पंजाब दियाँ मस्त रंगीन पंजाबना–पार्ट–40
मेरा पहला सेक्स अनुभव
स्टोरी का नेक्स्ट पार्ट। पिछले पार्ट में आपने पढ़ा कि मैंने गांडू रिंकू को धमकाया उसने अपनी बहन के साथ चुदाई करने के लिए मुझे ललचाया और मैं उसके घर पढ़ाई करने के बहाने गया । अब आगे ।
मैं रिंकू के ऊपर के कमरे में गया और सोहनी चुपके से ऊपर की तरफ़ आ गयी।
मेरे पूछने पर उसने बताया कि आज उसने जल्दी खाना खा लिया है ताकि सुहागरात मनाने में कोई देरी न हो।
उसके इस अंदाज़ से खुश होकर मैंने उसे अपने पास खींचा और कहा-मेऱी सोहनी! आज तेरे लिए और एक सरप्राइस है, पर पहले वादा कर तू गुस्सा नहीं होगी।
सोहनी ने मेरे होंठों पर चुम्मी देते हुए कहा-आज आप जो कहे वह सब करूंगी मेरे महिवाल, ये सोहनी है ही तुम्हारी।
मैंने भी झट से मोबाइल निकाल कर उसे उसके भाई की असलियत बता दी।
सोहनी सकते में आकर अपने भाई की गंदी करतूत देख कर गुस्सा होने लगी, जब मैंने उसे गुस्से में देखा तब मैंने पहले उसका गुस्सा भड़काने के लिए उसे कहा की ऐसे गांडू अपनी इस गन्दी आदत में नशे की तरह कुछ भी कर लेते हैं और ये आदत बड़ी गंदी है ।
इस पर सोहनी बहुत परेशान होगयी और कहने लगी छोटे लाला कोई रास्ता निकालो जिससे उसकी ये आदत छूट जाए ।
तब मैं उसे शांत करते हुए उसे समझाने लगा।
मैं-देख सोहनी, ये अच्छा हुआ कि मुझे इस बात का पता चल गया और उसे ये आदत अभी-अभी ही लगी है अब साला फिर से कभी ऐसे नहीं करेगा ये मैं पक्का करूंगा, पर आज उसको उसके किए की सज़ा ज़रूर मिलेगी और उसकी ये गंदी आदत छुड़वा दूंगा पर इसके लिए तुम्हे मेरा साथ देना पड़ेगा।
सोहनी ने मेरी तरफ़ बड़ी उत्सुकता से देखा!
"देख सोहनी इसके लिए आज मैं तुझे तेरे उस गांडू भाईजान के सामने चोदूंगा ताकि वह फिर से ऐसी हरकत कभी नहीं करे।"
मेरी ये बात सुन सोहनी चकित रह गयी और गुमसुम हो गयी ।
मैंने उसे हिलाते हुए उससे पूछा-बोलो तुम तैयार हो? क्या तुम होने भाई को सुधारने के लिए उसके सामने मेरे साथ सो सकती हो?
सोहनी-पर हाय मेरा भाई ये क्या कर बैठा? किसी को पता चला तो हमारे घर की इज़्ज़त तो मिट्टी में मिल जानी है छोटे लाला? उफ अब मैं क्या करूं?
