कृपा के साथ-साथ अपना टैलेंट भी जो इस तरह निखर कर आ रहा है...सत्य वचन, आरुषि जी पर रति की कृपा है
कृपा के साथ-साथ अपना टैलेंट भी जो इस तरह निखर कर आ रहा है...सत्य वचन, आरुषि जी पर रति की कृपा है
और तब तो खुशी दोगुनी हो जाती है....और क्या, जब तक प्यादे से वज़ीर को न मरवाएँ तो क्या मज़ा।
और यही वैराइटी हमें कहानी से बांधे रखती है....yes, Variety is the spice of life.
ऐसे तथ्यात्मक और रोचक अपडेट का इंतजार रहेगा...अरे अपनी डाक्टर साहिबा हैं न,
बस डॉक्टर गिल की पोस्ट की एक एक बात अपनी डाक्टर साहिबा की कंसल्टेंसी से ही होगी इसलिए वो प्रसंग अत्यंत रोचक होगा और तथ्यों पर आधारित।
शीशे के बाद आपके साजन के लंड पर भी उतारना है...ekdam aur ab Manju Mrs Moitra ko shishe men utaaregi
लगता है दोहरा शतक लगेगा...अरे नहीं उस समय तो काउंटर और तेजी से भागेगा। और गुड्डी रानी की अगली छुट्टी तो १७ दिन बाद है, वो तो दो चार दिन में आ जायँगे।
६०० पृष्ठ पूरे होने पर लख-लख बधाइयाँ...सभी मित्रों को धन्यवाद,
इस कथा यात्रा के ६०० पृष्ठ पूरे होने के,...
और यह मील का पत्थर आप सब के स्नेह, अनुराग और रस से भीगे, दोस्ती में पगे कमेंट्स के कारण पहुँच पाया
कोटिश आभार
सारी चीजें आपके टिप पर है...एकदम सही समझा आपने, आफिस का काम था इसलिए अगले दिन तो आफिस में ही गुजारा इन्होने
हाँ लेकिन असली कारण इनके मायके से आने का काम रस का था, ननदिया को बचा के लाने का, सासू माँ और जेठ जी के आने के पहले वहां से चलने का की कहीं उनके आने पर फन कुचली हुयी नागिन, मेरी जेठानी फिर कोई नयी चाल न सोचने लगे, इसलिए मैंने तय किया था की जल्दी से जल्दी इनके बचपन के माल के ले कर फुर्र हो आऊं , और एक बार चिड़िया मेरे पास आ गयी, फिर तो धीमी आंच पर,... और स्वाद ले ले कर
लेकिन आफिस का चक्कर तो ये था की छुट्टी लेने के बावजूद जैसा मैंने आखिरी पोस्ट के अंत में लिखा था,
" एकदम ,... " वो बोले ,लेकिन उनके दो तीन फोन एक साथ घनघनाए। उन्हें आफिस जाना पड़ रहा था एक डेढ़ घंटे के लिए ,कुछ पेपर साइन करने थे ,कुछ चेक। एकदम अर्जेन्ट और एक कोई कांफ्रेंस थी कारपोरेट आफिस से। आठ बजे के पहले ही आ जायेंगे।
मैं समझ रही थी की आठ का मतलब नौ तो बजेगा ही।
मैंने घडी की ओर निगाह डाली , साढ़े छह बज रहे थे।
" हे आते समय तुम चाइनीज पैक करा लाना। तेरी गौरैया को अच्छा लगता है , "
तो २४ घंटे की नौकरी और जितनी जिम्मेदारी बढ़ेगी उतना ही टाइम का भी झंझट, असल मे मेरी सौतन एक नहीं दो थीं , एक तो मैडम टिकटिक, जो धक्के देके इन्हे आफिस भेजती थीं, और दूसरे आफिस का ऑफिसियल फोन, जो कभी भी बज जाता था और मेरी बात ये एक बार टाल भी दें, अपनी सास और उस आफिस वाले मोबाइल की बात नहीं टालते थे।
मिसेज मल्होत्रा ने जबरदस्त तड़का लगाया..भाग १७४ -
कोचिंग की तैयारी
उन्हें आफिस जाना पड़ रहा था एक डेढ़ घंटे के लिए ,कुछ पेपर साइन करने थे ,कुछ चेक। एकदम अर्जेन्ट और एक कोई कांफ्रेंस थी कारपोरेट आफिस से। आठ बजे के पहले ही आ जायेंगे। मैं समझ रही थी की आठ का मतलब नौ तो बजेगा ही।
मैंने घडी की ओर निगाह डाली , साढ़े छह बज रहे थे।
