तीखी मिर्च का स्वाद ....कबाब में हड्डी जाने से पहले तीखी मिर्च
तीखी मिर्च का स्वाद ....कबाब में हड्डी जाने से पहले तीखी मिर्च
A complete entertainer.Bahut hi behtarin story likhi hai aapne.... I loved it
सबके अपने निजी कार्य होते हैं...guilty as charged, thoda busy ho gayi thi lekin by Wednesday, next part pakka aur Chhutki ka bhi next part due ho gaya hai tab tak aarushi ji ki poetry padhiye Jija saali ke rishte vaali,
ऐसी साली किस काम की जो जीजा को ना पिघला सके....एकदम सही कहा आपने लेकिन कहानी की लगाम तो आरुषि जी के हाथ में है, जीजा पे दिल पिघल गया तो काम बनवा देंगी
इस तड़पने में हीं मजा है....uufff Jiju saali ke chucho par aashik ho gaye aur saali bhi jiju ka lund pakad kar apni dabi chingaari ko baahar nikalne lagi..
Lekin bilkul galat samay kisi ne garam tave par paani daal diya aur dono ki KLPD ho gayi....
bohot hi achcha twist... itni jaldi jiju ko saali mil jayegi to na jiju ko saali ki kadr hogi aur na hi saali ko jiju ki...
likhti rahye arushi_dayal ji
इसी चीज की तो कई दिनों से आस है...टूटे हुए सपने की भरपाई होगी
आज नहीं तो कल जोरदार चुदाई होगी
बेताबी से प्रतीक्षा में...
आरुषि जी का असर तेजी से फ़ैल रहा है
हम सबको अगले पार्ट का इन्तजार है
बीवी ने सारे उपाय बता कर लाइन क्लियर है...Part 3
Just for a change…today’s update without any pic
बीवी वापस आ चुकी थी टूट गए सब सपने
जल्दी से फिर कपडे पहने हम दोनों ने अपने
सुलग गई थी झांटे मेरी खड़ा हुआ था लन
बीवी को ही चोदने का बना लिया फिर मन
कमरे में जाके बीवी को मैंने दबोच लिया पीछे से
एक हाथ से पकड़ा मम्मा दूजा घुसा दिया नीचे से
जल्दी से आओ जानम रोमांस करें हम थोड़ा
चूत तुम्हारी कसी हुई मैं मुझे देना है ये लौड़ा
अभी तो है रीता बहार बैठी अभी नहीं मैं चुदवाउगी
रात को जो वो सो जाएगी फिर अच्छे से मारवाऊंगी
खड़ा हुआ है लौड़ा अब इसको कैसे मैं समझाऊ
किसकी चूत में डालू इसे अब कैसे अकड मिटाऊ
खोल के पैंट बैठो बिस्तर पर फिर देखो मेरा कमाल
चूस के अपने मुंह से इस नाग को दूंगी जहर निकाल
बीवी बैठी घुटनो में और मेरा लगी चूसने लौड़ा
मैंने हाथो में थाम लिया था उसके चुचो का जोड़ा
आई हुई मैं जब से घर पे लौड़ा क्यु है इतना तन्नाया
देख अकेली साली घर पे क्या मूड तुम्हारा बन आया
ऐसी बात नहीं है जानू लेकिन वो बहुत ही प्यासी है
रोज़ रात को घुसा बैंगन वो अपनी आग बुझाती है
जब से पति विदेश गया है तड़प रहा है उसका योवन
कमरे में ले जाओ उसके बड़े मजे से घोंटेगी वो लन
चोद के मेरी प्यासी बहना उसकी चूत सुजा दो तुम
6 महीने से नहीं चुदी है उसकी प्यास बुझा दो तुम
चोद तो दूंगा रीता को मैं अगर तुम ऐसा कहती हो
लेकिन कैसे चोदू उसको जब तुम घर पर रहती हो
कल तो मेरी किटी है और तुम भी छुट्टी ले लो
एकरली होगी साली घर पे खूब दबा के पेलो
बहुत प्यासी है वो और बहुत व्याकुल उसका मन
तुम्हें चोदा उसको तो उछल-उछल के लेगी लन
क्या पता सलहज हो और फिर वो भी नंदोई से....VOW Green Signal
kya turn diya aapne story ko jabrdst, pahle to laga ki
aur fir green signal, kahi threesome to nahi hone vaala hai
jabrdst post
कोमल जी हर पात्र के साथ न्याय करती हैं...बस आप साथ देते रहिये हर पार्ट पर हर पोस्ट पर कमेंट आते रहें बस
कहानी आगे बढ़ती रहेगी