• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Erotica नेताजी और गायिका

Lucifer

Ban Count :- 3103
Staff member
Super-Moderator
9,294
9,731
274
Lucifer bhai first page par 2 reply है, जिसमें स्टोरी reflect हो रही है, plz delete कर दो भाई उन दो comments को plz
Edited
 

MaaBenKiKohk

Active Member
517
1,034
93
Chapter 3: चोली के पीछे क्या है

प्राइवेट प्रोग्राम अब शुरू हुआ, नेताजी, विजेंद्र, नेताजी के दो पत्रकार दोस्त बस चार लोग थे. महंगी वाली शराब खुली हुई थी, और सब बेसब्री से मैथिली का इंतजार कर रहे थे. नेताजी 55 के हो चले थे विजेंद्र भी 50 का था, नेताजी के दोस्त भी उनके हमउम्र थे, पर नेताजी को शास्त्रीय संगीत से बहुत प्यार था, और जब से श्रेया ने 18वें साल में पैर रखा था, साम दाम लंड भेद सब लगा कर आखिर श्रेया को रानी बना दिया था.

श्रेया ने कमरे में मुस्कराते हुए प्रवेश किया, मारवाड़ी लहंगा चोली में बहुत मादक दिख रही थी, श्रेया नेताजी के पास आई और पैर छू कर बोली, Happy Birthday अंकल, क्या सुनाऊ अंकल. नेताजी बोले "चोली के पीछे क्या है सुना दे" और उन्होंने श्रेया के छोटे छोटे नींबुओ को फिर से बड़ी बेदर्दी से निचोड़ दिए. श्रेया ने अपनी नशीली आवाज में गाना शुरू किया, चारो लोग झूम उठे, शराब का नशा छाने लगा, एक के बाद एक गानों की फर्माइश होने लगी, दिन में लेती हू रात में लेती हू, भोजपुरी लॉलीपॉप लागेलु और होली के बहुत सारे गाने गवाए गए श्रेया के पास. दस बजे के करीब नेताजी ने सभी मेहमानों को अलविदा बोला और श्रेया को अपने रूम में भेज दिया.

हाँ, प्रोग्राम खत्म हो गया है अब बस कुछ घंटे रियाज करूंगी, फिर सो जाऊँगी, अंकल ने अच्छा रूम दिया है. श्रेया फोन पर किसी से बात कर रही थी, हाँ हाँ बोल दूंगी अंकल को जमीन वाली बात, आप बिल्कुल चिंता ना करे, अंकल मेरी बात नहीं टालते, आज तो मुझे चेक के साथ एक आईफोन भी गिफ्ट किया है. नेताजी रूम में आ चुके थे और दूर से श्रेया की कमसिन जवानी को आखों से पी रहे थे.

विजेंद्र का फोन था, उठाते ही बोला, मुझे सर प्यासा छोड़ दिया और खुद रस के सागर में गोते लगा रहे हो, अरे विजेंद्र क्यु परेशान होते हो, कहा ना ससुरी कहीं भागे थोड़े ही जा रही है, महंगी शराब को हमेशा धीरे धीरे पीना चाहिए, क्यु उतावला हुए जा रहा है, जबरदस्ती करने वाला माल लगता है क्या तुझे यह, अरे ठरकी ये धीरे धीरे खोलने वाली गिफ्ट है, थोड़ा मनाएंगे, थोड़ा बिगाड़ेंगे, थोड़ा रगडेंगे, थोड़ा मसलेंगे, धीरे धीरे सब देगी, चुत भी, गांड भी सब कुछ देगी. थोड़ा सबर रख पगले, नेताजी, विजेंद्र को तसल्ली देते हुए बोले.
Maja agay gaawti. Lage raho!!!
 

kamdev99008

FoX - Federation of Xossipians
8,591
34,830
219
Check now
bahut badhiya bhai.......................

aapka ye topic bilkul alag aur asliyat se kafi milta julta hai................

bas ismein jyada fantassy ka masala daalne ki bajay reality ke kareeb rakhna.............
reality hi bahut gandi aur kamukta hi nahin kinkiness se bhari hui hai...............

keep it up

ab apki samasya ka bhi samadhan ho chuka hai
 

Zeba

Active Member
1,427
2,164
143
Chapter 2: जन्मदिन

दरवाजे पर नोक हुई, नेताजी थे, SP के साथ कुछ खुसर पुसर करने लगे. विजेन्दर घंटे भर रगड़ ले, मैं तेरी भाभी और बच्चों को ले कर आ रहा हूं, उन्हें भी कुछ फोटो खिंचवाने है श्रेया के साथ, फिर प्रेस कॉन्फ्रेंस भी है प्रोग्राम से पहले, जल्दी निपट ले.