" हे आते समय तुम चाइनीज पैक करा लाना। तेरी गौरैया को अच्छा लगता है , "
उन्होंने मेरी एक चुम्मी ली और फिर फुर्र।
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मेरी निगाह गुड्डी की ओर पड़ी ,वो अभी भी सो रही थी। मैंने जगाया नहीं आज रात तो उसका फिर रतजगा होना है ,और आज तो मैं भी रहूंगी उस की रगड़ाई में।
मैंने सुजाता को फोन लगाया ,कुछ लेडीज क्लब की हाल चाल के लिए ,उसके बाद टाउनशिप वाले को ,.. उसे बताने के लिए कल दोपहर के बाद मिसेज मोइत्रा के यहाँ का काम ,... वही परेशानियां जिसके लिए मिसेज मोइत्रा को मुझे फोन करने के लिए मजबूर होना पड़ा था ,
और मैंने आलमोस्ट खुले शब्दों में उन्हें बता दिया था ,बेटा निज़ाम बदल गया है और नाज़िम भी अब तो तेरी जब जब फटेगी आना तुझे मेरे ही पास पडेगा।
और फटेगी तो है ही उनकी भी और उनकी दोनों बेटियों की भी।
मुझे सोच सोच कर ,... गार्बेज ,... कितने दिनों से कूड़ा नहीं उठ रहा था , सीवर लाइन चोक , और टॉयलेट भी ,...
खैर कल शाम तक सब ठीक हो जाना था , उन्होंने दसों लोगों को फोन लगाया होगा , ... लेकिन अब उन्हें अहसास हो जाएगा , काम के लिए किसके पास जाना पडेगा।
गुड्डी कुनमुना रही थी।
उसकी छोटी सी पैंटी में बंद उसकी चुनमुनिया ठीक से छुपी भी नहीं थी। मन तो कर रहा था ,जा के खोल दूँ उसकी ,.. आज वैसे भी उसके भैया से ज्यादा मैं उसकी लेने वाली थी।
लेकिन तभी आकाश कोचिंग वाली मिसेज मल्होत्रा का फोन आ गया। गुड्डी की कोचिंग के बारे में ,
मेरे कुछ बोलने के पहले ही वो बोल पड़ीं ,
" गौरेया कहाँ है , चारा खाया ?"
मेरी खिलखिलाहट ने उन्हें बिना मेरे बोले जवाब दे दिया।
" सो रही है ,रात भर ,... "
" पहली बार फ़टी है तो दर्द और थकान तो दोनों होगी ही। जब उठे तो मुझे फोन करने को बोल दिया , कुछ इंस्ट्रकशन देने हैं , ... और कल के लेसन उसे मेल भी कर दिए है . "
लेकिन तबतक गुड्डी अंगड़ाई लेती हुयी उठ ही गयी , क्या अंगड़ाई थी उस टीनेजर की ,लग रहा था दोनों कबूतर अभी उड़ जाएंगे , मैंने उसे इशारा कर के गुड्डी को बुलाया और मिसेज मल्होत्रा से बोला
" आपकी स्टूडेंट आफ द ईयर उठ गयी है ,लीजिये सीधे आप उसी को इंस्ट्रक्शन दे दीजिये। "
" यस मैडम ,... संगीता बोल रही हूँ " कुछ अंगड़ाई कुछ जम्हाई लेते वो शोख नींद से उठते बोली।
आफ कोर्स स्पीकर फोन आन था ,
और गुड्डी रानी को डांट पड़ गयी।
" नो मैडम , मैं तेरी भाभी हूँ , और रहूंगी। इसी इंस्ट्रक्शन के लिए तुझे फोन किया था , और सिर्फ घर में नहीं , कोचिंग में भी ,मेरे कमरे में ,.... हाँ तुझे बहुत शौक है मैडम बोलने का तो अपनी क्लास वालों के सामने बोल सकती है , टीचर्स अगर हों सिर्फ , तो भी नहीं , भाभी। इत्ती प्यारी मीठी ननद की भाभी छोड़ के मुझे मैडम नहीं बनना है। और ये तेरे स्कूल वाला नाम ,स्कूल में , ... मेरे लिए है तो तू मेरी ननद है और गुड्डी है। "
" यस मैडम , मेरा मतलब ,...मैडम ,.... नहीं मतलब भाभी ,... एकदम। ... क्लास कब से है? " मेरी टीनेजर ननदिया घबड़ायी भी थी ,
मिसेज मल्होत्रा जोर से हंसी , फिर तो गालियों की झड़ी ,... उन्हें पंजाबी से लेकर भोजपुरी तक की गालियों में महारत हासिल थी।
