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Incest पिता की मौत के बाद मेरी आत्मा मेरे पिता के शरीर में घुसी (completed)

Update kismain dun hindi yaa hinglish


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Ek number

Well-Known Member
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Update 9

फिर तनु स्माइल कर देती है उसको ये खेल अच्छा लग रहा था।

ऐसे ही रात गुजर जाती है।

अब आगे

सुबह सुबह चिड़ियों की चह चहाने से साक्षी और तनु की एक साथ ही नींद खुल जाती है जिससे वो देखती है की उन दोनो ने ही वीर को अपने अपने साइड जकड़ रखा है और दोनो ने अपनी टांग वीर के ऊपर लाद रखी है।

तभी उन दोनो की नज़र आपस में पड़ी तो दोनो झेप जाती है और दोनो ने जल्दी से वीर को देखा।

साक्षी - सो रहा है।

तनु - अनु

साक्षी जल्दी से अनु को देखती है जो सो रही थी।

साक्षी - वो भी सो रही।

तभी अनु खासती है और दोनो जल्दी से आंखों को बंद कर लेती है।

जैसे ही उन दोनो को कन्फर्म हुआ की अनु सो चुकी है दोनो जल्दी से उठ जाती है और रूम में भाग लेती है।

साक्षी - ओए सेक्सी सुनो जरा

तनु - क्या है

साक्षी - रात को मेने देखा कुछ

तनु - क्या

साक्षी - मैने देखा एक लड़की रात को खेल रही थी

तनु कुछ नही बोलती और साक्षी फिर हस्ते हुआ जाने लगती है तभी तनु कहती है उसको

मैने भी कुछ देखा वैसे

साक्षी - क्या देखा

तनु - मैने देखा एक लड़की लड़की रात को चुप चाप हस रही थी और सीने में घुसी हुई थी

अब साक्षी कहती है सच्ची बताऊं तो उसके साथ रहने मैं अच्छा लगता है।

तनु - हा दिन भर गांड़ के नशे में चूर रहता है घूरता रहता है।

साक्षी हस्ते हुआ कहती है बेचारा अब क्या करे हम दोनो को देख कर ही काम चला लेता है।

तनु - लेट हो रही है खाना बना कितनी देर तक सो रही थी हम दोनों।

साक्षी - कुत्ते ने ऐसे चिपका रखा था की बहुत प्यारी नींद आई पता ही नही चला कब सुबह हो गई यार

तनु - मेरी बेटी अब खुश रहने लगी है।

साक्षी - और तू

तनु - काम कर मैं नहा कर आती हूं

साक्षी उसका हाथ पकड़ लेती है और कहती है मुझे जवाब चहिए।

तनु - मुझे कोई जवाब नही देना और अगर मेरी बेटी की खुशी जरूरी है तो उसके लिए सब करूंगी

साक्षी - अच्छा और अगर तुझे उसने खुश रहना जीना सीखा दिया तो

तनु - तब तू जो कहेगी।

साक्षी - फिर वादा कर खुद प्यार से साड़ी उतारेगी

तनु - ठरकी कही की चल वादा लेकिन दिल्ली बहुत दूर है समझी।

तनु वहा से निकल जाती है और साक्षी दूर खड़ी हो कर उसे देख रही थी और कहती है एक बार हम दोनो को जीना सिखा दो ना वीर तुमने जो गलती करी है वो तुमको ही सही करनी पड़ेगी एक बार सब ठीक कर दो फिर वादा करती हूं खुद साडी उतारूंगी।

तनु - चल हट लंबी लंबी सोचती है,खाना तुझे बनाना है।

साक्षी - सोच ही सही लेकिन अब एक आस तो है

तभी वो दोनो बाहर आती है तो दोनो की नज़र ही जम गई थी।

सामने अनु वीर को बाहों में भर कर के लेटी है और वीर उसके ऊपर लेटा है।


love-couple


साक्षी - बड़े ही सेक्सी अंदाज में लेटी है देखो, और दिन भर हम दोनो को बोलती फिरती है की मैं वीर से नफ़रत करती हूं, ये बोल बोल कर मेरा दिमाग खा गई और सोई देखो कैसी है।

तनु - उसकी कोई गलती नही है चल अब

साक्षी - नही चलूंगी तू चल मैं अपनी बेटी के साथ नहूँगी आज

तनु - मुझे पता है तू कितनी संस्कारी है चल अब

तभी साक्षी कुछ बोलने वाली थी लेकिन तनु उसका मुंह दबा देती है।

साक्षी - नही उठाऊंगी पक्का

तभी तनु उसका मुंह छोड़ देती है और साक्षी चिल्लाती है "ओए ठरकी उठ जा"

इधर राज अपने पापा उदय के साथ बैठा था जो खेत के सिलसिले से बात कर रहे था।

राज - पापा जमीदार हमारी जमीन पर पानी नी आने देता कुछ करना पड़ेगा वर्ना इस साल की फसल खराब हो जाएगी।

तभी उसके चाचा कहते है बेटा राज वो जमीदार से हमारी बनती कम है हमीं ने उसके स्कूल को खुलवाने से रोका था वही बदला ले रहा है वो साला

उदय - तुम कुछ मत करो वर्ना वो इंसान बहुत बुरा है मारने से पहले सोचेगा नही।

राज - लेकिन उसका दिल जीत लिया तो, जन्नत का मजा है फिर

तभी रसोई में चाय बना रही निधि ये सुन कर कहती है जन्नत का मजा बहन चोद साला रात को बिस्तर पर चोदता नही बड़ा आया जन्नत।

निधि - साला कहती हूं धीरे धीरे चोद ना, चूस तब मजा भी आया बीवी को खुश रख नही पता।

तभी उसको राखी कहती है अरे बिट्टू कब क्या सोच रही हो बेटा

निधि - कुछ नही बुआ

राखी - बीवी को खुश रहने के लिए पति का साथ जरूरी है।

निधि कुछ बोलती तभी उसको आवाज आती

"रुक जा डायन, आज तेरा सर फोड़ दूंगी"

"ही ही ही ही ही ही"

"तू तो पिसचिनी है पता है"

तभी ये सुन कर निधि कहती है बुआ बीवी के खुश रहने के लिए पति का पास होना जरूरी है साथ जरूरी है।

राखी कुछ कहती तभी उसको निधि कहती है कभी तनु और साक्षी को इतना खुश देखा है पहले दोनो जो हमेशा खोई रहती है अब एक सा तेज आ गया है उनकी आंखों में।

राखी -

निधि - हा वीर के पास होने से वैसे हमारी बिल्लो अब अच्छे से लाइफ जीयेगि।

राखी - मैं हैरान हूं ये घर की खिसयाई बिल्ली से शादी होने के लिए कैसे मान गई तनु और साक्षी।

निधि - दोनो की लाडली है और ऊपर से डिट्टो साक्षी की तरह दिखती है।

इधर इतना हल्ला सुन कर अनु की नींद खुल जाती है वो जब आंखों को खोलती है तो देखती है आजू बाजू उसकी बहने जा चुकी थी।

अनु- फिर देखती है की वो वीर के नीचे सोई है

तभी अगले ही पल वो वीर को धकेल देती है और उसकी सास पूरी ऊपर नीचे हो रही थी।

पहली बार किसी ने अनु के जिस्म को छूआ था बेचारी कप कापा गई इस बात से।

तभी ये झटके से वीर उठ जाता है।

तब तक अनु जा चुकी थी।

वीर- ये सुबह सुबह बहन चोद पेल गया, मेरी भी जिंदगी मेंटोस खा कर लिखी गई थी एक से एक सुंदर लड़की मेरी वाइफ जिसके ख्वाब सब देखते है वो वो मेरी है।

वीर - लेकिन मजाल है किसी को हाथ भी लगा दूं मां चोद देंगी मेरी।

वीर - लेकिन कोई नही सब खुश रहे बाकी सबके लिए प्यार खुद जाग जाएगा सबसे पहले मैं अपनी परी को उठा दूं।


वीर काव्या के पास आता है और उसके माथे पर हाथ फेरता है अरे मेरा बेटू उठ जाओ, जाओ।

काव्या - उफ्फ पापा सोने दो ना।

वीर - धत चलो उठो जल्दी से फिर,जलेबी खिलाऊंगा पक्का।

काव्या - साथ मैं पकोड़ा भी गरम गरम

वीर को काव्या की ये तुतराती हुई आवाज बहुत प्यारी लगती है।

काव्या अब उठ कर वीर की गोद में बैठ कर लिपटी हुई थी।

तभी वीर के दिमाग में एक आइडिया आता है और वो काव्या से कहता है बेटू आपको पकोड़ा खाना है ना।

काव्या - हा

वीर - तब आपको पापा की एक बात माननी पड़ेगी।

काव्या - मैं तो आपकी सारी बात मानती हूं ना

वीर - ये हम दोनो की scerat बात है ओके।

काव्या भी वीर से धीरे से फुसफुस्ती हुई कहती है पक्का छोटा भीम वाला प्रोमिस।

वीर - मैं जब पकोड़ा लाऊंगा ना तो आप वो आप खाने से पहले कहना मम्मी आप पापा को अपने हाथो से खिलाओ ना।

काव्या - ठीक है तीनो मम्मी को कह दूंगी लेकिन शाम को चाकलेट लुंगी एक।

वीर - पक्का

काव्या - ही ही ही आप बेस्ट पापा हो, हमेशा ऐसे ही हस्ते रहा करो आप नही थे, तो मम्मी बहुत रोती थी।

वीर- पक्का अब नही जाऊंगा कभी अब तो हर दम तुम्हारे पास रहूंगा।

तभी वीर जल्दी से बाहर आता है और तुरंत पकोड़ा और जलेबी वैगर ले कर आता है

वीर - हाय अब मजा आएगा अब तीनो को मुझे खिलाना पड़ेगा ।

वीर अंदर आता है तो सामने उसको अनु दिख जाती है ।

वीर - ये तो पूरा साक्षी की फोटो कॉपी।

तभी अनु देखती है की वीर उसको देख रहा है और वो कुछ नही कहती।

वीर अंदर आ कर खाने का समान काव्या को दे देता जिसको तनु और साक्षी देख लेती है।

काव्या तो समान ले कर अंदर आ जाती है अनु और साक्षी के पास, तभी तनु बाहर आती है और कहती ये क्या है ये सब

वीर - क्या क्या है

तनु - ये सब क्या लाए हो, क्यो इतने पैसे वेस्ट कर रहे हो फालतू चीज के लिए कल भी मुझे ,2000 दिए था।

वीर - फालतू चीज के लिए नही है कुछ भी, मेरी वाइफ हो तुम समझी, तुम्हारे चहरे पर खुशी देखना चाहता हूं अब आदत डाल लो इन सब की।

तनु - क्यो कर रहे हो ये सब हा

वीर - तुम्हारे हसी के लिए।

तनु कुछ नही बोलती बस वीर को देखती है एक टक।

वीर- वैसे बहुत सुंदर लग रही हो अभी ऐसे सजी रहा करो ना हम बाप, बेटी के लिए।

तभी तनु को अनु बुलाने आती है और वो अंदर चली जाती है और उसके पीछे अनु भी चली जाती है और वीर वापिस जाते टाइम उसकी गांड़ देखने लगा अनु को इस बात का पता चल गया।

उसकी इस बात को साक्षी ने भी नोटिस किया

साक्षी - शर्म तो आती नही इसको ऐसे गुरते हुए, तुझे दिक्कत होती है तो मना कर दिया कर।

अनु - क्या कह कर मना करू 😑 की अपनी पत्नी को ऐसे घूरो मत, इतना अपनापन दिखाओ, वैसे आपको और तनु दीदी को क्यों दिक्कत नही होती।

तनु - तेरे सुर तो एक दिन मैं ही बदल गए।

ये सुन कर अनु झेप जाती है

साक्षी चल खा चुप चाप फिर बाहों में सोना भी तो है

वही ये सुन कर अनु के गाल लाल हो गया थे।

अनु - हा तो पती है मेरा।

साक्षी - क्या है

तनु - मत छेड़ो उसको ।

तभी वीर अंदर आता है तभी उसका कॉल बज जाता है।

वीर - सुबह सुबह ही बहन के लन्ड का कॉल आ गया

वीर - हेलो

जमींदार - बेटा जरा 4 घंटे के लिए कार ले कर चले आओ 12 बजे तक छोड़ दूंगा। पैसे भी ले लेना 4000

वीर - ठीक है

जमीदार - सुनो

वीर - हा

जमीदार - तुम मेरे खास आदमी हो परेशान मत हो बड़ा भाई समझ अपना

वीर - धन्यवाद

जमींदार - सुनो

वीर - हा

जमीदार - कंडोम का डिब्बा भी ले लेना 2 पेकेट और दवा भी और जल्दी आओ कार की सीट पीछे वाली पर कवर चढ़ा लेना ।

तभी फोन कट जाता है।

इधर वीर की तीनो पत्नियां हस रही थी।

वीर तीनो को एक एक बारी बारी देखता है और कहता है आज कुछ भी कर के किसी एक का तो होठ काट कर रहूंगा।

साक्षी - कब तक आओगे

वीर - 12

तनु - 12 मतलब 12.30 इससे लेट हुआ तो समझ लेना।

वीर हा कह कर निकल जाता है लेकिन वीर को कहा पता था आज उसकी जवानी पर बिजलियां गिरने वाली है आज वो आंखो से देखगा चूदाई किसको कहते है तभी तो 3 वाइफ संभाल सकेगा। इधर वीर के दिमाग मैं किस चल रही थी जो आज उसको किसी से लेना थी।


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Sory for delay ab update time to time rhenga,....ab jaldi hi romantic angel dekna ko milega..
Shandaar update
 

andyking302

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Update 5

दोनों वीर की नजर का पीछा करती है तो पाती है की वो उन दोनो की गांड़ देख रहा हैं

दोनो का खून जल जाता है और दोनो एक दूसरे को देखती है किसी तरह गुस्सा कंट्रोल करती है

तभी सूर्य भान और उदय भान गुस्सा मैं नीचे आते है और तनु से कहता है क्या नाटक लगा रख है ये

तनु - देखो मामा आपकी बेटी की शादी है तो चैन से हो जाने दो वर्ना मैं आपकी जिंदगी का सत्यानाश कर दूंगी

राखी - बस बहुत हो गया अब। तू क्या चाहती है तनु मैं खुश ना रहूं,वैसे भी तुम वीर से बात नी करती तूने इसे कभी अपना नी समझा , फिर आज तुझे मौका मिल रहा है सब से छुटकारा पाने का तो ये सब क्यों कर रही है तू

तनु - पति है वो मेरा उसको, मैं मारू पीटू बहस करू ये मेरा हक है आज वो सीधा हो गया सुधर गया तो आप उसके साथ नौकर जैसा बिहेव कर रहा है


तनु - वो आज खुशी से रह रहा है साथ रहने चाह रहा है तो ऐसा कर रहे हो अगर वो पहले जैसा हो गया तो आप सब की हिम्मत हैं क्या उसको छुने की

सूर्यभान - जबान को लगाम दे तनु वर्ना जबान बहार निकल दी जाएगी

तनु - हा हा हा हा गिरा हुआ इंसान धमकी किसी और को देना

उदय भान - निकल जा मेरे घर से इसके पहले की में धक्के मार कर भागा दूं आज के बाद अपनी घटिया सकल मत दिखा देना

राखी - भैया मेरी बेटी को माफ कर दो वो इतनी रात कहा जाएगी कैसे आज रात को उसको रहने दो

तनु - मुझे भी कोई शौक नी है तेरा इस घर में रहने का

तनु वहा से निकल जाती है और राखी चिलाते हुआ उसको रोकने लगती है तब तक तनु चली जाती है

वीर ये सब बहुत चुप चाप देख रहा था और उसको ये तो समझ आ गया था की तनु उसके लिए लड़ रही थी और आज इतनी रात वो उसके लिया घर छोड़ कर चली गई

तभी वीर भी बाहर जाने लगता है और तभी उदय भान बोलता है तुम कहा जा रहा हो और

वीर - जब मेरी पत्नी को ही घर से निकाल दिया गया तो मेरा भी क्या काम

साक्षी भी इसके पीछे जाने लगती है और तभी उदय भान और राज उसको बोलते है क्या हुआ साक्षी किधर जा रहा हो

साक्षी - आप माने या ना माने लेकिन ये दोनो मेरी फैमिली है और वीर अब बदल चुका है और जहा मेरा परिवार नही रहेगा वहा मेरा भी रहना ठीक नही होगा

और वीर और साक्षी तनु के पीछे पीछे चलने लगता है

तभी ये बात तनु नोटिस करती है और चिल्लाते हुए कहती है मेरे पीछे पीछे क्यों आ रहा हो

साक्षी - तो कहा जाए हम दोनो

तनु - घर वापिस जाओ अपने मेरे साथ मत आओ जो मर्जी करो लेकिन मेरे साथ मत आओ

वीर - मुझे तुम्हारे साथ रहना है

तनु इतनी रात को बहस करना ठीक नी समझी और चुप चाप चलती रही

तभी वीर पलट कर देखता है तो उसकी नज़र साक्षी पर पड़ती है वो देखता है की साक्षी आज 🟡 पीली कलर की साड़ी पहने हुए थी




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तभी वीर ने साक्षी का हाथ पकड़ने के लिया आगे बड़ता है लेकिन साक्षी उसी टाइम पीछे हट जाती है क्युकी उसको किसी की आवाज आती है तभी उसका हाथ सीधा तनु की गांड़ पर लग जाता है


*Chaataaaaaak*

फिर आवाज गूंजी और ये आवाज सुन कर साक्षी हस्ते हुए गिर पड़ी

साक्षी इतनी हसी की वो जमीन पर लेट गई हस्ते हस्ते

तभी वीर चुप चाप मुंह बना लेता है और तभी साक्षी कहती है " वीर सॉरी वो मुझे किसी की आवाज आ गई थी इसलिए मैं पीछे हट गई "

तभी तनु कुछ कहने वाली थी लेकिन एक आवाज उन सब के कानो मैं पड़ती है

मां लूटो ना लूटो ना

वीर पलट कर देखता है तो लड़की जो सही से बोल नी पा रही थी वो उन सब के पास दौड़ते हुए आ रही थी

तनु दौड़ते हुए उसके पास जाती है उसको अपने से चिपका लेती है

तनु - मेरी बच्ची तू बाहर क्यों आई हा तुझे कहा था ना चुप चाप ऊपर रहो

तभी वो बच्ची कहती है मां मे में लेटी थी लेकीन फिर मैं

साक्षी - ये कब हुआ साक्षी

तनु - मेरी बेटी के सामने कुछ मत बोलो मैं बाद मैं सब बताऊंगी मैने इसको बहुत प्यार से पाला है

वीर - ये मेरी बेटी है?

