने भी मौके का फायदा उठाने की ठान ली और एक बार फिर से मेरा लंड अपने मुंह में लेकर चूसने लगी |
मधु भाभी भी लंड चूसने में माहिर थी और मैं आनंद और मजे से भरा जा रहा था लगता था कि किसी भी पल मैं झड़ सकता हूं पर मैं इतनी जल्दी इस खेल को खत्म नहीं करना चाहता था इसलिए चुपचाप लेटा रहा तभी भाभी ने अपनी जीभ से मेरे सुपाड़े को आपने मुंह के अंदर कुरेदना शुरू किया और मेरे मुंह से निकला आह्ह्ह्ह्ह मधु भाभी आह्ह्ह्ह्ह कितना मजा आ रहा है और मेरे हाथ भाभी के पिछवाड़े पर से होते हुए उनकी गीली चूत पर पहुंच गए और भाभी सिसक गई तभी मैने जागने का नाटक करते हुए कहा अरे मधु भाभी आप
और इसी के साथ भाभी ने हड़बड़ाते हुए मेरा लंड छोड़ दिया पर मैने अपना हाथ भाभी की चूत पर से नहीं हटाया |
भाभी= सॉरी बबलू मुझे पता नहीं क्या हो गया मैं तुम्हारे औजार को देख कर अपने आप पर कंट्रोल नहीं कर पाई मैने धीरे से भाभी की चूत सहलाते हुए कहा कोई बात नहीं भाभी मैं समझ सकता हूं आपकी हालत भैया इतने टाइम से बाहर है तो आपकी हालत मैं समझ सकता हूं शायद आपकी जगह मै होता तो मुझसे भी शायद यही होता और कल रात को मैंने देखा था आप कैसे तड़प रहे थे इसलिए प्लीज सॉरी मत बोलो इसमें आपकी कोई गलती नहीं है तभी भाभी ने शर्माते हुए मुझे कहा कल रात तुमने सब कुछ देख लिया था क्या मैं हंसते हुए बोला हां भाभी सब कुछ देख भी लिया था और सुन भी लिया था और इसी के साथ मै और भाभी दोनो खिलखिला कर हंस पड़े इस दौरान मैंने अपने हाथ से भाभी की चूत को सहलाना जारी रखा पर भाभी ने कुछ नहीं कहा और अचानक से भाभी ने मेरे होटों को किस कर लिया और तभी मैने भाभी को अपने ऊपर खींच लिया और दोनो बेड पर गिर पड़े नीचे मैं और ऊपर भाभी और मैने आगे बढ़ते हुए भाभी के होटों को चूम लिया भाभी के मुंह से एक आह निकल गई और उन्होंने सिसकते हुए एक बार फिर मेरे होंटों पर अपना कब्जा जमा लिया और चूसने लगी और मैंने अपने दोनों हाथों से भाभी की गांड़ को सहलाना शुरू किया तभी नीचे से मम्मी की आवाज आई मधु बेटा कहां हो और भाभी हड़बड़ा कर उठ गई और जाते जाते मुझसे कह गई रात को इंतजार करूंगी आओगे ना भाभी की प्यास बुझाने और एक आंख मरते हुए झट से कमरे से बाहर निकल गई |
मैं भी अपने कपड़े सही करते हुए नीचे आया जहां खाने की टेबल पर सब मेरा इंतजार कर रहे थे
मेरे आते ही सब लोगों ने खाना शुरू किया भाभी और मम्मी खाना परोस रही थी भाभी मेरी प्लेट में रोटी रखने के लिए जैसे ही खुली मेरी नजर उनके क्लीवेज पर पड़ी और मैने अपने होंठो पर अपनी जीभ फिराई जो भाभी के नोटिस कर लिया और वो मुस्कुराने लगी |
खाना खा कर सब अपने अपने रूम में सोने चले गए मैं और दीदी भी अपने रूम में आ गए आज दोपहर वाली घटना एक बाद से हम दोनो शर्म से एक दूसरे से नजर नहीं मिला पा रहे थे इसलिए जल्दी ही दोनो सो गए लगभग 11:30 बजे मेरी नींद खुली और मुझे अचानक से याद आया की भाभी ने क्या कहा था और मैं धीरे से उठा और बिना आवाज किए चुपचाप भाभी के कमरे की ओर बढ़ा और दरवाजे के पास जाकर जैसे ही दरवाजे को हल्का सा धक्का दिया और दरवाजा खुल गया अंदर देखा तो भाभी सोने की तैयारी में ही लगी हुई थी और मुझे देखते ही मुस्कुराते हुए बोली दरवाजा बंद कर दो और आकर बैठो|
मैने दरवाजा अंदर से बंद किया और मुड़कर जैसे ही बेड के नजदीक आया भाभी झुक कर बेडशीट सही कर रही थी मैने भाभी को पीछे से पकड़ लिया और उठा कर घुमाने लगा
मधु भाभी = आह क्या कर रहे हो बबलू में गिर जाऊंगी
और इसी के साथ हम दोनों धड़ाम से बेड के ऊपर गिर गए नीचे भाभी और ऊपर मैं
और मैने हल्के से भाभी के कान के पास चूम लिया भाभी सिसकते हुए पलटी और मेरे होटों को अपने होटों की गिरफ्त में ले लिया और चूमने लगी मैंने भी भाभी के निचले होंठ को चूमना चालू किया और अपने हाथ भाभी की चूचियों पर जमा दिए और उन्हें मसलने लगा भाभी के मुंह से एक आह निकल गई और एक बार फिर मैने भाभी के होंठो पर हमला बोल दिया और चूसते चूसते अपनी जीभ भाभी के मुंह में उतार दी जिसे भाभी प्यार से चूसने लगी
किस करते करते जब हमारी सांसे उखड़ने लगी तो मैंने मुंह से नीचे आते हुए भाभी के उन्नत उरोजों पर कब्जा जमाया और ब्लाउज के बटन खोलने लगा भाभी ने मेरी मदद की और कुछ सेकेंड में ही भाभी के उन्नत दुग्ध कलश मेरे सामने नंगे थे सुडौल गोल चूचियां और उनपर लगा गुलाबी निप्पल मुझे ललचाने लगा और मैं अपने होंठ भाभी के एक चूचे पर जमाए और एक बच्चे की तरह उन्हें चूसने लगा और दूसरे हाथ से भाभी का दूसरी नंगी चूची को मसलने लगा भाभी उत्तेजना से अपने हाथ मेरे सर पर फिराने लगी और आपने मुंह मादक कराहें निकलने लगी
