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Incest दबी हुई वासना

Firoza

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Uufff Firoza ji bohot khub..

Zabardast scene likha aapne chudai ka..
Aur beech mein chudaas dialogue...

Dono chudte hue sab Raaz khol rhe hain k Ramesh naazia ko bhi chod chuka hai aur Asif bhai apni maa ko chodna chahta hai aur muth marta hai..
Aur nazia ne hi rehana apni maa ko Ramesh ko chodne ko bola..

Uffff... Seedha asar lund par hua
Thanks dear for appreciation. आप ऐसे होंसला बढ़ाते रहें और अच्छा करने की कोशिश करूंगी।
 
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rhyme_boy

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में ने रमेश को धक्का दे कर पलंग पर लिटा दिया , उसका छ फिट का बलिष्ठ शरीर मेरे सामने नंगा फैला पड़ा था , उसका आठ इंच का मोटा लंड जिस पर उसकी नसें साफ चमक रही थी , किसी तोप की तरह तना हुआ था। इस दृष्य़ ने मेरी कामुकता को चरम पर पहुंचा दिया था। में लपक कर उसकी बगल में बैठ गई , और उसका लंड अपने मुंह में ले लिया । उसके लंड की भीनी-भीनी खुशबू और खारी स्वाद मुझे मदहोश किए दे रहा था। में उसके लंड को बेतहाशा चाटने लगी । सस्स्डप सड़पa गललल सड़प लंड चटाई की आवाज कमरे में गुंजने लगी, उधर रमेश के बुरे हाल थे।

रमेश: हायययययय आंटी ऐसे ही चांटों मेरे लंड को औऔऔऔऔ बहुत मज़ा आ रहा है मेरीईईई रानी आआआहहह मर गया , बहुत तसल्ली मिली है मेरी जान। और तेज तेज करो औऔऔऔऔ। मेरी गांड़ भी चाटो आंटी ईईईईई मेरा पूरा बदन‌ चाट लो । आप घबराओ मत अगर आसिफ आया तो उसे भी शामिल कर लेंगे आज्ञज्ञहज्ञज्ञ बहुत मज़ा आ रहा है।

में लपालप उसके लंड को किसी लालीपोप की तरह चाटे जा रही थी , अचानक में उसके पूरे लंड को चाटना छोड़ उस के लंड के छेद को अपनी जीभ की नोक से कुरेदने लगी , तथा जीभ की नोक उसके छेद में डालने की कोशिश करने लगी, इससे रमेश उत्तेजित हो तेजी से अपने चूतड हवा में उछालने लगा।

औऔऔऔहहह आंटी आज आज आप मुझे पागल कर दोगी आहहहह ऊईईईई आआआआआ मेरी रानी बहुत मज़ा आ रहा है।

बहुत मजा दूंगी मेरे राजा मुझे सालों बाद मौका मिला है किसी मर्द के शरीर से खेलने का , जल्दी से नहीं छोडूंगी । मेंने अपना मुंह उसके लंड से हटा कर कहा।

रमेश ने मेरा चेहरा नीचे झुका अपने टट्टो के सामने कर दिया , इन्हें भी चाटो मेरी जान, रमेश थरथराती आवाज में बोला। अब मेरी जीभ उसके टट्टों ( अंडकोषो ) को चाट रही थी , उसके टट्टे भी सामान्य से बड़े आकार के थे , मेंने उसकी एक गोली को अपने मुंह में लेकर हल्के से दबाया।

ऊईईईईईई आंटी क्या कर रहे हो जरा आराम से रमेश दर्द से उझल पड़ा ।


मुझे मेरी चूचियां काट काट कर बहुत दर्द पहूंचा रहा था ना , ले अब मैं तेरे टृटे दबाती हूं , आहा देख कैसा उछला , अब पता चला दर्द केसा होता है।

आहहहह आंटी आराम से करो मर जाऊंगा , आहहह आंटी आप बहुत सेक्सी हो आहहहह चांटों इसे आहहह साली कुतिया खा जा इसे। रमेश और मैं काम भाव में पूरी तरह डूबे हुए थे।

आहहह हां मेरे राजा मेरा भी मन कर रहा है कि इसे कच्चा चबा जाऊं, ये प्यारा ही इतना है । में कामुक स्वर में बोली।

मेरा भी मन कर रहा है इसे कच्चा चबा जाऊं । प्यारा ही इतना है।

आहहहह आंटी प्लीज मेरी गान्ड चांटों किसी ने आज तक मेरी गान्ड नहीं चांटी।



ऐसा है तो, चल कर अपने पैर ऊपर तेरी गांड़ चाटती हूं , में उसकी कमर के नीचे तकिया सैट करते हुए बोली।

अरे कितनी प्यारी गांड़ है तेरी भूरी भूरी , कसम से मेरे लंड होता तो अभी घुसेड़ देती , चल पर जीभ तो घुसाई सकती हूं , ये ले आया मजा। मेंने अपने दोनों हाथों उसके कूल्हों को ऊपर उठाया और उसकी गांड़ के भूरे छेद पर अपना मुंह रख दिया ।

आहहहहह आंटी आहहहह आहहहह बहुत मज़ा आ रहा है , पहली बार इतना मज़ा आ रहा है आहहह आआआ ऊऊऊ मेरी जान आहहह आहहह क्या चूस और चांट रही हो , आंटी आप बहुत अच्छी हो आहहह