तनु उसको घूरती है और वीर चुप चाप साक्षी के पीछे खड़ा हो जाता है

साक्षी - हा तुम्हारी बेटी

तभी वो दोनो लड़के अजय और रोहित इधर आते है और कहते है आप दोनो को राज ने बुलाया है चलो

अजय - चलो साक्षी ये बच्चो जैसी जिद छोड़ दो

अजय ने साक्षी को इतने हक से कहा था की अभी तक वीर जो साक्षी के पीछे खड़ा था उसके कंधे पर हाथ रख कर वो पीछे हट गया

तभी साक्षी के दिल में दर्द होने लगा और इसके पहले की वीर अपना हाथ उसके ऊपर से हटा पता साक्षी ने उसका हाथ पकड़कर अपनी कमर पर बांध दिया

तनु - तुझे एक बार मैं समझ नी आता क्या हा

साक्षी अजय को घूर कर देखती है और कहती है क्या बोला जरा फिर से बोल तो

रोहित - भाई चल यहाँ से वर्ना लेने के देने पड़ जाएंगे

अजय और रोहित वहा से भाग जाते है

अजय - ये वीर का बच्चा कहा से आ गया बे

रोहित - भाई कुछ भी कहो बड़ा कड़क माल है यार दोनो साक्षी और तनु दोनो इतना कसा हुआ माल हाए

अजय - अबे गांदू दोनो एक से बडकर एक गुस्सा वाली दूर रह वर्ना जिंदा खा जाएगी

रोहित - अब समझा मैं

अजय - क्या

रोहित - यही की वो तुझेसे वीर को जलाने के लिए बात कर रही थी ही ही ही ही

वही वीर अब चुपके से तनु को देखता है उसके चूचे उसकी गांड़ सब उभार देख कर उसकी सास थम जा रही थी

तभी वो बच्ची कहती है आप मेरी मम्मी को क्यों घूर रहा हो ऐसे हा

और उसकी ऐसे टूटी हुई आवाज सुन कर साक्षी फिर हसने लगती है और उसको कहती है मम्मी से पूछो

बच्ची - मम्मी ये कोन है जिसके लिए आप इतना लड़ रही थी

वीर को उसकी मीठी मीठी तुतराने वाली आवाज बहुत प्यारी लग रही थी वो थी ही इतनी प्यारी

तभी तनु कहती है ये तुम्हारे पापा है काव्या

काव्या - आप आते तू नी

साक्षी - हस्ते हुए कहते है सॉरी मोटी

काव्या - मैं आप दोनो से बात नी करूंगी

तभी अनु वहा आती है और कहती है अरे दीदी आप लोग मेरे से क्यो गुस्सा हो मैने क्या बिगाड़ा आप का कम से कम मेरी शादी तो अटेंड कर लो

तभी मधु और बाकी सब भी कहते है वापिस चलो

लेकीन जब राज वीर की तरफ आया तो साक्षी उसके आगे खड़ी हो जाती हैं

राज - जीजा जी आप कहिए ना उन दोनो तो शायद मान जाए

तभी वीर देखता है की काव्या बेचारी को गोद में उठाए उठाए तनु का पूरा हाथ दर्द करने लगा था और साक्षी भी चुप चाप एक पेड़ के पास बैठी हुई थी

वीर - चलो घर

तनु - मुझे नही जाने उस घर जहा मुझे घर से निकाल दिया गया मेरा भी इगो है और तुम होते कोन हो मुझे बोलने वाले

काव्या को अच्छा से पता था तनु का गुस्सा इसलिए वो चुप चाप साक्षी की गोद में बैठी जाती है

वीर - तुम्हारा पति

तनु - मैं नी मानती तुमको अपना पति समझे अपनी साक्षी को उठाओ और चले जाओ

तनु की डाट सुन कर वीर चुप चाप अपना सिर नीचे कर के सुनता रहता है

तभी काप रहे हाथो से उसका हाथ पकड़ लेता है




तनु फिर उठने लगती है और हाथ को छुड़ा कर आगे बड़ती है तभी वीर उसको रोक कर खुद काव्या को उठा लेता है

काव्या - पापा आ अब हम कहा जाएंगे सुनिए मम्मी से ज्यादा बात मत करना मम्मी जब गुस्सा रहे तो बात मत करना

वीर - चॉकलेट खाओगे

काव्या - नही

वीर - क्यो

काव्या - जब मैं चॉकलेट मांगीती हूं ना तो मम्मी बहुत परेशान होती है

तनु - काव्या आवाज ना निकले मुंह से

फिर तनु कहती है चलो अब घर की ओर और तनु और साक्षी आगे जाने लगती है जो बहुत थक गई थी

तभी साक्षी तनु को इशारे करती है

तनु - पहले जब हम दोनो को प्यार की जरूरत थी तब इन्हें घिन आती हम दोनो से अब जब पक्के जवान हो गए हम दोनो तो पता नी कहा का प्यार जाग गया है हरकते देखो कामिने की 😑 क्या चल रहा है ये

साक्षी - घर पर बात करेंगे

तभी साक्षी और तनु रुक जाती है और वीर तनु और साक्षी से लड़ जाता है उसका ध्यान तो गांड़ पर था

वीर - क्या है रुक क्यों गई

साक्षी - आगे आगे चलो बेटी नही लिए होते तो बताते

वीर जल्दी से आगे ले कर चलने लगा तभी वो दोनो घर के बाहर आते है

तभी वीर वही गेट पर रुक जाता है जहा इस बार उसको इस जगह पर जाना नही चाहता था वही उसको रुका हुआ देख कर साक्षी आ जाती हैं

और उसका हाथ पकड़ लेती है

साक्षी - चलो

सब घर के अंदर आ जाते है और साक्षी को देख कर सब खुश हो जाते है

राज - चाची देखो दीदी आ गई

उदय भान और सूर्य भान भी आ गए और कड़क आवाज़ में कहते है आ गए ना सब

साक्षी - हा और यहां पे वापिस आना हमारी सबसे बड़ी गलती थी

राखी साक्षी को पकड़ कर ऊपर ले जाने लगती है तभी

वीर को देख कर उदयभान कहता है जा अपनी सही जगह पर तबेले पर

वीर कुछ कहता उसके पहले तनु वापिस आती है और साक्षी को इशारे करती है कुछ

साक्षी काव्या को लेंकर ऊपर चली जाती है और तनु वीर का हाथ पकड़ कर ऊपर ले जाने लगती है और पलट कर कहती है

"हमारे पति के सामने आवाज और औकात दोनो नीचे"

तभी अनु कहती है पापा बस कीजिए अगर दीदी जीजू के साथ खुश है तो दिक्कत क्या है

अब उदय भान को कुछ बोलना सही नही लगा लेकिन वो हस्ते हुए कहता हैं ठीक है जाओ

और इधर वो तीनो ऊपर जाने लगते है और तनु देखती है की अजय और रोहित उदय भान से बात कर रहे है

फिर वो सब ऊपर आ जाते है जहा घर का एक हिस्सा था ऊपर

राखी उन सब को छोड़ कर नीचे जाने लगी क्युकी वो नीचे ही सोती थी

वीर देखता है घर का ये हिस्सा

काव्या - ही ही ही ये हमारा नन्हा सा घर है 1 कमरा है एक रसोई है और छोटा सा छत

वीर अब छत को देखता है जो दिखने मैं तो छोटी सी है लेकिन पेड़ की छाव आ रही थीं और बहुत प्यारा लग रहा था

तभी वीर को आवाज आती है बहस की जो बहुत जोर से लड़ रही थी दोनो

वीर - दो दो शादियों के बाद का सुकून हू

इधर रूम में

साक्षी - तो तू कोनसा अच्छी है डायन है डायन खून चूसने वाली

तनु - मैने बोला ना बेड पर में सोऊंगी तुम जमीन पर

साक्षी - मैं सोऊंगी बोली ना समझ नही आता क्या काव्या के साथ

तनु - मुझे नी सोना जमीन पर

तभी वीर रूम में जाता है और जमीन पर बिस्तर रखा हुआ था वो उठाया और ले कर काव्या के पास आता है और छत के कोने जहा पेड़ की छाव भी आ रही थी वही पर बिस्तर सजा दिया

और चुप चाप बैठ गया

तभी काव्या कूदती हुई आती है अरे वाह क्या मस्त लग रहा है ही ही ही ही

तनु - देख मुझसे बहस मत करों

तभी साक्षी और तनु बाहर आते है तो देखते है वीर काव्या को जकड़ कर सोया हुआ है

साक्षी - तेरी वजह से वो दोनों भूखे सोए

तनु - कामिनी

साक्षी - हट

तनु - ये सो रहा है इसलिए सुकून हैं वर्ना जाग रहा होता तो एक बवाल ही हैं तुझे गुस्सा नही आतीं

साक्षी - क्या करू हा उसको बोल दूं की अपनी वाइफ को क्यों घूर रहे हों हा

तनु बस साक्षी को देखती है

साक्षी - एक तो हम दोनो का ये कसा हुआ बदन दिन भर घूरता रहता है लेकिन ठीक है कम से कम मैं खुश हो इस वीर से

तनु - वैसे ये वीर इतना भी बुरा नही है डाट खाता रहता है डरता भी है हम दोनो से शायद हम दोनो इसकी इन्ही सब बातों से जीना सीख जाए

साक्षी - हा लेकिन मुझे तो मजा आता है इतने दिन से साथ हूं पीछे पीछे लगा रहता है

तनु - मैं नी जानती कुछ ना ही जानना चाहती हूं

साक्षी - मुस्कील है हमारे लिए आगे बढ़ना लेकिन जैसी इसकी हरकते रहती है ना वो देख कर हसी आ जाती है

तनु - हा वो तो देख रही हूं मैं, शर्म तो है नी बेटी के सामने ऐसे घूर रहे था

साक्षी - 😂 तू अभी ही परेशान हो गई अभी तो शुरुआत है

तनु - मतलब

साक्षी - कुछ नही

तनु - क्या है बता ना

साक्षी - वैसे इसके साथ रहने से भले ही ये चाहे जैसा हो लेकिन अच्छा लगता है कम से कम कोशिश कर रहा है

तनु - कोशिश, मुझे मेरी बेटी की खुशी के आगे सब फीका नजर आ रहा, वो इसके आने से खुश है

साक्षी - हा

तनु - वैसे भी में कुछ नही जानती लेकिन इतना जानती हूं अब अकेला जीना सीख गई इसलिए मैं अब नही मतलब रखना नही चाहती लेकिन मेरी बेटी को में अकेला नी देख सकती थी

साक्षी - बड़ी टाइट हो गई है तू तो

तनु - तेरी हरकते कब ठीक होंगी

साक्षी - सुन जरा ब्रा छुपा कर रखना

तनु - ठीक है समझ गई वैसे इसकी हरकते देख कर समझ नी आता गुस्सा हूं या हसू

साक्षी - मैं चली सोने तू भी चल साथ

तनु और साक्षी उसके अगल बगल लेट जाती है

इधर लेट लेटे साक्षी कहती है तनु

तनु - हा

साक्षी - इसने साबित कर दिया की हम दोनो से प्यार करता है साथ रहना नही बल्कि हमारा साथ चाहता है

तनु - हा इसीलिए दिया है एक मौका जीते ले हमारा दिल तोड़ दे हम दोनो की बेरुखी अगर इतना ही है तो हम एहसाह दिलाए प्यार का अभी तक इसने फैमिली का विश्वास जीता हमारा नही

साक्षी - ऐसे नही तनु हमारे साथ इसने जिस लड़की के लिए ये सब किया इस लड़की के सामने हमारे आगे पीछे घूमे याद है ना उस लड़की के सामने हमारी इज्जत करे उसको भी पता चले की हम अब इसकी वाइफ है हमारा राज चलता है वीर पर

तनु - कल तैयार रहना वो वापिस आ रही है और देखना कल वीर चला जाएगा तेरा सारा घमंड टूट जाएगा

साक्षी - ठीक है लेकिन वादा कर तू अगर वीर हम दोनो को चुनता है तुझे हमारे साथ रहना पड़ेगा शहर चलना है पड़ेगा वीर को एक मौका देना पड़ेगा

तनु - सपने मत देख वीर कभी नही चुनेगा हमे लेकिन वादा करती हूं अगर वीर ने हमारे लिए कल लड़ा हमरा साथ के लिए उसका सामना किया तो मैं उसको एक मौका दूंगी साथ तो रहूंगी ये वादा किया लेकिन उसको हमारा दिल जीतना पड़ेगा

साक्षी - वो तो हैं साथ रहेंगे अब ये इसकी प्रोब्लम है कब जीत पाए हमारा दिल लेकिन हमारा साथ चाहता है हमारे साथ रहना चाहता है तो कल साबित करे

इधर एक रूम में उदय भान सूर्य भान अजय और रोहित बैठे थे

अजय - ही ही ही ही ही कल वो आ रहीं है अब तो वीर चला जाएगा और नही जाएगा तो उसको जाना पड़ेगा जबरदस्ती ही ही ही

रोहित - अब तो भाभी तेरी हो जाएंगी
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Guys socha tha long update dunga but badluck but aaj ek aur update dunga..... Umid hai 10 update tak sayad ye arc khtm kar dunga..... Aur bhot se log kah rha purana veer waapis bulaoo toh guyss wo kisi aur arc main aayga.... Like kar dena reply time milte hi kar diya jayga maga dena chahta tha but chodo enjoy....keep supporting........
Nice update.....

Bhai ye kya tha kuch samj mey nhi aya yar mtlb unko ghar se baahr nikala फिर andar bulaya.... Aur inka jagda.....

Aur ye last kya scene hey...
 

Naik

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Update 9

फिर तनु स्माइल कर देती है उसको ये खेल अच्छा लग रहा था।

ऐसे ही रात गुजर जाती है।

अब आगे

सुबह सुबह चिड़ियों की चह चहाने से साक्षी और तनु की एक साथ ही नींद खुल जाती है जिससे वो देखती है की उन दोनो ने ही वीर को अपने अपने साइड जकड़ रखा है और दोनो ने अपनी टांग वीर के ऊपर लाद रखी है।

तभी उन दोनो की नज़र आपस में पड़ी तो दोनो झेप जाती है और दोनो ने जल्दी से वीर को देखा।

साक्षी - सो रहा है।

तनु - अनु

साक्षी जल्दी से अनु को देखती है जो सो रही थी।

साक्षी - वो भी सो रही।

तभी अनु खासती है और दोनो जल्दी से आंखों को बंद कर लेती है।

जैसे ही उन दोनो को कन्फर्म हुआ की अनु सो चुकी है दोनो जल्दी से उठ जाती है और रूम में भाग लेती है।

साक्षी - ओए सेक्सी सुनो जरा

तनु - क्या है

साक्षी - रात को मेने देखा कुछ

तनु - क्या

साक्षी - मैने देखा एक लड़की रात को खेल रही थी

तनु कुछ नही बोलती और साक्षी फिर हस्ते हुआ जाने लगती है तभी तनु कहती है उसको

मैने भी कुछ देखा वैसे

साक्षी - क्या देखा

तनु - मैने देखा एक लड़की लड़की रात को चुप चाप हस रही थी और सीने में घुसी हुई थी

अब साक्षी कहती है सच्ची बताऊं तो उसके साथ रहने मैं अच्छा लगता है।

तनु - हा दिन भर गांड़ के नशे में चूर रहता है घूरता रहता है।

साक्षी हस्ते हुआ कहती है बेचारा अब क्या करे हम दोनो को देख कर ही काम चला लेता है।

तनु - लेट हो रही है खाना बना कितनी देर तक सो रही थी हम दोनों।

साक्षी - कुत्ते ने ऐसे चिपका रखा था की बहुत प्यारी नींद आई पता ही नही चला कब सुबह हो गई यार

तनु - मेरी बेटी अब खुश रहने लगी है।

साक्षी - और तू

तनु - काम कर मैं नहा कर आती हूं

साक्षी उसका हाथ पकड़ लेती है और कहती है मुझे जवाब चहिए।

तनु - मुझे कोई जवाब नही देना और अगर मेरी बेटी की खुशी जरूरी है तो उसके लिए सब करूंगी

साक्षी - अच्छा और अगर तुझे उसने खुश रहना जीना सीखा दिया तो

तनु - तब तू जो कहेगी।

साक्षी - फिर वादा कर खुद प्यार से साड़ी उतारेगी

तनु - ठरकी कही की चल वादा लेकिन दिल्ली बहुत दूर है समझी।

तनु वहा से निकल जाती है और साक्षी दूर खड़ी हो कर उसे देख रही थी और कहती है एक बार हम दोनो को जीना सिखा दो ना वीर तुमने जो गलती करी है वो तुमको ही सही करनी पड़ेगी एक बार सब ठीक कर दो फिर वादा करती हूं खुद साडी उतारूंगी।

तनु - चल हट लंबी लंबी सोचती है,खाना तुझे बनाना है।

साक्षी - सोच ही सही लेकिन अब एक आस तो है

तभी वो दोनो बाहर आती है तो दोनो की नज़र ही जम गई थी।

सामने अनु वीर को बाहों में भर कर के लेटी है और वीर उसके ऊपर लेटा है।


love-couple


साक्षी - बड़े ही सेक्सी अंदाज में लेटी है देखो, और दिन भर हम दोनो को बोलती फिरती है की मैं वीर से नफ़रत करती हूं, ये बोल बोल कर मेरा दिमाग खा गई और सोई देखो कैसी है।