आआह्ह्हह देवर जी कब से ये निगोडी चूचियां मुझे परेशान कर रही थी आज मसल डालो इन्हे आआह्ह्ह्ह देवर जी और जोर से चूसो मसल डालो इन्हे अह्ह्ह्ह कितना अच्छा चूस रहे हो हाय देवर जी कितना मजा आ रहा है अह्ह्ह्ह्ह इतने दिन कहां थे कितना तड़पाया अपनी भाभी को आह्ह्ह्ह्ह चूसो खा जाओ आह्ह्ह्ह्ह देवर जी और लगातार दस मिनट तक मैने भाभी की चूचियां चूस चूस कर लाल कर दी और फिर धीरे धीरे सरकते हुए नीचे आया और भाभी की नाभी पर किस्स करने लगा तभी भाभी ने मेरे सर को पकड़ते हुए नीचे धकेलने लगी और बोली आह्ह्ह्ह्ह देवर जी खजाना तो नीचे है उसमे आग लगी है अपनी पाइप लगा कर आग बुझा दो
मैने नीचे आते हुए मैंने मैने भाभी का पेटीकोट उतार दिया साड़ी तो भाभी ने सोने के लिए पहले ही उतार दी थी और बस एक पेटीकोट बचा था जो मैंने उतार दिया तभी भाभी ने कहा ये तो नाइंसाफी है देवर जी मुझे नंगा कर दिया और खुद कपड़े पहने हो और इसी के साथ भाभी ने मेरे भी सारे कपड़े उतार दिए और मुझे भी मदर जात नंगा कर दिया मैंने भाभी को बेड पर धक्का दिया और खुद भाभी की टांगों के बीच कब्जा जमाते हुए भाभी की चूत पर अपनी जीभ नीचे से ऊपर तक एक चस्का मारा और भाभी तड़प उठी
अह्ह्ह्हह देवर जी ये क्या कर रहे हो बहुत मजा आ रहा है और इसके साथ ही मैंने अपनी जीभ नुकीली करते हुए भाभी की चूत में उतार दी भाभी मजे से दोहरी होते हुए मेरे बालों में हाथ फेरने लगी और बोली आह्ह्ह्ह्ह देवर जी कितना मजा आ रहा है कहीं इस मजे की वजह से मैं न जाऊं अह्ह्ह चाटो सीईईईईई चाटो खा जाओ अपनी भाभी की चूत को आह्ह्ह्ह्ह्ह देवर जी और जोर से आअह्ह्ह्ह् कितना मजा आ रहा है आह्ह्ह्ह्ह् देवर जी हाय कितना मजा दे रहे हो इतने दिन कहां थे देखो ना आपकी भाभी की चूत कितना तड़पी थी इतने दिन आह्ह्ह्ह्ह चाटो आह्ह्ह्ह्ह और जोर से आह्ह्ह्ह्ह और फिर मैंने भाभी की चूत में अपनी दो उंगलियां उतरते हुए भाभी के क्लाइट्रिस को अपने मुंह में लेके चुभलाना शुरू किया तभी भाभी के मुंह से एक मादक आह निकली आआह्ह्ह्ह्ह देवर जी ये क्या किया आपने मै झड़ने वाली हूं आह्ह्ह्ह्ह देवर जी मै गई आआह्ह्ह्ह् और इसी के साथ भाभी ने एक जोरदार आह के साथ अपना सारा पानी मेरे मुंह पर छोड़ दिया और उनका शरीर धनुष की तरह तन गया और वो निढाल पड़ गई |
मै धीरे से ऊपर आते हुए भाभी पर छा गया और भाभी को किस करने लगा भाभी धीरे से सिसकते हुए हाय देवर जी कितना अच्छा चाटते हो कहां से सीखा तो मैंने हंसते हुए कहा गूगल बाबा जिंदाबाद और भाभी भी हंसने लगी और बोली मतलब अभी तक वर्जिन हो मैने हां मैं सिर हिलाया तो भाभी ने कहा वाह आज तो मुझे कच्चा केला मेरा मिलेगा और फिर मुझे किस्स करने लगी मेरा लंड नीचे तन्नाया हुआ था जिस पर भाभी की नजर पड़ते ही भाभी बोली अब मेरी बारी है तुम्हारी सेवा करने की और मेरा लंड गड़प से अपने मुंह में लेते हुए चूसने लगी मेरे मुंह से मादक सिसकारियां निकलने लगी आह भाभी आप भी कितना मस्त चूसती हो और भाभी मेरा लंड अपने गले तक लेने लगी जिससे उनकी सांस अटकने लगी और उन्होंने मेरा लंड अपने मुंह से बाहर निकल लिया और मेरा लंड उनके थूक से सन गया था एक लंबी लार नीचे जमीन की तरफ जाने लगी
भाभी बोली अब अपनी भाभी की असली सेवा करने का वक्त आ गया है देवर जी आ जाओ चढ़ जाओ अपनी भाभी के ऊपर और बुझा दो अपनी भाभी की प्यास कब से मेरी चूत तुम्हारा लौड़ा लेने के लिए तड़प रही है
और भाभी ने मुझे धक्का दिया और खुद मेरे ऊपर सवार हो गई|
भाभी ने मेरा लंड हाथ में लिया और एक दो बार अपनी चूत पर रगड़ और फिर मेरा सुपाड़ा अपनी चूत के मुंह पर सेट करके धीरे धीरे दबाव देते हुए नीचे आने लगी लौड़ा मुश्किल से डेढ़ इंच घुसा होगा कि मेरी और भाभी दोनों की आह निकल गई
भाभी ने थोड़ा और जोर लगाया और मेरा आधा लौड़ा उनकी चूत में उतार गया
मैं= अह्ह्ह्ह भाभी रुको मेरा फट जायेगा अह्ह्ह्ह बहुत दर्द हो रहा है
भाभी= क्या देवर जी इतना तो पहली बार मैं मैं भी नहीं चिल्लाई थी और इसके साथ ही भाभी ने अपनी गांड़ थोड़ी सी ऊपर उठाई और धम से मेरे लंड पर पूरे दबाव के साथ बैठ गई और मेरा पूरा लंड भाभी की चूत को किसी ककड़ी की तरह चीरता हुआ जड़ तक घुस गया और इसके साथ ही मुझे अपने लंड पर एक तीव्र जलन महसूस हुई और भाभी की आंखों से आ गए और उनका शरीर पसीने से लथपथ हो गया वो हांफते हुए बोली आह बबलू कितना बड़ा लंड है यार तुम्हारा मेरी भी सांसे फूल गई इसको लेने में सीधा बच्चेदानी के मुंह पर दस्तक दे रहा है
थोड़ी सांस लेने के बाद भाभी ने धीरे धीरे ऊपर नीचे होना शुरू किया अब मेरा भी दर्द कम हो गया था और मैं मजे के सातवें आसमान पर था भाभी की मजे के मारे सिसकारियां नहीं रुक रही थी आआह्ह्ह्ह्ह् देवर जी क्या मस्त लंड है तुम्हारा
