• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Adultery तेरे प्यार मे.... (Completed)

9,989
41,815
218
अब तक गांव में उस एलियन टाइप जीव द्वारा चंद अटैक ही हुआ है । जो लोग उसके चपेट में आने के बाद मारे गए उनमें कमला का पति , वैद्य की बहू जैसे दो चार लोग ही थे । कबीर के साथ दो बार उसका मुठभेड़ जरूर हुआ लेकिन मामूली जख्मों के सिवाय कोई बड़ा क्षति न पहुंचा पाया ।
यह ताज्जुब की बात थी कि कबीर बच कैसे गया था ! जबकि बाकी सभी मारे गए थे । कबीर के शरीर पर जख्म के कारण उसकी रक्त तृष्णा कभी कभार जागृत हो जाया करती थी ।
अर्थात उस जीव का लक्षण कबीर के शरीर में भी प्रवेश करने लगा था ।

अभिमानु भैया को उस जीव.... उसके लक्षण.... उसका प्रभाव... उसका इलाज सब कुछ पता था । वो यह भी जानते थे कि उस जीव का काटा हुआ व्यक्ति रूप भी बदलता है ।
अभिमानु और कबीर की बातों से यह साफ झलकता है ।

जरनैल सिंह उर्फ चाचा श्री , मुझे नहीं लगता है वो अब जिंदा है । उनकी मौत हो चुकी है और वो मौत उस जीव द्वारा ही दी गई है ।

स्पष्ट समझ में आ रहा है कि आदमखोर कौन है ।
बाकी बचा निशा की कहानी । अपने बारे में अब तक एक शब्द भी नहीं कहा है उन्होंने । ऐसे में हम क्या, साइंस और टेक्नोलॉजी भी उनके बारे में बता नहीं सकता ।
इनके बारे में यदि कोई कुछ बता सकता है तो वो है नंदिनी भाभी । चम्पा और कबीर का मिलना... बातें करना.... इमोशनल होना बहुत बढ़िया लगा मुझे । चम्पा की शादी के दिन , लगता है बहुत चीजों से रहस्य हटने वाला है ।

बहुत ही खूबसूरत अपडेट फौजी भाई ।
आउटस्टैंडिंग एंड अमेजिंग एंड ब्रिलिएंट ।
 
9,989
41,815
218
Jarnail ki ayyashi dikhi hai..
Vishambar Dayal ki bhi suni hai..
Kabir ki ayyashi dikhi hai..

Abhimanu hi ek aisa hai jo inse juda hai. Par hai to wo Thakur hi. Us se hi judi hogi iski kahani.
हथेली की पांचों उंगलियां बराबर नहीं होती । बाप अय्याश...चाचा अय्याश....भाई अय्याश..... इसका मतलब यह थोड़ी हुआ कि सभी अय्याश है । अभिमानु का किरदार अब तक इन पांच उंगलियों का उदाहरण पेश करता आया है । :?:
 
Last edited:

Death Kiñg

Active Member
1,396
7,031
144
हथेली की पांचों उंगलियां बराबर नहीं होती । बाप अय्याश...चाचा अय्याश....भाई अय्याश..... इसका मतलब यह थोड़ी हुआ कि सभी अय्याश है । अभिमानु का किरदार अब तक इन पांच उंगलियों का उदाहरण पेश करता आया है । :?:
“Thakuron ke khoon mein daudti hai ayyashi”... Yahi pankti is kahani ka mukhya bindu saabit hogi. :approve:
 

Ajju Landwalia

Well-Known Member
3,270
12,785
159
Sabse pehle 500 pages pure hone par hardik Shubhkamnaye Fauzi Bhai,

Aakhir Kabir ne bhaiyya ke samne apna raaj khol diya, aur Abhimanu use kuch hone nahi dega ye to confirm he........

Champa aur Kabir ki dosti ka rishta bhi ekdum anutha he......wo batati nahi.........Kabir puchta nahi............

Bhabhi ne aakhir ek aisi shart laga di he......jo Nisha ke liye almost impossible ho..............lekin Nisha aur Kabir ka pyar is chanauti ko bhi jeet hi lega............

Fauzi Bhai.......bas alvida na kehna........thoda break le lo.....lein yun na jana nahi hame chood kar aap.........

Ek aap hi eklaute writer ho jo pyar ko itni khubsurati se likhta he........aap ki kahaniya hum log padhte nahi jite he...........

