में रमेश के चेहरे के दोनों तरफ अपने घुटने टिकाकर उस के चेहरे पर बैठ गई और अपने दोनों हाथों से उसके बाल पकड़ उसके चेहरे को अपनी चूत पर दबा लिया........ ले मादर चोद चांट अपनी रंडी की चूत हां ऐसे ही आहहहह हरामजादे तूने मुझे पूरी रंडी बना दिया देख कैसे पूरी नंगी हो कर अपने बेटे की उम्र के लड़के के मुंह पर पर बैठ कर अपनी चूत चटवा रही हूं। आहहहह अंदर तक डाल दे अपनी जीभ।
आहहहह आंटी क्या चूत है तुम्हारी , आहहह आंटी क्या करूं आप की चूत ही बहुत छोटी है , जीभ अन्दर जा ही नहीं रही।
मेंने महसूस किया रमेश गलत छेद पर जोर आजमाइश कर रहा है , उसकी जीभ मेरे पेशाब के छेद मे घुसने की कोशिश कर रही थी। ....अबे चूतिये किसी भी चूत का छेद इतना छोटा नहीं होता कि जीभ अंदर ना जाए। तू गलत निशान लगा रहा है, ला में एडजस्ट करती हूं । हां अब ठीक है आहहहहह मेरे राजा चूस ले अपनी रंडी का रस ऊऊऊऊऊऊ
रमेश दोनों हाथों से मेरे चूतड़ों को बुरी तरह मसल रहा था, मेरे मुंह से सिसकारियां निकल रही थी।
आहहहह आंटी क्या चूत है आपकी , ये तो बहुत छोटी है , लगता है कभी चुदीं ही नहीं है। आहहह ऊऊऊऊऊ आआआआआ आंटी आपकी चूत तो बहुत पानी बहा रही है आहहहहह ऊऊऊऊऊऊ तेरी गांड़ और चूत आआआआआ क्या माल है तू कुतिया।
बहन चोद तू मुझे आहहहह कुतिया बोल , रंडी बोल ओओओओ , रानी बोल पर आंटी मत बोल मुझे शर्म आ जाती है रे ऊऊऊऊऊऊ
ऊईईईई मेरे राजा ऐसे ही चाटता रहे, आहहहह रे मर गई , मेरे सनम तेरे को इसे खोलने में मेहनत करनी पड़ेगी , सालों से नहीं चुदीं इसलिए छोटी लग रही है , तू इसे फैला देना , आईईईईईईई मां बचा ले , जीभ पूरी अंदर डाल माई बेबी।
ये ले साली रंडी , पूरी जीभ अंदर डाल दी आहहहहह वैसे मैं तेरे बेटे जैसा ही हूं , आहहहहह तुझे शर्म आए या कुछ और इससे सच्चाई तो बदल नहीं जाती, आहहहहह ऊऊऊऊऊऊ एक बात और सुन तेरा बेटा भी तेरे नाम की मुठ मारता है , आहहहहह ला कुतिया और चाटता हूं। सपडडडडडडसपडडडडडड। सलरररररररररररर
हाययययय रे में मर जाऊं , बहुत मज़ा आ रहा है मेरे राजा , उउउफफफफ , बेटा रमेश तूने तो मुझे पूरी चुदकक्ड रांड बना दिया , मेने कभी नहीं ऊऊऊऊऊ। सोचा था कि 45 साल की उम्र मे में एक अपने बेटे की उम्र के लड़के के मुंह पर नंगी बैठ कर अपनी चूत चटवाऊंगी। हाययययय ऐसे ही चांट बेटा । उउउईईईईईईई रे में मरी , तू मेरे दाने को क्यों काट रहा है, ईईईईईईईई तुम सब मर्दों को औरत की चूचियां और भगनाश को काटने में पता नहीं क्या मजा आता है , औरत जब आड़ दबा देती है तो गुस्सा करते हो , अगर ऐसे चाटना नहीं चाहता तो , मैं उठ जाती हूं।
आहहहह आंटी आप एक काम करो कि अब लेट जाओ और अपने टांगें फैला लो फिर में देखता हूं की तुम्हारी चूत चाटनी है कि चोदनी है।
मेरे शरीर में सिरहन सी दौड़ गई , में समझ गई कि अब चुदाई का क्षण आ गया है, में तुरंत से रमेश के चेहरे पर से उठी और बिस्तर पर चित लेट गई और अपनी टांगें पूरी तरह खोल ली ।
ले बेटा तेरी आंटी तेरे सामने अपनी जांघें फैलाकर नंगी पड़ी है , आहहहह ऊऊऊऊऊ खोल दे उसकी चूत , दो सालों से चुदाई नहीं हुई तो देख कैसे सुकड़ गई है , फैला दें बेटा इसे। आईईईई।जो भी करना है जल्दी कर आहहहहहह चाटना है तो जल्दी जीभ घुसा। चोदना है तो जल्दी अपना लंड डाल दें , अब सहन नहीं हो । आहहहहह ईईई
