• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Incest परिवार में चूदाई का सुख (एडल्टरी, थ्रिलर, क्राइम, सस्पेंस)

Status
Not open for further replies.

sunoanuj

Well-Known Member
3,161
8,422
159
Bahut barhiya kahani… 👏🏻👏🏻
 

sunoanuj

Well-Known Member
3,161
8,422
159
Update thode or bade kar do …
 

Ek number

Well-Known Member
8,237
17,656
173
अपडेट 9

मैं घर पहुंचकर नहाया धोया और फिर खाने के लिए बैठ गया, कुछ देर बाद मां रसोईघर से मेरे लिए खाना लेकर आई।

मैं: मां अब तुम्हारी तबियत कैसी है?
मां: बेटा कल से थोड़ी ठीक है लेकिन छाती में बहुत दर्द है पता नहीं रे मुझे क्या हो गया है आज अस्पताल जाना है रिपोर्ट लेने के लिए तो पता चलेगा क्या हुआ है।

तभी बापू अपने कमरे से तैयार होकर आए और बोले "बलवान, आज मुझे किसी काम से शहर जाना है खाने के बाद अपनी मां के साथ अस्पताल चले जाओ"
मैं: ठीक है बापू,,,,

कुछ देर बाद बापू सुनील भईया और माधुरी दीदी के साथ पुलिस की जीप में बैठकर चले गए।

फिर मैंने अपना खाना खत्म किया और मां को बुलेट पर बैठाकर गांव के सरकारी अस्पताल पहुंच गया।

पात्र परिचय:

सविता:
इनकी उम्र 46 साल है, गांव के सरकारी अस्पताल में डॉक्टर हैं।

images-1

हंसिका(सविता की बेटी):
इसकी उम्र 22 साल है, ये एम.बी.बी.एस की पढ़ाई कर रही है।

images-2

डॉक्टर सविता, मां को केबिन में आने के लिए बोली लेकिन मुझे उन्होंने अंदर आने से मना कर दिया।

काफी देर बाद मां केबिन से बाहर आई, मैंने नोटिस किया कि मां बहुत उदास लग रही हैं
मैं: मां सब ठीक तो है ना?
मां ने मेरी बात का कोई जवाब नहीं दिया तो मैंने फिर से पूछा "मां तुम्हे कुछ हुआ तो नहीं है ना?"
मां: नहीं बेटा, ऐसी कोई बात नहीं है
मैं समझ गया कि मां कोई बात मुझसे छुपा रही है लेकिन उस समय मैंने कुछ नहीं बोला फिर हम दवाई लेकर घर आ गए।

मां अपने कमरे में चली गई और दवाई खाने के बाद सो गई। मैंने सोचा कि ऐसे तो मुझे कुछ पता नहीं चलेगा, शाम को बापू आएंगे तो मां और बापू की बातें सुन लूंगा। फिर मैं आंगन में खटिया बिछाकर सो गया।

शाम को मेरी नींद 5 बजे खुली तो अजय और शिल्पा आ चुके थे और चटाई पर बैठकर टीवी देख रहे थे।
Nice update
 

Sanju@

Well-Known Member
4,708
18,911
158
अपडेट 9

मैं घर पहुंचकर नहाया धोया और फिर खाने के लिए बैठ गया, कुछ देर बाद मां रसोईघर से मेरे लिए खाना लेकर आई।

मैं: मां अब तुम्हारी तबियत कैसी है?
मां: बेटा कल से थोड़ी ठीक है लेकिन छाती में बहुत दर्द है पता नहीं रे मुझे क्या हो गया है आज अस्पताल जाना है रिपोर्ट लेने के लिए तो पता चलेगा क्या हुआ है।

तभी बापू अपने कमरे से तैयार होकर आए और बोले "बलवान, आज मुझे किसी काम से शहर जाना है खाने के बाद अपनी मां के साथ अस्पताल चले जाओ"
मैं: ठीक है बापू,,,,

कुछ देर बाद बापू सुनील भईया और माधुरी दीदी के साथ पुलिस की जीप में बैठकर चले गए।

फिर मैंने अपना खाना खत्म किया और मां को बुलेट पर बैठाकर गांव के सरकारी अस्पताल पहुंच गया।

पात्र परिचय:

सविता:
इनकी उम्र 46 साल है, गांव के सरकारी अस्पताल में डॉक्टर हैं।

images-1

हंसिका(सविता की बेटी):
इसकी उम्र 22 साल है, ये एम.बी.बी.एस की पढ़ाई कर रही है।

images-2

डॉक्टर सविता, मां को केबिन में आने के लिए बोली लेकिन मुझे उन्होंने अंदर आने से मना कर दिया।

काफी देर बाद मां केबिन से बाहर आई, मैंने नोटिस किया कि मां बहुत उदास लग रही हैं
मैं: मां सब ठीक तो है ना?
मां ने मेरी बात का कोई जवाब नहीं दिया तो मैंने फिर से पूछा "मां तुम्हे कुछ हुआ तो नहीं है ना?"
मां: नहीं बेटा, ऐसी कोई बात नहीं है
मैं समझ गया कि मां कोई बात मुझसे छुपा रही है लेकिन उस समय मैंने कुछ नहीं बोला फिर हम दवाई लेकर घर आ गए।

मां अपने कमरे में चली गई और दवाई खाने के बाद सो गई। मैंने सोचा कि ऐसे तो मुझे कुछ पता नहीं चलेगा, शाम को बापू आएंगे तो मां और बापू की बातें सुन लूंगा। फिर मैं आंगन में खटिया बिछाकर सो गया।

