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Incest परिवार बिना कुछ नहीं।

pashwin87

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आज घर में खुशी का माहौल था क्योंकि समर पूरी तरह से ठीक हो चुका था और सबसे ज्यादा खुश तो माही लग रही थी। सुबह सभी नाश्ते की टेबल पर मिलते हैं और नाश्ता शुरू करते हैं और साथ ही साथ बातचीत भी शुरू हो जाती हैं।
करण: आज बहुत खुशी का दिन हैं समर बिल्कुल ठीक हो गया है पार्टी तो होनी ही चाहिए।
काम्या: हां जी पार्टी तो बनती हैं। और वैसे ही आज रविवार हैं तो आपकी छुट्टी भी हैं।
राम्या: पापा मेरा भूल भुलैया देखने का बड़ा मन हैं। मैं देखना चाहती हूं कि लोग वहां रास्ता कैसे भूल जाते हैं इसलिए हमें सबको आज वहीं जाना चाहिए "।
सभी को राम्या का प्रस्ताव पसंद आत है वो वो सब निकलने की तैयारी करने लगते हैं। कोई एक घंटे के बाद समर , करण और काम्या तैयार होकर माही और राम्या का नीचे इंतजार कर रहे होते हैं। तभी थोड़ी देर बाद राम्या और माही नीचे आती हैं तो समर की आंखे उन्हें देख कर चोड़ी हो जाती हैं। दोनो बहुत खूबसूरत लग रही थी जैसे जुड़वा बहने हो क्योंकि दोनो ने आज एक जैसी ड्रेस पहन रखी थी। माही ने आज एक काले रंग की जींस और लाइट ग्रीन रंग का टॉप पहना हुआ था जिसमें उसमे जिस्म का हर कटाव साफ नजर आ रहा था। बड़ी बड़ी आंखें, उनमें लगा गहरे काले रंग का काजल, और गहरे लाल रंग की लिपस्टिक लगे उसके रसीले लिप्स मानो चूसे जाने के लिए बेकरार हो, चूचियां आज कुछ ज्यादा ही तनी हुई थी मानो उन्हें झुकना पसंद ना हो और जीन्स उसकी गांड़ पर बहुत टाइट आ रही थी जिससे उसकी गांड़ की चौड़ाई का एहसास हो रहा था । उसकी गांड़ उसके चलने से उपर नीचे थिरक रही थी जिससे समर के दिल पर छुरी सी चल रही थी वो तो पलके तक झपकाना भूल चुका था और एक टक माही को प्यार से देख रहा था तभी माही भी उसकी आंखो में देखती हैं और दोनो एक साथ मुस्कुरा देते हैं। तभी उसे काम्या की आवाज आती हैं कि चलो जल्दी बाहर पापा इंतजार कर रहे हैं सबका ।
सभी बाहर आकर गाड़ी में बैठ जाते हैं और करण गाड़ी आगे बढ़ा देता है। करण और काम्या आगे बैठे थे जबकि पीछे खिड़की के पास समर और माही बीच में और दूसरी खिड़की के पास राम्या बैठी हुई थीं।
करण ने बहुत ही रोमांटिक गाने चला रखे थे जिसका असर काम्या के साथ साथ माही पर भी हो रहा था जबकि राम्या ने गाड़ी में बैठते ही अपना हेडफोन लगा लिया था और अपनी पसंद के आने सुनने में व्यस्त हो गई मानो उसे दुनिया को कोई खबर ही ना रही हो। माही एक बार राम्या की तरफ देखती हैं और अपना बैग उठाकर अपनी गोद में रख लेती हैं और बैग के अंदर अपना हाथ घुसा देती हैं मानो उसके के कुछ निकाल रही हो और बड़ी ही कामुक नजरो से समर की और देखती हैं । समर सब कुछ समझ जाता है और अपना एक हाथ माही की जांघ पर रख देता हैं । गाड़ी अपनी स्पीड से आगे चल रही थी उधर माही की धड़कन भी बढ़ने लगी थी। ना जाने कैसा जादू था समर के एहसास में कि वो सब कुछ भूल जाती थी। वो धीरे धीरे अपना हाथ से उसकी जांघ सहलाने लगता है तो माही का शरीर कांपने लगा । तभी गाड़ी एक सुरंग के अंदर घुसती हैं जिसमें अंधेरा था , मौके का फायदा उठाते हुए समर माही के होंठ चूसने लगता है और माही भी उसका साथ देते हुए उसके होठ चूसने लगती है। समर एक हाथ से माही के बूब्स दबा देता है जिससे माही को एक बहुत ही सुखद एहसास हुआ और उसने अपने बूब्स समर के हाथ में दबा दिए। समर जितनी जोर से उसके बूब्स दबाता वो उससे कहीं ज्यादा तेजी से उपर उभरकर कर आते मानो उन्हें झुकना पसंद नहीं था। जैसे ही गाड़ी सुरंग से बाहर निकलती हैं दोनों का किस टूट जाता है और दोनो सही से बैठ जाते हैं । माही एक हाथ बैग के साइड से निकलती हैं और समर की जांघ पर रख देती हैं और धीरे धीरे सहलाने लगती है और फिर अपनी सारी ताकत समेटकर अपने हाथ का दबाव उसके लंड पर बढ़ा देती हैं ।जैसे ही समर को लंड पर माही के हाथ का एहसास होता है हालत खराब होने लगी थी । वो एक बार करण और काम्या की और देखता हैं तो उसे पता चलता है कि वो दोनो अपनी बातो में मस्त हैं । फिर वो एक सरसरी नजर राम्या पर डालता हैं जो जिसकी आंखे बंद हो गई थी , शायद सो गई थी या आंखे बंद करके गाने सुन रही थी।समर अपना एक हाथ नीचे लाते हुए माही के हाथ पर रख देता हैं जिससे माही के हाथ का दबाव लंड पर बढ़ जाता है और माही का जिस्म सुलग उठा था। वो लंड पर हाथ आगे पीछे करने लगती हैं तो समर एक बार माही की तरफ देखता है जिसकी आंखे पूरी तरह से लाल हो चुकी थी और उसकी आंखे में देखते हुए वो का हाथ अपने लंड पर से उपर के और उठाता हैं और फिर धीरे से जैसे ही नीचे रखता हैं तो माही को उसके नंगे लंड का एहसास होता है क्योंकि समर इसी बीच पेंट की ज़िप खोल कर लंड बाहर निकाल चुका था , जैसे ही माही की उंगलियां नंगे लंड पर पड़ती हैं तो उसका जिस्म लहराने लगता हैं और जोर जोर से लंड को दाबने लगती हैं। आज माही को लंड कुछ ज्यादा ही मोटा और अकड़ा हुआ लग रहा था जिसके एहसा से उसकी चूत में नमी आने लगी थी।
समर से अभी अब बर्दाश्त नहीं होता और वो अपना एक हाथ बैग से पीछे से जाकर जांघ पर रख देता हैं और सहलाने लगता है जिससे माही को बहुत मजा आने लगा था और वो जोर जोर से उसका लंड दबाना शुरु कर देती हैं , समर अपने हाथ को जैसे ही उसकी जांघ से सरकाते हुए चूत की तरफ लेकर जाता है तो उसे पता चलता है कि माही अपनी जीन्स की ज़िप खोल चुकी थी और समर अपना हाथ उसकी जींस में घुसा देता है और पेंटी के उपर से उसकी चूत सहलाने लगता है जो की गीली हो गई थी । जैसे ही माही को पेंटी के ऊपर से समर की उंगलियां अपनी चूत पर महसूस होती है मजे के कारण उसकी एक सिसकी निकल पड़ती हैं जिसे समर के साथ साथ पास बैठी राम्या भी सुन लेती हैं तो पूछती हैं कि क्या हुआ बुआ ?
माही डर जाती हैं और अपना हाथ लंड से पीछे खींच लेती हैं जबकि समर भी उसकी चूत पर से हाथ हटा देता है ।
माही: कुछ नहीं राम्या ऐसे ही बैठे बैठ नस पर नस चढ गई थी पैर की । अभी ठीक है।
करण: बस और दो मिनट का रास्ता बचा है , पहुंचने वाले हैं।
Really amazing update bro
 