अह्ह्ह्ह्ह्ह सीईईईई मेरी चूत को पूरा चौड़ा करके रख दिया है हाय देवर जी कितना मजा आ रहा है हाय पहले कहां थे देवर जी तुम्हारी भाभी कितना तड़पी थी लंड के लिए अह्ह्ह्ह्ह् देवर जी हर भाभी की इच्छा होती है कि उसका देवर उसके पति की गैरहाजिरी मैं भाभी पर चढ़ कर उसे चोदे और चोद चोद कर भाभी की चूत का पानी निकाल दे आआह्ह देवर जी मैं तो धन्य हो गई आपका लंड लेकर
आह्ह्ह्ह्ह कितना मजा दे रहा है कितना मोटा लंड है तुम्हारा अअह्ह्ह्ह चूत की दीवारों को एक दम से रगड़ता हुआ जा रहा है अंदर आआअह्हह्ह देवर जी मैं गई आआह्ह्हह्ह मेरा पानी छुटने वाला है देवर जी आअह्ह्ह् देवर जी मैं गई संभालो मुझे आआअह्हह्ह और इसके साथ ही भाभी की चूत ने पानी छोड़ दिया और भाभी धम्म से मेरी छाती पर गिर कर हांफने लगी और उनका रस मेरे लंड पर बहकर बाहर आने लगा |
मैं भाभी के बालों में हाथ फेरने लगा और धीरे से भाभी के होंठो को चूम लिया भाभी ने भी वापिस मेरे होटों को अपनी गिरफ्त में ले लिया और चूसने लगी मैंने भाभी के बोबों को पकड़ा और मसलने लगा एक बार फिरबभभी गर्म होने लगी और मैंने उसी टाइम झटके के साथ भाभी को अपने नीचे लिया और खुद ऊपर आ गया भाभी की चूत एक बार फिर गीली होने लगी मैंने भाभी के होटों को चूसते हुए नीचे अपने लंड की स्पीड बढ़ानी शुरू की हर धक्के के साथ भाभी के उन्नत चूचे हिलने लगे भाभी एक बार फिर सिसकने लगी अअह्ह्ह्ह्ह देवर जी आपने तो मेरी चूत की रेल बना दी हाय क्या मस्त लौड़ा है तुम्हारा जिससे भी तुम्हारी शादी होगी वो तो धन्य हो जायेगी ऐसा लौड़ा पा कर आह्ह्ह्ह्ह देवर जी चोदो और जोर से फाड़ दो आज अपनी भाभी की चूत बहुत तंग किया है इस निगोड़ी चूत ने आह्ह्ह्ह्ह आज इसे सजा मिलनी ही चाहिए आह्ह्ह्ह्ह देवर जी चोदो हर भाभी यही चाहती है की उसका देवर अपनी हल्लबी लंड से भाभी की चूत के चीथड़े उड़ा दे और अगर देवर तुम्हारे जैसा हो और देवर का लंड ऐसा हो तो फिर भाभी के लिए तो स्वर्ग के सुख के बराबर होता है अअह्ह्ह्ह देवर जी हाय इतना मजा सीईईई आआह्ह्ह्ह्ह और भाभी कि ये कामुक सासिकारियां मेरे जोश को दुगुना कर रही थी
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तभी भाभी की चूत में संकुंचन शुरू होने लगा और भाभी की चूत ने मेरे लंड को जकड़ना शुरू किया मुझे भी लगा अब किसी भी पल मेरा माल निकलने वाला है तभी भाभी ने सिसकते हुए कहा आआअह्हह्ह देवर जी मैं एक बार फिर झड़ने वाली हूं आआआह्हह देवर जी मैं जा रही हूं संभालो मुझे आआअह्हह्ह्ह और मैने भी कहा आआह्ह्हह्ह्ह भाभी मैं भी झड़ने वाला हूं आआअह्हह्ह् भाभी आह्ह्ह्ह्ह देवर जी झड़ जाओ मेरी चूत के अंदर ही सारा माल निकाल दो आह्ह्ह्ह्ह मेरी सुखी चूत को अपने लंड के रस से भिगो दो आआह्ह्ह् भर दो अपनी भाभी की चूत अपने रस से
आआह्ह्ह्ह्ह और भाभी का शरीर किसी कमान की भांति तन कर अकड़ गया उन्होंने अपने नाखून मेरी पीठ मैं गड़ा दिए और मुझे अपनी बाहों में जकड़ लिया और झड़ने लगी इसी दौरान भाभी के बच्चेदानी का मुंह खुल गया और मेरा सुपाड़ा सीधा भाभी के बच्चेदानी में उतर गया और आनंद के अतिरेक में भाभी की आंखों की पुतलियां उलट गई भाभी ने मुझे कस के जकड़ लिया और भलभलाकर झड़ने लगी और भाभी की बच्चेदानी की गर्मी से मेरे लौड़े ने भी जवाब दे दिया और किसी एके 47 की तरह दनादन वीर्य की पिचकारियां फायर करने लगा
लगभग 5 मिनट तक हम दोनों झड़ते रहे और फिर निढाल होकर एक दूसरे की बाहों में ही गिर गया और कब आंख लग गई पता ही नहीं चला......
शेष अगले अपडेट में
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Bhai story bhut achi hai but sex main kisi k b sath jaldi mat karoअपडेट -9
अगला दिन संडे था तो मैं देर तक सोता रहा लगभग दस बजे सोनू दीदी मुझे जगाने आई और मुझे हिलाते हुए जगाने लगी मैं आधी नींद में था तो मैंने सोचा भाभी है और मैने आंखे मिंचे हुए ही सोनू दीदी को अपने ऊपर खींच लिया और उनके होटों को अपनी गिरफ्त मै ले लिया
दीदी ने हड़बड़ाते हुए मुझे धक्का दिया और और झल्लाते हुए मेरे रूम से निकल गई और जाते जाते बोल गई गधा कहीं का और तभी मेरी नींद हवा हो गई और मुझे समझ में आया ये क्या कर दिया मैंने अब दिमाग में तरह तरह के विचार आने लगे और दर लगने लगा कि कहीं दीदी ने मम्मी को बता दिया तो मेरे तो लवड़े लगना तय है फिर सोचा जो होगा वो देखा जायेगा और मैं बाथरूम में घुस गया नहाते समय एक बार फिर मन में आया की सोनू दीदी के होंठ कितने सॉफ्ट थे और फिर दिमाग को झटका और तैयार होकर नीचे आया नाश्ता किया और अंकित के घर की तरफ निकल गया अंकित के घर पहुंच कर डोर बेल बजाई पर किसी ने दरवाजा नहीं खोला मैने दरवाजे को हल्का सा धक्का दिया और दरवाजा खुल गया अंदर आ कर आवाज दी पर किसी ने कोई जवाब नहीं दिया जैसे ही अंकित के बेडरूम की तरफ बढ़ा अंदर से किसी के सिसकने की आवाज आई दरवाजे को हल्का सा धक्का दिया और दरवाजा खुल गया अंदर जैसे ही नजर पड़ी मेरे लंड ने एक झटका खाया और तन गया क्योंकि अंदर का सीन ही कुछ ऐसा था कि सानु दीदी बेड पर अपनी टांगे फैला कर पड़ी थी और अपनी चूत में उंगली कर रही थी
