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Chapter 4: बर्फीली शर्म
किसका फोन था अंकल? श्रेया खड़े होते हुए नेताजी की और बढ़ी, बहुत मादक दृश्य था, बीस साल की छरहरे बदन वाली मशहूर शास्त्रीय संगीत गायिका और दूसरी और भारी भरकम छः फूटा शारीर लिए 55 साल का सूबे का मुख्यमंत्री. नेताजी अपनी धोती खोल चुके थे, श्रेया ने नेताजी को कुर्ता खोलने में मदद की. नेताजी बिस्तर पर बैठ गए सिर्फ अन्डरवियर पहने, श्रेया उनकी गोद में एक गुड़िया की भांति बैठ गयी.
नेताजी ने श्रेया के कान को धीरे धीरे सहलाते हुए पूछा, कुछ पियेगी, एक छोटा पेग बनाऊँ. क्यु बिगाड़ते हो बच्ची को श्रेया थोड़ा शर्माते हुए बोली, और नेताजी के छाती के बालो से खेलने लगी, नाटक मत कर भेण की लोडी नेताजी ने थोड़ा गुस्सा दिखाते हुए बोला, अच्छा बना लीजिए पर छोटा बनाइएगा श्रेया थोड़ा घबरा कर बोली, और बर्फ मत डालना, गला खराब हो जाता है. नेताजी उठे और बार में से ब्लैक डॉग की बोतल में से दो पेग बनाए, खुद के लिए छोटा और श्रेया के लिए लार्ज, श्रेया थोड़ा शर्मा रही थी, शराब वो पीती थी पर कभी कभार, नेताजी फिर गुर्राते हुए बोले मादरचोद जब लवडा लेती है मुँह में तो गला खराब नहीं होता, बर्फ नहीं चाहिए नौटंकी. श्रेया चुपचाप पेग हाथ में लेती है और एक सिप लेती है, एक नशीली लकीर सी उसके नाजुक गले से उतर जाती है.
नेताजी बिस्तर पर आराम से तकिये का सहारा ले कर बैठ जाते है, श्रेया उनके पास आ कर उनकी बाहों के सहारे लेट सी जाती है, क्या हुआ अंकल नाराज लग रहे है श्रेया थोड़ा हिम्मत कर के बोलती है, अच्छा नहीं गाया क्या मैंने, किसका फोन था. नेताजी अब थोड़े नॉर्मल हो गए थे, उन्हें कोई जल्दबाजी नहीं थी, उनका लंड अन्डरवियर में तंबु बना रहा था, तूने SP को नाराज कर दिया आज दोपहर को, नेताजी ने आखिर चुप्पी तोड़ते हुए बोला, नहीं तो अंकल मैंने तो उल्टा उनको बोला था लंड चूस देती हूं, पर वो खुद बोले मैं कहीं भागे थोड़ी जा रही हूं, और कितनी जोर से नींबु निचोड़े, आप से भी ज्यादा जोर से अभी भी दुख रही है मेरी निप्पलस, श्रेया थोड़ा शर्माते हुए बोली. क्या पता शायद वो आज दोपहर को जब तेरी चुत सहलाने की कोशिश कर रहा था और तूने मना किया, हो सकता है शायद उसे बुरा लगा हो, नेताजी बोले.
श्रेया बोली, अंकल प्लीज़ आप तो ऐसे मत बोलो, मुझे प्रोग्राम करना था अगले 2 घंटों में और अगर कोई ऐसे झपाटा मारे तो मना ही करूंगी ना, नेताजी उसके कान पर जीभ फिराते हुए बोले तो क्या मुझे भी अभी मना बोल दोगी, श्रेया थोड़ी शर्मा गई और अपनी चुत को नेताजी के घुटनों पर सटाते हुए उनके सीने पर अपने छोटे छोटे हाथो से मुट्ठी बनाते हुए मारते हुए बोली आप बहुत खराब हो अंकल. नेताजी ने दूधिया रोशनी में देखा श्रेया के निम्बु कडक हो गए थे और चुत भी एकदम गरम हो गई थी, पर इस शातिर दिमाग को कोई जल्दबाजी नहीं थी. तू गाती अच्छा है पर बातें गंदी कर लेती है? नेताजी ने अपनी जीभ से उसकी गर्दन चाटते हुए पूछा, श्रेया थर थर कांप रही थी. चल एक काम कर वीरेन्द्र को फोन लगा और यह समझ मैं यहा नहीं हू और उसे मना ले, आखिर SP है जिले का.