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pashwin87

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काम्या: हां जी पार्टी तो बनती हैं। और वैसे ही आज रविवार हैं तो आपकी छुट्टी भी हैं।
राम्या: पापा मेरा भूल भुलैया देखने का बड़ा मन हैं। मैं देखना चाहती हूं कि लोग वहां रास्ता कैसे भूल जाते हैं इसलिए हमें सबको आज वहीं जाना चाहिए "।
सभी को राम्या का प्रस्ताव पसंद आत है वो वो सब निकलने की तैयारी करने लगते हैं। कोई एक घंटे के बाद समर , करण और काम्या तैयार होकर माही और राम्या का नीचे इंतजार कर रहे होते हैं। तभी थोड़ी देर बाद राम्या और माही नीचे आती हैं तो समर की आंखे उन्हें देख कर चोड़ी हो जाती हैं। दोनो बहुत खूबसूरत लग रही थी जैसे जुड़वा बहने हो क्योंकि दोनो ने आज एक जैसी ड्रेस पहन रखी थी। माही ने आज एक काले रंग की जींस और लाइट ग्रीन रंग का टॉप पहना हुआ था जिसमें उसमे जिस्म का हर कटाव साफ नजर आ रहा था। बड़ी बड़ी आंखें, उनमें लगा गहरे काले रंग का काजल, और गहरे लाल रंग की लिपस्टिक लगे उसके रसीले लिप्स मानो चूसे जाने के लिए बेकरार हो, चूचियां आज कुछ ज्यादा ही तनी हुई थी मानो उन्हें झुकना पसंद ना हो और जीन्स उसकी गांड़ पर बहुत टाइट आ रही थी जिससे उसकी गांड़ की चौड़ाई का एहसास हो रहा था । उसकी गांड़ उसके चलने से उपर नीचे थिरक रही थी जिससे समर के दिल पर छुरी सी चल रही थी वो तो पलके तक झपकाना भूल चुका था और एक टक माही को प्यार से देख रहा था तभी माही भी उसकी आंखो में देखती हैं और दोनो एक साथ मुस्कुरा देते हैं। तभी उसे काम्या की आवाज आती हैं कि चलो जल्दी बाहर पापा इंतजार कर रहे हैं सबका ।
सभी बाहर आकर गाड़ी में बैठ जाते हैं और करण गाड़ी आगे बढ़ा देता है। करण और काम्या आगे बैठे थे जबकि पीछे खिड़की के पास समर और माही बीच में और दूसरी खिड़की के पास राम्या बैठी हुई थीं।
करण ने बहुत ही रोमांटिक गाने चला रखे थे जिसका असर काम्या के साथ साथ माही पर भी हो रहा था जबकि राम्या ने गाड़ी में बैठते ही अपना हेडफोन लगा लिया था और अपनी पसंद के आने सुनने में व्यस्त हो गई मानो उसे दुनिया को कोई खबर ही ना रही हो। माही एक बार राम्या की तरफ देखती हैं और अपना बैग उठाकर अपनी गोद में रख लेती हैं और बैग के अंदर अपना हाथ घुसा देती हैं मानो उसके के कुछ निकाल रही हो और बड़ी ही कामुक नजरो से समर की और देखती हैं । समर सब कुछ समझ जाता है और अपना एक हाथ माही की जांघ पर रख देता हैं । गाड़ी अपनी स्पीड से आगे चल रही थी उधर माही की धड़कन भी बढ़ने लगी थी। ना जाने कैसा जादू था समर के एहसास में कि वो सब कुछ भूल जाती थी। वो धीरे धीरे अपना हाथ से उसकी जांघ सहलाने लगता है तो माही का शरीर कांपने लगा । तभी गाड़ी एक सुरंग के अंदर घुसती हैं जिसमें अंधेरा था , मौके का फायदा उठाते हुए समर माही के होंठ चूसने लगता है और माही भी उसका साथ देते हुए उसके होठ चूसने लगती है। समर एक हाथ से माही के बूब्स दबा देता है जिससे माही को एक बहुत ही सुखद एहसास हुआ और उसने अपने बूब्स समर के हाथ में दबा दिए। समर जितनी जोर से उसके बूब्स दबाता वो उससे कहीं ज्यादा तेजी से उपर उभरकर कर आते मानो उन्हें झुकना पसंद नहीं था। जैसे ही गाड़ी सुरंग से बाहर निकलती हैं दोनों का किस टूट जाता है और दोनो सही से बैठ जाते हैं । माही एक हाथ बैग के साइड से निकलती हैं और समर की जांघ पर रख देती हैं और धीरे धीरे सहलाने लगती है और फिर अपनी सारी ताकत समेटकर अपने हाथ का दबाव उसके लंड पर बढ़ा देती हैं ।जैसे ही समर को लंड पर माही के हाथ का एहसास होता है हालत खराब होने लगी थी । वो एक बार करण और काम्या की और देखता हैं तो उसे पता चलता है कि वो दोनो अपनी बातो में मस्त हैं । फिर वो एक सरसरी नजर राम्या पर डालता हैं जो जिसकी आंखे बंद हो गई थी , शायद सो गई थी या आंखे बंद करके गाने सुन रही थी।समर अपना एक हाथ नीचे लाते हुए माही के हाथ पर रख देता हैं जिससे माही के हाथ का दबाव लंड पर बढ़ जाता है और माही का जिस्म सुलग उठा था। वो लंड पर हाथ आगे पीछे करने लगती हैं तो समर एक बार माही की तरफ देखता है जिसकी आंखे पूरी तरह से लाल हो चुकी थी और उसकी आंखे में देखते हुए वो का हाथ अपने लंड पर से उपर के और उठाता हैं और फिर धीरे से जैसे ही नीचे रखता हैं तो माही को उसके नंगे लंड का एहसास होता है क्योंकि समर इसी बीच पेंट की ज़िप खोल कर लंड बाहर निकाल चुका था , जैसे ही माही की उंगलियां नंगे लंड पर पड़ती हैं तो उसका जिस्म लहराने लगता हैं और जोर जोर से लंड को दाबने लगती हैं। आज माही को लंड कुछ ज्यादा ही मोटा और अकड़ा हुआ लग रहा था जिसके एहसा से उसकी चूत में नमी आने लगी थी।
समर से अभी अब बर्दाश्त नहीं होता और वो अपना एक हाथ बैग से पीछे से जाकर जांघ पर रख देता हैं और सहलाने लगता है जिससे माही को बहुत मजा आने लगा था और वो जोर जोर से उसका लंड दबाना शुरु कर देती हैं , समर अपने हाथ को जैसे ही उसकी जांघ से सरकाते हुए चूत की तरफ लेकर जाता है तो उसे पता चलता है कि माही अपनी जीन्स की ज़िप खोल चुकी थी और समर अपना हाथ उसकी जींस में घुसा देता है और पेंटी के उपर से उसकी चूत सहलाने लगता है जो की गीली हो गई थी । जैसे ही माही को पेंटी के ऊपर से समर की उंगलियां अपनी चूत पर महसूस होती है मजे के कारण उसकी एक सिसकी निकल पड़ती हैं जिसे समर के साथ साथ पास बैठी राम्या भी सुन लेती हैं तो पूछती हैं कि क्या हुआ बुआ ?
माही डर जाती हैं और अपना हाथ लंड से पीछे खींच लेती हैं जबकि समर भी उसकी चूत पर से हाथ हटा देता है ।
माही: कुछ नहीं राम्या ऐसे ही बैठे बैठ नस पर नस चढ गई थी पैर की । अभी ठीक है।
करण: बस और दो मिनट का रास्ता बचा है , पहुंचने वाले हैं।
Really amazing update bro
 

pashwin87

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उसे एहसास नहीं था कि चूत इतना मजा दे सकती हैं और वो सोचती हैं कि ये पता नहीं कौन अजनबी है , अंधेरे में इसे पता भी नही चलेगा कि मैं कौन हू। ये खयाल मन में आए ही राम्या को और मजा आने लगता हैं
तभी करण उसका हाथ पकड़ कर अपने लंड पर रख देता और राम्या के हाथ की उपर अपना हाथ रखते हुए लंड पर रगड़ने लगता है। जैसे ही राम्या के मुंह पर से करण का हाथ हट जाता है तो उसकी सिसकी बाहर निकलने लगती हैं। करण उसकी सिसकी सुनी कर जोश में आते हुए उंगली की स्पीड और बढ़ा देता है और तेजी से उसकी चूत उंगली से चोदने लगता है। राम्या की आहेऊ और तेज होने लगती है और वो पानी कमर नीचे से उठा कर उसकी उंगली पर मारने लगती हैं और अपने हाथ को पहली बार उसके लंड पर दबा देती है और उसे मसलने लगती हैं।
करण उसे दीवार से लगा देता हैं और एक हाथ को उसकी टी शर्ट के अंदर घुसा कर उसकी चूची को पकड़ा लेता है और जोर जोर से दाबने लगता हैं। राम्या की चूची एक दम मस्त साइज़ की थी और उसके शरीर का सबसे सवेंदेंशील हिस्सा थी । चूची पर हाथ पड़ते ही वो उत्तेजना से पागल हो जाती हैं और जोश में आते हुए उसके उपर लंड को पकड़ लेती है तो उसे एहसास हुआ को उसका लन्ड बहुत लंबा और मोटा था जिसे वो जोर जोर से हिलाने लगती हैं मानो उसकी मुट्ठी मार रही हो। दोनो ही अपने चरम पर पहुंचने वाले थे। तभी राम्या का शरीर बुरी तरह से कांपने लगा था। चूत पूरी गीली हो जाने के कारण उगली पूरी स्पीड से अन्दर बाहर हो रही थी। राम्या नीचे से अपनी गांड़ उठाते हुए उसे और अंदर लेने की कोशिश कर रही थी। तभी उसका पुर शरीर कांपने लगता है और उसकी चूत में जोरदार कम्पन होता है और वो जोर से सिसकी लेते हुए झड़ने लगती हैं और करण पूरी ताकत से उंगली को उसकी चूत में अंदर तक घुसा देता हैं तो राम्या भी उसके लंड को जोर से दबाती हैं जिससे करण के मुंह से एक मस्ती भरी आह निकलती हैं और वो वीर्य की बौछारें राम्या के हाथ में मारने लगता हैं।
उधर समर माही की चूत को रगड़ रहा था। माही भी अपनी चूत उठाकर उसके हाथ पर जोर जोर से मार रही थी । माही का पानी बाद निकलने ही वाला था कि किसी ने डर जाने कि वजह से अलार्म बजा दिया था जिससे लाइट ऑन हो जाती हैं और माही को ऐसा लगता हैं कि उसके उपर फिर से जुल्म हो गया और वो एक बार झड़ते झड़ते रह जाती हैं। दोनो अपने आप को ठीक करते हुए बाहर निकालने लगते हैं।
दूसरी तरफ लाइट ऑन होते ही पूरा कमरा जगमगा जाता है और जैसे ही करण की नजर राम्या पर पड़ती है उसका आंखे फटी की फटी रह जाती हैं। उफ्फ वो अपनी सगी बेटी के साथ ये सब कर रहा था। राम्या की हालत तो जैसे काटो तो खून नहीं।उसका चूत में उंगली डालने वाला कोई और नहीं उसका सगा बाप था। उफ्फ वो अनजाने में अपने सगे बाप के साथ ही मजे कर रही थी ये सोचकर उसका सिर नीचे झुक जाता हूं तो उसकी आंखे अपने हाथ पर पड़ती है जिसे करण के वीर्य भरा हुए था। उधर करण के हाथ में भी राम्या का चूत रस भरा हुआ था। राम्या भरी हुई आंखो से करनी की तरफ देखती हैं और रोने लगती हैं। करण का तो जैसे आज दिल ही टूट गया था। वो नजरे नीचे किए हुए आगे बढता हैं और राम्या को अपने गले लगाकर रोने लगता हैं । दोनो बाप बेटी एक दूसरे के गले लगकर रो रहे थे। राम्या को अपनी हालत का कुछ भी होश नहीं था। करण अपना हाथ नीचे लेट हुए उसकी पैंट की जिप बंद करता है और उससे चिपक कर रोने लगता है। राम्या को एहसास होता हैं कि उसकी पैंट बंद हो चुकी हैं जबकि करण का लंड अभी भी बाहर हैं और कोई भी आ सकता है तो वो तेजी से लंड को हाथ से पकड़ती हैं और उसके पेंट में डालकर उसकी जिप बन्द कर देती हैं। और फिर तेजी से बाहर निकल जाती हैं।
चारो लोग बाहर आ चुके थे । करण और राम्या एक दूसरे से आंख नहीं मिला पा रहे थे तो माही की गीली चूत उसे फिर से परेशान कर रही थी । आज दूसरी बार वो झड़ते झड़ते रह गई थी। इसकी चूत में पूरी तरह से हलचल मचिय हुई थी। चूत का रोम रोम सुलग रहा था।
काम्या भी आ जाती हैं और सभी साथ में घूमने लगते हैं । फिर दोपहर के बाद सब लोग खाना खाने के लिए जाते हैं। माही टेबल पर समर के पास ही बैठी हुई थी जबकि करण और राम्या एक दूसरे के ठीक सामने। आज राम्या के आवाज नहीं निकाल रही थी।
काम्या: आज राम्या मुझे लगता है डर गई हैं अंदर अंधेरे में। देखो कैसे चुपचाप बैठी हैं
समर उसका मजा लेते हुए: घर में शेर बनी रहती हैं और यहां आवाज नहीं निकाल रही
काम्या: ऐसा क्या देख लिया जो इतनी डर गई हैं।
अब राम्या क्या बताती हैं उसने लंड देख लिया हैं और वो भी अपने सगे बाप का।
समर धीरे से अपना एक हाथ माही की जांघ पर रख कर सहलाने लगता हैं तो माही को एक झटका सा लगता है उसे समर से ये उम्मीद नहीं थी कि वो सबके बीच ऐसा कर सकता हैं ।
काम्या: क्या हुआ माही ?
माही बहाना बनाते हुए: कुछ नहीं खाना अटक गया है गले में" और ऐसा बोलकर पानी का गिलास उठाती हैं और पीने लगती हैं।
काम्या: ध्यान से खा माही। आप पता नहीं तुम्हारा भी ध्यान कहां हैं , गाड़ी मैं तुम्हारी नस पर नस आ गई थी।
ये सुनकर समर और माही दोनो के चेहरे पर एक स्माइल आ जाती हैं। अब माही क्या बताती कि मेरी चूत सुबह से गीली हैं जिसकी वजह से ये सब हो रहा है।
समर उसकी जहंगी को सहलाते सहलाते हाथ नीचे ले जाकर उसकी चूत को पेंट के उपर से ही पकड़ लेता है।
माही के हाथ से चम्मच छुट जाती हैं और सब उसकी तरफ देखते हैं कि अब क्या हुआ ,?
माही: आज सुबह से ही मेरी तबीयत कुछ ठीक नहीं है। इसलिए ऐसा हो रहा है और फिर से खाना खाने लग जाती हैं।
अब समर उसके चूत को फिर से रगड़ने लगता हूं जिससे उसकी चूत फिर से गीली होने लगी थी। माही से बर्दाश्त नहीं हो रहा था। समर उसे आज सुबह से ही छेड़ रहा था जिस वजह से उसका रोम रोम जल रहा था। कच्छी पूरी गीली हो चुकी थी।