शाम को मेरी नींद 5 बजे खुली तो अजय और शिल्पा आ चुके थे और चटाई पर बैठकर टीवी देख रहे थे।
Super update
 
  • Like
Reactions: आवारा

आवारा

Active Member
552
2,371
124
अपडेट 10

शाम को 5 बजे मेरी नींद खुली तो मां ने मुझे रसोई से चाय लाकर दिया और बोली "बलवान, जाओ अपनी ताईजी की दुकान से दही ले आओ, मैं रोटियां बना दे रही हूं, मेरी तबियत ठीक नहीं है"
"मां, कोई बात नहीं हम दही–रोटी ही खा लेंगे"

फिर मैं दही लाने के लिए ताईजी की दुकान पर चला गया लेकिन वहां कोई नहीं था, मैंने आवाज लगाई तो थोड़ी देर के बाद ममता भाभी दुकान के गोदाम में से बाहर आई
"हां बलवान, बता क्या चाहिए?"
"भाभी, एक किलो दही चाहिए"

तभी ममता भाभी दही का मटका उठाने के लिए हल्की सी झुकी तो साड़ी का पल्लू सरक गया और उनकी बड़ी बड़ी चूचियां आधी नंगी होकर मेरी आंखों के सामने मंडराने लगीं, मेरी नज़र उनकी चूचियों को देखकर वहीं अटक गई, उन्होंने मुझे यूं घूरता हुआ देखकर अपनी साड़ी का पल्लू ठीक किया और बोली
"देख क्या रहा है खा ले"
"क्या ?" मैं हड़बड़ाते हुए बोला
"जलेबियां खा ले, बाबूजी ने गोदाम में गरम–गरम जलेबियां बनाई हैं"
"भाभी, तो ऐसा कीजिए कि एक किलो जलेबियां भी कर दीजिए"

गोदाम अंडरग्राउंड था तो मुझे पता नहीं चला कि वहां भी कोई है गोदाम में मिठाईयां, समोसे, कचौड़ियां और जलेबियां बनाने का काम होता था जो खुद पप्पू भईया के दादा किया करते थे।

ममता भाभी ने मुझे दही और जलेबियां दी और फिर मैं घर चल दिया, काफी दूर आने के बाद मुझे याद आया कि मैं ममता भाभी को पैसे देना तो भूल ही गया और ऐसा सोचकर मैं वापस से दुकान पर पहुंच गया लेकिन इस बार मैंने आवाज नहीं लगाई, मैंने सोचा कि ममता भाभी को गोदाम में ही जाकर पैसे दे देता हूं, फिर मैं सीढ़ियों से नीचे गोदाम में आने लगा तो मुझे कोई आवाज सुनाई दी
"आआआह्हह्ह्ह ऐसे ही चूस मेरी राण्ड बहुरिया"
ये आवाज बड़के दादा की थी और मुझे समझते बिलकुल भी देर नहीं लगी कि गोदाम में क्या कांड चल रहा है क्योंकि इस बारे में रामू काका और जीतू मुझे बता चुके थे लेकिन मुझे लगा नहीं था कि इस वक्त ऐसा कुछ हो रहा होगा।

गोदाम का दरवाजा अंदर से खुला हुआ था, फिर मैंने दरवाजे को हल्का सा धक्का मारकर खोला और देखा कि बड़के दादा अपना लन्ड ममता भाभी मुंह में डालकर उन्हें चोद रहे थे और ममता भाभी किसी रण्डी के जैसे लन्ड अपने मुंह में लेकर अंदर बाहर कर रही थी।

m-ldpwiqacxt-E-Ai-mh-Di-Puqf-K5q-Kn-OPNw8-38105951b

"आह्ह बहुरिया चूसती ही रहेगा क्या, मुझे अपनी चूत नहीं देगी?"
ममता भाभी बड़के दादा का लन्ड अपने मुंह से बाहर निकालकर बोली "बाबूजी, रात को फुर्सत से चूत मार लीजिएगा, यहां कोई देख लेगा तो अनर्थ हो जाएगा"
"ठीक है बहुरिया लेकिन अभी तू मेरा लन्ड चूसकर मुझे ठंडा कर दे"

फिर ममता भाभी चारपाई पर मस्त घोड़ी बनकर बैठ गई और बड़के दादा का लन्ड मुंह में लेकर चूसने लगी।

natasha-nice-curvy-stepsister-takes-anal-tushy-002

"आह्ह्ह्ह्ह बहुरिया चूस ऐसे ही और थोड़ा अंदर तक लेकर चूस मेरी राण्ड" कहकर बड़के दादा ममता भाभी की गान्ड पर तमाचे जड़ते हुए ताबड़तोड़ तरीके से अपना लन्ड उनके मुंह में पेलने लगे।

m-ldpwiqacxt-E-Ai-mh-1us3-UGDDnt-FMfa-Z0-38839341b

कुछ देर बाद बड़के दादा के मुंह से सिसकियां निकालने लगी तो ममता भाभी चारपाई से उठकर नीचे बैठ गई और बड़के दादा अपना लन्ड पकड़कर जोर जोर से मुठ मारने लगे और ममता भाभी की बड़ी बड़ी चूचियों पर झड़ने लगे।

natasha-nice-gets-cum-on-her-1500

फिर मैं वहां से जाने के लिए पीछे मुड़ा तो मैंने ध्यान नहीं दिया और मेरा पैर सीढ़ियों के पास एक मिट्टी के गमले से टकरा गया और गमला लुढ़कते हुए टूट गया, फिर क्या था मैं रॉकेट की स्पीड से वहां से भाग कर चला गया।
 
Last edited:
Status
Not open for further replies.
Top