वो काम्या के रूम की खिड़की में से उसके रूम में घुस गया ।जैसे ही वो रूम के अंदर घुसा तो उसने देखा कि उसकी मा एक लिंगरी में लेटी हुई है और उसकी दोनो आंखे पूरी तरह से बंद थी और नशे और उत्तेजना में पता नहीं क्या क्या बडबडा रही हैं,कभी दोनो हाथो से अपनी चूचियां मसल रही थी तो कभी अपनी चूत सहला रही थी । समर उस ध्यान से देखने लगा तो उसे महसूस हुआ कि उसकी मा सच में बहुत खूबसूरत हैं
। समर ने प्यार से उसके कान में आवाज लगाई तो समर की आवाज सुनते ही खुशी से उसकी आंखे खुशी खुल गई और वो समर से लिपटती चली गई और उसके चेहरे पर किस करने लगी।
समर उसके कान में बोला : मम्मी एक गुड न्यूज़ हैं आपके लिए ?
काम्या: क्या जल्दी कहो?
समर उसकी आंखो में देखते हुए बोला कि माही और सोनम अाई थी और खाना, केक देकर चली गई है।
उफ्फ काम्या जैसे ही ये सुना वो मस्ती से झूम उठी और अपनी लिंगरी से अपनी दोनो चूचियां बाहर निकाल ली और अपनी चूत पर से लिंगरी हटाते हुए एक उंगली से अपनी चूत मसलते हुए उसकी तरफ कामुक नजरे से देखते हुए स्माइल करने लगी।
समर से अब बर्दाश्त नहीं हुआ और उसने तेजी से आगे बढ़कर काम्या को अपनी गोद में उठा लिया और काम्या भी अपनी चूत उसके लंड पर रगड़ते हुए अपनी दोनो बांहे उसकी गर्दन में लपेटकर कर उससे चिपक गई ।
समर ने अपने प्यासे होंठो को काम्या के रसीले होंठों पर चिपका दिया और दोनो जोर जोर से एक दूसरे के होंठ चूसने लगे।
नीचे लिंगरी काम्या की चूत पर से हट गई थी और उसकी गीली चूत से निकालता हुआ रस समर के लंड के सुपाड़े को पूरा गीला कर चुका था।
तभी बाहर एक तूफान चलने लगा और बारिश शुरू हो गई, काम्या ने समर को इशारा किया कि वो उसे उपर छत पर ले सके ताकि वो खुल कर बारिश का आनंद ले सके।
समर उसके होंठो को चूसते हुए उसे लेकर उपर की तरफ चल दिया तो चलने से उसका लंड जोर जोर से उसकी चूत पर दबाव डालने लगा और काम्या ने लंड को अपनी चूत के मुंह पर लगाकर अपनी चूत को हल्का सा दबाया तो चिकना सुपाड़ा उसकी चूत में घुस गया, काम्या को दर्द तो हुआ लेकिन मजा बहुत ज्यादा आया। वो ऐसे ही दोनो उपर आ गए ।
उनकी छत आस पास सबसे ज्यादा ऊंची थी इसलिए किसी के देखे जाने के खतरा नहीं था और हल्की हल्की बारिश दोनो के जिस्म को भिगोने लगी। छत पर पूरा अंधेरा था जिसे दूर करने के लिए समर ने उपर लगा हुआ बल्ब जला दिया तो काम्या का शरीर दूधिया रोशनी में नहा गया।
समर ने उसे जैसे ही अपनी गोद से उतारा तो लंड का सुपाड़ा बाहर निकल गया और काम्या तड़प उठी। वो वहीं छत पर लेट गई और समर की तरफ देखते हुए अपनी लिंगरी उतार फैंकी और बिल्कुल नंगी हो गई।
पानी की बूंदे उसके जलते हुए जिस्म की आग को और भड़का रही थी, उसने अपने पास खड़े समर को लंड से पकड़कर खींच लिया तो समर उसकी तरफ खींचता चला आया ।
जैसे ही समर उसके पास आया तो उसने ध्यान से समर के लंड को देखा तो उसकी चूत कंपकपा गई ।
है भगवान कितना मोटा और लम्बा तगड़ा घोड़े जैसा लंड हैं , उफ्फ कितना ज्यादा ठोस है। मानो लोहे का बना हुआ हो।
हाय कितना मोटा सुपाड़ा है। और कितना प्यारा हैं लाल सुर्ख टमाटर जैसा।
काम्या ने उसके पूरे लंड को हाथ में भर लिया तो लंड उसके पूरे हाथ में नहीं समा पा रहा था। उफ्फ हाथ में नहीं आ पा रहा है पूरा , काम्या ने उसके लंड कि पहली गांठ पर हाथ फेरा तो पता चला कि वो सुपाड़े से भी ज्यादा मोटी हैं और इसलिए उसकी चूत को नदी में फाड़ दिया था। उसने जैसे ही हाथ आगे बढ़ा कर लंड कि दूसरी ओर आखिरी गांठ को छुआ तो उसके मुंह से आह निकल गई।
