Update 5:
अगले दिन जब भाभी नाश्ते के लिए बुलाने आई तो समय मैंने जेसे ही भाभी को देखा तो में उन्हें देखता ही रह गया भाभी माल लग रही थी | उन्होंने मस्त साड़ी पहनी थी और उस साड़ी में वो बहुत ही मस्त लग रही थी और उनके मम्मे भी दिख रहे थे और वो मुझ पर झुकी हुई थी , उनकी कमर पेट नाभि पूरी खुला दिख रही थी | उनकी गांड तो और भी मस्त लग रही थी | में तो उन्हें देखता ही रह गया |उस समय मेरा लंड भी खड़ा हो गया था और उस समय तो मुझे ऐसा लग रहा था कि भाभी को पकड़कर चूम लू |
उसके बाद भाभी मुझसे नीचे आने का बोलकर वापस जाने लगइन और जाते जाए मुस्कुरायी और मुझसे मुस्कुराते हुए कहा कि ये फिर से खड़ा कर रखा हैं अमन । एक काम क्यों नहीं कर लेते , गर्लफ्रेंड बना लो कोई, इसको शांत भी कर देगी और मन भी लगा रहेगा ।
मैंने कहा : मेरी है नहीं कोई गर्लफ्रेंड, आप बन जाओ ।
भाभी ने कहा : तुम्हारे भाई बुरा मान जाएंगे , मम्मी जी को बना लो , उनका भी सब कुछ पसंद है न तुमको , हाहाहा
मैंने कहा : दोनों को बना लेता हु मैं तो आप तयार तो हो जो बनने के लिए ।
इतने मे भाभी बोली : हट शैतान , सुबह ही शुरू हो गया , चल नीचे आ जाओ जल्दी से ।
मैं तब नहाने चल गया , नहाते नहाते मम्मी और भाभी को सोच कर मूठ मार दी । फिर मैं नहा कर तैयार हो कर नीचे चल गया ।
सभी लोग नाश्ता कर रहे थे । मम्मी को आज पापा के साथ किसी मीटिंग पर जाना था , मैं तो मम्मी को देख कर हैरान रह गया । मम्मी की ड्रेस में से उनको चूचियाँ और गांड इतनी मोटी लग रही थी कि मन कर रहा था कि अभी पकड़ के प्यार करू मम्मी को । भाभी ने मुझे मम्मी के चूचियों को घूरते हुए देख लिया । और मेरे पास आ कर कान मे कहा , बस करो देवर जी खयालों मे मम्मी जी के मम्मे चूसना बंद करो।
मैंने कहा : अच्छा फिर आपके चूस लूँ क्या , हाहाहा ।
भाभी : हट बेशरम , रात को देख कर मन नहीं भर क्या ?
मैं: भाभी कुछ चीजें देख कर मन नहीं भरता , जब तक उनको प्यार से दबा बड़ा कर चूस न जाए तब तक कहाँ मन भरत है ।
भाभी : जो अपनी मम्मी के चूस लो ।
मैं : मम्मी के तो बचपन मे बहुत चूसे हैं , अभी आप देख लो मन करे तो चुसवाने का ।
भाभी : बस बस , मेरे तो सारा दूध तेरा भाई पी जाता है रात में , तुम्हारे लिए बचता कहाँ हैं ।
मैं : कोई बात नहीं भाभी , भाई तो रात मे चूसते हैं , मुझे दिन मे पीला दिया करो । हाहाहा
इतने मे मम्मी ने बोला : देवर भाभी क्या खुसर-फुसर कर रहे हो , खाना खाओ ।
तभी भाभी ने कहा : मैं तो पूछ रही थी अमन से की दूध लोगे या कॉफी ।
तभी मम्मी ने मुझे अपने मम्मो की तरफ देखता हुआ देख कर बोला : मेरा बेटा तो दूध का शोकीन है , है न बेटा । लो ग्लास इधर करो , तुमको दूध पिला दूँ ।
इतने में मैंने ग्लास आगे कर दिया और मम्मी सामने बैठे होने की वजह से जब उन्होंने झुक कर मेरे ग्लास मे दूध डाला तो उनको चूचियाँ आधे से ज्यादा बाहर या गईं और मेरा और भाई का लंड खड़ा हो गया और भाभी का भी मुंह खुला का खुला रह गया ये सब देख कर ।