तनु - उसकी कोई गलती नही है चल अब

साक्षी - नही चलूंगी तू चल मैं अपनी बेटी के साथ नहूँगी आज

तनु - मुझे पता है तू कितनी संस्कारी है चल अब

तभी साक्षी कुछ बोलने वाली थी लेकिन तनु उसका मुंह दबा देती है।

साक्षी - नही उठाऊंगी पक्का

तभी तनु उसका मुंह छोड़ देती है और साक्षी चिल्लाती है "ओए ठरकी उठ जा"

इधर राज अपने पापा उदय के साथ बैठा था जो खेत के सिलसिले से बात कर रहे था।

राज - पापा जमीदार हमारी जमीन पर पानी नी आने देता कुछ करना पड़ेगा वर्ना इस साल की फसल खराब हो जाएगी।

तभी उसके चाचा कहते है बेटा राज वो जमीदार से हमारी बनती कम है हमीं ने उसके स्कूल को खुलवाने से रोका था वही बदला ले रहा है वो साला

उदय - तुम कुछ मत करो वर्ना वो इंसान बहुत बुरा है मारने से पहले सोचेगा नही।

राज - लेकिन उसका दिल जीत लिया तो, जन्नत का मजा है फिर

तभी रसोई में चाय बना रही निधि ये सुन कर कहती है जन्नत का मजा बहन चोद साला रात को बिस्तर पर चोदता नही बड़ा आया जन्नत।

निधि - साला कहती हूं धीरे धीरे चोद ना, चूस तब मजा भी आया बीवी को खुश रख नही पता।

तभी उसको राखी कहती है अरे बिट्टू कब क्या सोच रही हो बेटा

निधि - कुछ नही बुआ

राखी - बीवी को खुश रहने के लिए पति का साथ जरूरी है।

निधि कुछ बोलती तभी उसको आवाज आती

"रुक जा डायन, आज तेरा सर फोड़ दूंगी"

"ही ही ही ही ही ही"

"तू तो पिसचिनी है पता है"

तभी ये सुन कर निधि कहती है बुआ बीवी के खुश रहने के लिए पति का पास होना जरूरी है साथ जरूरी है।

राखी कुछ कहती तभी उसको निधि कहती है कभी तनु और साक्षी को इतना खुश देखा है पहले दोनो जो हमेशा खोई रहती है अब एक सा तेज आ गया है उनकी आंखों में।

राखी -

निधि - हा वीर के पास होने से वैसे हमारी बिल्लो अब अच्छे से लाइफ जीयेगि।

राखी - मैं हैरान हूं ये घर की खिसयाई बिल्ली से शादी होने के लिए कैसे मान गई तनु और साक्षी।

निधि - दोनो की लाडली है और ऊपर से डिट्टो साक्षी की तरह दिखती है।

इधर इतना हल्ला सुन कर अनु की नींद खुल जाती है वो जब आंखों को खोलती है तो देखती है आजू बाजू उसकी बहने जा चुकी थी।

अनु- फिर देखती है की वो वीर के नीचे सोई है

तभी अगले ही पल वो वीर को धकेल देती है और उसकी सास पूरी ऊपर नीचे हो रही थी।

पहली बार किसी ने अनु के जिस्म को छूआ था बेचारी कप कापा गई इस बात से।

तभी ये झटके से वीर उठ जाता है।

तब तक अनु जा चुकी थी।

वीर- ये सुबह सुबह बहन चोद पेल गया, मेरी भी जिंदगी मेंटोस खा कर लिखी गई थी एक से एक सुंदर लड़की मेरी वाइफ जिसके ख्वाब सब देखते है वो वो मेरी है।

वीर - लेकिन मजाल है किसी को हाथ भी लगा दूं मां चोद देंगी मेरी।

वीर - लेकिन कोई नही सब खुश रहे बाकी सबके लिए प्यार खुद जाग जाएगा सबसे पहले मैं अपनी परी को उठा दूं।


वीर काव्या के पास आता है और उसके माथे पर हाथ फेरता है अरे मेरा बेटू उठ जाओ, जाओ।

काव्या - उफ्फ पापा सोने दो ना।

वीर - धत चलो उठो जल्दी से फिर,जलेबी खिलाऊंगा पक्का।

काव्या - साथ मैं पकोड़ा भी गरम गरम

वीर को काव्या की ये तुतराती हुई आवाज बहुत प्यारी लगती है।

काव्या अब उठ कर वीर की गोद में बैठ कर लिपटी हुई थी।

तभी वीर के दिमाग में एक आइडिया आता है और वो काव्या से कहता है बेटू आपको पकोड़ा खाना है ना।

काव्या - हा

वीर - तब आपको पापा की एक बात माननी पड़ेगी।

काव्या - मैं तो आपकी सारी बात मानती हूं ना

वीर - ये हम दोनो की scerat बात है ओके।

काव्या भी वीर से धीरे से फुसफुस्ती हुई कहती है पक्का छोटा भीम वाला प्रोमिस।

वीर - मैं जब पकोड़ा लाऊंगा ना तो आप वो आप खाने से पहले कहना मम्मी आप पापा को अपने हाथो से खिलाओ ना।

काव्या - ठीक है तीनो मम्मी को कह दूंगी लेकिन शाम को चाकलेट लुंगी एक।

वीर - पक्का

काव्या - ही ही ही आप बेस्ट पापा हो, हमेशा ऐसे ही हस्ते रहा करो आप नही थे, तो मम्मी बहुत रोती थी।

वीर- पक्का अब नही जाऊंगा कभी अब तो हर दम तुम्हारे पास रहूंगा।

तभी वीर जल्दी से बाहर आता है और तुरंत पकोड़ा और जलेबी वैगर ले कर आता है

वीर - हाय अब मजा आएगा अब तीनो को मुझे खिलाना पड़ेगा ।

वीर अंदर आता है तो सामने उसको अनु दिख जाती है ।

वीर - ये तो पूरा साक्षी की फोटो कॉपी।

तभी अनु देखती है की वीर उसको देख रहा है और वो कुछ नही कहती।

वीर अंदर आ कर खाने का समान काव्या को दे देता जिसको तनु और साक्षी देख लेती है।

काव्या तो समान ले कर अंदर आ जाती है अनु और साक्षी के पास, तभी तनु बाहर आती है और कहती ये क्या है ये सब

वीर - क्या क्या है

तनु - ये सब क्या लाए हो, क्यो इतने पैसे वेस्ट कर रहे हो फालतू चीज के लिए कल भी मुझे ,2000 दिए था।

वीर - फालतू चीज के लिए नही है कुछ भी, मेरी वाइफ हो तुम समझी, तुम्हारे चहरे पर खुशी देखना चाहता हूं अब आदत डाल लो इन सब की।

तनु - क्यो कर रहे हो ये सब हा

वीर - तुम्हारे हसी के लिए।

तनु कुछ नही बोलती बस वीर को देखती है एक टक।

वीर- वैसे बहुत सुंदर लग रही हो अभी ऐसे सजी रहा करो ना हम बाप, बेटी के लिए।

तभी तनु को अनु बुलाने आती है और वो अंदर चली जाती है और उसके पीछे अनु भी चली जाती है और वीर वापिस जाते टाइम उसकी गांड़ देखने लगा अनु को इस बात का पता चल गया।

उसकी इस बात को साक्षी ने भी नोटिस किया

साक्षी - शर्म तो आती नही इसको ऐसे गुरते हुए, तुझे दिक्कत होती है तो मना कर दिया कर।

अनु - क्या कह कर मना करू 😑 की अपनी पत्नी को ऐसे घूरो मत, इतना अपनापन दिखाओ, वैसे आपको और तनु दीदी को क्यों दिक्कत नही होती।

तनु - तेरे सुर तो एक दिन मैं ही बदल गए।

ये सुन कर अनु झेप जाती है

साक्षी चल खा चुप चाप फिर बाहों में सोना भी तो है

वही ये सुन कर अनु के गाल लाल हो गया थे।

अनु - हा तो पती है मेरा।

साक्षी - क्या है

तनु - मत छेड़ो उसको ।

तभी वीर अंदर आता है तभी उसका कॉल बज जाता है।

वीर - सुबह सुबह ही बहन के लन्ड का कॉल आ गया

वीर - हेलो

जमींदार - बेटा जरा 4 घंटे के लिए कार ले कर चले आओ 12 बजे तक छोड़ दूंगा। पैसे भी ले लेना 4000

वीर - ठीक है

जमीदार - सुनो

वीर - हा

जमीदार - तुम मेरे खास आदमी हो परेशान मत हो बड़ा भाई समझ अपना

वीर - धन्यवाद

जमींदार - सुनो

वीर - हा

जमीदार - कंडोम का डिब्बा भी ले लेना 2 पेकेट और दवा भी और जल्दी आओ कार की सीट पीछे वाली पर कवर चढ़ा लेना ।

तभी फोन कट जाता है।

इधर वीर की तीनो पत्नियां हस रही थी।

वीर तीनो को एक एक बारी बारी देखता है और कहता है आज कुछ भी कर के किसी एक का तो होठ काट कर रहूंगा।

साक्षी - कब तक आओगे

वीर - 12

तनु - 12 मतलब 12.30 इससे लेट हुआ तो समझ लेना।

वीर हा कह कर निकल जाता है लेकिन वीर को कहा पता था आज उसकी जवानी पर बिजलियां गिरने वाली है आज वो आंखो से देखगा चूदाई किसको कहते है तभी तो 3 वाइफ संभाल सकेगा। इधर वीर के दिमाग मैं किस चल रही थी जो आज उसको किसी से लेना थी।


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Sory for delay ab update time to time rhenga,....ab jaldi hi romantic angel dekna ko milega..
Kia baat h Veer ki teeno patnia Raat m chipak ker soyi huwi thi Anu tow gale laga ker so Rahi thi lagta h dheere dheere hi sahi inn Longo ki jindagi m khushia aani shuru ho rahi h
Dekhte h yeh kab tab sab veer se door reh pati h
Udher jamindaar ka bhi bulawa aa gaya dekhte h waha kia hone wala h
Behtareen shaandar lajawab update bhai
 

andyking302

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Update 6

साक्षी - वो तो हैं साथ रहेंगे अब ये इसकी प्रोब्लम है कब जीत पाए हमारा दिल लेकिन हमारा साथ चाहता है हमारे साथ रहना चाहता है तो कल साबित करे

इधर एक रूम में उदय भान सूर्य भान अजय और रोहित बैठे थे

अजय - ही ही ही ही ही कल वो आ रहीं है अब तो वीर चला जाएगा और नही जाएगा तो उसको जाना पड़ेगा जबरदस्ती ही ही ही

रोहित - अब तो भाभी तेरी हो जाएंगी


अब आगे


अजय - चल ना ऊपर चल के देखते है क्या कर रही है दोनो

रोहित - नही मुझे मार नही खाना समझा तू । तू अकेला जा कल वो आएगी और वीर को ले कर चली जाएगी फिर तुझ जो करना होगा वो तू करना अभी कुछ भी मत कर...


इधर साक्षी सो चुकी थी लेकिन तनु जागी हुई कुछ पुरानी याद मैं खोई हुई थी

तनु - ही ही ही ही मम्मी तुम टेंशन क्यो लेती हो मेरा पति शादी बाद मुझे यहां से ले जाएगा और बहुत अच्छी जगह रानी की तरह रखेगा देखना फिर तू तेरी बेटी खुश रहेगी रानी की तरह

राखी - बेटा तू रानी की तरह रहे या ना रहे लेकिन तेरे चहरे का जो ये नूर है और हसी है ये बनी रहे

तनु - ही ही ही ही हमेशा मम्मी

राखी - बाकी तू जो ये नाक पर गुस्सा ले कर बैठी रहती है वो छोड़ दे समझी

तनु - खाना दो ना मम्मी भूख लगी है

राखी जा कर छत पर कोने से किचन में देखती है वहा खाने को कुछ नही था

तनु - मुझे भूख नी है मां तू परेशान मत हो

राखी - माफ करना बेटी

लेकिन तब तक राखी जा चुकी थी

सूर्यभान - अरे साक्षी कहा हो बेटा

मधु - गई है बाग अनु के साथ

उदय भान - ये लड़की शहर से आती है तो जमीन पर पाव तो टिकते ही नहीं

साक्षी - रुक अनु की बच्ची तुझे तो मैं बताती हूं

अनु - अरे नही रुको तो

साक्षी - रुक कामिनी

अनु - ही ही ही ही दीदी सुनो तो

तभी एक उड़ता हुआ चप्पल उसने अनु की ओर फेक दिया जो सीधा जा कर तनु को लग जाता है


तनु - कामिनी देख कर नी फेक सकती

साक्षी - ऐसे ही फेक ती हूं मैं तुमको दिक्कत है क्या

तनु - कर्म जली तेरा मुंह ना तोड़ दूं

साक्षी - मैं तेरी गांड़ ना तोड़ दूं वैसे भी फुली हुई है

तनु - हद मैं रहो कुटिया

साक्षी - अरे जा ना बंदरिया

तभी वहा पर एक बाल आ कर लग जाती है साक्षी को

और फिर एक लड़का आता है बाल दे मेरी साक सब्जी

तनु - बाल इधर कैसे आई

लडका - क्या मतलब

तनु - *चाटाआक*

साक्षी जल्दी से तनु के पीछे आ जाती हैं

लडका - बहुत महंगा पड़ेगा मुझे मारना

तनु - रुक तेरी मां की बताती हूं

इतने में वो लड़का भागा गया

2 लडका - क्या है बे बाल क्यो नी लाया

वो लड़का बोलता है - अबे मदर चोद वहा तनु खड़ी थी

2 लड़का - तूने अदब से बात की होगी तनु से

लडका - हा

2 लड़का - अबे वो तनु दी है जितनी प्यारी और सुंदर है उतनी गुस्सैल अगर उनको गुस्सा आ गया तो मतलब फिर दूर रहना का रुक तू मैं बाल ले कर आता हूं

फिर ये लड़का भी डरते डरते आता है

तनु - तुझे क्या चाहिए

लडका - दीदी बाल दे दो ना

तनु - आ पास देती हूं

लडका - नही आप मरोगी दे दो ना दीदी

तनु - ले कर जा बाल अपनी

जैसे ही वो लड़का गया साक्षी बोलती है " डरती क्यो है तू इतना तनु मैं हूं ना डर जाती है बार बार

तनु - हप्प बस मेरे से लड़ती है तू और किसी से मत लड़ियों तू डरपोक

साक्षी - में डरती नही गभरा जाती हूं

तनु - जा दोनो बहन यह से

साक्षी - ये ले केला खा डायन

तनु को भूख लगी थी वो भी खाने लगती है फिर तनु कहती है अब मैं शहर नी जाऊंगी पास मैं कॉलेज है यही बच्चो को पड़ा कर पैसे कमा लूंगी

अनु - दी दी दी आप दोनो के लिए रिश्ता आया है चलो घर जल्दी

इतने में दोनो घर चले जाते है...

और साक्षी और तनु घर आते है तो बहुत भीड़ लगी हुई थी।।

दोनो का रिश्ता तय हो चुका था वैसे तो दोनो छोटी थी लेकिन बाप पुराने खयाल का था ।

तनु - मेरी शादी किसने तय की और क्यो

उदय भान - देख तू शादी के लिए हा कर दे राखी का ध्यान और खाना पीना हम लोग देख लेंगे

तनु के पास फिर कोई ऑप्शन नहीं बचता तो वो हा कर देती है

इधर वीर एक घर में बैठा था

रमेश - क्या यार मां मुझे नी करनी शादी समझती क्यो नही तू

रमेश - कुछ कर ना वीर यार तू

वीर - अबे मैं क्या करू लोडू मैं जा रहा घूमने मेरी प्रेमिका ने बुलाया

रमेश - सही से जाना ये गांव है यहां लोग पीट देते है

वीर निकल पड़ता है बाग की तरह जहा पर पेड़ के नीचे वो लड़की बैठी इंतजार कर रही थी

वीर - सॉरी लेट हो गया मैं

अंजली - अरे लेट नही हुआ आप आ गए हम दासी के पास ये बहुत है ना

वीर - ही ही ही एक गुड न्यूज़ हम दोनो शादी करने जा रहे है

वीर कुछ और कहता तभी कुछ लोग आ गए वीर को ले कर चले गए

वीर - छोड़ दीजिए मुझे कहा ले कर जा रहे हो आप मुझे

तभी वीर देखता है ये कोई और नही सूर्य भान होता है

सूर्य भान - अरे लड़के तू रमेश का दोस्त हैं ना शहर का पड़ा लिखा

वीर - हा

सूर्य भान - अब तेरी शादी होगी साक्षी और तनु से क्योकी तेरे दोस्त रमेश और राजेश जिससे शादी होनी थी वो भाग गया

वीर - मुझे नी करनी शादी मेरी शादी मेरी प्रेमिका अंजली से करनी है समझे गवार

तभी वहा पर उदय भान आता है और कहता है "अंजली का बाप तो जमीदार है ना अरे सूर्य जरा बता उसको की उसकी बेटी क्या कर रही है "

देखते ही देखते वीर की दुनिया बिगड़ गई और उसकी बचपन की दोस्त उसकी प्रेमिका अब जा चुकी थी उससे दूर
जमीदार ने बहुत मारा उसको और भेज दिया अमेरिका पढ़ाई करने ।


अंजली - आप बहुत गलत कर रहे है पापा उसका दुनिया में कोई नही है मेरे सिवा

जमीदार - ठीक है तुझे उसके साथ रहना हैं ना जा यह से उसके पास लेकिन याद रहे तुझे हमारे हिस्सा का एक नवा कुछ नही मिलेगा और बदले में तेरे इस आशिक को में बहुत बुरी मौत दूंगा

अंजली - आप मेरे किया का उसे क्यों दे रहे है

जमीदार - ठीक है फिर तुझे यह से जाना पड़ेगा मुझे माफ कर देना बच्ची मैं एक ऐसे दल दल में फस गया हूं जहा पर मैं लाचार हूं ! तनु तेरी बहन है सगी छोटी बहन

फिर अंजली ना चाहते हुआ भी अमेरिका के लिए निकल गई लेकिन उसको ये नही पता था की प्रोब्लम खुद उसके पीछे पीछे आएगी

