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Incest पापा का इलाज [Erotica, Romance and Incest]

Ek number

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नैना ने अपने स्तर पर डॉक्टर्स से सलाह मशविरा किया। उधर उनके लड़के अविनाश और उसकी पत्नी तृप्ति भी इस बारे में पता लगा रहे थे। तब तक दवा बदल बदल कर चल रही थी।
एक दिन तृप्ति ने नैना को फ़ोन किया।
तृप्ति - नैना , मैंने यहाँ डॉक्टर से पता किया है। उन्होंने सजेस्ट किया है कि कैल्शियम और विटामिन्स की डोज काम कर दें तो गैस की वजह से होने वाली दिक्कत नहीं होगी।
नैना - ये तो यहाँ मेरे सीनियर्स भी कह रहे हैं। पर डोज कम करेंगे तो उसका सप्लीमेंट कैसे देंगे।
तृप्ति - यहाँ के डॉक्टर ने कहा है कि ताजा दूध मिले तो सही रहेगा। उनके रिसर्च के मुताबिक अगर गाय , भैंस का दूध नहीं फायदा करे तो सबसे बढ़िया किसी लेडी का भी दूध रहेगा , जिसके अभी अभी बच्चा हुआ हो।
नैना सोच में पड़ गई। बोली - ये रिसर्च मैंने भी पढ़ा है। पर यहाँ ये संभव नहीं है। उधर तो लेडीज अपना दूध पैक कर बेचती हैं। पर यहाँ कहाँ मिलेगा।
तृप्ति - एक तरीका है। हमें खरीदने कि भी जरूरत नहीं है। पर कहते हुए थोड़ा अजीब लग रहा है ।
नैना - क्या तरीका है।
तृप्ति - वर्षा दी। उनको तो दूध आता है न।
नैना - भाभी , आप क्या बोल रही हो। ऐसा कैसे हो सकता है?
तृप्ति - एक बेटी कि तरह नहीं , डॉक्टर की तरह सोचो।
नैना - फिर भी, क्या वर्षा दी मामा को दूध पिलाने को तैयार होंगी ?
तृप्ति - अरे पागल हो क्या ? मैं डायरेक्ट पिलाने कि बात थोड़े ही कर रही हूँ। मार्किट में पंप आता है। पंप से निकाल कर बोतल में रख देंगी।
वो पापा ले लेंगे।
नैना - फिर भी।
तृप्ति - तुम बुआ से बात करो। वो वर्षा दी से बात करेंगी।
नैना - ठीक है देखती हूँ। पर आप लोग कब आ रहे हैं ?
तृप्ति - तुम्हारे भइआ का प्रोजेक्ट फाइनल स्टेज में है। बस कम्पलीट होते ही एक दो महीने में आते हैं।
नैना - लम्बे समय के लिए आइयेगा।
तृप्ति - हाँ , कम से कम एक महीने के लिए तो आएंगे ही। मौका मिला तो लम्बा भी रुक सकते हैं।
नैना - ठीक है।
तृप्ति - ओके बाई। ध्यान रखा और बुआ से जरूर बात करना।
Shandaar update
 

tharkiman

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नैना न हाँ तो कह दिया था पर वो संकोच में थी कि माँ से कैसे बात करे। वर्षा दी क्या सोचेंगी। वो उन सबसे छोटी थी। पढ़ने में तेज थी तो जल्दी ही डॉक्टर बन गई थी पर थी तो सबसे छोटी ही। परिवार कि तरह सोचे तो ये अजीब था। एक बाप अपनी बेटी का दूध पिए। पर एक डॉक्टर कि तरह सोचे तो ये सबसे बढ़िया इलाज था। माँ के दूध से बढ़िया पौस्टिक कुछ हो ही नहीं सकता। इससे नुक्सान तो बिलकुल ही नहीं था। उसके रिसर्च के हिसाब से सब सही रहे तो दवा काम करते करते बंद भी कि जा सकती थी। पर इसमें कम से कम साल लगता। ये रिसर्च कनफर्म्ड तो नहीं थी। पर इसके काफी हद तक सक्सेस होने के दावे थे। ट्राई करने में क्या जाता है। यही सोच उसने अपनी माँ से बात करने को सोच लिया।
अगले दिन शाम वो क्लिनिक से अपने मामा अनुराग के यहाँ पहुँच गई। थोड़ी देर हाल चाल पूछने के बाद उसने अपनी माँ को अकेले में बात करने को बुलाया।
लता - क्या है ? सब ठीक है न ? तेरे मामा कि तबियत ठीक है न ?
नैना - हाँ हाँ सब ठीक है। उनके दवा के साइड इफ़ेक्ट और गैस कि प्रॉब्लम को लेकर कुछ पता किया था। तृप्ति भाभी ने भी वहां पता किया। डॉक्टर कुछ सजेस्ट कर रहे हैं। पर सलूशन थोड़ा अजीब है ।
लता - देख , भाई कि तबियत कैसे भी ठीक होनी चाहिए। अभी उम्र ही कितनी है। इतनी जल्दी इतने बुरे दिन देखने पड़ रहे है।
नैना - हम्म
लता - बता क्या नया इलाज है।
नैना - मामा को अगर ताजा दूध पिलाया जाए तो तबियत जल्दी ठीक होगी। कैल्शियम और विटामिन्स ताजे दूध में ज्यादा होते है। अगर वो दिया जाए तो दवाइयां काम हो सकती है और फिर साइड इफ़ेक्ट भी नहीं होंगे।
लता - ठीक है पैकेट वाला दूध बंद कर देते हैं। पास के ग्वाले को बोल देते हैं गाय का दूध दे दिया करेगा। वो पतला भी होता है।
नैना - मैं गाय के दूध कि बात नहीं कर रही।
लता - फिर ?
नैना - कैसे कहूँ
लता - साफ़ साफ़ बता।
नैना - दरअसल बाहर विदेशों में औरतें अपना ताजा दूध पिलाती हैं ऐसे केस में।
लता - तू पागल हो गई है। अब कौन औरत ताजा दूध देगी ? कैसी बात कर रही है ?
नैना - अरे माँ , मैं डायरेक्ट पिलाने की बात थोड़े ही कह रही हूँ। पंप करके गिलास में दिया जा सकता है।
लता - हम्म्म , पर फिर भी।
नैना - अब सोच लो , ट्राई तो करना पड़ेगा। वार्ना उनकी परेशानी कम नहीं होगी।
लता - चलो मान भी लें। पर किससे बात करेंगे दूध के लिए ?
नैना - कहीं बाहर जाने की जरूरत नहीं है । वर्षा दी हैं न।
लता - तू पगला गई है। क्या बकवास है। बाप बेटी का दूध। छी
नैना - एक डॉक्टर से सलाह मांगी थी तुमने। मैंने दे दिया। अब तुम्हारी मर्जी मैं कुछ नहीं कहूँगी।

अभी दोनों सोच में ही थी कि कमरे में वर्षा ने प्रवेश किया। उसे देखते ही दोनों चौंक पड़ी।
वर्षा बोली - मुझे कोई दिक्कत नहीं है। पापा ने हम सबके लिए इतना कष्ट सहा है। माँ बाप अपने बच्चों के लिए इतना करते हैं। क्या बच्चे इतना भी नहीं कर सकते।
कह कर वो रोने लगी। उसे रोता देख लता भी रोने लगी। लता ने वर्षा को गले लगा लिया।
 

rajeshsurya

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Ab beti bhi tayyar hogayi papa ko doodh glass mein bhar ke Dene ke liye. Papa ab woh doodh taste karenge aur bolenge ki kaisa laga doodh peeke.
 
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