रमेश का मस्ती में बुरा हाल था । मेरे जानू बहुत मज़ा आ रहा है ना , मेरी चूचियां और बांहें काटते हुए भी बहुत मज़ा आ रहा था ना , अब मैं तेरे ये मांसल कूल्हे काटूंगी देखना कितना मज़ा आएगा, इनको कच्चा चबा जाऊंगी, उछल और उछल देखती हूं कितना उछलता है।

आहहहह आंटी अब पागल हो जाऊंगा, क्या कर रही हो तुम आहहहह साली कुतिया ये सब कहां से सीखा हरामजादी मुझे पागल कर देगी आहहहहह अब बर्दाश्त नहीं हो रहा।



मेरे बच्चे बर्दाश्त तो करना पड़ेगा , मुझे इतने सालो बाद जवान लंड मिला है , इतनी जल्दी थोड़े ही छोड़ दूंगी, पूरे मज़े लूंगी, चल सीधा लेट जा में तेरे मुंह पर बैठती हूं , मेरी चूत चाट दे बहुत साल हो गये , चूत की चटाई हुए।

कहानी जारी रहेगी।
Ohhh yaar bhayankar...kamuk update ye bhi.. kya mast scene hai ufff.. lund chusna, aand chusna, usey khelna dabana aur ladke ki gaand chaatne tak ka scene ...ufff gazab

Sach kahu to pehli baar kisi story ladke gaand chaatne ka scene padha...
 
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Premkumar65

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मेरा नाम रेहाना ,उम्र 45 साल , शरीर सुडौल तथा रंग गेहुंआ है । में उत्तर भारत के शहर बरेली में रहती हूं , मेरे दो‌ बच्चे हैं , बेटा आसिफ जिसकी उम्र 21 है तथा स्थानीय कॉलेज से एम काम कर रहा है तथा बेटी नाजिया जिसकी उम्र 19 साल है एम बी बी एस कर रही है तथा हास्टल में रहती है। मेरे पति जिनका नाम उस्मान है वो सिंगापुर में काम करते हैं तथा पहले तो हर साल घर आते थे परन्तु अब पिछले 3 साल से नहीं आए हैं , मगर हर महीने एक अच्छी खासी रकम नियमित रुप से भेजते हैं , जिससे ना केवल हमारा खर्च ठीक से चलता है बल्कि अच्छी खासी बचत भी हो जाती है। घर में किसी बात कि अगर कमी है तो अकेले पन की , बच्चे अपनी पढ़ाई में व्यस्त रहते हैं, पति साथ रहते नहीं तो एक औरत की जो शारीरिक जरूरतें होती है वो भी पूरी नहीं हो पाती , उसके लिए मेरा सहारा बैंगन , खीरे , मूली , आदी ही रहते हैं। चूंकि मैं थोड़ी धार्मिक महिला हूं इसलिए मेने कभी भी किसी पराए पुरुष से सम्बन्ध बनाने की नहीं सोची। मगर एक दिन मेरी जिंदगी में ऐसा तुफान आया जिसने सब कुछ बदल कर रख दिया।
सितम्बर की दोपहर थी में अपने बिस्तर पर लेटी अपनी साड़ी कमर तक चढ़ा अंग्रेजी फिल्म देखते हुए अपनी चूत सहला रही थी । तभी दरवाजे पर दस्तक हुई, मेंने सोचा आसिफ आ गया, जल्दी से अपनी साड़ी ठीक करते हुए मेंने दरवाजा खोला, सामने आसिफ को दोस्त रमेश खड़ा था जो अक्सर ही हमारे आता जाता रहता था।

नमस्कार आंटी , कहां है हमारे नवाबजादे , रमेश ने मुस्कराते हुए पूछा।

में तो खुद परेशान हूं , सुबह कालेज गया था, तब से आया ही नहीं , में तो सोच रही थी तेरे साथ होगा।
तुम उसके दोस्त हो उसे समझाओ, आजकल पता नहीं कहां घूमता रहता है। जब घर में होता है तब भी गुमसुम रहता है, अपने कमरे से निकलता ही नहीं। में बहुत परेशान हो जाती हूं। मेंने चिंतित होते हुए कहा।

नहीं आंटी ठीक बात है आप को चिंता हो जाती है, में उसे समझाऊंगा .... आप कैसी हो आप तो ये बताओ , मेंने देखा ये पूछते हुए रमेश की आंखों में अजीब सी चमक थी।


में : बस बेटा ठीक ठाक , किसी तरह टाइम कट रहा है।

रमेश: ऐसे क्यों बोल रही हो आंटी को परेशानी है क्या ?


नहीं दिक्कत कुछ नहीं, आसिफ पूरा दिन गायब रहता है, इतने बड़े घर में दिन भर अकेले पड़े पड़े मन घबराता है .. मेंने कहा , अब मेरे दिल में भी कुछ कुछ होने लगा था।

आंटी आप शादी क्यों नहीं कर लेती ... रमेश मुस्कराते हुए बोला।

अरे कोई औरत दो शादियां कैसे कर सकती है बेटा, तेरे को तो पता है , मेरे खाविंद यानी आसिफ के अब्बू सिंगापुर रहते हैं .... मेंने कहा

रमेश: आप को छोड़ कर पता नहीं कैसे इतनी दूर रह पाते होंगे


में: बेटा मर्द का क्या भरोसा वहां दूसरी रख ली हो , वैसे वो चार शादियां तो कर ही सकते हैं।

अब मैं भी रमेश का मन टटोलना चाहती थी

रमेश: आंटी आप इतनी खूबसूरत हो , सेक्सी हो आपको कोई कैसे छोड़ सकता है , आपने अपने आप को इतना मेनटेन कर रखा है कि बड़ी बड़ी हीरोइनें भी आप के आगे कुछ नहीं... तो आप इतनी दुखी क्यों हो।