इधर वीर ये सब बात सुन कर टूट गया उसके दिमाग में बस यही चल रहा था बहुत शौक है ना तुझे जबरदस्ती शादी करवाना का अगर तेरी बेटियों को मौत से भी ज्यादा दर्द ना दिया तो मेरा नाम भी वीर नही

और वीर ने ऐसा किया भी उसने साक्षी को सोसाइड करने तक की नौबत लाई और तनु को गरीबी भरा जीवन जीने पर मजबूर किया

वही ये सब तनु लेट लेट सोच रही थी तभी उसने वीर की तरफ देखा जो उसकी बेटी को जकड़ कर सोया हुआ था

तभी उसको याद आता है इसके शादी के बाद की बात

तनु और साक्षी की शादी के बाद दोनो रूम में बैठे थे तभी वीर भी आता है।

फिर वीर ने साक्षी के साथ जो सुलूह किया उस रात की तनु दंग रह गई

और साक्षी रोते हुए बस इतना पूछ रही थी आप मेरे साथ ऐसा क्यू कर रहे है मैना क्या बिगाड़ा है आप का

वीर - तू मेरी कुछ नही है याद रखना

वीर ने उसके साथ ऐसा ऐसा सुलुह किया की अब साक्षी हंसना मस्ती करना भूल गई।

लेकिन वीर तनु के साथ ऐसा कुछ नही कर सकता था लेकिन तनु के साथ उसने बदला 5 साल पहले लिया तनु को नींद की होली मिला कर जिसके रूप में उसे काव्या मिली।

तभी साक्षी नींद में कांपने लगती है और तनु का ध्यान साक्षी पर आता है और वो भी फिर सो जाती है

तभी वीर की नजर खुलती है तो वो देखता है की साक्षी कपकपा रही थी क्यो छत पर ठंड लगती है तो वो काव्या को साक्षी को दे देता है

और साक्षी काव्या को अपने सीने से लगा लेती है जिससे उसका कापना बंद हो गया लेकिन अब वीर को नींद नही आ रही थी एक तो उसके बगल साक्षी और तनु लेती थी एक से बढ़कर एक कसा हुआ माल

तभी वीर चुप चाप सो जाता है लेकिन उसको उलझन हो रही थी वो थोड़ा घूमने का फैसला करता है।

जैसे ही वीर उठने की कोशिश करता है वो देखता है तनु उसको घूर रही होती हैं

वीर तुरंत लेट जाता है और सो जाता है

वीर - हद है मैं अब उठ भी नी सकता

वीर भी चुप चाप सो जाता है और जब सुबह होती है तो वीर सो रहा होता है

तनु और साक्षी उठ जाती है

इधर नीचे भी सभी उठ गया था

अनु - भाभी अच्छा हुआ ना दीदी आ गई अब शादी अटैंड कर के जाएंगी

निधि - बनो अच्छा तो शादी बाद होगा

अनु - क्यो

निधि - पागल शादी बाद ही तो होगा आआअह आह धीरे दर्द हो रहा आह ओह येसस्सस फक्ककक

अनु - मुझे नी बात करनी आप से हटिए

तभी उनकी बात के बीच उनको आवाज आती है

कामिनी ये तेरी करतूत है

तनु - मेरी करतूत है मैं तो गई बर्तन धोने सुबह सुबह तूने किच किच की

साक्षी - बड़ी आई तू तो धुद की धुली है ना जैसे मैं टी बनूंगी तू खाना

तनु - फिर रात को तू बनाएगी खाना

अनु - भाभी सुबह हो गई

निधि - 😂 ये दोनो जितनी सुंदर उतनी बवाल दोनो हंसना भूल गई लेकिन लड़ना नही भूली

वही ये सुबह की लड़ाई सुन कर जब वीर उठता है तो वो देखता है सामने तनु बैठी थीं






तनु उसको तिरछी नजर से देखती है

तभी वीर की बिल्ली उठ जाती है और वो कहती गुड मॉर्निंग पपाआ

उसकी बात सुन कर साक्षी को चाय बना रही थी वो हस देती है

वीर - गुड मॉर्निंग बिल्ली

काव्या - ही ही ही ही फिर वो वीर के गले लग कर तनु की ओर भाग जाती है

तनु - मेरी बच्ची गुड मॉर्निंग umaaah 😘

फिर काव्या साक्षी के पास चली जाती है और काव्या के जाते ही वीर तनु के पास जाता है

तनु इतनी ज्यादा सुंदर लग रही थी की उसको मन कर रहा था उसको जकड़ ले

तनु - क्या है

वीर उसकी बात सुन कर भाग जाता है किचन मैं

वीर किचन में जाता है जहा साक्षी बैठी थी वो उसके पास आ कर उसको देखता है

साक्षी - गुड मॉर्निंग

वीर - गुड मॉर्निंग काव्या कहा पर है

साक्षी - गई है फ्रेश होने तुम भी फ्रेश हो लो

वीर - मैने कुछ गडबड नही किया ना देखो तुमने कहा था गांव में कुछ मत करना

साक्षी - हा तुमने कुछ नही किया , अच्छा किया अब मैं चाय बना रही हूं तुम जाओ ब्रश करो और जो तुम सोच रहे हो वो दिमाग से निकल दो ठरकी

वीर - तुम और तनु मुझे नी छोड़ोगी ना अब

तनु - आज पता चल जाएगा तुमको

तभी घर के बाहर एक ऑडी कार आ कर रुकती है जिसमें से एक लड़का और एक लड़की बाहर आते है

लडका - मेरे भाई वीर हम आ गए चल बाहर

वीर शोर सुन कर बाहर आता है और देखता है सामने एक लेडी और एक लड़का खड़ा था

वीर - कोन

लडकी - अपनी अंजली को भूल गए तुम तो हा

रमेश - भाई तू भी ना यार बहुत फनी है बदला नही जरा भी

रमेश - हमने तुझे जितना जलील करने को कहा उतना जलील किया आखिर तूने अपनी दोनो वाइफ को हा

अंजली - छोड़ो ये बात अब हम आ गए चलो अब चलते हैं यहां से दूर अपनी प्यार की दुनिया में

वीर - मेरी दुनिया ऊपर छत पर खेल रही है और बाकी दोनो खाना बना रही है तुम लौट जाओ अपनी दुनिया में

अंजली - तुम ये क्या कह रहे हो हा 😶 वीर होश में आओ तुम्हारे सामने मैं हूं अंजली तुमरी अंजली जिसने तुम्हरा हमेसा साथ दिया या है ना मेरे कहने पर तुम क्या क्या करता थे

वीर - निकल जाओ यहा से

तभी रमेश उसको पकड़ लेता है और कहता है भोसडी के लन्ड सी सकल के तेरा दिमाग काम नही कर रहा है क्या

अंजली - होश में रहो समझे रमेश

तभी वीर आगे आने लगता है तो अंजली उसको पकड़ लेती हैं कहती है क्या तुम मुझसे प्यार नी करते हा

इतना मैं रमेश उसको थप्पड़ मार देता है और कहता है तू अंदर जा अंजली इसे मैं समझा दूंगा

रमेश - साले जिस थाली में खायगा उसी मैं छेद करेगा हा तुझे याद है तूने क्या क्या किया अंजली के लिया हां

रमेश - साले तू गाटिया इंसान किसी भी लड़की के लायक नही है चुप चाप चलता है अंजली के साथ या दूसरा रास्ता अपना पड़ेगा हमे

वीर - गिरा हुआ तो तू है साले उससे भी गिरी हुई है ये लड़की अंजली मुझे केवल मेरी फैमिली से मतलब है बस

रमेश - तू किसी का नही हो सकता बे, चोट ने तुझे मर्द से छक्का बना दिया। आज तुझे वो मिल रही है तो इतनी सान पट्टी कर रहा है। अबे इतना ही प्यार था तो तूने तनु के साथ क्या किया पाता है ना नींद मैं, जिसका नतीजा है काव्या और उसको भीख मांगने पर मजबूर किया

रमेश - साक्षी के साथ याद है हर दिन उसको मारता पीट देते क्युकी वो सीधी थी तू प्यार के लायक नही है साले तुझे कदर नही है किसी इंसान की

रमेश - कहा है तेरी पत्नी जिसके लिए इतना बोल रहा है तू तुझे उनसे इतना ही प्यार हैं क्यों किया उनके साथ ऐसा सुलह

वीर - तू कोन होता है पूछने वाला तेरा साथ क्यो आई अंजली! और मैं नही जानता निकालो यह से में किसी के लायक नही हूं तो निकालो इतने साल से नही आए तो अब भी मत आओ।

रमेश - इतना ही गमंड है अपनी सुन्दरता पर रुक इसको ही छीन लेता हु

इतने में रमेश गरम पानी उठा लेता है और कोई कुछ बोलता उसके पहले रमेश पानी वीर के ऊपर फेक देता है

वही ये सब ऊपर से साक्षी और तनु देख रही थी और पीछे से काव्या ये सब देख रही थी

काव्या - पापा

तभी तनु काव्या को अंदर भेज देती है और चुप चाप वो दोनो नीचे आने लगती है

जिनको देख कर रमेश कहता है तुम दोनो devoce के कागज साइन करो और जाओ

साक्षी - पानी क्यो फेका

रमेश - तुम मेरी पत्नी होने वाली थी याद है ना devoce दे दो फिर मैं तुमको अपना बना लूंगा तनु राण्ड

इतना मैं रमेश को अपने चहरे मैं गरम पानी फील हुआ रमेश - आह किसने किया ये मदर चोद

इतना मैं रमेश को एक बार और गर्म पानी फील हुआ जिसको किसी और ने नहीं अंजली ने फेका था

अंजली - वो रांड़ नही है समझे राड तेरी मां थी जो मेरे बाप के साथ सोने आई थी मेरी बहन के पाव के धूल जितनी भी नही है वो समझी

इतना कांड हो रहा था तभी वीर का दिमाग ब्लास्ट हो गया (बहन चोद हो क्या रहा है ये कोई कुछ बोल रहा कोई कुछ, मैं रीडर का दिमाग चोद के बराबर कर दूंगा )

वही ये सुन कर तनु राखी को देखती हैं

राखी मुंह छिपा कर चुप चाप बैठ गई

तनु - शर्म नही आई ना मेरी जिंदगी बर्बाद करने में

अंजली - नही आई। क्यो आएगी मेरा पास एक ही ऑप्शन थे तुम सब की शादी करा दूं और खुद चली जाऊ तो मैने ऐसा किया लेकिन फिर रमेश भी अमेरिका आया उसको वहा देख कर मैं शॉक्ड हो गई।

अंजली - फिर रमेश से मुझे पता चला की उसका मां। मेरे बाप की रखैल थी उसने मुझे धमकी दी और ये सब करवाना पर मजबूर किया तो मैने किया

तनु - कैसी धमकी

अंजली - तुम सब की जान की धमकी तो मैं भी लड़की थी क्या करती डर गई, तो को समझ आया वो किया। फिर मेरी इससे डील हुई की में सारी प्रॉपर्टी इसके नाम कर दूंगी बदले में ये तुम्हे आजाद कर दे।

अंजली - लेकिन आधी प्रॉपर्टी तो तुम्हारे नाम पर थी तो इसने वीर से कॉन्टेक्ट करवाया और मुझसे तुम सब को जलील करवाया लेकिन फिर अचानक से वीर का एक्सीडेंट हो गया और वीर ने इसका साथ छोड़ दिया और तुम सब के आगे पीछे घूमने लगा।

रमेश - ही ही ही ही सचाई जान गई लेकिन हमारे प्लान को सक्सेसफुल बनाने वाला तो साक्षी का बाप भी था उसी के वजह से ये सफल हो पाया आखिर इसने ही तो वीर से शादी करवाने का आइडिया दिया क्युकी इसको भी आधी प्रॉपर्टी चाहिए थी हवस में इसको भी घेर लिया था

अनु - भगवान कभी तुझे खुश नही रखेगा रमेश

रमेश - मेरी छोड़ बन्नो तू अपनी देख वीर तो हमारा साथी है उसको सारा प्लान पता था ही ही ही लेकिन तू अपनी देख तेरा बाप तो शादी भी राजेश से करा रहा था लेकिन अब बहुत इंतजार कर लिया

अंजलि - हम तुझे अपना हिस्सा नही देंगे

रमेश ने अपनी बंदूक वीर की तरफ कर दी और बोला मुझे नहीं पता तू कोन है लेकिन इतना जरूर जनता हूं तू वीर तो बिल्कुल नही है

काव्या - पापा को मत मारो मारो पापा

रमेश - तू सब की जान एक ही तोते मैं बस्ती है ना अब तोता ही खतम होगा।

तनु - तुझे हिस्सा चाहिए ना

रमेश - हा

तनु - हम देने को तैयार है।

रमेश - पंडित को बुलाओ और शादी रचाओ तुम आज क्युकी तुमारे बाप ने मरते मरते वसीयत की मां चोद दी थी। तुम्हारे बाप ने वसीयत में लिखा की तुम्हारी प्रॉपर्टी शादी बाद ही तुम्हरे नाम पर होगी।

तभी रमेश बोलता है किस्से शादी करनी है जल्दी करो और तुम्हारी तो हो गई है। अंजली तुम दोनो भी करो और फिर वसीयत पर सिग्नेचर करो और अगर 10 मिनट मैं शादी शुरू नही हुई तो मैं ही ही ही

इधर वीर से मतलब ही नहीं था यह क्या हो रहा है क्या होगा

तभी सूर्यभान साक्षी और तनु के आगे आ कर हाथ फैला देता है और कहता है मुझे माफ कर दो।

पंडित - जल्दी बोलिए किसकी शादी करवानी है

वीर - मैयत करवानी है मेरी

तनु और साक्षी एक दूसरे की तरफ देखती है

साक्षी - डायन देख तूने क्या करवा दिया एक मौका देने की बात हुई थी एक और आ गई

तनु - मुझे तो जैसे सपना आया था ना अरे मुझे क्या पता था ये अलग ही कांड करेगा

तभी साक्षी कहती है तनु

तनु - जा

साक्षी - पल्लू सही करो

तनु आस पास देखती है तो पाती है वीर उसको ही घूर रहा है

तनु - मेरी आधी जिंदगी तो इसने झाट कर दी है इसको ऐसे टाइम पर भी सुकून नही है

तभी जब अंजली की शादी होने जा रही थी तभी अनु बोलती है ये तो गलत है ना सब बहन की शादी एक लड़के से हो रही है

साक्षी - बेटा हो नही रही करनी पड़ रही है सामने देख, अब होने दे वर्ना यही से जनाजा उठ जाएगा

अनु - जब सब बहन एक साथ रहेगी तो मैं अलग क्यो जाऊ। मुझे भी वीर से शादी करनी है वैसे भी पिता जी ने तो मुझे मारना का प्लान बना रखा है

फिर अंजली के बगल अनु भी आ जाती है

रमेश - अब शुरू करो शादी और मैं जायदाद लूं फिर मुझे नही मतलब किसी चीज से

पंडित - जजमान वीर आप आगे क्यो नही बड़ रहे

तभी वीर को याद आता है की उसकी शादी तो हुई ही नहीं है तनु और साक्षी से तो वो कहता है मैं शादी तभी करूंगा जब साक्षी और तनु दोनो शादी करेंगे साथ मैं

रमेश - बहन चोद ये क्या नाटक चला रहा है KBC चल रहा है क्या?

लेकिन फिर साक्षी और तनु आगे आ जाती है और शादी होती है और रमेश प्रॉपर्टी ले कर चला जाता है.....

तभी शादी होने के बाद वीर लंगड़ाते हुए ऊपर जाने लगता है उसका पूरा चहरा लाल हुआ पड़ा था पीट भी जल गई थी।

वीर ऊपर आ कर चुप चाप क्रीम लगाने लगता है तभी तनु और साक्षी आती है जिसको देख कर वीर डर जाता है

तनु - नही छोडूंगी तुमको डरो मत लेकिन मुझे तुमसे प्यार नहीं है जो है वो सिर्फ नफरत है पुराने पास्ट को ले कर तो और है अगर तुम मैं इतनी हिम्मत है तो हमे मना सको तो मना लो...

तभी तनु और साक्षी का ध्यान काव्या पर जाता है तो देखती है तो वो उन दोनो से बात नही कर रही थी उल्टा दूर जा रही थी वो बस वीर की गोद में बैठी क्रीम लगा रही थी।

तनु - क्या हुआ बेटा

..
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To be continued..... Guys sara past clear ho gya .... Aur isi ke sath intro arc khatam ho gya .... ... Bhot log past past kar rha tha aur sory for delay kyuki main past yhi par khatam karna chahta tha.... Ab thoda romance dek sakta hai aap... And guyss plss like kar dena yarr...pta ni kyu like ni krta aap ...... Agr 20 like aaya aaaj hi toh ek chota hi shi par update aayga ........ review dena na bhula time milte hi reply de dunga thanks
Nice...

Bhai sach may yar kuch samaj mey hi nhi aya yar...

Starting apne achi lagti kiyi thi...

Lekin ye jo last वाले 2 update mey aap ne bohot kuch ulat pulat ke rakh diya hey...

Sab bouncer chala gyaa hey...

Charo ki shadi ek ke satj...

