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अपडेट पढ़ने के बाद केसा लगा बताना मत भूलना।
आपका सहयोग ही कहानी को रोमांचित ओर आगे बढ़ायेगा।
Last edited:
रमजान की वजह से स्टोरी को अभी के लिए pause कर रहा हूँ। रमजान के बाद स्टोरी की भरपूर स्वाद के साथ आगे बढ़ाऊंगा।
तब तक के लिए अलविदा।
awesomeअपडेट 2
मैं माधुरी के बगल में लेट गयी और उसकी चुचियाँ पीने लगी तभी माधुरी ने अपना हाथ साड़ी के ऊपर से अपनी चुत पर रखा और सहलाने लगी जिसे में चोर आंखों से देख रही थी
मैं:- माधुरी ज्यादा खुजली है क्या वहां जो सहला रही हो
मेरी बात सुनकर माधुरी को झटका लगा जैसे उसकी चोरी पकड़ी गई हो। माधुरी ने अपना हाथ हटा लिया और बगलें झांकने लगी।
मैं:- ऐसा होता है इसमें शर्माने की कोई बात नही है तुम बेफिक्र रहो सब सही कर दूंगी में, मुझपर यकीन है ना तुम्हे
माधुरी:- में बस ऐसे ही, भाभी आप तो बड़ी चालू चीज हो अहह कितना पियोगी इनको भाभिईईई
मैं:- जब तक दूध नही आ जाता हीहीहीही
माधुरी:- भाभी दूध कैसे आएगा इनमें ये तो खाली है अभी
मैं:- कोई नही माधुरी इनमें दूध भी आ जायेगा फिर तो पिला दोगी ना अपना दूध अपनी भाभी को
माधुरी:- अहह भाभी दूध तो बच्चे के लिए होता है ना, तुम क्यों पीना चाहती हो
मैं:- माधुरी तुम्हारा गर्म गर्म दूध भी कितना टेस्टी आएगा ना, तुम बड़ी मीठी चीज है माधुरी, पिलाओगी ना अपना दूध और मैने उसके निप्पल को दांतों के बीच दबा दिया जिससे माधुरी ऊपर मुँह करके सिसकते हुए लंबी लम्बी सांसे लेने लगी अहह भाभी दर्द होता है छोड़ो मुझे
"नही छोडूंगी बताओ मुझे दूध पिलाओगी ना अपना जब इनमें दूध आएगा"
माधुरी दर्द से सिसकती हुई अहह पी लेना भाभिईईई
"ये हुई ना बात माधुरी"
में:- अहहहह माधुरी तुम्हारे पेट पर तो पेड़ू है, क्या बात मेरिई ननद
माधुरी उत्सुकता से भाभी क्या मतलब पेड़ू, ये क्या होता
मैं:-मैं नही बता रही फिर तुम मुँह फुला लोगी, पेट फूलाने की उम्र में तुम मुँह फुला लेती हो
माधुरी ने मुक्का मारते हुए अहह भाभी तुम भी ना, बताओ ये पेड़ू क्या होता है
"मेरी लाडली ननद जिसका पेट नाभि पर उठा हुआ होता है उसकी चुत ज्यादा गहरी होती है" और मैने माधुरी की चुत को कपड़े के ऊपर से ही मुट्ठी में भर लिया
माधुरी ने झट से मेरा हाथ झटक दिया "भाभी इतनी बेशर्म मत बनो क्या क्या कर रही हो तुम
झूंटी बाते मत बनाओ मेने तो नही सुना ऐसा।
मैं:- तुम सुनोगी कहाँ से तुम्हारा पाला जब किसी से पड़ा ही नही
सच मे माधुरी मुझे पता चल गया तुम्हारी कोख ना भरने का राज
माधुरी उत्सुकता से "कैसा राज भाभी"
मैं:- ये बताओ आकाश का वो कितना बड़ा है
माधुरी:- क्या भभीईईईई
"उसका लन्ड" तुम भी ना बुध्धु हो पूरा
उससे क्या लेना है भाभी ठीक ठाक है
मैं:- फिर भी बताओ तो चलो हाथ से बताओ