आखिरी गांठ पहली गांठ से और भी ज्यादा मोटी थी,हाय ये कैसे घुसेगी उसकी चूत में ।
उसने एक बार अपनी चूत की तरफ देखा और फिर से अपनी नजरे लंड पर जमा दी तो उसे एहसास हुआ कि मुकाबला बराबरी का नहीं है, आज उसकी चूत का भोसड़ा बन जाना तय था।
वो प्यासी नजरो से सुपाड़े को देखने लगी जी उसे बहुत प्यारा लग रहा था , लालच में आकर उसके होंठ खुल गए और उसने अपने होठ सुपाड़े पर रख दिए ।
उफ्फ जैसे ही उसके जलते हुए होंठ सुपाड़े पर पड़े तो समर की आंखे मस्ती से बंद हो गई और काम्या की चूत और भी ज्यादा गीली होकर रस बहाने लगी।
काम्या ने पूरे सुपाड़े पर जीभ और फिर अपना मुंह पूरा खोलते हुए उस ज़ालिम सुपाड़े को मुंह में भर लिया तो उसका मुंह फैल गया और होंठ सुपाड़े के चारो और कस गए। दोनो के एक साथ प्रयास से सुपाड़ा बाहर निकला और काम्या ने उसे फिर से मुंह में भर लिया और चूसने लगी।
समर तो जैसे मस्ती से झूम रहा था, उसकी सगी मा उसकी लंड चूस रही थी ये किसी सपने से कम नहीं था ।
फिर काम्या ने अपना मुंह थोड़ा सा और खोला और समर ने भी एक तेज सा धक्का उसके मुंह में लगा दिया तो आधा लंड एक गांठ सहित उसके मुंह को फाड़ते हुए अंदर घुस गया। दर्द के मारे काम्या की आंखो में नमी आ गई जो बारिश कि बूंदों में दब कर रह गई।
काम्या का मुंह आज से पहले इतना कभी नहीं खुला था, उसने तो बस आज तक करण का लंड चूसा था जो समर के लंड के मुकाबले कुछ भी नहीं था। काम्या ने ताकत बटोरकर मुंह थोड़ा सा और खोल दिया और लंड को चूसने लगी, उफ्फ समर को आज बहुत मजा आ रहा था, काम्या को माही के मुकाबले कहीं ज्यादा तजुर्बा था जिसका वो फायदा उठा रही थी और होंठो के साथ साथ अपनी जीभ से भी लंड चूस रही थी जिस कारण समर के मुंह से मस्त सिसकियां निकल रही थीं। समर उसके मुंह में लंड के धक्के लगाने लगा मानो चूत चोद रहा हो।
धीरे धीरे काम्या का मुंह लंड के हिसाब से खुल गया और अब लंड चुसाई का मजा बढ़ गया था, समर तेज तेज धक्के उसके मुंह में लगाने लगा तो काम्या ने उसकी आंखो में देखते हुए अपने जिस्म की सारी ताकत लगाकर मुंह को पूरा चौड़ा कर लिया तो समर ने उसका सिर पकड़ कर एक तगड़ा धक्का उसके मुंह में मार दिया और लंड पुरा उसके मुंह में घुस गया।
दर्द के मारे काम्या की जान निकल रही थी , उसके चेहरे पर दर्द मी लकीर साफ दिख रही थी मगर उसने अपनी आंखें समर की आंखो से मिला कर रखी। धीरे धीरे समर ने लंड को हिलाना शुरू किया तो वो उसके मुंह को फैलाते हुए बाहर की तरफ निकलने लगा , समर में अब उसके मुंह को चोदना शुरू कर दिया और तेज तेज धक्के लगाने लगा, ।
काम्या भी जैसे ही लंड अंडर घुसता तो नीचे से उस पर अपनी जीभ रगड़ रही थी। कुछ धक्कों के बाद ही समर को लगा कि वो हवा में उड़ रहा हैं और उसका मजा बहुत ज्यादा बढ़ गया।
तभी उसने एक तेज धक्का लगाते हुए अपना पूरा लंड इसके मुंह में घुसेड़ दिया और उसके गले में वीर्य की पिचकारी मारने लगा। काम्या खुशी खुशी उस अमृत रस को पीती चली गई।
जैसे ही लंड ने पिचकारी मारनी बंद करी तो वो सिकुड़ कर काम्या के मुंह से बाहर आ गया और उसके सुपाड़े पर लगी वीर्य की बूंदों को काम्या ने जीभ से चाट लिया तो समर का जिस्म फिर से कांप उठा।