Bap hi apni beti ki jindgi barbad kar raha hey, ये kuch samj nhi aya....
 

andyking302

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Update 7


तभी तनु और साक्षी का ध्यान काव्या पर जाता है तो देखती है तो वो उन दोनो से बात नही कर रही थी उल्टा दूर जा रही थी वो बस वीर की गोद में बैठी क्रीम लगा रही थी।

तनु - क्या हुआ बेटा

अब आगे

साक्षी - बेटा जरा आप नानी के साथ जा कर खेलोगी

तभी ऊपर अंजलि आती है और तनु उससे कहती है अब बोल रण्डी क्या बक रही थी नीचे बंदूक दिखा कर

वही ये सुन कर अनु बेचारी डर जाती है और चुप चाप बैठ जाती है कोने में तभी वो ध्यान देती हैं उसके बगल चुपके से वीर छिपा बैठा है

तभी वो दोनो अपना ध्यान तनु पर लगाते हैं

साक्षी - हम दोनो ने क्या इधर ट्रस्ट चला रखा है कोई भी आएगा और हमारे पति से शादी कर लेगा अब सच सच बता

तभी अंजलि कहती है वाह अकड़ तो देखो तुम दोनो की, तुम दोनो की जिंदगी जहानुम कर दी थी मैंने लेकिन अकड़ नही गई हा।

अंजलि - इस बक्चोद के साथ रहना का मुझे भी कोई शौक नही है समझी लेकिन मुझे मेरी प्रॉपर्टी चाहिए वही लेने आई हूं मैं

साक्षी - कामिनी दिखा दी ना अपनी औकात

अंजलि - हा किया मैने ये सब, रमेश मेरा भाई है हमने ये सब बस पैसे के लिए किया लेकिन वीर की खानदानी प्रॉपर्टी वीर की शादी बाद उसकी पत्नी के नाम हो गई यानी मेरी अब मुझे किसी चीज से नही मतलब

तनु - गंदे खून का नतीजा अच्छा तो कभी हो ही नहीं सकता मुझे यही उम्मीद थी तेरे से

साक्षी - बहस बंद करो तुमको प्रोपर्टी चाहिए थी तो मुझे बताया होता मैं पहले ही दे देती ये इतना लंबा चौड़ा नाटक क्या करना

तभी साक्षी वीर को आवाज लगाती है

वीर आता है साक्षी उससे कहती है इन सब कागज पर सिग्नेचर करो

उसकी बात मान कर वीर चुप चाप कर देता है तभी अंजलि कहती है थैंक्यू umaaah 😘

अंजलि - अब मैं जाती हूं

तनु - इतनी भी जल्दी क्या है

अंजलि - क्या मतलब

तनु - उसके सामने devoce पेपर रख देती है और कहती है अब इस पर सिग्नेचर करो और फिर तुम्हरा वीर से सारा रिश्ता खत्म

अंजलि हस्ते हुआ सिग्नेचर कर देती है और चली जाती है

साक्षी - साली रण्डी

तनु - अनु का क्या करना है

तभी उन दोनो का ध्यान अनु पर जाता है जिसको किसी बात से मतलब ही नहीं था


beauty-bangladesh-26-06-2023-0001

साक्षी - इसको तो किसी चीज से मतलब ही नहीं है ये पिक क्लिक कर रही है

तनु - अनु इधर आओ

अनु - हा दीदी

साक्षी - वीर से शादी के लिया हा क्यो की

अनु - क्या करती मैं मेने देख पापा को किसी और के साथ मरने से अच्छा है अपनी बहनों के साथ ही रह लूं

तभी अनु कहती है दीदी आपने अंजली को इतनी तेज तलाक दे कर क्यो भागा दिया और आपको कैसे पता चला

तनु - हाथ में उसके हीरे की रिंग थी और अगर कोई किसी से प्यार करता है तो 17 साल इंतजार नही करता और उनकी नजर वीर की खानदानी जमीन पर थी जो वो लेकर गए।

साक्षी - और भागने के पीछे की वजह हैं काव्या उसके लिए उसके पापा बेस्ट और हम किसी बाहरी को नही आने देंगे जिससे उसका दिल टूटे तू अगर बहन नही होती तो तेरा भी यही हाल करते।।

अनु - मुझे मत चाटो

तनु - इसको रहने का तरीका सिखा दो

साक्षी - समझ जाएगी खुद ही

तभी वीर रूम से बाहर आता है और कहता है क्या हम सब घर चले अब शहर

तनु उसको इग्नोर कर के रूम में चली जाती है खाना बनाने चली जाती है

उसके बाद अनु सोचती है रहने का तरीका मतलब कहना क्या चाहती हैं

तभी वीर को देख कर वो भी उसको अनदेखा कर के चली जाती है

तभी साक्षी उसके पास आ जाती है और कहती है तुम्हारा घर तो अंजली का हो गया और तुम्हारा टूर का बिजनेस भी

तभी वीर ये सुन कर उदास हो जाता है

और अनु साक्षी को भी ले कर चली जाती है

तनु - बता दिया

अनु - हा दीदी ने बता दिया

तभी तनु की नज़र वीर पर पड़ती है जो एक कोने चुप चाप उदास बैठा हुआ था

साक्षी भी उसको देखती है तो उसे अच्छा नही लग रहा था

अनु - आप लोग उसे क्यों देख रही हो सुन नही था क्या अगर वीर पहले जैसा होता ना तो अब तक ये भी हमे छोड़ कर प्रोपर्टी ले कर चला जाता अंजली के साथ, तब ये अंजली का ही राग जपता और ये एक तो पता नही कोन है कोनसा वीर है भले ही ये बदल गया बट रहेगा तो वीर ही।

और ये बात सच भी थी वीर पहले जैसा होता तो बहुत चीज बदल चुकी होती

तभी साक्षी कहती है बस करो अनु बहुत बोल ली तुम्हारा तो पति है ना और जैसा भी है कोई भी है कोसिस तो कर रहा है ना वो साथ पाने की तुम्हारा भी साथ दिया ना उसने इतना ही नफरत है तो उसके नाम का सिंदूर क्यों लगा ली

अब अनु चुप हो गई तभी तनु कहती है जाओ जरा काव्या को बुला कर ले आओ और डरो मत

अनु भाग जाती है जल्दी काव्या को लाने

तभी साक्षी वीर के पास आ कर बैठ जाती है और दूर से उनको तनु भी जाक रही थी

साक्षी - क्या हुआ उदास हो क्यो

तनु - अरे उसी के लिया होगा अंजली के लिए बुला दूं उसको

साक्षी - रुको करती हूं कॉल

वीर बहुत धीरे से कहता है मेरे पास जब 3 वाइफ है तो मुझे उसकी क्या जरूरत

साक्षी - तो क्या बात है

वीर - मैं क्या करूंगा 28 साल का हूं मेरे पास पैसा कमाने का क्या जरिया है मेरा घर सब कुछ तो चला गया

साक्षी - अच्छा ये बात है चलो एक गुड न्यूज़ देती हूं ये जो घर का ये हिस्सा देख रहे हो ये हमारा छोटा सा घर है और उस साइड भी एक रूम बनवा देंगे बाकी रही बात तो पैसे कमा कर फिर आ जाएगा सब

साक्षी - और वैसे तुम्हारी वाइफ भी तो है तुम्हारे पास मैं और तनु भी, नही छोड़ कर जा रहे कही ही ही ही

तनु - नई शुरुवात करो हम भी पुरानी बात छोड़ कर तुमको एक मौका दिए ना क्या ये तुम्हारा घर नही है

वीर अब बहुत खुस हो गया था उसको पहली बार तनु कुछ बोली फिर उसने पता नही क्या सोचा उसने जल्दी से तनु और साक्षी को गले लगा लिया

इससे पहले की साक्षी अलग होती 1 सेकंड बाद एक आवाज आई

• चाटाअक *

वीर के गाल लाल हो गए

साक्षी ये देख कर हसने लगती हैं और हस्ते हस्ते गिर पड़ती है वही छत पर बेचारी लेट जाती है और उसका पेट दुकने लगता है

वही ये हसी की आवाज नीचे तक आती है जो रूम में उदास बैठी निधि सुनती है तो वो भी स्माइल करती है राज और राखी ,उदय और सूर्य, मधु पूरा परिवार वही बैठा था

वही ये सुन कर निधि कहती है चलो अच्छा है ऊपर खुशी का मोहाल है

तभी नीचे हस्ते हुआ भागते हुए अनु आतीं है और वो किसी तरह हसी को रोकती है और देखती है सामने काव्या अकेली बैठी हैं

अनु को देख कर राज कहता है दीदी आप नीचे आओ बैठो ना

तभी उदय भान बोलता है बिटिया

अनु - चलो काव्या ऊपर चलो अपने घर

निधि - ये भी तो तुम्हारा घर है

अनु - मेरा घर ऊपर है चले बेटा

काव्या आ जाती है और ऊपर चली जाते है दोनो

जैसे ही काव्या ऊपर आती हैं वैसे वो देखती है साक्षी ऊपर छत पर पड़ी हस रही थी और रूम में तनु काम कर रही थी लेकिन एक खुश नुमा मोहाल था

तनु मन मैं सोचती है चलो कम से कम ठीक तो हुआ सुबह से नाटक हो रहा था मैं अपनी बेटी को क्या बोलती अगर वीर की शादी हो जाती तो वैसे भी बड़ा आया हम दोनो की ही डाट खाएं मार खाए तभी तनु कहती है मैं क्यों सोचूं रही उसके बारे में

तभी उसको हसी की आवाज़ आती है जिससे वो समझ जाती है की काव्या आ गई

तभी तनु बाहर आतीं है और उसके पीछे पीछे निधि भी आती है

मम्मी ये मौसी ऊपर क्या कर रही है इतनी देर से हमारे घर

साक्षी - बेटा वो ये वो ये ! वो वाली मम्मी से पूछो

तभी निधि हस देती है और तनु से कहती है बताओ

तनु - ये भी तुम्हारी मम्मी है

काव्या - मेरी और कितनी मम्मी है

तनु - बस लास्ट है और कोई नही आएगी पक्का

काव्या - अब कोई नही आएगी ना मुझे नही चाहिए और

तनु - प्रोमिस अब कोई और नही आएगी अब आई तो किसी की जान जाएगी

ये सुन कर वीर डर जाता है और थोड़ा पिछे हो जाता है तभी तनु ये हरकत देख कर थोड़ा स्माइल कर देती है

और साक्षी फिर हसने लगती है और अनु भी हसने लगती है

फिर वीर अनु को देखता है तो वो नोटिस करता है अनु भी बहुत कसा हुआ माल है 27 साल की ये भी है कतई चोदने लायक

तभी तनु अनु को घूरती है तो अनु डर जाती है तभी अनु साक्षी को आखों में देखती है तो पाती है वो कुछ समझ रही थी

अनु भी लड़की थी उसको समझते देर नहीं लगी की वो दोनो उसको क्या कहना चाहती है तभी अनु देखती है वीर उसके जिस्म को घूर रहा है

तभी वो गुस्सा मैं वीर को देखती है तो वो फिर साइड हो जात है

तभी काव्या कहती है मम्मी

तनु - क्या है

काव्या - मतलब अब पापा इनको भी घूरेंगे, पापा इनको भी सोते टाइम चादर डालेंगे और ठंड लगने पर माथा टच करेंगे जैसे आपको किए थे कल और फिर मुझे उनके पास लिटा देंगे

वही ये बात सुन कर साक्षी और तनु के गाल थोड़ा लाल हो जाते है ये उनके साथ पहली बार था जब कोई उनको प्यार जता रहा था

वही अनु ये सुन कर अजीब नज़रों से वीर को देखती है जो मन मैं कहता है पोल खुल गई

तभी तनु काव्या के कान नोचते हुए कहती है बहुत बोलने लगी है तू मार भूल गई है क्या चल कमरे में बड़ी आई तू रात को सोती है या यही सब करती है

तभी काव्या की नज़र निधि पर पड़ जाती है और कहती है अरे मैं तो आपको देखा ही नहीं मामी ।

काव्या - सोरी मम्मी मामी के सामने ये बात नही पूछनी थी ना

तभी ये सुन कर वीर जल्दी से उसको उठा लेता है और कहता है चलो रूम में टीवी देखते है

काव्या - नही है पापा आपको पता है मेरी सभी सहेली के पास है टीवी

तभी वो दोनो बात करते है रूम में चले जाते है

और इधर बच गए अनु और साक्षी और तनु

वही ये तीनों अच्छी तरह से समझ गए की अब इनकी अच्छी वाली खिंचाई होगी

निधि - तो साक्षी वो एक हेल्प करेगी मेरी

साक्षी - हा बोलो ना निधि

निधि - वो मेरा कंडोम खतम हो गया है तुम दोनो के पास एक्स्ट्रा है क्या

वही ये सुन कर तनु को खासी आ जाती है और वो कहती है आप बैठो मैं चाय बना देती हूं

साक्षी - म म म बर्तन धूल कर आती हूं

निधि - अरे चाय और बर्तन छोड़ो और इधर बैठो तो

अनु - वो भाभी मेरी सहेली आ रही है मैं उसको बुला कर आती है

निधि - अरे रुक तो

वही फिर निधि कहती है इतने सालो बाद तुम्हारी हसी से घर गुलजार हो गया साक्षी बस ऐसे ही हस्ती रहो तुम उम्मीद है तनु भी हासेगी जल्दी क्यों

तनु कुछ नही कहती लेकिन निधि जानती थी तनु ने बहुत कुछ फेस किया है उसका दर्द उसकी पीड़ा गांव वालो के ताने और वही साक्षी जिससे हर दिन मार खाते हुआ सुनना

और इन दोनो की वजह से बेचारी अनु को घर में कैद कर दिया गया

तनु कुछ कहती लेकिन उसकी नजर तभी काव्या पर पड़ती है जो तकिया फेक रही थी वीर पर

काव्या - ही ही ही ही पापा ये लो ये मेरी प्यारी तकिया है

तभी वो तकिया वीर को लग जाती है और वीर गिर जाता है

तभी काव्या उछलने लगती है और दोनो हाथ से नेता की तरह हिला कर कहती है थैंक्यू

वही ये देख कर तनु को हसी आ जाती है फिर उसकी आंखों में आसू आ जाते है

एक साल पहले उसकी बेटी बस घर पर अकेले रहती ना बोलती है ना हस्ती है।

तभी उसके कंधे पर किसी का हाथ फील होता है और वो देखती है उसके एक तरफ साक्षी और दूसरी तरफ अनु लटकी है

फिर दोनो अलग होती है और साक्षी कहती है आदत डाल लो ऐसे

तभी वो दोनो अलग होते है और निधि वापिस से काव्या को बुलाती है लेकिन तभी काव्या चुपके से बाहर जाक कर रूम का गेट बंद कर देती है

ये देख कर अनु को हसी आ जाती है और कहती है कुछ कांड किया इसने तभी तनु अंदर आती है देखती है रूम अब कबाड़ हो चुका था

और तनु को देख कर काव्या डर जाती है और चुप हो जाती है और वीर उसको इशारे से मना करता है

तभी तनु कहती है बिल्ली कही की ये रूम को क्या किया

काव्या - मम्मी ही ही ही

काव्या तनु के गले लग जाती है और फिर तनु खाना निकल देती है जिसमें खाना कम था और खाने वाले ज्यादा

तभी अनु कहती है मुझे भूख नही है तभी साक्षी अंदर आती है और अपनी सैंडल उठा लेती है जिसको देख कर अनु कहती है अब भूख लग गई।

तभी वीर ये सीन देख कर उदास हो जाता है क्युकी ये अब उसकी ज़िमेदारी थी की वो घर पर किसी चीज की कमी ना रहने दे और उसके घर पर खाना का भी समान नही था।

वही तनु गांव के बच्चो को ट्यूशन देती थी जिससे उसको कुछ पैसे मिल जाते थे क्युकी उदय भान उसको पैसे देता नही था

और अब साक्षी और अनु उसके पैसे लेंगी भी नही

तभी साक्षी वीर को देखती है और उसके हाथ पकड़ लेती है उसको अच्छा से पता था वीर क्या सोच रहा था उसकी हरकते किसी नए नए पति के जैसे थी।

अनु और तनु ये नोटिस करती है

तभी साक्षी कहती है खाना खाओ फिर हम भी खाए भूख लगी है

वीर खाना खा लेता है और फिर सब खा लेते है थोड़ा थोड़ा।

तभी वीर काव्या के पास जाता है और कहता है चॉकलेट खाओगे बेटू

काव्या कुछ सोचती है फिर कहती है नही मुझे नही चहिए उसके बदले मेरी मम्मी के लिए साड़ी ला दोगे सब मेरी मम्मी को चिड़ाती है की मेरी मम्मी के पास साड़ी नही है

तभी वीर कहता है आपके पापा का प्रोमिस है आज आपके लिए बहुत सारी चॉकलेट लाऊंगा और बहुत साड़ी लाऊंगा आपके लिए

काव्या - प्रोमिस

वीर - हा प्रोमिस

काव्या - नही पिंकी प्रोमिस करो

वीर- अरे ये कैसे करते है

काव्या - अरे बुधु अपनी उंगली बड़ी उगली के पीछे रखो फिर कहो

वीर हस्ते हुआ कहता है ओके पिंकी प्रोमिस

तभी वीर को याद आता है दुकान से तो रेडिमेट ब्लाउज भी आता है फिर वीर चुप चाप साक्षी के पास जाता है लेकिन वो और अनु सहेली के घर चली गई थी साथ मैं काव्या को भी ले कर चली गई।


तभी वीर तनु के रूम में जाता है जहा वो अपना पेटीकोट और साड़ी फट गई थी वो सिल रही थी वीर को देखते ही वो कहती है चिल्ला कर क्या है जाक क्या रहे हो

वीर कुछ नही कहता बस अलमारी ओपन कर के देखता है कोने में तनु की ब्रा राखी हुई थी फिर वो उसको टच करता है ये देख कर तनु गुस्सा हो जाती है और उसकी आंखे लाल हो जाती है और बहुत तेज थप्पड़ मारती है वीर को कहती है ये क्या बदतमीजी है

तनु - इसी लिए मेरी बेटी के पास आ कर अपना रहे हो हवस में अंधे हो गया हो याद रहे मैने साथ रहने का फैसला किया है बेटी के लिया तुमसे प्यार नहीं है तुम एक गिरे हुआ हवस से भरे इंसान हो जो तुमने मेरे साथ किया ना वो याद है

तनु - निकल जाओ वर्ना अच्छा नही होगा

वीर ये सब सुन कर बस अपनी नम आंखों से आसू पोछते हुए कार ले कर अपनी चला जाता है

वीर - तुम मुझे मत अपनाओ लेकिन तुमको मैं जीना फिर से सीखा दूंगा साक्षी और तनु ये मेरा वादा है तुम्हारी नजरो में चाहे जितना गिर जाऊ लेकिन अपनी बेटी की नजरो मैं नही गिरना चाहता अब चाहे मर जाऊ लेकिन किसी को भी तुमको ताने नही मारने दूंगा।

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I am rally sorry guyss 🙃 Tabiyat bahot jaada khyaab ho gai hai meri but update aaynge chill...🙃 Aap sb ke kahne main anjali fix kar diya ab main herione yhi teen. rhengiii..... Pls sex ki jaldi mat kro story acha se chalne do.....and thanks for supporting....milte hai jaldi hi jin waale story par update ke sath pinky promise 🤣😂🤣 ..... Like kar dena guyss....aur sorry tabiyat issue se delay kar rha hun bs...
Bhai yar ye bat bat par usko jalil करना, hath उठना और ये dekh ke baki dono ne hasna kuch raj nhi aya yar...