और बडबडा रही थी कि आह्ह्ह्ह बबलू तुम्हारी ये सानु दीदी तुमसे चुदने के लिए तड़प रही है आह्ह्ह्ह्ह आ जाओ न अपनी दीदी की प्यास बुझा दो ना अह्ह्ह्हह सीईईईईई और तभी सानु दीदी की नजर मेरे ऊपर पड़ी और झट से दीदी खड़ी हो गई और बोली अरे बबलू तुम कब आए मैं हस्ते हुए थोड़ी देर पहले आया दीदी और अपनी एक आंख दीदी की तरफ दबा दी दीदी मुस्कुराते हुए मतलब तुमने सब कुछ देख लिया तो मैने हंसते हुए कहा सबकुछ तो इतनी दूर से दिखा नहीं पर थोड़ा बहुत देख लिया और हंसने लगा
सानु दीदी ने मुस्कुराते हुए मुझे कहा कि तुम बैठो मैं तुम्हारे लिए पानी लाती हूं और दीदी पानी लाने चली गई और मैं बेड पर बैठ गया दीदी ने मुझे पानी दिया और वार्डरोब से टॉवेल निकाला और नहाने जाने लगी और पलटते हुए मुझे मुस्कुरा कर आंख मार दी मै भी सकपका गया और 2 मिनट तक तो मेरा माइंड हैंग हो गया लेकिन तुरंत ही संभालते हुए इस शानदार मौके की नजाकत को देखते हुए अपने कपड़े उतारे और वार्डरोब से एक टॉवेल निकल कर लपेटते हुए सानु दीदी के पीछे पीछे चल दिया और जैसे ही बाथरूम में एंटर हुआ और सानु दीदी ने झट से खींच कर मेरा टॉवेल निकाल दिया और मुझसे लिपटते हुए मेरे होटों को अपनी गिरफ्त में ले लिया
और चूसने लगी बदले में मैने भी दीदी के होटों को चूसते हुए दीदी की चूत को पकड़ कर मसलने लगा दीदी सिसकने लगी लगभग 5 मिनट्स तक होठों की चुसाई के बाद हमारी सांसे उखड़ने लगी और मैंने किस तोड़ते हुए धीरे धीरे नीचे सरकने लगा और दीदी के उन्नत उरोजों की थाम लिया और एक हाथ से दीदी के बोबों को मसलने लगा
और और दूसरा बोबा मुंह में लेकर चूसने लगा दीदी सिसकने लगी और मेरे लंड को अपने हाथ में लेकर मसलने लगी
सानु दीदी= अअह्ह्ह्ह्ह बबलू कितना मस्त चूसते हो आआअह्ह्ह और जोर से चूसो खा जाओ अपनी दीदी के बोबे आआह्ह्ह्ह्ह सीईईईई हाय मेरे राजा आअह्ह्ह्ह्ह कितना तड़पी हूं मै तुमसे चुदने के लिए अह्ह्ह्हज सीईईईईई खा जाओ भैया अपनी दीदी के चूचे आआह्ह्ह्ह्ह बहुत तड़पाते है ये बोबे आपकी दीदी को अह्ह्ह्ह्ह मसल मसल कर लाल कर दो
अह्ह्ह्ह्ह सीईईईईई और लगभग 10 मिनट बोबे चूसने के बाद मैंने अपना रुख नीचे की ओर किया से दीदी की चूत पर जा कर रुका और सानु दीदी के चूत के होंठों को अपने होठों की गिरफ्त में लेकर चूसने लगा
सानु दीदी की सिसकियां और तेज होने लगी आआह्ह्ह्ह्ह भैया क्या मस्त चूसते हो अह्ह्ह्ह्ह मेरे भैया मेरे सैयां आआह्ह्ह्ह्ह सीईईईईईईई हाय क्या मस्त चूसा है आअह्ह्ह्ह सीईईईईई हाय मैं झड़ने वाली हूं आआह्ह्हह् भैया मै आई संभालो अपनी दीदी को अह्ह्ह्ह्ह सीईईईईई और मेरे बालों में हाथ फेरते हुए झड़ने लगी झड़ने के बाद दीदी निढाल होकर बाथरूम में बैठ गई लगभग दो मिनट हांफने के बाद बोली अब मेरी बारी है अपने भैया की सेवा करने की और दीदी ने मेरा लंड अपने मुंह में ले कर चूसने लगी और मैं सिसकने लगा
आह्ह्ह्ह्ह दीदी चूसो बहुत मजा आ रहा हुआ लगभग 5-7 मिनट्स की चुसाई के बाद दीदी का मुंह तक गया और उन्होंने कहा भैया अब नहीं रहा जाता है चोद दो अब अपनी दीदी को और बुझा दो अपनी प्यारी दीदी की चूत की प्यास और मुझे नीचे लिटा कर खुद मेरे ऊपर सवार होते हुए मेरे लंड को अपने हाथ में पकड़ा और धीरे धीरे अपनी चूत में उतारने लगी
और आधा लंड चूत में जाने के बाद उनकी सांस फूलने लगी और उन्होंने अपने जबड़ों को भींचते हुए थोड़ा ऊपर उठकर एक जोरदार झटके के साथ धम्म से मेरे लंड पर बैठ गई मेरा लंड सरसराता हुआ दीदी की चूत में जड़ तक घुस गया और सानु दीदी की एक चीख निकल गई 2 मिनट तक हांफने के बाद दीदी नॉर्मल होते हुए बोली साले गधे का लंड लेकर घूम रहा है तो मैं हंसने लगा दीदी ने प्यार से मेरे होंठों कर किस करते हुए अपनी गांड़ की थिरकन बढ़ानी शुरू की और धीरे धीरे स्पीड बढ़ने लगी
सानु दीदी की मादक सिसकारियां से पूरा बाथरूम गूंजने लगा
सानु दीदी- अअह्ह्ह्ह बबलू मेरे भाई कितना मस्त लंड है तेरा चूत के अंदरूनी हिस्से तक मार कर रहा है सीधा मेरी बच्चेदानी तक ठोकर मार रहा है अह्ह्ह्ह्ह सीईईईईई हाय मेरे राजा कितना मजा आ रहा है मेरी चूत पूरी भरी भरी सी लग रही है