रमेश पलंग पर मेरे सामने मेरी टांगों के बीच खड़ा मेरी चूत और शरीर को निहार रहा था , उसका बैंगनी रंग का आठ इंची नाग मेरे सामने फुफकार मार रहा था। फिर रमेश अपने लंड को सहलाते
हुए मेरी जांघों के बीच बैठ गया और अपने पहाड़ी आलू जैसे सुपाड़े को मेरी चूत पर रगड़ने लगा।
हाययय आंटी क्या चूत है , आज तो मजा आ जायेगा इसे चोदने में , चिल्लाना मत आज तो इसे फाड़ डालूंगा।
आहहहहहह ऊईईईईईईईईई अब उत्तेजना से मेरी चूत हल्की हल्की ऊपर उछलने लगी थी। बेएएएटा अब ज्यादा मत तडफा , डाल दें अपने लंड को मेरी चूत में हाययययय रे मेरे रब्बा अब सहन नहीं हो रहा । मेंने उसके लंड को पकड़ कर उसके गर्म सुपाड़े को अपने छेद पर लगा दिया .... हां अब डाल , में सिसयाती आवाज में बोली।
तभी रमेश ने मेरी टांगें अपने हाथों में फंसा ऊपर उठाईं और हल्का सा धक्का लगाया , मेने उसके सुपाड़े को मेरी चूत के छेद को फैला कर अंदर घुसता हुआ महसूस किया।
आईईईई ईईईईई जरा धीरे डाल रे ...... मेरे मुंह से दर्द तथा आंनद भरी सिसकारी निकली , मगर रमेश ने मेरे उपर दबाव बनाते हुए दो जबरदस्त धक्के और मारे जिससे उसके सुपाड़े ने सीधे मेरी बच्चेदानी पर चोट करी , दर्द के कारण मेरी आंखें चढ गईं और मैं जोर से चीखी.....आईईईईईईई रे में मर गई रे मेरी चूत फ़ाड़ दी । हायययय थोड़ा रोक ले बहुत समय आआआआआ बाद लंड खाया है , जलन हो रही है रे.. ईईईईईईईई .....तेरा है भी बहुत लम्बा मेरी बच्चेदानी पर चोट कर रहा है। आहहहहह ऊऊऊऊऊ आहहहह मर गयी मेरे राजा ।
चुप साली कुतिया चिल्ला तो एैसे रही है जैसे पहली बार अपनी सील तुड़वा रही है। इतना तो तेरी बेटी भी नहीं चिल्लाईं थी , जब मेंने उसे पहली बार चोदा था। ऊंहहहह ऊं हहहह क्या चूत है तेरी रंडी मेरे लंड को मजा आ गया, आज तो पूरा मज़ा लूंगा बहन चोद तेरी फाड़ कर रख दूंगा । ले और ले । रमेश पूरे जोश में तूफानी धक्के लगा रहा था।
अब मुझे भी मजा आने लगा था। मेंने अपनी टांगों से रमेश की कमर को जकड़ लिया । मेरे हाथों के पंजे रमेश के चूतड़ों पर कसे हुए थे।
हायययय मेरे राजा बहुत मजा आ रहा है आईईईईई रे आज पूरे दो साल बाद मेरी चूत में कोई लंड गया है। ऊऊऊऊऊऊ फफफफफफ हायययय मैय्या री में मरी,
बेटा एक बात बता तूने सच मे नाजिया को चोदा है ।
हूऊऊ हूं ऊऊऊऊऊऊ और क्या हरामजादी में झूठ क्यों बोलूंगा। रमेश ने जोर जोर से धक्के लगाते हुए कहा। पूरा कमरा धक्कौ की धप धप की आवाज से गूंज रहा था।
आहहहहहह वो कुतिया इतना बड़ा केसे सह लेती है । ईईईईईईईई जरा सीधा हो मुझे लग रहा है, हां हहह अब थोड़ा ठीक है । आईईईईईईई इतनी तेज धक्का मारेगा, मेरी बच्चेदानी में ठोकर लगती है रे।
हूं ऊऊऊऊऊऊ हाआआ कुतिया आंटी तू क्या समझती है , अपनी बेटी को वो तो तेरे से भी बड़ी चुदक्कड है , तेरी बेटी ने ही बताया कि तू बहुत प्यासी है, तू आसानी से चुदाई के लिए मान जाएगी। और सुन तेरा बेटा भी तुझे चोदना चहता है और तेरे नाम की मुठ मारता है। तेरा बेटा और बेटी भी आपम में चोदमपट्टी खेलते हैं। आहहहह आहहहह मगर आंटी तेरे जितना मज़ा किसी के साथ नहीं आया।
