ताकि कभी अकेलापन न खले...रीनू ने ट्रेनिंग भी पूरी दी चाहे किंक की हो या ट्वायज की
ताकि कभी अकेलापन न खले...रीनू ने ट्रेनिंग भी पूरी दी चाहे किंक की हो या ट्वायज की
आखिर सारे मजे लड़के हीं क्यूं लें...लड़कों के जाने का पूरा फायदा उठाया भाभियों ने
तो अब गुड्डी झेलेगी और रीनू पेलेगी...और उकसा भी किस को रही है, रीनू ऐसी भाभी को
जो मजा राजी खुशी में है..और यह बात मेरी हर कहानी में है
लड़की की मर्जी हो तो मस्ती
वरना जबरदस्ती एकदम नहीं
अभी तो ऑफिस के मिस्टर मोइत्रा के चमचों और मिसेज मोइत्रा की चमचियों को भी लाइन पर लाना है...Jkg ke liye suggest kiya hai
लगता है...JKG men story men ek bada turn aane vaala hai, bas ek do posts ke baad
कहानी का प्रवाह आप अपने प्लाट के साथ आगे ले जाएं...एकदम सही कहा आपने और अब तो कहानी एक दूसरे मोड़ पे खड़ी है जहाँ कुछ नया होगा इसलिए अब इस कहानी में ककोल्ड का चांस नहीं है
हाँ ककोल्ड थीम पर अगर लिखना तो है मुझे एक छोटी कहानी अलग से ही लिखनी होगी क्योंकि उसके करेक्टर्स मेरी कहानियों के अभी के करेक्टर्स से अलग होंगे या छुटकी में जैसे अलग अलग कहानियां जुडी है, और इस तरह से इन्सेस्ट आया उसी तरह से कुछ पर जोरू का गुलाम या फागुन के दिन चार में तो नहीं हो सकता
और सारी जिंदगी भी ये उपाय कारगर होंगे...यह उपाय पार्टी में और उसके बाद असल में कारगर रहेगा, फिर आगे चल के मेडिकल कालेज में भी
बेसब्री से इंतजार है...बस दो चार पार्ट लेकिन मिसेज मोइत्रा और उनके रसगुल्लों पर भी कार्यबाही होगी
Bhut बेसब्री से इंतजार कर रहे है रसगुल्ले के निचोड़ का