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Incest दबी हुई वासना

Enjoywuth

Well-Known Member
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दोस्त आगे के अपडेट्स में ये सब कुछ साफ़ हो जायेगा , ये incest कहानी ही है।
Abbi tak ki kahani se toh laga nahi ki insect hai par aage dekte hai. Plot accha hai ramesh ko baga kar bete ke entry karwao
 
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Rajizexy

Punjabi Doc, Raji, ❤️ & let ❤️
Supreme
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मेरा नाम रेहाना ,उम्र 45 साल , शरीर सुडौल तथा रंग गेहुंआ है । में उत्तर भारत के शहर बरेली में रहती हूं , मेरे दो‌ बच्चे हैं , बेटा आसिफ जिसकी उम्र 21 है तथा स्थानीय कॉलेज से एम काम कर रहा है तथा बेटी नाजिया जिसकी उम्र 19 साल है एम बी बी एस कर रही है तथा हास्टल में रहती है। मेरे पति जिनका नाम उस्मान है वो सिंगापुर में काम करते हैं तथा पहले तो हर साल घर आते थे परन्तु अब पिछले 3 साल से नहीं आए हैं , मगर हर महीने एक अच्छी खासी रकम नियमित रुप से भेजते हैं , जिससे ना केवल हमारा खर्च ठीक से चलता है बल्कि अच्छी खासी बचत भी हो जाती है। घर में किसी बात कि अगर कमी है तो अकेले पन की , बच्चे अपनी पढ़ाई में व्यस्त रहते हैं, पति साथ रहते नहीं तो एक औरत की जो शारीरिक जरूरतें होती है वो भी पूरी नहीं हो पाती , उसके लिए मेरा सहारा बैंगन , खीरे , मूली , आदी ही रहते हैं। चूंकि मैं थोड़ी धार्मिक महिला हूं इसलिए मेने कभी भी किसी पराए पुरुष से सम्बन्ध बनाने की नहीं सोची। मगर एक दिन मेरी जिंदगी में ऐसा तुफान आया जिसने सब कुछ बदल कर रख दिया।
सितम्बर की दोपहर थी में अपने बिस्तर पर लेटी अपनी साड़ी कमर तक चढ़ा अंग्रेजी फिल्म देखते हुए अपनी चूत सहला रही थी । तभी दरवाजे पर दस्तक हुई, मेंने सोचा आसिफ आ गया, जल्दी से अपनी साड़ी ठीक करते हुए मेंने दरवाजा खोला, सामने आसिफ को दोस्त रमेश खड़ा था जो अक्सर ही हमारे आता जाता रहता था।

नमस्कार आंटी , कहां है हमारे नवाबजादे , रमेश ने मुस्कराते हुए पूछा।

में तो खुद परेशान हूं , सुबह कालेज गया था, तब से आया ही नहीं , में तो सोच रही थी तेरे साथ होगा।
तुम उसके दोस्त हो उसे समझाओ, आजकल पता नहीं कहां घूमता रहता है। जब घर में होता है तब भी गुमसुम रहता है, अपने कमरे से निकलता ही नहीं। में बहुत परेशान हो जाती हूं। मेंने चिंतित होते हुए कहा।

नहीं आंटी ठीक बात है आप को चिंता हो जाती है, में उसे समझाऊंगा .... आप कैसी हो आप तो ये बताओ , मेंने देखा ये पूछते हुए रमेश की आंखों में अजीब सी चमक थी।


में : बस बेटा ठीक ठाक , किसी तरह टाइम कट रहा है।

रमेश: ऐसे क्यों बोल रही हो आंटी को परेशानी है क्या ?


नहीं दिक्कत कुछ नहीं, आसिफ पूरा दिन गायब रहता है, इतने बड़े घर में दिन भर अकेले पड़े पड़े मन घबराता है .. मेंने कहा , अब मेरे दिल में भी कुछ कुछ होने लगा था।

आंटी आप शादी क्यों नहीं कर लेती ... रमेश मुस्कराते हुए बोला।

अरे कोई औरत दो शादियां कैसे कर सकती है बेटा, तेरे को तो पता है , मेरे खाविंद यानी आसिफ के अब्बू सिंगापुर रहते हैं .... मेंने कहा