में समझी रही थी कि रमेश ने मुझ पर डोरे डालने शुरु कर दिये है


में: बेटा मुझ 45 साल की बुड्ढी को कौन पूछता है।

रमेश : आंटी क्या बात करती हो आप , आप तो एकदम हाट हो , इतनी स्लिम ट्रिम, इतना अच्छा फिगर है आपका, आप को देख कर कोई भी लट्टू हो जाए।

में समझी गई ये पूरी तरह मुझे अपने जाल में फंसाने के चक्कर में हैं

में : बेटे वो तो मैं शुरू से स्पोर्ट्स में रही इसलिए शरीर ऐसा है , मगर इसका क्या फायदा,जब मन उदास हो , आपका साथी ही आपके साथ ना रहता हो।

रमेश : आंटी जब साथी कहीं और किसी और के साथ मजे कर रहा हो तो आपको भी किसी और के साथ मजे करने का हक है।

रमेश धीरे धीरे अपने रंग में आने लगा था।

में : बेटा हमऔरतों को ये इजाजत नहीं। बहुत बंदिशें है, हम को अपने खाविंद कि वफादार रहने का हुक्म है।

में भी अपनी आवाज में बेचारगी ले आयी थी ताकि वो कुछ और आगे बढे।

रमेश: आंटी वफादारी से ज्यादा जरूरी है खुशी, आपका खुश रहना जरूरी है। आपके पति किसी और के साथ रंगरेलियां मनाएं और आप अपनी जवानी बर्बाद करो ये ठीक नहीं है।

रमेश की बातें सुनकर मेरे मन में लड्डू फ़ूटने लगे, में समझ गई कि आज तो ये मुझ पर चढ़ने के इरादे से आया है। फिर भी मैं एकदम से सरेंडर करना नहीं चाहती थी।

में : मुझे समझ नहीं आता क्या करूं, चल चाय पियेगा में तेरे लिए चाय बनाकर लाती हूं।


रमेश: अरे आंटी में चाय नहीं पीता , में तो दूध पीता हूं , वो भी ताजा।

मेंने रमेश के चेहरे पर उत्तेजना की एक लहर सी देखी , मेंने महसूस किया कि वो कांपते हुए हाथ से मेरी जांघ सहला रहा है। फिर भी मैं अनजान बनते हुए बोली।

में : बेटा अब ताजा दुध कहां से लाऊं बता।

रमेश: आप गुस्सा तो नहीं करोगी ना ।

में : नहीं , बेटा तू कहना क्या चाह रहा है ये तो बता। और तू मेरी जांघों को क्यों सहला रहा , क्या हो‌गया ?

रमेश : आंटी आपके बूब्स से भी ताजा मिल सकता है, और आप इतनी सुन्दर हो कि कंट्रोल नहीं हो रहा में क्या करूं



में : ये तुम कैसी बातें कर रहे हो , तुम मेरे बेटे के समान हो । अरे अरे छोड़ो मुझे, उईईईईई इतनी तेज क्यों दबा रहे हो , मेरे बूब्स छोड़ो , दर्द हो रहा है । ऐसा करना हराम है , हम दोजख में जलेंगे।

अचानक जैसे रमेश को दौरा सा पड़ गया , वो बुरी तरह मेरे से चिपक गया और दोनों हाथों से मेरे बूब्स मसलने लगा , मेरे उत्तेजना के साथ साथ दर्द से भी बुरे हाल थे , मेंने उसे परे धकेलने की कोशिश की तो उसने अपने दोनों हाथ मेरे पीछे ले जाकर मेरे कूल्हे जकड़ लिये और जोर जोर से मसलने लगा।

रमेश : कोई दोजख नहीं आंटी सब झूठ है, में जानता हूं कि आप भी अंदर से तड़फ रही हो । क्या फायदा बाहरी दिखावे से । आज आप को असली लंड का स्वाद दूंगा।

रमेश का जूनून बढ़ता जा रहा था उसने मेरे को कस कर दबोचा हुआ था।

में : रमेश औह छोड़ मुझे , मुझे नहीं चाहिए कोई स्वाद , मानता क्यों नहीं ईईईईई ‌मेरे दर्द हो रहा है , तेरे मम्मी पापा से शिकायत करूंगी , आईईईई तूने मेरा सारा ब्लाउज फाड़ डाला। ऊऊऊ दूर हट मेरे से।

रमेश : मान जाओ आंटी अपनी रानी बना कर रखूंगा,आपकी तन्हाई दूर कर दूंगा , आपको इस लंड पर झूला झूलाऊगा, आहहह क्या कर रही हो यहां से अंदर चलो , बेडरूम कहां है आंटी।

में समझ गयी की वो अपने होश खो चुका है , इसलिए अनर्गल बातें बोल रहा है , और आज ये मुझे चोदे बिना छोड़ेगा नहीं। मुझे समझ नहीं आ रहा था क्या करूं। वो मुझे झंझोडे जा रहा था।

में : औहहहह तूने मेरी ब्रा का स्ट्रैप भी तोड़ दिया, ऊईईईईईई इतना जोर से क्यों काट रहा है मेरी चूची को हाययययय रे थोड़ा आराम से ही पीले। किसी को पता चला तो मैं कहीं की नहीं रहूंगी।
Good start with a bang.
 