सोहनी परेशान थी, मैंने बहुत अच्छे से उसको समझाया कि अगर वह अपने भाई को सुधारना चाहती है तो इसके अलावा कोई चारा नहीं है। जब मैं तुमको उसके सामने चोदूंगा तो तुम इस सबका इल्ज़ाम रिंकू पर डाल देना। उसे ये लगना चाहिए कि उसके बुरे कर्मों की सज़ा मैं तुमको दे रहा हूँ। तभी उसको अपने आपसे शर्म आएगी और तभी जाकर वह मानेगा और ऐसी हरकत कभी नहीं करेगा। और मैं सिर्फ़ अपने दोस्त और उसके परिवार का भला चाहता हूँ ।
मैंने उससे ये वादा भी कर लिया कि चाहे कुछ भी हो जाए, मैं तेरे घर की इज़्ज़त को बचाने के लिए कुछ भी कर सकता हूँ और उसे (सोहनी को) बहुत प्यार करता हूँ ।
मेरी इन बातो से सोहनी को अब पक्का यक़ीन आ चुका था कि मैं उसका और उसके परिवार का भला चाहता हूँ। इसके साथ-साथ उसको उसके भाई पर गुस्सा भी आने लगा कि कैसे उस गांडू ने किसी लड़के से अपनी गांड मरवा ली।
मैंने भी उसका गुस्सा बढ़ाने के लिए जानबूझ कर वह वीडियो बार-बार उसको दिखाई और साथ-साथ रिंकू को भला-बुरा कहता रहा। । इस बीच मैं सोहनी को विश्वास भी दिला रहा था कि कैसे हम दोनों ही मिल के रिंकू को सुधार सकते हैं।
मैं-देख सोहनी, कैसे तेरा भाई एक लड़का होकर किसी दूसरे लड़के से गांड मरवा रहा है। साले ने ज़रा भी नहीं सोचा कि अगर किसी को पता चलेगा, तो ख़ानदान की इज़्ज़त का क्या होगा। फिर तेरे साथ कौन करेगा शादी?
मेरी बातों का असर तो अब सोहनी पर भी होने लगा था। वह भी अपने भाई को ज़लील करती हुई जमकर गालियाँ देने लगी।
मैं भी उसके दिल में उसके भाई के लिए नफ़रत पैदा करने लगा। इस तरह से एक तरफ़ से मैंने रिंकू को अपना गुलाम बना दिया, तो दूसरी तरफ़ से मैंने उसकी बहन को फंसाकर उसको उसके भाई के ख़िलाफ कर दिया।
इस सबका नतीजा यही होने वाला था कि आज एक बहन अपने नामर्द भाई के सामने मेरे नीचे आ कर टांगें खोल कर खुल कर चुदेग़ी।
जब तक हमारी बातें होती रहीं, तब तक उन दोनों माँ बेटे ने खाना खा लिया और रिंकू मुझे ढूँढता हुआ सोहनी के कमरे पर दस्तक देने लगा।
मैंने सोहनी से कहा-अभी तू बाहर जा और देख तेरी माँ सोई या नहीं। मुझे पक्का यक़ीन था कि खाने के बाद कुछ ही देर में उसकी माँ नींद की दवाई के कारण सोने चली जाएगी और फिर पूरी रात मैं सोहनी के साथ आराम से सेक्स करूंगा ।
सोहनी के जाते ही मैं रिंकू के साथ उसके कमरे में गया और उसे फूल दे कर कहा ये फूल से बिस्तर सजा कर हमारे सुहाग रात की सेज सजा और फिर से उसे ताकीद देने लगा कि वह आज चुपचाप अपनी बहन और मेरा कुत्ता बन के हमारी सेवा करेगा ... और अगर उसने ऐसा नहीं किया, तो इसका नतीजा बहुत बुरा होगा।
उसने भी बिना कुछ बोले बस गर्दन नीचे झुका दी और हाँ का इशारा करते हुए सर नीचे कर अपने बिस्तर पर फूल सजाने लगा।
मुझे एक पल के लिए तो उस पर तरस आया पर सोहनी की सुंदर कमसिन जवानी का रस पीने के लिए मुझे निर्दय बनना ही पड़ा। रिंकू ने जल्दी बिस्तर सजा दिया फिर रिंकू सर झुका कर खड़ा हो गया ।
मैं-अब मुँह क्यों लटकाए है मादरचोद? गांड मरवाते हुए शर्म नहीं आयी तुझे भोसड़ी के ... ... चल जा कुत्ता बन जा। चल गांडू कुत्ता बन कोने में खड़ा हो ।
इधर मैं रिंकू की ख़बर ले रहा था और उधर सोहनी ने अपनी माँ के कमरे में झांक कर देखा, तो उसकी माँ अब सो चुकी थीं।अपनी माँ को सोइ हुई देख और सोहनी वापिस आ गयी।
उसने देखा कि उसका नामर्द भाई गर्दन झुका कर कुत्ता बना हुआ था ।
मैंने सोहनी को आंखों से इशारा किया कि वह अपना काम चालू करे; रिंकू को आज ख़ूब जलील करे और आज होने वाले सारे मामले के लिए उसे ज़िम्मेदार बना दे। सोहनी गुस्से में अपने कमरे में गयी और जल्दी ही लाल कपड़े पहन आ गयी और रिंकू के पास गयी और उसके मुँह पर ज़ोरदार थप्पड़ मार दिया।
सोहनी-नालायक ये सब कैसे किया तुमने? तुमको तो भाई कहने में भी शर्म आ रही है मुझे ... एक लड़का होकर ऐसी गन्दी हरकत कैसे की तुमने?