तभी माधुरी ने कुछ सोचते हुए हाथ पर बताया कि इतना होगा
जो उसने बताया वो कोई 6 इंच के बराबर होगा
तभी तो दिक्कत आ रही है तुम्हे माधुरी।
तुम्हारी चुत गहरी है तो आकाश का पानी बच्चेदानी तक नही पहुंच पाता गहरी चुत के लिए बड़ा मोटा लन्ड चाहिए होता है जो बच्चेदानी का मुँह खोल कर उसमें पानी डाल सके समझी तुम
माधुरी सोचती हुई भाभी मुझे नही पता ऐसा भी है, इसमें अब क्या कर सकते हैं।
में:- हां अब कर भी क्या सकते हैं जो किस्मत है वही होगा
रुको माधुरी तुझे एक फोटो दिखाती हूँ
मेने अपने फ़ोन में लॉक गैलरी से एक फोटो निकाला और माधुरी को दिखाते हुए ये देखो और बताओ इससे कितना छोटा बड़ा है आकाश का
फ़ोटो देखकर माधुरी में नजर घुमा ली भाभी मुझे क्यों दिखा रही हो ये सब,
"बताओ तो यार तुम शर्माती बहुत हो"
भाभी इससे 3-4 इंच छोटा होगा ये तो कोई फेक फ़ोटो है
"ओर मोटा कितना होगा माधुरी"
भाभी मोटा भी कम है इससे पर भाभी ये तो फेक फ़ोटो है इंसान का इतना बड़ा कहाँ होता है तुम भी ना भाभी कुछ भी दिखाती हो
मैं:- माधुरी वैसे ऐसा लन्ड ही तुम्हारी चुत की गहराई नाप सकता है, इसके माल से पूरे पूरे चांस है तुम मां बन सको।
"भाभी ऐसा किसी का नही होता सब बकवास है ये बातें
मैं:- अगर में साबित कर दु की ये लन्ड असलियत में है और तुम्हारी जान पहचान वाले का है तो तुम क्या इनाम दोगी बताओ
माधुरी:- में नही मानती, अगर है तो बताओ मुझे
मैं:- इनाम क्या दोगी पहले वो बताओ माधुरी
"भाभी क्या इनाम चाहिए तुम्हे बताओ एक तो आपने नकली फ़ोटो दिखा दिया अब इनाम भी चाहिए
में:- चलो इनाम में ऐसा करते है जो जीतेगा वो उसकी हर बात मानेगा, तुम जितने दिन भी यहां हो तब तक मेरी बात मानोगी ओर अगर फ़ोटो झूंट हुआ तो में तुम्हारी बात मानूँगी बोलो मंजूर है।
माधुरी:- पूरे कॉन्फिडेंस के साथ ठीक है भाभी मंजूर है
मैं:- सोच लो एक बार फिर मुकरने नही दूंगी सब बातें मनवाऊंगी तुमसे अभी कह देती हूँ।
माधुरी:- ठीक है भाभी सब मंजूर है।
मेने उठकर फ़ोन से अपनी ओर आकाश की बढ़िया वाली 2 इमेज लॉक गैलरी से निकाली और गैलरी में सेव की।
माधुरी:- भाभी चुपके से क्या कर रही हो फोन में, मुझे भी दिखाओ ना
"ननद महारानी कुछ चीजें ऐसी होती हैं जो प्राइवेट होती है। समय आने पर सब दिखाउंगी फिलहाल तुम ये देखो ओर अपने कपड़े सही करो।
तुम्हे शर्म आएगी मेरे सामने देखने मे इसलिए में पेशाब करने जा रही हूं आराम से देख लेना
मेने माधुरी को फ़ोन दिया और कमरे से बाहर आ गयी, दरवाजा मेने इतना बन्द किया कि एक आंख से अंदर माधुरी का रिएक्शन देख सकू
फ़ोटो की बात करू तो एक फोटो में राहुल वीडियो कॉल पर मुठ मार रहा था तब में गाँव मे थी जिसमे उसके लन्ड से वीर्या निकल रहा था
दूसरी फ़ोटो में राहुल लेटा हुआ था जिसमे मैं उसका लन्ड चूस रही थी और उसने मेरे मुँह में पानी छोड़ा था।