तभी मम्मी ने हमें नोटिस करते हुए बोला , बेटा जितना मन करे उतना दूध पीओ , बचपन में भी तुमको बहुत दूध पिलाया है मैंने तुम दोनों को । बच्चे बड़े हुए तो क्या हुआ , माँ के लिए तो हमेश बच्चे ही रहेंगे न ।
ये सब सुन कर सब हसने लगे । और नाश्ता करके मम्मी पापा और भाई तो निकल गए , घर पर रह गए मैं और भाभी ।
घर के सारे नॉकर भी काम खत्म करके चले गए । भाभी ने मुझे छेड़ते हुए कहा , क्या बात अमन आज सुबह ही खड़ा कर लिया अपना सिपाही । मम्मी का दूध चाहिए क्या ?? फिर हसने लगी ।
मैं : मम्मी तो चली गई , रह गई आप । आपका मन हो तो पीला दो , नहीं तो मम्मी ने तो बोल ही दिया की जब चाहो जितना चाहो दूध पी लो ।
भाभी : चलो बातें छोड़ो, अपने कमरे मे जाओ , मुझे कुछ काम करने हैं सब सब कमरे भी सेट करने हैं , सफाई तो सब नॉकर कर ही गए ।
मैं : ठीक है भाभी , आप कर लो मैं अपने कमरे में जाता हूँ ।
इतना बोल कर मैं अपने कमरे मे चल गया और मम्मी के मम्मो को याद करते हुए मूठ मारने लगा । 10-15 मिनट बाद मैंने पिचकारी छोड़ दी और लेट गया । और रात को भाभी की जो चुची देखि थी , बस भाभी को चोदने के खयालों मे खोया रहा और लेटा रहा । फिर एकदम से खयाल आया की कुछ सेक्स विडिओ देख लिया जाए । मैंने पॉर्न देखना शुरू कर दिया , एक लंबी सी पॉर्न मूवी चलाई 1 घंटे की । मैं देखता रहा और साथ साथ अपने लंड को सहलाता रहा निक्कर के ऊपर से ही ।
मझे पता ही नहीं चल कि कब भाभी फ्री होरक मेरे पास या गई और वहीं खड़ी हो कर मुझे देखने लगी । मैंने मूठ नहीं मारी बस लंड को सहला कर ऐसे ही पॉर्न खत्म करके जब लैपटॉप बंद किया तो देखा भाभी मेरे पास खड़ी है और मुझे देख कर स्माइल करने लगी और कहा ये कैसे वीडियोस हैं तुम्हारे लॅपटॉप में??. मैने कहा की वो मन कर रहा था देखने का तो उन्होने बोला की तुम्हारा टॉय बता रा है मुझे की तुम सोच रहे थे, चलो कोई बात नही, देवर भाभी के बारे मे सोचते ही होते हैं , ये सब होता रहता है. वैसे ये सब कम देखा करो , इससे फिर कमजोरी आती है , इतना कह कर हसने लगी ।
मैंने बोल : क्या करू भाभी कोई है नहीं न , जिससे ये सब कर सकूँ । आप बनवा दो कोई गर्ल फ्रेंड ।
इतने में भाभी बोली : चलो ठीक है , मैं मदद कर दूँगी तुम्हारी ।
फिलहाल तुम नीचे आ जाओ मुझे काम करते करते पसीना या गया मैं नहाने जा रही हूँ । और हाल मे बैठ जाना,
नहाने की बात सुन कर तो मेरे मन में लड्डू फुट की आज तो भाभी को नहाते हुए देखा जाए ।
हमारे घर मे सभी रूम्स के बाथरूम अंदर ही हैं और उनका दरवाजा शीशे का हैं जिसमे से सब कुछ दिखता है। जब भाभी नहाने घुसी तो जाते हुए हस्ती हुई बोली की कोई शरारत नहीं करना , समझे ।
जब भाभी तो गए 2 मिनट हुए तब मैंने देखा कमरे के अंदर जा कर देखा भाभी की ब्रा पेन्टी और टाउल बेड पर ही पड़े हैं । इसका मतलब भाभी नंगी नह रही हैं और ऐसे ही बाहर आएंगी । जब मैंने बाथरूम मे देखा कि भाभी दूसरी तरफ मुंह करके नहा रही है । भाभी की गोरी और मोटी गांड मुझे साफ दख रही थी और मोटे मम्मे भी साइड से दिख रहे थे। तब भाभी अपने मम्मो पर साबुन लगा रही थी और गाना गुनगुना रही थी । अचानक भाभी मुड़ी और भाभी ने मुझे देख लिया ।