अह्ह्ह्ह्ह लगभग पांच मिनट तक इस पोजीशन में चोदने के बाद दीदी ने कहा मैं थक गई बबलू अब तो संभाल और मै और सानु दीदी दोनो खड़े हो गए दीदी ने दीवार थामी और मैने पीछे से मोर्चा संभाला और सर्रर्र से अपना लंड सानु दीदी की चूत में उतार दिया दीदी की एक आआह्ह्ह्ह्ह निकल गई
और बोली आआह्ह्ह्ह्ह बबलू धीरे यार तेरी दीदी को तुझसे अभी और भी चुदना है आज ही फाड़ के भोसड़ा बना देगा क्या आआह्ह्ह्ह्ह सीईईईईई और एक बार फिर मेरा लंड स्पीड पकड़ने लगा और लंड की स्पीड के साथ दीदी की सिसकियां भी बढ़ने लगी आआआह्हह्ह्ह्ह बबलू मेरे भाई आआह्ह्ह्ह्ह सीईईईईईईई हाय मैं मर गई मेरे राजा आह्ह्ह्ह्ह चोदो अपनी दीदी को फाड़ दो अपनी दीदी की चूत आह्ह्ह्ह चोद चोद कर लाल कर दो अपनी दीदी की इस निगोडी चूत को आआह्ह्ह्ह्ह सीईईईईई बहुत तरसी हूं मैं ऐसा मस्त लंड से चुदने के लिए आआअह्ह्ह्ह्ह पहले पता होता की इतना मस्त लौड़ा है तेरा तो मै तुझे कब का चूदवा लेती आअह्ह्ह्ह्ह मेरे भाई चोद अपनी बहन को अह्ह्ह्हज् मेरे राजा
सानु दीदी की सिसकारियां सुनकर मेरा जोश और अधिक बढ़ गया और मैने दीदी के चेहरे को पकड़ कर एक किस किया और अपने धक्कों की स्पीड बढ़ा दी
दीदी आनंद के उन्माद में बड़बड़ाने लगी आआह्ह्हह्ह्ह चोद मेरे भाई आआह्ह्ह्ह्ह सीईईईईई चोद अपनी बहना को आआह्ह्ह्ह्ह सीईईईईईईई चोद चोद के भर दे अपनी दीदी की चूत और कर दे गभींन अपनी दीदी को अअह्ह्ह्ह्ह सीईईईईईईई और बन जा अपनी दीदी के बच्चों का पापा और मामा अअह्ह्ह्ह्ह सीईईईईई और दीदी की ऐसी मादक सिसकियां सुनकर मेरा लंड जवाब देने लगा तभी दीदी की टांगे भी कांपने लगी अअह्ह्ह्ह्ह मेरे भाई मैं आने वाली हूं अअह्ह्ह्ह बबलू मेरे राजा संभाल मुझे में आई आआह्ह्हह्ह्ह सीईईईईईईई और दीदी झड़ने लगी लगभग 2 मिनट तक दीदी झड़ती रही और मैं दबा कर अपना लंड फूल स्पीड में दीदी की चूत की जड़ तक उतरता रहा अब मेरा भी माल निकलने वाला था तो मैंने हुंकार भरते हुए कहा आआह्ह्हह्ह्ह दीदी मैं भी आने वाला हूं कहां निकलूं तो दीदी ने कहा अंदर मत निकालना रुक और दीदी झटके के साथ नीचे बैठी और तेजी से मेरा लंड हिलाना शुरू किया दो तीन झटकों में ही मेरा पानी छूट गया और दीदी ने मेरा सारा पानी गटक लिया
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और फिर हम दोनों ने साथ में नहाया दीदी ने मुझे एक किस देते हुआ थैंक यू कहा और फिर कपड़े पहन कर मै वहां से निकल गया जाते जाते दीदी ने एक और बार मुझे गले लगा कर किस्स किया
और फिर मै वहां से निकल कर घर आ गया जैसे ही मैं घर में एंटर हुआ सामने सोफे पर सोनू दीदी बैठी थी उन्हे देखते ही मेरी सिट्टी पिट्टी गुम हो गई और में नीचे देखने लगा पर दीदी मुझे देख कर मुस्कुरा रही थी तब मेरी जान में जान आई और मैं भी मुस्कुरा कर बोली कहां घूम कर आ रहे है साहबजादे मैंने हंसते हुए कहा कहीं दीदी अंकित के घर से आ रहा हूं और यह कहते हुए में ऊपर अपने रूम में आ गया अंदर आया तो पीहू दीदी बेड पर बैठी अपना स्कूल का होमवर्क कर रही थी मैं भी पास में बैठ कर अपना होमवर्क करने लगा तभी दीदी ने पूछा बबलू तेरी कोई जी एफ है क्या तो मैने शर्माते हुए कहा नहीं दीदी तो दीदी ने कहा यार तू तो इतना हेंडसम है ऊपर से तेरा इतना लंबा है और तेरी कोई जीएफ नहीं है मेरा मुंह खुला का खुला रह गया की दीदी ये क्या कह रही है तभी दीदी को भी समझ में आ गया की उन्होंने फ्लो फ्लो में क्या बोल दिया और उन्होंने बात को संभालते हुए कहा मै हाइट की बात कर रही हूं तू कुछ और मत समझ लेना और हंसने लगी और बोली आजकल गर्ल्स को लंबाई वाले लड़के बहुत पसंद है तो मैने भी अपनी तो मिलाते हुए कहा मेरी भी लंबाई बहुत है दीदी और मुस्कुराने लगा तो दीदी ने मुझे मुक्का मरते हुए कहा बदमाश और मैने दीदी की बगलों में हाथ डालते हुए गुदगुदी करने लगा और खेल खेल मे कब मैं दीदी के ऊपर सवार हो गया और हमारे होंट टकराने की पोजिशन में आ गए मैने दीदी के दोनो हाथ पकड़ कर दबा रखे थे और दीदी मेरे नीचे और में ऊपर था मेरा खड़ा लंड सीधे दीदी की चूत पर दस्तक दे रहा था तभी दीदी ने जोर लगा कर मेरे नीचे से निकलने की कोशिश की पर असफल रही और इस कोसिस में दीदी की चूत मेरे लंड से रगड़ने लगी पीहू दीदी निकलने के बहाने से अब मजे लेकर अपनी चूत मेरे लंड से रगड़ने लगी और मैं भी दीदी को अपने नीचे दबाने के बहाने अपना लंड दीदी की चूत पर रगड़ने लगा दीदी और मेरे दोनों के सिल्की लोअर में अंडरवीयर नहीं पहने होने के कारण ऐसा लग रहा था की हम दोनो एक दम नंगे है
और 2-3 मिनट की रगड़ाई में ही दीदी ने पानी छोड़ दिया
और उन्होंने बढ़कर मेरे होटों पर एक किस्स दे दी मैं हक्का बक्का रह गया और इसी मौके का फायदा उठा कर दीदी मेरे नीचे से निकल कर बाथरूम में भाग गई
शेष अगले अपडेट में........