Keep posting Bhai
 

HalfbludPrince

मैं बादल हूं आवारा
12,494
87,453
259
भाई नकारात्मक विचार आपके मन का श्रृंगार नही है आपका हर अपडेट एक नई सरंचना ले कर आता है और हर पाठक उसे बहुत ही उत्साह से और नई उमंग के साथ उसका स्वागत करता है ये कोई छोटी बात नही है लगभग ७० दिनोँ मे ५ लाख से अधिक व्यूज़ मिले है और बिना किसी व्यवधान के ५०० पृष्ठों का कीर्तिमान बनाया है साथ ही हर पाठक की टिप्पणी का आदर किया जो अपने आप मे महत्वपूर्ण है जिससे लगता है आप और आपकी कहानी का इस मंच पर क्या मुकाम है🙏🙏🙏
कहानी के पात्र लेखक की लेखनी की केवल कठपुतलियां होती है जिसे लेखक अपनी लेखनी se जैसा चाहे रूप देता है वो नकारात्मक या सकरात्मक दोनो हो सकते है कहानी का एक पहलू ये भी है अगर उसमे नकारात्मक पात्र का सृजन नही हो तो उस कहानी का कोई औचित्य ही नही रहता, खैर छोड़ो बात बहुत लंबी हो गई है इसके लिए क्षमा 🙏🙏
ये मेरा अनुमान है जो गलत भी हो सकता है कहानी अपने अंतिम पड़ाव की अग्रसर है और आपने बहुत ही अच्छे से इसका ताना बाना बुना है इसलिए मन विचलित तो होता ही है मगर आप ये भी याद रखे पाठकों का अपर स्नेह भी आप को मिला है आपने इस कहानी के द्वारा पाठकों के मन को झकझोर कर मनोरंजन प्रदान किया इसके लिए तहे दिल से आपका आभार 🙏🙏
हर सुबह एक नई किरन नई आशा ले कर आती है आर इसी आशा के साथ कि आप फिर एक नये परिवेश मे इस मंच पर खुशियों के फूल खिलाएंगे
🙏🌹🙏🙏🙏🌹🙏
कहानी की सफलता मे मेरा कोई हाथ नहीं है भाई सब पाठकों का सहयोग है मैं सिर्फ लिखा है कहानी को जिवंत आप सब लोगों की रुचि, आपकी प्रतिक्रिया ने बनाया है
आशा की किरण को मैं बस ये समझ कर दिल बहला लेता हूं कि अंत ही स्रजन है
 

HalfbludPrince

मैं बादल हूं आवारा
12,494
87,453
259
भाई फोजी जी इस व्यथा का एक ही इलाज़ है कि कुछ विश्राम के बाद एक और प्यार व् सस्पेंस से भरपूर नजराना लेकर आया जाये इस तरीके से आप का ध्यान बटा रहेगा और पाठक भी आनंद लेते लिए हुए आप को दुआएं देते रहेंगे

वैसे आयत वाली कहानी में आज तक 3 बार पढ़ चूका हूँ
आपकी भावनाओ की कदर करता हूं भाई. आप सब के सहयोग से ही कुंदन और आयत की प्रेम कहानी अमर हुई
 
Last edited:

HalfbludPrince

मैं बादल हूं आवारा
12,494
87,453
259
मनुष्य का सबसे बड़ा डर आप पर हावी हो रहा है मित्र।

सब कुछ नश्वर है, बस व्यक्ति का व्यवहार ही उसकी दास्तान की अमर बना सकता है। हमारा ध्यान बस उसी पर होना चाहिए।

आपने हर कहानी दिल से लिखी है, क्योंकि हर कहानी का कुछ किरदार आपके दिल के करीब का है। लेकिन सबसे बड़ी बात ये है कि आपने इन कहानियों को लोगों के दिल के करीब होने के लायक लिखा है।

और मेरी फिर से आपसे प्रार्थना है कि इन कहानियों को मुक्त आकाश दीजिए।

अधूरी को पूरी करिए।

हम सब हमेशा आपके साथ ही हैं।
जीवन मे इतना सब कुछ देख लिया है मित्र की डर नहीं लगता बस एक खालीपन है जो समझ नहीं आता. मेरी हमेशा से यही कामना रही है कि दिल धड़कते रहे कोई ना कोई मोहब्बत करे
 
Top