सबूत के लिए इस वाले फ़ोटो में मेरा चेहरा दिखाई दे रहा था लन्ड चूसते हुए।
मैं बाहर आकर धीरे से साइड हो गयी और आराम से दरवाजे के पास गई जहां दोनों जोड़ इकट्ठा होते हैं दो पलड़ों वाला दरवाजा था। में बड़ी सावधानी से दरवाजे के बीच से अंदर झांका जहां माधुरी दरवाजे की तरफ देखकर मेरे जाने का कन्फर्म कर रही थी। तभी उसने फोन की तरफ झांका ओर फोटोज को देखने लगी। उसके चेहरे पर अब आश्चर्य वाले भाव आने लगे और वो गौर से अपने भाई के 10 इंच लंबे 4 इंच मोटे बलशाली लौड़े को देखने लगी जिसमे उसका सगा भाई अपने लन्ड की पर्दाशनी दिखा रहा था। इतने दिनों के इंतज़ार के बाद आज मेरी सोची गयी बात धीरे धीरे आगे बढ़ रही थी। अहह माधुरी देख ले गोर से अपने सगे बड़े भाई का लम्बा मोटा लोडा मेरी लाडो, देख केसी मोटी मोटी धार है वीर्ये कि, देख कितना वीर्या निकालता है तेरे बड़े भाई का बड़ा लन्ड, में खुदसे बाते करती हुई अंदर झांक रही थी जहां माधुरी का चहेरा लाल सुर्ख हो गया जैसे अभी खून निकल आएगा, एक तो वो इतनी लाल है टमाटर जैसी
अहह माधुरी है ना तगड़ा लन्ड जो चुत को भोसड़ा बना दे। माधुरी तेरे भाई का लन्ड जब घुसता है ना जन्नत के मजे करा देता है जो तूने कभी महसूस नही किया होगा। तभी माधुरी ने फ़ोटो को बड़ा किया ओर गोर से अपना भाई का वीर्या छोड़ता लोडा देखने लगी। उसे यकीन नही हो रहाथा कि उसके भाई का इतना बलशाली मोटा लम्बा लन्ड होगा पर यकीन तो करना ही था जब उसने अपनी आंखों से मुझे लौड़ा चुसते हुए देखा है तो।
माधुरी के माथे पर अब पसीना आने लगा वो लम्बी लम्बी सांसे लेती हुई अपने बड़े भाई का उल्टी करते हुए लोडा देख रही थी
में दरवाजे से पीछे हटी ओर थोड़ा दूर जाकर वापिस आने लगी और दरवाजा खोल कर अंदर घुस गई जहां माधुरी लेटकर लगी हुई थी फोटोज देखने मे
"बस भी कर नजर लगाओगी क्या इस लौड़े को"
ओह्ह माधुरी तुम्हे तो पसीना आया हुआ है क्या बात है बताओ तो ओर मैं उसके पैरों की साइड बैठ गयी।
माधुरी:- कुछ नही भाभी गर्मी की वजह से आ रहे होंगे
"चलो कोई बात नही अब तो यकीन हो गया ना कि ऐसे ऐसे मोटे ताजे लन्ड भी होते हैं, अब तो देख लिया ना अपने भाई का मट्ठा निकालते हुए लौड़ा
माधुरी:- छीईईई भाभी तुमने उसे मुँह में ले रखा था और पानी भी आआआआ थुऊऊऊ भाभी कितना गन्दे हो तुम लोग
मैं:- शुरू शुरू में तो मुझे भी गन्दा लगता था पर अब अच्छा लगता है नमकीन सा टेस्टी मट्ठा हीहीहीही क्या करूँ माधुरी तेरे भाई को खुश करने के लिए करना पड़ता है वरना वो मुझसे रूठ जाते हैं
"अहह कितना गन्दा लग रहा है मुझे देखकर भी भाभी"
में:- तुम्हे नही पिलाया क्या आकाश ने अपना मट्ठा
माधुरी:- छीईईई में तो सोच भी नही सकती करना तो बहुत दूर
"अपनी अपनी सोच है माधुरी"
तो कैसा लगा अपने भय्या का लोडा है ना मस्त मोटा लम्बा
