Studxyz
Well-Known Member
- 2,933
- 16,289
- 158
काश वैसा कुछ फिर से लिखा जाए
ये कहानी भी उसी के टक्कर की है बस कुछ निशा डायन जी का रोल कम लग रहा है
Last edited:
काश वैसा कुछ फिर से लिखा जाए
Abhimanu , surajbhan , parkash in teeno mein se koi ek . more to shock jakhmi halat mein. Champa bhi ho sakti hai waise. Main to mangu ke piche ayi thi.कुछ ऐसा जो कहानी के मायने बदल देगा
बेशक त्रिदेव की कहानी मे कोई राज छिपा है. सुनैना और निशा का कोई रिश्ता नहीं है. निशा और कबीर जैसे ही दुनिया को बतायेंगे की वो एक होने जा रहे है कहानी के मायने बदल जाएंगे. वो औरत कौन थी ये जरूर सोच का विषय हैKabir ko jitna jldi Ho sake rudaa se baat kr lena chahiye qki mujhe lgta hai tridev wali tasvir or tridev ki kahani me hi koi raaz chhupa Ho skta hai frk bss itna hai ki ab sunaina nahi hai uski jagah nisha ji hai. Nisha ji bhi shayad kabile se belong krti hai. Bhabhi abhimanyu chachi kabir ko insab se dur rkhna chahte the shayad lekin ab bhot der Ho chuki hai kabir insab me shamil Ho chuka hai to ab sbko smjhna hoga ki jo kuch bhi chupaya gya hai sab kabir ke samne laya jaye kabir ki madad kre isse pehle ki der Ho jaye. Nisha ji ne kabir ka daaman thamne ka decision lena ye darshata hai ki woh bhali bhaanti janti hogi ki raah asaan nhi hoga asal agnipriksha unko hi dena hoga. Rama ne ghar wapsi Jane se inkaar kr diya.bechari ki dukh smjh skta hu woh akhir jaye bhi ab kiske liye ab uska hai kon bacha hi kya hai ab, jungle me prakash kiski le rha tha? Ye ek naya suspense agya. Kabir ko range hath pakdna chahiye tha.kabir sankochi bhot hai kabhi-2 kabir mujhe irritated kr deta hai. Khet wale ghar me kisko dekh kiya kabir ne, ek toh shayad mangu hi hoga. OR champa choodi pehanti nhi. Bhabhi sone ki kangan pehanti hai to Kya woh aurat chachi Ho skti hai prakash ke sath? 2 suspense ke sath update khatm hua. Ab apne se to rha nhi ja rha
असल मे कहानी की शुरुआत लाली वाली घटना से ही हुई थी याद कीजिए कबीर ने उस समय क्या कहा था उसके वो शब्द ही कहानी का अंत हैक्या ही जलवे हैं इस गांव के । लाली और उसके प्रेमी को इसलिए मौत का फरमान जारी कर दिया गया कि वो अवैध रिश्ते कायम किए हुए थे । जबकि इस गांव में ऐसे ऐसे हवस के कांड हो रहे हैं कि कुछ कहने की जरूरत ही नहीं । सगे सम्बंधी भी रासलीला रचा रहे हैं ।
ठाकुर साहब को सात तोपों की सलामी तो बनती ही है ।
रमा के लिए काफी हमदर्दी है मुझे । उस घर में वो कैसे रह सकती जहां रहते हुए उसके एकलौते नन्हे बच्चे की मौत हो गई ! जहां उसके पति की हत्या कर दी गई !