Ye kese hal kar rahi hey ohhh.
Itna badal gaya hey itni kowhish kar raha hey lekin ye log ab apna natak dikha rahe hey....

Jab pass नहीं ths to usko yad kar rahe heth ab pass hey to aisa uske sath behave karna thik na lag raha hey.
..
 

andyking302

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Update 8

वीर ये सब सुन कर बस अपनी नम आंखों से आसू पोछते हुए कार ले कर अपनी चला जाता है

वीर - तुम मुझे मत अपनाओ लेकिन तुमको मैं जीना फिर से सीखा दूंगा साक्षी और तनु ये मेरा वादा है तुम्हारी नजरो में चाहे जितना गिर जाऊ लेकिन अपनी बेटी की नजरो मैं नही गिरना चाहता अब चाहे मर जाऊ लेकिन किसी को भी तुमको ताने नही मारने दूंगा।

अब आगे -

वीर ऐसा कह कर चुप चाप कार की चाबी ले कर निकल गया को शायद काम ही मिल जाए कुछ।

लेकिन वीर अच्छा से जानता था, ये गांव है यहां पर उसको काम मिलेगा,तो भी मेहनत वाला और वो उससे होगा नही हा! भोसड़ा मारने को मिल जाए तो कह नही सकता।

तभी वीर कार ले कर चुप चाप गांव में जा रहा था लेकिन शाम का टाइम था तो ज्यादा भीड़ थी लेकिन वो किसी तरह कार ले कर जा रहा था

वीर कही भी काम मागता लेकिन काम उसको मिल नही रहा था तभी वीर को याद आता है वो टूर का काम करता था वहा कार का काम शायद मिल जाए फिर तो उसकी खुद की भी कार भी थी।

तभी गांव के एक टूर का काम करने वाले जमीदार के पास गया

जमीदार - का हो बबुआ! का हाल चाल बा।

जमीदार को लगा कि वीर कोई कार बुक करने वाला कस्टमर है

तभी जमीदार कहता है वीर के बोलने से पहले " देखो बबुआ अभी कोई कार खाली ना बा"

तभी वीर कहता है " अरे नही चाचा मैं खुद काम मागने आया हूं "

वीर की बात सुन जमीदार हस्ते हुआ कहता है " का काम कर लेवा हो"

वीर उससे कहता है " चाचा कुछ भी लेकिन नौकर छोड़ कर "

उसकी बात सुन कर जमीदार कहता है तो ससुरा ये का कंपनी है का जाऊंन तोहका रख देई।

वही वीर जमीदार की बात सुन कर कहता है नहीं चाहिए तुम्हारी नौकरी रखो अपने पास लेकिन मेरे सामने आवाज़ ऊंची मत करना कोई मेरी पत्नी नहीं हो जो तुमसे डरूंगा।


तभी वीर अपनी कार की चाबी निकल लेता है

तभी जमीदार ये देख कर उसको रोक लेता है और कहता है " एक काम है तुम्हारी कार खुद की है "

वीर - हा

जमीदार - तब अच्छा है घरवाली है तुम्हारी

वीर - हा है घरवाली मेरी 3 थो काहे तू भी एक दोगे का

जमीदार - बबुआ अच्छा मजाक करता हा, हम तोहका टूर के काम पर रख देता हूं, लेकिन रोज के 2500 देब और पेट्रोल के अलग से लेकिन हामर हर बात माननी पड़ेगी।

वीर - ठीक है

तभी जमीदार कहता है हम रमाकांत है हमका यही कहा करा अब से

वीर उसकी बात मान लेता है तभी वो जोर से आवाज लगाता है अरे बिट्टू बाहर आओ

तभी एक औरत चाय ले कर बाहर आती है

रमाकांत - ये अब काम करेगा टूर का और रोज तुमको पैसा दे देगा ला कर

रज्जो - ठीक है जी

फिर रज्जो अंदर चली जाती है और जमीदार कहता है देखो यहां पर कार के अच्छा खासे पैसे मिलते है तभी रमाकांत वीर को दूसरे शहर भेज देता है और कहता है " दूसरे शहर में एक ई जगह पर जा कर इनको ले कर आना है

तभी वीर कार ले कर चला जाता है और कहता है मेडरचोद साला इतनी दूर भेज रहा है

तभी वीर कार चुप चाप चलने लगता है

इधर घर पर काव्या और साक्षी नीचे से ऊपर आती है खेल कर

तभी काव्या कहती है चलो ना जल्दी मम्मी पापा को परेशान करना है

तभी काव्या ऊपर आ जाती है और कहती पापा

तभी तनु ऊपर उसको कपड़े सिलते हुआ दिख जाती है जो उसको कहती है पापा कही बाहर गए है

तभी काव्या उदास हो जाती है और उसको ऐसे देख कर तनु का मन बैठ जाता है।

तभी साक्षी कहती है थोड़ी देर में आ जाएंगे पापा बेटू

तभी साक्षी अंदर आती है और कहती है खाना का क्या होगा

तभी तनु कहती है क्या होगा क्या थोड़ा चावल है बस वही फ्राई कर दूंगी सब खा लेंगे और कुछ लाने के पैसे नही है

तभी साक्षी कहती है उस रा‌ंड ने तो फकीर बना दिया कुछ करना पड़ेगा वर्ना इतना लोगो के खर्चा कैसे चलेगा।

तभी साक्षी कहती है तूने कुछ कांड किया क्या ये अचानक से वीर क्यो चला गया

तभी तनु कहती है मुझे नहीं पता और मैं जानती भी नही हट सामने से साड़ी सिलने दे

तभी अनु ये सुन लेती है जो अभी अभी आई थी वो ये सुन कर कहती है लगता है पिट कर गया है ही ही ही ही

तभी साक्षी उसको चुप कराती है कहती है जा कर काव्या के साथ खेल समझी

इधर वीर भी शहर आ गया था तभी वो जिस जगह रुकता है वहा एक औरत आती है

"ए ड्राइवर चल बैग रख कार मैं"


जिसको सुन कर वीर कहता है " मैं कार चलाने के पैसा लेता हूं समान रखने के नही"


तभी वो औरत वीर को घूरती है और सामन रख देती है और
चुप चाप बैठ जाती है

तभी कार चाल पड़ती है जिसको देख कर वो औरत कहती है देखो अगर मेरी तरह देखा ना तो आंखो को नोच लुंगी

ये सुन कर वीर हस्त है मैं भी तुमको देखने के लिए मरा नही जा रहा समझी शौक नही पड़ा मुझे तुमको देखने का

तभी वीर कहता है इतनी अकड़ ले कर कहा जा रही गांव में

औरत - वहा स्कूल में मेरी नौकरी लग गई है टीचर की वही रहूंगी अब बेटी के साथ

तभी वीर देखता है उसका बेटी भी इधर है तभी वीर कार चलाते हुए आने लगता है तभी वो एक सुन सान रोड पर गाड़ी रोक देता है


जिससे वो औरत डर जाती है और कहती नहीं मुझे कुछ मत करो तुम मुझसे पैसे ले लो मुझे मत करो

वीर - अबे चुप करो यार कितना बोलती तुम्हारे पास क्या है लेने को मोटी

तभी वीर कहता है उससे की कार पंचर हो गई है रुक जा कुछ मिनट बना लूं।


इधर घर में अब काव्या परेशान हो गई और कहती है मम्मी आप ने ही कुछ किया जो पापा चले गए।

तभी तनु कहती है तुम्हारे पापा कहा जाएंगे हम सब को छोड़ कर आगे पीछे ही घूमेंगे हम सब के परेशान मत हो ना बेटू थोड़ी देर में वो आ जाएंगे।

काव्या - नहीं मम्मी कॉल करो ना पापा को, मुझे नहीं चहिए चॉकलेट बस पापा को बुला दो।

साक्षी - क्या मतलब बेटा

काव्या - वो कुछ नहीं आप कॉल करो ना पापा को

फिर उसकी बात मान कर साक्षी ने कॉल किया उसको लेकिन फोन तो कार मैं था जिसकी वजह से वीर उठा नही सकता था।

वीर भी पंचर बना कर उस लड़की को सीधा जमीदार के घर उतार देता है क्युकी अब वो वही रहेगी।

तभी जमीदार आता है बाहर और कहता है आओ आओ चमेली , कोई तकलीफ तो नही हुई आने मैं

तभी चमेली कहती है नही कोई दिक्कत नही हुई वीर ने सब अच्छा से संभाल लिया।

तभी वीर कहता है अब रात काफी हो गई है मेरे पैसे दे दे मैं चलूं।

ये सुन कर चमेली वीर को 3000 दे देती है जिससे वीर स्माइल कर के चला जाता है

वीर वहा से निकलते टाइम देखता है रज्जो जमीदार की बेटी ऊपर खड़ी चमेली को घूर रही थी और उसकी आंखो मैं नमी थी।

लेकिन वीर वहा से निकलने लगता था तभी उसको जमीदार रोकता है और कहता है वीर कल 1 बजे आ जाना मैं कॉल करूंगा, दोपहर को कही चलना है।

वीर उसकी बात मान कर मुंडी हिला देता है और इधर साक्षी वीर का फोन नहीं उठने से परेशान हो जाती है और तनु को देखती हैं।

तभी तनु कहती है पता नहीं किस लन्ड से मेरी किस्मत लिखी गई थी।

तनु की ये बात सुन कर साक्षी और अनु हस हस के गिरी जा रही थी।

तभी साक्षी कहती है ध्यान से काव्या के पास रहना हम पापा को ले कर आते है।

तभी तनु और साक्षी गुस्सा मैं नीचे आते है और तभी नीचे आने पर मधु चाची और भाभी किसी बात को लेकर बात कर रहे थे।

वही तभी तनु गुस्सा मैं नीचे आती है तभी मधु उसको कहती है अरे बेटा तनु और साक्षी तुम दोनो का पति क्या करता है 3 पत्नियां है अब।

इतना सुन कर तनु का दिमाग तो पहले भी हिला हुआ था लेकिन ये सुन कर और हिल जाता है, लेकिन तभी तनु कहती है कुछ भी नहीं करते चाची हम तीनो को बारी बारी चोदते है क्यों,आपको भी चुदवाना है क्या?


उसकी ये बात ऊपर खड़ी अनु और भाभी सुन लेती है जो फिर हसने लगती है तभी साक्षी कहती है माफ करना चाची ये तो है ही पागल।

इतना कह कर साक्षी तनु को ले कर बाहर निकल जाती है।

तभी तनु से साक्षी कहती है और बता सच्ची सच्ची वीर के आने से अब अच्छा लगता है ना।

वही ये बात सुन तनु रुक जाती है क्युकी वो खुद जानती थी लेकिन फिर तनु आगे बढ़ जाती है और जब दोनो गेट पर आते है तो एक कार आ कर रुकती है।

साक्षी और तनु देखते है तो ये वीर था साथ मैं कई चीज भी थी उसके पास जो वो साक्षी को पकड़ा देता हैं।

तभी साक्षी वो सब पकड़ लेती है आगे जाने लगती है तभी रुक जाती है और पीछे देखती है तो वीर वापिस से उन्हे ताड़ रहा था।

साक्षी - ऊपर चल कर घूर लोगे तो कोई दिक्कत होगी क्या?

वीर ये सुन झेप जाता है और आगे चलने लगता है ऊपर आते ही वीर के ऊपर काव्या कुद पड़ती है और कहती ही ही ही पापा कहा चलें गए थे मुझे लगा आप फिर हम छोड़ कर चले गया मुझे और मम्मी को छोड़ कर।

वही उसकी ये बात तनु सुन लेती हैं और वो काव्या देखती है तो उसकी खुशी देख कर के हस देती है।

इधर वीर काव्या को उतार का के नीचे रूम में लाता है और खूब सारी चॉकलेट उसके सामने रख देता है जिसको देख कर तनु की आंखे चोड़ी हो जाती हैं।

तभी ये देख कर के अनु आती है और कहती है रुको मैं खत्म करने में मदद करती हूं काव्या।

काव्या अपनी टूटी आवाज़ में कहती है नही छोटी मम्मी, मम्मी देखो ना ये मेरी चॉकलेट

लेकिन तभी काव्या को कुछ और याद आ जाता है वो सभी झोले में चेक करती है और देखती है 4 साड़ी पड़ी हुई थी।

ये देख कर साक्षी आगे आती हैं और देखती है एक बैग मैं ब्रा और पँटी पड़ी हुई थीं जिसको देख कर वो नोटिस करती है ये किसके लिए है और हस्ते हुए तनु की ओर देखती है।


तनु - कामिनी भाग इधर से रुक तू जरा।

साक्षी - मेरे पर क्यो गुस्सा हो रही हैं, मैने थोड़ी लाया है ये सब

तभी साक्षी आगे आती है और कहती है बाकी की बैग चेक करने दे हट।

साक्षी और तनु चेक करते हैं तो देखती है एक बैग मैं सब्जी पड़ी हुई थी और सेंटरी pad पड़ी हुई थी।

ये देख कर साक्षी और अनु फिर हसने लगते है और इस बार तनु के गाल ही लाल हो हुए थे वो समझ नही पा रही थी क्या रिएक्शन दे।

क्युकी अब वीर की हरकतें जैसी भी हो वो खुश तो रख रहा था सभी को।

तभी अनु एक लास्ट बैग चेक करती है और कहती है मेरे लिए क्या लाया है वो देखती है तो जींस और टॉप दो सेट थे उसके लिए।

ये देख कर वो कहती है "ये मेरे लिए है क्या "।

तभी तनु कहती है अब हम दोनो को तो ये साइज होता नही और काव्या छोटी सी है।

तभी तनु फिर उदास होती है क्युकी उसको लगा था वीर काव्या के लिए कुछ नहीं लाया तभी वो कुछ और कहती तभी एक थप्पड़ उसके सर मैं पड़ता है जो बहुत ज़ोर से पड़ा था।


साक्षी - किसकी याद मैं खोई है रात को खोना यादों में इतनी देर से चिल्ला रही बैग मैं काव्या के कपड़े हैं निकाल हाथ मैं पकड़ कर बैठी है छोड़ हट।

तभी तनु का ध्यान आता है और उसकी आंखे नम हो जाती है ये पहली बार था जब उसकी बेटी के लिए नए नए कपड़े आए थे और ऊपर से वीर में थप्पड़ के बाद भी ऐसा किया।

वो एक टक वीर को देखती है जो बाहर बैठा हुआ था।

तभी अनु कपड़े साइड कर देती है और कहती है " मुझे नहीं चाहिए किसी ऐसे इंसान से कपड़े''

उसकी ये बात साक्षी और तनु सुनती हैं और बाहर आती है वीर के पास जो मुंह धुलने जा रहा था।

साक्षी - तुम वीर को मुंह धुलवा कर लाओ मैं चाय बनाती हूं और अच्छा से पूछ लेना सब सारी बात

तभी साक्षी वापिस रूम मैं आती है और चॉकलेट खाने लगती है क्युकी अभी तक काव्या अकेली खा रही थी।

ये देख कर अनु की आंख बड़ी हो जाती है दीदी आप उसकी लाई हुई चॉकलेट क्यो खा रही।

साक्षी - तो तू मत खा ना, वैसे भी ऐसे इंसान के हाथ से नही खाना चहिए।

ऐसा कह कर साक्षी काव्या से कहती है बेटू ये वाली चॉकलेट अच्छी है वो कोने से समोसा निकल ना, दोनो मां बेटी खाते है।

ये सब आंखे फाड़े अनु देख रही थी उसको अपनी बहन पर यकीन नही हो रहा था।

तभी वीर मुंह धुलने के लिए बाथरूम में आता है जहा पर उसके साथ तनु होती है, वीर को देख रही थी।

तनु - काव्या के कपड़े लाने के लिए थ

वीर - बेटी है, वो मेरी उसकी खुशी के लिए मैं कुछ भी करूंगा।

वीर - तुमको साड़ी पसंद आई

तनु कुछ नही बोलती तभी वीर कहता है वो पर्पल🟣 वाली पहन लेना ना मैने बड़े प्यार से एक साथ बहुत साड़ी लाने के पैसे नहीं थे क्युकी घर के सामान भी लाने थे।

वीर - बस मेरी बेटी को फटे पुराने कपड़े मत पहनाया करो और मैं हूं हवासि क्या करू नही बदल सकता खुद को ना, तुमसे प्यार करता हूं जो सही लगता है वो करता हूं।

वीर - वैसे के बात बताऊं

तनु - हा

वीर - इमोशन करवा कर कर तुमको साक्षी रूम से बाहर भेजना चाहती थी क्युकी समोसा और टिकिया अंदर है।

तनु - अरे! खाने के बाद बात करती हूं हा।

ऐसा कह कर तनु भाग जाती है और साक्षी को देख कर कहती है डायन

साक्षी - गुस्सा क्यो होती है तू भी बैठ के खा ना।

तभी तनु भी बैठ कर खाने लगती है जिसे देख कर अनु अब हिल जाती है।

अनु - दीदी

साक्षी - दीदी दीदी क्या कर रही है चल खाना बना, तू हम खा कर बनाते है।

तनु - तुझे खाना है या नही

साक्षी - जल्दी बता फिर हम खा ले

तनु - चल मत खा मैं खा लेती हूं।

अनु - दीदी

साक्षी - क्या है

अनु - मुझे समझ नही आ रहा

तनु उठती है और कहती है ज्यादा समझ मत ये समोसा ठूस बैठ कर और फिर तनु साड़ी अलमारी में रखने लगती है और पुरानी वाली फटी हुई फेक देती है।