माधुरी:- मुझे नही पता, शर्म करो भाभी मेरे भाई की बाते मुझसे ही पूछ रही हो।
मैं:- चलो नही पूछती अब बताओ में शर्त जीत गईई अब तो मानोगी ना मेरी हर बात
माधुरी:- हां क्या करूँ माननी पड़ेगी शर्त जो हार गई हूं
मैं:- माधुरी तुम्हे कैसा फील हुआ जब तुमने अपने भाई का लौड़ा देखा कैसा लगा कुछ बताओ ना
माधुरी:- भाभी ये गन्दे गन्दे शब्द मत बोलो कुछ और नाम ले लो
"माधुरी अब लौड़े को लौड़ा ना कहु तो क्या कहूं, बड़े लन्ड को लौड़ा ही बोलते हैं"
छीईईई कैसा अजीब नाम है
मैं:- बताओ ने कैसा फील हुआ तुम्हे जब फ़ोटो में लौड़ा देखा था
माधुरी:- कुछ नही भाभी अजीब सा लगा कि इतना बड़ा भी होता है किसी का वो भी अपने ही भाई का
"सही कहा माधुरी अजीब सी झुरझुरी हुई होगी तुम्हे आखिर तुम्हारे ही भाई का लौड़ा है"
में अब माधुरी के बगल में लेट गयी उसकी तरफ करवट लेकर उसको अपने से चिपका लिया
"मेरी लाडो को पसन्द आ गया तो अपने भाई का लन्ड हां ?
माधुरी:- चुप हो जाओ भाभी क्यों शर्मिंदा कर रही हो।
"माधुरी तुम्हारा भाई बहुत सेक्सी है अजीब अजीब सी हरकते करता है मेरे साथ।
माधुरी:- ह्म्म्म, तुम भी कम नही हो भाभी
मैं:- माधुरी तुम्हारा भाई का लन्ड ओर उसका पानी बहुत ताकतवर है इसलिए में सावधानी बरतती हूँ अभी मुझे दूसरा बच्चा नही चाहिए। नही तो तेरा भाई जब पानी छोड़ते है तो पूरी चुत लबालब भर देते हैं इतने से तो 3-4 बच्चे हो जाये बांझ औरत से। पर अभी उन्हें कंट्रोल में रखा है कि अंदर मत डालना अपना पानी
माधुरी:- क्यों भाभी दूसरे बच्चे में क्या बुराई है
मैं:- अभी यार मजे लेने है सोचेंगे थोड़ा रुककर
तुम्हे एक बात बताऊ माधुरी ?
"बताओ भाभी क्या बात हैं"
मैं:- जब में दुल्हन बनकर आई थी उस रात तेरे भाई ने जोश में आकर तेज़ झटके से पूरा अंदर डाल दिया था जिससे में बेहोश हो गयी थी
माधुरी:- क्यों भाभी बेहोश क्यों हो गयी थी
"बुध्धु तेरे भाई का लन्ड मुझसे सहन नही हुआ तो बेहोश हो गयी थी। फिर भी तेरे भाई को रहम नही आया उसने मुझे बेहोशी में भी चोदा कहीं में दोबारा डालने के लिए मना करदु इसलिए बेहोशी में चोदने से उसने मेरी चुत फाड़ दी सच मे बड़ा दर्द हुआ उस रात तो माधुरी।
माधुरी:- समझाना तो भाई को आपने, आपसी सहमति से होता है सब कुछ।
मैं:- माधुरी तुम भी बेहोश हुई थी क्या पहली रात ?
माधुरी:- नही तो भाभी ऐसे तो नही हुआ मेरे साथ, बस थोड़े से खून जरूर आये थे।
मैं:- ह्म्म्म सच मे माधुरी वो तो में हट्टी कट्टी थी फिर भी बेहोश हो गयी अगर मेरी जगह तुम होती तो लौड़े से मर जाती
माधुरी:- में होती मतलबब..ब.ब
में बात को संभालते हुए "मतलब अगर तुम इतने बड़े लड़ से चुदती तो मर ही जाती"
माधुरी:- मुझे लगा क्या बकवास कर रही हो भाभी तुम
में:-तुम्हे क्या लगा कि राहुल के नीचे तुम होती तो मर जाती यही लगा क्या ?