भाभी ने अपने मम्मे और चुत पर हाथ रख लिया और जान बुझ कर गुस्सा दिखाते हुए कहा : अमन तुम यहाँ कर कर रहे हो , अपनी भाभी को इस तरह नहाते हुए देखना सही नहीं है ।
भाभी साथ मुस्कुरा भी रही थी , और उनके हाथ अपने मम्मो पर और एक हाथ चुत पर भी था । भाभी बोली जाओ यहाँ से ।
मैंने कहा : भाभी अब तो सब देख ही लिया अब क्यू शर्माना ।
भाभी : देखो अमन , मैंने तुमको सिर्फ अपने मम्मे दिखाए थे , अपर अब तो मैं पूरी नंगी हूँ , तुम मेरी वो भी देखना चाहते हो अब , कल को कहगे की सेक्स भी करना हैं । नहीं ये सब नहीं ।
मैं : अच्छा भाभी आप चुत मत दिखाओ , अपने दूध तो देख सकता हु न यह खड़े हो कर , हमारे मे एक शीशा तो है न बीच मे । बस मैं देखता रहुग आप नहाती रहना ।
भाभी : अच्छा ठीक है देख लो , पर अपना ये बाहर निकाल कर हिलाने मत लग जाना ।
मैं : ठीक है भाभी , बाहर नहीं निकालूँगा , पर आप जरा पास आकर नहाओ न ।
इतने मे भाभी शीशे के बिल्कुल पास गई , आते हुए अपनी पेन्टी पहन ली जिससे कि मुझे उनकी चुत न दिखे । पर उनको क्या पता था कि उस दिन जब भाई को चोदते हुए देखा था तो पूरी चुत के दर्शन कर लिए थे ।
भाभी मेरे पास या कर नहाने लगी , और अपने मम्मे उठा उठा दबा दबा कर मुझे चिढ़ाने लगी । मैं औपर से अपना लॅंड सहलाने लगा , भाभी शीशे साथ लगकर खड़ी हो गई और उनके चुचे शीशे से चिपक गए बिल्कुल मेरे सामने थे , मैंने अपनी जीभ निकाल कर शीशे के ऊपर से ही उनके मम्मे चाट लिए । ये देख कर भाभी हसने लगी और बोली : कितना मन करता है न मेरे मम्मे चूसने को तुम्हारा ।
मैं : हाँ भाभी करता तो है , पर आप चूसने कहाँ देती हो । मैं हसने लगा ।
ये सब बाते करते करते भाभी नहा ली और मेरे हथियार ने भी कछे मे पानी छोड़ दिया और गीला हो गया पर भाभी को पता नहीं चला ।
भाभी ने मुझसे टावल देने को कहा , मैंने भाभी को टावल दे दिया । अब भाभी मेरे सामने अपना बदन पोंछने लगी थी । पहले भाभी झुकी और अपने बाल खोले, झुकने से भाभी की चूचियाँ ऐसे लग रही थी जैसे की मोटे पके पपीते । मैं देखने लग गया । फिर भाभी ने सीधी खड़ी हो कर अपने मम्मे पोंछे फिर पेट और नाभि , क्या सेक्सी लग रही थी भाभी गीली गीली ।
फिर भाभी ने आधी चूचियों के ऊपर से टोवेल बांध लिया और अपनी पेन्टी भी निकाल दी ।
भाभी ने मुझे उनकी उनकी ब्रा और पेन्टी देने को बोला। मैंने काब ब्रा देते टाइम साइज़ देखा तो वो 36d था। मैं मुस्कुराने लगा और भाभी भी समजह गई । फिर भाभी ने अपनी पेन्टी पहन ली और ऐसे ही तोलिए मे बाहर या गई । भाभी मे मुझे घूमने को कहा , मैं घूम गया । शायद भाभी से बर की हुक बंद नहीं हो रही थी । भाभी ने कहा , अमन इधर आना जरा : मेरी ब्रा का हुक लगा दो ।
मैं तो जैसे खुशी का ठिकाना न रहा । मैंने जब मूड कर देखा तो भाभी ने तोलिया नीचे बांध रखा था कमर पर करके और अपने मम्मो पर ब्रा के कप चढ़ा रखे थे और शीशे के सामने खड़ी थी । मैं भाभी के पास गया और बोल , भाभी मैंने काभी ब्रा का हुक नहीं लगाया ।
भाभी बोली : मैं सिखाती हूँ । अभी पहले जैसे मैंने बूब्स को कप मे डाल लिया है अभी एक एक करके तीनों हुक लगा दो , या इकठे लगा दो ।