Bhai bhut acha update hai, mera b mana hai dheere dheere sex ho to jada maja haiअपडेट 10
सानू दीदी की धुंआधार चुदाई और फिर पीहू दीदी की चूत की रगड़ाई की वजह से आई थकान के कारण मेरी आंख लग गई और फिर में शाम को ही भाभी के जगाने के बाद ही जागा भाभी मुझे उठने के लिए आई और मुझे हिलाकर जगाने लगी मैंने जागते ही भाभी को अपनी बाहों में भर लिया और चूमने लगा
भाभी भी मेरे होठों को चूमने लगी मैंने धीरे अपनी उंगली भाभी की चूत में उतार दी और भाभी सिसकने लगी
लगभग 5 मिनट की चुम्मा चाटी में ही भाभी की चूत में से रसधार बहने लगी और मेरा लौड़ा टनटना गया
तभी सीढ़ियों पर से किसी के आने की आहट हुई और मैं और भाभी झट से अलग हुए और भाभी अलग हुए भाभी रूम से निकलते हुए बोली जल्दी नीचे आ जाओ सब खाने पर इंतजार कर रहे है जैसे ही भाभी रूम से निकली वैसे ही पीहू दीदी की रूम में एंट्री हुई और अंदर आते ही पीहू दीदी बोली और हीरो क्या हो रहा है मैने हंसते हुए कहा कुछ नहीं दीदी और फिर थोड़ी देर पीहू दीदी से बातें करने के बाद नीचे हॉल में आ गए और खाना खाने के लिए बैठ गए मेरे जस्ट सामने सोनू दीदी बैठी थी उन्होंने मुझे देखते ही एक गहरी मुस्कान दी और बदले में मैने भी मुस्कुराते हुए उनको देखा सबने खाना खाया और सोनू दीदी को छोड़कर बाकी सब अपने अपने रूम में सोने निकल गए निकल गए थोड़ी ही देर में मम्मी और भाभी ने भी अपना काम निपटा दिया और वो भी सोनू दीदी के साथ बैठकर टीवी देखने लगे लगभग घंटे भर बाद मम्मी और भाभी को नींद आने लगी और वो अपने अपने रूम की तरफ बढ़ गई सोनू दीदी के कॉलेज की अगले दिन छुट्टी थी इसलिए वो बैठी टीवी देखती रही तभी मैं अपने रूम से बाहर निकला और देखा नीचे हॉल में सोनू दीदी टीवी देख रही है तो मै भी उन्हें ज्वाइन करने नीचे आ गया दीदी अपना फेवरेट नागिन सीरियल देख रही थी तभी मैने कहा क्या यार दीदी ये वही पुराना सड़ा गला सा बोरिंग सीरियल देख रही हो लाओ रिमोट दो मैं कोई मस्त मूवी लगता हूं
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और जैसे ही मैंने रिमोट लेने के लिए अपना हाथ बढ़ाया दीदी ने रिमोट उठा लिया और बोली बबलू यार देखने दे ना और मैने भी कहा नहीं यार दीदी मूवी देखते है न लेकिन सोनू दीदी अपनी बात पर अड़ी रही और मैने दीदी के हाथ से रिमोट छिनने की कोशिश की और दीदी रिमोट बचाने की कोशिश करती रही इसी छीना झपटी में कभी मैं दीदी के ऊपर और कभी दीदी मेरे ऊपर और दीदी के मखमली बदन को रगड़ से मेरा लंड तन कर खड़ा हो गया तभी सोनी दीदी ने मुझे नीचे दबा दिया और खुद मेरे ऊपर सवार हो गई मैने लोवर के अंदर अंडरवियर नहीं पहना था और छीना झपटी में मेरा लोवर थोड़ा नीचे हो गया और मेरा लंड बाहर आ गया वहीं दीदी की ड्रेस भी ऊपर हो गई और मेरा खड़ा लंड की रगड़ से दीदी की पेंटी भी साइड में हो गई अब दीदी को चूत और मेरा लंड आपस में रगड़ने लगे
दीदी की मजे से आंखे बंद होने लगी और दीदी मुझसे रिमोट छिनने के बहने अपनी चूत मेरे लंड पर रगड़ने लगी मुझे भी मजा आने लगा और मैने भी रिमोट को दीदी के पकड़ से दूर रखने की पूरी कोशिश की ताकि दीदी की चूत पर लंड रगड़ने का मजा ज्यादा देर तक मिलता रहे दीदी बार बार रिमोट लेने के बहाने अपनी चूत पूरे दबाव के साथ मेरे लंड पर रगड़ने लगी और लगभग 2-3 मिनट की रगड़ाई में ही मेरे लंड और दीदी की चूत ने साथ साथ अपना पानी छोड़ दिया और दीदी धम्म से मेरे ऊपर गिर पड़ी
और हांफने लगी 2 मिनट तक शांत होने के बाद दीदी उठी और बोली गधा कहीं का और भागते हुए अपने रूम की तरफ बढ़ गई मैं भी उठा और टीवी बंद कर अपने रूम की तरफ बढ़ गया रूम में पहुंचा तो देखा पीहू दीदी पढ़ रही थी मेरा लोवर दीदी और मेरे पानी के मिश्रण की वजह से चिपचिपा हो रहा था तो मैं बाथरूम में घूस गया और नहा कर सिर्फ एक टॉवेल लेकर बाहर निकला तो पीहू दीदी बोली क्या बात है हीरो दिन में दो दो बार नहा रहे हो लगता है कोई लड़की पटा ली है तभी इतने साफ सुथरे रहने का भूत सवार हो गया है कि कहीं वो तुम्हारे सांड जैसे शरीर की बदबू की वजह से छोड़ कर भाग न जाए मैं पीहू दीदी के कान खींचने के लिए आगे बढ़ा पर दीदी मेरे हाथो की पहुंच से दूर निकल गई और मुझे चिढ़ाने लगी मैं भी दीदी को पकड़ने के लिए बेड पर चढ़ा और पकड़ने के लिया और नीचे गिराकर गुदगुदी करने लगा
और इसी उथल पुथल में कब मेरा टॉवेल खुल गया और कब में नंगा हो गया और वहीं पीहू दीदी ने भी अपनी फ्रॉक के नीचे पेंटी नहीं पहनी थी जिसकी वजह से दीदी की चूत एक दम नंगी हो गई थी मैंने दीदी को अपने नीचे लिया और अपने नीचे के हिस्से का दबाव दीदी की चूत पर डाला तो मेरा नंगा लंड दीदी की नंगी चूत को फांकों पर लगा और मजे और आनंद मै हम दोनों की आंखे बंद हो गई
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दीदी मेरे नीचे से निकलने की कोशिश करने लगी और मैं उन्हें अपने नीचे और जोर से दबाने लगा दीदी के मुंह से सिसकारी निकलने लगी आआह्ह्ह्ह्ह छोड़ ना बबलू क्या कर रहा है मुझे गुदगुदी हो रही है और मेरे नीचे से निकलने की कोशिश के बहाने से अपनी चूत का दबाव मेरे लंड पर बढ़ाने लगी
ऊपर से मैं भी दीदी को दबाने के बहाने से अपना पूरा दबाव पीहू दीदी पर डालने लगा लगभग 5 मिनट तक हम दोनों की लंड चूत की रगड़ाई से पीहू दीदी ने अपनी चूत का पानी छोड़ दिया और पीहू दीदी की चूत के गीलेपन के अहसास से मेरे लंड ने भी पिचकारी मार कर अपना माल दीदी के पेट पर बरसा दिया और मैं हांफते हुए दीदी पर गिर गया
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दीदी ने धक्का देकर मुझे साइड में किया और भाग कर बाथरूम में घुस गई और मै यूं ही नंगा पड़ा नींद के आगोश में चला गया
अगली सुबह पीहू दीदी ने मुझे जगाते हुए कहा ओए वनमानुष उठ जा स्कूल के लिए देर हो जायेगी और मुझे अपने नंगेपन का अहसास होते ही ही मैं झेंप गया दीदी मेरी हालत को समझते हुए रूम से बाहर निकल गई फिर मैं भी उठकर बाथरूम की ओर भागा नहाकर रेडी हुआ और नाश्ता करके हम सब भाई बहन स्कूल की तरफ निकल लिए ।
मेरे विचार से भाई बहन के बीच में सबकुछ जानते हुए अंजान बनकर एक दूसरे के अंगों को सहलाने मसलने और रगड़ते हुए चरमसुख प्राप्त करने में है वो शायद डायरेक्ट सैक्स में नहीं है इसलिए मैं कोशिश कर रहा हूं कि तीनों भाई बहन के बीच अंजान बनते हुए लंड चूत की फुल रगड़ाई हो खेल खेल में भाई बहन के बोबे मसल दे बहन भाई के लंड को सहला दे उसके बाद बहनों के द्वारा भाई को अपने मादक अंगों को दिखाकर सिड्यूस किया जाए और फिर जा कर इतनी तड़प पैदा हो जाए की सेक्स का मजा ही कुछ अलग आए बाकी कहानी का मंच आप लोगों के लिए खुला है आप भी अपनी राय दें ताकि मैं अपनी कहानी को और अधिक बेहतर बना सकूं और इतना बेहतरीन बनाऊं की हर अपडेट पढ़ने के के बाद यदि आप पुरुष है तो आपका लौड़ा टनटना जाए और आपको मुठ मरने पर मजबूर होना पड़े और अगर आप महिला है तो आपकी चूत में से रसधार बहने लगे और आपको उंगली करके अपना पानी निकाले बिना आपको चैन नहीं मिले ।
आपके कॉमेंट्स की प्रतिक्षा में आपका अपना
राही ......
