शुरुआत तो दर्द से हीं होती है...ऑपरेशन गोल दरवाजा बहुत ही दर्दनाक रहा गुड्डी के लिए
लेकिन फिर मजा हीं मजा...
मौज हीं मौज...
शुरुआत तो दर्द से हीं होती है...ऑपरेशन गोल दरवाजा बहुत ही दर्दनाक रहा गुड्डी के लिए
अभी तो कोमल की मम्मी.. कोमल की सास को...Abhi tak to pura padha hua guddi ki chudaai uski bua k saamne krna
साली की बात टालने की भला किसकी हिम्मत...सबसे पहले तो एक. क्या है की लाइक्स वाले दिल से काम नहीं चलेगा.
सबसे खास जो कोमलिया अपनी खसम की जो तारीफ करती है. वो दिल छू लेता है. मेरा मरद ये मेरा मरद वो. अमूमन मेंर अपनी कमैंट्स मे साजन जी के लिए देवता वर्ड उसे किया है. साजन देवता. पर आप ने तो उन्हें साक्षात काम देव ही कहे दिया. एकदम असली काम के देवता. और सारी तारीफ तो फीकी हो गई बस इसके सामने. साथ उनके तरीको की तारीफ उनके तरीको को तारीफ. उनके अस मंजस मे कितने तीर है किसी को मालूम नहीं. अमेज़िंग. एक सो छत्तीस तरीके है तो वो एक सो बाहट्टर जानते है. और तो और काम के देवता होने का श्रेय उनकी महतारी को भी अलग ही ढंग से दिया. रंडी के पेट से जने है तो मास्टर होंगे ही.
और साली के गुलाम. अमेज़िंग. बात टालते नहीं रीनू की. रीनू का भी जवाब नहीं. क्या तरीका बताया है. साली नांदिया रानी के गाड़िया का पूछवाडा छिलवा दिया.
माझा तो तब आया जब बोल रही थी. डालो ना भैया और जब तरीका बदला तो गिड़गिड़ाने लगी. चीखने लगी वाह. बचाने को अपनी भाभी ही याद आई ना. भाभी भैया को बोलो ना रुक जाए. पहले तो बोल रही थी डालो. और अब निकालो..
रंडी नांदिया की चीखो का संगीत सुन कर कितना आनंद आता है. ये तो एक भौजी ही बता सकती है. वाह माझा आ गया.
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निहुर के हीं तो फैलाएगी..Kya gab ka likha hai Komal ji. "Nihur Ssalli"
जब तक आँख.. कान.. नाक .. मुँह सब जगह से पानी न बहे...Wonderful episode. Mast mast chudai ho rahi hai.
और कोमल जी को डबल एंट्री के मजे का अहसास हो गया...Komal ji double entry ka majaa hi alag hai.
Waiting sir for you on my story as well...और कोमल जी को डबल एंट्री के मजे का अहसास हो गया...
कोमल ने नहीं...अरे वाह. आपने तो सच मे बना दिया अपने वाले को. गोल दरवाजे का रसिया. वही उनकी बहेनिया का बनवा दिया गोलकोंडा. माझा आ गया.
पर इस update मे तो उनकी साली छा गई. क्या धमकाया उनकी बहेनिया को. अभी तो तेरे एक ही भैया तेरा पिछवादा रोंद रहे है. दो तो अभी सो रहे है. बने की असली गुड्डी बाई. उपस सॉरी सॉरी. रंडी बाई. जिला टॉप तो भाभी ही बनाएगी ना गिड्डी रंडी बाई को.
सिर्फ गुड्डी रंडी को ही नहीं उसके जीजा कोमलिया के मरदवा को भी धमका दिया. क्या हेना की दूसरे का दुख उनसे देखा नहीं जता. पर ऐसे तो उनकी बहेनिया रंडी बनेगी कैसे.
साली हो तो उनकी. तेरी बहेनिया. असली खिलाडी. क्या चाबी भरी हे बाकि. दो ऊँगली अपने ही जीजा के पिछवाड़े मे गोल गोल. और धक्के उसके जीजा के तेज़ हो गए. गचक के ली हे अपनी बहेनिया की. क्या तरीका है. माझा आ गया.
बेचारी को छी छी आई है. साली को हगने ही मत दो. छेदा बड़ा हो गया ना. सारी कब्जी मिटानी है पुरे उनके मायके वालों की.
लास्ट मे गुल्ला भी उनके ही पसंद का. उनकी पहनीया के लिए. लाल वाला. अरे खुद अपनी बहेनिया के लिए चुना है भई. नहीं तो काला वाला भी तो था. वैसे साइज भी मस्त है. बिलकुल सही चौड़ाई. छेदा बंद नहीं होगा.
वो वो तो वो उनकी बहेनिया भी अपनी नईकी भाभी की दीवानी है. मिठी भाभी. गांड मरवाना जो उसे सीखा दिया. बेचारी कब से रंडी बन ने को तड़प रही ठी. भैया उसके अपनी साली के गुलाम. और उनकी बहन भाभी की गुलाम. सिख गए दोनों भाई बहन.
और गुल्ला भी सही फिट किया है. खुद से निकलेगा नहीं. और सिखाओ अच्छे से. मॉल मे ही सबके सामने निकलवाना.
माझा आ गया. फुल सरारत फुल इरोटिक. फुल मस्ती.
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लेकिन उसके पहले तबले को भरपूर बजाया....वाह मान गए गुड्डी को और मान गए उसकी मीठी मीठी भाभी रीनू को.
गुड्डी बाई का पीछे के छेड़ को तो गुल्ले से लॉक कर ही दिया था. और आगे वाली मुनिया मे तीन तीन बॉल. वो भी डिजिटल वाले. माझा ही ला दिया.
ऊपर से असली छिनार पन करने भेज दिया हलवाई की दुकान पर समोसे और जलेबी लेने. पूछो क्या क्या हुआ कितने बाप रे 100 असली छिनार नांदिया है.
एप् के जरिये सब से कॉन्टेक्ट भी करवा दिए. Msg पे msg. सेल्फी खींच के डलवाई जो हो. तीन यार तो घर के ही थे. अब तो बहार वाले भी. अरे हलवाई तो जलेबी की चासनी चाटने के लिए दुकान दाव पे लगा रहा है. कॉलेज वगेरा के लोंडे ट्यूशन के लोंडे महल्ले वाले लोंडे सब की फेवरेट बन गई अब तो.
मल्होत्राइन का जीकर बड़ी देर बार आया. पुराना खेला चालू करवाओगी लगता है. माझा आ गया.
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