एक नया अनुमान -
हो सकता है कबीर का चाचा ही आदमख़ोर हो!
इसी लिए वो कबीर को नुक़सान नहीं पहुँचाता।
और ये बात बड़े ठाकुर भी जानते हैं..
और वो जंगल में उससे ही मिलने गए थे ...
एक और बात!
फ़ौजी भाई की कहानियों में absolute villains कम ही होते हैं!!
तो बड़े ठाकुर से भी जो ग़लत हुआ, या हो रहा है, वो सब या तो किसी मज़बूरी के तहत हुआ...
या अनजाने में हुई गलती जिसका वो प्रायश्चित कर रहा है!!!
सोचो चाचा ही आदमख़ोर हो,
और कबीर से उसकी अगली मुलाक़ात तब हो,
जब कबीर चाची को खेत पर उन्मुक्त हो कर चोद रहा हो!!!
कहानी का कोई छोर तो नहीं दिख रहा,
पर सफ़र का आनंद पूरा आ रहा है
हो सकता है कबीर का चाचा ही आदमख़ोर हो!
इसी लिए वो कबीर को नुक़सान नहीं पहुँचाता।
और ये बात बड़े ठाकुर भी जानते हैं..
और वो जंगल में उससे ही मिलने गए थे ...
एक और बात!
फ़ौजी भाई की कहानियों में absolute villains कम ही होते हैं!!
तो बड़े ठाकुर से भी जो ग़लत हुआ, या हो रहा है, वो सब या तो किसी मज़बूरी के तहत हुआ...
या अनजाने में हुई गलती जिसका वो प्रायश्चित कर रहा है!!!
सोचो चाचा ही आदमख़ोर हो,
और कबीर से उसकी अगली मुलाक़ात तब हो,
जब कबीर चाची को खेत पर उन्मुक्त हो कर चोद रहा हो!!!
कहानी का कोई छोर तो नहीं दिख रहा,
पर सफ़र का आनंद पूरा आ रहा है