" तू एकदम मेरी असली ननद है ,पक्की छिनार ,... क्लास कल ढाई बजे से है चार घंटे का , एक बायो का और दूसरा फ़िज़िक्स का , कोचिंग में कुछ लाने की जरुरत नहीं है। हाँ हम लोग एक आई पैड इशू करते हैं , वो यही कोचिंग में छोड़ देना होता है , जो कुछ तुम लिखोगी , अपने लैपी पर ट्रांसफर कर लेना। रीडिंग मैटर भी उसी में रहेगा , टेस्ट सारे कम्प्यूटर सेंटर में होते हैं। सो नो पेन नो कॉपी। और वीकली शेडयूल तुझे मेल कर दूंगी मैं। तुम्हारा एक आई डी और पासवर्ड भी होगा , अपने क्लास का पेज एक्सेस करने के लिए उसमे तेरी क्लास के सारे स्टूडेंट्स के डिटेल होंगे , फेसबुक , टिंडर , और भी वहां तुम होमवर्क भी शेयर कर सकती हो। पेज तुम्हारा बन गया है , आईडी तुम्हारा रोल नंबर है , 32 x x और पासवर्ड भी मैं डाल दूगी , ननद छिनार , है ना ठीक।
और सबसे इम्पार्टेंट बात ,.. अब तुम बच्ची नहीं हो , कल मेडिकल कालेज की स्टूडेंट बनोगी , परसो डॉक्टर , तो नो बहिन जी टाइप ड्रेस , नो यूनिफार्म। ओके तो कल मिलते हैं ,क्लास ढाई बजे है तो तुम दो बजे आजाना। सब डिटेल मैंने तुझे मेल कर दिए है। "
और मिसेज मल्होत्रा गायब और गुड्डी अपने कमरे में अपनी लैपी पर।
पीछे पीछे मैं।
मैंने न उसे तंग किया न छेड़ा ,वो लैपी पर मैं टैब पर। दस पंद्रह मिनट में उसने कल के लेसन के बारे में जो मेल और मैटिरयल आया था वो देख डाला।
मैंने भी मिसेज खन्ना से थोड़ी देर चैट कर ली। वो अभी दो दिन और मुम्बई रहने वाली थीं। मिसेज महालिंगम के साथ कल वो फिर लंच पर मिलने वाली थीं , और मिसेज महालिंगम को मेरी भेजी थीम बहुत पसंद आयी थी। लोगो का तो उन्होंने आर्डर भी बुक करा दिया था , वहीँ मुम्बई में ही। फिर अपनी महिला मण्डली की दोस्तों से गप्प मारी।
तबतक मुझे कुछ याद आया और मैं उछल कर अपनी ननद के बगल में।
" तेरी पढ़ाई हो गयी , " मैंने उसे गुदगुदी लगाते हुए कहा।
हाँ भाभी बस ख़तम हो रही है , "खिलखिलाते हुए वो टीनेजर बोली।
" अरे यार , तुझे अपनी वो प्रोफ़ाइल , सोशल मिडिया वाली ,... कोचिंग की साइट पर , वो भी तो भर दे न ,देखूं तो कल मेरी ननद पर लाइन पर मारने वाले सब खाली पढ़ाकू ही हैं या कोई तगड़ा छोरा , हंक ?"
मैंने उसे उकसाया।
उसने कोचिंग की साइट पर जाकर अपने क्लास का पेज खोला पर उसमें वही सवाल आईडी और पास वर्ड ,
" मैडम ने बताया था आई डी और पासवर्ड ,... " वो सोचते हुए बोली।
" मैडम ,... क्या बोला था उन्होंने ,... अगर भाभी के अलावा कुछ भी बोला उन्हें ,... " मैंने हड़काया , और मुस्कराते हुए उसने कान पकड़ लिया।
" हाँ एकदम भाभी। "
मैंने दोनों हाथों से कच्ची अमिया को जोर से दबाया , " अरे यार तेरी आई डी तो उन्होंने बहुत सिम्पल रखी है ,... तेरे मम्मो की साइज , 32 . "
गुड्डी ने आई डी भर दी।
" और कहो तो मैं पासवर्ड भी याद दिलाऊं " मैंने छेड़ा।
कोचिंग का मामला भी एकदम फिट है...कोचिंग और सोशल मीडिया
" अरे यार , तुझे अपनी वो प्रोफ़ाइल , सोशल मिडिया वाली ,... कोचिंग की साइट पर , वो भी तो भर दे न ,देखूं तो कल मेरी ननद पर लाइन पर मारने वाले सब खाली पढ़ाकू ही हैं या कोई तगड़ा छोरा , हंक ?"
