सचमुच.. बेचैनी कष्टप्रद होता है...इंतज़ार कष्ट देता है।
सचमुच.. बेचैनी कष्टप्रद होता है...इंतज़ार कष्ट देता है।
सतत प्रतीक्षा में...L
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आपसे अनुरोध है कि प्रतीक्षा करें. अगली श्रृंखला के लिए कुछ विचार हैं, वैसे आपकी टिप्पणियों के लिए धन्यवाद
अपने पति को सारे ऊँच-नीच से अवगत करा रही है...Part 4
होश गावा बैठा अपने बीवी जब ये बोल रही थी
मेरे तो कानो में जैसा मिश्री रस वो घोल रही थी
मानेगी क्या बात तुम्हारी बिस्तर पर क्या वो आएगी
छोड़-छाड़ शरम वो सारी क्या जीजा से मरवाएगी
आग लगी हो चूत में जब तो रिश्ते नज़र नहीं आते
रिश्ता सिर्फ जिस्मानी सच्चा बाकी सब झूठी बातें
एक बार जो चुद गई तुमसे शर्म वरम सब वो भूलेगी
जब भी दिल करे तुम्हारा वो तुम्हारे लौड़े पर झूलेगी
बिस्तर में जिस्मानी सुख ही हर औरत की चाहत है
पति से वो सुख मिला नहीं इसके लिए वो आहत है
अगर तुमने चोद दिया तो घर में वो हर सुख पा जायेगी
जिस्मानी भूख रही अधूरी तो और किसी पे चढ़ जायेगी
सीन हीं कुछ ऐसा बनाती हैं...वाह, क्या बात है आरुषि मैम!!!
बहन हीं बहन के समस्याओं का सटीक समाधान कर सकती है....बहुत बढ़िया
पहले तो लगा की बीबी के आने से जीजा साली का मामला बिगड़ गया लेकिन अगर बड़ी बहन इतनी समझदार हो , एक साथ अपने पति और छोटी बहन के फायदे का ख्याल रखे दूरदर्शी हो तो क्या कहना
आखिर उन्हीं प्यास से गुजर चुकी बड़ी बहन .. छोटी बहन को बहुत दिनों से वंचित सुख से रूबरू कराएगी...Bohot hi zabardast
Badi behen ko bhi ehsaas hai apni behen ki pyasi chut ka
Aur apne pati ke lund se hi apni behen ki dukh ka nivaran karna chahti hai..
मर्द इस मामले में बेवकूफ होता है...Waahhh badi behen ne bhi khub samjhaya apne pati ko...
Usey bahar kisi aur ke saath chudwane se achcha uske apne jija usey ragad de...
Bas ab jija ko aur kya chahye...
... Jija se ab raha na jayega
Ab apni saali ki fuddi huchak huchak kar bajayega..
जहाँ न पहुँचे रवि.. वहाँ पहुँचे कवि...is mein koi shak nahi ji... bade bade shayar aur kaviyo ne kavita ke maadhyam se logo mein josh paida kiya hai.... arushi_dayal ji bhi ye hi kar rahi hai....
jab josh mein aa kar apne apne hathyar se khade ho kar salaami dete hain..
साली जी बहुत दिनों से हीं हैं गरमाई...Part 5
बिस्तर में जिस्मानी सुख ही हर औरत की चाहत है
पति से वो सुख मिला नहीं इसके लिए वो आहत है
तुमने चोद दिया तो घर में ही वो हर सुख पा जायेगी
प्यास नहीं बुझी उसकी तो और किसी पे चढ़ जायेगी
तुमको भी मिल जाएगी कैसी हुई इक चूत नई
तेल लगा के उसे पेलना फाड़ ना देना छूट कहीं
दिल में मेरे फूट रहे थे लड्डू सुन के बीवी की ये बात
खूब चुद्दी कमरे में वो मुझसे उस दिन वो सारी रात
बीवी को जब करके नंगा चूत रहा था उसकी पेल
खिड़की से छुपके साली देख रही थी सारा खेल
समझ गया था देख के उसको साली बहुत चुदासी है
ख़ूब मजे से कल पेलुंगा चूत जो इसकी प्यासी है