शेष अगले अपडेट में ......
मित्रों कृपया अपडेट पढ़ने के बाद अपने लाइक और कहानी के बारे में अपना रिव्यू जरूर कमेंट करें ताकी मेरा भी हौसला बढ़ता रहे और मैं भी आपकी आशा के अनुरूप आगे की।कहानी में अपडेट्स देता रहूं
Ahh maja aa giya bhabhi ki chudai dekh karअपडेट 11
स्कूल की छुट्टी हम लोग बस में सवार हो गए और घर की ओर निकल लिए आगे वाली सीट पर मैं और पीहू दीदी बैठे थे और हमारे जस्ट पीछे वाली सीट पर सोनू दीदी और दीपू बैठे थे तभी पीहू दीदी ने कहायार बबलू कितनी गर्मी है ना बहुत गीली हो गई हूं में तो
मैं हंसते हुए कहां गीले हो गए हो दीदी मुझे तो दिखाई नहीं दे रहा है
पीहू दीदी- अरे पागल मैं कपड़ों की बात कर रही हूं और हंसने लगी
मैं - हां दीदी गर्मी तो बहुत है मेरा भी खड़ा हो गया है
पीहू दीदी- क्या खड़ा हो गया है भाई
मै - रोंगटा खड़ा हो गया है दीदी आपने क्या समझ लिया
पीहू दीदी - कुछ नहीं और मुस्कुराने लगी और फिर बोला यार कितनी गर्मी है काश कोई पानी गिरा दे मेरे ऊपर तो थोड़ी ठंडक मिल जाए
मैं - मै गिरा दूं क्या दीदी और हंसने लगा
पीहू दीदी- नहीं भाई यहां नहीं यहां मेरे सारे कपड़े खराब हो जायेंगे घर जा कर गिराना और हम दोनो ही हंसने लगे दीदी के साथ डबल मीनिंग बाते करने में एक अलग ही मजा आ रहा था समझ दोनो रहे थे पर अंजान बनने का नाटक कर रहे थे और सच कहूं तो बहुत मजा आ रहा था तभी मुझे अपने पैर पर कुछ रेंगता हुआ महसूस हुआ मैंने नीचे देखा तो सोनू दीदी अपने पैर को मेरे पैर पर रगड़ रही थी और जिस वजह से हो रही सनसनी से मेरा लंड झटके मार कर खड़ा हो गया ऐसे ही हम मस्ती करते हुए घर पहुंचे और चेंज करने के लिए अपने अपने रूम में घुस गए
रोजाना तो पीहू दीदी बाथरूम में जाकर चेंज करती है पर आज उनके दिमाग में क्या आया और उन्होंने मेरे सामने ही कपड़े चेंज करने स्टार्ट कर दिए अपनी पैंट मै दूसरी साइड खड़ा अपना शर्ट उतार कर बाथरूम जाने की तैयारी कर रहा था की पीछे देखते ही मेरी नजर पीहू दीदी पर पड़ी पीहू दीदी ने अपनी पैंट और पेंटी दोनो ही एक साथ नीचे सरका के अपने पैरों से निकल दी और मेरी नजरों से अंजान बनते हुए अपना कुर्ता भी ऊपर उठाया और अपनी नंगी गोरी गांड़ के दर्शन मुझे करवा दिए
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और झट से दूसरी पैंटी उठा कर अपनी नंगी गांड़ पर चढ़ा दी यह सीन देख कर मेरा लंड तनाव की वजह से फटने की कगार पर पहुंच गया और मैं दीदी के पीछे जा कर खड़ा हो गया और दीदी को पीछे से अपनी बाहों में भर लिया और अपना लंड दीदी की गांड़ पर रगड़ते हुए बोला मेरी प्यारी पीहू दीदी आज शाम को मेरे एक दोस्त की बर्थडे पार्टी है प्लीज मम्मा से मुझे वहां जाने की परमिशन दिला दो ना मेरी प्यारी दीदी मै आपकी हर बात मानूंगा प्लीज दीदी और इसी बहाने से अपना लंड पीहू दीदी की गांड़ पर रगड़ने लगा पीहू दीदी को अपनी गांड़ पर मेरे लंड का अहसास होते ही उनके मुंह से एक मादक सिसकारी निकल गई और उन्होंने अपनी गांड़ को मेरे लंड पर दबाते हुए बोली अच्छा बोल दूंगी मम्मी को अब ज्यादा मस्का मत लगा
और मैने दीदी को थैंक यू बोलते हुए दीदी के गाल पर एक किस्स कर दिया दीदी ने मेरी ओर पलटते हुए कहा परमिशन में दिलवा दूंगी पर वापिस मेरे पास कोई कंप्लेन नहीं आनी चाहिए की तूने कोई शरारत की है तो मैने कहा नहीं आएगी दीदी और दीदी के होटों पर एक किस्स करके बाथरूम में भाग गया
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और अंदर से दरवाजा बंद कर दिया दीदी बोली रुक जा शैतान तुझे अभी बताती हूं और दरवाजा बजाने लगी पर मैंने कहा दीदी अब मैं आपके हाथ नहीं आने वाला हूं और नहाने लगा नहाकर मैं एक टॉवेल लपेट कर बाहर निकला पर मुझे नहीं पता था की पीहू दीदी आज मेरे मजे लेने के फूल मूड में है और जैसे ही मैं बाहर निकला पीहू दीदी ने मुझ पर पर हमला बोल दिया और मेरा टॉवेल खींच कर भाग गई और जाते जाते मुझे चिढ़ाते हुए वनमानुष और बोल कर गई मैं भी पीहू दीदी के पीछे उनको पकड़ने के लिए भागा पर पीहू दीदी कभी बेड के उधर तो कभी उधर पर तभी मैने छलांग लगाई और सीधा पीहू दीदी को लेकर बेड पर अब पीहू दीदी मेरे नीचे और मै पीहू दीदी के ऊपर
और पीहू दीदी को पकड़ने के चक्कर में दीदी के बोबे मेरे हाथ में आ गए और मैंने उन्हें दबाना शुरू कर दिया और अंजान बनते हुए कहा और करोगे लेकिन पीहू दीदी हंसते हुए बोली छोड़ दे वनमानुष और फिर हंसने लगी मैंने भी दीदी की बागलों में हाथ डालते हुए उनकी गुदगुदी करना शुरू कर दिया वो हंसते हुए छटपटाने लगी
