बिरजू ने दहाड़ते हुए एक दो बार लंड को बूर के छेद पर फिरसे रगड़ा और एक हल्का सा धक्का मारा तो लंड फिसलकर ऊपर को चला गया, नीलम तेजी से वासना में चिहुँक उठी, हाहाहाहाहाहाहाहाहायययय .......अम्मा.......ऊऊऊऊऊईईईईईईईईईई,
बूर रस बहा बहा कर बहुत चिकनी हो गयी थी और उसका छेद बिरजू के लंड के सुपाड़े के हिसाब से काफी छोटा था, जैसे ही लंड फिसलकर ऊपर गया और तने हुए भागनाशे से टकराया नीलम तड़प कर मचल गयी आआआआआहहहह.......उई अम्मा, बिरजू ने जल्दी से बगल में रखा तकिया उठाया और नीलम की चौड़ी गांड के नीचे लगाने लगा, नीलम ने भी झट गांड को उठाकर तकिया लगाने में मदद की, तकिया लगने से अब नीलम की बूर खुलकर ऊपर को उठ गई थी, क्या रिस रही थी नीलम की बूर, तड़प तड़प के लंड मांग रही थी बस, नीलम फिर बोली- बाबू अब डालिये न, अब चला जायेगा, नही फिसलेगा, डालिये न बाबू, चोद दीजिए मुझे अब।
बिरजू ने जल्दी से लंड को दुबारा दहकती बूर के खुल चुके छेद पर लगाया और एक तेज धक्का दहाड़ते हुए मार, मोटा सा लंड कमसिन सी बूर के छेद को चीरता हुआ लगभग आधा मखमली बूर में समा गया, नीलम की जोर से चीख निकल गयी,
हाहाहाहाहाहाहाहाहाहाहाययययययय............बाबू..........आआआआहहहहहह............धीरे से बाबू...............फट गई मेरी बूर.............ओओओओओहहहहह बाबू............कितना मोटा है आपका.........बहुत दर्द हो रहा है बाबू...........ऊऊऊईईईईईईई.......अम्मा...............बस करो बाबू...........रुको जरा...............आआआआहहहहहह......कितना अंदर तक चला गया है एक ही बार में............आआआआहहहहहह
बिरजू ने अपनी बेटी के जामुन के साथ साथ उसकी चीजी को भी मसल कर फाड़ दिया। नीलम के साथ पाठको का भी उद्धार हो गया। भगवान ऐसा कामुक बाप सबको दे।