माधुरी ने मेरा मुँह भींच दिया और मुक्के बरसाने लगी और मेरे से कसकर चिपक कर भाभी तुम बहुत गन्दी हो
मुझे माधुरी की बचकानी हरकत बहुत पसंद आई, वो सच मे बेहद शरीफ थी उसमे बच्चों जैसी नासमझी थी जो मेरे दिल मे उतर गई। उन्हें इन सब चीजों ज्ञान नही था ऐसा मुझे उसकी बातों में लग रहा था
में:- माधुरी तुम कितनी प्यारी हो, जैसे तुम मेरी ही औलाद हो ऐसा महसूस कर रही हूं अब में, कितनी मासूम है मेरी ननद देखो कैसे चिपकी हुई हो जैसे में तुम्हारी माँ हूँ
माधुरी:- बड़ी भाभी मां समान ही होती है ना भाभी
"तो तुम मुझे माँ मानती हो पर मेरी बातें नही मानती हो"
माधुरी:- भाभी अब मेने क्या बात नही मानी आपकी
में:- देखते हैं कितना मानोगी,
फिर हम दोनों चिपक कर लेटे रहे। माधुरी सोच में शांत लेटी हुई थी जैसे कुछ चीजो को विश्लेषण कर रही हो की वो कितनी अधूरी हैं इन चीजों से कहाँ उसके भय्या भाभी मजे की सेक्स लाइफ गुजार रहे थे।
मेने प्लान हो आगे बढ़ाते हुए "माधुरी बेबी मुझे तलब हो रही है तुम्हारे भाई के माल की"
माधुरी ने सोच से उभर कर ऊपर मुँह किया और गर्म सांस छोड़ती हुई " किस चीज की तलब भाभी"
मैं:- तुम्हारे भय्या के लन्ड का पानी पीने की तलब, बहुत मन कर रहा है उसका गर्म मट्ठा पीने को
माधुरी:- आज की रात तो पता नही क्या ही बन गयी हो आप, हर चीज में बेशर्मी छाई है बड़ी चालक चीज हो तुम
मैं:- क्या करूँ यार तेरे भाई का मट्ठा है ही इतना गाढ़ा प्यास बुझ जाती है जिस्म की
माधुरी:- छीईईई गन्दी भाभिईईई, मुझसे क्यों पूछ रही हो आप जाओ जो करना है
मैं:- तुम्हारी इजाजत लेनी है फिर कहो कि में तुम्हे छोड़कर चली गयी इसलिए तुम इजाजत दो जाने की
माधुरी:- जाओ भाभी में कुछ नही कहूंगी
"ऐसे नही माधुरी खुल के कहो"
कैसे कहना है भाभी अब कह तो दिया जाओ आप
मैं:- ऐसे कहो कि जाओ भाभी मेरे भाई के बड़े लन्ड का गर्म मट्ठा पीने, तब जाऊंगी में लाडो
माधुरी:- क्या मजा आता है भाभी तुमको बार बार गन्दी बात करके, मुझे भी बेशर्म बना रही हो अपनी तरह
मैं:- अलग ही मजा आता है तुम नही समझोगी अब बोलना है तो बोल दो, तुमने वादा किया था हर बात मानोगी, अब बोल दो ताकि में जा सकू
माधुरी थोड़ा उलझन में आ गयी उसकी हिम्मत नही हो रही थी ऐसी बात कहने की तो में उसको हिम्मत दिलाते हुए बोलो भी लाडो, देर हो रही है।
माधुरी:- जा..ओ भाभी में.रे भाई के ब.डे ल..ल..लन्ड का मट्ठा पीने।
इतना सुनकर मेरी चुत को चींटियों ने काट दिया अहह मेरी लाडो तुमने ओर भड़का दिया जाऊंगी लाडो निचोड़ निचोड़ कर तुम्हारे बड़े भाई का लन्ड का मट्ठा पीऊंगी। तुम्हे पीना है तो बताओ चख लेना अपने भाई के गर्म मीठे वीर्ये को लाडो। मैं माधुरी के सामने बेशर्म बनके बोली