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रमेश: किसी को पता नहीं चलेगा आंटी, यहां आप और मैं ही तो है आप बिल्कुल मत घबराओ। प्लीज मुझे रोको मत
में कितने महीनों से इस दिन के लिए तड़प रहा था।

अब मैं भी आनंद की तरंगों में बहती जा रही थी, मेरी एक चूची रमेश के मुंह में थी दूसरी को वो अपनी उंगलियों से मसल रहा था। अचानक मुझे उस पर बहुत प्यार आने लगा और मेंने उसका मुंह अपनी छातियों में दबा लिया।

रमेश ने मेरी दबी हुई वासना को एकदम से भड़का दिया था
में एक हाथ से उसका सिर सहला रही थी तथा दूसरे हाथ से‌अपनी एक चूंची पकड़ कर उसके मुंह में दी हुई थी

ऊऊऊऊऊ हाय रे ले पी मेरे बच्चे अपनी आंटी का दूध पी लें आईईईई रे बहुत मजा आ रहा है , निचोड़ दें मेरे बोबे , कर लें अपनी तसल्ली आहहह मेरे राजा , इइइिईईईईई कम से कम काट तो मत बहन चोद , दर्द होता है रे ,शाबाश , आज बहुत समय बाद किसी ने मेरी चूचियां का मर्दन किया है , देख कितनी सख्त हो गयी । बहुत प्यासी थी रे में । आहहहहह ले जोर से पी , तूने मुझे निहाल कर दिया।

मेंने महसूस किया कि उसके हाथ मेरी कमर और मांसल पेट को सहला रहै थे , मेरा उत्तेजना के मारे बुरा हाल था , में अपनी चूत से बहता हुआ पानी साफ महसूस कर रही थी।

में : एक मिनट रुक जा बेटा मुझे अपनी साड़ी उतारने दे बहुत अड़चन डाल रही है , में उससे अपने को छुड़ाती हुई बोली।

जैसे ही मैं खड़ी हुई रमेश ने मेरे कूल्हों को अपनी बाहों में घेरते हुए , मेरे पेट पर अपना मुंह गड़ा दिया और मेरा पेट चाटने लगा ,... हाय आंटी अगर आज आप मुझे ठुकरा देती तो कसम से में मर ही जाता ।

मेरे बच्चे तुझे मरने कैसे दूंगी , तू तो मेरे इस शरीर की प्यास बुझाएगा , जब तूने दूध की मांग करी थी तभी में समझ गयी थी कि तू मुझे चोदने के इरादे से आया है ।में प्यार से उसके बाल सहलाते हुए बोली ।

साड़ी उतारते ही मेरी नज़र पेटीकोट पर पड़ी जहां बड़ा सा गीला निशान था , मेरी चूत इस बुरी तरह गीली थी कि पानी मेरी पैंटी से बाहर आकर पेटीकोट गीला कर रहा था ।

अब मुझ पर जैसे पागलपन का दौरा पड़ गया था, चल बैठ उधर मेंने रमेश को सोफे पर धक्का देते हुए कहा । फिर में भी अपना पेटीकोट कमर तक उठा उसकी गोद में पैर उसकी दोनों तरफ कर के बैठ गई उसका लंड मेरी गांड़ के नीचे दबा हुआ था , हमारे चेहरे आमने-सामने थे । अब मेंने उसका मुंह अपने दोनों हाथों से पकड़ अपने होंठ उसके होठों से लगा दिए और अपनी जीभ उसके मुंह में डाल ,उसकी जीभ से अपनी जीभ लड़ाने लगी । साथ ही मेंने उसकी शर्ट और बनियान भी उतार दिये थे , हम दोनों के बदन ऊपर से पूर्णतया नंगे थे जिन्हें हम पागलों की तरह एक दूसरे से रगड़ रहै थे ।

आहहहह बेटा आज रगड़ कर चोद दियो अपनी आंटी को , औहहहह बहुत समय से तेरी आंटी की चूत की कुटाई नहीं हुई है , बिल्कुल भी रहम मत करना। औहहहह उत्तेजना में मेंने जोर से रमेश के कंधे पर काटा।

आआआआआ क्या कर रही हो आंटी आपने बहुत तेज काट लिया । रमेश दर्द से बिलबिलाते हुए बोला।

बहन चोद जब तू मेरे बोबे काट रहा था तब मेरे दर्द नहीं हो रहा था ।

आंटी मेने आपके बोबे पर इतनी जोर से थोड़े ही काटा था , देखो कितना गहरा निशान पड़ गया।

मेंने देखा वास्तव में रमेश के कंधे पर गहरा निशान था । आई एम सौरी मेरे बच्चे में ज्यादा जोश में आ गई थी , ये‌ कुछ ज्यादा ही चोट लग गई। में रमेश के कंधे को चाटते हुए बोली।

अचानक रमेश नीचे से झटके मारने लगा, उसका पैंट में बंद लंड मेरी गांड़ पर तगड़ी ठोकरें लगा रहा था ।में उसकी गोद में ऐसे उछल रही थी जैसे कोई घुड़सवारी कर रहा हो , मेरे स्तन रमेश के मुंह पर टकरा रहे थे।

हाययय आंटी अब बर्दाश्त नहीं हो रहा प्लीज बेडरूम में चलो , आंटी प्लीज जल्दी करो आहहहह।

मेचल ठीक है, में उसकी गोद से उतर , उसके सामने घुटनों के बल बैठ गयी और उसकी पैंट के बटन खोलने लगी।

हायययय रे, तेरा लंड तो पैंट फाड़कर कर बाहर आने को तैयार हैं । में उसके लंड पर पैंट के ऊपर से ही हाथ फेरते हुए बोली।