जैसे ही सब खाना खा लेते हैं तो करण बिल चुकाने चला जाता हैं काम्या और माही उसका उसका इंतजार करने लगते हैं।
Really amazing update bro
 

pashwin87

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माही को जैसे ही अपने साथ हुए हादसा याद आता है और कुछ बोल नहीं पाती है और जोर से समर से चिपक जाती हैं। फिर हिम्मत करके जवाब देती हैं: अंधेरे में कुछ पता ही नहीं चला था। "
और वो समर के होंठ चूसने लगती हैं तो समर भी इसके होंठ चूसते हुए अपने दोनो हाथों से उसकी गांड़ दबाने लगता है तो माही जोश में आते हुए उससे चिपक जाती है और उसके होंठ को जोर जोर से चूसने लगती हैं। फिर समर किस तोड़ते हुए अपने हाथ उसके बूब्स पर रखकर दबाने लगता है तो माही की बहुत मजा आने लगता हैं और वो उसके हाथ हटाते हुए अपनी टी शर्ट उपर उठा देती हैं और समर से चिपक जाती हैं । समर को उसके नंगे बूब्स का एहसास होता है क्योंकि माही ने नीचे ब्रा नहीं पहनी थी । वो आ पूरी तैयारी के साथ अाई थी।जैसे ही समर को इसके कठोर निप्पल का एहसास होता है समर का लंड एक जोरदार झटके के साथ खड़ा हो जाता है और समर उसकी ठोस, सुडौल चूचियों को हाथो में भर लेता है, उफ्फ उस ऐसा लग रहा मानो उसके हाथो में रूई के नरम गोले हो , और वो जोश में उन्हें दबा देता हैं तो उसे इनकी कठोरता का एहसास होता है और वो जोर जोर से उन्हें दाबने लगता है। उफ्फ कितनी बड़ी बड़ी चूची हैं माही की, लेकिन एक दम ठोस। चूची इतनी बड़ी थी कि उसके पूरे हाथ में नहीं आ रही थी । आज उसे पहली बर बूब्स का कोमल एहसास हुआ था , जैसे ही समर का दबाव उसके बूब्स पर पड़ता है मजे के कारण माही का मुंह खुल जाता हैं और वो हल्की हल्की सिसकियां
लेने लगती हैं । और अपनी चूत को नीचे से उसके लंड पर रगड़ने लगती हैं । समर अब अपने होंठो को आगे बढ़ाते हुए उसके बूब्स पर रख देता है । उफ्फ माही जैसे ही समर की होंठो का एहसास अपनी चूची पर होता है उसका जिस्म हवा में उड़ने लगता हैं मजे के कारण और वो उसके मुंह से आह निकल जाती हैं: हाय उफ्फ , सी ई उफ़ हाय कितना अच्छा लग रहा है। "
और अपना हाथ उसके सिर के पीछे लाते हुए अपनी चूची पर उसका सिर दबा देती हैं और समर जोश में आते हुए उसके उसके निप्पल को जोर जोर से चूसने लगता है । माही के मजे की अब कोई सीमा नहीं थी । माही: आह आह उफ़ खा जाओ मेरी जान, पूरी मुंह में लेकर चूसो , जोर से चूसो , है भगवान ये कैसा अदभुत एहसास हैं एकदम आनंदमय। '
और माही नीचे हाथ लाते हुए उसके लंड को पेंट से बाहर निकाल लेती हैं और हाथ से दबाने लगती हैं। समर जैसे ही अपने होंठ उसकी चूची से हटाता हैं तो माही उसका सिर पकड़कर दूसरी चूची पर उसके मुंह झुका देती हैं।
माही: इसे भी चूसी मेरी जान। आज आह । मजे के कारण माही का पूरा शरीर लहरा रहा था , वो उत्तेंजना से एक दम पागल हो गई थी। तभी समर उसकी दूसरी चूची चूसते चूसते अपना हाथ उसकी पेंट के अंदर घुसा देता है और उसकी चूत को हाथ से दबा देता हैं । आज पहली बार उसकी चूत पर समर की उंगली लगी थी , उसके जिस्म उसके काबू से बाहर हो जाता है और वो जोश में आकर उसका लंड ऐसे दबा रही थी मानो उसे उखड़ ही देगी आज।
समर जैसे ही उसके चूत को छूता हैं उसके उंगलियां गीली हो जाती हैं क्योंकि माही की चूत से रस निकल रहा था। अब समर उसकी चूत के होंठो को मसलते हुए खोलता हैं और जैसे ही उंगली अंदर घुसाने कि कोशिश करता हैं तो माही अपनी दोनो टांगे भीच लेती हैं ।
माही: प्लीज़ समर उंगली नहीं , आज तक मैंने उंगली नहीं घुसाई हैं। मैं चाहती ही की पहली बार इसमें मेरे पति का वो घुसे।
समर ये बात सुनकर हैरान हो जाता है और यकीन नहीं कर पाता कि माही सच बोल रही है क्योंकि जिस तरह से वो उसका हाथ लगते ही होश खो देती हैं उसे लगा था कि माही अब तक चुदाई का मजा ले चुकी होगी।
आज समर की खुशी का कोई ठिकाना नहीं था वो उसके होठों को चूसने लगता है। जैसे ही उसे पता चला कि माही अनछुई हैं वो उसकी चूत को उपर से ही हल्के हल्के मसलने लगता हैं तो माही जैसे स्वर्ग में उड़ रही थी। वो मस्ती में पूरी डूब चुकी थी , उसका पूरा शरीर लहरा रहा था और वो अपनी चूत को जोर जोर से उसके हाथ पर रगड़ रही थी।


उधर करण जैसे ही गैलरी में आता है तो उसे अंधेरे में कुछ नहीं दिखाई देता और वो आगे बढ रहा था माही की तलाश में । तभी उसे एहसास होता हैं कि माही उसके सामने वाली गैलरी से निकल रही है।उसकी आंखों में चमक आ जाती हैं और वो भागकर उसे पकड़ लेता है और उसके मुंह पर हाथ रखकर उसे एक कमरे में खींच लेता हैं और उसे अपने सीने से चिपका लेता हैं तो माही उससे छूटने की कोशिश करती हैं जैसे कुछ बोलना चाह रही हो लेकिन मुंह पर करण का हाथ होने के कारण उसकी आवाज नहीं निकल रही थी । करण अपना दूसरा हाथ नीचे लेट हुए उसकी चूत को पेंटी के उपर से अपनी मुट्ठी में भर लेता है और जोर जोर से दबाने लगता है । दरसअल अंधेरे के कारण करण को पता नहीं चला था और वो गलती से राम्या को पकड़ लिया था माही सामझ कर ।
जैसे ही राम्या को हाथ चूत पर महसूस होता हैं इसके रोंगटे खड़े हो जाते हैं और वो कांपने लगती हैं लेकिन उस कहीं ना कहीं ये सब गलत लग रहा था और अपने आपको छुड़ाने लगी । लेकिन करण तो आज उसे छोड़ने के मूड में नहीं था वो एक उंगली उसकी सुखी चूत में घुसाने लगता हैं तो राम्या को दर्द होने लगता जान क्योंकि उसकी चूत एक दम टाइट और अनछुई थी। करण सब समझ जाता है और फिर वो हाथ को उसकी पैंट से बाहर निकालता हैं और अपने मुंह में डालकर गीली करता हैं। जैसे ही उंगली राम्या की पेंट से बाहर आती हैं वो सुकून कि सांस लेती हैं लेकिन तभी करण अपनी गीली हो चुकी उंगली को फिर से नीचे लाते हुए उसकी पेंटें घुसा देता है और उसकी चूत पर रखकर जोर से अन्दर दबा देता हैं जिससे आधी उंगली अंदर चली जाती हैं और और राम्या के मुंह से एक घुटी घूटी आह निकल जाती हैं क्योंकि गीली उंगली घुसने से उसकी चूत में दर्द के साथ साथ को मजा आया था वो अदभुत था । उसकी आह सुनकर करण तेजी से उंगली अंडर बाहर करने लगता है और राम्या तो जैसे मजे से कूक रही थी। उसका जिस्म मस्त हो चुका था और उसके मजे कि कोई सीमा नहीं थी।
Really awesome
 