इससे रिंकू को पता चल गया कि मैंने उसकी गांड चुदाई वाली बात उसकी बहन को बता दी है।
वो रोने वाला मुँह लेकर अपनी बहन की तरफ़ देखने लगा पर अपनी बहन का गुस्सा देख कर वह उसे कुछ बोल नहीं सका।
सोहनी-नालायक! आज तेरी वज़ह से देख, कैसे तेरी बहन की इज्ज़त किसी पराए मर्द के हाथों लुटने वाली है। वह तो शुक्र है कि इस भले छोटे लाला का जिसने हमारी इज़्ज़त पर दाग लगने से बचा लिया।
रिंकू रोते हुए बोला-माफ़ कर दो दीदी, गलती हो गयी। आज के बाद कभी ऐसे नहीं करूंगा आपकी कसम।
ये कहते हुए वह सोहनी के क़दमों पर गिर पड़ा।
सोहनी ने अपने पैर उसके हाथ से छुड़ाते हुए उसको दूर किया और मेरे पास आकर सीधा मेरी गोदी में बैठ गयी।
रिकू की तरफ़ देखते हुए बोली-हाँ जानवर, आज के बाद तो तू वैसा कुछ करने की कभी सोचेगा भी नहीं। आज तो तुझे ऐसी सज़ा दूंगी कि तू फिर वैसे करने से हज़ार बार सोचेगा, समझा?
रिंकू को थोड़ा सुकून-सा मिला कि उसकी बहन ने उसे माफ़ करने की बात तो की, पर वह मेरी गोदी में बैठी अपनी बहन की तरफ़ देखे बिना वैसे ही खड़ा रहा।
इधर मैंने सोहनी को अपनी बांहों में भर लिया और उसके भरे बदन पर हाथ घुमाने लगा।
उसकी बहन सोहनी ने भी मेरे होंठों पर चुम्मी देकर अपने हाथ मेरे गले में डाल दिए.
मैंने भी रिंकू को कहा-अब नीचे क्या देख रहा है गांड मरवाने वाले गांडू? देख गांडू कैसे तेरी बहन चुदेगी ।
मेरी बात से सोहनी को तो यही लग रहा था कि मैं ये सब उसके भाई को सुधारने के लिए कर रहा हूँ, पर मैंने तो अपने मजे के लिए ये सारा खेल चालू किया था।
मुझे भी किसी कुंवारी कमसिन सुंदर लड़की को चोदने का बड़ा मन था और क़िस्मत से रिंकू के कारनामों से मेरा वह सपना सच हो रहा था।
मैंने सोहनी को चूमते हुए धीरे से उसके कान में कहा-तू भी तो बोल कुछ तेरे भाई को, मेरी जान, वरना इसको सबक़ कैसे मिलेगा?