प्लीज आंटी जल्दी करो। रूका नहीं जा रहा।

जैसे ही मैंने उसकी पैंट नीचे खिसकाई मेरे सामने करीब आठ इंच लंबा और मुठ्ठी में भी ना आया इतना मोटा काला भुसंड लंड आ गया जो जबरदस्त झटके खा रहा था।

औ माई गाड, तेरा लंड कितना बड़ा और मोटा है, मेंने उसके लंड को दोनों हाथों से सहलाते हुए कहा। ... इतना बड़ा लंड तो मैं जिंदगी में पहली बार छू रही हूं ।कसम से ,ये तो मेरी चूत के बुरे हाल कर देगा।

अरे आंटी आप डरो मत बहुत आराम से डालूंगा, आंटी आज मैं आपकी चूत और गांड़ दोनों मारूंगा।

चल बेटा ठीक है, में उसके लंड को पकड़ कर उसे खींचते हुए बेडरूम में ले आयी।

मेरे राजा आज जब मेंने अपनी चूत जम कर चुदवानी ही है तो डर कैसा , भले ही चूत के चिथड़े उड़ जाए पूरा चांप कर चोदना, आज पूरे तीन साल की कसर निकाल कर रहूंगी। देख ये तेरा लंड मेरी चूत देख कर केसे झटके मार रहा है , सलामी दे रहा है मेरी चुत को । चल लेट जा आज तो पूरे एक घंटा फोर प्ले करूंगी। बस तेरा दोस्त आसिफ रंग में भंग डालने ना आ जाए।

कहानी जारी रहेगी।
Ramesh ki to chandi ho gai.
 
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में ने रमेश को धक्का दे कर पलंग पर लिटा दिया , उसका छ फिट का बलिष्ठ शरीर मेरे सामने नंगा फैला पड़ा था , उसका आठ इंच का मोटा लंड जिस पर उसकी नसें साफ चमक रही थी , किसी तोप की तरह तना हुआ था। इस दृष्य़ ने मेरी कामुकता को चरम पर पहुंचा दिया था। में लपक कर उसकी बगल में बैठ गई , और उसका लंड अपने मुंह में ले लिया । उसके लंड की भीनी-भीनी खुशबू और खारी स्वाद मुझे मदहोश किए दे रहा था। में उसके लंड को बेतहाशा चाटने लगी । सस्स्डप सड़पa गललल सड़प लंड चटाई की आवाज कमरे में गुंजने लगी, उधर रमेश के बुरे हाल थे।

रमेश: हायययययय आंटी ऐसे ही चांटों मेरे लंड को औऔऔऔऔ बहुत मज़ा आ रहा है मेरीईईई रानी आआआहहह मर गया , बहुत तसल्ली मिली है मेरी जान। और तेज तेज करो औऔऔऔऔ। मेरी गांड़ भी चाटो आंटी ईईईईई मेरा पूरा बदन‌ चाट लो । आप घबराओ मत अगर आसिफ आया तो उसे भी शामिल कर लेंगे आज्ञज्ञहज्ञज्ञ बहुत मज़ा आ रहा है।

में लपालप उसके लंड को किसी लालीपोप की तरह चाटे जा रही थी , अचानक में उसके पूरे लंड को चाटना छोड़ उस के लंड के छेद को अपनी जीभ की नोक से कुरेदने लगी , तथा जीभ की नोक उसके छेद में डालने की कोशिश करने लगी, इससे रमेश उत्तेजित हो तेजी से अपने चूतड हवा में उछालने लगा।

औऔऔऔहहह आंटी आज आज आप मुझे पागल कर दोगी आहहहह ऊईईईई आआआआआ मेरी रानी बहुत मज़ा आ रहा है।

बहुत मजा दूंगी मेरे राजा मुझे सालों बाद मौका मिला है किसी मर्द के शरीर से खेलने का , जल्दी से नहीं छोडूंगी । मेंने अपना मुंह उसके लंड से हटा कर कहा।

रमेश ने मेरा चेहरा नीचे झुका अपने टट्टो के सामने कर दिया , इन्हें भी चाटो मेरी जान, रमेश थरथराती आवाज में बोला। अब मेरी जीभ उसके टट्टों ( अंडकोषो ) को चाट रही थी , उसके टट्टे भी सामान्य से बड़े आकार के थे , मेंने उसकी एक गोली को अपने मुंह में लेकर हल्के से दबाया।

ऊईईईईईई आंटी क्या कर रहे हो जरा आराम से रमेश दर्द से उझल पड़ा ।


मुझे मेरी चूचियां काट काट कर बहुत दर्द पहूंचा रहा था ना , ले अब मैं तेरे टृटे दबाती हूं , आहा देख कैसा उछला , अब पता चला दर्द केसा होता है।

आहहहह आंटी आराम से करो मर जाऊंगा , आहहह आंटी आप बहुत सेक्सी हो आहहहह चांटों इसे आहहह साली कुतिया खा जा इसे। रमेश और मैं काम भाव में पूरी तरह डूबे हुए थे।

आहहह हां मेरे राजा मेरा भी मन कर रहा है कि इसे कच्चा चबा जाऊं, ये प्यारा ही इतना है । में कामुक स्वर में बोली।

मेरा भी मन कर रहा है इसे कच्चा चबा जाऊं । प्यारा ही इतना है।

आहहहह आंटी प्लीज मेरी गान्ड चांटों किसी ने आज तक मेरी गान्ड नहीं चांटी।



ऐसा है तो, चल कर अपने पैर ऊपर तेरी गांड़ चाटती हूं , में उसकी कमर के नीचे तकिया सैट करते हुए बोली।