तभी साक्षी कहती है रेड वाली साड़ी मेरी तनु ठीक है पर्पल वाली मेरी।

तनु- अनु जरा गारमेंट्स देना

साक्षी - रुक मैं देती हूं ये सटक है, अब तो खाना बना दे मेरी मां

तनु - हा चावल सब्जी बना देती हूं वैसे भी खाया तो सब ने

साक्षी - ठीक है मैं वीर के पास हूं तब तक तुमने पूछा था उससे

तनु - में गई थी बट पूछी नही तुम कर लो मैं खाना बना देती हूं।

तभी साक्षी बाहर निकल जाती है और वीर के बगल आ कर बैठ जाती है।

वीर - हल्लो

साक्षी - ही ही ही हेलो, अब बताओ कहा से लाए इतने पैसे

वीर - जमीदार के यह कार टूर का काम किया 3000 मिले और कुछ पैसे मेरे पास थे पहले।

वीर - तुम मुझसे गुस्सा हो क्या।

साक्षी - क्यो मैं क्यों होने लगी गुस्सा।

वीर - तुम्हारे अलावा तो कोई है भी नही जो मुझेसे सही से बात करे, लेकिन तुम भी तो बात नही करती तो अकेले फील होता है,

साक्षी - अरे इतना सब अकेला सोच लिया जरा मेरी तरफ देखा, तनु की तरफ देखो काव्या को देखो जो अपनी मम्मी के पास बैठी खाने में मस्त है, हा थोड़ा गुस्सा है हम सब लेकिन मानाओ तुम ना तुम्हरे ही है।

साक्षी - चाहे तुम हो या कोई और लेकिन इसी शरीर ने हमारे साथ खिलवाड़ किया था इतनी आसानी से कैसे भूल जाए सब हा।

वीर- i love you अब तो मैने साबित किया ना की मैं तुमसे प्यार करता हूं, अब तो मेरे साथ रहने मैं तुमको दिक्कत नही है।

साक्षी - i love you too इतना सोचने की जरूरत नही है हम सब तुम्हरे है।

तभी तनु कहती है चलो अब खाना खा लो फिर फुसलाना हम सब को

तभी वीर अंदर रूम में आता है और उसको तनु हस्ते हुआ दिखती है वो ये देख कर खुश हो जाता है।

तनु - अभी भी नहीं है मेरी समझे दात मत दिखाओ।

ये सुन कर वीर तनु और साक्षी को देखता है जो भले ही पहले ही टूट चुके थे लेकिन अब वीर ने उनको जोड़ने का काम शुरू कर दिया था।


तभी वीर की नजर अनु पर पड़ती है

वीर सोचता है ये लड़की तो पूरा का पूरा साक्षी की फोटो कॉपी है 😂 बस थोड़ी पतली है।

तभी काव्या कहती है छोटी मम्मी देखो पापा आप को देख रहे है अब।

वही ये सुन कर वीर अब खाने पर ध्यान देता है और तनु उसकी प्लेट में और डाल देती है।

फिर खाने के बाद वीर चुप चाप बाहर आ जाता है और साक्षी बाहर बिस्तर लगाने लगती है और तनु भी काम कर के आने लगती है।

अनु - सोना कहा है दीदी

साक्षी - देखो मैं और तनु और ये बहार सोते है।

अनु - मैं कहा लेटू

साक्षी- अनु तू भी वाइफ है समझी साथ मैं चल कर सो और तू भी जानती है वो तेरे हसबैंड है नई शुरवात हुई है वैसे भी तू खुस है या नहीं ये तेरा दिल जानता है।

तनु - बस कर वो समझ गई।

इधर बेड पर वीर काव्या को जकड़ कर सुला रहा था, और साक्षी को ताड़ रहा था जो बहुत खिली खिली लग रही थी।

वही रात का टाइम था और अब काव्या सो गई थी और वीर उसको प्यार से सुला दिया और काव्या के बगल तनु आ कर लेट गई और वहीं वीर के बगल साक्षी और फिर अनु।

वीर लेटा हुआ था उसको नींद नही आ रही थी तो वो बाथरूम करने के लिए उठा हुआ था।

वो जब सीढ़ी के पास पहुंचा तो उसको शोर सुनाई पड़ा तो वो शोर की तरफ बढ़ा।

गांव के दरवाजा तो होता ही है खतरनाक तो उसने चुपके से झांकना सही समझा और जैसे ही वीर ने नज़र अंदर की ओर की उसकी आंखे ही जम गई गेट पर।

सामने साक्षी का भाई राज अपनी पत्नी को चोद रहा था

राज निधि को पेट के बल लिटा कर पीछे से चोद रहा था और उसकी ही आवाज आ रही थी



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निधि - आह आह.. आ थोडा रुक रुक आआआ आ आराम से करिए ना देर तक चलेगा मजा आएगा आ हाए ओह यारर समझ करो ना उह उह मां यार समझ नही आती क्या

राज - चुप करो आने वाला आआआआआआआ मेरी जान धीरे मजा नही आता

निधि - अरे आआआह उह उह उह नही रुको

लेकिन तब तक निधि के अंदर झड़ चुका था।

निधि - जब कर नही पाते तो दवा ले लो ना हद है ।


इधर वीर ये देख कर जल्दी से भाग गया ऊपर और निधि वापिस गेट पर आती है तो उसको पता चल गया था की कोई था गेट पर तभी उसको ऊपर का गेट बंद होने की आवाज आई।

इधर वीर ने पहली बार सामने से चूदाई देखी थी उसकी सास बस ऊपर नीचे हो रही थी।

तभी वो वापिस लेट जाता है जहा उसके जस्ट बगल साक्षी लेटी हुई थी वो आपने कापते हुआ हाथो से साक्षी के कमर को सहलाता है।

वही ऐसा करते ही उसकी सास जम गई आज अपनी खुद की मां को ऐसे इतने करीब देख उसकी सास अटक रही थी लेकिन फिर वो हिम्मत कर के उसके और करीब आ जाता है।

फिर वो अपनी एक टांग साक्षी के ऊपर रख देता है और उसके बाद उसकी नजर साक्षी के चूचो पर पड़ती है जो देख कर उसकी सास और तेज हो रही थी।

फिर कोई भी लड़का अपना कंट्रोल खो दे तो वीर तो फिर भी पहली बार किसी लड़की के साथ था वो जल्दी से साक्षी के ऊपर आ जाता है और उसको दबोच लेता है।

तभी साक्षी की नींद खुल जाती है और वो चीखती उसके पहले वीर ने उसका मुंह दबा दिया।

वीर - प्लीज चीकना मत प्लीज मैं तो बस तुम्हारे साथ मैं बहक गया था माफ कर दो।

साक्षी बस हा मैं मुंडी हिला देती है, और ऊपर से हट जाता है वीर।

वही वीर अब बहुत ज्यादा डर रहा था जिसकी वजह से साक्षी हस देती है और उसके सीने में घुस जाती है और धीरे से कहती है मैने तो कुछ कहा भी नही फिर भी डर रहे हो।

वीर - ए एक किस कर सकता हूं।

साक्षी - चुप चाप सो जाओ हग करने दे रही हो ना

वही साक्षी, वीर को ऐसे तड़पते देख बहुत हसी भी आ रही थी आज उसको पाने लिए कोई तड़प रहा था।

थोड़ी देर बाद साक्षी सो जाती है और फिर वो करवट ले लेती है।

तभी उसकी नजर तनु पर पड़ती हैं जो साई हुई थी करवट ले कर


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पहले तो वीर उसको देख कर आंखे बंद कर लेता हैं लेकिन फिर उसको बाहों में जकड़ लेता है।

और उसकी कमर कस लेता है और उसका पल्लू हटा कर उसकी पीट पर सर रख देता है।

थोड़े टाइम बाद तनु की नींद खुल जाती है और वो देखती है वीर उसको जकड़ कर के सोया हुआ है

पहले तो तनु उसको मारने के लिए आगे बढ़ती है लेकिन फिर उसको वीर की बात याद आती है जो उसको कह रहा था मैं तुमको प्यार करता हूं।

तनु - अगर बात मेरी बेटी की खुशी की है तो मैं ये माफ कर सकती हूं और ऐसा कहते हुए वो वीर के हाथ को हटा देती है और कहती है अब सब खत्म हो चुका है वीर,अब तो मैं टूट चुकी हूं। शायद तुम मेरी खुशियां वापिस ला पाओ।

तभी वीर नींद मैं था और उसने तनु की कमर को लॉक किया और उसके ऊपर लेट गया और उसके चूचों पर सर सर रख कर लेट गया।

तनु वीर को धकेलने वाली थी तभी उसको आवाज आती है वीर के बड़बड़ाने की

वीर - तनु मत जाओ, तनु , रुक जाओ प्लीज। मुझे मत छोड़ो।

अचानक वीर कांपने लगता है और उसको कापते हुआ देख कर तनु एक तरफ देखती है जहा उसकी बेटी सोई हुई थी और उसके ऊपर उसका पति।

लेकिन तनु धीरे से वीर को अपने ऊपर से हटा देती है और उससे थोड़ा दूर हो कर लेट जाती है।

थोड़ी देर बाद तनु पलट कर देखती है तो वीर हाथ चला कर उसको ढूंढ रहा था।

फिर तनु स्माइल कर देती है उसको ये खेल अच्छा लग रहा था।

ऐसे ही रात गुजर जाती है।

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To be continued 😀 ab romantic life shru ho gai hai toh 🥰.... Lets enjoy.... Aur ek question hai batoo sabse pahle chut kon degiii....😂🤣 Nidhi mat bolna.
Ye mast update tha बेहतरीन था...

Ab अपनी bachi केलिए ही sahi usne usko thoda socha to....

Ab delhte age kya khle khela जाता हे....
 

andyking302

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Update 9

फिर तनु स्माइल कर देती है उसको ये खेल अच्छा लग रहा था।

ऐसे ही रात गुजर जाती है।

अब आगे

सुबह सुबह चिड़ियों की चह चहाने से साक्षी और तनु की एक साथ ही नींद खुल जाती है जिससे वो देखती है की उन दोनो ने ही वीर को अपने अपने साइड जकड़ रखा है और दोनो ने अपनी टांग वीर के ऊपर लाद रखी है।

तभी उन दोनो की नज़र आपस में पड़ी तो दोनो झेप जाती है और दोनो ने जल्दी से वीर को देखा।

साक्षी - सो रहा है।

तनु - अनु

साक्षी जल्दी से अनु को देखती है जो सो रही थी।

साक्षी - वो भी सो रही।

तभी अनु खासती है और दोनो जल्दी से आंखों को बंद कर लेती है।

जैसे ही उन दोनो को कन्फर्म हुआ की अनु सो चुकी है दोनो जल्दी से उठ जाती है और रूम में भाग लेती है।

साक्षी - ओए सेक्सी सुनो जरा

तनु - क्या है

साक्षी - रात को मेने देखा कुछ

तनु - क्या

साक्षी - मैने देखा एक लड़की रात को खेल रही थी

तनु कुछ नही बोलती और साक्षी फिर हस्ते हुआ जाने लगती है तभी तनु कहती है उसको

मैने भी कुछ देखा वैसे

साक्षी - क्या देखा

तनु - मैने देखा एक लड़की लड़की रात को चुप चाप हस रही थी और सीने में घुसी हुई थी

अब साक्षी कहती है सच्ची बताऊं तो उसके साथ रहने मैं अच्छा लगता है।

तनु - हा दिन भर गांड़ के नशे में चूर रहता है घूरता रहता है।

साक्षी हस्ते हुआ कहती है बेचारा अब क्या करे हम दोनो को देख कर ही काम चला लेता है।

तनु - लेट हो रही है खाना बना कितनी देर तक सो रही थी हम दोनों।

साक्षी - कुत्ते ने ऐसे चिपका रखा था की बहुत प्यारी नींद आई पता ही नही चला कब सुबह हो गई यार

तनु - मेरी बेटी अब खुश रहने लगी है।

साक्षी - और तू

तनु - काम कर मैं नहा कर आती हूं

साक्षी उसका हाथ पकड़ लेती है और कहती है मुझे जवाब चहिए।

तनु - मुझे कोई जवाब नही देना और अगर मेरी बेटी की खुशी जरूरी है तो उसके लिए सब करूंगी

साक्षी - अच्छा और अगर तुझे उसने खुश रहना जीना सीखा दिया तो

तनु - तब तू जो कहेगी।

साक्षी - फिर वादा कर खुद प्यार से साड़ी उतारेगी

तनु - ठरकी कही की चल वादा लेकिन दिल्ली बहुत दूर है समझी।

तनु वहा से निकल जाती है और साक्षी दूर खड़ी हो कर उसे देख रही थी और कहती है एक बार हम दोनो को जीना सिखा दो ना वीर तुमने जो गलती करी है वो तुमको ही सही करनी पड़ेगी एक बार सब ठीक कर दो फिर वादा करती हूं खुद साडी उतारूंगी।

तनु - चल हट लंबी लंबी सोचती है,खाना तुझे बनाना है।

साक्षी - सोच ही सही लेकिन अब एक आस तो है

तभी वो दोनो बाहर आती है तो दोनो की नज़र ही जम गई थी।

सामने अनु वीर को बाहों में भर कर के लेटी है और वीर उसके ऊपर लेटा है।


love-couple


साक्षी - बड़े ही सेक्सी अंदाज में लेटी है देखो, और दिन भर हम दोनो को बोलती फिरती है की मैं वीर से नफ़रत करती हूं, ये बोल बोल कर मेरा दिमाग खा गई और सोई देखो कैसी है।

तनु - उसकी कोई गलती नही है चल अब

साक्षी - नही चलूंगी तू चल मैं अपनी बेटी के साथ नहूँगी आज

तनु - मुझे पता है तू कितनी संस्कारी है चल अब

तभी साक्षी कुछ बोलने वाली थी लेकिन तनु उसका मुंह दबा देती है।

साक्षी - नही उठाऊंगी पक्का

तभी तनु उसका मुंह छोड़ देती है और साक्षी चिल्लाती है "ओए ठरकी उठ जा"

इधर राज अपने पापा उदय के साथ बैठा था जो खेत के सिलसिले से बात कर रहे था।

राज - पापा जमीदार हमारी जमीन पर पानी नी आने देता कुछ करना पड़ेगा वर्ना इस साल की फसल खराब हो जाएगी।

तभी उसके चाचा कहते है बेटा राज वो जमीदार से हमारी बनती कम है हमीं ने उसके स्कूल को खुलवाने से रोका था वही बदला ले रहा है वो साला

उदय - तुम कुछ मत करो वर्ना वो इंसान बहुत बुरा है मारने से पहले सोचेगा नही।

राज - लेकिन उसका दिल जीत लिया तो, जन्नत का मजा है फिर

तभी रसोई में चाय बना रही निधि ये सुन कर कहती है जन्नत का मजा बहन चोद साला रात को बिस्तर पर चोदता नही बड़ा आया जन्नत।

निधि - साला कहती हूं धीरे धीरे चोद ना, चूस तब मजा भी आया बीवी को खुश रख नही पता।

तभी उसको राखी कहती है अरे बिट्टू कब क्या सोच रही हो बेटा

निधि - कुछ नही बुआ

राखी - बीवी को खुश रहने के लिए पति का साथ जरूरी है।

निधि कुछ बोलती तभी उसको आवाज आती

"रुक जा डायन, आज तेरा सर फोड़ दूंगी"

"ही ही ही ही ही ही"

"तू तो पिसचिनी है पता है"

तभी ये सुन कर निधि कहती है बुआ बीवी के खुश रहने के लिए पति का पास होना जरूरी है साथ जरूरी है।

राखी कुछ कहती तभी उसको निधि कहती है कभी तनु और साक्षी को इतना खुश देखा है पहले दोनो जो हमेशा खोई रहती है अब एक सा तेज आ गया है उनकी आंखों में।

राखी -

निधि - हा वीर के पास होने से वैसे हमारी बिल्लो अब अच्छे से लाइफ जीयेगि।

राखी - मैं हैरान हूं ये घर की खिसयाई बिल्ली से शादी होने के लिए कैसे मान गई तनु और साक्षी।

निधि - दोनो की लाडली है और ऊपर से डिट्टो साक्षी की तरह दिखती है।

इधर इतना हल्ला सुन कर अनु की नींद खुल जाती है वो जब आंखों को खोलती है तो देखती है आजू बाजू उसकी बहने जा चुकी थी।

अनु- फिर देखती है की वो वीर के नीचे सोई है

तभी अगले ही पल वो वीर को धकेल देती है और उसकी सास पूरी ऊपर नीचे हो रही थी।

पहली बार किसी ने अनु के जिस्म को छूआ था बेचारी कप कापा गई इस बात से।

तभी ये झटके से वीर उठ जाता है।

तब तक अनु जा चुकी थी।

वीर- ये सुबह सुबह बहन चोद पेल गया, मेरी भी जिंदगी मेंटोस खा कर लिखी गई थी एक से एक सुंदर लड़की मेरी वाइफ जिसके ख्वाब सब देखते है वो वो मेरी है।

वीर - लेकिन मजाल है किसी को हाथ भी लगा दूं मां चोद देंगी मेरी।

वीर - लेकिन कोई नही सब खुश रहे बाकी सबके लिए प्यार खुद जाग जाएगा सबसे पहले मैं अपनी परी को उठा दूं।


वीर काव्या के पास आता है और उसके माथे पर हाथ फेरता है अरे मेरा बेटू उठ जाओ, जाओ।

काव्या - उफ्फ पापा सोने दो ना।

वीर - धत चलो उठो जल्दी से फिर,जलेबी खिलाऊंगा पक्का।

काव्या - साथ मैं पकोड़ा भी गरम गरम

वीर को काव्या की ये तुतराती हुई आवाज बहुत प्यारी लगती है।

काव्या अब उठ कर वीर की गोद में बैठ कर लिपटी हुई थी।

तभी वीर के दिमाग में एक आइडिया आता है और वो काव्या से कहता है बेटू आपको पकोड़ा खाना है ना।

काव्या - हा

वीर - तब आपको पापा की एक बात माननी पड़ेगी।

काव्या - मैं तो आपकी सारी बात मानती हूं ना

वीर - ये हम दोनो की scerat बात है ओके।

काव्या भी वीर से धीरे से फुसफुस्ती हुई कहती है पक्का छोटा भीम वाला प्रोमिस।

वीर - मैं जब पकोड़ा लाऊंगा ना तो आप वो आप खाने से पहले कहना मम्मी आप पापा को अपने हाथो से खिलाओ ना।

