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Adultery तेरे प्यार मे.... (Completed)

HalfbludPrince

मैं बादल हूं आवारा
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एक साथ इतनी खुशियां ।
चाची और सरला दोनों चुदेगी।
भाभी लाल जोडा लिए बैठी है।
पर वैद्य के घर मे ही तो चाबी का राज नही हैं कहीं।
जरा संभल के कबीर 😎
चाबी का राज आसपास ही है
 

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भाई फोजी जी मेरा इशारा था कि डायन इतना सामान कहां से लायी या मेरा मानना शुरू से है फिर वो डायन ही नही है और किसी बड़े घराने की है वक़्त की मारी हुई है और भाभी से कोई गहरा पुराना रिश्ता है अगर ऐसा हुआ तो अभिमानु भी कबीर-निशा का ही साथ देगा
क्यों नहीं ला सकती वो इतना समान उसे बस थोड़ा सा सोना ही तो खर्च करना है
 

HalfbludPrince

मैं बादल हूं आवारा
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इसमें कोई शक नहीं की निशा एक बड़े ठाकुरों के घर की हो, भले ही नाजायज हो

निशा का मलिकपुर और रूढ़ा से जरूर कोई संबंध होगा,

इस बार भी कबीर कुछ खुल कर नहीं पूछा,
मतलब कबीर को एक बार भी आश्चर्य नहीं हुआ की भाभी और निशा एकदूसरे को पहले से जानती है,
इतना तो पूछता जब एकदूसरे को पहले से जानती थी तो मंदिर में जब मिली थी तो अंजान बनने का नाटक क्यों कर रही थी

खैर जब जब कबीर को देख कर लगता है की इस से ज्यादा मूर्ख और कोई नही हो सकता, कबीर अपनी मूर्खता दिखा कर उस level पार करके मुझे गलत साबित कर देता है


Bc कोई tension ही नहीं है की आदमखोर कौन है, खुद आदमखोर बन गया तो, सोना किसका है, परकाश, वैध, कविता को किसने मारा है ,चाचा कहा गया है
बस चाची मिल गई सरला मिल गई चोदने के लिए जगह मिल गया अब घंटा फर्क पड़ता क्या होगा क्या नहीं होगा


अभी तक पढ़ कर मैं ये मान सकता हु की ये निशा कबीर की प्रेम कहानी है, मैं ये भी मान सकता हूं की निशा इसकी हीरोइन है लेकिन ये बिल्कुल नही मान सकता की कबीर इसका हीरो है
एक भी ऐसा quality नहीं दिखता कबीर जो उसके नायक के छवि को मजबूत करे


कबीर का कैरेक्टर से बहुत ज्यादा disappointment होता है
उस समय कड़वाहट थी क्योंकि नंदिनी तब उलझी थी शक मे, कबीर को कातिल समझी थी वो दूसरी बात डायन से इश्क को इतना गहराई से नहीं समझती थी वो. तब वो सोचती थी कि कबीर को बस सेक्स का चक्कर होगा पर आज नंदिनी जानती है कि ये दोनों कितना प्रेम करते हैं
खैर इसे मूर्खता समझिए या कुछ और निशा को मैंने छुपाया है ताकि समय पर खोला जाए उस पन्ने को जो अभी लिखा नहीं गया है
 

HalfbludPrince

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भाभी और निशा दोनों ने ही रिश्ते की बात को आदतन टाल दिया और कबीर निशा के जाते ही 2 बुडी चुतो वालियों के पीछे पड़ गया समाज से क्या लड़ेगा जब इसे अपने ही प्यार के इतिहास का पता नही है

भाभी कबीर को मरवा देगी उसे कुछ भी बता के राज़ी नही जबकि निशा कबीर के प्रेम कहानी बहुत आगे तक बढ़ गई है

कहानी हर कदम और भी रोमाँचक होती जा रही है निशा रात को नही आएगी क्यों की कबीर भी शायद ही विवाह में रह पाये उसे आदमखोर का दौरा जो पड़ने वाला है
कबीर नहीं जानता निशा को तो कौन जानेगा भाई,
 

HalfbludPrince

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चम्पा चुदासी को कबीर निशा से ऐसे मिलवाया जैसे वो इनके घर की इज़्ज़तदार लड़की हो जबकि वो अपने सगे भाई व बचपन के दोस्त के बाप से चुदती फिरती है
वो अलग बात है ये अलग बात है
 
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