pashwin87

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फिर वो एक नजर अपनी चूत पर डालती हैं जोकि लिंगरी की हलकी सी पट्टी से ढकी हुई थी और चूत के दोनो लिप्स आधे से ज्यादा बाहर झांक रहे थे और रस से भीगे हुए थे। और फिर वो शीशे में अपनी गांड़ देखती हैं तो उसकी आखे लालच से खुल जाती हैं। उसकी लगभग पूरी गांड़ नंगी थी बस लिंगरी की छोटी सी पट्टी उसकी चूत के उपर से होती हुए उसके गांड़ के छेद को हल्का सा ढक रही थी। दोनो चूतड़ बिलकुल नंगे लग रहे थे और आज कुछ ज्यादा ही बाहर की और उभर रहे थे। उसे खुद अपने आप पर यकीन नहीं हो रहा था कि वो इतनी सेक्सी हैं। फिर वो एक मैक्सी पहनती है और अपने गीली चूत लिए चल देती हैं समर की रूम के तरफ । आज उसे कोई शर्म, डर , झिझक नहीं थी , उसका पूरा जिस्म जल रहा था, आज वो बस चुद जाना चाहती थी , अपनी चूत की अब तक की सारी प्यास मिटा लेना चाहती थी।
जैसे ही वो समर के रूम का गेट खोलती हैं दरवाजा अपने आप खुल जाता है बिना आवाज किए हुए । और वो अंदर जाते ही गेट को बंद करती हैं और समर की तरफ देखती हैं जो सिर्फ अंडर वियर में उसका ही इंतजार कर रहा था और लंड को तसल्ली दे रहा था ।
जैसे ही वो माही को देखता है उसकी आंखे में खुशी की लहर दौड़ जाती हैं और लंड एक जोरदार झटका मारता हैं। माही उसे बांहों में भर लेती हैं और चूमने लगती हैं।समर भी उसे कस कर अपने आप से चिपका लेता हैं
माही: आई लव यू समर, आज सुबह से तड़फ रही हूं, अब बर्दाश्त नहीं होता मुझसे, मिटा दो ये दूरी मेरी जान। " और अपनी चूत को उसके लंड पर दबा देती हैं।
समर: लव यू टू माही। मैं भी तड़फ रहा हूं आज की रात हमारी ज़िन्दगी की सबसे हसीन रात होगी"।
माही उसकी बांहों से निकल जाती हैं तो समर तड़फ उठता है ।
माही: अपनी आंखे बंद करो। मैं आपको कुछ तोहफा देना चाहती हूं। समर अपनी आंखे जल्दी से बंद करता हैं और और माही जोश में आकर अपनी मैक्सी उतार देती हैं और अपने दोनो हाथ अपने सिर पर रख कर खड़ी हो जाती हैं।
और समर को बोलती हैं कि अपनी आंखे खोलो मेरी जान। "
समर जैसे ही आंखे खोलता है उसकी आंखे फटी की फटी रह जाती हैं और लंड अंडर वियर के होल से बाहर आ जाता हैं। माही कुछ ऐसी लग रही थी

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Really erotic update
 

pashwin87

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समर को सपने में भी उम्मीद अभी नहीं थी कि माही इतनी सेक्सी हैं
उफ्फ काली लिंगरी में उसकी गोरी गोरी ठोस , सुडौल बड़ी बड़ी चूचियां , और उसकी गुलाबी रंग की चूत जैसे आधी बाहर थी जिसकी पंखुड़ियां काम रस सी भीगी हुई थी।माही: कैसा लगा मेरा गिफ्ट "
और बोलते हुए अपने हाथ को अपनी चूची पर से दबाते हुए नीचे लाती है और अपनी चूत पर रख कर समर को एक कातिल स्माइल देते हुए उसकी तरफ घूम जाती हैं
जैसे ही वो घूमती है समर को एक और झटका लगता हैं क्योकि अब माही की लगभग पूरी नंगी गांड़ उसकी आंखो के सामने थी। समर का लंड उपर नीचे ऐसे उछल रहा था मानो उसमे कोई स्प्रिंग लगा दिया हो। फिर माही घूम कर उसकी और बढ़ती है और बड़ी अदा से चलती हुई उसके पास आती हैं और अपनी प्यासी चूत को उसके लंड पर रगड़ते हुए सेक्सी आवाज में उसके कान में पूछती हैं: कैसा लगा मेरा गिफ्ट ?
और समर अब पागल सा हो गया था और उसका अब खुद पर कोई जोर नहीं था। वो हाथ आगे बढ़ाकर माही की लिंगरी को उपर की तरफ उठाता हैं और माही भी आंखे बंद करते हुए अपने दोनों हाथ उपर उठा देती है और समर तेजी से उसकी लिंगरी को उपर उठा देता हैं जिससे माही का रोम रोम नंगा होता चला जाता है।समर ध्यान से उसे देखता हैं उसका खूबसूरत चेहरा, खुल और बंद हो रहे उसके रसभरे कुदरती गुलाबी होंठ, उसकी दो ठोस, मस्त चूचियां जो पूरी उठी हुए थी , उन पर तने हुए कठोर गुलाबी रंग के निप्पल, पतला सा पेट , चिकनी जांघ, और चूत के होंठ ऐसे खुल बंद हो रहे थे मानो कोई कली फूल बनने कि तैयारी कर रही हो , चूत से टपकता हुआ रस उसकी जांघो को पूरा गीला कर चुका था। समर जो जैसे पत्थर हो गया था। माही आंखे बंद किए हुए ही अपने दोनो हाथ नीचे लाते हुए समर के लंड के दबाव के कारण फट चुके अंडर वियर को खीच देती हैं और उसे भी नंगा कर देती हैं। अब दोनो से बर्दाश्त नहीं होता और वो माही को अपनी दोनो बांहों में उठा लेता है बिस्तर पर लिटाते हुए खुद उसके उपर लेट जाता है । जैसे ही माही के उपर लेटा तो माही ने अपने दोनो हाथ उसके कमर पर बांध दिए और अपने लिप्स उठाते हुए उसके गालों को चूमने लगी। उसकी कठोर, भारी चूचियां समर के सीने में घुसी जा रही थी, और चूत उसके लंड पर अड चुकी थी जिस पर लंड पुर दबाव डाल रहा था। माही फिर समर को एक पलटा देती हैं और और उसके ऊपर आ जाती हैं और अपने जलते हुए होंठ उसके होठों से जोड़ देती हैं। समर भी उसके होंठो को चूसने लगता है । माही अपनी जीभ बाहर निकालते हुए उसके दांतो पर दबाव बढ़ाती हैं तो समर का मुंह खुल जाता है और माही अपनी जीभ घुसा देती हैं और उसकी जीभ को पकड़ा कर चूसने लगती हैं। समर भी उसका साथ देते हुए उसकी जीभ चूस रहा था और साथ ही साथ उसके होंठ भी चूस रहा था।माही अब नीचे आते हुए उसके कंधो को चूमती हैं और फिर एक हाथ को उसकी छाती पर घुमाने लगती हैं और और अपनी जीभ को नीचे लाते हुए समर के निप्पल को मुंह में भर लेती हैं जिससे समर सिसक पड़ता हैं और उसकी कमर नीचे से उपर उठने लगती हैं जिससे लंड का दबाव माही की चूत पर जोर से पड़ने लगता हैं जिससे माही को और मजा आने लगता है और वो और जोर से अपनी प्यासी चूत उसके लंड पर दाबने लगती हैं। समर दोनो हाथो से उसकी भारी गांड़ दाब रहा था जिस कारण माही की चूत लंड पर और जोर से रगड़ डाल रही थी। और फिर उसके निपल्स को चूसते चूसते वो नीचे आने लगती हैं जिससे उसकी चूत लंड से हट जाती है और लंड अब बिल्कुल उसकी आंखो सामने लहरा रहा था। उसे नहीं पता था कि लंड मुंह में लेकर भी चूसा जाता है।लंड बहुत उछल रह था जिसे माही अपने दोनो से पकड़ लेती हैं और ध्यान से उसे देखती हैं । उफ्फ उसका गुलाबी सुपाड़ा कितना बड़ा है ऐसे लग रहा है जैसे मोटा पहाड़ी आलू हो । और उसके लंड से हल्का हल्का प्रीकाम निकल रहा था जिसे देखकर माही होश खो देती हैं और अपने जलते हुए होंठ सुपाड़े पर रख देती हैं।
समर का पूरा जिस्म जैसे हवा में उड़ रहा था और उसके होठों से सिसकी निकल पड़ती है आह आह माही । वो अपने दोनो हाथ माही के सिर पर रख कर उसे लंड पर झुका देता हैं। माही अपनी जीभ बाहर निकालती हैं और और सुपाड़े पर लगे प्री कम को चाट लेती हैं। समर फिर से सिसक उठा था। माही एक हाथ से खुद ही अपनी चूत मसल रही थी । ये देखकर समर अपना एक हाथ माही की चूत पर ले जाता है और उसे माही के हाथ के उपर रखकर उसकी चूत रगड़ने लगता है । जैसे ही समर का उसकी चूत पर पड़ता हैं माही धैर्य खो देती हैं और उसके सुपाड़े को अपने होठों को पूरा खोलते हुए मुंह में भर लेती हैं । समर सुपाड़े के माही के जलते हुए मुंह में जाते ही मदहोश हो जाता है और उसकी चूत को पूरी मुट्ठी में भर भर कर दबाने लगता है ।चूत रस से उसका पूरा हाथ गीला हो गया था।
माही भी कहां पीछे रहने वाली थी वो भी सुपाड़े को जोर जोर से चूसने लगती है।माही का मुंह पूरा फैला हुआ था सुपाड़े को मोटाई के कारण। माही अब नजरे उपर उठाते हुए समर की आंखो में देखते हुए लंड चूसने लगती है। समर जैसे ही उसकी सेक्सी से लाल हो चुकी आंखो में देखता है तो वो नीचे से अपनी कमर उठाते हुए लंड का दबाव बढ़ा देता है और साथ ही साथ हाथ को जोर से उसके सिर पर दबा देता हैं जिससे माही का मुंह और खुलता चला जाता और लंड आधा अन्दर चला जाता है और उसकी अब तक एक गांठ भी अंदर घुस चुकी थी जिसमे माही के मुंह को पूरी तरह फैला दिया था। लंड जैसे मुंह में फस सा गया था। माही पूरा दम लगाते हुए मुंह को फैलाती हैं और लंड को चूसना शुरु कर देती हैं। लंड पुर कसा हुआ जा रहा था।
समर: आह माही उफ्फ , मेरा लन्ड भी चूस लिया, हाय और जोर से चूसो मेरी जान।
माही जोश में आते हुए उसके लंड को और तेजी से चूसने लगती हैं जिससे समर उसकी चूत को जोर जोर से रगड़ रहा था। जितनी जोर से माही लंड चूसती समर उससे भी ज्यादा जोर से उसकी चूत रगड़ता।
No words to express the emotions bro
 