मैंने उसे उकसाया।
उसने कोचिंग की साइट पर जाकर अपने क्लास का पेज खोला पर उसमें वही सवाल आईडी और पास वर्ड ,
" मैडम ने बताया था आई डी और पासवर्ड ,... " वो सोचते हुए बोली।
" मैडम ,... क्या बोला था उन्होंने ,... अगर भाभी के अलावा कुछ भी बोला उन्हें ,... " मैंने हड़काया , और मुस्कराते हुए उसने कान पकड़ लिया।
" हाँ एकदम भाभी। "
मैंने दोनों हाथों से कच्ची अमिया को जोर से दबाया ,
" अरे यार तेरी आई डी तो उन्होंने बहुत सिम्पल रखी है ,... तेरे मम्मो की साइज , 32 . "
गुड्डी ने आई डी भर दी।
" और कहो तो मैं पासवर्ड भी याद दिलाऊं " मैंने छेड़ा।
" वो मैं कभी भी नहीं भूल सकती ,मैडम ,मेरा मतलब भाभी ने पासवर्ड ही ऐसा रखा है , और मैं उसे चेंज भी नहीं करने वाली , "
मुस्कराते हुए मेरी ननद ने अपना पासवर्ड भरा , ननद छिनार।
और पेज खुल गया।
गुड्डी ने दो चार लड़कियों के प्रोफ़ाइल देखे ,एक दो लड़कों के , ... और फिर अपनी प्रोफ़ाइल भरने लगी ,
मैंने उससे पूछा , ... हे तुमने अपने इंटर ,हाईस्कूल के मार्क्स नहीं लिखे।
मुस्कराकर वो बोली , नहीं भाभी। और मैं समझ गयी , जो उसने प्रोफ़ाइल चेक की थी ,उसमें से कई ने नहीं लिखा था , और जिस ने लिखा था उसमे हाइएस्ट ८६ % था और ये ९९ % वाली ,... पहले दिन से हे ये अलग थलग हो जाती। सब उसे नर्ड मान लेते , इंट्रेस्ट में भी उसने डांस , वेस्टर्न म्यूजिक , फिल्म , पार्टी ,आउटडोर स्पोर्ट्स लिखा। और अपना फेसबुक , टिंडर , व्हाट्सऐप , इंस्टाग्राम आईडी सब डाल दी।
" हे ज़रा अपनी क्लासमेट्स की पिक्चर तो दिखा " और उस के पहले ही मैंने वो लिंक दबा दिया।
अब ३२ का राज खुला , वो क्लास में ३२वीं थी। उस के पहले १७ लड़के और १४ लड़कियां थी , ये १५ वीं थी।
१७ लड़कों में से आठ दस तो परफेक्ट हंक थे , जिम टोंड बॉडी ,खूब टॉल और सब के सब देखने में नम्बरी चोदू लग रहे थे।
तभी मुझे मिसेज मल्होत्रा की बात याद आयी , इस ग्रुप में ज्यादा लड़के कनेक्शन वाले थे , मस्ती जिनका पहला गोल था लेकिन असली चीज इक्जाम के पहले मिलने वाले 'हिंट ' सबसे ज्यादा इसी ग्रुप के हिट होते थे। दो लड़के तो मेडिकल सेलेक्शन बोर्ड के वाइस चैयरमैन और सेक्रेटरी के ही थे। एक के अंकल पेपर फाइनलाइजेशन कमिटी के हेड थे। और यही हालत लड़कियों की भी थी।
लड़कियां भी खूब सेक्सी ,पर मेरी ननद में जो नमक था उस के आगे सब फेल , ऐज में भी गुड्डी जो इस ग्रुप की यंगेस्ट थी ,उससे आठ महीने छोटी थी।
मैं और गुड्डी ने एक हंक की पिक्चर पर क्लिक किया , तो उस की फुल साइज पिक्चर ,...
लेकिन तभी गीता आ गयी। सब्जी लेकर।आते ही जुट गयी वो गुड्डी को चिढ़ाने ,
" का हो नयकी भौजी का कर रही हो "