रमेश: आप को छोड़ कर पता नहीं कैसे इतनी दूर रह पाते होंगे


में: बेटा मर्द का क्या भरोसा वहां दूसरी रख ली हो , वैसे वो चार शादियां तो कर ही सकते हैं।

अब मैं भी रमेश का मन टटोलना चाहती थी

रमेश: आंटी आप इतनी खूबसूरत हो , सेक्सी हो आपको कोई कैसे छोड़ सकता है , आपने अपने आप को इतना मेनटेन कर रखा है कि बड़ी बड़ी हीरोइनें भी आप के आगे कुछ नहीं... तो आप इतनी दुखी क्यों हो।

में समझी रही थी कि रमेश ने मुझ पर डोरे डालने शुरु कर दिये है


में: बेटा मुझ 45 साल की बुड्ढी को कौन पूछता है।

रमेश : आंटी क्या बात करती हो आप , आप तो एकदम हाट हो , इतनी स्लिम ट्रिम, इतना अच्छा फिगर है आपका, आप को देख कर कोई भी लट्टू हो जाए।

में समझी गई ये पूरी तरह मुझे अपने जाल में फंसाने के चक्कर में हैं

में : बेटे वो तो मैं शुरू से स्पोर्ट्स में रही इसलिए शरीर ऐसा है , मगर इसका क्या फायदा,जब मन उदास हो , आपका साथी ही आपके साथ ना रहता हो।

रमेश : आंटी जब साथी कहीं और किसी और के साथ मजे कर रहा हो तो आपको भी किसी और के साथ मजे करने का हक है।

रमेश धीरे धीरे अपने रंग में आने लगा था।

में : बेटा हमऔरतों को ये इजाजत नहीं। बहुत बंदिशें है, हम को अपने खाविंद कि वफादार रहने का हुक्म है।

में भी अपनी आवाज में बेचारगी ले आयी थी ताकि वो कुछ और आगे बढे।

रमेश: आंटी वफादारी से ज्यादा जरूरी है खुशी, आपका खुश रहना जरूरी है। आपके पति किसी और के साथ रंगरेलियां मनाएं और आप अपनी जवानी बर्बाद करो ये ठीक नहीं है।

रमेश की बातें सुनकर मेरे मन में लड्डू फ़ूटने लगे, में समझ गई कि आज तो ये मुझ पर चढ़ने के इरादे से आया है। फिर भी मैं एकदम से सरेंडर करना नहीं चाहती थी।

में : मुझे समझ नहीं आता क्या करूं, चल चाय पियेगा में तेरे लिए चाय बनाकर लाती हूं।


रमेश: अरे आंटी में चाय नहीं पीता , में तो दूध पीता हूं , वो भी ताजा।

मेंने रमेश के चेहरे पर उत्तेजना की एक लहर सी देखी , मेंने महसूस किया कि वो कांपते हुए हाथ से मेरी जांघ सहला रहा है। फिर भी मैं अनजान बनते हुए बोली।

में : बेटा अब ताजा दुध कहां से लाऊं बता।

रमेश: आप गुस्सा तो नहीं करोगी ना ।

में : नहीं , बेटा तू कहना क्या चाह रहा है ये तो बता। और तू मेरी जांघों को क्यों सहला रहा , क्या हो‌गया ?

रमेश : आंटी आपके बूब्स से भी ताजा मिल सकता है, और आप इतनी सुन्दर हो कि कंट्रोल नहीं हो रहा में क्या करूं



में : ये तुम कैसी बातें कर रहे हो , तुम मेरे बेटे के समान हो । अरे अरे छोड़ो मुझे, उईईईईई इतनी तेज क्यों दबा रहे हो , मेरे बूब्स छोड़ो , दर्द हो रहा है । ऐसा करना हराम है , हम दोजख में जलेंगे।

अचानक जैसे रमेश को दौरा सा पड़ गया , वो बुरी तरह मेरे से चिपक गया और दोनों हाथों से मेरे बूब्स मसलने लगा , मेरे उत्तेजना के साथ साथ दर्द से भी बुरे हाल थे , मेंने उसे परे धकेलने की कोशिश की तो उसने अपने दोनों हाथ मेरे पीछे ले जाकर मेरे कूल्हे जकड़ लिये और जोर जोर से मसलने लगा।

रमेश : कोई दोजख नहीं आंटी सब झूठ है, में जानता हूं कि आप भी अंदर से तड़फ रही हो । क्या फायदा बाहरी दिखावे से । आज आप को असली लंड का स्वाद दूंगा।