pashwin87

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समर उसे आज पूरी मस्त करके चोदना चाहता था ताकि उसे बहुत कम दर्द हो इसलिए वो माही को एक पलटी देकर अपने नीचे कर लेता हैं और उसके होंठो को चूसने लगता हैं । सुपाड़ा अभी भी चूत के अंदर ही था जिस पर माही अपनी गीली चूत रगड़ रही थी। उसके होंठो को चूसते हुए अपने दोनो हाथ उसकी चूचियों पर रख देता हैं और दाबने लगता है । माही तो जैसे मस्त हो चुकी थी और अपनी चूचियों को उसके हाथ में उभार देती हैं । समर जोश में आते हुए उन्हें जोर जोर से दाबने लगता हैं। माही की चूची जितना दब रही थी उससे कहीं उससे उपर की ओर आ रही थी मानो उन्हें झुकना पसंद ना हो। तभी समर अपने होठ नीचे लाते हुए उसकी एक चूची पर रख देता हैं और निप्पल को जीभ से चाट लेता है ।
माही ये बर्दाश्त नहीं कर पाती और उसके मुंह से एक आह निकल पड़ती हैं आह उफ्फ खा जाओ मेरी चूचियों को समर , पूरी मुंह में लेकर चूसो मेरी जान। और वो बहुत तेजी से अपनी चूत सुपाड़े पर उछालने लगती हैं ।
समर अपनी जीभ उसके निप्पल पर गोल गोल घुमाने लगता हैं जिससे माही तड़प उठी थी।
माही: आह बहुत मजा आ रहा हैं उफ्फ हाय मेरी जान लोगे क्या समर, पूरी मुंह में ले लो और चूसो"
अब समर उसकी एक चूची को पूरा मुंह में भर लेता है और जोर जोर से चूसने लगता था। चूची अब लपालप उसके मुंह में जा रही थी जिससे माही की हालत खराब होने लगती हैं और चूत और ज्यादा पानी छोड़ने लगती हैं और समर के आधे लंड को पूरा भिगो चुकी थी।
माही से इतना मजा बर्दाश्त नहीं हो रहा है उसका जिस्म समर के नीचे उछल रहा था , अब माही अपनी चूत को जोर जोर से सुपाड़े पर उछाल रही थी और लंड कि पहली गांठ हर बार चूत पर ज्यादा जोर डाल रही थी जिससे माही को दर्द के साथ और मजा आ रहा था ।समर भी समझ गया था कि उसका प्लान काम कर रहा है और थोड़ी ही देर में उसका पूरा लंड उसकी चूत में होगा। लेकिन वो जल्दबाजी नहीं करना चाह रहा था। इसलिए वो माही की चूची को पूरे जोश से चूस रहा था और दूसरी को मजे से दाब रहा था ।
माही उसके इस हमले से बच नहीं पा रही थी और उसकी सिसकियां और ऊंची होती जा रही थी।
माही उसका मुंह पकड़ कर अपनी दूसरी चूची पर उसे झुका देती हैं और समर उसे चूसने लगता है । माही मजे से दोहरी होती जा रही थी और पता नहीं क्या क्या बड़बड़ाती जा रही थी।
उसकी चूत ने लंड को पूरी तरह से गीला कर दिया था जिस कारण लंड की गांठ पूरी तरह से चूत में घुसने को तैयार थी बस समर को नीचे से धक्का लगाने की देर थी लेकिन समर अभी माही की चूत चूसना चाहता था ताकि और चिकनाई पैदा हो सकें । लेकिन माही से बर्दाश्त नहीं हो रहा था और वो एक हाथ से उसके लंड को पूरा सीधा करके पकड़ती हैं और अपनी पूरी ताकत लगाते हुए तेजी से अपनी चूत को उपर की तरफ उछालती हैं ।
जैसे ही माही समर का लंड हाथ से पकड़ के सीधा करती हैं समर उसका इरादा समझ चुका था और वो जानता था कि इस पोजिशन में माही की चूत पूरी तरह फट जाएगी और उसे बहुत दर्द होगा इसलिए जैसे ही माही की चूत तेजी से उपर आती हैं वो अपने लंड को उपर की तरफ खींच लेता है जिस कारण लंड का सुपाड़ा भी चूत से बाहर आ जाता हैं । माही को ऐसा लगता हैं की जैसे उसके उसके जिस्म से उसकी जान निकल गई है और प्यासी निगाहों से एक बार समर की तरफ देखती हैं और फिर उसके लंड की तरफ देखकर अपनी आंखे फिर से समर की आंखो से मिला देती है मानो उसे कह रही हो कि पूरा लंड चूत में घुसा दो। समर सब कुछ समझ जाता हैं और माही के कान में बोलता है कि बस थोड़ा सा सब्र करो मेरी जान। एक बात चूत को पूरा गीला कर लू
माही अपनी चूत पर हाथ ले जाती हैं और अच्छे से चूत पर रगड़कर कर समर को दिखाती हैं , माही का हाथ पूरी तरह से गीला था उससे चूत रस टपक रहा था।
अब समर से इससे ज्यादा बर्दाश्त नहीं होता और वो माही की टांगो को पूरा खोल देता है और उनके बीच में आ जाता है और ध्यान से पहली बर उसकी चूत देखता हैं तो उसे एहसास होता है कि माही के छोटी सी चूत कितनी खूबसूरत हैं , चूत के दोनों लिप्स आपस में पूरी तरह से जुडे हुए थे जिनमें से रस टपक कर उसकी पूरी चूत पर फैल रहा था। वो अपना एक हाथ आगे लाते हुए धीरे से उसकी गुलाबी चूत के होंठो को हल्का सा खोल देता है और जैसे ही चूत खुलती है उसमे से रस की कुछ बूंदे टपक कर उसका स्वागत करती हैं और समर के हाथ को भिगो देती हैं। समर माही की आंखो में देखते हुए उसके चूत रस से भीगी हुई उंगली को मुंह में डालकर चूसने लगता है । माही तो जैसे ये सब देख रह कर पागल हो गई थी। वो अपने दोनो हाथो से उसका सिर पकड़ कर अपनी चूत पर झुका देती हैं ताकि समर जल्दी से उसकी चूत पूरी गीली कर सके। समर अपने प्यासे होंठो को उसकी चूत पर जोड़ देता हैं और उसकी चूत को चूसने लगता हैं। जैसे ही समर के होंठ उसकी चूत पर पड़ते हैं माही का बदन एक तेज झटका खाता हैं और उसकी सिसकी निकल पड़ती है।
माही: आह मेरी जान, ये कैसा एहसास है , और चाटो ।
समर जोश में आते हुए उसकी चूत के उपर नीचे दोनो लिप्स पर अपने होठ घुमाने लगता हैं और जीभ निकाल कर चाट लेता है।
माही तो आज जैसे मजे से पागल सी हो गई थी वो जोश में आते हुए अपनी एक चूची को अपने मुंह में लेकर चूसने लगती हैं । ।
माही: हाय खा मेरी चूत को समर आज , पूरी चाट चाट लो , पूरी मुंह में भरकर चूसो इतनी गीली कर दो कि पूरा लंड एक ही बार में अंदर घुस जाए। " और जोर जोर से अपना निपल चूसने लगती हैं । समर अब जोश में आते हुए उसकी पूरी चूत को मुंह में भर लेता है और जोर जोर से चूसने लगता है। माही आपे से बाहर हो चुकी थी उसका पुर जिसके लहरा रहा था। मजे के कारण वो मचल रही थी, सिसक रही थी और उसकी सिसकियां कमरे का माहौल और गर्म कर रही थी।
माही: आह बहुत मजा आ रहा है समर , जीभ से इतना मजा आ रहा है तो लंड से कितना आएगा। "और मत तड़पाओ मेरी जान अब तो घुसा दो अंदर ।
लेकिन समर को उसकी चूत चूसने में पूरा मजा आ रहा था और वो पूरी तेजी से चूसने लगता है तो माही को लगता हैं कि उसकी चूत में सैलाब आने वाला है और वो मजे से अपनी चूत जोर जोर से इसके मुंह पर रगड़ने लगी थी
Really fentastic
 

pashwin87

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पूरी तरह से निश्चित होने के बाद वो समर के रूम में घुस जाती हैं , उसके पैर बुरी तरह से कांप रहे थे। दिमाग उसे बोल रहा था कि ये सब गलत हैं लेकिन उसका लालची मन उसे उकसा रहा था । और वो समर को देखती हैं जो अभी नंगा ही पड़ा हुआ था। वो हिम्मत करते हुए उसके पास बेड पर बैठ जाती हैं और उसके लंड पर नजर जमा देती हैं जो किसी लोहे की रोड की तरह से खड़ा हुआ था। उसके जिस्म में हलचल मच चुकी थी । राम्या डरते हुए अपना हाथ आगे बढ़ाती हैं और अपनी उंगलियों से जैसे ही उसका लन्ड छूती हैं उसके मुंह से एक आह निकल जाती हैं और इसकी चूत में पानी आने लगता है और वो लंड को पकड़ लेती हैं । जैसे ही वो लंड को पकड़ती हैं उसके जर्रा जर्रा सेक्स में डूब जाता है । वो लंड पर अपनी उंगली चलाती हैं उसे मजा आने लगता हैं । लंड और टाइट होता जा रहा था। उसकी चूत से पानी निकलना शुर हो गया था । वो धीरे से अपनी ट्रैक सुट को नीचे करती हैं जिससे उसकी चूत नंगी हो जाती हैं ।उसकी चूचियां फूल पिचक रही थी , वो अपना एक हाथ अपने चूत पर लाते हुए एक उंगली गीली करती हैं और लंड को ध्यान से देखते हुए पूरी उंगली अपनी चूत में घुसा देती हैं । जैसे ही उंगली चूत में घुसती हैं वो जोश में आते हुए उसका लन्ड जोर से पकड़ लेती हैं और दबा देती हैं जिससे समर के होंठो से एक आह निकल पड़ती हैं जिसे सुनकर राम्या को अपनी गलती का एहसास होता है और वो डर जाती हैं , उसका सारा जोश खत्म सा हो जाता हैं। लेकिन समर गहरी नींद में सोया हुआ था। राम्या की हिम्मत फिर से बढ़ती हैं और वो फिर से लंड पकड़ लेती हैं और सहलाने लगती हैं । उसकी उंगली चूत में घुसी हुई थी और अंदर बाहर हो रही थी । मजे के कारण उसके मुंह से सिसकियां निकलने लगती हैं और वो जोश में आते हुए अपनी उंगली को जोर जोर से अन्दर बाहर करने लगती हैं।
अब उसका पुर जिसका हिल रहा था, चूत से फ़च फ़च की आवाज निकल रही थी । अचानक से रम्या का पूरा जिस्म अकड़ने लगता हैं और वो मजे से चीख़ते हुए उंगली को पूरा अंदर घुसा देती और आगे आगे बढ़कर के लंड के सुपाड़े को मुंह में भर कर चूसते हुए झड़ जाती हैं।
जैसे ही चूत कि गर्मी शांत होती है उसकी नजर गेट में खड़े अपने बाप पर पड़ती है वो राम्या की डर के मारे गांड़ फट जाती हैं और निगाहें नीची करते हुए एक चादर समर के जिस्म पर डालती हैं और चुपचाप कमरे से बाहर निकल जाती है। और करण को जैसे अपनी आंखो पर यकीन ही नहीं हो पा रहा था कि उसकी सगी बेटी अपने सोते हुए भाई का लंड चूसते हुए अपनी चूत में उंगली कर रही थी।
Bhai yaha to mamla bigad gaya hai ab dekhna hai ke beti to baap ya phir bhai me se koin opening player banta hai
 