किसका फोन था अंकल? श्रेया खड़े होते हुए नेताजी की और बढ़ी, बहुत मादक दृश्य था, बीस साल की छरहरे बदन वाली मशहूर शास्त्रीय संगीत गायिका और दूसरी और भारी भरकम छः फूटा शारीर लिए 55 साल का सूबे का मुख्यमंत्री. नेताजी अपनी धोती खोल चुके थे, श्रेया ने नेताजी को कुर्ता खोलने में मदद की. नेताजी बिस्तर पर बैठ गए सिर्फ अन्डरवियर पहने, श्रेया उनकी गोद में एक गुड़िया की भांति बैठ गयी.
नेताजी ने श्रेया के कान को धीरे धीरे सहलाते हुए पूछा, कुछ पियेगी, एक छोटा पेग बनाऊँ. क्यु बिगाड़ते हो बच्ची को श्रेया थोड़ा शर्माते हुए बोली, और नेताजी के छाती के बालो से खेलने लगी, नाटक मत कर भेण की लोडी नेताजी ने थोड़ा गुस्सा दिखाते हुए बोला, अच्छा बना लीजिए पर छोटा बनाइएगा श्रेया थोड़ा घबरा कर बोली, और बर्फ मत डालना, गला खराब हो जाता है. नेताजी उठे और बार में से ब्लैक डॉग की बोतल में से दो पेग बनाए, खुद के लिए छोटा और श्रेया के लिए लार्ज, श्रेया थोड़ा शर्मा रही थी, शराब वो पीती थी पर कभी कभार, नेताजी फिर गुर्राते हुए बोले मादरचोद जब लवडा लेती है मुँह में तो गला खराब नहीं होता, बर्फ नहीं चाहिए नौटंकी. श्रेया चुपचाप पेग हाथ में लेती है और एक सिप लेती है, एक नशीली लकीर सी उसके नाजुक गले से उतर जाती है.
नेताजी बिस्तर पर आराम से तकिये का सहारा ले कर बैठ जाते है, श्रेया उनके पास आ कर उनकी बाहों के सहारे लेट सी जाती है, क्या हुआ अंकल नाराज लग रहे है श्रेया थोड़ा हिम्मत कर के बोलती है, अच्छा नहीं गाया क्या मैंने, किसका फोन था. नेताजी अब थोड़े नॉर्मल हो गए थे, उन्हें कोई जल्दबाजी नहीं थी, उनका लंड अन्डरवियर में तंबु बना रहा था, तूने SP को नाराज कर दिया आज दोपहर को, नेताजी ने आखिर चुप्पी तोड़ते हुए बोला, नहीं तो अंकल मैंने तो उल्टा उनको बोला था लंड चूस देती हूं, पर वो खुद बोले मैं कहीं भागे थोड़ी जा रही हूं, और कितनी जोर से नींबु निचोड़े, आप से भी ज्यादा जोर से अभी भी दुख रही है मेरी निप्पलस, श्रेया थोड़ा शर्माते हुए बोली. क्या पता शायद वो आज दोपहर को जब तेरी चुत सहलाने की कोशिश कर रहा था और तूने मना किया, हो सकता है शायद उसे बुरा लगा हो, नेताजी बोले.
श्रेया बोली, अंकल प्लीज़ आप तो ऐसे मत बोलो, मुझे प्रोग्राम करना था अगले 2 घंटों में और अगर कोई ऐसे झपाटा मारे तो मना ही करूंगी ना, नेताजी उसके कान पर जीभ फिराते हुए बोले तो क्या मुझे भी अभी मना बोल दोगी, श्रेया थोड़ी शर्मा गई और अपनी चुत को नेताजी के घुटनों पर सटाते हुए उनके सीने पर अपने छोटे छोटे हाथो से मुट्ठी बनाते हुए मारते हुए बोली आप बहुत खराब हो अंकल. नेताजी ने दूधिया रोशनी में देखा श्रेया के निम्बु कडक हो गए थे और चुत भी एकदम गरम हो गई थी, पर इस शातिर दिमाग को कोई जल्दबाजी नहीं थी. तू गाती अच्छा है पर बातें गंदी कर लेती है? नेताजी ने अपनी जीभ से उसकी गर्दन चाटते हुए पूछा, श्रेया थर थर कांप रही थी. चल एक काम कर वीरेन्द्र को फोन लगा और यह समझ मैं यहा नहीं हू और उसे मना ले, आखिर SP है जिले का.
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