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कोशिस जारी हैUpdate ke liye bari besabar hu bhai?
कोशिस जारी हैUpdate ke liye bari besabar hu bhai?
दरअसल दो समांतर कहानिया चल रही है वर्तमान मे कबीर निशा और आदम खोर दूसरी कहानी अतीत की. ये और कुछ नहीं वर्तमान और अतीत का संगम है मित्र. उम्मीद है कि कबीर का हाथ थामे निशा अँधेरी रातों को पीछे छोड़ नए उजाले मे प्रवेश करेगी.अब तक गांव में उस एलियन टाइप जीव द्वारा चंद अटैक ही हुआ है । जो लोग उसके चपेट में आने के बाद मारे गए उनमें कमला का पति , वैद्य की बहू जैसे दो चार लोग ही थे । कबीर के साथ दो बार उसका मुठभेड़ जरूर हुआ लेकिन मामूली जख्मों के सिवाय कोई बड़ा क्षति न पहुंचा पाया ।
यह ताज्जुब की बात थी कि कबीर बच कैसे गया था ! जबकि बाकी सभी मारे गए थे । कबीर के शरीर पर जख्म के कारण उसकी रक्त तृष्णा कभी कभार जागृत हो जाया करती थी ।
अर्थात उस जीव का लक्षण कबीर के शरीर में भी प्रवेश करने लगा था ।
अभिमानु भैया को उस जीव.... उसके लक्षण.... उसका प्रभाव... उसका इलाज सब कुछ पता था । वो यह भी जानते थे कि उस जीव का काटा हुआ व्यक्ति रूप भी बदलता है ।
अभिमानु और कबीर की बातों से यह साफ झलकता है ।
जरनैल सिंह उर्फ चाचा श्री , मुझे नहीं लगता है वो अब जिंदा है । उनकी मौत हो चुकी है और वो मौत उस जीव द्वारा ही दी गई है ।
स्पष्ट समझ में आ रहा है कि आदमखोर कौन है ।
बाकी बचा निशा की कहानी । अपने बारे में अब तक एक शब्द भी नहीं कहा है उन्होंने । ऐसे में हम क्या, साइंस और टेक्नोलॉजी भी उनके बारे में बता नहीं सकता ।
इनके बारे में यदि कोई कुछ बता सकता है तो वो है नंदिनी भाभी । चम्पा और कबीर का मिलना... बातें करना.... इमोशनल होना बहुत बढ़िया लगा मुझे । चम्पा की शादी के दिन , लगता है बहुत चीजों से रहस्य हटने वाला है ।
बहुत ही खूबसूरत अपडेट फौजी भाई ।
आउटस्टैंडिंग एंड अमेजिंग एंड ब्रिलिएंट ।
कबीर अय्याश नहीं हैहथेली की पांचों उंगलियां बराबर नहीं होती । बाप अय्याश...चाचा अय्याश....भाई अय्याश..... इसका मतलब यह थोड़ी हुआ कि सभी अय्याश है । अभिमानु का किरदार अब तक इन पांच उंगलियों का उदाहरण पेश करता आया है ।
यदि मैं कहूँ कि नहीं भाई तो“Thakuron ke khoon mein daudti hai ayyashi”... Yahi pankti is kahani ka mukhya bindu saabit hogi.
Thanks bhaiSabse pehle 500 pages pure hone par hardik Shubhkamnaye Fauzi Bhai,
Aakhir Kabir ne bhaiyya ke samne apna raaj khol diya, aur Abhimanu use kuch hone nahi dega ye to confirm he........
Champa aur Kabir ki dosti ka rishta bhi ekdum anutha he......wo batati nahi.........Kabir puchta nahi............
Bhabhi ne aakhir ek aisi shart laga di he......jo Nisha ke liye almost impossible ho..............lekin Nisha aur Kabir ka pyar is chanauti ko bhi jeet hi lega............
Fauzi Bhai.......bas alvida na kehna........thoda break le lo.....lein yun na jana nahi hame chood kar aap.........
Ek aap hi eklaute writer ho jo pyar ko itni khubsurati se likhta he........aap ki kahaniya hum log padhte nahi jite he...........
Keep posting Bhai
Ab to aadat si hai humen is kahani dwara moorkh banaye jaane ki..यदि मैं कहूँ कि नहीं भाई तो
आपकी भावनाओ की कदर करता हूं भाई. आप सब के सहयोग से ही कुंदन और आयत की प्रेम कहानी अमर हुई
Wo diologs tha Nandini bhabhi ka...koi fauji bhai ne thodi hi apni taraf se kaha tha. Bty apun bhi Thakur hi hai..sidha sada bedag pak nirmal... bilkul Gopal ji ki tarah“Thakuron ke khoon mein daudti hai ayyashi”... Yahi pankti is kahani ka mukhya bindu saabit hogi.