मेरे बस जैसे बोलने की देर थी, सोहनी तो जैसे अपने भाई को सुधारने के लिए कुछ भी कर गुज़रने को तैयार बैठी थी और उसने भी रिंकू को गुस्से से आवाज़ करके अपने पास बुलाया।
सोहनी-अब मुँह नीचे करके ही खड़ा रहेगा या अपने जीजा की कुछ मदद भी करेगा कुत्ते? चल आ जा यहाँ पर ... और नीचे बैठ।
सोहनी के मुँह से ऐसे बोल सुनकर रिंकू थोड़ा चौंक गया,
मैंने सोहनी को चूमते हुए कहा-साले आज तो तू हम दोनों का कुत्ता ही बनेगा ।
बड़ी बहन को नाराज और गुस्सा देख कर वह चुपचाप हमारे पास आकर नीचे बैठ गया।
जैसे ही वह नीचे बैठा, तो मैंने उसके बाल पकड़ कर उसका मुँह पर ज़ोर से थप्पड़ मार दिया।
सोहनी ने भी अपने भाई के मुँह पकड़ कर मेरे पैरों की तरफ़ किया और बोली-चल नामर्द गांडू ... तलवे चाट-चाट कर आज तू हमारा कुत्ता बन जा।
मैंने समझ लिया कि कोई भी बहन अपने भाई को इस तरह तभी जलील करने की सोचेगी, जब उसे ख़ुद चुदने के लिए ये एक मौका दिख रहा हो।
उधर रिंकू ने रोता हुआ मुँह लेकर मेरे और अपनी बहन के तलवे चाटना चालू कर दिया।
मैंने भी सोहनी को चूमते हुए उसके कुरते की चैन को खोल दिया।
मेरा हाथ अब सोहनी जैसे कमसिन और जवान बदन को छू रहा था, उसकी ब्रा की पट्टियाँ खींचते हुए मैंने उसका कुरता भी नीचे की तरफ़ खींच दिया।
धीरे धीरे से मेरे होंठ अब सोहनी के कान, गले और गरदन को चूमने लगे।
पहली बार किसी पुरुष सहवास से सोहनी भी गर्माने लगी थी।
मुझे रिंकू ने बताया था कि सोहनी की चूत सील पैक है।
सोहनी की 'आअह उम्म्म उफ्फ ...' जैसी कामुक आवाजें सुनकर मेरे लौड़े ने भी नींद से बाहर आना चालू कर दिया।
मेरी गोदी में बैठी सोहनी को भी मेरे लंड का आभास हो रहा था।
जैसे ही मैंने उसका कुरता नीचे खींचा, वैसे ही सोहनी के दोनों गोरे-गोरे चूचे उछल कर बाहर आ गए.
उसके गुलाबी निप्पल्स एकदम तनके खड़े हो चुके थे।
मैंने भी सोहनी की अपने आपसे थोड़ा दूर करके उसको थोड़ा पीछे किया और झट से रिंकू के बाल पकड़ कर उसका मुँह ऊपर कर दिया।
रिंकू सामने का दृश्य देख कर हैरान रह गया।
मैं-देख ले मादरचोद, कैसे तेरी बहन की जवानी फूल रही है रंडी के बच्चे साले ... गांड मरवाने वाला गांडू ... देख औरत कितनी खूबसूरत होती है।
मैं वैसे ही उसका सर ऊपर करते हुए मेरा मुँह सोहनी के सीने की तरफ़ ले गया और सोहनी का एक बोबा अपने मुँह में लेकर चूसने लगा।
सोहनी भी इस अचानक हुए हमले से ख़ुद को संभालती हुई मेरे बालों में उंगलियाँ चलाने लगी।
सोहनी-देखो भाई, कैसे आपकी वज़ह से आज घर की इज़्ज़त किसी मर्द के हाथ से बरबाद हो रही है, आपने कहीं का नहीं छोड़ा मुझे ... आअहह राजा ईस्स आंह चूसो मेरे दूध मेरे राज्जजा।
मैंने थोड़ी गर्दन मोड़ कर उसे देखा, तो रिंकू आंखें फाड़-फाड़ कर अपनी बहन का नंगा सीना देख रहा था।