रमेश का जूनून बढ़ता जा रहा था उसने मेरे को कस कर दबोचा हुआ था।

में : रमेश औह छोड़ मुझे , मुझे नहीं चाहिए कोई स्वाद , मानता क्यों नहीं ईईईईई ‌मेरे दर्द हो रहा है , तेरे मम्मी पापा से शिकायत करूंगी , आईईईई तूने मेरा सारा ब्लाउज फाड़ डाला। ऊऊऊ दूर हट मेरे से।

रमेश : मान जाओ आंटी अपनी रानी बना कर रखूंगा,आपकी तन्हाई दूर कर दूंगा , आपको इस लंड पर झूला झूलाऊगा, आहहह क्या कर रही हो यहां से अंदर चलो , बेडरूम कहां है आंटी।

में समझ गयी की वो अपने होश खो चुका है , इसलिए अनर्गल बातें बोल रहा है , और आज ये मुझे चोदे बिना छोड़ेगा नहीं। मुझे समझ नहीं आ रहा था क्या करूं। वो मुझे झंझोडे जा रहा था।

में : औहहहह तूने मेरी ब्रा का स्ट्रैप भी तोड़ दिया, ऊईईईईईई इतना जोर से क्यों काट रहा है मेरी चूची को हाययययय रे थोड़ा आराम से ही पीले। किसी को पता चला तो मैं कहीं की नहीं रहूंगी।
Awesome super duper gazab start Firoza sis
✅✅✅✅✅✅✅✅
💯💯💯💯💯💯💯
🔥🔥🔥🔥🔥🔥
 
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Vishalji1

I love lick😋women's @ll body part👅(pee+sweat)
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Kahani ki suruat to gjb ki hui
 
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Firoza

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रमेश: किसी को पता नहीं चलेगा आंटी, यहां आप और मैं ही तो है आप बिल्कुल मत घबराओ। प्लीज मुझे रोको मत
में कितने महीनों से इस दिन के लिए तड़प रहा था।

अब मैं भी आनंद की तरंगों में बहती जा रही थी, मेरी एक चूची रमेश के मुंह में थी दूसरी को वो अपनी उंगलियों से मसल रहा था। अचानक मुझे उस पर बहुत प्यार आने लगा और मेंने उसका मुंह अपनी छातियों में दबा लिया।

रमेश ने मेरी दबी हुई वासना को एकदम से भड़का दिया था
में एक हाथ से उसका सिर सहला रही थी तथा दूसरे हाथ से‌अपनी एक चूंची पकड़ कर उसके मुंह में दी हुई थी

ऊऊऊऊऊ हाय रे ले पी मेरे बच्चे अपनी आंटी का दूध पी लें आईईईई रे बहुत मजा आ रहा है , निचोड़ दें मेरे बोबे , कर लें अपनी तसल्ली आहहह मेरे राजा , इइइिईईईईई कम से कम काट तो मत बहन चोद , दर्द होता है रे ,शाबाश , आज बहुत समय बाद किसी ने मेरी चूचियां का मर्दन किया है , देख कितनी सख्त हो गयी । बहुत प्यासी थी रे में । आहहहहह ले जोर से पी , तूने मुझे निहाल कर दिया।

मेंने महसूस किया कि उसके हाथ मेरी कमर और मांसल पेट को सहला रहै थे , मेरा उत्तेजना के मारे बुरा हाल था , में अपनी चूत से बहता हुआ पानी साफ महसूस कर रही थी।

में : एक मिनट रुक जा बेटा मुझे अपनी साड़ी उतारने दे बहुत अड़चन डाल रही है , में उससे अपने को छुड़ाती हुई बोली।

जैसे ही मैं खड़ी हुई रमेश ने मेरे कूल्हों को अपनी बाहों में घेरते हुए , मेरे पेट पर अपना मुंह गड़ा दिया और मेरा पेट चाटने लगा ,... हाय आंटी अगर आज आप मुझे ठुकरा देती तो कसम से में मर ही जाता ।

मेरे बच्चे तुझे मरने कैसे दूंगी , तू तो मेरे इस शरीर की प्यास बुझाएगा , जब तूने दूध की मांग करी थी तभी में समझ गयी थी कि तू मुझे चोदने के इरादे से आया है ।में प्यार से उसके बाल सहलाते हुए बोली ।

