Ajju Landwalia
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रमेश: किसी को पता नहीं चलेगा आंटी, यहां आप और मैं ही तो है आप बिल्कुल मत घबराओ। प्लीज मुझे रोको मत
में कितने महीनों से इस दिन के लिए तड़प रहा था।
अब मैं भी आनंद की तरंगों में बहती जा रही थी, मेरी एक चूची रमेश के मुंह में थी दूसरी को वो अपनी उंगलियों से मसल रहा था। अचानक मुझे उस पर बहुत प्यार आने लगा और मेंने उसका मुंह अपनी छातियों में दबा लिया।
रमेश ने मेरी दबी हुई वासना को एकदम से भड़का दिया था
में एक हाथ से उसका सिर सहला रही थी तथा दूसरे हाथ सेअपनी एक चूंची पकड़ कर उसके मुंह में दी हुई थी
ऊऊऊऊऊ हाय रे ले पी मेरे बच्चे अपनी आंटी का दूध पी लें आईईईई रे बहुत मजा आ रहा है , निचोड़ दें मेरे बोबे , कर लें अपनी तसल्ली आहहह मेरे राजा , इइइिईईईईई कम से कम काट तो मत बहन चोद , दर्द होता है रे ,शाबाश , आज बहुत समय बाद किसी ने मेरी चूचियां का मर्दन किया है , देख कितनी सख्त हो गयी । बहुत प्यासी थी रे में । आहहहहह ले जोर से पी , तूने मुझे निहाल कर दिया।
मेंने महसूस किया कि उसके हाथ मेरी कमर और मांसल पेट को सहला रहै थे , मेरा उत्तेजना के मारे बुरा हाल था , में अपनी चूत से बहता हुआ पानी साफ महसूस कर रही थी।
में : एक मिनट रुक जा बेटा मुझे अपनी साड़ी उतारने दे बहुत अड़चन डाल रही है , में उससे अपने को छुड़ाती हुई बोली।
जैसे ही मैं खड़ी हुई रमेश ने मेरे कूल्हों को अपनी बाहों में घेरते हुए , मेरे पेट पर अपना मुंह गड़ा दिया और मेरा पेट चाटने लगा ,... हाय आंटी अगर आज आप मुझे ठुकरा देती तो कसम से में मर ही जाता ।
मेरे बच्चे तुझे मरने कैसे दूंगी , तू तो मेरे इस शरीर की प्यास बुझाएगा , जब तूने दूध की मांग करी थी तभी में समझ गयी थी कि तू मुझे चोदने के इरादे से आया है ।में प्यार से उसके बाल सहलाते हुए बोली ।
साड़ी उतारते ही मेरी नज़र पेटीकोट पर पड़ी जहां बड़ा सा गीला निशान था , मेरी चूत इस बुरी तरह गीली थी कि पानी मेरी पैंटी से बाहर आकर पेटीकोट गीला कर रहा था ।
अब मुझ पर जैसे पागलपन का दौरा पड़ गया था, चल बैठ उधर मेंने रमेश को सोफे पर धक्का देते हुए कहा । फिर में भी अपना पेटीकोट कमर तक उठा उसकी गोद में पैर उसकी दोनों तरफ कर के बैठ गई उसका लंड मेरी गांड़ के नीचे दबा हुआ था , हमारे चेहरे आमने-सामने थे । अब मेंने उसका मुंह अपने दोनों हाथों से पकड़ अपने होंठ उसके होठों से लगा दिए और अपनी जीभ उसके मुंह में डाल ,उसकी जीभ से अपनी जीभ लड़ाने लगी । साथ ही मेंने उसकी शर्ट और बनियान भी उतार दिये थे , हम दोनों के बदन ऊपर से पूर्णतया नंगे थे जिन्हें हम पागलों की तरह एक दूसरे से रगड़ रहै थे ।
आहहहह बेटा आज रगड़ कर चोद दियो अपनी आंटी को , औहहहह बहुत समय से तेरी आंटी की चूत की कुटाई नहीं हुई है , बिल्कुल भी रहम मत करना। औहहहह उत्तेजना में मेंने जोर से रमेश के कंधे पर काटा।
आआआआआ क्या कर रही हो आंटी आपने बहुत तेज काट लिया । रमेश दर्द से बिलबिलाते हुए बोला।
बहन चोद जब तू मेरे बोबे काट रहा था तब मेरे दर्द नहीं हो रहा था ।
आंटी मेने आपके बोबे पर इतनी जोर से थोड़े ही काटा था , देखो कितना गहरा निशान पड़ गया।
मेंने देखा वास्तव में रमेश के कंधे पर गहरा निशान था । आई एम सौरी मेरे बच्चे में ज्यादा जोश में आ गई थी , ये कुछ ज्यादा ही चोट लग गई। में रमेश के कंधे को चाटते हुए बोली।
अचानक रमेश नीचे से झटके मारने लगा, उसका पैंट में बंद लंड मेरी गांड़ पर तगड़ी ठोकरें लगा रहा था ।में उसकी गोद में ऐसे उछल रही थी जैसे कोई घुड़सवारी कर रहा हो , मेरे स्तन रमेश के मुंह पर टकरा रहे थे।
हाययय आंटी अब बर्दाश्त नहीं हो रहा प्लीज बेडरूम में चलो , आंटी प्लीज जल्दी करो आहहहह।
मेचल ठीक है, में उसकी गोद से उतर , उसके सामने घुटनों के बल बैठ गयी और उसकी पैंट के बटन खोलने लगी।
हायययय रे, तेरा लंड तो पैंट फाड़कर कर बाहर आने को तैयार हैं । में उसके लंड पर पैंट के ऊपर से ही हाथ फेरते हुए बोली।
प्लीज आंटी जल्दी करो। रूका नहीं जा रहा।
जैसे ही मैंने उसकी पैंट नीचे खिसकाई मेरे सामने करीब आठ इंच लंबा और मुठ्ठी में भी ना आया इतना मोटा काला भुसंड लंड आ गया जो जबरदस्त झटके खा रहा था।
औ माई गाड, तेरा लंड कितना बड़ा और मोटा है, मेंने उसके लंड को दोनों हाथों से सहलाते हुए कहा। ... इतना बड़ा लंड तो मैं जिंदगी में पहली बार छू रही हूं ।कसम से ,ये तो मेरी चूत के बुरे हाल कर देगा।
अरे आंटी आप डरो मत बहुत आराम से डालूंगा, आंटी आज मैं आपकी चूत और गांड़ दोनों मारूंगा।
चल बेटा ठीक है, में उसके लंड को पकड़ कर उसे खींचते हुए बेडरूम में ले आयी।
मेरे राजा आज जब मेंने अपनी चूत जम कर चुदवानी ही है तो डर कैसा , भले ही चूत के चिथड़े उड़ जाए पूरा चांप कर चोदना, आज पूरे तीन साल की कसर निकाल कर रहूंगी। देख ये तेरा लंड मेरी चूत देख कर केसे झटके मार रहा है , सलामी दे रहा है मेरी चुत को । चल लेट जा आज तो पूरे एक घंटा फोर प्ले करूंगी। बस तेरा दोस्त आसिफ रंग में भंग डालने ना आ जाए।
कहानी जारी रहेगी।
Bahut shandar tarike se shuruwat ki story ki Firoza
Agli updates ka besabri se intezar rahega