माधुरी:- नहीईई भाभिईईई शर्म करो मुझे नही पीना ये सब तुम्हे ही मुबारक हो अब जाओ भी भाभी
में:- चलो में जाती हूँ पर एक काम करो अपने मुँह में थूक इकट्ठा करो ढेर सारा
माधुरी:- क्यों भाभिईईई क्या करोगी फिर
"सवाल नही सिर्फ वो करो जो बोला है में थोड़ा सीरियस होते बोली"
माधुरी ने थूक इकट्ठा किया तो मैने बोला इसको मेरी हथेली पर डाल दो
थूक की वजह से माधुरी कुछ बोल नही पाई पर उसने आंखों से हेरत वाला रिएक्शन दिया पर मैने फोर्सफुल्ली उसको मना लिया और उल्टा हाथ आगे करके माधुरी का गर्म मीठा थूक हथेली पर लिया जो काफी मात्रा में था।
थूक डालकर माधुरी "भाभी क्या करने वाली हो आप, ऐसा क्या करोगी इसका
मैं बेड से नीचे उतरकर खड़ी हो गयी और बैठी हुई माधुरी से मुखातिब हुई
"इस थूक को तुम्हारे भाई के गर्म लौड़े पर चिपड दूंगी ताकि गीला लन्ड मुँह में आगे पीछे हो सके ओर देखूंगी की बहन के मीठे गर्म थूक से भाई का लोडा कितना पानी निकालता है
माधुरी अचरज से आंखे फाड़कर मुझे देखने लगी और हतप्रभ भाव से बोली "भाभी तुम कितनी कामिनी हो मेने सोचा भी नही था। तुम्हारा थूक कम था जो मेरा थूक इस्तेमाल करोगी तुम
मैं:- लाडो इसका अलग ही मजा है बताऊंगी फिर कभी अभी तुम्हे दोनों फ़ोटो व्हाट्सएप कर रही हूं देख लेना और मन करे तो
फ़ोटो को अपने मुँह के ऊपर करना ओर महसूस करना कि फ़ोटो में निकलता तुम्हारे भाईईई का गाढ़ा नमकीन वीर्या तुम्हारे मुँह में गिर रहा हो
सोचना की राहुल का माल तेरे मुँह के जा रहा है।
"भाभिईईईई..ईई.ई कहते हुए माधुरी मेरी तरफ मारने के लिए बढ़ी ओर मैं जल्दी से कमरे से निकलकर बाहर आ गयी।
मेने माधुरी को दोनों फ़ोटो व्हाट्सएप पर भेजे ओर हथेली पर रखा उसका थूक देखकर नीले आसमान की तरह मुँह किया और विजय मुस्कान के साथ नीचे अपने कमरे में आ गयी।
माधुरी
माधुरी केसी लगी आपको कमेंट करके बताओ![]()
Bhadhai ho nayi kahani kiबहुत सी कहानियाँ पढ़ने के बाद मुझे एहसास हुआ कि मुझे भी पाठकों के लिए एक कामोत्तेजना से भरपूर कहानी लिखनी चाहिए, जिसका वो लुफ्त उठा सके। कहानी का सच्चाई से कोई लेना देना नही है, कहानी में आने वाले किरदार सिर्फ इमेजिनेशन है। उम्मीद है आपको कहानी पसन्द आएगी। कहानी अलग अलग लोगो की जुबानी पेश की जाएगी
कहानी है पंजाब की जहाँ पर एक फैमिली रहती है जगदीप की जिसकी उम्र 50 साल है, जगदीप एक एसबीआई बैंक में कैशियर है जो घर से 15 km है।
इसके परिवार में 2 बेटियाँ ओर एक बेटा है राहुल, इसके तीनो बच्चों की शादी हो गयी है
कहानी के किरदारों का इंट्रोडक्शन छोटा होगा जैसे कहानी आगे बढ़ेगी सब कुछ पता चल जाएगा। कोई ऐड होगा तो उसे बाद में बता दिया जाएगा। चलिए शुरू करते एक मादक कहानी![]()