अरे कितनी प्यारी गांड़ है तेरी भूरी भूरी , कसम से मेरे लंड होता तो अभी घुसेड़ देती , चल पर जीभ तो घुसाई सकती हूं , ये ले आया मजा। मेंने अपने दोनों हाथों उसके कूल्हों को ऊपर उठाया और उसकी गांड़ के भूरे छेद पर अपना मुंह रख दिया ।

आहहहहह आंटी आहहहह आहहहह बहुत मज़ा आ रहा है , पहली बार इतना मज़ा आ रहा है आहहह आआआ ऊऊऊ मेरी जान आहहह आहहह क्या चूस और चांट रही हो , आंटी आप बहुत अच्छी हो आहहह

रमेश का मस्ती में बुरा हाल था । मेरे जानू बहुत मज़ा आ रहा है ना , मेरी चूचियां और बांहें काटते हुए भी बहुत मज़ा आ रहा था ना , अब मैं तेरे ये मांसल कूल्हे काटूंगी देखना कितना मज़ा आएगा, इनको कच्चा चबा जाऊंगी, उछल और उछल देखती हूं कितना उछलता है।

आहहहह आंटी अब पागल हो जाऊंगा, क्या कर रही हो तुम आहहहह साली कुतिया ये सब कहां से सीखा हरामजादी मुझे पागल कर देगी आहहहहह अब बर्दाश्त नहीं हो रहा।



मेरे बच्चे बर्दाश्त तो करना पड़ेगा , मुझे इतने सालो बाद जवान लंड मिला है , इतनी जल्दी थोड़े ही छोड़ दूंगी, पूरे मज़े लूंगी, चल सीधा लेट जा में तेरे मुंह पर बैठती हूं , मेरी चूत चाट दे बहुत साल हो गये , चूत की चटाई हुए।

कहानी जारी रहेगी।
Very very sexy.
 
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में रमेश के चेहरे के दोनों तरफ अपने घुटने टिकाकर उस के चेहरे पर बैठ गई और अपने दोनों हाथों से उसके बाल पकड़ उसके चेहरे को अपनी चूत पर दबा लिया........ ले मादर चोद चांट अपनी रंडी की चूत हां ऐसे ही आहहहह हरामजादे तूने मुझे पूरी रंडी बना दिया देख कैसे पूरी नंगी हो कर अपने बेटे की उम्र के लड़के के मुंह पर पर बैठ कर अपनी चूत चटवा रही हूं। आहहहह अंदर तक डाल दे अपनी जीभ।

आहहहह आंटी क्या चूत है तुम्हारी , आहहह आंटी क्या करूं आप की चूत ही बहुत छोटी है , जीभ अन्दर जा ही नहीं रही।
मेंने महसूस किया रमेश गलत छेद पर जोर आजमाइश कर रहा है , उसकी जीभ मेरे पेशाब के छेद मे घुसने की कोशिश कर रही थी। ....अबे चूतिये किसी भी चूत का छेद इतना छोटा नहीं होता कि जीभ अंदर ना जाए। तू गलत निशान लगा रहा है, ला में एडजस्ट करती हूं । हां अब ठीक है आहहहहह मेरे राजा चूस ले अपनी रंडी का रस ऊऊऊऊऊऊ

रमेश दोनों हाथों से मेरे चूतड़ों को बुरी तरह मसल रहा था, मेरे मुंह से सिसकारियां निकल रही थी।

आहहहह आंटी क्या चूत है आपकी , ये तो बहुत छोटी है , लगता है कभी चुदीं ही नहीं है। आहहह ऊऊऊऊऊ आआआआआ आंटी आपकी चूत तो बहुत पानी बहा रही है आहहहहह ऊऊऊऊऊऊ तेरी गांड़ और चूत आआआआआ क्या माल है तू कुतिया।


बहन चोद तू मुझे आहहहह कुतिया बोल , रंडी बोल ओओओओ , रानी बोल पर आंटी मत बोल मुझे शर्म आ जाती है रे ऊऊऊऊऊऊ
ऊईईईई मेरे राजा ऐसे ही चाटता रहे, आहहहह रे मर गई , मेरे सनम तेरे को इसे खोलने में मेहनत करनी पड़ेगी , सालों से नहीं चुदीं इसलिए छोटी लग रही है , तू इसे फैला देना , आईईईईईईई मां बचा ले , जीभ पूरी अंदर डाल माई बेबी।

ये ले साली रंडी , पूरी जीभ अंदर डाल दी आहहहहह वैसे मैं तेरे बेटे जैसा ही हूं , आहहहहह तुझे शर्म आए या कुछ और इससे सच्चाई तो बदल नहीं जाती, आहहहहह ऊऊऊऊऊऊ एक बात और सुन तेरा बेटा भी तेरे नाम की मुठ मारता है , आहहहहह ला कुतिया और चाटता हूं। सपडडडडडडसपडडडडडड। सलरररररररररररर