pashwin87

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समर उसकी चूची चूसते हुए अपना एक हाथ नीचे लाता है और उसकी सलवार के अन्दर घुसा कर उसकी चूत हाथ में भर लेता है और उपर से ही मसलने लगता हैं। माही से इतना मजा बर्दाश्त नहीं हो रहा था । उसका जिस्म पूरा कांप रहा था और होठ सुख चुके थे। अब समर आगे बढ़ते हुए उसकी सलवार खोल देता है तो माही अपने दोनो टांगे खोलकर उसकी मदद करती हैं और सलवार बाहर निकल जाती है। समर देखता है कि उसकी चूत पूरी गीली हो गई हैं और उसकी पेंटी को भिगो चुकी है ।
समर अपने जलते हुए होठ नीचे लाकर उसकी चूत पर रखकर पेंटी के ऊपर से ही उसकी चूत को मुंह में भर लेता और चूसने लगता हैं । माही का पूरा जिस्म उसके काबू से बाहर हो गया और और मजे के कारण उछलने लगा । समर उसकी दोनो टांगो को पकड़ कर उसे काबू करने लगा ।
माही के दोनो हाथ उसकी चूचियों पर आ गए थे वो वो खुद ही जोर जोर से अपनी चूचियां दबा रही हैं । जैसे ही समर ने उसकी चूत पर जीभ फिराई वो मस्ती से तड़प उठी और अपनी चूची को मुंह में भर कर चूसने लगी।
माही: उफ़ समर, मेरी जान ही लोगे क्या आज ? पेंटी उतार कर चूसो मेरी जान।
समर तेजी से उसकी पेंटी उतार देता है और जैसे ही इसकी चूत देखता हैं लंड जोरदार हुंकार मारते हुए बिल्कुल सीधा खड़ा हो जाता हैं ।उसकी चूत के दोनो लिप्स आपस में पूरी तरह से चिपके हुए थे और उनमें से रस बाहर टपक कर उसके जांघो को भी पूरा गीला कर चुका था। उसकी चूत के नाजुक होठ कुछ यूं खिल और बंद हो रहे थे मानो काली फूल बनने की तैयारी कर रही हो ।
अब समर अपने होंठ उसकी जांघो पर रखकर चूसने लगा तो माही की चूत से और ज्यादा रस टपक रहा था ।समर की जीभ उसके बदन में हलचल मचा रही थी।
समर उसकी चूत के आस पास चाटते हुए अपनी जीभ चला रहा था जिससे उसकी चूत पानी पानी हो गई थी। समर उस जान बूझकर तड़पा रहा था ताकि उसकी चूत ज्यादा रस छोड़े ताकि लंड घुसने में आसानी हो। माही से अब बर्दाश्त नही हो रहा था वो समर के चेहरा उपर उठाती है और उसकी आंखो में देखते हुए अपने लिप्स पर होठ फिराकर उसे अपनी चूत की तरफ इशारा करती हैं मानो इससे चूत चूसने के लिए कह रही हो की मेरी चूत चूस पूरी तरह से गीली कर दो और नीचे से अपनी चूत को उपर की तरफ उभार देती है।
अब समर भी पूरे जोश में आते हुए अपने प्यासे होंठो को उसकी टपकती हुई चूत से जोड़ देता हैं । जैसे ही चूत पर होठ पड़ते हैं माही की सिसकी निकल जाती है
माही: आह आह उफ्फ ।
और समर जोर जोर से उसकी चूत चूसने लगता हैं माही अपने दोनो हाथ आगे बढ़ा कर उसका लन्ड को की अब लोला बन गया था उस पकड़ लेती हैं और पागलों की तरह जोर जोर से दबाने लगती हैं। आज उसकी प्यास पूरी तरह बाहर आ रही थी ।समर जैसे ही इसकी चूत पर जीभ निकाल कर फेरता है तो माही की चूत पिघल गई और समर के मुंह में रस की धर छोड़ने लगी और उसका बदन अकड़ता चला गया।
माही: आह समर मेरी चूत मेरी जान
आह आह ,सी ई है भगवान ।

मजे के कारण उसकी आंखे बंद हो चुकी थी चूत एक दम गीली थी इतनी गीली की आराम से लंड घुस जाए।
समर उसकी चूत को चूसता रहता हैं और जल्दी ही माही का बदन फिर से गरम होने लगता है तो वो अपनी चूत फिर से उसके मुंह पर रगड़ने लगती हैं ।
माही: आह आह समर , मुंह में भरकर चूसो , जान लेलो आज मेरी, मार डालो मुझे ।इतनी चिकनी कर दो के लंड पूरा घुस जाए।
अब माही का पूरा जिस्म उसकी जीभ की ताल पर थिरक रहा था
माही: बस मेरी जान , अब बर्दाश्त नही होता , उपर आ जाओ और मेरी प्यास बुझा दो और बोलते हुए उसके लंड को पकड़ लेती हैं । समर भी अब तड़प रहा था ।
वो माही के सामने आ जाता हैं और अपना लन्ड उसके मुंह के आगे करके आंखे बंद कर लेता है। माही जैसे ही लंड को देखती हैं उसकी फट सी जाती हैं है भगवान ये पहले से कितना मोटा और तगड़ा हो गया हैं अब ये चूत में कैसे घुसेगा ।माही अपना मुंह खोलती हैं और उसके सुपाड़े को मुंह में भर लेती हैं तो उसका मुंह पूरा खुल जाता हैं। है भगवान पहले से कितना बड़ा हो गया हैं सुपाड़ा ।
और जीभ से उसे पूरा गीला करने लगती हैं और फिर पूरी हिम्मत करके अपना मुंह और खोलती है आधे से ज्यादा लंड मुंह में भर लेती हैं तो दो गांठ भी उसके मुंह में घुस जाती हैं जिससे उसका मुंह फट सा जाता है । और वो उसके लंड को पूरा गीला कर देती हैं चूस चूस कर।
और उसके लंड को मुंह से निकालते हुए समर को अपने उपर खींच लेती हैं , माही की चूत पूरी तरह से गीली थी अविश्वनीय हद तक ।
जैसे ही समर माही के उपर आया लंड चूत पर अड गया । माही का बदन तड़प उठा और चूत इस मिलन पर रोते हुए आंसू बहाकर और गीली हो गई मानो लंड का स्वागत कर रही हो। अब समर अपने दोनो लिप्स उसके लिप्स पर रख कर चूसने लगा और दोनो हाथो में उसकी चूचियां भरकर दबाने लगा। माही से बर्दाश्त नहीं हुआ और उसने अपने हाथ नीचे ले जाकर लंड को चूत के छेद पर टिका दिया और समर के में एक कामुक आवाज में बोली:आपकी कली फूल बनने कि लिए तैयार हैं लेकिन पहला धक्का में खुद मारूंगी।
और ऐसा कहते हुए अपनी गांड़ उपर उठाते हुए एक जोरदार धक्का लगा दिया । जैसे ही चूत उपर अाई लंड का मोटा सुपाड़ा उसमे घुसता चला गया और पूरा घुस गया और चूत का मुंह पूरी तरह से फैल गया ।
माही को एक तेज दर्द का हुआ और वो दर्द के कारण चींखं पड़ी और उसने अपने दोनो हाथ उसके गले में डाल कर उससे चिपक गई मानो दर्द भगाने की कोशिश कर रही हो।
समर उसकी चूची मुंह में भर कर चूसने लगा जिससे उसे कुछ आराम मिला और समर एक हाथ नीचे लाते हुए उसकी चूत को सहलाने लगा जिससे माही को कुछ अच्छा लगने लगा और वो अपनी चूत लंड पर घुमाने लगी । समर ने उसकी आंखो में देखा तो माही ने उसे धक्का का मारने का इशारा कर दिया और जोर से अपना मुंह बंद कर लिया मानो खुद को तैयार कर रही हो। समर का लंड तो चूत में जैसे फस सा गया था। समर से उसकी आंखो में देखते हुए अपने लंड को पीछे की ओर जैसे ही खीचा तो माही की चूत भी खीचती चली गई और फिर और लंड का जोरदार धक्का जड़ दिया उसकी नाजुक चूत पर ।
too awesome
 

pashwin87

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माही की आज ऐसी दमदार चुदाई हुई जो किसी भी लड़की का सपना होती हैं पर सबकी किस्मत में नहीं होती।
उसके जिस्म का पोर पोर दर्द और मस्ती से भर उठा था। समर का लंड जल्दी ही मुरझा कर उसकी चूत से बाहर निकल आया और समर उसकी पीठ पर से उतर गया तो माही को कुछ सुकून मिला । उसकी टांगे दर्द से कांप रही थी, वो धीरे से सीधी होती है और जैसे ही उसकी चूत टांगो से टच होती है तो उसके मुंह से एक दर्द भरी आह निकल पड़ती हैं।

वो एक बार समर की तरफ अजीब सी नजरो से देखती है मानो उससे शिकायत कर रही हो कि मेरी चूत का क्या हाल बना दिया है !
फिर वो कुछ सोचकर आगे बढकर उसका लन्ड पकड़ लेती हैं और जोर से दबा लेती हैं मानो अपना बदला ले रही हो।
समर दर्द से तड़प कर उसकी दोनो चूचियों को पकड़ कर दबा देता है तो माही एक तेज सिसकी लेकर उसका लन्ड छोड़ देती हैं।

माही फिर प्यार से उसके होंठो को चूमती हैं और बाथरूम की तरफ जाने लगती हैं तो दर्द के मारे उससे चला नहीं जाता तो समर उसे बांहों में उठा कर ले जाता हैं ।
माही : बड़ा प्यार आ रहा है और थोड़ी देर पहले तो जानवर बने हुए थे। मेरी क्या हालत बना कर रख दी है तुमने !!
समर उसके होठों को चूम लेता हैं और फिर उसके कान में बोलता हैं: तुम्हारी चूत बहुत मस्त और कसी हुई हैं, जितना भी चोद लूं और ज्यादा चोदने का मन करता हैं मेरी जान ।

फिर दोनो बाथरूम में घुस जाते हैं और समर उसे अच्छे से नहलाता हैं और उसका पूरा जिस्म साफ करता है और फिर बेड पर लाकर लिटा देता हैं और उसे कपने पहनाने लगता है ।

माही पूरी तरह से थक गई थी इसलिए बेड पर पड़ते ही उसे नींद आ गई। समर माही के सोने के बाद बाहर आ गया और गैलरी में घूमने लगा ।
काम्या भी अब पहले से ही खुले गेट से अंदर आ गई और उसके साथ ही टहलने लगी।
काम्या: बेटा ये तुमने बहुत अच्छा किया जो कबीले में स्कूल , सड़के और बिजली की सुविधा ला रहे हो, इससे लोगों को काफी फायदा होगा और ये पढ़ लिख कर समाज के साथ चल सकेंगे।

समर: हां मम्मी, मेरा तो अब ये सपना सा बन गया है कि मेरा कबीला आगे बढ़े ।
काम्या: अच्छी बात हैं, बेटा तुम खुश तो हो माही से शादी करके ?