कोई भी इंसान नहीं रहना चाहेगा ऐसे घर में ।
एक बार फिर से अद्भुत अपडेट फौजी भाई।
जगमग जगमग अपडेट ।
सवाल है कि वो औरत कौन थी प्रकाश के साथ. कहानी मे क्या रोल रहेगा उस औरत का. प्रकाश के लिए इतनी महत्वपूर्ण क्यों थी वो की उसे गाड़ी से छोड़ने गया. राय सहाब की हुकुम सिंह से तुलना करना थोड़ी जल्दबाजी होगी मित्र. चम्पा प्रेम करती है कबीर सेजैसा कि पीछे के अपडेट में बताए थे की चाची और चंपा तो चूड़ी पहनती नही है तो वो तो शायद नहीं होगी अब ऐसी कौन सी औरत होगी जो सिर्फ chu*wane के लिए चूड़ी पहनेगी
इस कहानी में मेरी जानकारी में 2 ही सुहागन औरतें है (भाभी और मंगू की मां),भाभी हो भी सकती है पर जैसा dedication वो अभिमानु के लिए दिखाती है ऊपर से राय साहब की बहु है उसके चांस कम है परकाश भी इतना हिम्मत शायद करे
अब कबीर के गांव में कौन बचा है जो इस कहानी में अब तक है सरला या मंगू की मां
सरला भी तो विधवा है फिर वो भी चूड़ी नही पहनती होगी तो फिर चूड़ी का आवाज कैसे आएगा
मंगू की मां या फिर गांव की कोई आम औरत हो सकती है
खैर जो भी है दोनो का पुराना संबंध है तभी वो इतने दिन बाद मिली है
रूढ़ा के बारे में अच्छे से जानकारी रूढ़ा के आलावा बस 2 लोग दे सकते है विशंभर दयाल या फिर परकाश (एक तो ये mc उस दिन कबीर से ठीक से कुटाया नहीं, मन के अंदर एक कुंठा पैदा है की परकाश जिंदा क्यों है)
विशंभर दयाल तो ठाकुर हुकुम सिंह का पुनर्जन्म है वो अंत तक इस कहानी को घुमाते रहेंगे वो तो बताने से रहे, बचा परकाश, जो कुछ बताए पूछ लो वरना मार पीट कर एक कैरेक्टर कहानी से खत्म कर दो
कुएं में फिर से किसी की लाश मिली है या कोई रंगरेलिया कर रहा होगा
(शायद परकाश निपट गया या मंगू शायद चाची का मछली पकड़ रहा हो)
आज ही एक और अपडेट दे दोगे तो कृपा रहेगी
एक सवाल था की चंपा जो बार बार कबीर को संबंध बनाने बोल रही थी वो स्वेच्छा से था या वो भी किसी मजबूरी और दबाव की वजह से था??
Thanks bhaiBest story of xforum with only competition with Baadshah The Tales of Debauchery.
Nothing comes close .
But this one is giving more updates regularly so this is fast becoming the best one ..
रिश्तों को अहमियत बहुत होती है भाई, माना कि कुछ रिश्ते छिपे है, माना कि कुछ रिश्तों पर रक्त बिखरा है पर रिश्तों की डोर बहुत मजबूत होती है ये आप समझ जाएंगेकबीर ने कोशिश की रमा को घर में लाने की लेकिन वो नहीं मानी आती भी तो कैसे जिस घर में उसके पति फिर इकलौती बेटी की मौत हो गई जिसको जख्म होता है दर्द भी उसी को होता है परकाश किसके साथ लगा हुआ था ये पता नही चला है पता करके भी क्या फायदा सब एक दूसरे से लगे हुए हैं रिश्तों की कोई अहमियत नहीं है
मंगू रात को कहा गया है और अगर कुएं पर ही तो यहां क्या किसी के साथ लगा हुआ है देखते हैं कोन है कुएं पर ..........
मंगू कहाँ जाता है ये जल्दी ही मालूम हो जाएगाAwesome update with great writing skills manish bhai. U are such a jam..
Ab ye bhosdi ka mangu raat ko kaha gayab ho jata hai? Jab bhi foji ko kuch gadbad milta h to mangu saq k ghere me kyu rehta h.
Ab kue pe kon aagaya pata nahi? Kahi mangu to adamkhor k roop me nahi h waha?
भाई मेरी भी इच्छा है देखते है उस कहानी के भाग मे क्या है@ HalfbludPrince bhai aap Gujarish ko complete kijiyega chahe week me ek hi update de Dena ye hamari gujarish hai..................