आहहहहह तू बहुत मज़ा दे रहा है मेरे राजा , ईईईई में तेरी शादी मेरी बेटी से करवा दूंगी फिर तू रोज़ हम दोनों को साथ साथ चोदना , ईईईईईईईईई मेरे राजा में मरी रे ऊऊऊऊह हायययय मेरे रब्बा मुझे इस राक्षस से बचा ले।
में अपने मुंह से तेज सिसकारियां निकालते हुए और अनर्गल बातें करते हुए अपनी चुदाई का भरपूर आनंद ले रही थी । अब रमेश अपना पूरा लंड चूत से बाहर निकालता और फिर झटके से अंदर कर देता , उसके भारी मोटे आंड मेरी गान्ड से टकराते तो मुझे विषेश आंनद आता।
चल मेरी रानी अब घोड़ी बन जा , रमेश अपना लंड मेरी चूत से बाहर निकालते हुए बोला ।
क्यों नहीं मेरे राजा ये लो में तुरंत से रमेश के सामने घोड़ी बन गई।
तभी रमेश ने एक जबरदस्त थप्पड़ मेरे चूतड़ों पर मारते हुए कहा... जरा अपनी चूत उभार पीछे को ।
ऊईईईईईई उभारती हूं , मार क्यों रहे हो ।
अब घोड़ी बनी है तो चूतड़ों पर मार तो खाएंगी ही , वो मेरे चूतड़ों पर हाथ फेरते हुए बोला।
वैसे एक बात कहूं आंटी.... तेरे बहनचोद चूतड है बड़े सेक्सी , तेरी छोरी से भी तगड़े , लगता नहीं कि किसी 45 साल की बुढ़िया का पिछवाड़ा है।
हरामजादे बूढ़ी होगी तेरी मां , ले मेने अपनी चूत पीछे उभार दी , जल्दी अपना लंड अंदर कर , में अपनी चूत पीछे उभारती हुई बोली।
उसने दोनों हाथों से मेरी कमर पकड़ , हवा में ही निशाना लगा जोर से धक्का मारा।
ऊईईईईईईई मेरी मां में मार दी रेएएए इस हरामी ने , में तड़प कर आगे को गिरी और दोनों हाथों से अपनी चूत दबा कर बैठ गई । रमेश का लंड निशाना चूक गया था तथा मेरे दाने पर तेज चोट करी थी। मादरचोद ,आराम से चूत के छेद पर रख कर ही धक्का मारा लेता मेरी आंखों में दर्द से आंसू आ गये थे । बहनचोद अनाड़ी का चोदना और चूत का सत्यानाश। में गुस्से से भड़क उठी थी।
रमेश एकदम घबरा गया , आंटी प्लीज मुझे माफ़ कर दो , मुझसे बड़ी ग़लती हो गई। आपके ज्यादा चोट तो नहीं आई , आप चाहें तो इसे यहीं खत्म करते हैं। रमेश पलंग से उतरता हुआ बोला।
रमेश को चुदाई बीच में ही छोड़ कर जाता देख , में घबरा गई .... नहीं नहीं बेटा ऐसा हो जाता है , इसमें इतना परेशान होने की कोई बात नहीं है , चुदाई में औरत के अक्सर लग ही जाती है , और वो रोने भी लगती है , इसका ये मतलब नहीं कि वो चुदना नहीं चाहती। आजा अब ठीक है में फिर घोड़ी बनती हूं , डाल अंदर।
मेंने पुनः घोड़ी बन कर अपनी चूत पीछे को उभार दी । रमेश ने अपना सुपाड़ा मेरे छेद पर रख धीरे से लंड अंदर डाला और धीरे धीरे धक्के लगाने लगा।
अरे बेटा जोर जोर से कर इतनी धीरे धीरे क्यों कर रहा है । में उसका मनोबल बढ़ाते हुए बोली।
आंटी वो आपको चोट लगी है , दर्द होगा।
अरे मेरे सीधे सादे राजा कुछ नहीं होगा, हम औरतें तो चुदते समय ऐसे ही रोती चिल्लाती है, इसमें हमें मजा आता है। आहहहह शाबाश और तेज और तेज भगा अपनी घोड़ी को
हां शाबाश ऊईईईईईई बहुत अच्छा मेरे राजा ऐसे ही चोदता रहे , औऔऔऔ मेरी मां मजा आगया। में आनंद विभोर हो जोर जोर से सिसकारियां निकाल रही थी।
क्या हो रहा है यहां। तभी एक तेज आवाज ने हमें चौंका दिया। मेंने सर उठा कर सामने देखा , दरवाजे पर मेरा बेटा आसिफ खड़ा था।
कहानी जारी रहेगी।