साड़ी उतारते ही मेरी नज़र पेटीकोट पर पड़ी जहां बड़ा सा गीला निशान था , मेरी चूत इस बुरी तरह गीली थी कि पानी मेरी पैंटी से बाहर आकर पेटीकोट गीला कर रहा था ।

अब मुझ पर जैसे पागलपन का दौरा पड़ गया था, चल बैठ उधर मेंने रमेश को सोफे पर धक्का देते हुए कहा । फिर में भी अपना पेटीकोट कमर तक उठा उसकी गोद में पैर उसकी दोनों तरफ कर के बैठ गई उसका लंड मेरी गांड़ के नीचे दबा हुआ था , हमारे चेहरे आमने-सामने थे । अब मेंने उसका मुंह अपने दोनों हाथों से पकड़ अपने होंठ उसके होठों से लगा दिए और अपनी जीभ उसके मुंह में डाल ,उसकी जीभ से अपनी जीभ लड़ाने लगी । साथ ही मेंने उसकी शर्ट और बनियान भी उतार दिये थे , हम दोनों के बदन ऊपर से पूर्णतया नंगे थे जिन्हें हम पागलों की तरह एक दूसरे से रगड़ रहै थे ।

आहहहह बेटा आज रगड़ कर चोद दियो अपनी आंटी को , औहहहह बहुत समय से तेरी आंटी की चूत की कुटाई नहीं हुई है , बिल्कुल भी रहम मत करना। औहहहह उत्तेजना में मेंने जोर से रमेश के कंधे पर काटा।

आआआआआ क्या कर रही हो आंटी आपने बहुत तेज काट लिया । रमेश दर्द से बिलबिलाते हुए बोला।

बहन चोद जब तू मेरे बोबे काट रहा था तब मेरे दर्द नहीं हो रहा था ।

आंटी मेने आपके बोबे पर इतनी जोर से थोड़े ही काटा था , देखो कितना गहरा निशान पड़ गया।

मेंने देखा वास्तव में रमेश के कंधे पर गहरा निशान था । आई एम सौरी मेरे बच्चे में ज्यादा जोश में आ गई थी , ये‌ कुछ ज्यादा ही चोट लग गई। में रमेश के कंधे को चाटते हुए बोली।

अचानक रमेश नीचे से झटके मारने लगा, उसका पैंट में बंद लंड मेरी गांड़ पर तगड़ी ठोकरें लगा रहा था ।में उसकी गोद में ऐसे उछल रही थी जैसे कोई घुड़सवारी कर रहा हो , मेरे स्तन रमेश के मुंह पर टकरा रहे थे।

हाययय आंटी अब बर्दाश्त नहीं हो रहा प्लीज बेडरूम में चलो , आंटी प्लीज जल्दी करो आहहहह।

मेचल ठीक है, में उसकी गोद से उतर , उसके सामने घुटनों के बल बैठ गयी और उसकी पैंट के बटन खोलने लगी।

हायययय रे, तेरा लंड तो पैंट फाड़कर कर बाहर आने को तैयार हैं । में उसके लंड पर पैंट के ऊपर से ही हाथ फेरते हुए बोली।

प्लीज आंटी जल्दी करो। रूका नहीं जा रहा।

जैसे ही मैंने उसकी पैंट नीचे खिसकाई मेरे सामने करीब आठ इंच लंबा और मुठ्ठी में भी ना आया इतना मोटा काला भुसंड लंड आ गया जो जबरदस्त झटके खा रहा था।

औ माई गाड, तेरा लंड कितना बड़ा और मोटा है, मेंने उसके लंड को दोनों हाथों से सहलाते हुए कहा। ... इतना बड़ा लंड तो मैं जिंदगी में पहली बार छू रही हूं ।कसम से ,ये तो मेरी चूत के बुरे हाल कर देगा।

अरे आंटी आप डरो मत बहुत आराम से डालूंगा, आंटी आज मैं आपकी चूत और गांड़ दोनों मारूंगा।