समर शर्मा जाता हैं और नजरे नीची कर लेता हैं और बोलता हैं : जी मम्मी , अच्छा हुआ कि मेरी और माही की शादी हो गई नहीं तो हम दोनों तो किसी और से शादी कर नहीं पाते ।
काम्या: अरे तो शर्मा क्यों रहा हैं , मुंह उपर उठा कर बात कर , अब तो तू मर्द बन गया हैं और वो भी एक दम जानदार मर्द" और ऐसा बोलकर अपनी नजरे उसके अंडर वियर पर जमा देती हैं।

समर अपनी नजरे उपर उठा लेता हैं और अपनी मम्मी के मुंह से मर्द वाली बात सुनकर उसे अजीब सा लगता लेकिन खुशी बहुत होती है अपनी तारीफ सुनकर।

काम्या: चलो अच्छा हुआ कि तुम्हारी भी कसम रह गई और माही की भी शादी हो गई उसकी मर्जी से । अच्छा सुन मेरा आज मछली खाने को बहुत मन कर रहा है क्या तू मेरे साथ चलेगा मछली पकड़ने नदी से ?
समर की बड़ी इच्छा थी कि वो मछली पकड़े इसलिए वो एक दम खुशी से हां कर देता हैं।

दोनो मा बेटा थोड़ी देर बाद ही चल दिए नदी की तरफ मछली पकड़ने के लिए ।
काम्या ने एक हल्का सा सूट सलवार पहन रखा था जो उसके जिस्म पर पूरी तरह से कसा हुआ था और उसके जिस्म के कटाव साफ नजर आ रहे थे।
वहीं समर ने भी हल्के रंग का कुर्ता पाजामा पहना हुआ था।

समर और काम्या नदी पर पहुंच गए और वहां देखा कि एक नाव बंधी हुई हैं जो लोग मछली पकड़ने के लिए इस्तेमाल करते थे।समर उस नाव को खोल देता हैं और दोनो उसमे बैठ जाते हैं और नाव जल्दी ही नदी में उतर गई।
समर चापु से नाव को चला रहा था और काम्या दोनो हाथो में जाल पकड़े हुए थी जो कि नदी के अंदर डाल रखा था।
कोई मछली नहीं फस रही थी क्योंकि किनारे की मछलियां सुबह ही पकड़ी जा चुकी थी ।

काम्या: समर एक काम करो नाव को नदी में अंदर की तरफ ले चलो , वहीं मछलियां मिलेगी" !
समर नाव को अंदर की तरफ घुमा देता हैं और वो अब नदी के बिल्कुल बीच में थे जहां से किनारा बिल्कुल भी नहीं दिख रहा था ।
काम्या का जिस्म तो रोमांच से भर उठा ये सोचकर कि हमें अब देखने वाला यहां कोई नहीं हैं। उसकी चूत में नमी आने लगी समर के लंड को याद करके और वो नजरे उसके पजामे में घुसा देती हैं ।
समर को जैसे ही उसकी नजरो का एहसास हुआ तो सकपका गया कि उसकी मम्मी की नजरे उसके पजामे पर हैं और उसकी सांसे तेज होने लगी । सुबह ही उसने गलती से अपनी मम्मी को चोद दिया होता अगर उसके मुंह से आवाज ना निकली होती तो।
जैसे ही समर नदी की तरफ देखता तो काम्या अपने ब्रा के अंदर हाथ डालकर अपनी चूची को अच्छे से उभार देती हैं जिससे उसकी चूचियों की गोलाई साफ नजर आने लगी थी।
समर जैसे ही इस बार काम्या की तरफ देखता हैं तो उसकी चूचियां का उभर दिख गया ।उफ्फ कितनी गोरी और बड़ी हैं मम्मी की चूचियां , ये सोचकर उसका लन्ड जोर मारने लगा और खड़ा होना शुरू कर दिया।

तभी नाव को एक तेज झटका सा लगा क्योंकि जाल में एक बहुत बड़ी मछली फस गई थी तो काम्या खड़ी होकर जाल को उपर खींचने लगी तो उसकी गांड़ समर की नजरो के सामने आ गई। कितनी चोड़ी और मस्त गांड़ हैं मम्मी की , हाय देखो कैसे उपर की तरफ उभरी हुई हैं ।

तभी काम्या जाल को जोर से अपनी तरफ खींचती हैं तो मछली नाव से टकरा गई और काम्या को एक तेज झटका लगा और वो संभल नहीं पाई और नदी में गिर गई और डूबने लगी।
जैसे ही वो नदी में गिरी , समर फुर्ती से नदी में कूद गया और काम्या को पानी में ढूंढने लगा ।

जैसे ही काम्या का जिस्म पानी के दबाव के चलते बाहर आया तो समर को एहसास हुआ कि काम्या उससे कितनी दूरी पर हैं और वो उसकी तरफ तैरने लगा ।

नदी में अपनी की गहराई कोई 5 फीट 8 इंच थी जिस कारण काम्या उसमें डूब गई जबकि लंबाई ज्यादा होने के कारण समर का मुंह पूरा बाहर था।
वो जैसे जी काम्या के पास पहुंचा तो उसने काम्या को पकड़ लिया ।काम्या की हालत खराब हो चुकी थी उसने जल्दी में समर को पकड़ा तो उसका हाथ उसके लंड पर पड़ गया और उसने लंड को जोर से पकड़ लिया ।

काम्या बहुत डर गई थी इसलिए उसे एहसास नहीं हुआ की उसने क्या पकड़ा हुआ है और वो लंड को पकड़ कर ही उपर की तरफ आने लगी।
जल्दी ही उसका मुंह पानी से बाहर आ चुका था ।वो लंबे लंबे सांस लेने लगी। काम्या ने लंड को बहुत कसकर पकड़ा हुआ था जिस कारण वो अकड़कर पूरा खड़ा हो गया था और समर तो जैसे हैरान था क्योंकि काम्या ने उसका लंड अभी तक नहीं छोड़ा था

जैसे ही काम्या की सांसे नॉर्मल हुई तो उसे एहसास हुआ कि उसने समर का लंड पकड़ा हुआ हैं जो पूरी तरह से खड़ा हो गया हैं थी तो शर्म से उसका मुंह लाल हो गया ।

वो इस मौके को हाथ से नहीं जाने देना चाहती थी इसलिए उसने एक बार अच्छे से पूरे लंड पर हाथ घुमाया तो उसे एहसास हुआ कि सच में उसका लन्ड बहुत मोटा और लम्बा तगड़ा हैं, करण से तो बहुत ज्यादा मोटा और लंबा भी कम से काम 2 इंच ज्यादा। जैसे ही उसके हाथ में लंड की गांठ अाई तो चूत तड़प उठी, कितनी मोटी मोटी गांठ हैं , सुपाड़े से तो बहुत मोटी हैं, और पिछले वाली तो कुछ ज्यादा ही मोटी हैं इसलिए माही की चूत का इतना बुरा हाल हो गया था।

वो लंड को अच्छे से महसूस करके जोर से दबा देती हैं और फिर उस पर से हाथ हटा देती है। जैसे ही उसने लंड दबाया तो समर के मुंह से एक तेज आह निकल पड़ी जिसे काम्या ने सुन लिया ।

लंड को छोड़ते ही काम्या फिर से डूबने लगी ती समर ने उसे अपनी गोद में उठा लिया और काम्या ने भी अपनी दोनो बांहे उसके गले में डाल दी और उससे चिपक गई।


काम्या: ओह समर, बेटा मुझे बहुत डर लग रहा है, आज तुमने मुझे बचा लिया, नहीं तो मैं तो आज डूब ही जाती ।

समर: मम्मी घबराओ मत , मैं आपको कुछ नहीं होने दूंगा । अपने बेटे पर भरोसा रखो।
काम्या: तुझ पर तो मुझे पूरा यकीन हैं बेटा, " और ऐसा कहकर उसका गाल चूम लेती हैं और फिर से उससे चिपक गई।
समर हैरान था कि उसकी मम्मी उसका माथा चूमती थी तो आज गाल क्यों चूम लिया।
काम्या उसकी कमर पर धीरे धीरे हाथ घुमाने लगती हैं जिससे समर बैचेन हो उठा था और उसका लन्ड जोश में आकर नीचे काम्या की गांड़ पर रगड़ खाने लगा।
दोनो के मुंह से एक आह निकल पड़ी। काम्या तो मस्त हो चुकी थी क्योंकि दोनो के कपड़े भीग जाने की वजह से लंड बिलकुल साफ़ महसूस हो रहा था। काम्या ने आज नीचे पेंटी भी नहीं पहनी हुई थी और समर पजामा भी बिल्कुल चिपक गया था जिस कारण काम्या को लंड पूरी तरह से रगड़ता हुआ महसूस हो रहा था।

समर: मा नाव देखो कितनी दूर चली गई है, अब उस तक जाना मुश्किल होगा इसलिए हमे किनारे की तरह ऐसे ही पैदल जाना होगा, तुम मुझे अच्छे से पकड़ लो ताकि गिरने से बच जाओ।

