बहुत बहुत आभार लेकिन
एक तथ्यात्मक,...
" आप तो बस अपडेट देते रहिए पृष्ठों का मोर्चा आपका पाठकवृंद संभाल लेगा, आप निश्चिंत रहें।" आप ने सद्भावना व्यक्त की थी.
तथ्य यह है की पिछली पोस्ट पृष्ठ ७९७ पर २६ मई को पोस्ट हुयी, १० दिन पहले, मुझे लगा १० दिन में इस पोस्ट के इतने चाहने वाले तो होंगे ही की दस लोगों के कमेंट आ जाए,...
आप ऐसे सहृदय कुल ८ पाठकों की सम्मतियाँ मिलीं,... आप के शैतान के और डाक्टर साहिबा के दो से ज्यादा, बाकी के एक एक, और शेष पोस्टें मेरी कमेंट पर कमेंट, सूचनाओं इत्यादि की थी। तो अब पृष्ठों की संख्या सरक कर ८०१ तक पहुँच गयी तो मुझे लगा की अपडेट दे ही देना चाहिए, और अंतराल भी दस दिन का हो गया है।
मैंने पृष्ठ १ पर इंडेक्स भी कुछ मित्रों के अनुरोध पर पोस्ट कर दिया, ... पर, जिन्होंने अनुरोध किया था वह भी कहीं जीवन की आपाधापी में व्यस्त होंगे,... पर इंडेक्स देखियेगा जरूर और कमेंट की बारम्बारता का भी अंदाज आपको लगेगा
भाग १ और २ पृष्ठ १ और २ पर हैं , पृष्ठ ३ पर एकाध कमेंट के कारण भाग ३ और ४ दोनों, पहले दस भाग दस पृष्ठों पर है
पर आप लोगों का साथ मेरी जिद्द की ये कहानी अबकी मैं पूरी कर के रहूंगी आगे बढ़ रही है,... हो सकता है पढ़ने वालों की संख्या ज्यादा हो, पर कमेंट वालों की संख्या कभी कभी ही दहाई में पहुँचती है,...