हाययययय रे में मर जाऊं , बहुत मज़ा आ रहा है मेरे राजा , उउउफफफफ , बेटा रमेश तूने तो मुझे पूरी चुदकक्ड रांड बना दिया , मेने कभी नहीं ऊऊऊऊऊ। सोचा था कि 45 साल की उम्र मे में एक अपने बेटे की उम्र के लड़के के मुंह पर नंगी बैठ कर अपनी चूत चटवाऊंगी। हाययययय ऐसे ही चांट बेटा । उउउईईईईईईई रे में मरी , तू मेरे दाने को क्यों काट रहा है, ईईईईईईईई तुम सब मर्दों को औरत की चूचियां और भगनाश को काटने में पता नहीं क्या मजा आता है , औरत जब आड़ दबा देती है तो गुस्सा करते हो , अगर ऐसे चाटना नहीं चाहता तो , मैं उठ जाती हूं।

आहहहह आंटी आप एक काम करो कि अब लेट जाओ और अपने टांगें फैला लो फिर में देखता हूं की तुम्हारी चूत चाटनी है कि चोदनी है।

मेरे शरीर में सिरहन सी दौड़ गई , में समझ गई कि अब चुदाई का क्षण आ गया है, में तुरंत से रमेश के चेहरे पर से उठी और बिस्तर पर चित लेट गई और अपनी टांगें पूरी तरह खोल ली ।

ले बेटा तेरी आंटी तेरे सामने अपनी जांघें फैलाकर नंगी पड़ी है , आहहहह ऊऊऊऊऊ खोल दे उसकी चूत , दो सालों से चुदाई नहीं हुई तो देख कैसे सुकड़ गई है , फैला दें बेटा इसे। आईईईई।जो भी करना है जल्दी कर आहहहहहह चाटना है तो जल्दी जीभ घुसा। चोदना है तो जल्दी अपना लंड डाल दें , अब सहन नहीं हो । आहहहहह ईईई

रमेश पलंग पर मेरे सामने मेरी टांगों के बीच खड़ा मेरी चूत और शरीर को निहार रहा था , उसका बैंगनी रंग का आठ इंची नाग मेरे सामने फुफकार मार रहा था। फिर रमेश अपने लंड को सहलाते
हुए मेरी जांघों के बीच बैठ गया और अपने पहाड़ी आलू जैसे सुपाड़े को मेरी चूत पर रगड़ने लगा।

हाययय आंटी क्या चूत है , आज तो मजा आ जायेगा इसे चोदने में , चिल्लाना मत आज तो इसे फाड़ डालूंगा।

आहहहहहह ऊईईईईईईईईई अब उत्तेजना से मेरी चूत हल्की हल्की ऊपर उछलने लगी थी। बेएएएटा अब ज्यादा मत तडफा , डाल दें अपने लंड को मेरी चूत में हाययययय रे मेरे रब्बा अब सहन नहीं हो रहा । मेंने उसके लंड को पकड़ कर उसके गर्म सुपाड़े को अपने छेद पर लगा दिया .... हां अब डाल , में सिसयाती आवाज में बोली।

तभी रमेश ने मेरी टांगें अपने हाथों में फंसा ऊपर उठाईं और हल्का सा धक्का लगाया , मेने उसके सुपाड़े को मेरी चूत के छेद को फैला कर अंदर घुसता हुआ महसूस किया।

आईईईई ईईईईई जरा धीरे डाल रे ...... मेरे मुंह से दर्द तथा आंनद भरी‌ सिसकारी निकली , मगर रमेश ने मेरे उपर दबाव बनाते हुए दो जबरदस्त धक्के और मारे जिससे उसके सुपाड़े ने सीधे मेरी बच्चेदानी पर चोट करी , दर्द के कारण मेरी आंखें चढ गईं और मैं जोर से चीखी.....आईईईईईईई रे में मर गई रे मेरी चूत फ़ाड़ दी । हायययय थोड़ा रोक ले बहुत समय आआआआआ बाद लंड खाया है , जलन हो रही है रे.. ईईईईईईईई .....तेरा है भी बहुत लम्बा मेरी बच्चेदानी पर चोट कर रहा है। आहहहहह ऊऊऊऊऊ आहहहह मर गयी मेरे राजा ।

चुप साली कुतिया चिल्ला तो एैसे रही है जैसे पहली बार अपनी सील तुड़वा रही है। इतना तो तेरी बेटी भी नहीं चिल्लाईं थी , जब मेंने उसे पहली बार चोदा था। ऊंहहहह ऊं हहहह क्या चूत है तेरी रंडी मेरे लंड को मजा आ गया, आज तो पूरा मज़ा लूंगा बहन चोद तेरी फाड़ कर रख दूंगा । ले और ले । रमेश पूरे जोश में तूफानी धक्के लगा रहा था।

अब मुझे भी मजा आने लगा था। मेंने अपनी टांगों से रमेश की कमर को जकड़ लिया । मेरे हाथों के पंजे रमेश के चूतड़ों पर कसे हुए थे।

हायययय मेरे राजा बहुत मजा आ रहा है आईईईईई रे आज पूरे दो साल बाद मेरी चूत में कोई लंड गया है। ऊऊऊऊऊऊ फफफफफफ हायययय मैय्या री में मरी,
बेटा एक बात बता तूने सच मे नाजिया को चोदा है ।

हूऊऊ हूं ऊऊऊऊऊऊ और क्या हरामजादी में झूठ क्यों बोलूंगा। रमेश ने जोर जोर से धक्के लगाते हुए कहा। पूरा कमरा धक्कौ की धप धप की आवाज से गूंज रहा था।

आहहहहहह वो कुतिया इतना बड़ा केसे सह लेती है । ईईईईईईईई जरा सीधा हो मुझे लग रहा है, हां हहह अब थोड़ा ठीक है । आईईईईईईई इतनी तेज धक्का मारेगा, मेरी बच्चेदानी में ठोकर लगती है रे।

