Black horse
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गुस्सा और उलाहना, आपकी दोनों जायज है।
कोई आया न आयेगा मगर,
क्या करूँ, गर न इन्तिजार करूँ।
जिसका इन्तजार था लम्बे अरसे से,
सावन के साथ आपका भी स्वागत, इस कहानी में बहुत से नए पन्ने जुड़ गएँ हैं
मैंने अपनी आदत के ख़िलाफ़, पहले पेज पर इंडेक्स भी बना दिया है
और हो सके तो कुछ वक्त निकाल कर मेरी दूसरी कहानी पर भी,
एक बार फिर से स्वागत आपका और उम्मीद है की हर पोस्ट पर अब इस कहानी को आपका साथ और हौसला अफ़्जाई मिलेगी
पूरी कोशिश होगी कि आगे ऐसा ना हो