और बोली रुक जा बबलू मेरा हंस हंस कर पेट दर्द करने लग गया है पर मै नहीं माना और तभी पीहू दीदी ने अपना पूरा जोर लगा कर मुझे धकेला और अब सिचुएशन उल्टी हो गई अब मैं नीचे और पीहू दीदी मेरे ऊपर थी और उन्होंने मेरे दोनो साइड में रख के हाथ पकड़े और मेरे कान को अपने दांतों के बीच पकड़ कर काटना शुरू किया मैं चिल्लाने लगा आअह्ह जंगली बिल्ली काट रही है और नीचे से निकलने की कोशिश करने लगा पर दीदी ने अपने पैरों के नीचे मुझे कस के दबा रखा था इसी छीना झपटी में दीदी की पेंटी फट गई थी और मैं तो वैसे भी नंगा ही था तो मेरा लंड दीदी की चूत पर दस्तक देने लगा और ये अहसास होते ही दीदी ने मुझे और कस के पकड़ लिया और अपनी चूत मेरे लंड पर रगड़ने लगी दीदी की चूत की फांकों के बीच रगड़ खाता मेरा लंड मुझे और पीहू दीदी को असीम आनंद दे रहा था
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दीदी ने मुझे कस के पकड़ा और जोश में आकर अपनी पूरी स्पीड से अपनी चूत मेरे लंड पर रगड़ने लगी और मात्र दो मिनट में ही आअह्ह्ह्ह भाई कहते हुए झड़ने लगी और धम्म से मेरी छाती पर गिर गई और 2 मिनट तक हांफती रही
और जब शांत हुई तो उन्हे अहसास हुआ की हम दोनों क्या कर रहे थे और वो झट से मेरे ऊपर से उठ कर शर्माते हुए बाथरूम में भाग गई और जाते जाते और बोल गई साला वनमानुष और मै भी मुस्कुरा उठा और अपने कपड़े पहन कर रूम से बाहर निकल गया बस में सोनू दीदी की छेड़खानी और फिर पीहू दीदी की नंगी गांड़ के दर्शन और अब दीदी की नंगी चूत की रगड़ाई इन सब की वजह से मेरा लंड फटने की हालत में आ गया और अब मुझसे बरदाश्त से बाहर हो गया इसलिए मैने रूम से निकलकर भाभी के बेडरूम की ओर रुख किया और जैसे ही एंटर हुआ देखा भाभी बेड पर बैठी फोन चला रही थी मुझे देखते ही भाभी खड़ी हो गई और बोली आइए मेरे देवर कम सैयां जी और हंसने लगी मैंने भाभी को बाहों में भर और दीवार से सटा कर उनके होंठों को अपने होटों की गिरफ्त में ले लिया और चूसने लगा
भाभी ने अपना हाथ नीचे ले जाते हुए मेरे लंड को थाम लिया और मसलने लगी और बोली क्या बात है देवर जी भाभी को चोदने का फूल मूड बना के आए हो और 2 मिनट कि किसिंग के बाद में नीचे झुका और भाभी की नाभी को चूमने लगा भाभी सिसकने लगी अअह्ह्ह्ह्ह देवर जी सीईईईईई जल्दी करो समय कम ही है कोई आ न जाए मेरी भी चूत कल शाम से ही तुम्हारा लंड लेने के लिए कुलबुला रही है और अपना ब्लाउज ऊपर करते हुए अपनी चूचियां नंगी करके एक चूची मेरे मुंह में थामा दी
और मेरे लंड को मसलने लगी
मैंने भी समय की नजाकत को समझते हुए भाभी को झटपट नंगा किया और खुद के सारे कपड़े निकाले और चढ़ गया भाभी के उपर और एक ही झटके में अपना आधा लंड भाभी की पनियायी हुई चूत में उतार दिया भाभी सिसकते हुए आआह्ह्हह्ह्ह देवर जी थोड़ा धीरे अभी मुझे इतना बड़ा लंड लेने की आदत नहीं हुई है
अअह्ह्ह्ह्ह सीईईईईई और मैने जोश में आते हुए अपना लंड थोड़ा पीछे खींचा और फिर पूरे जोर के साथ धक्का लगाते ही अपना लंड भाभी की चूत में जड़ तक उतार दिया भाभी सिसकते हुए बोली अअह्ह्ह्ह्ह मेरे अनाड़ी बालमा अपनी भाभी की चूत फाड़ ही डालोगे क्या और मेरे होंठो को चूमने लगी मैंने भी भाभी के बोबों को मसलते हुए शुरू में धीरे और फिर स्पीड बढ़ानी शुरू की और जैसे जैसे मेरे धक्के बढ़ रहे थे वैसे वैसे ही भाभी की सिसकारियां बढ़ रही थी
भाभी मजे से बड़बड़ाते हुए
अअह्ह्ह्ह्ह देवर जी हाय चोद दो इस निगोडी चूत को आह्ह्ह्ह्ह सीईईईईई कितनी तड़प रही थी ये तुम्हारे लंड से मिलन के लिए अअह्ह्ह्ह्ह सिरीईईई अअह्ह्ह्ह्ह चोद दो राजा बुझा दो प्यास अपनी भाभी की अअह्ह्ह्हह मेरे प्यारे देवर मेरे राजा मेरे बलमा अअह्ह्ह्ह्ह सीईईईइई और जोश में आकर नीचे से अपनी गांड़ उठा कर धक्के लगाने लगी
मैंने भी जोश में आकर अपने धक्कों की फूल स्पीड कर दी मेरे हर धक्के के साथ भाभी के बोबे उछल रहे थे जो मेरा जोश दुगुना कर रहे थे और लगभग 15 मिनट की चुदाई में ही हम दोनो झड़ने के कगार पर पहुंच गए भाभी सिसकते हुए बोली अअह्ह्ह्ह्ह देवर जी मैं झड़ने वाली हूं मैं भी झड़ने वाला हूं भाभी
भाभी- अअह्ह्ह्ह्ह ससीईईईईई देवर जी हम्मम्मम आ जाओ दोनों साथ में ही झड़ते है
अअह्ह्ह्ह सीईईईईईई देवर जी भर दो मेरी चूत अपने रस से अअह्ह्ह्हह मेरी बच्चेदानी में अपना माल छोड़ कर दे दो मुझे एक बच्चा अअह्ह्ह्ह्ह देवर जी मै तो गई आआह्ह्हह्ह्ह संभाली मुझे अअह्ह्ह्ह सीईईईईई और इसके साथ ही भाभी झड़ने लगी भाभी की चूत के गीलेपन के अहसास ने मुझे भी झड़ने के लिए विवश कर दिया और मैने जोश में एक आखिरी झटका लगाया
और उसके साथ ही मेरा सुपाड़ा भाभी के बच्चेदानी का मुंह उलट कर अंदर प्रवेश कर गया और झर झर कर झड़ने लगा एक के बाद एक कई पिचकारियां निकल कर भाभी की बच्चेदानी को भिगोती रही
हम दोनो लगभग 10 मिनट तक यूं ही पड़े रहे और फिर मैं भाभी के ऊपर से उतर कर साइड में लुढ़क गया
जैसे ही मेरा लंड भाभी की चूत से निकला वैसे ही भाभी की चूत से मेरे और भाभी के मिले जुले रस की रसधार भाभी की चूत से निकल कर बिस्तर पर बहने लगी
शेष अगले अपडेट में.....