मुख्यमंत्री आवास पर आज नेताजी के जन्मदिन के अवसर पर मधुर शास्त्रीय संगीत गायिका श्रेया ठाकुर का प्रोग्राम रखा गया था, नेताजी अपने जन्मदिन के अवसर पर वुमन एम्पोवरमेन्ट पर कुछ घोषणा भी करने वाले थे, सारा कार्यक्रम 7 बजे शाम को शुरू होना था, 5 आलरेडी बज चुके थे, पत्रकारों और मेहमानों का आना शुरू हो चुका था.

विजेंद्र दरवाजा भीड़ा कर अंदर आया, थोड़ी थकी हुई सी लग रही थी, विजेंद्र ने आते ही उसके छोटे छोटे नींबुओ को बेदर्दी से निचोड़ना शुरू किया और उसके पतले किन्तु रसभरे होठों को चूसने लगे. अंकल जल्दी लंड दीजिए चूस देती हू, फिर मुझे तैयार भी होना है, प्रोग्राम की तैयारी भी करनी है, प्लीज़ अंकल, श्रेया फिर से एक बार गिड़गिड़ाते हुए बोली. विजेंद्र उसके बालो को सहलाते हुए बोला तू कहीं थोड़ी भागी जा रही है, कभी भी वापस बुला लूँगा, जा तैयार हो जा. विजेन्द्र ने उसे जाने को बोला.

नेताजी का काल था, सिग्नल था कि वो सपरिवार आ रहे है. आप तो बोलेे थे घंटे भर रगड़ ले और इतने जल्दी आ गए, SP विजेंद्र लगभग शिकायती लहजे में बोला, अरे क्यु मन छोटा करता है कभी भी वापस बुला लेंगे ससुरी को, नेताजी ने विजेंद्र को दिलासा देते हुए बोला और फोन काट दिया.

नीचे गार्डन में भीड लगनी शुरू हो गई थी, लोग श्रेया ठाकुर की झलक पाने को बेताब थी, श्रेया की टीम अपने वाद्य यंत्रों के साथ स्टेज पर तैयारी कर रही थी. अंदर मेकअप रूप में श्रेया शर्ट स्कर्ट छोड़ कर ट्रेडिशनल कपड़ों में आ गई थी, नेताजी की बीवी बच्चे बढ़ चढ़ कर श्रेया के साथ फोटो खींचवा रहे थे, और भी कई मेहमान बहुत उत्साहित थे और दूर से सेल्फी ले रहे थे. दूर खड़े नेताजी, आखों ही आखों में श्रेया को नंगा कर रहे थे और रात के बारे में सोच कर मुस्करा रहे थे.

छोटी सी प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई, नेताजी ने श्रेया ठाकुर के पास वुमन एम्पोवरमेन्ट की घोषणा करवाई, श्रेया को इस राजकीय योजना का ब्रांड एम्बेसेडर घोषित किया गया और श्रेया के संगीत ट्रस्ट को दस लाख रुपये का चेक दिया गया जो गांव देहात में संगीत को प्रोत्साहित करने के लिए निस्वार्थ भाव से काम करता है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में नेताजी श्रेया के कान में फुसफुसाए, ब्रा काहे पहने, मना किया था ना, निम्बुओ को आजाद रखना. अंकल निप्पलस बहुत बाहर आ रहे थे, बड़ा ओकवर्ड लग रहा था, श्रेया कैमरे के सामने मुस्काते हुए नेताजी के कान में फूसफुसाई. नेताजी थोड़े ग़ुस्से में वापस श्रेया के कान में बोले, माँ का भोसडा, जो बोले वो किया करो समझी, श्रेया मुस्करा दी. अगले दो घंटे, प्रोग्राम में श्रेया ने खूब भजन गाए, ब्रा वो निकाल चुकी थी, नेताजी सबसे आगे वाली पंक्ति में बैठे बैठे बस निम्बुओ को निहार रहे थे, और रात के स्पेशल प्रोग्राम के बारे में सोच रहे थे.
Rajniti ki aur filmi duniya ki haqiqat ko baya karti hui kahani behad khubsurat likha hai aapne
 
  • Like
Reactions: kamdev99008

rajeev13

Active Member
627
974
108
समस्या समाप्त हो गयी है, अगली कड़ी की उत्सुकता से प्रतीक्षा रहेगी मित्र। :what1:
 
  • Like
Reactions: kamdev99008
Top