चल बेटा ठीक है, में उसके लंड को पकड़ कर उसे खींचते हुए बेडरूम में ले आयी।

मेरे राजा आज जब मेंने अपनी चूत जम कर चुदवानी ही है तो डर कैसा , भले ही चूत के चिथड़े उड़ जाए पूरा चांप कर चोदना, आज पूरे तीन साल की कसर निकाल कर रहूंगी। देख ये तेरा लंड मेरी चूत देख कर केसे झटके मार रहा है , सलामी दे रहा है मेरी चुत को । चल लेट जा आज तो पूरे एक घंटा फोर प्ले करूंगी। बस तेरा दोस्त आसिफ रंग में भंग डालने ना आ जाए।

कहानी जारी रहेगी।
 

Pankaj Singh

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रमेश: किसी को पता नहीं चलेगा आंटी, यहां आप और मैं ही तो है आप बिल्कुल मत घबराओ। प्लीज मुझे रोको मत
में कितने महीनों से इस दिन के लिए तड़प रहा था।

अब मैं भी आनंद की तरंगों में बहती जा रही थी, मेरी एक चूची रमेश के मुंह में थी दूसरी को वो अपनी उंगलियों से मसल रहा था। अचानक मुझे उस पर बहुत प्यार आने लगा और मेंने उसका मुंह अपनी छातियों में दबा लिया।

रमेश ने मेरी दबी हुई वासना को एकदम से भड़का दिया था
में एक हाथ से उसका सिर सहला रही थी तथा दूसरे हाथ से‌अपनी एक चूंची पकड़ कर उसके मुंह में दी हुई थी

ऊऊऊऊऊ हाय रे ले पी मेरे बच्चे अपनी आंटी का दूध पी लें आईईईई रे बहुत मजा आ रहा है , निचोड़ दें मेरे बोबे , कर लें अपनी तसल्ली आहहह मेरे राजा , इइइिईईईईई कम से कम काट तो मत बहन चोद , दर्द होता है रे ,शाबाश , आज बहुत समय बाद किसी ने मेरी चूचियां का मर्दन किया है , देख कितनी सख्त हो गयी । बहुत प्यासी थी रे में । आहहहहह ले जोर से पी , तूने मुझे निहाल कर दिया।

मेंने महसूस किया कि उसके हाथ मेरी कमर और मांसल पेट को सहला रहै थे , मेरा उत्तेजना के मारे बुरा हाल था , में अपनी चूत से बहता हुआ पानी साफ महसूस कर रही थी।

में : एक मिनट रुक जा बेटा मुझे अपनी साड़ी उतारने दे बहुत अड़चन डाल रही है , में उससे अपने को छुड़ाती हुई बोली।

जैसे ही मैं खड़ी हुई रमेश ने मेरे कूल्हों को अपनी बाहों में घेरते हुए , मेरे पेट पर अपना मुंह गड़ा दिया और मेरा पेट चाटने लगा ,... हाय आंटी अगर आज आप मुझे ठुकरा देती तो कसम से में मर ही जाता ।

मेरे बच्चे तुझे मरने कैसे दूंगी , तू तो मेरे इस शरीर की प्यास बुझाएगा , जब तूने दूध की मांग करी थी तभी में समझ गयी थी कि तू मुझे चोदने के इरादे से आया है ।में प्यार से उसके बाल सहलाते हुए बोली ।

साड़ी उतारते ही मेरी नज़र पेटीकोट पर पड़ी जहां बड़ा सा गीला निशान था , मेरी चूत इस बुरी तरह गीली थी कि पानी मेरी पैंटी से बाहर आकर पेटीकोट गीला कर रहा था ।

अब मुझ पर जैसे पागलपन का दौरा पड़ गया था, चल बैठ उधर मेंने रमेश को सोफे पर धक्का देते हुए कहा । फिर में भी अपना पेटीकोट कमर तक उठा उसकी गोद में पैर उसकी दोनों तरफ कर के बैठ गई उसका लंड मेरी गांड़ के नीचे दबा हुआ था , हमारे चेहरे आमने-सामने थे । अब मेंने उसका मुंह अपने दोनों हाथों से पकड़ अपने होंठ उसके होठों से लगा दिए और अपनी जीभ उसके मुंह में डाल ,उसकी जीभ से अपनी जीभ लड़ाने लगी । साथ ही मेंने उसकी शर्ट और बनियान भी उतार दिये थे , हम दोनों के बदन ऊपर से पूर्णतया नंगे थे जिन्हें हम पागलों की तरह एक दूसरे से रगड़ रहै थे ।