उसके बाल छोड़ कर मैंने अब सोहनी का कुरता ब्रा समेत पूरी तरह से निकाल दिया।
रिंकू की बड़ी बहन आज उसके सामने आधी नंगी हो चुकी थी।
सोहनी के फूले हुए 36 इंच के चूचे देख कर मेरा लौड़ा भी बग़ावत करने लगा था।
मैंने फिर से उसकी चूचियों पर हमला बोल दिया।
बिस्तर पर आधी नंगी लेटी सोहनी के ऊपर चढ़ते हुए मैंने उसके दोनों स्तन अपने हाथ में ले लिए और उनको मसलने लगा।
सोहनी के होंठ चूसते-चूसते मैं अब धीरे-धीरे नीचे खिसकने लगा।
गर्दन को चाट-चाट कर मैंने फिर से सोहनी का निप्पल मुँह में भर लिया और रिंकू को देखते हुए निप्पल को ज़ोर जोर से चूसने लगा।
सोहनी भी ऐसे चूसे जाने से लगातार सिसक रही थी।
रिंकू के सामने उसकी बहन को नंगी करके दोनों चूचियाँ मैं बारी-बारी से चूसने लगा था।
सोहनी ने भी मेरे सर पर हाथ घुमाते हुए आंखें बंद कर ली थीं-आह उफ्फ्फ्फ़ धीरे ... आह राजा।
उसके मादक शब्द सुनकर मुझे और रिंकू को यक़ीन हो गया था कि ये अब ज़रूर एक रंडी की तरह मेरे लौड़े के नीचे आने वाली है।
सोहनी के बोबे चूसते हुए मेरा हाथ उसकी सलवार का नाड़ा खींचने लगा।
जैसे ही नाड़ा खुला तो सोहनी ने ख़ुद अपनी कमर उठा ली और अपने हाथ से सलवार को नीचे की तरफ़ कर दिया।
मेरा हाथ अपने हाथ में पकड़ कर उसने अपनी चड्डी पर रखा और ख़ुद मेरा हाथ अपनी गर्म चूत पर रगड़वाने लगी।
रिंकू अपनी बहन की करतूत देख कर हैरान था ।
मैंने सोहनी के बोबे चूस-चूस कर लाल कर दिए, अपने होंठों से उसके निप्पल्स खींच-खींच कर उनका आकर और बढ़ाने लगा था और एक हाथ से सोहनी की चूत उसके चड्डी के ऊपर से ज़ोर जोर से रगड़ने लगा।
मैं-देख गांडू, कैसे औरत को ख़ुश किया जाता है भोसड़ी के ... पर तू क्या जाने इसका मज़ा बहनचोद? तू तो बस ख़ुद की गांड मरवाने में ही खुश रहता है चूतिए.
मेरी बातें सुनकर सोहनी ने आंखें खोल कर अपने भाई जान की तरफ़ देखा और हल्के से हंसकर उसको चिढ़ाने लगी।
मैंने भी सोहनी के नीचे की तरफ़ सरकते हुए अपने हाथों से उसकी चड्डी और उसकी सलवार नीचे कर दी।
सोहनी ने ख़ुद अपनी गांड उठा कर मुझे उसको नंगी करने में मदद की।
अब रिंकू की बड़ी सगी बहन उसके सामने पूरी नंगी थी।
नंगी सोहनी को घूर-घूर कर देख रहे रिंकू से मैं बोला-साले मादरचोद, ख़ुद की बहन को ऐसे देखने में शर्म नहीं आती तुझे भड़वे?
तो सोहनी ने भी उसकी तरफ़ देख कर बोला-देखने दो इसे राजा, आज इस गांडू को पता चलेगा कि कैसे एक मर्द औरत के जिस्म को भोगता है। तभी इसको कुछ सबक मिलेगा।
मैं-सही कहा तूने सोहनी, आज तू भी दिखा दे इस हिजड़े को कि कैसे एक औरत अपने मर्द से चुदवाती है। आ जा मेरी जान, निकाल मेरा लंड और दिखा अपने गांडू भाई को।
मेरे कहते ही सोहनी बिस्तर पर बैठ गयी। उसने मेरी टी-शर्ट और बरमूडा निकाल कर सामने फैंक दिए और रिंकू को देखते हुए उसने मेरे अंडरवेअर को नीचे खींच दिया।
जारी रहेगी