हूं ऊऊऊऊऊऊ हाआआ कुतिया आंटी तू क्या समझती है , अपनी बेटी को वो तो तेरे से भी बड़ी चुदक्कड है , तेरी बेटी ने ही बताया कि तू बहुत प्यासी है, तू आसानी से चुदाई के लिए मान जाएगी। और सुन तेरा बेटा भी तुझे चोदना चहता है और तेरे नाम की मुठ मारता है। तेरा बेटा और बेटी भी आपम में चोदमपट्टी खेलते हैं। आहहहह आहहहह मगर आंटी तेरे जितना मज़ा किसी के साथ नहीं आया।

आहहहहह तू बहुत मज़ा दे रहा है मेरे राजा , ईईईई में तेरी शादी मेरी बेटी से करवा दूंगी फिर तू रोज़ हम दोनों को साथ साथ चोदना , ईईईईईईईईई मेरे राजा में मरी रे ऊऊऊऊह हायययय मेरे रब्बा मुझे इस राक्षस से बचा ले।

में अपने मुंह से तेज सिसकारियां निकालते हुए और अनर्गल बातें करते हुए अपनी चुदाई का भरपूर आनंद ले रही थी । अब रमेश अपना पूरा लंड चूत से बाहर निकालता और फिर झटके से अंदर कर देता , उसके भारी मोटे आंड मेरी गान्ड से टकराते तो मुझे विषेश आंनद आता।

चल मेरी रानी अब घोड़ी बन जा , रमेश अपना लंड मेरी चूत से बाहर निकालते हुए बोला ।
क्यों नहीं मेरे राजा ये लो में तुरंत से रमेश के सामने घोड़ी बन गई।

तभी रमेश ने एक जबरदस्त थप्पड़ मेरे चूतड़ों पर मारते हुए कहा... जरा अपनी चूत उभार पीछे को ।

ऊईईईईईई उभारती हूं , मार क्यों रहे हो ।

अब घोड़ी बनी है तो चूतड़ों पर मार तो खाएंगी ही , वो मेरे चूतड़ों पर हाथ फेरते हुए बोला।

वैसे एक बात कहूं आंटी.... तेरे बहनचोद चूतड है बड़े सेक्सी , तेरी छोरी से भी तगड़े , लगता नहीं कि किसी 45 साल की बुढ़िया का पिछवाड़ा है।

हरामजादे बूढ़ी होगी तेरी मां , ले मेने अपनी चूत पीछे उभार दी , जल्दी अपना लंड अंदर कर , में अपनी चूत पीछे उभारती हुई बोली।

उसने दोनों हाथों से मेरी कमर पकड़ , हवा में ही निशाना लगा जोर से धक्का मारा।

ऊईईईईईईई मेरी मां में मार दी रेएएए इस हरामी ने , में तड़प कर आगे को गिरी और दोनों हाथों से अपनी चूत दबा कर बैठ गई । रमेश का लंड निशाना चूक गया था तथा मेरे दाने पर तेज चोट करी थी। मादरचोद ,आराम से चूत के छेद पर रख कर ही धक्का मारा लेता मेरी आंखों में दर्द से आंसू आ गये थे । बहनचोद अनाड़ी का चोदना और चूत का सत्यानाश। में गुस्से से भड़क उठी थी।

रमेश एकदम घबरा गया , आंटी प्लीज मुझे माफ़ कर दो , मुझसे बड़ी ग़लती हो गई। आपके ज्यादा चोट तो नहीं आई , आप चाहें तो इसे यहीं खत्म करते हैं। रमेश पलंग से उतरता हुआ बोला।

रमेश को चुदाई बीच में ही छोड़ कर जाता देख , में घबरा गई .... नहीं नहीं बेटा ऐसा हो जाता है , इसमें इतना परेशान होने की कोई बात नहीं है , चुदाई में औरत के अक्सर लग ही जाती है , और वो रोने भी लगती है , इसका ये मतलब नहीं कि वो चुदना नहीं चाहती। आजा अब ठीक है में फिर घोड़ी बनती हूं , डाल अंदर।

मेंने पुनः घोड़ी बन कर अपनी चूत पीछे को उभार दी । रमेश ने अपना सुपाड़ा मेरे छेद पर रख धीरे से लंड अंदर डाला और धीरे धीरे धक्के लगाने लगा।

अरे बेटा जोर जोर से कर इतनी धीरे धीरे क्यों कर रहा है । में उसका मनोबल बढ़ाते हुए बोली।

आंटी वो आपको चोट लगी है , दर्द होगा।

अरे मेरे सीधे सादे राजा कुछ नहीं होगा, हम औरतें तो चुदते समय ऐसे ही रोती चिल्लाती है, इसमें हमें मजा आता है। आहहहह शाबाश और तेज और तेज भगा अपनी घोड़ी को
हां शाबाश ऊईईईईईई बहुत अच्छा मेरे राजा ऐसे ही चोदता रहे , औऔऔऔ मेरी मां मजा आगया। में आनंद विभोर हो जोर जोर से सिसकारियां निकाल रही थी।

क्या हो रहा है यहां। तभी एक तेज आवाज ने हमें चौंका दिया। मेंने सर उठा कर सामने देखा , दरवाजे पर मेरा बेटा आसिफ खड़ा था।

कहानी जारी रहेगी।
Ramesh ne chod diya aunty ko par Aasif ne KLPD kar di.
 

Vishalji1

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Ab to bete ne bhi dekh liya chudte hue wo bhi apne dost se ab hogi threesome
 
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