मैंने दोनों तरफ से ब्रा को पकड़ और जोर लगाया , हुक लग नहीं रहा था , मैंने बोल , भाभी ये लग नहीं रहा है।
भाभी ने कहा : जरा जोर लगाओ ।
मैंने बोल : भाभी आपके हैं ही तिने बड़े, लगता है ब्रा छोटी पड़ने लग गई आपको ।
भाभी ने हस्ते हुए कहा : रोज ही पहनती हूँ , ये सही है , तुम मे ही दम नहीं है ।
मैंने कहा , अच्छा फिर मुझे लगाने दो एक बार और ।
मई भाभी के पास गया , और शीशे में भाभी मुझे ही देख रही थी । मैं उनकी तरफ देख कर मुस्कुराय और जोर लगा के हुक बंद कर दिए । भाभी की चूचियों का उभार ऊपर तक आ गया । मेरा लाँड़ नीचे भाभी के चूतड़ों को टच कर रहा था । इतने मे अचानक से टॉवल नीचे गिर गया और भाभी मेरे सामने ब्रा पेन्टी मे आ गई । भाभी शर्माने लगी । मैंने आगे होकर भाभी की पेट से आगे नभई की तरफ हाथ ले जा कर भाभीमको पकड़ लिया और उनकी गर्दन पर किस कर लिया । भाभी ने सिसकी भरी अहह सस आह्ह , यमन ये क्या कर रहे हो।
मैं बोल : प्यार कर रहा हूँ भाभी ।
मैं पेट पर हाथ फेरते हुए ऊपर बूब्स पर ले गया उर हल्का हल्का दबाने लगा । भाभी मेरा साथ देने लग गई ।
मैंने भाभी का चेहरा अपनी तरफ किया और होंठों पर होंठ रख दिए ।। हम दोनों एक दूसरे को बेतहाशा चूमने लगे । नीचे मेरा लॅंड भाभी की पेन्टी के ऊपर से चुत पर दस्तक दे रहा था ।
भाभी बोली : अमन तुमको दूध पीना है न ।
मैंने कहा : हाँ भाभी इस दूध का मैं तो कब से प्यासा हूँ ।
मैंने हाथ पीछे ले जा कर ब्रा के हुक खोल दिए और भाभी के भारी भरकम दोनों मम्मो को आजाद कर दिया । अब भाभी की दोदनों चूचियाँ रस से भारी हुए दूध मेरे सामने थे ।
मैं अपना एक हाथ भाभी की बाईं चुची पर ले गया और हल्का सा उस पर दबा कर निपल को अपने मुह में डाल कर चूसने लगा ।
भाभी: आह्ह आह्ह आह्ह हाँ अमन चूचों को ऐसे ही चूसो मेरे देवर जी ।
मैंने भाभी को कहा भाभी बेड पर चले ,और भाभी मान गई । मैंने भाभी को बेड पर लिटाया उनको चूचियाँ एकदम तनी हुई आसमान की तरफ हो गई थी । मैंने साइड मे या कर भाभी की एक चुची को मुंह मे भर लिया और निप्पल पर जीभ फेर फेर कर कुरेदने और चूसने लगा और दूसरे हाथ से भाभी की जांघ सहलाने लगा । भाभी की चुत लगातार रस छोड़ रही थी । फिर मैंने दूसरे हाथ से दूसरी चुची दबाना शुरू किया और चूसने लगा ।
भाभी लगातार सिसकियाँ भर्ती जा रही थी । मैं हिम्मत करके भाभी के ऊपर या गया और मेरा खड़ा लाँड़ भाभी की पेन्टी के उपर से चुत पर रगड़ खाने लगा । मम्मे चूसते चूसते और लंड चुत रगड़ते हुए हमारा दोनों का पनि निकल गया और मैं एक तरफ होकर लेट गया । हम दोनों की सांस फि हुई थी । मैंने कहा भाभी मजा गया आपके मम्मे चूस कर । भाभी बोली : जब भी मन करे देवर जी आपके लिए मेरे दुश हमेशा हाजिर है । बस आपण हथियार जरा संभाल कर रखी, ये मेरे अंदर जाने को बड़ा उतावला होता रहता है । ये सिर्फ तुमरे भाई के लिए है । मैंने बोल : क्या करू भाभी , इसको आजतक कोई मिली नहीं , इसलिए आपकी मे जाने को उतावला हैं , हाहाहा
ये सब करते करते , दोपहर हो गई थी , तभ भाभी ने कहा की चलो अब जाओ अपने कपड़े बदल लो और फिर हम खाना खा लेते हैं ।
(अगले अपडेट मे टाइम लगेगा )