काव्या - ठीक है तीनो मम्मी को कह दूंगी लेकिन शाम को चाकलेट लुंगी एक।

वीर - पक्का

काव्या - ही ही ही आप बेस्ट पापा हो, हमेशा ऐसे ही हस्ते रहा करो आप नही थे, तो मम्मी बहुत रोती थी।

वीर- पक्का अब नही जाऊंगा कभी अब तो हर दम तुम्हारे पास रहूंगा।

तभी वीर जल्दी से बाहर आता है और तुरंत पकोड़ा और जलेबी वैगर ले कर आता है

वीर - हाय अब मजा आएगा अब तीनो को मुझे खिलाना पड़ेगा ।

वीर अंदर आता है तो सामने उसको अनु दिख जाती है ।

वीर - ये तो पूरा साक्षी की फोटो कॉपी।

तभी अनु देखती है की वीर उसको देख रहा है और वो कुछ नही कहती।

वीर अंदर आ कर खाने का समान काव्या को दे देता जिसको तनु और साक्षी देख लेती है।

काव्या तो समान ले कर अंदर आ जाती है अनु और साक्षी के पास, तभी तनु बाहर आती है और कहती ये क्या है ये सब

वीर - क्या क्या है

तनु - ये सब क्या लाए हो, क्यो इतने पैसे वेस्ट कर रहे हो फालतू चीज के लिए कल भी मुझे ,2000 दिए था।

वीर - फालतू चीज के लिए नही है कुछ भी, मेरी वाइफ हो तुम समझी, तुम्हारे चहरे पर खुशी देखना चाहता हूं अब आदत डाल लो इन सब की।

तनु - क्यो कर रहे हो ये सब हा

वीर - तुम्हारे हसी के लिए।

तनु कुछ नही बोलती बस वीर को देखती है एक टक।

वीर- वैसे बहुत सुंदर लग रही हो अभी ऐसे सजी रहा करो ना हम बाप, बेटी के लिए।

तभी तनु को अनु बुलाने आती है और वो अंदर चली जाती है और उसके पीछे अनु भी चली जाती है और वीर वापिस जाते टाइम उसकी गांड़ देखने लगा अनु को इस बात का पता चल गया।

उसकी इस बात को साक्षी ने भी नोटिस किया

साक्षी - शर्म तो आती नही इसको ऐसे गुरते हुए, तुझे दिक्कत होती है तो मना कर दिया कर।

अनु - क्या कह कर मना करू 😑 की अपनी पत्नी को ऐसे घूरो मत, इतना अपनापन दिखाओ, वैसे आपको और तनु दीदी को क्यों दिक्कत नही होती।

तनु - तेरे सुर तो एक दिन मैं ही बदल गए।

ये सुन कर अनु झेप जाती है

साक्षी चल खा चुप चाप फिर बाहों में सोना भी तो है

वही ये सुन कर अनु के गाल लाल हो गया थे।

अनु - हा तो पती है मेरा।

साक्षी - क्या है

तनु - मत छेड़ो उसको ।

तभी वीर अंदर आता है तभी उसका कॉल बज जाता है।

वीर - सुबह सुबह ही बहन के लन्ड का कॉल आ गया

वीर - हेलो

जमींदार - बेटा जरा 4 घंटे के लिए कार ले कर चले आओ 12 बजे तक छोड़ दूंगा। पैसे भी ले लेना 4000

वीर - ठीक है

जमीदार - सुनो

वीर - हा

जमीदार - तुम मेरे खास आदमी हो परेशान मत हो बड़ा भाई समझ अपना

वीर - धन्यवाद

जमींदार - सुनो

वीर - हा

जमीदार - कंडोम का डिब्बा भी ले लेना 2 पेकेट और दवा भी और जल्दी आओ कार की सीट पीछे वाली पर कवर चढ़ा लेना ।

तभी फोन कट जाता है।

इधर वीर की तीनो पत्नियां हस रही थी।

वीर तीनो को एक एक बारी बारी देखता है और कहता है आज कुछ भी कर के किसी एक का तो होठ काट कर रहूंगा।

साक्षी - कब तक आओगे

वीर - 12

तनु - 12 मतलब 12.30 इससे लेट हुआ तो समझ लेना।

वीर हा कह कर निकल जाता है लेकिन वीर को कहा पता था आज उसकी जवानी पर बिजलियां गिरने वाली है आज वो आंखो से देखगा चूदाई किसको कहते है तभी तो 3 वाइफ संभाल सकेगा। इधर वीर के दिमाग मैं किस चल रही थी जो आज उसको किसी से लेना थी।


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Sory for delay ab update time to time rhenga,....ab jaldi hi romantic angel dekna ko milega..
Sahndar ज़बर्दस्त update bhai....

Ab lagat hey rang bharnege जिंदगी mey...
 

Raja maurya

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Update 9

फिर तनु स्माइल कर देती है उसको ये खेल अच्छा लग रहा था।

ऐसे ही रात गुजर जाती है।

अब आगे

सुबह सुबह चिड़ियों की चह चहाने से साक्षी और तनु की एक साथ ही नींद खुल जाती है जिससे वो देखती है की उन दोनो ने ही वीर को अपने अपने साइड जकड़ रखा है और दोनो ने अपनी टांग वीर के ऊपर लाद रखी है।

तभी उन दोनो की नज़र आपस में पड़ी तो दोनो झेप जाती है और दोनो ने जल्दी से वीर को देखा।

साक्षी - सो रहा है।

तनु - अनु

साक्षी जल्दी से अनु को देखती है जो सो रही थी।

साक्षी - वो भी सो रही।

तभी अनु खासती है और दोनो जल्दी से आंखों को बंद कर लेती है।

जैसे ही उन दोनो को कन्फर्म हुआ की अनु सो चुकी है दोनो जल्दी से उठ जाती है और रूम में भाग लेती है।

साक्षी - ओए सेक्सी सुनो जरा

तनु - क्या है

साक्षी - रात को मेने देखा कुछ

तनु - क्या

साक्षी - मैने देखा एक लड़की रात को खेल रही थी

तनु कुछ नही बोलती और साक्षी फिर हस्ते हुआ जाने लगती है तभी तनु कहती है उसको

मैने भी कुछ देखा वैसे

साक्षी - क्या देखा

तनु - मैने देखा एक लड़की लड़की रात को चुप चाप हस रही थी और सीने में घुसी हुई थी

अब साक्षी कहती है सच्ची बताऊं तो उसके साथ रहने मैं अच्छा लगता है।

तनु - हा दिन भर गांड़ के नशे में चूर रहता है घूरता रहता है।

साक्षी हस्ते हुआ कहती है बेचारा अब क्या करे हम दोनो को देख कर ही काम चला लेता है।

तनु - लेट हो रही है खाना बना कितनी देर तक सो रही थी हम दोनों।

साक्षी - कुत्ते ने ऐसे चिपका रखा था की बहुत प्यारी नींद आई पता ही नही चला कब सुबह हो गई यार

तनु - मेरी बेटी अब खुश रहने लगी है।

साक्षी - और तू

तनु - काम कर मैं नहा कर आती हूं

साक्षी उसका हाथ पकड़ लेती है और कहती है मुझे जवाब चहिए।

तनु - मुझे कोई जवाब नही देना और अगर मेरी बेटी की खुशी जरूरी है तो उसके लिए सब करूंगी

साक्षी - अच्छा और अगर तुझे उसने खुश रहना जीना सीखा दिया तो

तनु - तब तू जो कहेगी।

साक्षी - फिर वादा कर खुद प्यार से साड़ी उतारेगी

तनु - ठरकी कही की चल वादा लेकिन दिल्ली बहुत दूर है समझी।

तनु वहा से निकल जाती है और साक्षी दूर खड़ी हो कर उसे देख रही थी और कहती है एक बार हम दोनो को जीना सिखा दो ना वीर तुमने जो गलती करी है वो तुमको ही सही करनी पड़ेगी एक बार सब ठीक कर दो फिर वादा करती हूं खुद साडी उतारूंगी।

तनु - चल हट लंबी लंबी सोचती है,खाना तुझे बनाना है।

साक्षी - सोच ही सही लेकिन अब एक आस तो है

तभी वो दोनो बाहर आती है तो दोनो की नज़र ही जम गई थी।

सामने अनु वीर को बाहों में भर कर के लेटी है और वीर उसके ऊपर लेटा है।


love-couple


साक्षी - बड़े ही सेक्सी अंदाज में लेटी है देखो, और दिन भर हम दोनो को बोलती फिरती है की मैं वीर से नफ़रत करती हूं, ये बोल बोल कर मेरा दिमाग खा गई और सोई देखो कैसी है।

तनु - उसकी कोई गलती नही है चल अब

साक्षी - नही चलूंगी तू चल मैं अपनी बेटी के साथ नहूँगी आज

तनु - मुझे पता है तू कितनी संस्कारी है चल अब

तभी साक्षी कुछ बोलने वाली थी लेकिन तनु उसका मुंह दबा देती है।

साक्षी - नही उठाऊंगी पक्का

तभी तनु उसका मुंह छोड़ देती है और साक्षी चिल्लाती है "ओए ठरकी उठ जा"

इधर राज अपने पापा उदय के साथ बैठा था जो खेत के सिलसिले से बात कर रहे था।

राज - पापा जमीदार हमारी जमीन पर पानी नी आने देता कुछ करना पड़ेगा वर्ना इस साल की फसल खराब हो जाएगी।

तभी उसके चाचा कहते है बेटा राज वो जमीदार से हमारी बनती कम है हमीं ने उसके स्कूल को खुलवाने से रोका था वही बदला ले रहा है वो साला

उदय - तुम कुछ मत करो वर्ना वो इंसान बहुत बुरा है मारने से पहले सोचेगा नही।

राज - लेकिन उसका दिल जीत लिया तो, जन्नत का मजा है फिर

तभी रसोई में चाय बना रही निधि ये सुन कर कहती है जन्नत का मजा बहन चोद साला रात को बिस्तर पर चोदता नही बड़ा आया जन्नत।

निधि - साला कहती हूं धीरे धीरे चोद ना, चूस तब मजा भी आया बीवी को खुश रख नही पता।

तभी उसको राखी कहती है अरे बिट्टू कब क्या सोच रही हो बेटा

निधि - कुछ नही बुआ

राखी - बीवी को खुश रहने के लिए पति का साथ जरूरी है।

निधि कुछ बोलती तभी उसको आवाज आती

"रुक जा डायन, आज तेरा सर फोड़ दूंगी"

"ही ही ही ही ही ही"

"तू तो पिसचिनी है पता है"

तभी ये सुन कर निधि कहती है बुआ बीवी के खुश रहने के लिए पति का पास होना जरूरी है साथ जरूरी है।

राखी कुछ कहती तभी उसको निधि कहती है कभी तनु और साक्षी को इतना खुश देखा है पहले दोनो जो हमेशा खोई रहती है अब एक सा तेज आ गया है उनकी आंखों में।

राखी -

निधि - हा वीर के पास होने से वैसे हमारी बिल्लो अब अच्छे से लाइफ जीयेगि।

राखी - मैं हैरान हूं ये घर की खिसयाई बिल्ली से शादी होने के लिए कैसे मान गई तनु और साक्षी।

निधि - दोनो की लाडली है और ऊपर से डिट्टो साक्षी की तरह दिखती है।

इधर इतना हल्ला सुन कर अनु की नींद खुल जाती है वो जब आंखों को खोलती है तो देखती है आजू बाजू उसकी बहने जा चुकी थी।

अनु- फिर देखती है की वो वीर के नीचे सोई है

तभी अगले ही पल वो वीर को धकेल देती है और उसकी सास पूरी ऊपर नीचे हो रही थी।

पहली बार किसी ने अनु के जिस्म को छूआ था बेचारी कप कापा गई इस बात से।

तभी ये झटके से वीर उठ जाता है।

तब तक अनु जा चुकी थी।

वीर- ये सुबह सुबह बहन चोद पेल गया, मेरी भी जिंदगी मेंटोस खा कर लिखी गई थी एक से एक सुंदर लड़की मेरी वाइफ जिसके ख्वाब सब देखते है वो वो मेरी है।

वीर - लेकिन मजाल है किसी को हाथ भी लगा दूं मां चोद देंगी मेरी।

वीर - लेकिन कोई नही सब खुश रहे बाकी सबके लिए प्यार खुद जाग जाएगा सबसे पहले मैं अपनी परी को उठा दूं।


वीर काव्या के पास आता है और उसके माथे पर हाथ फेरता है अरे मेरा बेटू उठ जाओ, जाओ।

काव्या - उफ्फ पापा सोने दो ना।

वीर - धत चलो उठो जल्दी से फिर,जलेबी खिलाऊंगा पक्का।

काव्या - साथ मैं पकोड़ा भी गरम गरम

वीर को काव्या की ये तुतराती हुई आवाज बहुत प्यारी लगती है।

काव्या अब उठ कर वीर की गोद में बैठ कर लिपटी हुई थी।

तभी वीर के दिमाग में एक आइडिया आता है और वो काव्या से कहता है बेटू आपको पकोड़ा खाना है ना।

काव्या - हा

वीर - तब आपको पापा की एक बात माननी पड़ेगी।

काव्या - मैं तो आपकी सारी बात मानती हूं ना

वीर - ये हम दोनो की scerat बात है ओके।

काव्या भी वीर से धीरे से फुसफुस्ती हुई कहती है पक्का छोटा भीम वाला प्रोमिस।

वीर - मैं जब पकोड़ा लाऊंगा ना तो आप वो आप खाने से पहले कहना मम्मी आप पापा को अपने हाथो से खिलाओ ना।

काव्या - ठीक है तीनो मम्मी को कह दूंगी लेकिन शाम को चाकलेट लुंगी एक।

वीर - पक्का

काव्या - ही ही ही आप बेस्ट पापा हो, हमेशा ऐसे ही हस्ते रहा करो आप नही थे, तो मम्मी बहुत रोती थी।

वीर- पक्का अब नही जाऊंगा कभी अब तो हर दम तुम्हारे पास रहूंगा।

तभी वीर जल्दी से बाहर आता है और तुरंत पकोड़ा और जलेबी वैगर ले कर आता है

वीर - हाय अब मजा आएगा अब तीनो को मुझे खिलाना पड़ेगा ।

वीर अंदर आता है तो सामने उसको अनु दिख जाती है ।

वीर - ये तो पूरा साक्षी की फोटो कॉपी।

तभी अनु देखती है की वीर उसको देख रहा है और वो कुछ नही कहती।

वीर अंदर आ कर खाने का समान काव्या को दे देता जिसको तनु और साक्षी देख लेती है।

काव्या तो समान ले कर अंदर आ जाती है अनु और साक्षी के पास, तभी तनु बाहर आती है और कहती ये क्या है ये सब

वीर - क्या क्या है

तनु - ये सब क्या लाए हो, क्यो इतने पैसे वेस्ट कर रहे हो फालतू चीज के लिए कल भी मुझे ,2000 दिए था।

वीर - फालतू चीज के लिए नही है कुछ भी, मेरी वाइफ हो तुम समझी, तुम्हारे चहरे पर खुशी देखना चाहता हूं अब आदत डाल लो इन सब की।

तनु - क्यो कर रहे हो ये सब हा

वीर - तुम्हारे हसी के लिए।

तनु कुछ नही बोलती बस वीर को देखती है एक टक।

वीर- वैसे बहुत सुंदर लग रही हो अभी ऐसे सजी रहा करो ना हम बाप, बेटी के लिए।

तभी तनु को अनु बुलाने आती है और वो अंदर चली जाती है और उसके पीछे अनु भी चली जाती है और वीर वापिस जाते टाइम उसकी गांड़ देखने लगा अनु को इस बात का पता चल गया।

उसकी इस बात को साक्षी ने भी नोटिस किया

साक्षी - शर्म तो आती नही इसको ऐसे गुरते हुए, तुझे दिक्कत होती है तो मना कर दिया कर।

अनु - क्या कह कर मना करू 😑 की अपनी पत्नी को ऐसे घूरो मत, इतना अपनापन दिखाओ, वैसे आपको और तनु दीदी को क्यों दिक्कत नही होती।

तनु - तेरे सुर तो एक दिन मैं ही बदल गए।

ये सुन कर अनु झेप जाती है

साक्षी चल खा चुप चाप फिर बाहों में सोना भी तो है

वही ये सुन कर अनु के गाल लाल हो गया थे।

अनु - हा तो पती है मेरा।

साक्षी - क्या है

तनु - मत छेड़ो उसको ।

तभी वीर अंदर आता है तभी उसका कॉल बज जाता है।

वीर - सुबह सुबह ही बहन के लन्ड का कॉल आ गया

वीर - हेलो

जमींदार - बेटा जरा 4 घंटे के लिए कार ले कर चले आओ 12 बजे तक छोड़ दूंगा। पैसे भी ले लेना 4000

वीर - ठीक है

जमीदार - सुनो

वीर - हा

जमीदार - तुम मेरे खास आदमी हो परेशान मत हो बड़ा भाई समझ अपना

वीर - धन्यवाद

जमींदार - सुनो

वीर - हा

जमीदार - कंडोम का डिब्बा भी ले लेना 2 पेकेट और दवा भी और जल्दी आओ कार की सीट पीछे वाली पर कवर चढ़ा लेना ।

तभी फोन कट जाता है।

इधर वीर की तीनो पत्नियां हस रही थी।

वीर तीनो को एक एक बारी बारी देखता है और कहता है आज कुछ भी कर के किसी एक का तो होठ काट कर रहूंगा।

साक्षी - कब तक आओगे

वीर - 12

तनु - 12 मतलब 12.30 इससे लेट हुआ तो समझ लेना।

वीर हा कह कर निकल जाता है लेकिन वीर को कहा पता था आज उसकी जवानी पर बिजलियां गिरने वाली है आज वो आंखो से देखगा चूदाई किसको कहते है तभी तो 3 वाइफ संभाल सकेगा। इधर वीर के दिमाग मैं किस चल रही थी जो आज उसको किसी से लेना थी।


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Sory for delay ab update time to time rhenga,....ab jaldi hi romantic angel dekna ko milega..
Mast update Bhai
 
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