Riky007
उड़ते पंछी का ठिकाना, मेरा न कोई जहां...
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इसीलिए फौजी भाई के नायक परिवार की डोर को भरकस थामने की कोशिश करते हैं।यही वो सत्य है जो मुझे मनीष भाई से बांधे है..................... ये भावुक हैं, क्योंकि इनहोने परिवार देखा है, जाना है, समझा है
मैं निर्मोही हूँ.......... क्योंकि मेंने एक मुसाफिर की तरह ना जाने कितने परिवारों को दूर से देखा है, अंजान मंजिल के सफर में............... इसीलिए उनसे मोह नहीं हुआ...................
मेरे बचपन को जब परिवार और माता-पिता चाहिए थे तब नहीं मिले............ और जब मिले तो उन्हें मैं चाहिए था, मुझे उनकी ना जरूरत थी और ना मोह/लगाव
इसीलिए फौजी भाई की और मेरी भावनाओं में अंतर है
इतने अपडेट के बाद बता रहे हो............ मेंने कब से पूंछा हुआ है कि कबीर की असली माँ कौन है?
चलो झटका तो नहीं लगा.......... लेकिन राज तो खुला![]()
कबीर की मां का राज मैंने 5वे या 6थे अपडेट में पूछा था।