समर ने ये सब उसकी भलाई के लिए कहा था और काम्या को तो जैसे मुंह मांगी मुराद मिल गई हो।
उसने पूरी तरह से उसे कसकर पकड़ लिया और अपनी चूची उसके सीने में घुसा दी , नीचे से अपनी दोनो टांगो से उसकी कमर को कसते हुए थोड़ा सा उपर होकर अपनी चूत उसके लंड से मिला दी और अपनी चूत को उसके लंड पर उपर नीचे रगड़ने लगी। चूत के लंड पर लगते ही समर जोश में आ गया और उसकी अपने दोनो हाथो से उसकी कमर सहलाने लगा।
समर को जोश में आते देखकर काम्या की चूत खुशी से छलक उठी और रस बहाने लगी।
काम्या अब अपने हाथ नीचे उसकी कमर से लेकर गांड़ तक फिराने लगी ।

समर धीरे धीरे पानी में आगे बढ़ रहा था। जैसे ही वो आगे पैर रखता लंड और जोर से चूत पर पड़ता और दोनो को बहुत मज़ा आता ।
समर ने अब अपने दोनो हाथ उसकी गांड़ पर टिका दिए और उसकी गांड़ को मसलने लगा। दोनो एक दम बहक चुके थे, रिश्ते नाते , डर शर्म कहीं बहुत पीछे छूट गई थी।

गांड़ पर हाथ पड़ते ही काम्या सिसक उठी और उसके मुंह से आह निकल गई: आह समर, खूब अच्छे से पकड़ो मुझे, कहीं फिर से गिरकर डूब ना जाऊं "

काम्या के मुंह से ये बात सुनते ही समर को हरी झंडी मिल गई और उसने पूरी ताकत से उसकी गांड़ को दबाना शुरू कर दिया। काम्या से अब बर्दाश्त नहीं हुआ और उसने अपनी टांगे थोड़ी और चोड़ी कर ली जिससे चूत और खुल गई और लंड कपड़ों के ऊपर से ही उसकी चूत के मुंह पर आ लगा ।
जैसे ही सुपाड़े का एहसास उसे अपनी चूत के मुंह पर हुआ उसकी चूत और मुंह दोनो मस्ती से खुल गए ।
काम्या: आह समर, ऐसे ही पकड़ कर रखो , थोड़ा सा अपनी टांगो को जोर से उपर दबाओ ताकि जल्दी काम हो सके और हम नदी से बाहर निकल जाए।
समर उसकी बात समझ गया और उसने अपने लंड को उपर की तरफ करते हुए उसकी चूत पर दबा दिया जिससे कपड़ों सहित उसका लंड अंडर घुसने की कोशिश करने लगा।

काम्या तड़प उठी और उसने भी जोर से अपनी गांड़ नीचे लंड पर दबा दी जिससे लंड थोड़ा ज्यादा दबाव डालकर अंदर की तरफ घुसने लगा लेकिन चूत में नहीं घुस पाया ।

दोनो तड़प रहे थे और अब पानी कम होता जा रहा था जो अब समर के पेट तक आ रहा था लेकिन काम्या और समर को जैसे इसका एहसास ही नहीं था।

काम्या जोर जोर से अपनी चूत उसके लंड के टोपे पर रगड़ने लगी तो समर भी तेज तेज धक्के मारने लगा उसकी चूत के मुंह पर ही। काम्या को अब बहुत मज़ा आ रहा था, वो सब कुछ भूल कर लंड कि रगड़ का मजा ले रही थी।
तभी समर का पांव एक गड्ढे में पड़ा जिससे काम्या की चूत लंड पर जोर से दबी और काम्या मस्त नजरो से समर की तरफ देखती हैं और उसकी आंखे में देखते अपने दोनो होठ गीले उसके होठों से जोड़ देती हैं। जैसे ही दोनों के होंठ जुड़े किस शुरू हो गया।समर पूरी तरह से उसके होठ चूस रहा था और काम्या भी उसका पूरा साथ दे रही थीं । तभी समर ने आगे बढ़ते हुए अपनी जीभ उसके मुंह के अंदर घुसा दी और उसकी जीभ पकड़ कर चूसने लगा तो काम्या का पूरा जिस्म जल उठा और उसका धैर्य जवाब दे गया । वो तेजी से अपना हाथ नीचे लाई और अपनी सलवार को खुल दिया। सलवार खुलते ही नीचे सरक गई।
समर के दोनो हाथ इस बार जैसे ही काम्या की गांड़ पर आए तो उसे महसूस हुआ कि उसकी गांड़ पूरी तरह से नंगी हो गई है तो वो उसकी जीभ को पागलों की तरह से चूसने लगा और पूरी ताकत से उसकी चूत पर लंड के धक्के मारने लगा।हर धक्के पर लगता कि लंड अंदर घुस जायेगा लेकिन हर बार कपड़ा बीच में आ रहा था। काम्या और जोर से अपनी चूत दबा रही थी कि किसी तरह लंड घुस जाए लेकिन वो कामयाब नही हो रही थी। वो प्यासी और कामुक नजरो से समर की तरह देखती हैं तो समर उसे आंखो में ही कुछ इशारा करता है तो काम्या अपने दोनो हाथ नीचे ले जाकर उसके पजामे को खोल कर अंडर वियर सहित नीचे सरका देती हैं और उससे जोर से चिपक जाती हैं।
समर अपने हाथ उसकी कमर पर ले जाकर उसकी ब्रा खोल देता हैं और आगे से सूट उठाकर उसकी चूचियां नंगी कर देता हैं।
माही अब जोश में आते हुए अपने हाथ से उसका लन्ड पकड़ती हैं और चूत के ठीक मुंह पर रखकर उस पर अपनी चूत ढीली छोड़ देती हैं और समर उसकी चूचि को मुंह में भर लेता हैं।

जैसे ही चूत नीचे आती हैं लंड का पूरा सुपाड़ा उसमे घुसता चला जाता हैं ।जैसे ही सुपाड़ा पूरा घुसा तो काम्या की एक दर्द भरी आह निकल पड़ी ।
काम्या: आह समर, कितना मोटा है ये ,"।
काम्या पूरी ताकत से अपनी बांहे उसके गले में डाल देती हैं और चूत नीचे दबाने लगती हैं और समर भी लंड उपर की तरफ दबाता है तो एक इंच लंड और अंदर घुस जाता है लेकिन उससे आगे नहीं बढ़ पाता क्योंकि मोटी गांठ उस घुसने से रोक रही थी। काम्या प्यासी नजरो से उसकी तरफ देखती हैं मानो उसे कह रही हो कि पूरा घुसा दो जड़ तक ।
समर समझ जाता है और जोर से तगड़ा धक्का मारता हैं और काम्या भी दम लगाती है लेकिन लंड उससे आगे नहीं घुस पाता और दोनो तड़प उठते हैं।


तभी समर को माही की बात याद आती है कि वो किस तरह थूक से पूरा लंड गीला कर देती थी और अपनी चूत भी ।

समर काम्या की आंखो में देखता हैं और अपने मुंह से ढेर सारा थूक निकाल लेता हैं तो काम्या भी जोश में आकर अपने थूक से उसका हाथ पूरा भर देती हैं ।
समर नीचे हाथ ले जाकर लंड को खूब अच्छे से चिकना कर लेता हैं और खूब सारा थूक उसकी चूत पर मल देता है और अपनी नजरे उपर उठाकर काम्या की आंखो में देखते हुए लंड बाहर निकाल कर एक तेज धक्का मारता हैं तो काम्या दर्द को झेलने के लिए अपना मुंह बंद कर लेती हैं।

लेकिन लंड फिर से गांठ से आगे नहीं बढ़ पाया क्योंकि पानी में होने के कारण सारा थूक बह गया था । अब दोनो किनारे के पास आते जा रहे थे और जल्दी ही वो नदी से निकलने वाले था। पानी अब समर की जांघो तक आ रहा था।
समर ने उसकी चूची चूसते हुए सिर्फ सुपाड़े से ही उसकी चूत में धक्के मारने शुरू कर दिए तो काम्या भी हालत से समझौता करते हुए सुपाड़े से ही चुदने लगी ।
काम्या: आह समर, हाय री मा, उफ्फ हाय सी एसआईआईआई हाययएचएचएचएच री ।
पानी अब समर के घुटनों तक आ रहा था जिस कारण चूत से बहते रस के कारण लंड पूरा गीला होता जा रहा था जिसकी उन्हें कोई खबर नहीं थी।

समर के चलने से लंड अपने आप अंदर बाहर हो रहा था और काम्या उसका साथ देते हुए अपनी गांड़ उपर नीचे कर रही थी , सुपाड़ा उसकी चूत को पूरा फैला रहा था जिसकी काम्या का जिस्म कांपने लगा और लगने लगा कि उसकी चूत किसी भी पल झड़ सकती हैं ।
समर ने भी पूरी ताकत से सुपाड़ा घुसाना शुरू कर दिया और वो भी झड़ने के कगार पर आ चुका था।
तभी काम्या के मुंह से एक मस्ती भरी आह निकल गई और उसकी चूत ने अपना रस बहा दिया ।
काम्या:। आह समर गई मेरी चूत तो, उफ्फ कितना मजा हैं लंड में ।
तभी समर का पैर एक गड्ढे में पड़ा और वो छपाक से पानी में गिरता चल गया और काम्या उसके उपर गिरी ।
लंड का सुपाड़ा अभी भी चूत में था और काम्या का रस निकलने के कारण उसका पूरा लंड पूरी तरह से चिकना हो गया था और चूत तो अविश्वस्नीय हद तक गीली थीं ।

लंड का दबाव काम्या की चूत पर पड़ता चला गया और आधा लंड अंदर घुस गया और साथ ही उसकी एक मोटी गांठ भी उसकी चूत को फाड़ते हुई अंदर घुस गई।

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काम्या का पूरा जिस्म दर्द के मारे ऐंठ गया और उसके मुंह से एक तेज दर्द भरी चींखं निकल गई और वो समर से चिपकती चली गई और अपने नाखून उसके कंधो में गड़ा दिए।
काम्या: आह उफ्फ री मा री , फट गई मेरी चूत, आह मर गई मा री, कितना मोटा लन्ड घुस गया सिसिसी री आह ।

और जैसे ही लंड आधा चूत में घुसा उसकी गर्मी से समर का भी वीर्य निकल पड़ा उसकी चूत में और काम्या की चूत ने भी एक बार फिर से अपना रस बहा दिया।
दोनो ऐसे ही पड़े रहे जब तक उनकी सांसे पूरी तरह से ठीक नहीं हो गई। लंड मुरझा कर उसकी चूत से बाहर निकल आया और काम्या की चूत फटने के कारण चूत से खून आ गया जो कि पानी को लाल करने लगा।

फिर दोनो आराम से उठे और चुप चाप घर की तरफ वापिस चल पड़े ।
Super one dear
 
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