आहहहह बेटा आज रगड़ कर चोद दियो अपनी आंटी को , औहहहह बहुत समय से तेरी आंटी की चूत की कुटाई नहीं हुई है , बिल्कुल भी रहम मत करना। औहहहह उत्तेजना में मेंने जोर से रमेश के कंधे पर काटा।

आआआआआ क्या कर रही हो आंटी आपने बहुत तेज काट लिया । रमेश दर्द से बिलबिलाते हुए बोला।

बहन चोद जब तू मेरे बोबे काट रहा था तब मेरे दर्द नहीं हो रहा था ।

आंटी मेने आपके बोबे पर इतनी जोर से थोड़े ही काटा था , देखो कितना गहरा निशान पड़ गया।

मेंने देखा वास्तव में रमेश के कंधे पर गहरा निशान था । आई एम सौरी मेरे बच्चे में ज्यादा जोश में आ गई थी , ये‌ कुछ ज्यादा ही चोट लग गई। में रमेश के कंधे को चाटते हुए बोली।

अचानक रमेश नीचे से झटके मारने लगा, उसका पैंट में बंद लंड मेरी गांड़ पर तगड़ी ठोकरें लगा रहा था ।में उसकी गोद में ऐसे उछल रही थी जैसे कोई घुड़सवारी कर रहा हो , मेरे स्तन रमेश के मुंह पर टकरा रहे थे।

हाययय आंटी अब बर्दाश्त नहीं हो रहा प्लीज बेडरूम में चलो , आंटी प्लीज जल्दी करो आहहहह।

मेचल ठीक है, में उसकी गोद से उतर , उसके सामने घुटनों के बल बैठ गयी और उसकी पैंट के बटन खोलने लगी।

हायययय रे, तेरा लंड तो पैंट फाड़कर कर बाहर आने को तैयार हैं । में उसके लंड पर पैंट के ऊपर से ही हाथ फेरते हुए बोली।

प्लीज आंटी जल्दी करो। रूका नहीं जा रहा।

जैसे ही मैंने उसकी पैंट नीचे खिसकाई मेरे सामने करीब आठ इंच लंबा और मुठ्ठी में भी ना आया इतना मोटा काला भुसंड लंड आ गया जो जबरदस्त झटके खा रहा था।

औ माई गाड, तेरा लंड कितना बड़ा और मोटा है, मेंने उसके लंड को दोनों हाथों से सहलाते हुए कहा। ... इतना बड़ा लंड तो मैं जिंदगी में पहली बार छू रही हूं ।कसम से ,ये तो मेरी चूत के बुरे हाल कर देगा।

अरे आंटी आप डरो मत बहुत आराम से डालूंगा, आंटी आज मैं आपकी चूत और गांड़ दोनों मारूंगा।

चल बेटा ठीक है, में उसके लंड को पकड़ कर उसे खींचते हुए बेडरूम में ले आयी।

मेरे राजा आज जब मेंने अपनी चूत जम कर चुदवानी ही है तो डर कैसा , भले ही चूत के चिथड़े उड़ जाए पूरा चांप कर चोदना, आज पूरे तीन साल की कसर निकाल कर रहूंगी। देख ये तेरा लंड मेरी चूत देख कर केसे झटके मार रहा है , सलामी दे रहा है मेरी चुत को । चल लेट जा आज तो पूरे एक घंटा फोर प्ले
करूंगी। बस तेरा दोस्त आसिफ रंग में भंग डालने ना आ जाए।

कहानी जारी रहेगी।
Super super hot update ammi... uuuúfffff kya gajab Ki Story likhna shuru Ki Ho. Very hot writing skill. Is Ramesh ki jagah main hota

tn07 tn08 tn11 tn12 tn13
 

Firoza

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तुम तो मेरे प्यारे हो , तुम को लेकर कर तो मैं एक यादगार कहानी लिखूंगी।
Super super hot update ammi... uuuúfffff kya gajab Ki Story likhna shuru Ki Ho. Very hot writing skill. Is Ramesh ki jagah main hota

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trick1w

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हैलौ दोस्तो ये कहानी xForum पर हमारी पहली कहानी है जो मेंने trick1w के साथ मिलकर लिखी है , में उनकी बहुत आभारी हूं , उनके सहयोग के बिना ये काम मुश्किल था।
TQ ma'am aap ke liye main heshatiyaar hun
 
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